RBSE Class 12 Computer Board Paper 2018 are part of RBSE Class 12 Computer Board Model Papers. Here we have given Rajasthan RBSE Class 12 Computer Board Paper 2018.
Board | RBSE |
Textbook | SIERT, Rajasthan |
Class | Class 12 |
Subject | Computer |
Paper Set | Board Paper 2018 |
Category | RBSE Model Papers |
Rajasthan RBSE Class 12 Computer Board Paper 2018
समय: 3.15 घण्टे
पूर्णांक: 56
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्नपत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न हल करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर-पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ लिखें।
-
खण्ड प्रश्न संख्या अंक प्रत्येक प्रश्न अ 1-13 1 ब 14-24 2 स 25-27 3 28-30 4 - प्रश्न क्रमांक 28, 29 व 30 में आन्तरिक विकल्प हैं।
खण्ड – अ
प्रश्न 1.
नॉन लिनियर डाटा स्ट्रक्चर को परिभाषित कीजिए। [1]
प्रश्न 2.
Malloc मैमोरी फंक्शन का सिन्टेक्स लिखिए। [1]
प्रश्न 3.
त्वरित सार्टिग की समय जटिलता क्या होती है? [1]
प्रश्न 4.
क्यु को परिभाषित कीजिए। [1]
प्रश्न 5.
लिंक्ड लिस्ट के कोई दो नुकसान बताइए। [1]
प्रश्न 6.
लिंक्ड लिस्ट के विभिन्न प्रकार बताइए। [1]
प्रश्न 7.
DDL को परिभाषित कीजिए। [1]
प्रश्न 8.
कैन्डीडेट की क्या होती है? [1]
प्रश्न 9.
dbms_output . put_line नामक निर्देश का उपयोग बताइए। [1]
प्रश्न 10.
SQL में Now ( ) फंक्शन का उपयोग क्या है? [1]
प्रश्न 11.
ऑपरेटर एसोसिएटिविटी क्या है? [1]
प्रश्न 12.
C++ में New ऑपरेटर का क्या उपयोग है? [1]
प्रश्न 13.
C++ में एक्सेस मोडिफायर क्या होता है? [1]
खण्ड – ब
प्रश्न 14.
E-R आरेख में वन टु मैनी सम्बन्ध का क्या अर्थ है? [2]
प्रश्न 15.
साधारण और समग्र एट्रीब्युट में अंतर बताइए। [2]
प्रश्न 16.
डाटाबेस डिजाइन के चरणों को लिखिए। [2]
प्रश्न 17.
PL/SQL में SET Server output ON का क्या उपयोग है? [2]
प्रश्न 18.
स्पेस जटिलता क्या है? इसकी गणना कैसे की जाती है? [2]
प्रश्न 19.
दो आयामी-ऐरे में पता गणना को समझाइए। [2]
प्रश्न 20.
स्टैक के बुनियादी ऑपरेशन बताइए। [2]
प्रश्न 21.
अडप्टिव व नॉन-अडप्टिव सॉर्टिग एल्गोरिथ्म में अंतर बताइए। [2]
प्रश्न 22.
स्टैटिक डेटा मैम्बर्स की विशेषताएँ क्या हैं? [2]
प्रश्न 23.
क्लास के मैम्बर फंक्शन को एक्सेस करने के लिए प्रारूप लिखिए। [2]
प्रश्न 24.
आप फंक्शन ओवरलोडिंग से क्या समझते हैं? [2]
खण्ड – स
प्रश्न 25.
चयन सॉर्ट को उदाहरण सहित समझाइए। [3]
प्रश्न 26.
काल बाई रेफरेंस से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित समझाइए। [3]
प्रश्न 27.
निम्न डाटाबेस विसंगतियों को समझाइए [3]
(क) अपडेट
(ख) इन्सर्सन
(ग) डिलिशन
प्रश्न 28.
मर्ज-सॉर्ट को उदाहरण सहित समझाइए। [4]
अथवा
‘C’ में रिकर्शन को उदाहरण के साथ समझाइए।
प्रश्न 29.
SQL में आप अग्रीगेट फंक्शन से क्या समझते हैं? [4]
अग्रीगेट फंक्शन को निम्न स्कीमा द्वारा समझाइए
Teacher (T. name, salary, age, dob)
अथवा
निम्न को F-R आरेख में समझाइए।
(क) डराईब्ड एट्रीब्यूट
(ख) पार्टिसिपेशन कन्सटेन्ट
(ग) की कन्सटेन्ट
प्रश्न 30.
मल्टीपल इनहेरिटेंस को उदाहरण सहित समझाइए। [4]
अथवा
C++ में कंस्ट्रक्टर ओवरलोडिंग को समझाने के लिए एक प्रोग्राम लिखिए।
उत्तर
उत्तर 1:
नॉन लिनियर डाटा स्ट्रक्चर, बहुस्तरीय डाटा स्ट्रक्चर होते हैं। इसके उदाहरण ट्री और ग्राफ हैं।
उत्तर 2:
Ptr = (Data type*) (size of (Data type).
उत्तर 3:
O (n log n)
उत्तर 4:
क्यू एक एब्सट्रैक्ट डेटा स्ट्रक्चर है, जो कुछ हद तक स्टैक के समान है।
उत्तर 5:
लिंक्ड लिस्ट के नुकसान निम्नलिखित हैं
- यदि आवश्यक मैमोरी का पता हो तो मैमोरी वेस्टेज होता है।
- सर्च कर पाना मुश्किल है।
उत्तर 6:
लिंक्ड लिस्ट के प्रकार निम्नलिखित हैं
- सिंगल लिंक लिस्ट
- डबल लिंक लिस्ट
- सर्कुलर लिंक लिस्ट।
उत्तर 7:
DDL, SQL का एक भाग है, जिसकी सहायता से हम डाटाबेस स्कीमा को स्पेसीफाई कर सकते हैं।
उत्तर 8:
Attributes का एक न्यूनतम सेट जो अद्वितीय रूप से एक एंटिटी की पहचान करता है, Candidate key कहा जाता है।
उत्तर 9:
यह पंक्ति फंक्शन द्वारा रिटर्न मान को प्रदर्शित करती है।
उत्तर 10:
यह वर्तमान Date व Time बताता है।
उत्तर 11:
अगर दो या दो से अधिक ऑपरेटर एक समान प्रिसिडेंस के एक ही एक्सप्रेशन में होते हैं तो जिस ऑर्डर में वे संपादित होते हैं, उसे ऑपरेटर की एसोसिएटिविटी कहते हैं।
उत्तर 12:
C++ में New ऑपरेटर पर्याप्त मात्रा में डाटा ऑबजेक्ट को मैमोरी प्रदान करता है।
उत्तर 13:
प्राइवेट और पब्लिक कीवर्डस को एक्सेस मोडिफायर कहा जाता है। ये क्लास के मेम्बर को एक्सेस करने की प्रणाली को नियंत्रित करता है।
उत्तर 14:
One to many : e2 में एक एंटिटी, e1 में at most one एंटिटी के साथ संबंधित है।
उदाहरण : विशेष मामले में विषय विशेष शिक्षक स्कूल में उपलब्ध नहीं है, तो एक teacher भी कई विषय सिखा सकता है।
उत्तर 15:
साधारण (Simple) attribute : इस प्रकार के attributes का एक एकल मान होता है जैसेstudent एंटिटी में Roll_no और age साधारण attributes हैं।
समग्र (Composite) attribute: इस प्रकार के attributes के कई घटक हो सकते हैं, जैसे- Sname attribute में first name, middle name, last name घटक शामिल हैं।
उत्तर 16:
डाटाबेस डिजाइन के चरण निम्नलिखित हैं
- आवश्यकताओं के विश्लेषण
- वैचारिक डेटाबेस डिजाइन
- तार्किक डेटाबेस डिजाइन
- स्कीमा
- भौतिक डेटाबेस डिजाइन।
उत्तर 17:
PL/SQL प्रोग्राम का Execution ओरेकल इंजन में होता है, इसलिए सर्वर आउटपुट को स्क्रीन पर प्रदर्शित करने हेतु Server output ON का उपयोग किया जाता है।
उत्तर 18:
एल्गोरिथ्म के निष्पादन के दौरान आवश्यक मैमोरी को स्पेस जटिलता कहते हैं। स्पेस जटिलता की गणना-एक एल्गोरिथ्म या डेटा संरचना की स्पेस जटिलता, किसी समय उपयोग की जाने वाली अधिकतम राशि है, यह एल्गोरिथ्म द्वारा इनपुट के लिए उपयोग की जाने वाली जगह (Space) को इग्नोर (Ignore) करता है।
उत्तर 19:
मल्टी (दो) आयामी ऐरे में पता गणना : मैमोरी में एक 2-डी ऐरे के तत्वों को संग्रह करते समय इन्हें क्रमिक मैमोरी लोकेशन आवंटित किये जाते हैं। इसलिए उसके भण्डारण को सक्षम करने के लिए 2-डी ऐरे को लीनियराइज करते हैं। लीनियराइज करने के दो तरीके होते हैं-रो (पंक्ति) मेजर और कॉलम (स्तंभ) मेजर।
उत्तर 20:
पुश ऑपरेशन-स्टैक में एक नया डेटा तत्व जोड़ने या डालने की प्रक्रिया को पुश ऑपरेशन कहते हैं।
पॉप ऑपरेशन-स्टैक से एक डेटा तत्व को हटाने की प्रक्रिया को पॉप ऑपरेशन कहते हैं।
उत्तर 21:
अडप्टिव और नॉन-अडप्टिव सॉर्टिग (Adaptive and Non adaptive Sorting) :
यदि सॉर्टिंग एल्गोरिथ्म, सॉर्ट करने वाली लिस्ट में पहले से ही सॉर्टिड तत्त्वों का लाभ लेती है तब उसे अडप्टिव कहा जाता है। अर्थात् सॉर्टिंग के दौरान यदि स्रोत (source) सूची में पहले से ही कुछ तत्त्व सॉर्टेड हैं तब अडप्टिव एल्गोरिथ्म इसे ध्यान में रखते हुए उनका क्रम पुनः नहीं बदलती।
एक नॉन-अडप्टिव सॉर्टिंग एल्गोरिथ्म सूची में पहले से ही सॉर्टेड तत्वों को ध्यान में नहीं रखती। वे तत्त्व सॉर्टेड हैं या नहीं की पुष्टि करने के लिए हर एक तत्त्व के क्रम को बदलती है।
उत्तर 22:
क्लास के डेटा मेम्बर को स्टेटिक के रूप में भी घोषित किया जा सकता है। स्टेटिक डेटा मेम्बर के गुण इस प्रकार हैं
- इसकी प्रारम्भिक वेल्यू शून्य होती है जब इसके क्लास का पहला ऑब्जेक्ट बनाया जाता है।
- केवल एक ही प्रतिलिपि इस डेटा मेम्बर की बनती है और इसे क्लास के सभी ऑब्जेक्ट साझा करते हैं।
- चूँकि यह सम्पूर्ण क्लास के साथ जुड़ा हुआ है इसे क्लास वेरिएबल भी कहा जाता है।
उत्तर 23:
हम केवल क्लास के पब्लिक मेम्बर्स को उस क्लास के ऑब्जेक्ट के द्वारा एक्सेस कर सकते हैं। पब्लिक मेम्बर फंक्शन को एक्सेस करने का प्रारूप इस प्रकार हैobject_name. function_name (arguments list);
उदाहरण के लिए।
p.input (10, 20);
ऑब्जेक्ट p के द्वारा input ( ) फंक्शन को कॉल किया गया है। स्टेटमेन्ट p.x = 10; मान्य नहीं है क्योंकि x को प्राइवेट घोषित किया गया है और इसे केवल क्लास के मेम्बर फंक्शन हो सीधे एक्सेस कर सकते हैं न कि ऑब्जेक्ट।
उत्तर 24:
फंक्शन के एक समान नाम लेकिन उनकी आरग्यूमेन्ट लिस्ट में भिन्नता और अलग-अलग कार्य करना, इसे फंक्शन ओवरलोडिंग कहा जाता है।
उत्तर 25:
चयन (Selection) सॉर्टिग
यह एक सरल सॉर्टिंग एल्गोरिथ्म है। यह एक इन-प्लेस तुलना-आधारित सॉर्टिग एल्गोरिथ्म है इसमें सूची दो भागों में विभाजित होती है, सॉर्ट किया हुआ भाग बायीं ओर तथा सॉर्ट न किया हुआ भाग दायीं ओर रहता है। शुरू में, सॉर्ट किया गया हुआ भाग खाली रहता है और सम्पूर्ण सूची सॉर्ट न किये हुए भाग में होती है। अवर्गीकृत (अनसॉरटेड) ऐरे में से सबसे छोटे तत्त्व का चयन किया जाता है और इसे ऐरे में सबसे बायें तत्व के साथ बदली किया जाता है, और वह तत्व सॉर्ट किये हुए ऐरे का हिस्सा बन जाता है। यह प्रक्रिया अवर्गीकृत ऐरे की सीमा को एक तत्त्व दायीं ओर बढ़ाती चली जाती है। इस एल्गोरिथ्म की औसत (average) और सबसे खराब (worst case) स्थिति में कॉम्प्लेक्सिटी O(n²) है, जहाँ n सॉर्ट किये जाने वाले तत्त्वों की संख्या है और इसलिए यह एल्गोरिथ्म बड़े डेटा सेट के लिए उपयुक्त नहीं है।
एक उदाहरण के रूप में निम्नलिखित दर्शाये हुए ऐरे पर विचार करते हैं :
क्रमबद्ध लिस्ट में प्रथम स्थान के लिए, पूरी लिस्ट की क्रमिक रूप से जाँच होती है। पहली स्थिति जहाँ 14 को वर्तमान में संग्रहित करना है, हम पूरी लिस्ट को सर्च करते हैं और पाते हैं कि 10 निम्नतम मान है।
इसलिए हम 14 को 10 से बदलते हैं। एक पुनरावृत्ति के बाद 10 जो कि लिस्ट में न्यूनतम मान है, सॉर्टेड लिस्ट में पहली स्थिति में दिखाई देता है।
दूसरे स्थान के लिए जहाँ 33 है, हम एक रेखीय ढंग से बाकी लिस्ट की स्कैनिंग शुरू करते हैं।
हम पाते हैं कि 14 लिस्ट में दूसरा सबसे कम मान है और दूसरे स्थान पर होना चाहिए। हम इन मानों को स्वैप करते हैं।
दो पुनरावृत्तियों के बाद, दो कम से कम मान एक क्रमबद्ध ढंग से शुरुआत में आ जाते हैं।
यही प्रक्रिया ऐरे में बाकी के आइटम के लिए लागू की जाती है। पूरी सॉर्टिग प्रक्रिया का एक सचित्र चित्रण निम्नानुसार है:
उत्तर 26:
कॉल-बाई-रेफरेंस-जब रेफरेंस (reference) के द्वारा फंक्शन में पैरामीटर वेरिएबल्स declare करते हैं। तो ये वेरिएबल भी उसी memory location को point करते हैं जिसे original वेरिएबल point करते हैं। तो जब इन वेरिएबल्स पर कोई चेंज perform करते हैं तो original वेरिएबल्स भी चेंज हो जाते हैं।
प्रोग्राम कॉल-बाई-रेफरेंस
#include<iostream> using namespace std; int main() { int count = 0; void update (int &); cout<<"count="<<count <<"\n"; update(count); cout<<"count="<<count; return 0; } } void update (int ex) x= x+1; } प्रोग्राम का आउटपुट होगा Count = 0 Count = 1
उत्तर 27:
एक खराब डेटाबेस डिजाइन डेटाबेस पर कारवाई के दौरान भी कई problems (Anomalies) का कारण है।
Update विसंगतियाँ: यदि एक प्रतिलिपि Update होती है तब सब दोहराये डेटा की भी Update की जरूरत होती है। उदाहरण के लिए, एक विशेष छात्र का पता Update करने के लिए हम उस छात्र के सभी tuples Update करते हैं।
Insertion विसंगतियाँ: जब तक असंबंधित जानकारी संग्रहीत है तब तक कुछ डेटा संग्रहीत नहीं हो सकता है। किसी टपल को सम्मिलित (Insert) करने के लिए फोन पता करने की आवश्यकता है, यह एक रिक्त (null) मान के साथ तय हो सकता है लेकिन null समस्याओं के कारण हैं या हैंडल करने में मुश्किल है।
Deletion विसंगतियाँ: कुछ अन्य, असंबंधित जानकारी खोने के बिना कुछ जानकारी को हटाना संभव नहीं हो सकता है। अगर हम सभी tuples एक दिए गए (class, Roll_no) के लिए हटाएँ तो हम उस एसोसिएशन को खो सकते हैं। यदि हम डिजाइनों में redundancy अच्छा डेटाबेस को डिजाइन करना चाहते हैं, तो हम Dependencies, decompositions और normal forms के उपयोग करते हैं।
उत्तर 28:
मर्ज (Merge) सॉर्टिग : मर्ज सॉर्ट डिवाइड (विभाजित) एण्ड कॉन्कर (जीत) पर आधारित एक सॉर्टिंग तकनीक है। इसकी सबसे खराब मामले में (worst-case) कॉम्प्लेक्सिटी O(n log n) होने के कारण यह सबसे अच्छी एल्गोरिथ्म में से एक है। मर्ज सॉर्ट ऐरे को दो बराबर हिस्सों में तोड़ती है और फिर उन्हें एक क्रमबद्ध ढंग से जोड़ती है। मर्ज सॉर्ट को समझने के लिए हम एक निम्नलिखित अवर्गीकृत ऐरे लेते हैं
हम जानते हैं कि मर्ज सॉर्ट पहले पूरी ऐरे को पुनरावृत्तीय तरीके से बराबर हिस्सों में बाँटती है जब तक कि परमाणु (atomic) या अविभाज्य मान प्राप्त नहीं हो जाते हैं। हम यहाँ देखते हैं कि 8 मानों की एक ऐरे 4 आकार की दो ऐरे में बँट गयी है।
यह मूल मानों की उपस्थिति के अनुक्रम को नहीं बदलता है। अब हम इन दो ऐरे को हिस्सों में विभाजित करते हैं।
हम आगे इन ऐरे को और विभाजित करते हैं और हमें परमाणु मान प्राप्त होते हैं जिनको और अधिक विभाजित नहीं किया जा सकता है।
अब, हम उन्हें ठीक उसी तरीके से सम्मिलित करते हैं जैसे उन्हें तोड़ा था। हम पहले प्रत्येक लिस्ट के तत्त्व की तुलना करते हैं और फिर एक क्रमबद्ध ढंग से उन्हें एक दूसरी लिस्ट में सम्मिलित करते हैं। हम जानते हैं कि 14 और 33 सॉर्टिड स्थिति में ही हैं। हम 27 और 10 की तुलना करते हैं और 2 मानों की लक्ष्य लिस्ट में हम पहले 10 को डालते हैं और उसके पीछे 27 को। हम 19 और 35 का क्रम बदलते हैं। जबकि 42 और 44 को क्रमिक रूप से रखा जाता है।
संयोजन चरण के अगले पुनरावृत्ति में, हम दो डेटा मानों की लिस्ट की तुलना करते हैं और उन्हें एक सॉर्टेड क्रम में डेटा मानों की लिस्ट में मर्ज कर देते हैं।
अंतिम विलय के बाद, लिस्ट इस तरह दिखेगी
‘C’ में Recurison (रिकर्शन) : रिकर्शन स्व-समान (self-similar) तरीके से आइटमों को दोहराने की एक प्रक्रिया है। प्रोग्रामिंग भाषाओं में यदि प्रोग्राम आपको एक ही फंक्शन के अन्दर उसी फंक्शन को कॉल करने की अनुमति देता है तब इसे रिकर्शन फंक्शन के रूप में माना जाता है। अन्य शब्दों में जब एक फंक्शन अपने आप को ही कॉल करता है तो इसे रिकर्सिव फंक्शन कहते हैं।
रिकर्शन निम्नानुसार काम करता है: void recurse() { ... .. ... recurse (); ... .. ... } int main () { ... .. ... recurse(); ... .. ... }
उत्तर 29:
Aggregate फंक्शन-MySQL में Aggregate फंक्शन इनपुट के तौर पर वेल्यूस का संग्रह लेते हैं और आउटपुट में एक वेल्यू देते हैं। MySQL में निम्न 5 प्रकार के built in Aggregate फंक्शन होते हैं
यहाँ Sum एवं Average फंक्शन की इनपुट वेल्यूस आवश्यक रूप से नम्बर होने चाहिए। जबकि दूसरे ऑपरेटर्स, स्ट्रींग के ऊपर भी काम कर सकते हैं।
Avg ( ) function फंक्शन- यह फंक्शन टेबल के किसी फील्ड की वेल्यूस का औसत निकालने के उपयोग में आता है।
उदाहरण-
MySQL>SELECT Avg (Salary) FROM Teacher;
Output>
ऊपर दिये उदाहरण में Average फंक्शन Salary फील्ड में वेल्यूस का औसत रिटर्न करता है।
Sum () Function फंक्शन-यह फंक्शन किसी फील्ड की सभी वेल्यूस का Sum देता है।
उदाहरण-
MySQL>SELECT Sum(Salary) FROM Teacher;
OUTPUT->
Max () function फंक्शन-यह फंक्शन वह रिकॉर्ड जो किसी रिकॉर्ड सैट में अधिकतम है को देता है।
उदाहरण
MySQL>SELECT Max (Salary) FROM Teacher
Output>
Min () function फंक्शन-यह फंक्शन निम्नतम वेल्यू वाला रिकार्ड देता है।
उदाहरण-
MySQL>SELECT Min (Salary) FROM Teacher
Output->
Count () function फंक्शन-यह फंक्शन टेबल में रिकार्ड की संख्या गणना के लिए काम में आता है। अर्थात रिकार्ड्स की कुल संख्या पता करने के काम आता है। (counting the number of records)
उदाहरण-
SELECT Count (*) FROM Teacher
Output->
उत्तर 30:
जब कोई क्लास दो या दो से अधिक क्लासों के फीचर्स को इनहेरिट करती है, उसे मल्टीपल इनहेरिटेंस कहा जाता है।
Exam.
#include<iostrem> using namespace std; class B1 { protected: int x; public: void get_x (int a) { X=a; } }; class B2 { protected: int y; public: void get_y (int b) { y=b; } }; class D : public B1, public B2 { int z; public: void multiply (void) { z=x* y; } void display (void) { cout<<"x="<<x<<"\n"; cout<<"y="<<y<<"\n"; cout<<"z="<<<<"\n"; } }; int main ( ) D d; d.get_x (5); d.get_y (3); d.multiply ( ); d. display( ); return 0; } प्रोग्राम का आउटपुट होगा x=5 y=3 z=15
अथवा
कंस्ट्रक्टर ओवरलोडिंगएक क्लास में एक से ज्यादा कंस्ट्रक्टर हो सकते हैं और इसे कंस्ट्रक्टर ओवरलोडिंग कहा जाता है।
प्रोग्राम-कंस्ट्रक्टर ओवरलोडिंग
#include<iostream> using namespace std; class point { int x, y; public: point ( ) // no argument constructor { x=0; y=0; } point (inta) // one argument constructor (x=y=a;} point (int m, int n) // two argument constructor { x=m; y=n; } void show( ) { count <<"x="<<x<<"\n"; count <<"y="<<y<<"\n"; } }; int main( ) { point p1; point p2 (5); point p3 (7,11); cout<< "Coordinates of p1 are\n"; p1.show( ); cout<<"Coordinates of p2 are\n";
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