Rajasthan Board RBSE Class 12 English Article Writing (Verbal Input)
Long Compositions Article और Speech के रूप में दिये गये विषय पर लिखे जाते हैं जिनकी Hints और सूचना कभी-कभी प्रश्नों में दी हुई होती है। इसमें पहले विषय का परिचय दिया जाता है और फिर विचार व्यक्त किये जाते हैं। अगर विषय किसी समस्या से सम्बन्धित है तो उसके कारण, बचाव, उपचार को भी अवश्य जगह देनी चाहिए।
Long Compositions दो प्रकार के होते हैं – एक Verbal Input वाले जिसमें कभी-कभी कोई Hint, कुछ सूचना आदि दिया होता है जबकि Visual Input वालों में कोई एक ग्राफ, चित्र, तस्वीर, आकृति, कार्टून आदि दिया हुआ होता है। जिससे कुछ सूचनाएँ व्यक्त की जाती हैं। उसी सूचना के आधार पर Article/Speech लिखी जाती है।
Long Compositions के आधार बिन्दु:
- Article/Speech विषय पर आधारित लिखा जाना चाहिए। उसमें कोई निरर्थक विवरण नहीं होना चाहिए।
- अच्छी भाषा-शैली में लिखा होना चाहिए और कोई व्याकरण सम्बन्धी त्रुटि नहीं होनी चाहिए।
- विषय का शीर्षक सबसे ऊपर लिखा होना चाहिए।
- विषय वस्तु Paragraphs में लिखी होनी चाहिए।
- परिचय और निष्कर्ष व्यवस्थित रूप से लिखे होने चाहिए और यदि प्रश्न में Hints दिये हों तो उनके आधार पर Article या Speech लिखनी चाहिए।
Verbal Input
(i) Article
Question 1.
Life is becoming increasingly costlier with the price rise on the basic commodities and the worst affected sections of the society are the middle and lower classes. Write an article for “The Times Express’ to attract the attention of the concerned authorities and express your concern in this regard as you yourself are facing this problem. You are Gautam/Gautami.
Answer:
Costly Living
(by Gautam)
When one talks about a costly living, it is referred to the lower-middle and middle-class people who are its prime victims. The rising prices on the basic commodities like wheat, pulses, rice, vegetables, sugar, milk etc. is a problem. It can only be understood by the people for whom one meal is hard to afford. Every time, we hear about the control in costs, including lavish items. But costly living impresses such part of the population that begins the day with the struggle for food, cloth and housing. For the people of this category, purchasing necessary items is a challenge.
जब कोई महँगे रहन-सहने की बात करता है, तो यह निम्न-मध्यम और मध्यम वर्ग से ही सम्बन्धित होती है जो इसके मुख्य शिकार हैं। मूलभूत जरूरी चीजों जैसे- दाल, गेहूँ, चावल, सब्जियाँ, चीनी, दूध आदि की बढ़ती हुई कीमतों की परेशानी है जिसे वही लोग समझ सकते हैं जो एक समय के खाने का खर्च भी मुश्किल से उठा पाते हैं। हर बार, जब हम दामों के नियंत्रण के विषय में सुनते हैं तो वे विलासितापूर्ण चीजें होती हैं परन्तु महँगे रहन-सहन से जनसंख्या का ऐसा हिस्सा प्रभावित होता है जो अपने दिन का आरम्भ रोटी, कपड़ा और मकान की समस्याओं से जूझने से करता है। इस वर्ग के लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं का क्रय करना एक चुनौती है।
Question 2.
The corruption is pricking deep beneath our nerves. Write an article expressing your opinion about it for publishing in your school magazine in about 100 words.
Answer:
Corruption
Nowadays corruption is soaring high in every sphere of society. Every day a new scandal unfolds and makes news in the newspaper. But the respected names associated with the same make wrong use of their power and the case gets closed before the accused is proved guilty. Corruption is basically the degradation of moral values in human beings which ultimately has ruined the society we live in. Wealth seems to have become their only motto in life and they are ready to sell their souls for it. The restoration of old values, a big no to all the ways of achieving quick success and giving a chance to real talent can help eradicate this burning issue.
आजकल भ्रष्टाचार समाज के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी चरम सीमा पर है। हर दिन एक नया घोटाला खुलता है और अखबार की खबर बन जाता है। परन्तु उससे जुड़े सम्मानित नाम अपनी शक्तियों का गलत प्रयोग करते हैं और इससे पहले कि अपराधी दोषी सिद्ध हो, केस बन्द हो जाता है। भ्रष्टाचार मूलत: मनुष्यों में नैतिक मूल्यों का पतन है जिसने अन्ततः उस समाज को खराब कर दिया है जिसमें हम रहते हैं। धन ही उनका एकमात्र उद्देश्य बन गया है और वे इसके लिए अपनी आत्मा तक बेचने को तैयार हो जाते हैं। पुरातन मूल्यों की पुनः स्थापना करके, जल्द सफलता पाने के सभी रास्तों को न अपनाकर तथा सच्चे प्रतिभावान व्यक्तियों को अवसर प्रदान कर इस ज्वलंत मुद्दे को निपटाया जा सकता है।
Question 3.
You constantly see many people of your locality going to foreign countries for higher studies or earning money. Thus, you decide to express your concern in this regard through an article. Write the article for the ‘The Express-Times’ in about 100 words.
Answer:
Craze For Abroad/Brain Drain
The craze of going to foreign is on and even the attacks on Indians in many of the foreign countries have not curbed this craze a bit. Some go for the sake of quick money and some for a better lifestyle. Most of the Indians who are not well educated go for lower level jobs, like waiters, drivers and other labour. They are often treated disgracefully there.
India is a country of brains. All our talented Doctors, Engineers, MBAs etc., get good jobs in foreign countries. One can easily think that if the same manpower of India works for the progress of India itself, success will be boundless. It is high time that we should put back our own desires and think and act as citizens of the country first.
विदेशों में जाने के प्रति उत्साह बढ़ता ही जा रहा है और दूसरे अनेक देशों में भारतीयों पर हुए हमलों के बावजूद भी इसमें जरा भी कमी नहीं आयी है। कुछ लोग शीघ्र पैसा कमाने के लिए जाते हैं और कुछ बेहतर जीवन जीने के लिए। अधिकतर भारतीय जो अच्छी तरह पढ़े लिखे नहीं हैं वे निम्न श्रेणी की नौकरियों, जैसे- वेटर, ड्राइवर और दूसरे मजदूरी के कामों के लिए जाते हैं। वहाँ उनके साथ प्राय: बहुत असम्मानजनक व्यवहार किया जाता है।
भारत बुद्धिमानों का देश है। हमारे सभी योग्य डॉक्टर, इंजीनियर, MBAs आदि विदेशों में हाथों-हाथ लिये जाते हैं। कोई भी आसानी से सोच सकता है कि यदि भारत की यही मानव. शक्ति भारत की उन्नति के लिए काम करे तो अपार सफलता प्राप्त होगी। अब समय आ गया जब हमें अपनी खुद की चाहतों को तिलांजलि देनी चाहिए और प्रथमतः देश के नागरिकों की तरह सोचें और कार्य करें।
Question 4.
Festivals always fuel the fire of food adulteration and remind us of its constant existence. Write an article in about 100 words on ‘Food Adulteration’ for the local newspaper.
Answer:
Food Adulteration
Food adulteration is an obnoxious fraud done by a man with the other men. Playing with the lives of people for making more and more money is brutality. Basically, the mixing of unwanted materials like dust, impurities, concrete particles etc., in any food item which matches its colour, size and texture is adulteration. The typical examples of this are milk, spices, oil and ghee, pulses, etc. Not only it is like snatching money from people but also a form of befooling them by giving them poisonous and harmful eatables. They are playing with the lives of people. We must be very careful while purchasing eatables.
खाद्य पदार्थों में मिलावट एक घृणित धोखा है जो एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्तियों के साथ किया जाता है। ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने के लिए लोगों के जीवन से खेलना क्रूरता है। मूलतः, अनचाहे पदार्थ जैसे- धूल, अशुद्धियाँ, पत्थर के कणों आदि को खाने के सामान में मिलाना जो उसके रंग, आकार और रूप बनावट आदि से मिलते हों, मिलावट है। इसके विशेष उदाहरण हैं दूध, मसाले, तेल और घी, दालें इत्यादि न केवल यह लोगों से पैसा छीनने के समान है बल्कि उन्हें जहरीले और हानिकारक खाद्य पदार्थ देकर, उन्हें मूर्ख बनाना है। वे लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। खाद्य सामग्री क्रय करते समय हमें बहुत सावधान रहना चाहिये।
Question 5.
The school’s bulletin is going to publish its special issue before the month of examination. Write an article in about 100 words on your mantra of success for this issue.
Answer:
Success Mantra
‘Hard work is the key to success’, is an old but true saying which will remain valid until the endless generations to come. Many people escape from hard work and try to veil their laziness under the myths of futile thoughts. For example, they base their tattered position of life and failure on destiny and turn to take a lame excuse for sitting completely idle. Even if the role of destiny is admitted, it doesn’t entitle anybody to stop doing his part of Karma’. The food on the plate cannot be eaten without the movements of hand and mouth. Success encourages to work harder and discover new heights. However, failures also come but they must not be taken with the spirit of a loser.
‘कठिन परिश्रम ही सफलता की चाबी है’, एक पुरानी परन्तु सच्ची कहावत है जो अंतहीन पीढ़ियों तक सही रहेगी। बहुत-से लोग कठिन परिश्रम से भागते हैं और अपने निकम्मेपन को बेकार के विचारों से छिपाने की कोशिश करते हैं। उदाहरण के रूप में जैसे कि वे जीवन की विपन्नता और असफलता के लिए भाग्य को जिम्मेदार मानते हैं और पूर्ण रूप से खाली बैठने के झूठे बहाने गढ़ते हैं। यदि भाग्य की भूमिका को स्वीकारा भी जाये तो भी यह अपने कर्म को करने से रोकने की इजाजत नहीं देता। प्लेट में रखा खाना भी हाथ और मुँह को हिलाये बिना नहीं खाया जा सकता। सफलता कठिन परिश्रम करने के लिए और नई ऊँचाइयों को छूने के लिए उत्साहित करती है। हालांकि असफलताएँ भी आती हैं लेकिन उन्हें एक हारे हुए व्यक्ति की भावना से नहीं लेना चाहिए।
Question 6.
Write an article in about 100 words highlighting the Dowry System that is still existing in different forms in the society.
Answer:
Dowry System
Time has changed. The thinking of people has evolved. But all this seems futile and mere statements when we see the existence of treacherous dowry system present in our society in one or the other form. There might be some decrease in the rate of bride burnings in the name of dowry but the society is still under its vicious grip. The form has changed or rather it can be aptly said that it has attained a devilish attire. Many girls are tortured even after marriage to bring money and items from their parents’ home. Thus to conclude, girls, their parents and society have to start a movement against it for justice.
समय बदल गया है। लोगों की सोच बदली है। लेकिन यह सब बेकार और केवल वक्तव्य भर लगता है, जब हम देखते हैं कि खतरनाक दहेज प्रथा किसी न किसी रूप में अभी भी समाज में व्याप्त है। यद्यपि दहेज के नाम पर दुल्हन जलाने की घटनाओं में कुछ कमी अवश्य आई है परन्तु फिर भी समाज इसमें भयंकर रूप से जकड़ा हुआ है। रूप बदल गया है या सही तौर पर कहें तो इसने राक्षसी रूप धारण कर लिया है। बहुत लड़कियाँ शादी के बाद भी अपने माँ-बाप से पैसा और सामान लाने के लिए प्रताड़ित की जाती हैं। निष्कर्षत: लड़कियों, उनके माँ-बाप तथा समाज को न्याय के लिए इसके विरुद्ध एक मुहिम शुरू करनी होगी।
Question 7.
The pros and cons of internet culture do not seem to balance each other with the internet proving much more harmful for the current generation. Write an article in about 100 words about the negative sides of this culture for publication in your school magazine. You are Siddharth/Simran.
Answer:
Internet Culture
(by Simran)
The internet culture has dawned on the globe together with its boon and doom. The whole world seems to have just fitted in a computer screen. But as everything has a positive as well as a negative side, internet culture has promoted some wrong aspects too. It can disrepute and destroy a person’s life in a second. Internet hacking is a big danger to all the bank accounts, personal information, data and secret records which are stored on a computer. Children are becoming internet maniac. Playstations and vulgar videos are on the way of ruining their life. So it must be used for constructive purposes rather than negative purposes.
इंटरनेट सभ्यता पृथ्वी पर वरदान और अभिशाप दोनों के साथ उभरी है। सारी दुनिया कम्प्यूटर के पर्दे पर सिमटकर आ गयी है। परन्तु जिस प्रकार हर चीज के सकारात्मक और नकारात्मक पहलू होते हैं, इन्टरनेट सभ्यता ने भी कुछ गलत पहलुओं को बढ़ावा दिया है। यह एक व्यक्ति को एक क्षण में ही बेइज्जत और उसकी जिन्दगी को बर्बाद कर सकता है। इंटरनेट हैकिंग उन सभी बैंक खातों, व्यक्तिगत सूचनाओं, डाटा और गुप्त विवरणों के लिए एक बड़ा खतरा है जो कम्प्यूटर में संग्रहीत हैं। बच्चे इंटरनेट मेनिएक (अर्थात् इसे ज्यादा प्रयोग करने की आदत के शिकार) हो गये हैं। प्लेस्टेशन्ज़ और अश्लील वीडियोज़ उनके जीवन को बर्बाद करने के रास्ते पर हैं। इस प्रकार इसका प्रयोग नकारात्मक उद्देश्यों की बजाये संरचनात्मक उद्देश्यों के लिए होना चाहिए।
Question 8.
The flora and fauna are on the verge of extinction at an alarming rate. Write an article in about 100 words for a local newspaper warning for the intelligent and minimal use of these natural resources.
Answer:
Extinction Of Flora And Fauna
The flora and fauna are on the verge of extinction. The deforestation for satisfying the needs of a growing population has increased. The destroyed jungles have disturbed the whole food chain which has affected animals too. The hunting of animals for various purposes has minimised their number too. The keeping of animals away from their natural habitats gives a hand in reducing their survival rate. Afforestation, curb on the human population, intelligent and minimal use of these natural resources etc., are some of the measures which must be strictly observed to give a prosperous and wealthy future to the next generations.
वनस्पति और पशु वर्ग समाप्त होने के कगार पर हैं। बढ़ती हुई जनसंख्या की जरूरतों को संतुष्ट करने के लिये वृक्ष कटाव बहुत अधिक बढ़ गया है। बर्बाद हुए जंगलों ने पूरी खाद्य श्रृंखला को बाधित कर दिया है जिससे जानवर भी प्रभावित हुए हैं। विभिन्न उद्देश्यों के लिए जानवरों का शिकार करने से भी उनकी संख्या कम हो गयी है। जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास स्थान से दूर रखने से भी उनके जीने की दर कम हो रही है। वृक्षारोपण, मानव जनसंख्या पर रोक, प्राकृतिक संसाधनों का बुद्धिमत्तापूर्ण और कम-से-कम प्रयोग आदि कुछ ऐसे उपाय हैं जिनका कठोरता से पालन आने वाली पीढ़ियों को एक सुसम्पन्न भविष्य देने के लिए करना ही होगा।
Question 9.
The youth can bring a dynamic change in Indian Politics. You feel this strongly and decide to send an article sharing your views with others for a renowned newspaper. Write the article in not more than 100 words.
Answer:
Role Of Youth In Indian Politics
One shall never make the mistake of underestimating the power of youth. The vitality of the role which the young generation can play in a democratic country like India cannot be denied. Especially in the political sphere, young leaders can infuse sparks in the current system by the application of their talents. They have the capability to implement new policies, new thoughts, new ideas into an already existing web of trend and can show the way for new and improved India. The public also wants the youth to take command of the country’s progress and drive the chariot of India’s welfare.
किसी को भी युवा शक्ति को कम आँकने की गलती नहीं करनी चाहिये। भारत जैसे लोकतान्त्रिक देश में युवा पीढ़ी की जीवन्त भूमिका को कोई भी नहीं नकार सकता। विशेष रूप से राजनीतिक क्षेत्र में युवा नेता आज के तन्त्र में अपने गुणों द्वारा नया जोश भर सकते हैं। इसमें पहले से ही स्थित विचारधारा में नवीन नीतियाँ, नवीन सोच व नवीन विचार लाने की आवश्यकता है जिसके माध्यम से एक नया एवं उन्नत भारत बन सकता है। जनता भी चाहती है कि देश की उन्नति की बागडोर युवा हाथों में हो और वे भारत के कल्याण रूपी रथ को खींचें।
Question 10.
Write an article for ‘The Express’ criticising the worst evil of‘Female Foeticide’ in India in about 100 words. You are Vibha/Vaibhav.
Answer:
Female, Foeticide
(by Vibha)
Female foeticide is a heinous killing of a girl child in the womb of a mother. We have reached the moon, we call ourselves modern but the one thing that has remained stand still for a long time is the attitude of society towards females.
There are people and families who consider a girl as a liability and a boy as an asset. They believe that the boy of today will carry their name and property to future generation but they forget a boy can never be brought into the world if his mother, a female, would not have been there.
Moreover, nowadays daughters take more care of their parents in old age while the sons leave them at the mercy of old age houses and become busy with their own life
कन्या भ्रूण हत्या बच्ची को घृणात्मक रूप से माँ के पेट में मारना है। हम चन्द्रमा पर पहुँच गये हैं, हम अपने आप को आधुनिक कहते हैं लेकिन एक चीज लगातार वैसी ही है, वह है लड़कियों के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण। ऐसे बहुत से लोग और परिवार हैं जो लड़की को एक जिम्मेदारी और लड़के को सम्पत्ति मानते हैं। वे विश्वास करते हैं। कि आज का लड़का उनके नाम और सम्पत्ति को भविष्य की पीढ़ी तक ले जायेगा। परन्तु वे यह भूल जाते हैं कि एक लड़का इस दुनिया में नहीं लाया जा सकता यदि उसकी माँ एक औरत न होती तो। इसके अलावा आजकल पुत्रियाँ ही वृद्धावस्था में अपने माँ-बाप की अधिक देखभाल करती हैं जबकि बेटे उन्हें वृद्धाश्रमों की दया पर छोड़ देते हैं और अपने जीवन में व्यस्त हो जाते हैं।
Question 11.
Write an article for your school harmony stressing on ‘Healthy Eating Habits’ in about 100 words. You are Nishi / Nishant, a student of class XII.
Answer:
Healthy Eating Habits
(by Nishi/Nishant)
Health is wealth’ has been rightly remarked. For good health, just regular exercise is not enough. One has to be conscious of eating habits also. Cereals, pulses, vegetables, salad, fruits, milk must be the essential constituents of a diet chart. Junk food which is popular amongst the present generation is really harmful to us. The problem of obesity is the result of this modern fast food menu. A fat person faces many problems such as high blood pressure and heart diseases. A balanced diet is an answer to almost all health problems. There should be a perfect combination of carbohydrates, fats, vitamins, proteins and minerals in it.
‘स्वास्थ्य ही धन है’ ठीक ही कहा गया है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए केवल रोज की कसरत ही काफी नहीं है। हर एक को अपनी खाने की आदतों के प्रति भी जागरूक होना होगा। अनाज, दालें, सब्जियाँ, सलाद, फल, दूध आहार चार्ट के आवश्यक तत्व होने चाहिए। जंक खाना जो वर्तमान पीढ़ी में बहुत लोकप्रिय है हमारे लिए वास्तविक रूप से नुकसानदायक है। मोटापा आधुनिक फास्टफूड मीनू की देन है। एक मोटा आदमी उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों जैसी बहुत सी समस्याओं का सामना करता है। एक संतुलित आहार सभी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का जवाब है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, प्रोटीन, खनिज लवण का उचित मिश्रण होना चाहिए।
Question 12.
Most of the people use bottled water nowadays. But it is very harmful for health. Write an article in about 100 words on ‘How Safe is the Bottled Water?’
Answer:
How Safe Is The Bottled Water?
Nowadays, bottled water is available under different brand names at every place. Every brand lavishly claims about its nutritional qualities. It is available not only in small bottles of one or two litres but also in big jars of 20 or 25 litres. Usually, people call it safe drinking water.
But the question is, how safe is this bottled water for drinking? Most mineral water companies in India just pump water from tubewell or borewell which they see is conveniently located. Apart from this, most of the bottled water in India is bottled in PVC bottles, which is generally unfit for drinking.
(PVC = पी वी सी = प्लास्टिक से बना मजबूत पदार्थ जो बोतल बनाने में प्रयुक्त होता है।)
आजकल, बोतलबन्द पानी विभिन्न नामों से प्रत्येक स्थान पर उपलब्ध है। प्रत्येक ब्राण्ड बढ़-चढ़कर इसके पौष्टिक तत्वों के गुणों का दावा करता है। यह सिर्फ 1 या 2 लीटरों की छोटी बोतलों में ही नहीं बल्कि 20 से 25 लीटर तक के बड़े जारों में भी उपलब्ध है। अधिकांशतः, लोग इसे पीने का सुरक्षित पानी मानते हैं। लेकिन प्रश्न यह उठता है कि पीने के लिये यह बोतलबन्द पानी कितना सुरक्षित है? भारत में ज्यादातर खनिज जल की कम्पनियाँ आसपास में जो भी ट्यूबवैल या बोरवेल सुविधाजनक रूप से उपलब्ध होता है, उसी पानी को प्रयोग में लाती हैं। इसके अलावा भारत में ज्यादातर पानी PVC बोतलों में पैक किया जाता है। PVC बोतलें सामान्यत: पीने के पानी हेतु सुरक्षित नहीं होती हैं।
Question 13.
Write an article on ‘Safety of Women in India’ in about 100 words.
Answer:
Safety Of Women In India
In India, women are given the most respected position in society from ancient time. They are given the position of Goddess Lakshmi in Indian society. Indian women are found working in all fields like aeronautics, space, politics, banks, schools, sports, business, army, police, and many more. It is all that what we see from our open eyes however, if we see behind the curtain we will find all the crimes against women at homes, offices, streets, etc. When we see these crimes against women in India such as rape cases, acid attacks, etc., the safety of women has been in doubt. We should make their lives safe from all these evils.
भारत में प्राचीनकाल से ही नारियों को समाज में बहुत ही सम्मानित स्थान दिया जाता है। भारतीय समाज में नारियों को देवी लक्ष्मी का स्वरूप प्रदान किया गया है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में चाहे वे विमान, अंतरिक्ष, राजनीति, बैंक, स्कूल, खेलकूद व्यापार, सेना, पुलिस के क्षेत्र हों सभी में नारियों को भाग लेते हम देख सकते हैं। यह सब हम अपनी आखों से प्रत्यक्ष रूप में देखते हैं यद्यपि पर्दे के पीछे हम पायेंगे कि नारियों के विरोध में ही घरों पर, कार्यालयों में, गलियों में सभी प्रकार के अपराध होते हैं। नारियों के विरुद्ध हुए अपराध जैसे बलात्कार, तेजाबी आक्रमण आदि के कारण नारियों की सुरक्षा संदेह के घेरे में है। हमें इन सब बुराइयों से उनके जीवन को सुरक्षित बनाना चाहिए।
Question 14.
Write an article on ‘Make in India’ in about 100 words.
Answer:
Make In India
‘Make in India’ campaign is a new plan launched by the Prime Minister of India, Narendra Modi, to give foreign investors a chance to invest in India in a number of businesses. It is an initiative campaign run by the Government of India to cheer up multinational companies as well as domestic companies at national and international level in order to manufacture products in India. It is the praiseworthy effort made by the PM to bring employment in India. This campaign was launched by him on 25th of September, 2014 at the Vigyan Bhawan in New Delhi.
‘Make in India’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाया गया नया अभियान है ताकि विदेशी निवेशक भारत में अनेक व्यापारिक क्षेत्रों में निवेश कर सकें। भारत सरकार द्वारा चलाए जाने वाला यह लाभकारी अभियान है जिससे बहुराष्ट्रीय कम्पनियां तथा देश की राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कम्पनियां भारत में ही उत्पाद निर्मित कर सकें। प्रधानमंत्री द्वारा भारत में रोजगार के अवसर प्रदान करने का यह सराहनीय प्रयास है। उन्होंने विज्ञान भवन नई दिल्ली में 25 सितम्बर, 2014 को इस अभियान का श्रीगणेश किया था।
Question 15.
Write an article on ‘Cleanliness is Next to Godliness’ in about 100 words.
Answer:
Cleanliness Is Next To Godliness
‘Cleanliness is next to Godliness’ means cleanliness leads the way to godliness or goodness. Through the practice of the proper cleanliness, we can keep ourselves physically and mentally clean which really make us good, civilized and healthy human being. It helps to make a good personality and thus, a good impression on others. Cleanliness shows the clean character of a person through his/her clean dresses and makes a good personality. People with good character become moral and religious in their life and make their mind and soul clean and peaceful.
ईश्वर के बाद स्वच्छता ही सर्वोपरि है’, इसका तात्पर्य है कि स्वच्छता ही हमें ईश्वर की ओर या अच्छे बनने की दिशा में प्रेरित करती है। स्वच्छता के उचित अभ्यास से हम स्वयं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वच्छ रख सकते हैं जो हमें अच्छा, सभ्य और स्वस्थ इन्सान बना सकती है। यह हमारे व्यक्तित्व को श्रेष्ठ बनाने और इस प्रकार दूसरों पर अच्छा प्रभाव डालने में सहायक है। स्वच्छता व्यक्ति के साफ-सुथरे पहनाव और व्यक्तित्व द्वारा उसके बेदाग चरित्र को भी उजागर करती है। अच्छे चरित्र के व्यक्ति अपने जीवन में नैतिक व धार्मिक हो जाते हैं तथा अपने मस्तिष्क और आत्मा को पवित्र और एवं शान्त बनाते हैं।
Question 16.
Write an article on ‘Beti Bachao Beti Padhao’ in about 100 words.
Answer:
Beti Bachao Beti Padhao
‘Beti Bachao Beti Padhao’ is a government social scheme launched by the Prime Minister, Narendra Modi in order to address the gender imbalance and discrimination against the girl child in Indian society. This scheme was launched by the Prime Minister on 22nd of January, in 2015 at Panipat, Haryana. This scheme is to aware people about the importance of girls in society. It is to increase awareness among common people to save the lives of the girl child by completely removing the female foeticide. People should celebrate the birth of their girl child and educate them with full responsibility as they do for their boy child.
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ एक सरकारी सामाजिक योजना है जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किया गया है। जिसके माध्यम से लिंग के असंतुलन को ठीक किया जा सके और भारतीय समाज में कन्याओं के साथ होने वाला भेदभाव दूर किया जा सके। यह योजना 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत में प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई। यह योजना समाज में कन्याओं के महत्व को जानने के विषय में लोगों को सचेत करने के लिए बनी है। यह योजना सभी लोगों के हृदय में कन्या भ्रूण हत्या की भावना को जड़ से समाप्त करने के लिए उन्हें सचेत करने के लिए प्रारंभ की गई है। लोग जिस प्रकार अपने पुत्र का जन्मोत्सव मनाते हैं उसी प्रकार उन्हें अपनी बेटियों का जन्म भी मनाना चाहिए तथा उन्हें अपने पुत्र की भाँति अधिक से अधिक शिक्षा प्रदान करनी चाहिए।
Question 17.
Write an article on ‘Swachh Bharat Abhiyan’ in about 100 words.
Answer:
Swachh Bharat Abhiyan
‘Swachh Bharat Abhiyan’ is also called as the ‘Clean India Mission’ or ‘Swachh Bharat Campaign’. It is a national level campaign run by the Indian Government to cover all the backward towns to make them clean. This campaign involves the construction of latrines, promoting sanitation programmes in the rural areas, cleaning streets, roads and changing the infrastructure of the country to lead the country ahead. This campaign was officially launched by the Prime Minister, Narendra Modi on the 145th birth anniversary of Mahatma Gandhi on 2nd of October 2014 at Rajghat, New Delhi.
‘स्वच्छ भारत अभियान’ को ही ‘क्लीन इन्डिया मिशन’ या ‘स्वच्छ भारत कॅम्पेन’ भी कहते हैं। यह अभियान राष्ट्रीय स्तर का है जिसे भारत सरकार द्वारा सभी पिछड़े कस्बों को साफ सुथरा बनाने के लिए चलाया गया है। इस अभियान के अन्तर्गत शौचालयों का निर्माण, ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता के आयोजनों को बढ़ावा देना, गलियों, सड़कों की साफ-सफाई तथा देश के बुनियादी ढांचे में परिवर्तन करना आता है ताकि देश तरक्की कर आगे बढ़ सके। महात्मा गाँधी के 145वें जन्म दिन पर 2 अक्टूबर 2014 को दिल्ली के राजघाट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अभियान का स्थापना की थी।
Question 18.
Write an article on ‘Save the Mother Earth’ in about 100 words.
Answer:
Save The Mother Earth
As we all know that earth is the only known planet having life in this universe. So we should respect and maintain everything we get from our mother earth and save it so that our future generations can live in a safe environment. We can do so by saving trees, natural vegetation, water, natural resources, etc. We should strictly follow all the possible measures to control environmental pollution and global warming. Everyone should plant more and more trees in the surrounding areas to curb pollution and reduce the effects of global warming. We should save our natural resources like minerals, coal, stones, oil; water etc.
जैसा कि हम सब जानते हैं कि ब्रह्माण्ड में पृथ्वी ही ऐसा ग्रह है जिसमें जीवन है। अत: हमें अपनी मातृभूमि का सम्मान करना चाहिए और इससे हमें जो कुछ भी प्राप्त होता है उसे बनाए रखना चाहिए। हमें मातृभूमि की रक्षा करनी चाहिए ताकि भावी पीढ़ी सुरक्षित वातावरण में रह सकें। वृक्षों, प्राकृतिक वनस्पति, जल, प्राकृतिक संसाधनों आदि की रक्षाकर हम ऐसा कर सकते हैं। हमें पर्यावरण विषयक प्रदूषण और वैश्विक गर्मी को नियन्त्रित करने के लिए कठोरता से सभी संभव उपाय अपनाने चाहिए। प्रत्येक को अपने चारों ओर प्रदूषण को रोकने और वैश्विक गरमी को रोकने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों जैसे खनिज पदार्थ, कोयला, पत्थर, तेल, जल आदि की रक्षा करनी चाहिए।
Question 19.
Write an article on ‘Cashless India’ in about 100 words.
Answer:
Cashless India
It was on 8 November 2016 that the Government of India took the whole country by storm by announcing that the currency notes of Rs. 500 and Rs. 1,000 were no longer legal tender. This move aimed at curtailing the menace of black or counterfeit money which was largely used to fund criminals and terrorists as part of a parallel economy. The acute shortage of money in the wake of this decision led to long queues of people outside ATMs or banks seeking to exchange their notes or withdrawing cash. But eventually, the move has turned out to be a push towards cashless India which has paved the way for a cashless economy, marked by greater transparency, ease and convenience in monetary transactions.
भारत सरकार ने 8 नवम्बर 2016 को 500 रुपए और 1000 रुपए के नोट को बन्द करने की घोषणा कर पूरे देश में एक भूचाल खड़ा कर दिया। अपराधियों तथा आतंकवादियों की जिस काले धन या नकली करेंसी द्वारा मदद हो रही थी उसे रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया था। इस निर्णय के कारण धन की बहुत ही ज्यादा कमी हो गई जिसके कारण ATMs के बाहर तथा बैंकों में नोट पाने या बदलने के लिए बहुत ही लम्बी-लम्बी लाइनें लग गईं। लेकिन अंततोगत्वा इस नोटबंदी के उठाए गए कदम ने भारत को कैशलैश बनाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण योगदान किया है जिसने धन के हस्तांतरण में पारदर्शिता द्वारा कैशलेश अर्थव्यवस्था के लिए सुखद स्थिति पैदा कर दी है।
Question 20.
Write an article on the ‘Importance of Punctuality’ in about 100 words.
Answer:
Importance Of Punctuality
One should not waste one’s valuable time. If you waste time, time will waste you. Those who know the value of time don’t waste even a single minute. This is called the punctuality. If your officer wants you at 9 p.m., it is a credit to reach at 9 p.m. Those who are always on time are noted to be good employees by their boss. Confusion arises in mind about the man as to why he fails to come on time. Has anything happened to him? Or is he not at all eager to come? The man coming on time avoids all these doubts. He raises his value in society, with friends and relations. People have a good opinion about a punctual man.
व्यक्ति को अपना अमूल्य समय व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिये। यदि आप समय नष्ट करते हैं तो समय आपको नष्ट कर देगा। जो लोग समय का मूल्य जानते हैं, वे एक मिनट भी नष्ट नहीं करते। इसी को समय की पाबंदी कहते हैं। यदि आपका अधिकारी आपकी 9 बजे हाजिरी चाहता है तो 9 बजे ही पहुँचना एक गुण है। जो लोग सदैव समय के पाबन्द रहते हैं उनके विषय में मालिक की राय अच्छी बनती है। समय पर न आने के कारण उस व्यक्ति के प्रति दिमाग में तरह-तरह के गड़बड़ विचार पैदा होते हैं कि आने वाला क्यों नहीं आया। क्या कोई दुर्घटना तो नहीं हो गई? अथवा कहीं उसकी आने की अनिच्छा तो नहीं हैं? समय पर आने वाले के प्रति इन सब विचारों के पैदा होने का अवसर ही नहीं होता है। वह समाज में, सम्बन्धियों में और दोस्तों में अपना महत्त्व बढ़ा लेता है। लोग समय के पाबंद व्यक्ति के बारे में अच्छी राय रखते हैं।
Question 21.
Write an article on ‘India: A living example of unity in diversity’ in about 100 words.
Answer:
India: A Living Example Of Unity In Diversity
India is a wonderful land. Its area is vast. Its large population and geographical conditions are astonishing. All the living faiths of the world are there. People differ in religion, language, dress, custom, tradition, habit and so on. There is no other country in the world where there are so many diversities. But the astonishing fact is that, in spite of a lot of diversities, there is something that keeps the large population of this country as one. And, it is nothing, but the rich and deep-rooted culture of the country that binds the people of this land together. There is a strong feeling of love for the country in the hearts of the people. This noble feeling is the main cause of oneness of our people despite many differences.
भारत एक अद्भुत देश है। उसका क्षेत्रफल व्यापक है। इसकी विशाल जनसंख्या तथा भौगोलिक स्थितियाँ विस्मयकारी हैं। संसार के सभी प्रचलित धर्म यहाँ विद्यमान हैं। लोग धर्म, भाषा, पोशाक, रीति-रिवाज, परम्परा, आदत तथा इसी तरह की अन्य बातों में भिन्नता रखते हैं। संसार में ऐसा दूसरा देश नहीं है जहाँ इतनी विभिन्नताएँ मिलती हों। किन्तु विस्मयकारी तथ्य यह है कि इतनी अधिक विषमताओं के होते हुए भी ऐसी कोई चीज है जो इस देश की विशाल जनसंख्या को एक किए हुए है। और, यह अन्य कोई बात नहीं, केवल देश की समृद्धि और गहराई तक जड़ जमाए हुए संस्कृति है जो इस देश के लोगों को एकता में बाँधे हुए है। देश के लिए लोगों के मन में प्रबल प्यार की भावना है। यही उत्कृष्ट भावना अनेक विषमताओं के बावजूद हमारे लोगों की एकता का प्रमुख कारण है।
Question 22.
Write an article on ‘Terrorism’ in about 100 words.
Answer:
Terrorism
India has been facing terrorism for a long time. In 2001, terrorists attacked the Legislative Assembly of Jammu and Kashmir, the Indian Parliament and the American Information Centre in Kolkata. In 2009, Hotel Trident and Hotel Taj at Mumbai were also attacked. Attack on Pathankot Air Base is the example of a cruel attack. Attacks on our forces in Jammu and Kashmir by terrorists has become their habit. Terrorism is a threat to humanity. It should be curbed and crushed with a heavy hand. Terrorism should be globally condemned and the world should stand as one against it and try to eradicate it.
भारत लम्बे समय से आतंकवाद का सामना करता आ रहा है। 2001 में आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर की विधानसभा पर आक्रमण किया, फिर भारत की संसद, कोलकाता में अमेरिकी सूचना केन्द्र पर और दिसम्बर 2005 में प्रतिष्ठित इंटरनेशनल इंस्टीटयूट ऑफ साईंसेज, बँगलोर पर हमला किया गया। अक्षरधाम मन्दिर गुजरात हमला किया गया। पठानकोट के ऐअर बेस पर आतंकवादियों द्वारा किया गया आतंकी आक्रमण बर्बरतापूर्ण आक्रमण का उदाहरण है। आतंकियों द्वारा जम्मू काश्मीर में हमारे सैन्य बलों पर आतंकी हमला अब उनकी आदत बन गया है। आतंकवाद मानवता के लिए खतरा है। इसे कठोरतापूर्वक कुचल देना चाहिए। इसकी विश्वस्तर पर निन्दा की जानी चाहिए और संसार को संगठित होकर इसके विरुद्ध खड़ा हो जाना चाहिए और इसे जड़ से समाप्त करने की कोशिश करनी चाहिए।
Question 23.
Write an article on ‘Need for Discipline in life’ in about 100 words.
Answer:
Need For Discipline
The word ‘discipline’ means the training of the mind to produce self-control and habits of obedience. A disciplinarian trains himself in accordance with rules. He subjects himself to a certain mode of life.
Discipline is needed in all walks of life but it is urgently needed in the family. If a family is disciplined, it will lead to its progress and prosperity.
Discipline is a very important factor in the educational institutions. It is needed in schools, colleges and universities. As students come from different families, cultures and religions, they are required to be more disciplined.
Order and safety which are the first and foremost factors for the growth and development of civilization are not possible without discipline.
अनुशासन शब्द का अर्थ है –
आत्म-नियन्त्रण और आज्ञापालन की आदत डालने के लिए मस्तिष्क को प्रशिक्षण। एक अनुशासनप्रिय व्यक्ति स्वयं को नियमों के अनुरूप प्रशिक्षित करता है। वह एक खास तरह को जीवन जीने लगता है।
जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन की आवश्यकता है परन्तु परिवार में इसकी आवश्यकता बहुत ज्यादा है। यदि परिवारे अनुशासित है तो वह विकसित एवं समृद्ध होगा।
अनुशासन वर्तमान शिक्षा संस्थाओं में एक महत्त्वपूर्ण घटक है। इसकी विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में आवश्यकता है। क्योंकि विद्यार्थी विभिन्न परिवारों, संस्कृतियों और धर्मों से आते हैं, तो उनसे अधिक अनुशासित होने की अपेक्षा की जाती है। व्यवस्था और सुरक्षा जो कि सभ्यता की वृद्धि एवं विकास में प्रमुख घटक हैं, अनुशासन के बिना सम्भव नहीं हैं।
Question 24.
Write an article on ‘Role of Newspaper in India’ in about 100 words.
Answer:
Role Of Newspapers In India
Role of newspapers has always been of great importance, not only in India but also in other countries. Every newspaper tries to establish its identity and wins the loyalty of its readers. It is done through the presentation of its material or news coverage. Newspapers contain public grievances and reflect public opinion.
It is through newspapers that the policies and actions of the government are conveyed to the people. In return people give their opinion, they praise or criticise them. Newspapers are the watchdog of human rights. They keep the public aware of what right or wrong goes on in society. They can make or break governments.
समाचार-पत्रों की भूमिका न सिर्फ भारत में बल्कि दूसरे देशों में भी हमेशा बहुत महत्त्वपूर्ण रही है। प्रत्येक समाचार-पत्र अपनी पहचान बनाने की कोशिश करता है और अपने पाठकों का विश्वास जीतता है। यह कार्य समाचार पत्र अपने प्रस्तुतिकरण व अपने समाचार पत्र में समाचारों के माध्यम से करते हैं। समाचार पत्र में लोगों की शिकायतें और उनके विचार शामिल होते हैं।
सरकार की नीतियाँ और उसके कार्य समाचार पत्रों के माध्यम से ही लोगों तक (जनता) पहुँचते हैं। बदले में लोग अपने विचार, राय, प्रशंसा व आलोचना व्यक्त करते हैं। समाचार पत्र मानवाधिकारों के संरक्षक हैं। समाज में क्या गलत या सही हो रहा है उस सबके प्रति जनता को समाचार पत्र ही जागरूक करते हैं। वे सरकार को उखाड़ और बना सकते हैं।
Question 25.
Computer Education is the need of the present time. Write an article on this topic within 100 words.” (S. S. Exam 2012)
Answer:
Computer Education
Certainly, computer education is the need of the present time. Now architects design our houses with the help of computers. Our pay bills and utility bills are prepared by computers. Today scientists, doctors, engineers, musicians, accountants, soldiers, businessmen and almost everybody are using computers in their day to day work. Computers save time, money and energy. Sitting at our place, with the help of the computer, we can communicate with anybody and anywhere in the world. Concludingly, we can say that today there is no field in which computer is not being used. So it is imperative to have a good knowledge of computer.
निश्चित ही कम्प्यूटर शिक्षा वर्तमान समय की आवश्यकता है। अब वास्तुशास्त्री हमारे घरों के डिजाइन या नमूने कम्प्यूटर की सहायता से ही तैयार करते हैं। हमारे पे बिल व जनोपयोगी सेवाओं (जल, गैस, बिजली) के बिल कम्प्यूटर के द्वारा ही बनाये जाते हैं। आजकल वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर, संगीतकार, लेखाकार, सैनिक, व्यापारी तथा लगभग सभी व्यक्ति अपने प्रतिदिन के कामों में कम्प्यूटर का प्रयोग कर रहे हैं। कम्प्यूटर से पैसा, समय और शक्ति की बचत होती है। अपनी जगह पर बैठे हुए हम संसार के किसी भी व्यक्ति के साथ कम्प्यूटर की मदद से वार्तालाप कर सकते हैं। अन्त में हम यह कह सकते हैं कि आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं जहाँ कम्प्यूटर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इसलिए कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है।
Question 26.
Write an article on “Television as a means of education” in 100 words. (Sr Sec. Exam 2014)
Answer:
Television As A Means Of Education
Many people consider television as a means of recreation. But in the opinion of a large majority of such persons that have reason and wit, television is a very important means of education.
We know very well that Doordarshan telecasts school and college programmes which students watch throughout the country. The U. G. C. programmes and many other programmes prepared by many other reputed institutions are playing a very important role in imparting education to the young generation of the country. Channels like Discovery, National Geographic and History are highly educative and informative. The channels like Astha, Sadhana and Sanskar etc., impart moral and spiritual values.
बहुत-से लोग टेलीविजन को मनोरंजन का साधन मानते हैं। लेकिन तर्क व बुद्धिमत्ता से युक्त अधिकांश लोगों के विचार में टेलीविजन शिक्षा का एक बहुत महत्त्वपूर्ण साधन है। हम भली-भाँति जानते हैं कि दूरदर्शन स्कूल व कॉलेज सम्बन्धी कार्यक्रम प्रसारित करता है जिन्हें देशभर में विद्यार्थी देखते हैं। यू. जी. सी. कार्यक्रम व अन्य अनेक सम्मानित संस्थाओं द्वारा तैयार किये गए कार्यक्रम देश की युवा पीढ़ी को शिक्षा प्रदान करने में अत्यन्त महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। डिस्कवरी, नेशनल ज्योग्रॅफिक और हिस्ट्री जैसे चैनल अत्यधिक शिक्षाप्रद व सूचनात्मक हैं। आस्था, साधना व संस्कार आदि चैनल नैतिक व आध्यात्मिक संस्कार देते हैं।
Question 27.
Write an article to be published in a local newspaper about the use and misuse of cellphone keeping in view of student life. (S.S. Exam 2015)
Answer:
Use And Misuse Of Cellphone
The cellphone is a very useful device used for communication. It is also used in chatting, playing games, listening to music, maintaining our bank account etc.
We can also use the cellphone for using the internet which gives worldwide news. Students can get the latest news related to technology, entertainments and higher education. But it has some negative effects also.
If we use it frequently while driving, we invite accidents. Chatting continuously for many hours on cellphone disturbs the sleep pattern. Without sound sleep, students cannot read properly and focus on their studies. So we should use it when necessary.
सेलफोन या मोबाइल फोन वार्तालाप करने का बहुत उपयोगी उपकरण है। यह बात करने के लिए, खेल खेलने के लिए, संगीत सुनने के लिए, बैंक एकाउण्ट आदि को रखने के भी काम आता है।
हम इन्टरनेट का उपयोग भी इससे कर सकते हैं जो हमें विश्वभर के समाचार प्रदान करता है। विद्यार्थी इससे आधुनिकतम टैक्नोलॉजी, मनोरंजन एवं उच्च शिक्षा की जानकारी ले सकते हैं। किन्तु मोबाइल के कुछ बुरे प्रभाव भी होते हैं।
वाहन चलाते समय यदि हम इसका लगातार उपयोग करते हैं तो हम दुर्घटना को निमंत्रण देते हैं। लगातार घंटों तक बात करने से नींद की प्रक्रिया बाधित होती है। गहरी नींद के बिना विद्यार्थी ढंग से पढ़ नहीं सकते और अपने अध्ययन पर भी ध्यान केन्द्रित नहीं कर सकते। अतः आवश्यकता होने पर ही हमें इसका उपयोग करना चाहिए।
Question 28.
Write an article on ‘Pollution: A Challenge’ in about 100 words. (S.S. Exam 2016)
Answer:
Pollution: A Challenge
The problem of pollution has become very serious today. Man has interfered too much with nature. As a result, the environment has been polluted.
There are many kinds of pollution, such as:
Air Pollution:
Air pollution is mostly caused by the dangerous smoke coming out of vehicles and the chimneys of the factories etc. It may cause lung diseases, asthma, eye-flu, headache, etc.
Water Pollution:
The owners of industries dump waste material on the surface of the earth or into rivers.
Noise Pollution:
Noise pollution is also dangerous to live in. In large cities the roar of vehicles is unbearable.
आज प्रदूषण की समस्या बहुत गम्भीर हो गयी है। मनुष्य ने प्रकृति के साथ बहुत हस्तक्षेप किया है। परिणामस्वरूप वातावरण प्रदूषित हो गया है।
प्रदूषण अनेक प्रकार का होता है जैसे –
वायु-प्रदूषण:
वायु प्रदूषण का मुख्य कारण जहरीला धुआँ है, जो वाहनों और फैक्ट्री आदि की चिमनियों से निकलता है। वायु-प्रदूषण से फेफड़ों से सम्बन्धित बीमारियाँ, दमा, आई-फ्लू, सिरदर्द, आदि हो सकता है।
जल-प्रदूषण:
उद्योगों के मालिक अवशिष्ट पदार्थ को पृथ्वी की सतह अथवा नदियों में फेंक देते हैं। ध्वनि-प्रदूषण -‘ध्वनि-प्रदूषण भी जीवन के लिए खतरनाक है। बड़े शहरों में वाहनों का शोर असहनीय होता है।
Question 29.
Write an article in about 100 words on ‘Education of Women’. (S.S. Exam 2017)
Answer:
Education Of Women / Girls
Women education is very important for the development of the country. It is like an effective Reading & Writing medicine to cure a patient completely and provide health back. Women education can make India developed socially and economically. Educated women are the weapons who yield a positive impact on the Indian society through their contribution at home and professional fields. They are the reason for an improved economy in the country as well as society. An educated woman has the capability to handle her home and professional life. They can effectively contribute in controlling the population of India as they would like to marry at a later age in comparison to the uneducated women.
देश की उन्नति के लिए नारी शिक्षा बहुत महत्त्वपूर्ण है। यह एक रोगी को प्रभावशाली दवा देने के समान है ताकि रोगी पूर्णतः स्वस्थ हो और उसे पूर्ण स्वास्थ्य-लाभ मिल सके। नारी शिक्षा से ही सामाजिक और आर्थिक रूप से देश सम्पन्न हो सकता है। शिक्षित नारियां घर के तथा अपने कार्य स्थल के क्षेत्रों में अपने योगदान के द्वारा भारतीय समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं। देश और समाज की आर्थिक उन्नति उन्हीं के कारण संभव है। एक शिक्षित नारी में वह क्षमता होती है कि वह इसके कारण अपने घर व व्यवसायिक क्षेत्र को अच्छी तरह से संभाल पाती है। अशिक्षित नारियों की अपेक्षा देर में शादी करके वे भारत की जनसंख्या को नियंत्रित करके महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
Question 30.
Write an article to be published in The Times of India in about 100 words on “A Healthy Body Has a Healthy Mind”. (S.S. Exam 2018)
Answer:
A Healthy Body Has a Healthy Mind
If we want to have a healthy mind, we need a healthy body first. A sick man cannot enjoy mental health and happiness. He always remains troubled with an ailing disposition. He loses the efficiency to work and becomes an inactive and hopeless person. On the other hand, the person blessed with strong physique can enjoy not only mental pleasure but also spiritual joy. It is not untrue that health and happiness beget each other. As our mind affects our body, in the same way, our body also influences the mind. Therefore we should be careful about our physical health.
यदि हम स्वस्थ मस्तिष्क (मन) रखना चाहते हैं, तो पहले हमें स्वस्थ शरीर की आवश्यकता होती है। कोई रोगी व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य एवं प्रसन्नता का आनन्द नहीं ले सकता। वह सदैव एक रुग्ण मानसिकता से परेशान बना रहता है। वह कार्य करने की क्षमता खो देता है और एक निष्क्रिय व निराश व्यक्ति बन जाता है। दूसरी ओर, शक्तिशाली शरीर वाला व्यक्ति न केवल मानसिक प्रसन्नता वरन आध्यात्मिक प्रसन्नता का भी आनन्द ले सकता है। यह सत्य है कि स्वास्थ्य एवं प्रसन्नता एक-दूसरे के जन्मदाता हैं। जिस प्रकार हमारा मन हमारे तन को प्रभावित करता है, उसी प्रकार हमारा तन भी मन को प्रभावित करता है। इसलिए हमें अपने शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में सतर्क रहना चाहिए।
Question 31.
Rajasthan has a vast stretch of desert. What are the major causes of soil erosion and how can it be checked? Based on the above clues, write an article for the Indian Express on Soil Conservation.
Answer:
Soil Conservation
Soil Conservation Rajasthan has a vast stretch of desert. Most of the land is devoid of the plantation, soil erosion is a very common phenomenon. The soil is bare, the wind picks up speed due to the flat land and blows away the unprotected soil. Even though rain falls infrequently in Rajasthan; when it does rain, it causes a large run of surplus water that washes away the top layer of the soil as we saw during the rainy season of 2017 in some parts of Rajasthan. The flood in Pali, Jalore and Rajsamand etc. caused a lot of soil erosion, The best step in the direction of soil conservation is planting appropriate trees. The construction of bunds to check the flow of water will also prove helpful.
मृदा-संरक्षण राजस्थान में रेगिस्तान का बहुत बड़ा क्षेत्र है। अधिकांश भूमि वृक्षों से रहित होने के कारण मृदा अपरदन एक सामान्य परिदृश्य है। मिट्टी के खुले होने के कारण और भूमि समतल होने के कारण हवा तेजी से बहती है और असुरक्षित मिट्टी को उड़ा ले जाती है। यद्यपि राजस्थान में वर्षा रुक-रुककर होती है परन्तु जब होती है तो बड़ी मात्रा में फालतू पानी बह जाता है जिससे मिट्टी की ऊपरी सतह बह जाती है। जैसा कि हमने वर्ष 2017 की वर्षा ऋतु में राजस्थान के कुछ भागों में देखा था। पाली, जालौर, राजसमन्द आदि जिलों में बाढ़ ने काफी मात्रा में मृदा अपरदन किया। मृदा-संरक्षण की दिशा में सर्वोत्तम कदम है- समुचित वृक्षारोपण। जल के बहाव को रोकने के लिए बन्धों का निर्माण भी इस कार्य में सहायक होगा।
Question 32.
Write an article to be published in ‘The Amrit Bazar Patrika’ on ‘Demonetization and its impact.’ (Sample Paper 2018)
Answer:
Demonetization and its Impact
When a currency note of a particular denomination ceases to be a legal tender, it is termed as demonetisation. On 08 November 2016 late at night, the Government of India announced the demonetisation of all 500 and 1000 bank notes. The Government replaced the old Rs. 500 notes with newer ones and done away with the Rs. 1000 notes. The main objective of this move was to curb the black money, corruption and fake currency. The government estimated that around 1.40 lakh crores of black money became invalid due to demonetization. The hoarders of black money got harassed. The traditional systems of hoarding money at home eliminated and today all Indians deposit their money in banks. It will help to strengthen the economy of India and our country will emerge as a superpower in forthcoming years.
Question 33.
Write an article on ‘Spiritualism and Ethical Values in Ancient India.
Answer:
Spiritualism and Ethical Values in Ancient India
India is known for its spiritual and ethical values from the time immemorial. Spiritualism is the lifeline of Indian culture. The most ancient book on religion ‘The Rigveda’ belongs to India. The most perfect science of physical, mental and spiritual health ‘The Yoga’ belongs to India. Indian history is full of such episodes when people not only renounced their property and family but also their lives to keep their words and ideas. Universal brotherhood, motherhood in the earth; work is worship are a few of those innumerable principles that signify the spiritual and ethical values in the society of ancient India.
भारत शाश्वत काल से अपने आध्यात्मिक व नैतिक मूल्यों के लिए जाना जाता है। अध्यात्मवाद भारतीय संस्कृति की जीवन रेखा है। धर्म पर सर्वाधिक प्राचीन ग्रन्थ ‘ऋग्वेद’ भारत में ही रचा गया। शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक स्वास्थ्य का सम्पूर्ण विज्ञान ‘योग’ भी भारत की ही सम्पत्ति है। भारतीय इतिहास ऐसी घटनाओं परिपूर्ण है जब लोगों ने अपने वचन व आदर्शों के लिए न केवल सम्पत्ति व परिवार का बल्कि अपने जीवन का भी परित्याग कर दिया। विश्व बन्धुत्व, पृथ्वी में मातृत्व भाव, कर्म में पूजा का भाव उन असंख्य सिद्धान्तों में से कुछ हैं जो प्राचीन भारतीय समाज में प्रचलित आध्यात्मिक व नैतिक मूल्यों का महत्व प्रदर्शित करते हैं।
Question 34.
Write an article on the topic ‘Books and Friends must be Few but Good’.
Answer:
Books and Friends Must be Few but Good’
A man is known by the company he keeps’. The saying implies that company influences one’s character and personality. Usually, this company comprises friends and books. If friends are good, the influence will also be good. The same is true of books. Good books help a man become good while bad books spoil him. Therefore it is always wise to associate with good friends and read good books. Their number doesn’t matter. Just as few good friends are enough to enjoy the fruit of friendship, similarly, few good books are enough to inculcate in oneself the noble qualities of a good life.
‘व्यक्ति को उसकी संगत से जाना जाता है। इस कथन का अभिप्राय है कि संगत ही किसी व्यक्ति के चरित्र और व्यक्तित्व को प्रभावित करती है। आमतौर पर यह संगत मित्रों और पुस्तकों की होती है। यदि मित्र अच्छे हैं। तो उनका प्रभाव भी अच्छा होता है। पुस्तकों के बारे में भी यही सत्य है। अच्छी पुस्तकें मनुष्य को अच्छा बनने में सहायक होती है जबकि बुरी पुस्तकें उसको बिगाड़ देती है। इसलिये हमेशा अच्छे मित्रों के साथ रहना और अच्छी पुस्तकें पढ़ना ही बुद्धिमत्तापूर्ण होता है। उनकी संख्या महत्त्वपूर्ण नहीं होती। जैसे थोड़े से अच्छे मित्र मित्रता का सुख भोगने के लिये पर्याप्त होते हैं वैसे ही थोड़ी सी अच्छी पुस्तकें व्यक्ति में अच्छे जीवन के अच्छे गुणों की सिखाने के लिये पर्याप्त होती है।
Question 35.
Write an article on ‘Reading Makes a Man Perfect’.
Answer:
Reading Makes a Man Perfect
Francis Bacon had said, “Reading makes a full man”. A full man means a perfect man who is knowledgeable, morally good and mentally and spiritually enlightened. By reading good books, a man can overcome his shortcomings and achieve perfection of mind, body and heart. Reading books of different branches of knowledge sharpen mental faculties of a man and enable him to formulate his thinking and character. Moreover, books contain thoughts, experience and knowledge of the great minds. They enable a man to think deeply for his own good. Thus, reading makes a man perfect.
फ्रान्सिस बेकन ने कहा था, “पठन-पाठन मनुष्य को निपुण बनाता है।” निपुण मनुष्य का अर्थ है दोषरहित मनुष्य जो ज्ञानवान, नैतिक रूप से अच्छा और मानसिक और आध्यात्मिक रूप से निपुण हो। अच्छी पुस्तकें पढ़कर व्यक्ति अपनी कमियाँ दूर कर सकता है और मस्तिष्क, शरीर और आत्मा की पूर्णता प्राप्त कर सकता है। अलग-अलग विषयों की पुस्तकों को पढ़ने से व्यक्ति की मानसिक क्षमता तेज होती है और उसको अपनी सोच और चरित्र बनाने में सक्षम बनाती है। इसके अतिरिक्त पुस्तकों में महान लोगों के विचार, अनुभव और ज्ञान होते हैं। वे व्यक्ति को अपनी भलाई के लिए गहन विचार करने में सक्षम बनाते हैं। इस प्रकार पठन-पाठन व्यक्ति को निपुण बनाता है।
Question 36.
Write an article on ‘Sweet is the Uses of Adversity.’
Answer:
Sweet is the Uses of Adversity
Shakespeare’s famous quote ‘Sweet are the uses of Adversity’ is a whole measure of truth packed into a few words. At some point in life, almost all of us have to go through bad times. Challenges come to us in many forms. But these challenges make us only wiser and more courageous. The best way to deal with hard times is to hold onto one’s patience and good sense. When one goes through difficulty with this attitude, one comes out as a polished individual. Problems leave us with a better understanding of life. Thus adversity brings the best form of us. We must not lose courage and patience in life. One must not surrender to hurdles of life.
शेक्सपीयर का प्रसिद्ध उद्धरण ‘Sweet are the uses of Adversity’ थोड़े से शब्दों में कहा गया बहुत बड़ा सत्य है। लगभग हम सभी को जीवन में कभी न कभी बुरे समय से गुजरना पड़ता है। हमारे सामने अनेक रूपों में चुनौतियाँ आती हैं। लेकिन ये चुनौतियाँ हमें अधिक बुद्धिमान व अधिक साहसी ही बनाती हैं। कठिन समय से निबटने का सबसे अच्छा तरीका है – धैर्य व समझदारी बनाये रखना। जब व्यक्ति इस दृष्टिकोण के साथ कठिनाइयों का सामना करता है तो वह एक परिष्कृत व्यक्ति के रूप में सामने आता है। समस्याओं से हमें जीवन की अधिक अच्छी समझ प्राप्त होती है। इस प्रकार बुरे दिन हमारा सबसे श्रेष्ठ रूप सामने लाते हैं। हमें जीवन में उत्साह और धैर्य का त्याग कभी नहीं करना चाहिए। संकटों के समक्ष व्यक्ति को कभी आत्मसमर्पण नहीं करना चाहिए।
Question 37.
Write an article on ‘Our Patriots Our Role Models’.
Answer:
Our Patriots Our Role Models
Patriotism is a sacred feeling. It inspires us to do everything for the good of our country. We remember many patriots like Mahatma Gandhi, Subhash Chandra Bose, Chandra Shekhar Azad, Bhagat Singh and many more. They sacrificed their lives for their motherland. We are proud of all our patriots. They are our role models. Their love and dedication for the country inspire us. We should make our best efforts for the upliftment of our motherland. We must be very sincere in performing our duties for the nation. We must learn the dedication of the deeds of our patriots. We must remember that our personal gains must not be above the nation.
Question 38.
Write an article on ‘The Person who Impressed me Most’.
Answer:
The person who impressed me most
The person who impressed me most was Dr A.P.J. Abul Kalam. He was a renowned scientist. He came to be known as the Missile Man of India for his work on the development of ballistic missile and launch vehicle technology. He became the 11th President of India in the year 2002 and continued till 2007. He was the recipient of many Prestigious awards including, Bharat Ratna in 1997. He lived his life with great simplicity. He wrote many books. He was a man of strong will power. He died on July 27, 2015.
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