Rajasthan Board RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Poems Chapter 4 Work without Hope
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Poems Chapter 4 Textual Activities
Comprehension
(A) Tick the correct alternative :
Question 1.
Whom does the speaker address in the poem?
(a) Work
(b) Hope
(c) Himself
(d) Winter
Answer:
(c) Himself
Question 2.
What do the words “birds are on the wing” mean?
(a) Birds are sitting on the wing
(b) Birds are resting on the other birds’ wing
(c) Birds are flying
(d) Birds are opening their wings.
Answer:
(c) Birds are flying
Answer the following questions in 15-20 words each :
Question 1.
Which creatures are representing nature in the poem?
कविता में कौनसे प्राणी प्रकृति को प्रस्तुत कर रहे हैं?
Answer:
Slugs, bees and birds are representing nature in the poem.
घोंघा, मधुमक्खियाँ तथा पक्षी कविता में प्रकृति को पेश कर रहे हैं।
Question 2.
Which is the rhyme scheme of the first stanza of the poem?
कविता के प्रथम पद्यांश में कौनसी तुक योजना है?
Answer:
In the first stanza the rhyming scheme is based on the pattern ABABBB
कविता के प्रथम पद्यांश में कविता की तुक योजना ABABBB पद्धति पर आधारित है।
Question 3.
How does the speaker describe himself in the first stanza?
वक्ता स्वयं को प्रथम पद्यांश में कैसे वर्णित करता है?
Answer:
The speaker describes himself an idle and lazy man who does not do any work in the first stanza.
कविता के प्रथम पद्यांश में वक्ता स्वयं को एक आलसी व निष्क्रिय आदमी बताता है जो कोई कार्य नहीं करता है।
Question 4.
Why is winter described as “slumbering”?
सर्दी को सोते हुए क्यों वर्णित किया गया है?
Answer:
The winter is described slumbering which means sleeping because it makes everything still and inactive.
सर्दी को सोई हुई वर्णित किया गया है, क्योंकि यह प्रत्येक चीज को शान्त एवं निष्क्रिय बना देती है।
Question 5.
Why is the first letter of ‘hope’ in line 11 capitalized?
ग्यारहवीं पंक्ति में Hope शब्द के प्रथम वर्ण को बड़ा क्यों लिखा गया है?
Answer:
The first letter of the word “hope’ has been capitalized because Hope has been personified in living form.
‘hope’ शब्द का प्रथम अक्षर बड़ा लिखा गया है क्योंकि कवि ने Hope का मानवीकरण करके उसे जीवित स्वरूप में पेश किया है।
Answer the following questions in 30-40 words each :
Question 1.
How is winter described in the poem?
कविता में सर्दी को कैसे वर्णित किया गया है?
Answer:
Winter signifies death because it makes everything inactive and still. It is compared to death. It means when a person is without work, he is like a dead person. So winter is identified in the form of death.
सर्दी मृत्यु का संकेत देती है क्योंकि यह प्रत्येक वस्तु को शान्त एवं निष्क्रिय बना देती है। इसकी तुलना मौत से की गई है। कहने का आशय है कि जब कोई व्यक्ति बिना कार्य के होता है तो वह एक मरे हुए व्यक्ति के समान है। इसलिए सर्दी की पहचान मौत के रूप में मानी गई है।
Question 2.
What does the speaker contrast himself with?
कवि स्वयं की तुलना किससे करता है?
Answer:
The speaker contrasts himself with the elements of nature and finds all of them busy and active in their routine but he does not find himself in the same situation because he is inactive.
कवि स्वयं की तुलना प्रकृति के तत्त्वों से करता है और सभी को स्वयं की दिनचर्या में व्यस्त तथा सक्रिय पाता है। लेकिन स्वयं को वैसी परिस्थिति में नहीं पाता क्योंकि वह निष्क्रिय है।
Question 3.
Why does the speaker call “streams” “rich”?
वक्ता धाराओं को धनवान क्यों कहता है?
Answer:
The poet calls the streams’, ‘rich because these are full of nectar and their water is flowing onward and getting new fields of knowledge and creativity.
कवि नदियों को धनवान कहता है क्योंकि ये नदियाँ अमृत से भरी हुई हैं तथा इनका बहता पानी आगे बढ़ता है तथा ज्ञान और उत्पत्ति के नए क्षेत्र कायम करता है।
Question 4.
What does drawing “Nectar in a Sieve” metaphorically suggest?
“छलनी में अमृत उंडेलना” में कवि क्या लाक्षणिक सुझाव देता है?
Answer:
Drawing “Nectar in a Sieve” signifies working without hope and aim. If a person has no ambition and creativity, his task can never be accomplished. So is the case with a sieve, it cannot contain anything unless there is a purpose.
“छलनी में अमृत” उड़ेलना बिना आशा और उद्देश्य के कार्य करने की ओर संकेत देता है। यदि कोई व्यक्ति बिना सृजन-क्षमता और महत्त्वाकांक्षा के किसी काम में लगता है तो उसके कार्य में पूर्णता नहीं आ सकती। छलनी के विषय में भी यही बात है, इसमें कोई वस्तु टिक नहीं सकती जब तक कि कोई उद्देश्य न हो।
Answer the following questions in about 150 words each :
Question 1.
What is the central idea of the poem? How is it developed?
कविता का केन्द्रीय भाव क्या है और यह कैसे विकसित हुआ?
Answer:
On behalf of this poem the poet discusses about the importance of Gospel in the – life of Human being. He means to say that there must be a particular aim of life and the hope to achieve the motto of life. There should be effort to achieve the target. The poet says that the men should not stand still and always remain busy in order to get better opportunity in life such as the water of the stream flows forward regularly to enjoy new ways of this world.
The birds are busy flying and every object as well as creatures are busy in their routine. The poet urges the human being to remain busy to lead a better and successful life in this world because changing is the course of nature and without movement it is not possible to create modification without doing any deed. In this way the poet likes to awake his sleeping soul to be his associate to lead a life because working is the mark of life and stability at a particular place is equal to death.
इस कविता के माध्यम से कवि मानव जीवन में लक्ष्य के महत्त्व पर चर्चा करता है। कहने का आशय यह है कि जीवन का एक निश्चित लक्ष्य होना चाहिए तथा उसके पश्चात् आशा होनी चाहिए उस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए। और उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास करना चाहिए। कवि कहता है कि मनुष्य को शान्त खड़ा नहीं रहना चाहिए तथा जीवन में अच्छे अवसर प्राप्त करने के लिए व्यस्त रहना चाहिए। जैसेकि नदी का पानी संसार के नए रास्तों का आनन्द लेने के लिए सदैव आगे बढ़ता रहता है, पक्षी उड़ते रहते हैं तथा सभी वस्तुएं एवं जीव-जन्तु अपने दैनिक क्रिया-कलाप में व्यस्त रहते हैं।
कवि मानव से प्रार्थना करता है कि वह अच्छा और सफल जीवन जीने के लिए व्यस्त रहे क्योंकि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। क्योंकि बिना हलचल के तथा बिना कोई काम किए परिवर्तन सम्भव नहीं है। इस तरह कवि अपनी सोई हुई आत्मा को जगाना चाहता है जो कि सफल जीवन जीने के लिए उसकी साथी बने क्योंकि कार्य करना जीवन का प्रतीक है तथा शान्त वे एक स्थान पर स्थाई हो जाना मृत्यु के समान है।
Question 2.
Comment on the use of contrast in the poem.
कविता में तुलना पर टिप्पणी कीजिए।
Answer:
In this poem the poet uses perfect comparison between the nature and the poet. On one hand the poet presents the busy life of all the natural elements. He says that all the nature seems at work. The birds are flying and the bees are busy in collecting nectar. The rivers are flowing and the plants are bearing leaves and flowers. The spring season is fullof various activities.
But on the other hand the poet is idle. He is inactive and does not take inspiration after seeing the active form of nature. He realises that the blooming flowers and sparkling water of the river is not for him. He is still like the winter and winter is the sign of death. This comparison teaches an important lesson to the human being to be active in order to achieve the target of life to live a happy and successful life in this mortal world.
इस कविता में कवि प्रकृति तथा स्वयं के बीच में एक अद्भुत तुलना करता है। एक तरफ कवि प्रकृति के सक्रिय प्राकृतिक तत्त्वों को पेश करता है। वह कहता है कि प्रकृति काम कर रही है, पक्षी उड़े रहे हैं तथा मधुमक्खियाँ अमृत इकट्ठा करने में व्यस्त हैं। नदियाँ बह रही हैं तथा पेड़-पौधे फूल एवं पत्तियाँ पैदा कर रहे हैं। बसंत ऋतु विभिन्न क्रिया-कलापों में व्यस्त है। लेकिन दूसरी तरफ कवि निष्क्रिय है। वह कार्य नहीं करता है तथा प्रकृति के सक्रिय रूप को देखकर कोई प्रेरणा नहीं लेता है। वह महसूस करता है कि खिले हुए फूल तथा नदियों का चमकदार पानी उसके लिए नहीं है। वह सर्दी की तरह शान्त है तथा सर्दी मृत्यु का प्रतीक है। यह तुलना एक महत्त्वपूर्ण शिक्षा देती है कि मानव को जीवन का लक्ष्य पाने के लिए तथा इस नश्वर संसार में सफल और सुखी जीवन जीने के लिए सक्रिय होना चाहिए।
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Poems Chapter 4 Additional Questions
Answer the following questions in 60-80 words each :
Question 1.
What message does the Nature give to the Human being?
प्रकृति मानव को क्या सन्देश देती है?
Answer:
Nature gives a message to Human being to remain active and cheerful to lead a successful life in this world. The whole world is full of diversity. The poet says that man should never give up hope for anything. He should be positive in life to reach his destination. He should be useful to others in order to be remembered after his departure from this world.
प्रकृति मानव को सफल जीवन जीने के लिए सक्रिय और प्रसन्न रहने का सन्देश देती है। पूरा संसार विभिन्नताओं से भरा हुआ है। कवि कहता है कि मनुष्य को किसी वस्तु के लिए आशा नहीं छोड़नी चाहिए। अपने गन्तव्य तक पहुँचने के लिए जीवन में उसे सकारात्मक रहना चाहिए। उसे दूसरों के लिये उपयोगी बनना चाहिए जिससे कि संसार से विदा होने के पश्चात् उसे याद रखा जाये।
Question 2.
What are the symbols of life and death in this poem “Work without Hope”?
इस कविता में जीवन और मृत्यु के क्या संकेत हैं?
Answer:
The poet presents winter as the sign of death because everything becomes still during winter but as soon as the spring season sets in new leaves and flowers bloom everywhere and it is the sign of new life after death so that we should not give up hope. and always remain busy in our work.
कवि सर्दी को मृत्यु के प्रतीक के रूप में दर्शाता है क्योंकि सर्दी के मौसम में प्रत्येक चीज स्थिर हो जाती है। लेकिन जैसे ही बसन्त ऋतु आती है तो चारों तरफ नई पत्तियाँ तथा फूल खिल जाते हैं और यह नए जीवन का प्रतीक है। इसलिए हमें आशा नहीं छोड़नी चाहिए और हमें सदैव अपने कार्य में व्यस्त रहना चाहिए।
Question 3.
Why is the poet unbusy in this world?
कवि इस संसार में निष्क्रिय क्यों है?
Answer:
The poet is unbusy in this world because he is not aware about the target of his life. His soul is sleeping and he is not encouraged and guided to be active and do any work. There is not any work in his life and without hope there is not any work possible, so that we should be hopeful in life.
कवि इस संसार में निष्क्रिय है क्योंकि वह अपने जीवन के लक्ष्य के प्रति सजग नहीं है। उसकी आत्मा सो रही है तथा वह उसे कोई मार्गदर्शन या दिशा-निर्देश नहीं देती है जिससे कि वह सजग रहे और काम करे। उसके जीवन में आशा के बिना कोई कार्य नहीं है तथा जीवन में बिना आशा के कोई कार्य सम्भव नहीं है अतः हमें जीवन में सदैव आशावादी होना चाहिए।
Question 4.
Why is the soul of the poet sleeping?
कवि की आत्मा क्यों सो रही है?
Answer:
The soul of the poet is sleeping because of the spell and this is the effect of the inactivity and hopelessness. The poet is hopeless and it does not make him curious to do any work and without action the poet has become equal to a dead person. In this way we can say that work can awake our soul and make us active to achieve the aim of our life to live a successful life in this world.
कवि की आत्मा जादुई प्रभाव के कारण सो रही है और यह अकर्मण्यता तथा निराशा का प्रभाव है। कवि निराश है तथा उसमें कोई कार्य करने की जिज्ञासा उत्पन्न नहीं हो रही है तथा बिना कार्य के कवि एक मृत व्यक्ति के समान है। इस तरह हम कह सकते हैं कि कार्य हमारी आत्मा को जगाता है तथा हमें जीवन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सक्रिय बनाता है जिससे कि हम इस संसार में एक सफल जीवन जीने के काबिल हो सकें।
Question 5.
How does the poet show inactivity of human being? Explain.
कवि मानव की निष्क्रियता को कैसे दर्शाता है। समझाइये।।
Answer:
The poet shows inactivity of human being by presenting various examples. He says that the man does not make. honey like the bees and he is unable to make any pair means to say the man is unable to create anything. He cannot build anything in this world and he cannot sing any song without getting inspiration of nature. So that the man should follow nature in order to be active and make his life useful and successful to be remembered after his death because every person is known by his deeds after his departure from this world:
कवि विभिन्न उदाहरण पेश करके मानव की अकर्मण्यता को दर्शाता है। वह कहता है कि मानव मधुमक्खियों की तरह शहद नहीं बनाता है तथा वह कोई जोड़ा भी नहीं बनाता है। अर्थात् वह किसी चीज की रचना नहीं कर सकता है। वह इस संसार में किसी चीज का निर्माण नहीं करता है तथा बिना प्रकृति की प्रेरणा के कोई गीत भी नहीं गा सकता है। अतः मनुष्य को सक्रिय होने के लिए प्रकृति का अनुसरण करना चाहिए जिससे कि वह सक्रिय हो सके तथा अपने जीवन को उपयोगी व सफल बना सके, जिससे कि उसे मृत्यु के पश्चात् भी इस संसार में याद किया जा सके, क्योंकि किसी भी व्यक्ति को उसके कार्य से ही इस संसार में आदर व सम्मान प्राप्त होता है।
Question 6.
Why does the poet realise that the blooming of Amaranths are not for him?
कवि ऐसा क्यों महसूस करता है कि अमरन्थों की खिली हुई पत्तियाँ व फूल उसके लिए नहीं हैं?
Answer:
The poet realises that the blooming of amaranths is not for him because he counts himself unfortunate and finds himself alone and separate from the nature. He is full of hopelessness and does not involve together with the nature but in fact the man is also an element of nature and cannot live without it and all the creativity and action of the nature are for man. It is the gift of God which has been granted to man to take inspiration to make his life easy and useful in this world.
कवि महसूस करता है कि अमरन्थों का खिलना उसके लिए नहीं है। क्योंकि वह स्वयं को बदकिस्मत समझता है तथा स्वयं को अकेला व प्रकृति से अलग समझता है। वह निराशा से भरा हुआ है तथा स्वयं प्रकृति के साथ शामिल नहीं होता है। लेकिन वास्तव में मानव प्रकृति का एक तत्त्व है तथा इसके बिना जीवित नहीं रह सकता है तथा प्रकृति की प्रत्येक रचना एवं कार्य मनुष्य के लिए ही है। यह भगवान का उपहार है जो कि मनुष्य को दिया गया है जिससे कि वह प्रेरणा ले सके तथा अपने जीवन को सुखद व उपयोगी बना सके।
Question 7.
How can we make our life immortal in this world?
हम इस संसार में अपने जीवन को अमर कैसे बना सकते हैं?
Answer:
We can make our life immortal in this world with the help of our deeds. The man is recognised and regarded in this world with the help of his works because after death the man is remembered in the form of his works so that the men should remain active and try to do works of welfare for others. Such as the bees store honey for others and the trees bear fruits and flowers for others, the river does not drink its water itself, in the same way the men ought to do work to make himself immortal in this mortal world.
हम अपने कार्य से जीवन को इस संसार में अमर बना सकते हैं। मनुष्य को इस संसार में उसके कार्यों से पहचाना जाता है तथा उसे सम्मान दिया जाता है क्योंकि मृत्यु के पश्चात् मनुष्य को उसके कार्यों के रूप में जाना जाता है। इसलिए मनुष्य को सक्रिय होना चाहिए तथा दूसरों की भलाई के कार्य करने चाहिए। जैसेकि मधुमक्खियाँ दूसरों के लिए शहद एकत्रित करती हैं, पेड़ दूसरों के लिए फल एवं फूल पैदा करते हैं, नदी अपना पानी स्वयं नहीं पीती है इसी तरह मनुष्य को स्वयं को अमर बनाने के लिए इस नश्वर संसार में कार्य करना चाहिए।
Question 8.
What is the importance of object or purpose in the life of human : being?
मानव जीवन में लक्ष्य अथवा उद्देश्य का क्या महत्त्व है?
Answer:
Object or purpose plays an important role in the life of human being because after making an object the hope develops and the expectation insists a man to do work and this action leads him towards the object of life and a particular object shows us the right direction to proceed to make our life easy and successful. In this way there must be perfect object or purpose to live a perfect life because without object we cannot do anything such as the poet is unoccupied because he has not made any particular target of his life.
मानव जीवन में लक्ष्य अथवा उद्देश्य की महत्त्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि लक्ष्य निर्धारित होने के पश्चात् आशा विकसित होती है और आशा मनुष्य को कार्य करने के लिए बाध्य करती है और यह कार्य जीवन के लक्ष्य की ओर ले जाता है और एक निश्चित लक्ष्य जीवन को सही दिशा प्रदान करता है जिससे कि जीवन आसान व सफल हो जाता है। इसलिए सफल जीवन जीने के लिए लक्ष्य अनिवार्य है क्योंकि बिना उद्देश्य के हम कोई कार्य नहीं कर सकते हैं। जैसेकि कवि निष्क्रिय है क्योंकि उसने अपने जीवन का कोई निश्चित लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है।
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