Rajasthan Board RBSE Class 10 Hindi व्याकरण वाच्य
क्रिया के उस रूपान्तरण को वाच्य कहा जाता है जिसके द्वारा यह पता चलता है कि वाक्य में कर्ता, कर्म अथवा भाव में से किसकी प्रधानता है अर्थात् किस के अनुसार क्रिया के पुरुष, वचन तथा लिंग निर्धारित हुए हैं। वाच्य के प्रकार-वाच्य के प्रकार अथवा भेद तीन होते हैं-
(1) कर्तृवाच्य,
(2) कर्मवाच्य,
(3) भाववाच्य ।
कर्तृवाच्य
कर्तृवाच्य का अर्थ होता है, क्रिया का कर्ता के अनुसार रूप बदलना। कर्तृवाच्य वाक्य में क्रिया का लिंग, वचन और पुरुष कर्ता के अनुसार होता है। जैसे
(क) पुरुष टहलता है। स्त्री टहलती है।
(ख) पुरुष टहलते हैं। स्त्रियाँ टहलती हैं।
(ग) पाठ पढ़ा जाता है। पाठ पढ़े जाते हैं।
(घ) कहानी सुनी गई। कहानियाँ सुनी गईं।
(ङ) तू आया। तुम सब आए।
उपर्युक्त वाक्यों में कर्ता के लिंग, वचन, तथा पुरुष का क्रियाओं पर प्रभाव पड़ा है। कर्तृवाच्य में क्रिया कर्ता के अधीन होती है, उसका स्वरूप कर्ता से भिन्न नहीं हो सकता, जैसे
(क) लड़के खेला।
(ख) हरिण भागी।।
ये वाक्य अशुद्ध हैं क्योंकि क्रियाएँ कर्ता के लिंग का अनुकरण नहीं कर रही हैं।
कर्तृवाच्य के अन्य उदाहरण
(क) प्रवेश और सुनयना विद्यालय गए।
(ख) बाघ ने हरिण को दबोच लिया।
(ग) अनेक व्यक्ति यहाँ आ रहे हैं।
(घ) पहाड़ियाँ दूर-दूर तक फैली हुई हैं।
(ङ) सभी गाड़ियाँ देर से आ रही हैं।
(च) बच्चे पार्क में खेल रहे हैं।
(छ) स्त्रियाँ गाएँगी, पुरुष नाचेंगे और बच्चे हँसेंगे।
(ज) सावन आएगा तो बादल बरसेंगे।
कर्मवाच्य
कर्मवाच्य में क्रिया कर्म के अनुसार रूप बदलती है। क्रिया के लिंग, वचन और पुरुष कर्म के अनुरूप होते हैं। जैसे
(क) लड़के ने फल खाया।
(ख) लड़की ने खीर खायी।
(ग) विद्वान ने उपदेश दिया।
(घ) माँ ने कहानियाँ सुनाईं।
(ङ) उसका दुख देखा नहीं जाता।
(च) मुझसे दवा पी नहीं जाती।
उपर्युक्त वाक्यों में क्रिया के लिंग और वचन कर्म के अनुसार हैं। कर्मवाच्य में क्रिया कर्म के अधीन रहती है, वह कर्म से भिन्न रूप ग्रहण नहीं कर सकती, जैसे
(क) प्रकाश ने पुस्तक पढ़ा।
(ख) भेड़िये ने बकरियाँ मार डाले।
(ग) मुझ से पत्र लिखी नहीं गई।
(घ) सुरूपा से पतीली छुआ नहीं गया।
कर्मवाच्य के अन्य उदाहरण –
(क) इंग्लैण्ड ने पाँच मेच खेले ।
(ख) मनुष्य ने सभ्यता का विकास किया।
(ग) कृष्ण ने उपदेश दिया।
(घ) बालिकाओं ने समूह-नृत्य किया।
(ङ). शिवानी द्वारा पत्र लिखा जाता है।
(च) छात्रों द्वारा अध्ययन किया जाता है।
(छ) दयानन्द जी ने अंध-विश्वास मिटाए।
(ज) प्रधानमंत्री द्वारा विकास किया जाएगा।
विशेष –
(1) कर्मवाच्य में ‘को’ तथा ‘से’ का प्रयोग।
(क) युवाओं को आगे बढ़ना है।
(ख) लड़की से पाठ पढ़ा नहीं जाता।
इस वाक्यों में ‘को’ तथा ‘से’ विभक्तियों का प्रयोग कर्म कारक तथा करण कारक की भाँति नहीं हुआ है। इन वाक्यों में ‘को’ तथा ‘से’ कर्ता कारक की विभक्तियों की भाँति प्रयुक्त हुए हैं।
कर्ता के साथ ‘को’ विभक्ति का प्रयोग तब होता है जब आवश्यकता या अनिवार्यता दिखाई जाती है। कर्ता के साथ ‘से’ विभक्ति तब प्रयुक्त होती है जब क्रिया से कर्ता की असमर्थता बताई जाती है।
भाववाच्य
जब क्रिया कर्ता या कर्म के अनुसार न होकर अपने भाव रूप अथवा मूल रूप में आती है, तो उसे भाववाच्य कहा जाता है। भाववाच्य की क्रियाएँ सदा ‘एकवचन पुंल्लिंग’ रहती हैं। वे कर्ता या कर्म के अनुसार रूप नहीं बदलती।
कुछ उदाहरण
(क) वृद्ध व्यक्ति से चला नहीं जाता।
(ख) उर्मिला से नाचा नहीं जाता।
(ग) नदी स्वच्छ की गई।
(घ) फिल्म को देखा जाना चाहिए।
(ङ) उसे झुकना पड़ा।
(च) आखिर पकड़ा ही गया चोर।
(छ) अहंकारी को झुकना होगा।
विशेष- (i) भाववाच्य के प्रयोग के विविध प्रकार
(1) अशक्ति या लाचारी का भाव व्यक्त करने के लिए जिसमें ‘नहीं’ का प्रयोग आवश्यक है। ऐसा प्रयोग नकारात्मक (नहीं युक्त) वाक्यों में ही होता है, जैसे(क) बच्चे से हँसा नहीं जाता।
(ख) छात्राओं से गाया नहीं जाता।
(2) इसी प्रकार नहीं बनता’ का भी प्रयोग होता है, जैसे
(क) मुझसे कहते नहीं बनता।
(ख) रवि से लिखते नहीं बनता।
(3) सहायक क्रिया जाना’ का प्रयोग
(क) उद्यान लगाया गया।
(ख) पहाड़ काटे गए।
(4) बाध्यता का कर्तव्य बोध के लिए प्रयोग
(क) तुम सब को जाना है।
(ख) मुझे पढ़ना पड़ रहा था।
(ग) जितना हो व्यायाम करना चाहिए।
वाच्य परिवर्तन
कुछ विद्वानों का मत रहा है कि हिन्दी में वाच्य परिवर्तन प्रायः नहीं होता। पं. किशोरीदास बाजपेयी भी ऐसा ही मानते हैं। आज हिन्दी में वाच्य-परिवर्तन का जो रूप है वह अँग्रेजी के अनुकरण पर है। कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य में परिवर्तन ‘एक्टिव वाइस’ को ‘पैसिव वाइस’ में बदलने के आधार पर प्रचलित है।
वाच्य परिवर्तन का अर्थ है-एक वाच्य की क्रिया को दूसरे वाच्य की क्रिया में परिवर्तित किया जाना।
कर्तृवाच्य को कर्मवाच्य में परिवर्तित करना-निम्नलिखित वाक्यों को ध्यान से देखिए
(क) प्रवीणा पुस्तक पढ़ती है।
(ख) प्रवीणों द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है।
(क) ग्वाला दूध दुह रहा है।
(ख) ग्वाले द्वारा दूध दुहा जा रहा है।
उपर्युक्त वाक्यों में (क) वाक्य कर्तृवाच्य में है तथा (ख) वाक्य कर्मवाच्य है। अतः कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य बनाते समय
(1) कर्तृवाच्य के कर्ता और कर्म की विभक्तियाँ बदली जाती हैं। कर्ता के साथ ‘से’, के द्वारा या द्वारा लगाया जाता है।
(2) कर्तृवाच्य वाक्य की मुख्य क्रिया को सामान्य भूतकाल ( धोया, पढ़ा, लिखा आदि) में बदला जाता है तथा सहायक क्रिया जाना’ का रूप मुख्य क्रिया के वचन, पुरुष तथा लिंग के अनुसार (जाता, जाते, जाती, जातीं) बदल दिया जाता है।
उदाहरण –
कर्तृवाच्य को भाववाच्य में परिवर्तन करना
निम्नलिखित वाक्यों को ध्यान से देखिए
(क) प्रिया नहीं देखती है। (क) प्रिया से नहीं देखा जाता।
(ख) गाय नहीं चल पाती। (ख) गाय से नहीं चला जाता।
उपर्युक्त वाक्यों में (क) वाक्य कर्तवाच्य हैं तथा (ख) वाक्य उनके भाववाच्य में परिवर्तित रूप हैं।
(1) अतः कर्तृवाच्य से भाववाच्य बनाते समय कर्ता के आगे, ‘से’, ‘के द्वारा’ अथवा ‘द्वारा लगाया जाता है।
(2) मुख्य क्रिया को सामान्य भूत की क्रिया (चला, पढ़ा, देखा आदि रूप) में बदल जाता है।
(3) ‘जाना’ क्रिया को एकवचन, पुल्लिंग रखते हुए कर्तृवाच्य वाक्य की क्रिया के काल में बदल जाता है।
उदाहरण-
कर्मवाच्य तथा भाववाच्य से कर्तृवाच्य में परिवर्तन
कर्मवाच्य और भाववाच्य से कर्तृवाच्य में परिवर्तन की विधियाँ पूर्वोक्त रीतियों के विपरीत होती हैं। नीचे दिए गए वाक्यों को ध्यान से देखिए
(क) राम द्वारा पुस्तक पढ़ी जाएगी। – राम पुस्तक पढ़ेगा।
(ख) गौरव से चला नहीं जाता। – गौरव नहीं चलता।
उपर्युक्त वाक्य (के) और (ख) क्रमशः कर्मवाच्य और भाववाच्य के हैं। उनके सामने लिखे वाक्य कर्तृवाच्य में है।
कर्मवाच्य के द्वारा’ तथा ‘पढ़ी जाएगी’ के स्थान पर कर्तृवाच्य में केवल ‘पढ़ेगा’ रह जाता है। ‘पढ़ना’ क्रिया सामान्य भूत से सामान्य भविष्यत् में बदल गयी है। इसी प्रकार भाववाच्य में परिवर्तन होकर कर्तृवाच्य बना है। आगे दिए गए उदाहरणों से परिवर्तन करना और भी स्पष्ट हो जाएगा।
उदाहरण –
उदाहरण –
RBSE Class 10 Hindi व्याकरण वाच्य परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों के वाच्य लिखिए
(क) निशा रामायण पढ़ती है।
(ख) बादल बरस रहे हैं।
(ग) लुटेरों द्वारा व्यापारी को लूटा गया।
(घ) विद्वानों द्वारा ग्रन्थ लिखे गए।
(ङ) भिखारी से चला नहीं जाता।।
उत्तर:
(क) कर्तृवाच्य
(ख) कर्तृवाच्य
(ग) कर्मवाच्य
(घ) कर्मवाच्य
(ङ) भाववाच्य ।
प्रश्न 2.
कर्मवाच्य के छः उदाहरण वाक्य लिखिए।
उत्तर:
(क) प्रभात द्वारा गीत सुनाया गया।
(ख) धुवा द्वारा कपड़े खरीदे गए।
(ग) मुख्यमंत्री द्वारा शपथ ली गई।
(घ) उपद्रवियों द्वारा आग लगाई जा रही है।
(ङ) छात्रों द्वारा परीक्षा दी जा रही है।
(च) व्यापारियों द्वारा दुकानें बंद रखी गई हैं।
प्रश्न 3.
कर्तृवाच्य की परिभाषा और दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
वाक्य में जब क्रिया कर्ता के लिंग, वचन और पुरुष का अनुकरण करती है तो उसे कर्तृवाच्य कहा जाता है, जैसे
(क) युवक मतदान करने जाते हैं।
(ख) परमेश ने गंगा-स्नान किया।
प्रश्न 4.
“छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रगान गाया गया। इस वाक्य में वाच्य को उल्लेख करते हुए उसकी परिभाषा भी लिखिए।
उत्तर:
उपर्युक्त वाक्य कर्मवाच्य में है। जब वाक्य की क्रिया कर्म के लिंग, वचन और पुरुष का अनुसरण करती है तो वह कर्मवाच्य होती है।
प्रश्न 5.
भाववाच्य की परिभाषा दीजिए तथा दो उदाहरण भी दीजिए।
उत्तर:
जब वाक्य में क्रिया कर्ता या कर्म के अनुसार न होकर अपने भाव रूप या मूल रूप में प्रयुक्त होती है तो उसे भाववाच्य कहा जाता है। जैसे
(क) बच्चे से खेला नहीं जाता।
(ख) मच्छर मारे नहीं जा पाते।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित वाक्यों को कोष्ठकों में दिए निर्देशों के अनुसार बदलिए
(क) नेताओं द्वारा भाषण दिए गए। (कर्तृवाच्य)
(ख) ग्रामीणों ने अजगर को पकड़ लिया। (कर्मवाच्य)
(ग) उससे दुख कहा नहीं जाता। (कर्तृवाच्य)
प्रश्न 7.
कोष्ठकों में दिए निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन कीजिए।
(क) बच्चों द्वारा अच्छा कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। (कर्तृवाच्य)
(ख) बालक पत्र लिखता है। (कर्मवाच्य)
(ग) बच्चे खेलेंगे। (भाववाच्य)
(घ) मुझसे खाना खाया गया। (कर्तृवाच्य)
उत्तर:
(क) बच्चों न अच्छा कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
(ख) बालक द्वारा पत्र लिखा जाता है।
(ग) बच्चों से खेला जाएगा।
(घ) मैंने खाना खाया।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित वाक्यों में वाच्य का नाम निर्देश कीजिए
(क) तुम शोर क्यों मचाते हो?
(ख) बाढ़ पीड़ितों में खाद्य सामग्री बाँटी जा रही है।
(ग) क्या तुमसे इतनी देर बैठा जायेगा।
(घ) तुम पतंग नहीं उड़ा सकते।
उत्तर:
(क) कर्तृवाच्य,
(ख) कर्मवाच्य,
(ग) भाववाच्य,
(घ) कर्तृवाच्य।
प्रश्न 9.
वाच्य का नाम-निर्देश कीजिए
(क) आइए, नहाया जाय।
(ख) सुशीला ने योग्यता प्राप्त की।
(ग) उसकी धुंआधार तारीफ की गई।
(घ) यहाँ इकट्ठा न हुआ जाए।
उत्तर:
(क) भाववाच्य,
(ख) कर्तृवाच्य,
(ग) कर्मवाच्य,
(घ) भाववाच्य।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित वाक्यों का वाच्य परिवर्तन कीजिए
(क) बालक पत्र लिखता है। (कर्मवाच्य में)
(ख) राम नहीं सोता। (भाववाच्य में)
(ग) बच्चों से खेला जायेगा। (कर्तृवाच्य में)
(घ) बच्चे जगह-जगह पेड़ लगा रहे हैं। (कर्मवाच्य में)
उत्तर:
(क) बालक द्वारा पत्र लिखा जाता है।
(ख) राम से सोया नहीं जाता।
(ग) बच्चे खेलेंगे।
(घ) बच्चों द्वारा जगह-जगह पेड़ लगाए जा रहे हैं।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित वाक्यों में निर्देशानुसार उत्तर दीजिए
(क) घायल होने के कारण वह उड़ नहीं पाया। (भाववाच्य में बदलिए)
(ख) उन्होंने दोनों भाइयों को पढ़ाया। (कर्मवाच्य में बदलिए)
(ग) श्रृद्धालु काशीवासियों द्वारा इस सभा का आयोजन किया जाता है। (कर्तृवाच्य में बदलिए)
(घ) मोहिनी क्षणभर के लिए भी शांत नहीं बैठती है। (भाववाच्य में बदलिए)
उत्तर:
(क) घायल होने के कारण उससे उड़ा नहीं गया।
(ख) उनके द्वारा दोनों भाइयों को पढ़ाया गया।
(ग) श्रद्धालु काशीवासी इस सभा का आयोजन करते हैं।
(घ) मोहिनी से क्षणभर के लिए भी शांत नहीं बैठा जाती है।
प्रश्न 12.
निर्देशानुसार उत्तर दीजिए –
(क) आओ ! कुछ बातें करें। (कर्मवाच्य में बदलिए)
(ख) हमने उसको अच्छे संस्कार देने का प्रयास किया। (कर्मवाच्य में बदलिए)
(ग) आपके द्वारा उसके विषय में क्या सोचा जाता है? (कर्तृवाच्य में बदलिए)
(घ) आज निश्चित होकर सोया जायेगा। (वाच्य का भेद बताइए)
उत्तर:
(क) आओ! कुछ बातें की जाएँ।
(ख) हमारे द्वारा उसको अच्छे संस्कार देने का प्रयास किया गया।
(ग) आप उसके विषय में क्या सोचते हैं?
(घ) भाववाच्य।
प्रश्न 13.
निर्देशानुसार उत्तर दीजिए
(क) अब आश्रम में पढ़ने के लिए चलें। (भाववाच्य में बदलिए)
(ख) हम इस प्रकार का मसालेदार का खाना नहीं खाते हैं। (कर्मवाच्य में बदलिए)
(ग) कवि के द्वारा यह मादक सुन्दरता अनेक रूपों में देखी गई है। (कर्तृवाच्य में बदलिए)
(घ) आइए! स्नान किया जाए। (कर्तृवाच्य में बदलिए)
उत्तर:
(क) अब आश्रम में पढ़ने के लिए चला जाए।
(ख) हमारे द्वारा इस प्रकार का मसालेदार खाना नहीं खाया जाता है।
(ग) कवि ने इस प्रकार की मादक सुन्दरता को अनेक रूपों में देखा है।
(घ) आइए! स्नान करते हैं।
प्रश्न 14.
निर्देशानुसार उत्तर दीजिए
(क) मैंने गतवर्ष खरीदी कार बेच दी। (कर्मवाच्य बनाइए)
(ख) इस समय उसके द्वारा गीता पढ़ी जा रही होगी। (कर्तृवाच्य में बदलिए)
(ग) किसी के द्वारा दरवाजा खटखटाया जा रहा है। (कर्तवाच्य में बदलिए)
(घ) तुम टहल ही नहीं सकते हो। (भाववाच्य का रूप बताइए)
उत्तर:
(क) मेरे द्वारा गतवर्ष खरीदी गई कार बेच दी गई।
(ख) इस समय वह गीता को पढ़ा रहा होगा/रही होगी।
(ग) कोई दरवाजा खटखटा रहा है।
(घ) तुमसे टहला नहीं जा सकता है।
प्रश्न 15.
निर्देशानुसार उत्तर दीजिए
(क) माँ रो भी नहीं सकती। (भाववाच्य में बदलिए)
(ख) मंत्री जी ने राहत-सामग्री बँटवाई। (कर्मवाच्य में बदलिए)
(ग) उनके द्वारा कैप्टन की देशभक्ति का सम्मान किया गया। (कर्तृवाच्य बनाइए)
(घ) चलिए, अब सोया जाए। (कर्मवाच्य में बदलिए)
उत्तर:
(क) माँ से रोया भी नहीं जाता।
(ख) मंत्री जी द्वारा राहत सामग्री बँटवाई गई।
(ग) उन्होंने कैप्टन की देश-भक्ति का सम्मान किया।
(घ) चलिए, अबे (हमारे द्वारा) सोने को चला जाय।
भाववाच्य में बदलिए
- बच्चा रोता है।
- वह चुपचाप नहीं बैठ सकता।
- मैं अब चल नहीं सकता।
- गीता चल नहीं सकती।
- अब मैं चल नहीं सकता।
- मैं सोच नहीं सकता।
- मैं इस तरह बैठ ही नहीं सकता।
- कछुआ दौड़ नहीं सका।
- मैं चुपचाप नहीं रह सकता।
- चलो, अब सोते हैं।
- मैं अब सो नहीं सकता।
- वह बेचारी तो बैठ भी नहीं सकती।
- आओ, आज नहर में तैर लें।
- चलो, छत पर सोएँ।
- बच्चा नहीं पढ़ता।
- ईना नहीं सोती।
उत्तर:
- बच्चे से रोया जाता है।
- उससे चुपचाप बैठा नहीं जाता।
- मुझसे अब चला नहीं जाता।
- गीता से चला नहीं जाता।।
- अब मुझसे चला नहीं जाता।
- मुझसे सोचा नहीं जा सकता।
- मुझसे इस तरह बैठा ही नहीं जा सकता।
- कछुए से दौड़ा नहीं गया।
- मुझसे चुपचाप नहीं रहा जाता।
- चलो अब सोया जाए।
- मुझसे अब सोया नहीं जाता।।
- उस बेचारी से तो बैठा भी नहीं जाता।
- आओ, नहर में तैरा जाए।
- छत पर सोया जाए।
- बच्चे से पढ़ा नहीं जाता।
- ईना से सोया नहीं जाता।
कर्मवाच्य में बदलिए
- मैंने खाना खाया।
- सोहन सिनेमा नहीं देखता।
- ज्योति कौर अच्छी तरह नहीं चलाती।
- तानसेन को ‘संगीत सम्राट’ भी कहते हैं।
- मैं दरवाजा नहीं खोल सकता।
- नीरज पतंग नहीं उड़ा रहा है।
- लेखक पुस्तक लिख रहा है।
- लड़कियों ने देश-प्रेम का एक मार्मिक गीत सुनाया।
- मंत्री जी कंबल बाँट रहे हैं।
- आपने चिट्ठियाँ लिखी होंगी।
- वह कभी भी कटु वचन नहीं बोलता।।
- उस घर में मजदूर काम कर रहे हैं।
- चुनावों की घोषणा हुई।
- देव पुस्तक पढ़ता है।
- अमर पुरस्कार प्राप्त करता है।
उत्तर:
- मेरे द्वारा खाना खाया गया।
- सोहन द्वारा सिनेमा नहीं देखा जाता।
- ज्योति से कार अच्छी तरह नहीं चलाई जाती।
- तानसेन को ‘संगीत सम्राट’ भी कहा जाता है।
- मुझसे दरवाजा नहीं खोला जा सकता।
- नीरज द्वारा पतंग नहीं उड़ाई जा रही है।
- लेखक द्वारा पुस्तक लिखी जा रही है।
- लड़कियों द्वारा देश-प्रेम का एक मार्मिक गीत सुनाया गया।
- मंत्री जी द्वारा कंबल बाँटा जा रहा है।
- आप द्वारा चिट्ठियाँ लिखी गई होंगी।
- उसके द्वारा कभी कटुवचन नहीं बोले जाते।
- उस घर में मजदूरों द्वारा काम किया जा रहा है।
- चुनावों की घोषणा की गई।
- देव द्वारा पुस्तक पढ़ी जाती है।
- अमर द्वारा पुरस्कार प्राप्त किया जाता है।
कर्तृवाच्य में बदलिए
- अमित से दौड़ा नहीं जाता।
- मोहन से पढ़ा नहीं जाती।
- उर्दू में लिखित पत्र मुझसे नहीं पढ़ा जाएगा।
- उनके द्वारा इस झगड़े की पूरी जाँच की गई।
- सुनीता विलियम्स द्वारा उद्घाटन किया गया।
- उन लड़कों द्वारा हम सबको मूर्ख बनाया गया है।
- हमसे यह दृश्य देखा नहीं जाता।
उत्तर:
- अमित दौड़ नहीं सकता है।
- मोहन पढ़ नहीं सकता है।
- मैं उर्दू में लिखित पत्र नहीं पढ़ सकेंगा।
- उसने इस झगड़े की पूरी जाँच की।
- सुनीता विलियम्स ने उद्घाटन किया।
- उन लड़कों में हम सब को मूर्ख बनाया।
- हम यह दृश्य नहीं देख सकते।
RBSE Class 10 Hindi व्याकरण वाच्य अभ्यास प्रश्न
निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन करें
प्रश्न 2. चार कर्तृवाचक वाक्य लिखिए।
प्रश्न 3. चार कर्मवाचक वाक्य लिखिए।
प्रश्न 4. चार भाववाच्य वाक्य लिखिए।
प्रश्न 5. निम्नलिखित में से कर्मवाचक वाक्य छाँटकर लिखिए
(क) प्रदर्शनी में सैकड़ों व्यापारियों ने स्टाल लगाए हैं।
(ख) ट्रंप के आदेशों पर न्यायालय द्वारा रोक लगाई गई।
(ग) तुम तो ठीक से चल भी नहीं पाते।
(घ) कानून किसके द्वारा तोड़ा गया?
(ङ) शासन चलाना सबके वश की बात नहीं।
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