Rajasthan Board RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 6 My Wood
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 6 Textual Activities
Choose the correct option :
Question 1.
What, according to the author, does a property make us?
(a) proud
(b) greedy
(c) heavy
(d) sad
Answer:
(c) heavy
Question 2.
The essay ‘My Wood’ discusses the author’s feelings regarding …….
(a) the ownership of the property
(b) the neighbour’s property
(c) the adverse effects of the property
(d) all of these
Answer:
(a) the ownership of the property
Answer the following questions in 15-20 words each :
Question 1.
How did the author get money to buy a wood?
लेखक को जंगल खरीदने के लिए धन कहाँ से मिला था?
Answer:
The author got the money when people bought his book to read.
लेखक को धन लोगों द्वारा उसकी किताब खरीदने से मिला था।
Question 2.
What is the adverse effect of the property on the character of the author?
सम्पत्ति का लेखक के चरित्र पर क्या बुरा प्रभाव पड़ा?
Answer:
The author is adversely effected with the feeling of heaviness.
लेखक विपरीत रूप से प्रभावित हुआ था उसमें भारीपन की भावना आ गई थी।
Question 3.
What allusions does the author make to prove that property acquisition creates various problems?
लेखक कौनसे अप्रत्यक्ष सन्दर्भ यह साबित करने के लिए करता है कि सम्पत्ति का अधिकार कई समस्याएँ पैदा करता है?
Answer:
The author makes the indirect reference of bird to prove that property acquisition creates various problems. He wants to extend his property.
लेखक अप्रत्यक्ष सन्दर्भ में पक्षी की बात यह साबित करने के लिए देता है कि सम्पत्ति का अधिकार बहुत-सी समस्याओं को जन्म देता है। वह अपनी सम्पत्ति को बढ़ाना चाहता है।
Question 4.
What three things does the property make the author feel?
सम्पत्ति लेखक को कौनसी तीन चीजें महसूस कराती है?
Answer:
The three things that the property makes the author feel are creation, property and enjoyment.
लेखक सम्पत्ति के बारे में तीन चीजें जो महसूस करता है वे हैं रचनात्मकता, सम्पत्ति और आनन्द।
Question 5.
What four qualities would the author like to have on his crown of possession?
कौनसे चार गुण लेखक अपने स्वामित्व के हक पर रखना चाहता है?
Answer:
The four qualities are the feeling of importance, feeling of larger property, the owner should do something, and the last is protection
चार गुण हैं, महत्त्वपूर्ण समझने की भावना, सम्पत्ति के बड़े होने की भावना, मालिक को कुछ करने की भावना और अन्तिम है सुरक्षा।
Answer the following questions in 30-40 words each :
Question 1.
What, according to the author, is “the internal defect in the soul”?
लेखक के अनुसार ‘आत्मा की आन्तरिक कमी’ क्या है?
Answer:
The internal defect in the soul that property is unattainable without material basis. It makes the desires wide enough to acquire more and more profit.
आत्मा में आन्तरिक कमी है कि सम्पत्ति बिना भौतिक आधार के अप्राप्य है। यह इच्छाओं को सम्पत्ति प्राप्त करने के लिए और अधिक बड़ी बना देती है।
Question 2.
How, according to the author, does property help in “self-development and exquisite or heroic deeds”?
लेखक के अनुसार किस प्रकार से सम्पत्ति स्व-विकास और विशिष्ट सुन्दर या नायक के कार्य करने में सहायता करती है?
Answer:
Property helps in self-development and exquisite or heroic deeds because of the materialistic attitude of our life on the earth. We always suffer with the desire of possession of property.
सम्पत्ति स्व-विकास और विशिष्ट सुन्दर या नायक के कार्य करने में हमारी सहायता करती है क्योंकि हमारा दृष्टिकोण भौतिक हो गया है। हम हमेशा सम्पत्ति के हक की भावना से परेशान होते रहते हैं।
Question 3.
What does the author mean by “a sinister trinity in the human mind”?
लेखक का “मानव मन की बुरी एकता” से क्या तात्पर्य है?
Answer:
The author means by materialistic basis of human life. It pushes us towards a substitute of property.
लेखक का तात्पर्य मानव जीवन के भौतिकवादी आधार से है। यह हमें सम्पत्ति के अन्य विकल्पों की ओर धकेलती है।
Question 4.
Of what dangers does the author warn the readers?
लेखक पाठकों को किन खतरों के प्रति चेतावनी देता है?
Answer:
The author warns the reader against the dangers of being psuedo creative, intensely selfish and wearing the crown of possession. He also tells that Bolshies will take off whatever one has collected.
लेखक पाठकों को छद्म रचनात्मक, अत्यधिक स्वार्थी और अधिकार के मुकुट को पहनने के प्रति चेतावनी देता है। वह यह भी कहता है कि क्रान्तिकारी उनके द्वारा इकट्ठा किया सब ले जायेंगे।
Answer the following questions in about 150 words each :
Question 1.
Explain, with reference to the context, the following extracts from the essay :
(a) Property produces men of weight.
(b) Property is sinful.
सन्दर्भ व प्रसंग सहित निम्न की व्याख्या कीजिए
(a) सम्पत्ति भारी व्यक्तियों को पैदा करती है।
(b) सम्पत्ति पाप से परिपूर्ण है।
Answer:
Reference to Context-These two lines have been taken from E.M. Forster’s essay ‘My Wood’. He talks about the ownership of property here.
Explanation-
(a) Property produces men of weight-This line means that property makes a man important. Here the word ‘weight’ refers to important. The essayist says that such a man does not have any concern to the common man. He becomes wicked and does not think about anyone who is common. He cleverly wants to take hold of the property that is there before him. The property makes his mind in the similar manner. Thus he considers himself above the other persons of society.
(b) Property is sinful-The author means this line that all the vices or bad virtues are developed due to property. In order to be prosperous they do not pay attention to anything which is related to the training of God. The man does not have enough time to think about the teachings of God or he never reads the holy scriptures. He does not even think of having a holy dip in the Jordan river. They reach to those grounds where no one goes to them. Thus the essayist says that property is sinful.
सन्दर्भ व प्रसंग – यह दो पंक्तियाँ E.M. फॉस्टर के निबन्ध ‘My Wood’ से ली गई हैं। इन पंक्तियों में वह सम्पत्ति के मालिकाना हक की बात करता है।
(a) सम्पत्ति भारी व्यक्ति पैदा करती है-इन पंक्तियों का तात्पर्य है कि सम्पत्ति महत्त्वपूर्ण व्यक्ति पैदा करती है। यहाँ पर ‘भारी’ शब्द का तात्पर्य महत्त्वपूर्ण से है। निबन्ध लेखक कहता है कि इस प्रकार के व्यक्तियों का साधारण आदमी से कोई सम्बन्ध नहीं रहता है। वह दुष्ट बन जाता है और वह किसी अन्य के बारे में नहीं सोचता है जो कि साधारण है। वह चतुरता से सम्पत्ति हथियाना चाहता है जो कि उसके समक्ष है। सम्पत्ति उसके मन को इसी प्रकार का बना देती है। इस प्रकार से वह अपने आपको समाज के अन्य लोगों से ऊपर समझता है।
(b) सम्पत्ति पाप से भरी है-लेखक का इस पंक्ति से तात्पर्य है कि सभी दुर्गुण या बुरे गुण सम्पत्ति के कारण ही विकसित होते हैं। समृद्धशाली बनने के लिए वे किसी और पर कोई ध्यान नहीं देते हैं जो कि भगवान की शिक्षाओं से सम्बन्धित है। उस आदमी के पास भगवान की शिक्षाओं के लिए सोचने के लिए। पर्याप्त समय नहीं है या वह धर्म-ग्रन्थ नहीं पढ़ता है। उसके पास जोर्डन नदी में स्नान के लिए पर्याप्त समय नहीं है। वे उस जगह पहुँच जाते हैं जहाँ कोई नहीं जाता है। इस प्रकार से निबन्ध लेखक कहता है कि सम्पत्ति पापपूर्ण है।
Question 2.
What would you do if you had a wood? Elaborate (with examples) the reasons for it.
तुम क्या करते यदि तुम्हारे पास जंगल होता? विस्तार से (उदाहरण सहित) इसके कारण दीजिए।
Answer:
If I had a wood, I would like to be a calm, satisfied owner. I shall not consider myself an important man. I shall try to preserve my wood from encroachment. To protect my land is my prime duty. I shall look after the land very well. I shall make my wood beautiful by planting trees and bushes of flowers. One should have a broad view. If one has good and sufficient property, those who are poor and needy should be helped. They should be given adequate opportunity in my wood where they can work and earn enough money so that they can look after themselves. Having property does not mean to be wicked.
यदि मेरे पास जंगल होता, मैं एक शांत, सन्तुष्ट मालिक बनना चाहता। मैं अपने आपको महत्त्वपूर्ण व्यक्ति नहीं मानता। मैं मेरे जंगल की रक्षा करने का प्रयास करता कि उस पर अतिक्रमण नहीं हो। मेरी जमीन की सुरक्षा करना मेरा प्राथमिक कार्य है। मैं बहुत अच्छी तरह से जमीन की देखभाल करता। मैं मेरे जंगल को पौधे और फूलों की झाड़ियाँ लगाकर सुन्दर बनाता। किसी को वृहत् दृष्टिकोण रखना चाहिए। यदि किसी के पास अच्छी और पर्याप्त सम्पत्ति है तो उसे गरीब और जरूरतमंद लोगों की सहायता करनी चाहिए। उन्हें पर्याप्त अवसर मेरे जंगल में देकर जहाँ वे काम करके पर्याप्त धन कमा सकें जिनसे कि वे अपनी देखभाल कर सकें। सम्पत्ति रखने का तात्पर्य दुष्ट होने से नहीं है।
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Essays Chapter 6 Additional Questions
Answer the following questions in 60 words each :
Question 1.
What was effect of the book written by him on his personal life?
उसके द्वारा लिखी गई पुस्तक का उसके व्यक्तिगत जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा?
Answer:
The author has written a book which was widely bought and read by Americans He had a very good sale of books. He earned a very good amount from the book. He bought a land from that money. It was not very large. He was proud of that.
लेखक ने एक पुस्तक लिखी है जो कि अमरीकी लोगों द्वारा बहुत अधिक खरीदी और पढ़ी गयी थी। उसके पास पुस्तकों की अच्छी बिक्री हुई थी। उसने उस किताब से अच्छा पैसा कमाया था। उसने उस पैसे से एक जमीन खरीदी थी। यह ज्यादा बड़ी नहीं थी। वह उस पर घमण्ड करता था।
Question 2.
What did the author think when the bird flew into other’s area?
लेखक ने क्या सोचा जब पक्षी उड़कर दूसरे के क्षेत्र में चला गया?
Answer:
The author was proud of his land. There was a bird on a tree. He was happy to see the bird. When the bird flew and entered into another person’s land, he was very sad. He wanted to buy that land also. He thought of rounding off his property. He was sad because he could not buy that land due to lack of money.
लेखक अपनी जमीन पर गर्व करता था। वहाँ एक पेड़ पर एक पक्षी था। वह पक्षी को देखकर प्रसन्न हो रहा था। जब पक्षी उड़ा और दूसरे व्यक्ति की भूमि में चला गया, वह बहुत दु:खी हुआ था। वह उस जमीन को भी खरीदना चाहता था। वह अपनी सम्पत्ति को पूर्ण करने की सोच रहा था। वह दु:खी था क्योंकि वह धन की कमी के कारण उस जमीन को नहीं खरीद सकता था।
Question 3.
What did the author think of the trees in the lesson?
अध्याय में लेखक ने पेड़ों के बारे में क्या सोचा?
Answer:
There were not many trees in the wood. He started to think of planting more trees so that he could fill the gap between the trees. It would be good for the wood. At the same moment the author thought of some other plan about the trees. He thought of cutting down all the trees. He wanted to have a wood without any tree. There were different ideas coming into the mind of the author about the trees.
जंगल में ज्यादा पेड़ नहीं थे। वह और अधिक पेड़ लगाने के बारे में सोचने लगा जिससे कि वह पेड़ों के बीच में खाली स्थान को भर सके। यह जंगल के लिए अच्छा होगा। उसी समय लेखक पेड़ों के बारे में किसी अन्य योजना को सोचने लगा था। उसने समस्त पेड़ों को कटवाने के बारे में सोचा था। वह बिना किसी पेड़ के जंगल रखना चाहता था। पेड़ों के बारे में लेखक के मन में विभिन्न प्रकार के विचार आ रहे थे।
Question 4.
What did the ladies of educational tendencies do in the forest?
जंगल में शैक्षिक दृष्टिकोण वाली महिलाओं ने क्या किया था?
Answer:
The ladies of educational tendency visited the wood. At that time they were all thinking of their next classes. They took all the small yellow wild flowers. They wanted to show those small yellow flowers into their Monday classes. In this way that wood was also useful for the visitors.
शैक्षिक दृष्टिकोण वाली महिलाएँ जंगल घूमने आयी थीं। उस समय वे अपनी अगली कक्षाओं के बारे में सोच रही थीं। वे छोटे जंगली पीले फूलों को ले गई थीं। वे उन सब छोटे पीले फूलों को अपनी सोमवार की कक्षा में दिखाना चाहती थीं। इस प्रकार से वह जंगल घूमने वालों के लिए भी उपयोगी था।
Question 5.
What type of tendency is shown in this chapter?
किस प्रकार का दृष्टिकोण इस अध्याय में दिखाया गया है?
Answer:
In this chapter the author wanted to show the tendency of having a thing. When one had a thing he wanted to have another thing. A kind of greed increases in the mind of the man. If you have lot of things you would require a lot of other things for them also. This attitude is written in this lesson.
इस अध्याय में लेखक किसी वस्तु को रखने का दृष्टिकोण बताना चाहता था। जब किसी के पास कोई वस्तु होती है वह दूसरी वस्तु रखना चाहता है। आदमी के मन में एक प्रकार का लालच जन्म लेता है और बढ़ता जाता है। यदि आपके पास बहुत सारी वस्तुएँ हैं तो आपको दूसरी अन्य बहुत सारी वस्तुएँ चाहिए। यह दृष्टिकोण इस अध्याय में लिखा गया है।
Answer the following questions in 80 words each :
Question 1.
What is the opinion of different scholars about property?
सम्पत्ति के बारे में विभिन्न विद्वानों की क्या राय है?
Answer:
Scholars say the person who owns property is very busy in protecting the property. He never spares time for anything else. In this discussion many have taken part. The Gospels say that property is sinful. Tolstoy also says that property is sinful. They say that property makes a man, “a man of weight”. Many vices come along the property. The author had himself said when he owned the wood, he started feeling himself very heavy
विद्वान यह कहते हैं कि व्यक्ति जो सम्पत्ति का मालिक होता है वह सम्पत्ति की रक्षा में बहुत व्यस्त हो जाता है। वह कभी किसी अन्य के लिए समय नहीं बचाता है। इस चर्चा में बहुत लोगों ने भाग लिया है। ईसा की शिक्षायें कहती हैं कि सम्पत्ति पाप से परिपूर्ण है। टॉलस्टॉय भी कहता है कि सम्पत्ति पाप से परिपूर्ण है। वे कहते हैं कि सम्पत्ति व्यक्ति को ‘‘वजनदार आदमी” बनाती है। बहुत से अवगुण सम्पत्ति के साथ आते हैं। लेखक स्वयं कहता था कि जब उसके पास जंगल था तो वह अपने आपको बहुत भारी महसूस करने लगा था।
Question 2.
According to the author how is our life on earth?
लेखक के अनुसार पृथ्वी पर हमारा जीवन कैसा है?
Answer:
The author has described in the essay that we the all human beings are burning with a desire for ownership. Everybody is running behind wealth and property. We all want to have something so that we can express our pride over that. Our life on this earth is materialistic and carnal. We want to have something and we are entangled in the cobwebs. The author advises us that we have to learn to manage our attitude towards materialism.
लेखक ने निबन्ध में बताया है कि हम सब मानव स्वामित्व की इच्छा से जल रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति धन और सम्पत्ति के पीछे भाग रहा है। हम सभी कुछ रखना चाहते हैं जिससे कि हम अपना गर्व उस पर प्रदर्शित कर सकें। पृथ्वी पर हमारा जीवन भौतिकवादी और शारीरिक है। हम कुछ रखना चाहते हैं और हम इस मकड़जाल में उलझे हुए हैं। लेखक हमें सलाह देता है कि हमें हमारे भौतिकवाद के प्रति दृष्टिकोण को व्यवस्थित करना सीखना है।
Question 3.
What fear hovers over the mind of the author?
लेखक के मन पर किस प्रकार का डर हावी है?
Answer:
The author is the owner of a wood. There are blackberries and some yellow green flowers. Everyone takes them according to their needs. He wants to build a fence so that he can really taste the sweets of property. The author wants to wear the crown of ownership. The author fears from encroachers. He also has fear of Bolshies who may take his property.
लेखक एक जंगल का मालिक है। वहाँ पर कुछ काले बेर और पीले फूल हैं। प्रत्येक व्यक्ति उन्हें अपनी आवश्यकतानुसार ले जा रहा है। वह एक बाड़ बनाना चाहता है जिससे कि वह सम्पत्ति के मीठेपन का स्वाद चख सके। वह मालिकाना हक का ताज भी पहनना चाहता है। लेखक को अतिक्रमियों से डर है। उसे यह भी डर है कि बोलशी आकर उसकी सम्पत्ति ले जा सकते हैं।
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