Rajasthan Board RBSE Class 11 Home Science Chapter 15 सन्तुलित आहार एवं भोज्य समूह
RBSE Class 11 Home Science Chapter 15 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के सही उत्तर चुनें –
(i) वसा एवं शर्करा मुख्य रूप से प्रदान करते हैं –
(अ) प्रोटीन
(ब) ऊर्जा
(स) विटामिन
(द) खनिज लवण
उत्तर:
(ब) ऊर्जा
(ii) सुरक्षात्मक भोज्य समूह है –
(अ) फल एवं सब्जियाँ
(ब) अनाज
(स) दालें
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(अ) फल एवं सब्जियाँ .
(iii) दुग्ध एवं दुग्ध पदार्थ में मुख्यत: पाया जाता है –
(अ) विटामिन-सी
(ब) थायमिन
(स) कैल्सियम
(द) लौह तत्त्व
उत्तर:
(स) कैल्सियम
(iv) प्रतिदिन एक वयस्क पुरुष व महिला को दालों की मात्रा (ग्राम में) लेनी चाहिए –
(अ) 50 – 60
(ब) 60 – 60
(स) 70 – 80
(द) 40 – 50
उत्तर:
(ब) 60 – 70
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
1. बीटा कैरोटीन शरीर में जाने के बाद ……… में परिवर्तित हो जाता है।
2. एक साधारण व्यक्ति को प्रतिदिन ……… अनाज का सेवन करना चाहिए।
3. खट्टे फल एवं सब्जियों में मुख्यतः ……… पाया जाता है।
4. प्राणिज भोज्य पदार्थ ……… के उच्च स्रोत हैं।
5. ……… वसा व ……… शर्करा का प्रतिदिन सेवन करना चाहिए।
उत्तर:
1. विटामिन “ए’
2. 30-40 ग्राम
3. विटामिन-‘सी’
4. प्रोटीन
5. 25 ग्राम, 30 ग्राम।
प्रश्न 3.
सन्तुलित आहार किसे कहते हैं? पोषक तत्त्वों के आधार पर भोज्य समूहों को कितने भागों में बाँटा गया है?
उत्तर:
सन्तुलित आहार:
वह आहार जिसमें पर्याप्त मात्रा में सभी पोषक तत्त्व (जैसे-कार्बोज, प्रोटीन, वसा, खनिज लवण एवं विटामिन) व्यक्ति की उम्र व लिंग के अनुसार विद्यमान हो, सन्तुलित आहार कहलाता है।
भोज्य समूह:
भोजन को उसके पोषक तत्त्वों के आधार पर मुख्य तौर पर ग्यारह भागों में बाँटा गया हैं –
- अनाज और मिलेट
- दालें
- मेवे एवं तिलहन
- सब्जियाँ
- फल
- दूध एवं दूध के पदार्थ
- अण्डा
- मांस एवं मछली
- तेल एवं घी
- शर्करा एवं कार्बोज
- मसाले।
प्रश्न 4.
पाँच आधारभूत भोज्य समूहों की तालिका बनाकर वर्गीकरण कीजिए।
उत्तर:
पाँच आधारभूत भोज्य समूह:
प्रश्न 5.
शारीरिक निर्माण वाले भोज्य समूहों को समझाइए।
उत्तर:
शारीरिक निर्माण वाले भोज्य समूह:
इनमें निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को सम्मिलित किया गया है –
- दूध एवं दूध पदार्थ,
- मांस, मछली एवं अण्डा,
- दालें, मेवे एवं तिलहन।
शारीरिक निर्माण करने वाला समूह:
प्रश्न 6.
सुरक्षात्मक भोज्य समूह को कितने भागों में बाँटा गया है? समझाइए।
उत्तर:
सुरक्षात्मक भोज्य समूह भोज्य समूह
RBSE Class 11 Home Science Chapter 15 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
RBSE Class 11 Home Science Chapter 15 बहुविकल्पीय प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प का चयन कीजिए –
प्रश्न 1.
एक वयस्क मनुष्य को प्रतिदिन के आहार में कितना अनाज आवश्यक हैं?
(अ) 100 ग्राम
(ब) 300 ग्राम
(स) 400 ग्राम
(द) 600 ग्राम
उत्तर:
(स) 400 ग्राम
प्रश्न 2.
शरीर निर्माण करने वाले भोज्य पदार्थ हैं –
(अ) दूध, दालें, मांस
(ब) दूध, पीले फल, गुड़
(स) अनाज, अण्डा, सब्जी
(द) हरी सब्जियाँ, तिलहन, शर्करा
उत्तर:
(अ) दूध, दालें, मांस
प्रश्न 3.
सुरक्षात्मक भोज्य पदार्थों में उपस्थित रहता है –
(अ) ऊर्जा
(ब) अमीनो अम्ल
(स) खनिज व विटामिन
(द) शक्ति
उत्तर:
(स) खनिज व विटामिन
प्रश्न 4.
एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन कितनी वसा ग्रहण करनी चाहिए?
(अ) 20 ग्राम
(ब) 40 ग्राम
(स) 60 ग्राम
(द) 100 ग्राम
उत्तर:
(अ) 20 ग्राम
प्रश्न 5.
कौन-सा प्रोटीन पूर्ण व उत्तम प्रकार का होता है?
(अ) अण्डे का प्रोटीन
(ब) मांस का प्रोटीन
(स) दालों का प्रोटीन
(द) दूध का प्रोटीन
उत्तर:
(द) दूध का प्रोटीन
रिक्त स्थान भरिए
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान भरिए –
1. वह आहार जिसमें शरीर के लिए आवश्य सभी पोषक तत्त्व उपस्थित होते हैं ……… कहलाता है।
2. दाल समूह में सभी ……… एवं ……… को सम्मिलित किया गया है।
3. अण्डा, मांस, मछली, मुर्गी, यकृत आदि ……… भोज्य पदार्थ हैं।
4. खट्टे फल ……… का मुख्य स्रोत हैं।
5. वसा व शर्करा मुख्यतः ऊर्जा देता हैं। इसलिए इसे ……… भी कहते हैं।
उत्तर:
1. सन्तुलित आहार
2. दालें, फलियाँ
3. प्राणिज
4. विटामिन – C
5. ईंधन समूह।
सुमेलन
स्तम्भ A तथा स्तम्भ B के शब्दों का मिलान कीजिए
स्तम्भA स्तम्भ B
अनाज, शर्करा (a) निर्माणकारी
2. दाल, मेवा (b) विटामिन-सी
3. विटामिन (c) ऊर्जा प्रदायक
4. खट्टे फल (d) सम्पूर्ण आहार
5. दूध (e) सुरक्षात्मक
उत्तर:
1. (c) ऊर्जा प्रदायक
2. (a) निर्माणकारी
3. (e) सुरक्षात्मक
4. (b) विटामिन-सी
5. (d) सम्पूर्ण आहार
RBSE Class 11 Home Science Chapter 15 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
हमें पोषक तत्त्वों की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर:
शरीर की क्रियाओं के संचालन तथा वृद्धि एवं विकास के लिए हमें पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 2.
प्रोटीन प्रदान करने वाले मुख्य स्रोतों के नाम लिखिए।
उत्तर:
दूध, अण्डा, मांस, मछली, दालें, फलियाँ आदि।
प्रश्न 3.
मुख्य तौर पर भोज्य पदार्थों को कितने भागों में बाँटा गया है।
उत्तर:
मुख्य तौर पर भोज्य पदार्थों को कुल ग्यारह भागों में बाँटा गया है।
प्रश्न 4.
ग्यारह प्रकार के भोज्य पदार्थों को सुविधा के लिए कितने खाद्य समूहों में सीमित किया गया है?
उत्तर:
पाँच भोज्य समूहों में।
प्रश्न 5.
प्रमुख अनाजों के नाम लिखिए।
उत्तर:
गेहूँ, चावल, मक्का, जौ, बाजरा, रागी आदि।
प्रश्न 6.
शर्करा के प्रमुख स्रोत बताइए।
उत्तर:
गुड़, शक्कर, चुकन्दर, गन्ना , मीठे फल।
प्रश्न 7.
ICMR का पूरा नाम लिखिए।
उत्तर:
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research).
प्रश्न 8.
कौन-से भोज्य मुख्यतः ऊर्जा प्रदान करते हैं?
उत्तर:
अनाज, वसा एवं शर्करा।
प्रश्न 9.
विटामिन B1, का अन्य नाम क्या है?
उत्तर:
विटामिन B1 का अन्य नाम थायमिन है।
प्रश्न 10.
राइबोफ्लेविन क्या हैं?
उत्तर:
विटामिन B2, का दूसरा नाम राइबोफ्लेविन है।
प्रश्न 11.
कौन-सा विटामिन वनस्पतिज भोज्य पदार्थों में नहीं पाया जाता है?
उत्तर:
विटामिन B12.
प्रश्न 12.
कन्द व मूल मुख्यतः किसके स्रोत हैं?
उत्तर:
कन्द व मूल मुख्यतः ऊर्जा के स्रोत हैं।
प्रश्न 13.
अनाज में प्रोटीन का प्रतिशत कितना होता है।
उत्तर:
अनाज में प्रोटीन का प्रतिशत 6-12 होता है।
प्रश्न 14.
कन्द व मूल के उदाहरण बताइए।
उत्तर:
आलू, शकरकन्द, अरबी, जिमीकन्द आदि।
RBSE Class 11 Home Science Chapter 15 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
एक सामान्य वयस्क पुरुष व महिला हेतु आवश्यक भोज्य पदार्थ व उनकी मात्रा की तालिका बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 2.
पाँच आधारभूत भोज्य समूह का स्तूप तैयार कीजिए।
उत्तर:
आधारभूत पाँच खाद्य समूह:
प्रश्न 3.
भोज्य समूह, “अन्य सब्जियाँ, फल एवं कन्दमूल’ के भोज्य पदार्थों, प्राप्त होने वाले मुख्य तत्त्वों तथा शारीरिक कार्यों का परिचय दीजिए।
उत्तर:
अन्य सब्जियाँ, फल एवं कन्दमूल – इस भोज्य समूह में निम्नलिखित खाद्य पदार्थ सम्मिलित किए गए हैंआलू, चुकन्दर, बैंगन, प्याज, शकरकन्द, केला, अंगूर, सेब, तरबूज आदि।
प्राप्त होने वाले तत्त्व – खनिज लवण, जल एवं रेशा।
शारीरिक कार्य – ऊर्जा प्रदान करना।
प्रश्न 4.
खाद्य समूह, “अनाज एवं मिलेट” तथा “वसा एवं शर्करा” के भोज्य पदार्थ उपस्थित तत्त्व तथा कार्यों का विवरण दीजिए।
RBSE Class 11 Home Science Chapter 15 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
शारीरिक निर्माण करने वाले भोज्य समूह का विस्तृत वर्णन कीजिए।
उत्तर:
शारीरिक निर्माण करने वाले भोज्य समूह (दालें, दुग्ध, मांस, मछली):
इस समूह के भोज्य पदार्थ मुख्यत: प्रोटीन प्रदान करने वाले हैं। प्रोटीन शरीर में होने वाली टूट-फूट की मरम्मत तथा वृद्धि एवं विकास में भाग लेता है। यह भोजन विटामिन ‘बी’; जैसे – थायमिन, राइबोफ्लेविन और नियासिन भी प्रदान करता है। अण्डा, दुग्ध एवं यकृत लौह तत्त्व एवं कैल्सियम का अच्छा स्रोत है। इस भोज्य समूह की एक सर्विंग 5 – 6 ग्राम प्रोटीन प्रदान करती है।
इस भोज्य समूह से भोजन का चयन करते समय निम्न बिन्दुओं का ध्यान रखना चाहिए –
1. दाल समूह में सभी दालों एवं फलियों को सम्मिलित किया गया हैं; जैसे-मूंग, मसूर, चना, उड़द, तुअर, मटर, साबुत दालें आदि। इससे प्राप्त होने वाली प्रोटीन आंशिक रूप से पूर्ण होती है, जिनका अनाज या दुग्ध पदार्थों के साथ सेवन करने से ये पूर्ण बन जाती है। उदाहरण के लिए दाल व चावल मिलाकर खिचड़ी, दही बड़ा इत्यादि। सोयाबीन में सर्वाधिक 42% प्रोटीन पायी जाती है।
2. तैलीय बीजों से प्रोटीन के अतिरिक्त वसा भी प्राप्त होती है जो आवश्यक वसीय अम्लों ऊर्जा के अच्छे स्रोत हैं।
3. “दुग्ध एवं दूग्ध पदार्थ समूह’ मुख्यतः दुग्ध एवं उससे बने पदार्थों में पाया जाता है; जैसे – छाछ, दही, पनीर, सूखा दुध आदि। इस वर्ग के भोज्य पदार्थों से मुख्यत: कैल्सियम, फास्फोरस, विटामिन B, व प्रोटीन प्राप्त होता है। दूध से प्राप्त होने वाला प्रोटीन पूर्ण या उत्तम प्रकार का होता है क्योंकि इसमें सभी आवश्यक अमीनो अम्ल पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं।
यही कारण है कि यह शिशुओं के लिए पूर्ण आहार माना गया है। इसी प्रकार दही भी लाभकारी जीवाणुओं द्वारा तैयार होता है और दूध से भी अधिक सुपाच्य होता है। पनीर व छैना दूध को फाड़कर या दुग्ध प्रोटीन के स्कन्दन से बनता है, जो मुख्यत: प्रोटीन व वसा प्रदान करता है। एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन 300 मिली दूध या इसके बराबर दुग्ध पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
4. अण्डा, मांस, मछली, मुर्गी, यकृत आदि प्राणिज भोज्य पदार्थ, हैं, इनसे प्राप्त होने वाला प्रोटीन पूर्ण प्रोटीन या उत्तम प्रोटीन होता है। यह विशेषकर विटामिन B का मुख्य स्रोत हैं जो कि वनस्पतिज भोज्य पदार्थों में नहीं पाया जाता है।
प्रश्न 2.
सुरक्षात्मक भोज्य समूह का विस्तृत वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सुरक्षात्मक भोज्य समूह (फल एवं सब्जियाँ):
इस समूह को चार भागों में बाँटा गया है –
1. हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, मेथी, बथुआ, सरसों, पीले फल (आम व पतीता) तथा पीली सब्जियाँ (कद्दू, गाजर)। इस समूह की सब्जियों में बीटा कैरोटिन बहुतायत में पाया जाता है जो शरीर में पहुँचने के बाद विटामिन ‘ए’ में परिवर्तित हो जाता है। ये सब्जियाँ कैल्सियम, लौह तत्त्व, राइबोफ्लेबिन, फोलिक अम्ल तथा रेशे भी अच्छी स्रोत हैं।
2. खट्टे फल (आंवला, नींबू, संतरा, अमरूद) सहजन, टमाटर, पत्तागोभी आदि विटामिन-C के मुख्य स्रोत हैं।
3. कन्द व मूल समूह में आलू, शकरकन्द, अरबी, जमीकन्द अन्य कन्द-मूल आते हैं। यह समूह कार्बोहाड्रेट का अच्छा स्रोत हैं एवं ऊर्जा प्रदान करते हैं।
4. अन्य फल एवं सब्जियाँ वह समूह है जिसमें वे सब फल एवं सब्जियाँ आती हैं जो उक्त तीनों वर्गों में सम्मिलित नहीं की गई हैं। जैसे – बैंगन, भिन्डी, लौकी, तुरई, केला, सेब, नाशपाती आदि। इस समूह से ‘बी’ समूह के विटामिन खनिज लवण व जल प्राप्त होते हैं।
उपरोक्त सभी फल एवं सब्जियाँ विटामिन, खनिज लवण एवं जल के अच्छे स्रोत हैं तथा शारीरिक क्रियाओं के नियन्त्रण व नियमन एवं रोगों से रक्षा का कार्य करते हैं। मौसमी फल एवं सब्जियों को प्रतिदिन हमारे आहार में सम्मिलित करना चाहिए। लगभग 300-400 ग्राम फल व सब्जियों का प्रतिदिन सेवन करना चाहिए।
प्रश्न 3.
ऊर्जा प्रदान करने वाले खाद्य समूह एवं भोज्य पदार्थों का विवरण दीजिए।
उत्तर:
ऊर्जा प्रदान करने वाले पदार्थ अनाज:
इस समूह के भोज्य पदार्थ कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं ऊर्जा प्रदान करते हैं। अनाज जैसे-गेहूँ, चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा आदि कार्बोहाइड्रेट के प्रमुख स्रोत हैं। इसके अतिरिक्त ये भोज्य पदार्थ विटामिन ‘बी’ समूह, कुछ खनिज लवण जैसे-कैल्सियम, फास्फोरस व लौह तत्त्व तथा रेशा के अच्छे स्रोत हैं।
अनाज में प्रोटीन का प्रतिशत 6 – 12 होता है। एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन 300 – 400 ग्राम अनाज का सेवन करना चाहिए। इस समूह में कुछ अमीनो अम्ल की कमी होती है, इसी वजह से यह पूर्ण प्रोटीन नहीं कहलाता और यही कारण है कि अनाज के साथ दाल, दूध आदि मिलाकर सेवन करने से वह पूर्ण हो जाता है। इसमें वसा की मात्रा भी कम होती है, परन्तु शरीर के लिए यह आवश्यक होती है।क्योंकि इसमें वसीय अम्ल होते हैं जो शरीर के लिए अति आवश्यक हैं। अनाज ऊर्जा के अतिरिक्त शरीर की वृद्धि एवं विकास तथा शारीरिक क्रियाओं का नियमन व नियन्त्रण भी करता है।
वसा व शर्करा:
यह वर्ग मुख्यतः ऊर्जा देता है इसलिए इसे “ईंधन समूह’ भी कहते हैं। चीनी एवं गुड़ खाने के तुरन्त बाद ऊर्जा देते हैं जबकि वसा एवं तेल सन्तृप्त अवस्था में होते हैं और हमारे शरीर में जमा रहते हैं।
चीनी एवं गुड़ ज्यादातर मिठास लाने के लिए काम में आते हैं और लगभग इन्हें 25 ग्राम प्रतिदिन प्रयोग में लेना चाहिए। घी तेल व मक्खन आदि से शुद्ध वसा व कार्बोहाइड्रेट प्राप्त होते हैं जो शरीर को शक्ति प्रदान करते हैं। एक सामान्य वयस्क को अपने भोजन में प्रतिदिन 20 ग्राम वसा का प्रयोग करना चाहिए। अधिक वसा हमारे शरीर में जमा हो जाती है जिससे मोटापा बढ़ जाता है। जो अनेक बीमारियों को न्योता देता है।
Leave a Reply