Rajasthan Board RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-I
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-I Textual Questions
Answer the following questions in about 60 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 60 शब्दों में लिखे :
Question 1.
Describe the old city of Udaipur surrounded by bastioned wall.
पुराने उदयपुर नगर का वर्णन कीजिए जो (सुरक्षा की दृष्टि से उभरे हुए झरोंकों से युक्त) दीवार से घिरा हुआ है।
Answer:
The old city of Udaipur is surrounded by a bastioned wall. There are four huge gates with metal spikes – Surajpole, Chandpole, Udaipole and Hathipole. The Western side is bounded by Pichola lake. To the north is the Sajjangarh hill once covered with dense forest, the home of the tigers and the leopards. There is only one main road which leads to the grand palace. There are many havelis made of white marbles and red stones.
पुराना उदयपुर नगर एक सुरक्षित दीवार से घिरा हुआ है। इसमें चार बड़े दरवाजे हैं जिनके किवाड़ों पर धातु की नुकीली कीलें लगी हैं-सूरज पोल, चांद पोल, उदय पोल और हाथी पोल। पश्चिमी दिशा पिचोला झील से घिरी हुई है। उत्तर की ओर कभी घने जंगल से ढकी हुई सज्जनगढ़ की पहाड़ी है जो कभी शेर और तेंदुओं का घर थी। वहाँ एक ही मुख्य सड़क है जो सीधी महल को जाती है। वहाँ सफेद संगमरमर तथा लाल पत्थर की बनी हुई बहुते सी हवेलियाँ हैं।
Question 2.
A new township has developed outside the old city wall. Describe the new township and people living there.
पुराने नगर की दीवार के बाहर एक नया नगर विकसित हो गया है। नये नगर और वहाँ के लोगों का वर्णन करो।
Answer:
In the new township there are rows of neat and clean houses on both sides of the broad tarmac roads. There is no foul smell of cow dung, urine puddles and smoke pollution. In their houses some people maintain rose gardens. The people in the new township are self centered. All have settled here for their livelihood. They know nothing about the soil and culture of Mewar. The only common thing is that both the rich and the poor can use the tarmac road.
नई नगरी में कोलतार से बनी चौड़ी सड़कों के दोनों ओर साफ-सुथरे मकानों की कतारें हैं। गाय के गोबर, मूत्र से भरे छोटे-छोटे गड्ढों की बदबू नहीं है और धुएँ का प्रदूषण नहीं है। अपने मकानों में कुछ लोग गुलाबों की वाटिकायें रखते हैं। नई आबादी में लोग स्वार्थी हैं। यहाँ सभी लोग अपनी रोजी रोटी के लिये आकर बसे हैं। मेवाड़ की मिट्टी और संस्कृति के बारे में वे कुछ नहीं जानते। उनमें मिलती-जुलती बस एक ही बात है कि दोनों अमीर और गरीब कोल तार की सड़कों का समान आजादी से उपयोग कर सकते हैं।
Question 3.
Who is Pari? How does she come to ‘Jeevan-Niwas’?
परी कौन है ? वह ‘जीवन निवास’ में कैसे आती है ?
Answer:
Pari is the oldest and the senior most maid in the haveli. She is hard working, clever and devoted to her master. She has established a special place for herself in the haveli. She is personal attendant to Kanwarani sa. There was a terrible famine in Rajasthan wherein Pari’s parents lost their three children. So her father brought her to ‘Jeevan Niwas’ for her breeding and safety. As she grew up she began to serve there with devotion.
परी हवेली ‘जीवन निवास’ की सबसे पुरानी और श्रेष्ठतम वाई है। वह कठोर परिश्रमी, चतुर और अपने स्वामी के प्रति समर्पित है। हवेली में उसने अपने लिये. एक विशेष स्थान स्थापित कर लिया। वह कन्वारानी सा की व्यक्तिगत बाई है। राजस्थान में एक भयंकर अकाल पड़ा जिसमें परी के माता-पिता ने अपने तीन बच्चों को खो दिया। अतः उसके पिता उसकी सुरक्षा और लालन-पालन के लिये उसे ‘जीवन निवास’ ले आये। जब वह बड़ी हुई तो वहीं समर्पित भाव से सेवा करने लगी।
Question 4.
Why was Lakshmi not happy marrying Ganga Ram ?
गंगा राम से विवाह करके लक्ष्मी खुश क्यों नहीं थी ?
Answer:
Lakshmi was married to Gangaram against her will. Gangaram was poor and ugly. He had a crooked nose on his pocked marked dark-complexioned face. But he was gentle, soft spoken and kind. Laskhmi disliked his short temper and dirty looks. He always put on tattered clothes. His mouth always gave out foul smell of smoking. Lakshmi always blamed her mistress for marrying her to a poor and ugly man.
लक्ष्मी का विवाह गंगाराम से उसकी मर्जी के विरुद्ध किया गया। गंगाराम गरीब और बदसूरत था। उसके चेचक के निशान वाले सांवले चेहरे पर टेढ़ी मेढ़ी नाक र्थी। लेकिन वह भला था, मधुर बोलता था और दयालु था। लक्ष्मी उसके गुस्सा करने के स्वभाव और गन्दा रहने को पसन्द नहीं करती थी। वह सदैव फटे-पुराने कपड़े पहनता था। उसके मुँह से सदा धूम्रपान की बदबू आती थी। लक्ष्मी हमेशा अपनी मालकिन से उसका विवाह एक गरीब और बदसूरत आदमी से करने की शिकायत करती थी।
Question 5.
Why did Lakshmi scold Sarju for her greed ?
लक्ष्मी ने सरजू को उसके लालची होने पर क्यों डांटा ?
Answer:
Sarju was the midwife of the haveli. She helped the maids of the haveli at the time of delivery. She massaged the young mistress Geeta as well as Lakshmi. One day Sarju got unusually late in coming to Lakshmi. More so Lakshmi was feeling severe pain. She thought that she (Sarju) might be flattering Geeta to get more precious gift on the occasion of Vijay’s birth celebration. So she scolded her for being greedy.
सरजू हवेली की दाई थी। बच्चा जनने के समय वह नौकरानियों की सहायता करती थी। वह युवा मालकिन और लक्ष्मी दोनों की मालिश करती थी। एक दिन लक्ष्मी के पास आने में उसे असाधारण विलम्ब हो गया। इससे भी बड़ा कारण यह था कि लक्ष्मी को बहुत तेज दर्द हो रहा था। उसने सोचा कि सरजू विजय के जन्म की खुशियां मनाने के पर्व पर अधिक अच्छा उपहार लेने के लिये युवा मालकिन की खुशामद कर रही होगी। अतः उसने उसे लालची होने के कारण फटकारा।
Question 6.
What doubt did Geeta’s parents have about her adjustment in the old traditional family ?
गीता के माता-पिता के मन में गीता के प्राचीन पारम्परिक परिवार के साथ सामंजस्य को लेकर क्या सन्देह था?
Answer:
Geeta’s parents knew very well that Ajay Sing’s family was an upper class family of Udaipur. Geeta had been brought up in a modern family of Bombay. So they felt that it would be difficult for her to adjust herself with a traditional upper class family of Udaipur. They doubted that the orthodox relatives of Ajay Singh would agree to accept Geeta, an educated girl from a modern family.
गीता के माँ-बाप अच्छी तरह से जानते थे कि अजय सिंह जी का परिवार उदयपुर का एक उच्च परिवार है। गीता मुम्बई के एक आधुनिक परिवार में पली-बड़ी हुई अतः वे सोचते थे कि उसके लिये अपने आप को उदयपुर के पारम्परिक परिवार के साथ सामंजस्य स्थापित करने में बड़ी कठिनाई होगी। उन्हें सन्देह था कि अजय सिंह के कट्टर सम्बन्धी गीता को स्वीकारने की सहमति देंगे जो कि एक शिक्षित आधुनिक परिवार की लड़की है।
Question 7.
How did Geeta spend her first day at her in-laws house ?
गीता ने अपनी ससुराल में पहला दिन किस प्रकार व्यतीत किया ?
Answer:
As soon as Geeta put her first step into the house, she was surrounded by a group of women. Every one of them wanted to lift her sari and see her beautiful face. She patiently bore all the unfavourable remarks of the women. She had to bend down to touch the feet of over one hundred women. They all blessed her a long happy married life.
जैसे ही गीता ने अपना प्रथम पग मकान में रखा महिलाओं के एक समूह ने उसे घेर लिया। उनमें से प्रत्येक उसकी साड़ी उठाना और उसका सुन्दर मुखड़ा देखना चाहता था। उसने महिलाओं की समस्त टिप्पणियाँ धैर्य से सुनीं। उसे एक सौ से भी अधिक महिलाओं के चरण स्पर्श करने के लिये झुकना पड़ा। उन सभी ने उसे दीर्घ सुखी विवाहित जीवन का आशीर्वाद दिया।
Question 8.
Why did Geeta trespass into men’s apartment ? What did she see in the room ?
गीता ने पुरुषों के लिये सुरक्षित कमरों में अनाधिकृत रूप से प्रवेश क्यों किया? उसने कमरे में क्या देखा ?
Answer:
Geeta had a keen desire to know what strange things were there in men’s apartment as to forbid ladies entery. So she trespassed into the men’s apartment. Geeta saw pale green chandeliers hanging from the ceiling. She also saw various hunting sceneries and the gold framed portrait of her husband’s forefathers in their court dresses hung on the wall.
गीता की बड़ी तीव्र इच्छा थी यह जानने की कि पुरुषों के कक्षों में ऐसी कौन-सी विचित्र चीजें हैं कि उनमें स्त्रियों का प्रवेश वर्जित है। अत: उसने पुरुषों के कमरों में अनधिकृत प्रवेश किया। गीता ने वहां छत से लटके हुए हलके हरे रंग के झाड़फानूस देखे। उसने दीवारों पर शिकार करने के अनेक दृश्य तथा उसके पति के पूर्वजों के सुनहरे फ्रेम में लगे हुए पोरट्रेट लटके भी देखे।
Question 9.
“Dhapu was a friend and guide to Geeta”. Comment upon the statement.
“धापू गीता की सहेली एवं मार्ग दर्शिका थी।” इस कथन पर टिप्पणी कीजिये।
Answer:
Dhapu was Geeta’s chief maid. She affectionately taught Geeta all the etiquettes that were expected of a daughter-in-law of the haveli. Dhapu’s sympathy and proper guidance enabled Geeta to overcome the difficulties that came her way. Geeta had decided to go back to her parents but Dhapu’s advice checked her to do so.
धापू गीता की मुख्य सेविका थी। हवेली की वधू से जो अपेक्षा की जाती थी उस सभी शिष्टाचार को धापू गीता को प्यार से सिखाती थी। धापू की सहानुभूति तथा उचित मार्ग दर्शन ने गीता को इस योग्य बना दिया कि अपने मार्ग में आई सारी कठिनाईयों को उसने सरलता से पराजित कर लिया। गीता ने अपने माता-पिता के पास वापस जाने का फैसला कर लिया था परन्तु धापू की सलाह ने उसे ऐसा करने से रोक दिया।
Question 10.
How did Geeta pass her day time in the haveli in the beginning of her married life?.
अपने विवाहित जीवन के प्रारम्भिक दिनों में गीता अपना दिन का समय कैसे व्यतीत करती थी ?
Answer:
In the beginning of her married life, Geeta sat with her head bent among the relative ladies. In spite of so many maids and a cook, she went to the kitchen and helped her mother-in-law to prepare refreshment for the guests. After the morning meal, she took some rest in her room. Then Geeta called all the maids in her room and chatted with them.
अपने विवाहित जीवन के प्रारम्भिक समय में गीता अपना सिर झुकाये रिस्तेदार महिलाओं के बीच बैठी रहती थी। इतनी सारी सेविकाओं और रसोईये के बावजूद भी वह पाक कला में अपनी सासु-माँ की अतिथियों के लिये नाश्ता बनाने में सहायता करती थी। सुबह के भोजन के बाद वह अपने कमरे में कुछ आराम करती थी। तब गीता समस्त सेविकाओं को अपने कमरे में बुला लेती थी और उनसे बातचीत करती थी।
Question 11.
“Bhabhia sa ruled the haveli with an iron hand.” Comment on this statement.
भाभा सी हवेली पर सख्ती से शासन करती थी।” इस कथन पर टिप्पणी कीजिये।
Answer:
Bhaba sa was the first lady of the haveli. She was very strict. She kept an strict eye on every inmate of the haveli. Nobody dared raise his/her voice in front of her. Her word was law and nobody could disobey her. The young maids were not allowed to go in the courtyard until they were married. If someone tried to do so, she did not hesitate to use her stick.
भाभा सा हवेली की प्रमुख स्त्री थी। वह बहुत सख्त थी। हवेली के प्रत्येक निवासी पर वह कड़ी निगाह रखती थी। उसके सामने आवाज उठाने की किसी में हिम्मत नहीं थी। उसका कहना मात्र ही हवेली का कानून था और कोई भी उसकी आज्ञा का उल्लंघन नहीं कर सकता था। विवाह होने से पूर्व किसी भी युवी सेविकाओं को आंगन में जाने की इजाजत नहीं थी। यदि किसी ने ऐसा करने का प्रयास भी किया तो वह अपनी छड़ी/बेंत को प्रयोग करने में नहीं हिचकिचाती थीं।
Question 12.
The thought of three days of feasting and merry-making made Geeta positively ill. Why ?
तीन दिन तक चलने वाली दावत तथा हर्षोल्लास के विचार ने गीता को अत्यधिक बीमार कर दिया। क्यों ?
Answer:
The three days feasting and merry-making reminded her of the courtyard crowded with women. These women were gazing at her and were criticising her even on her arrival at the haveli. Geeta did not like the noise of the festivities. She wanted to remain calm and quiet. She always felt nervous when relatives gathered. So she felt herself postively ill.
तीन दिन तक चलने वाली दावत तथा हर्षोल्लास के विचार ने गीता को महिलाओं से ठसाठस भरे हुए आँगन की याद दिला दी। ये महिलायें उसकी ओर घूर रही थीं और उसकी आलोचना कर रही थीं जब वह पहली बार हवेली पहुँची थी। गीता को तीज त्यौहारों का शोर-शराबा पसन्द नहीं था। वह चुपचाप और शान्त रहना चाहती थी। जब कभी भी रिश्तेदार इकट्ठा होते थे वह नरवस महसूस करती थी। अतः उसने निश्चित रूप से स्वयं को बीमार महसूस किया।
Question 13.
Describe the personality and manners of Kanwarani sa.
कन्वारानी सा के व्यक्तित्व और शिष्टाचार का वर्णन कीजिये।
Answer:
Kanwarani sa is the wife of Bhagwat Singh ji and mother-in-law of Geeta. She is short in size and looks weak. Her complexion is fair. She is gentle and soft spoken but is very strict. She loves the customs and traditions of the haveli and can do anything to maintain them. She loves Geeta and her soft corner for Sita (Lakshmi’s daughter).
कन्वारानी सा भगवत सिंह जी की पत्नी और गीता की सासु माँ हैं। वह नाटे कद की हैं और कमजोर दिखाई देती हैं। उनका रंग साफ है। वह नेक और मधुर बोलने वाली हैं परन्तु बहुत सख्त हैं। वह हवेली की परम्पराओं और रीति रिवाजों को पसन्द करती हैं और उन्हें बनाये रखने के लिये कुछ भी कर सकती हैं। वह गीता को प्यार करती हैं और सीता (जो लक्ष्मी की पुत्री है) के प्रति जो सहानुभूति गीता को है उसे भी पसन्द करती हैं। .
Question 14.
Why did Bhabha sa upbraid Kanwarani sa after the festivities?
हर्षोल्लास के आयोजन के समापन के पश्चात् भाभा सा ने कन्वारानी सा को क्यों डाँटा ?
Answer:
Bhabha sa wished to have a great grand son in the family. She wanted to celebrate his birth on a large scale with pomp and show. But she was not in favour of giving gifts to the maids on the birth of a girl. She did not like to waste money like water. So, she upbraided Kanwarani sa for lavishly giving gifts to the maids.
भाभा सा को परिवार में एक पड़पौत्र होने की बड़ी कामना थी। वह उसके जन्म को बड़े पैमाने पर बहुत शानो-शौकत से मनाना चाहती थी। परन्तु लड़की के जन्म पर वह सेविकाओं को उपहार देने के पक्ष में नहीं थी। वह पैसे को पानी की तरह बर्बाद करना नहीं चाहती थी। अतः उसने सेविकाओं को दिल खोलकर उपहार देने के लिये कन्वारानी सा को सख्ती से डांटा।
Question 15.
What are the emotions that fill Geeta’s heart when she sees through lattice window in men’s apartment ?
जब गीता संगमरमर की जाली वाली खिड़की से पुरुषों के कक्ष में देखती है तो उसके हृदय में क्या भाव उठते हैं?
Answer:
Seeing the splendour of the rooms, Geeta feels her heart filled with unusual joy. When she sees the portrait of her husband’s ancestors in their court-dress, she realizes that the people of the haveli are gentle, kind and brave. The emotions of joy, affection and pride fill her heart. She feels proud of being a bride of an honourable and royal family.
कमरे की शान शौकत देखकर गीता अपने हृदय को असाधारण आनन्द से भरा हुआ महसूस करती है। जब वह अपने पति के पूर्वजों की तसवीरें दरबारी पोशाक में देखती है तो वह समझ जाती है कि हवेली के लोग भले, दयालु और बहादुर हैं। खुशी, प्यार और गौरव की भावनायें उसके हृदय को भर देती हैं। एक सम्मानित और राजसी परिवार की वधू होने का उसे गर्व अनुभव होता है।
Question 16.
Why did Lakshmi leave the haveli ?
लक्ष्मी ने हवेली को क्यों छोड़ दिया?
Answer:
Lakshmi was not satisfied with her husband Gangaram because he was ugly, poor and uncaring. Heera Lal, the driver took advantage of this situation and tried to entice Lakshmi. He gave her a blouse, a sari and a packet of delicious halwa. When Gangaram came to know about these gifts, he was furious. He bluntly abused her and ran to beat her. Lakshmi left the haveli in fear and humiliation.
लक्ष्मी अपने पति से सन्तुष्ट नहीं थी क्योंकि वह निर्धन, कुरूप तथा उसका ध्यान नहीं रखता। ड्राईवर हीरा लाल ने इस परिस्थिति का लाभ उठाया और लक्ष्मी को फांसने का प्रयास किया। उसने उसको ब्लाउज, सारी और लजीज हलवे का एक पैकेट दिया। जब गंगाराम को इन उपहारों के बारे में पता चला तो वह गुस्से से आग बबूला हो गया। उसने उसे बुरी तरह गालियाँ दी और उसे पीटने के लिये भागा। लक्ष्मी भय और अपमान से हवेली छोड़कर चली गई।
Question 17.
Why did Lakshmi refuse to return to the haveli ?
लक्ष्मी ने हवेली में वापस आने से क्यों इंकार कर दिया ?
Answer:
Lakshmi was innocent, but her husband Gangaram suspected her character. He called her a woman of the street. In his anger he ran after her to wring her neck. She feared his violent doings. She thought that all the other maids of the haveli and their children would look upon her as a bad woman and would taunt her. So she refused to return to the haveli.
लक्ष्मी निर्दोष थी परन्तु उसके पति गंगाराम ने उसके चरित्र पर संदेह किया। उसने उसे सड़क की औरत कहा। क्रोध में वह उसकी गर्दन मरोड़ने के लिये भागा। अतः वह उसकी हिंसात्मक कर्तृतों से डर गयी। उसने सोचा कि हवेली की सभी अन्य सेविकायें और उनके बच्चे उसे बुरी औरत समझेंगे और उसे चिढ़येंगे। अतः उसने हवेली में वापस आने से इंकार कर दिया।
Question 18.
Who was Arjun ? Why did Khyali and Pari go to meet Arjun ?
अर्जुन कौन था ? ख्याली और परी अर्जुन से मिलने क्यों गये ?
Answer:
Arjun was a ‘Bhopa’, the fortune teller. He was the man who had found out the thief who had stolen Dhapu’s gold bangles. He was a greedy fellow too. Khyali and Pari went to Arjun to know from him the whereabouts of Lakshmi. Arjun told them that she was alive and lived with someone in such and such house in a particular gali.
अर्जुन भोपा था जो एक भविष्य वक्ता था। यही वह व्यक्ति था जिसने धापू की सोने की चूड़ी चुराने वाले का पता बताया था। वह एक लालची व्यक्ति था। ख्याली और परी उसके पास लक्ष्मी का अता-पता पूछने गये थे। अर्जुन ने उन्हें बताया कि वह जिन्दा है और वह अमुक व्यक्ति के साथ एक विशिष्ट गली में रहती है।
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-I Additional Questions Short Answer Type Questions (60 words)
Question 1.
Describe the significance of Sajjangarh hill during the rule of the Maharana of Mewar.
मेवाड़ के महाराजा के शासन काल में सज्जनगढ़ पहाड़ी के महत्व का वर्णन करो।
Answer:
Sajjangarh hill lies to the north of Udaipur, then the Capital of Mewar. That time it was covered with a thick forest. It became the home of tigers and leopards where the royalty hunted wild animals. The poor climbed up the steep hill and collected dry twigs and branches or other fuel for their daily needs.There was thick vegetation around the hill – so thick that the paths into the forest could not be seen.
सज्जनगढ़ पहाड़ी उदयपुर के उत्तर में है जो उस समय (उदयपुर) मेवाड़ की राजधानी था। तव उस समय यह पहाड़ी घने जंगल से ढकी रहती थी। यह शेरों और तेंदुओं का घर हो गया था। जहां राजा महाराजा इन जंगली जानवरों का शिकार करते थे। गरीब लोग इस सीधी पहाड़ी पर चढ़ जाते थे और सूखी टहनियां तथा शाखाओं को दैनिक ईंधन के रूप में इकट्ठा करते थे। पहाड़ी के चारों ओर घनी वनस्पति होती थी-इतनी घनी कि जंगल के रास्ते भी नहीं देखे जा सकते थे।
Question 2.
Reproduce the conversation between Gangaram and Khyali on the birth of a girl-child.
लड़की के जन्म पर गंगाराम और ख्याली के बीच वार्तालाप को लिखिए।
Answer:
When Gangaram heard a child’s cry, he sighed ‘it is a girl’. He threw his bidi in disgust. Khyali said with sympathy “God takes care of all those He sends into the world. I admit that girls are a burden; but we are helpless.” He then gussed that the young mistress would have a son. Gangaram said, “The rich always get what they desire but the poor have all the bad luck.”
जब गंगाराम ने एक बच्चे की आवाज सुनी तो उसने आह भरकर कहा, “यह तो लड़की है”। उसने बेचैनी में अपनी बीड़ी फेंक दी। ख्याली ने सहानुभूति से कहा, ”भगवान उन सबकी देखभाल करता है जिन्हें वह इस संसार में भेजता है। मैं मानता हूँ कि लड़कियां एक बोझ होती हैं परन्तु हम विवश हैं।” तब उसने अनुमान लगाया कि युवा मालकिन के तो लड़का होगा। गंगाराम ने कहा कि ”अमीर लोगों को तो वही मिलता है जो वे चाहते हैं। परन्तु गरीब लोगों का भाग्य तो सदा बुरा ही रहता है।”
Question 3.
“Geeta’s parents’ anxiety was not so much about her adjustment but whether she would be approved by Ajay’s parents.” Comment on the statement.
गीता के माता-पिता की चिन्ता यह नहीं थी कि गीता उस परिवार के साथ कैसे सामंजस्य स्थापित करेगी किन्तु क्या अजय के माता-पिता उसे पसन्द करेंगे?” इस कथन की विवेचना कीजिए।
Answer:
The anxiety of Geeta’s parents was about Ajay’s family. The women of upper class family in Udaipur remained in purdah. They moved about with their face covered. But Geeta was a modern girl and had studied with boys. They believed that her education · would enable her to adjust herself to the new traditional family.But they thought that Ajay’s more orthodox relatives would not accept an educated modern girl.
गीता के माता-पिता की चिन्ता अजय के परिवार के विषय में थी। उदयपुर में उच्च जाति की महिलायें परदे में रहती थीं। वे अपना चेहरा ढककर ही इधर-उधर आती जाती थीं। परन्तु गीता एक आधुनिक लड़की थी और लड़कों के साथ पढ़ चुकी थी। उन्हें यकीन था कि उसकी शिक्षा उसे इस योग्य बना देगी कि वह परम्पराओं से बंधे परिवार के साथ सामंजस्य स्थापित कर लेगी। परन्तु वे सोचते थे कि अजय के कट्टर विचारधारा के रिश्तेदार एक सुशिक्षित लड़की को स्वीकार नहीं करेंगे।
Question 4.
How was Geeta welcomed on her arrival at Udaipur railway station after her marriage ?
अपने विवाह के बाद उदयपुर रेलवे स्टेशन पहुँचने पर गीता का किस प्रकार स्वगित हुआ ?
Answer:
As Geeta put her foot on Udaipur platform, she was surrounded by singing women. Their faces were covered with veils. One of the women came forward and pulled Geeta’s sari over her face. She remarked “Where do you come from that you show your face to the world ?” Frightened Geeta managed to get into the car. The women followed her singing as loudly as they could.
जैसे ही गीता ने अपना पैर उदयपुर प्लेटफार्म पर रखा उसे गीत गाती औरतों ने घेर लिया। उनके चेहरे घूघट से ढके हुए थे। उन महिलाओं में से एक आगे बढ़ी और उसकी (गीता की) साड़ी को उसके चेहरे के ऊपर खेंच दिया। उसने कहा, “तुम कहाँ से आई हो जो अपना मुँह सारे संसार को दिखाती हो ?” भयभीत गीता किसी न किसी तरह कार में बैठ गई। महिलायें जितने जोर से गीत गा सकती थीं गाते-गाते कार के पीछे-पीछे चल पड़ीं।
Question 5.
What was Pari’s chief advice to Geeta on her way to “Jivan Niwas” ?
‘जीवन निवास’ जाते हुए परी की गीता को क्या मुख्य सलाह थी ?
Answer:
Pari solemnly advised Geeta to keep her face always covered. On the way she pointed to various houses and havelies which belonged to one or the other close relatives of her husband. A confused Geeta wondered that the whole city belonged to her in-laws. All the other chief maids filled her mind with the norms and etiquettes of the haveli ‘Jivan Niwas’.
परी ने गीता को गम्भीरता से समझाया कि वह अपना चेहरा सदा ढक कर रखे। रास्ते में जाते समय उसने अनेकों मकानों और हवेलियों की ओर इशारा किया जिसके स्वामी उसके पति के कोई न कोई सम्बन्धी थे। हैरान गीता ने सोचा कि समस्त शहर उसके ससुरालियों का है। अन्य सभी मुख्य सेविकाओं ने उसके मस्तिष्क को हवेली ‘जीवन निवास’ के सिद्धान्तों और शिष्टाचारों से भर दिया।
Question 6.
In which way did Geeta find speration between men and women romantic and mysterious at “Jeevan Niwas”?
‘जीवन निवास’ में गीता ने पुरुषों और स्त्रियों के बीच पृथकता (अलग-थलग रहना) किस प्रकार रोमांचकारी और रहस्यपूर्ण पाया ?
Answer:
In the family of Gita’s parents, she had seen men and women talking quite freely be it day or night. Her mother respected her father but did not hide herself when his friends came to meet him. But in the haveli, men left for their apartment after the morning breakfast and came during the day for their lunch. They could meet and talk to their wives only after dusk. To Geeta, this lifestyle seemed romantic and mysterious.
गीता ने अपने माता-पिता के परिवार में तो यह देखा कि दिन हो या रात्रि पुरुष और स्त्री बड़ी स्वतन्त्रता से एक-दूसरे से बातचीत कर सकते थे। उसकी अपनी मां उसके पिता का बड़ा सम्मान करती थी परन्तु जब उनके (पिताजी के) मित्र मिलने के लिये आते थे तो वह छिप नहीं जाती थी। परन्तु इस हवेली में पुरुष सुबह का नाश्ता ही करके अपने कक्षों के लिये निकल जाते थे और दोपहर के भोजन के लिये ही घर आते थे। वे शाम के बाद ही अपनी पत्नियों से मिल सकते थे और बात कर सकते थे। गीता के लिये यह जीवन शैली रोमांचकारी और रहस्यपूर्ण थी।
Question 7.
Geeta believed that with her education and love she could win over any one, anywhere. Was she successful at Jeevan Niwas’ ?
गीता को यकीन था कि अपनी शिक्षा तथा प्रेम से वह किसी को भी कहीं भी जीत सकती है। क्या वह जीवन निवास’ में सफल हुई ?
Answer:
Geeta’s parents had always taught and encouraged her to speak out her thoughts and feelings freely and fearlessly. So she had full confidence that she could win over everyone in the new family with love. But even after two years of her marriage, she did not find herself comfortable at the haveli. She found that even her husband talked to his parents as if they were high dignitaries.
गीता के माता-पिता ने हमेशा उसे अपने विचारों और भावनाओं को स्वतन्त्रता और निर्भीकता से अभिव्यक्त करना सिखाया था। अतः उसे पूरा विश्वास था कि अपने प्यार से वह नये परिवार के हर व्यक्ति को जीत सकती है। परन्तु विवाह के दो वर्ष बाद भी उस ने अपने आप को सहज और सुखी नहीं पाया। उसने देखा कि उसके पति भी अपने माता पिता से इस प्रकार बात करते थे मानो वे बड़े श्रेष्ठ व्यक्ति हों।
Question 8.
Describe the singing and dancing festivity at ‘Jeevan Niwas’ on the birth celebration of Geeta’s daughter..
गीता की लड़की के जन्म पर नाच-गाने की खुशी का वर्णन करें।
Answer:
The feasting on the birth celebration of Geeta’s daughter was over by the afternoon. A group of professional singers arrived. As the singing gathered momentum, the young married girls with their veiled faces danced with great enthusiasm. Even the maid servants and senior ladies did not lag behind in turning and twisting their limbs. They swirled their skirts.
गीता की लड़की के जन्म पर दावत तीसरे पहर तक समाप्त हो गई। पेशावर गायिकाओं का एक समूह पहुँच गया। जैसे गाना अपनी पूरी तान पर पहुँच गया तो विवाहित युवा लड़कियाँ पूँघट निकाल कर अत्यन्त जोश खरोश से नाचीं। नौकरानियाँ और ज्येष्ठ स्त्रियाँ भी अपने शरीर के अंगों को नाचते समय मरोड़ने और मोड़ने में पीछे नहीं रहीं। उन्होंने अपने घाघरों को घुमा कर फिरकी बना दिया।
Question 9.
What did Ajay Singh’s grandfather recollect as he sat and watched Vijay’s birth celebration with a group of guests in the men’s apartment ?
पुरुषों के कक्ष में अतिथियों के समूह के साथ जब अजयं के दादा बैठे थे और विजय के जन्म के पर्व को खुशी से मनता देख रहे थे तो वे अतीत की क्या यादें कर रहे थे?
Answer:
Sangram Singhji recollected the day when his grandson Ajay Singh was born twenty nine years ago. The Maharana of Udaipur himself had graced his haveli. There were at least five hundred guests. The Maharana sat on a gorgeous mattress with his courtiers around him. They received homage from the nobility. A score of women had danced. He could still remember the colours of their saris.
संग्राम सिंह जी को वह दिन याद आया जब उनका पौत्र अजय सिंह पैदा हुआ था। उदयपुर के महाराजा ने अपनी उपस्थिति से उनकी हवेली का मान बढ़ाया था। कम से कम पाँच सौ अतिथि थे। महाराणा अपने दरबारियों से घिरे हुए एक शानदार गद्दे पर बैठे थे। वे सभी सामंतों से अपने प्रति सम्मान के उपहार प्राप्त कर रहे थे। बीसियों स्त्रियों ने नृत्य किया। आज भी उन्हें उनकी साड़ियों की रंग याद है।
Question 10.
Why did Heeralal offer blouse, sari and packet of halwa to Lakshmi ? How did Lakshmi react to it?
हीरालाल ने लक्ष्मी को ब्लाउज, साड़ी और हलवे का पैकेट क्यों दिया ? लक्ष्मी ने क्या प्रतिक्रिया दिखाई ?
Answer:
Heeralal, the driver, first offered a silken blouse (frock) for the child, then a sari to Lakshmi. He also gave her a packet of delicious halwa to persuade her and take some liberty with her. Lakshmi was confused whether to take it to the mistress or to tear it into shreds. As she looked at the pink sari and touched the cloth she threw it on the ground and stamped on it. She also threw the packet of delicious halwa.
हीरालाल ड्राईवर ने पहले तो लक्ष्मी की उसकी बच्ची के लिये एक रेशमी फ्रॉक दिया। उसके पश्चात् उसे एक साड़ी दी। उसने उसे स्वादिष्ट हलवे का पैकेट भी दिया उसे फाँसने और उसके साथ कुछ खुला समय बिताने के लिये। लक्ष्मी अनिश्चितता में थी कि क्या इन वस्तुओं को मालकिन के पास ले जाये या फाड़ कर तार-तार कर दे। जैसे उसने गुलाबी साड़ी को देखा और उसके कपड़े को स्पर्श किया तो उसने उसे जमीन पर फेंक दिया और पैर से कुचल दिया। उसने स्वादिष्ट हलवे के पैकिट को भी फेंक दिया।
Question 11.
“What have I done to deserve this ?” Lakshmi kept asking to herself. Explain the cause of her puzzled mind.
मैंने ऐसा क्या किया है कि मैं ऐसी पीड़ा की भागी बनी” लक्ष्मी स्वयं से यह प्रश्न दोहराती रही। उसके हैरान मस्तिष्क के कारण को समझाएँ।
Answer:
Heeralal, the driver had given Lakshmi a silken frock for her child and a packet of delicious halva and a pink beautiful sari for her. She kept frock and sari in her tin box and hid the halva. Her conscience began to prick her. She thought that nobody would believe that she was innocent and accuse her of accepting the gifts. This dilemma puzzled her.
हीरालाल ड्राईवर ने लक्ष्मी को उसकी बच्ची के लिये एक फ्रॉक दिया था और उसके स्वयं के लिये एक गुलाबी सांड़ी और स्वादिष्ट हलवे का एक पैकेट दिया था। उसने एक टिन के सन्दूक में साड़ी और फ्रॉक रख दिये और हलवे को छिपा दिया। उसकी अन्त:आत्मा ने कचोटना शुरू कर दिया। उसने सोचा कि कोई भी विश्वास नहीं करेगा कि वह निर्दोष है। वे उस पर इन वस्तुओं को स्वीकारने का आरोप लगाऐंगे। इस दुविधा ने उसे परेशान कर दिया।
Question 12.
Why did Champa go to the terrace on the roof? Whom did she tell about the finding behind the broken earthen pots ?
चम्पा छत पर बने चबूतरे पर क्यों गई थी ? टूटे हुये मिट्टी के बर्तनों के पीछे उसे जो कुछ मिला उसके विषय में उसने किसको बताया ?
Answer:
Champa went to the terrace on the roof to hang Kanwarani sa’s skirt to dry. As she stretched out her hands, she stumbled against the heap of broken earthen pots and found this packet of halva. She wanted to show it to Ganga but Ganga had gone to another haveli. So she hid the packet of halva behind the stone grinder in the small store room and waited for her return.
चम्पा छत पर कन्वारानी सा का घाघरा सुखाने गई थी। जैसे ही उसने अपने हाथ फैलाये वह टूटे हुए मिट्टी के बर्तनों से ठोकर खा कर गिर पड़ी और उसे यह हलवे का पैकिट मिला। वह इसे गंगा को दिखाना चाहती थी लेकिन गंगा वह दूसरी हवेली में गई हुई थी। अत: उसने हलवे के पैकेट को स्टोर रूम में चक्की के पीछे छिपा दिया था और उसकी वापसी की प्रतीक्षा करने लगी।
Question 13.
“Lakshmi sat with her head buried in her knees, sobbing, speechless and helpless.” Why ?
‘लक्ष्मी अपने घुटनों में सिर दबाये हुए, सुबकती हुई चुपचाप और विवश बैठी थी।’ क्यों ?
Answer:
Lakshmi’s husband, Gagaram entered the kitchen veranda shouting “Where is the rotten woman ? I will wring her neck to death.” He again shouted “Ask her who gave her the blouse, the sari and a packet of halva. She is worse than a street woman.” This distressed Lakshmi much and so she sat with her head buried in her knees, sobbing speechless and helpless.
लक्ष्मी का पति पाक शाला के बरामदे में चिल्लाता हुआ आया वह गन्दी औरत कहाँ है ? मैं उसकी गर्दन मरोड़ कर जान से मार दूंगा।” वह फिर से चिल्लाया, “पूछो इससे कि यह ब्लाउज, साड़ी और हलवे का पैकिट उसे किसने दिया ? यह चरित्रहीन औरत से भी अधिक खराब है।” इससे लक्ष्मी अत्यधिक विचलित हो गयी और इसलिए वह अपने घुटनों में सिर दबाए हुए, सुबकते हुए चुपचाप और विवश बैठी थी।
Question 14.
How did the people of Udaipur react to the celebration at the ‘Jeevan Niwas’ on the birth of a girl ?
हवेली “जीवन निवास” में लड़की के जन्म को असाधारण ढंग से मनाने पर उदयपुर के लागों ने किस प्रकार प्रतिक्रिया की ?
Answer:
The feast and the festivity at Sangram Singh’s haveli was the talk of the town. After all everyone from the relatives to the family barber had been invited to the festivities. They knew that the lands of the nobility had been forfeited and the days of feudal generosity were over. Still Sangram Singhji had shown generosity to invite even those who had served the haveli in the past. This surpised the people.
संग्राम सिंह जी की हवेली में जो दावत और गाना बजाना हुआ वह नगर के लिये एक चर्चा का विषय था। आखिरकार सम्बन्धियों से लेकर पारिवारिक नाई तक को इस खुशी पर आमन्त्रित किया गया था। लोग जानते थे कि सामन्तों की जमीनें छीन ली गई हैं और सामन्तों की उदारता के दिन अब समाप्त हो गये हैं। फिर भी संग्राम सिंह जी ने उन लोगों को भी आमन्त्रित करके अपनी उदारता दिखाई जिन्होंने हवेली की प्राचीन समय में सेवा की। थी। इससे लोग अचंभित थे।
RBSE Class 12 English Inside The Haveli Section-I Long Answer Type Question (100 Words)
Question 1.
Describe Geeta’s sudden entry into men’s section of the haveli. What impression did the sight leave on her ?
हवेली के पुरुषों के कक्ष में गीता के अकस्मात प्रवेश का वर्णन करो। इस दृश्य ने उस पर क्या प्रभाव छोड़ा ?
Answer:
One day when Geeta’s grandmother-in-law was asleep and her mother-in-law was out, she entered the men’s apartment. The huge room had floor laid with mosaic tiles. The walls were painted with various hunting scenes. From the walls hung gold-framed portraits of her husband’s forefathers in their court dresses. They seemed to look down how succeeding generations were living up to the traditions and customs of the haveli, Looking at the determined faces of the portraits, Geeta thought with pride that they must have fought and won battles against the Mughuls.
एक दिन जब गीता की दादी सास सोई हुई थीं और सासू माँ बाहर गई थीं तो उसने पुरुषों के कक्ष में प्रवेश किया। विशाल भवन का फर्श बेल-बूटों की नक्काशी वाले टाईल्स से पटा हुआ था। दीवारों पर विभिन्न प्रकार के शिकार करते हुए दृश्यों को पेंट किया हुआ था। उसके पति के पूर्वजों के फोटो सुनहरे फ्रेमों में जड़े हुए दीवारों से लटके थे जो अपनी दरबारी वेशभूषा में थे। ऐसा लगता था मानो वे देख रहे हों कि उनकी आने वाली पीढ़ियाँ हवेली की परम्पराओं और रीति-रिवाजों का अनुसरण कर रही हैं या नहीं। चित्रों के दृढ़ चेहरों को देखकर, गीता ने गर्व से सोचा कि निश्चित रूप से इन लोगों ने मुगलों के खिलाफ युद्ध लड़े होंगे और जीते होंगे।
Question 2.
Describe Pari’s.woeful tale of life in your own words? How do you feel for her ?
परी के जीवन की दुखद कहानी अपने शब्दों में बयान करो। आप उसके प्रति किसप्रकार की भावना रखते हैं ?
Answer:
Pari came to the haveli as a child. Geeta’s grandmother-in-law trained her. Winter or summer she had to be up at four in the morning and was busy all the day. When she became a widow she was not allowed to put on coloured saris or bangles. She wore only white or black clothes. Besides supervising the servants, she had to clean the pots of fifty members. She swept the courtyards too. In the afternoon, she pressed Bhabha Sa’s feet. Pari had to clean sacks of grain. Pari was young and loved to talk with the servants. She was not allowed to play with the children of her age. All this makes us feel sympathetic towards her.
परी हवेली में एक छोटी सी बच्ची के रूप में आयी थी। गीता की दादी सासू ने उसे काम करना सिखाया। शरद ऋतु हो या गर्मी का मौसम उसे प्रातः चार बजे उठना पड़ता था और सारे दिन व्यस्त रहती थी। जब वह विधवा हो गई तो उसे रंगीन साड़ियाँ और चूड़ियाँ पहनने की इजाजत नहीं थी। वह केवल सफेद या काले वस्त्र ही पहनती थी। नौकरों की देख-रेख के अतिरिक्त पचास सदस्यों के बरतन-भाण्डे उसे साफ करने पड़ते थे। उसे आँगन में भी झाडू लगानी पड़ती थी। तीसरे पहर वह भाभा सा के पैर दबाती थी। उसे अनाज की बोरियाँ साफ करनी होती थी। परी जवान थी और नौकरों से बात करना पसन्द करती थी। उसे उसकी समान आयु के बच्चों के साथ भी नहीं। खेलने दिया जाता था। इस सबसे हमारे अन्दर उसके प्रति सहानुभूति उत्पन्न होती है।
Question 3.
How did Bhabha sa meet her end ? Describe in about one hundred words how her inner feelings reflected on her face.
भाभा सा का देहान्त किस प्रकार हुआ ? लगभग सौ शब्दों में वर्णन करें कि उसकी अन्त:भावनायें उसके चेहरे पर किस प्रकार झलकती थीं?
Answer:
Bhabha Sa uneasily tossed her head from side to side. From time to time she opened her eye-lids and gazed around her. She recognized her family. Her eyes showed contentment. There was peace on her face as if she had done her worldly duties to her entire satisfaction. Her lips muttered Ram Ram. There was no panic at the arrival of death. She was aware of feminine etiquette to the last. She insisted the maids to cover her face before the doctor. People came and went but the close relatives stayed on. On the second day of the heart attack, her end came early in the morning.
भाभा सा कष्ट पाकर एक करवट से दूसरी करवट अपना सिर उछाल रही थीं। समय-समय पर वह अपनी आँखों की पुतलियों को खोलती थीं और चारों ओर देखती र्थी। वह अपने परिवार को पहचानती थीं। उनकी आँखों में सन्तोष दीखता था। उनके चेहरे पर शांति थी मानो उन्होंने अपने सांसारिक कर्तव्यों को पूर्ण सन्तुष्टि से किया है। उनके होठों से राम राम निकल रहा था। मृत्यु का कोई भय नहीं था। अन्तिम सांस तक उन्हें स्त्री शिष्टाचार को ज्ञान रहा। उन्होंने नौकरानियों पर इसी बात पर जोर दिया कि डॉक्टर के सामने उनका सिर ढककर रखे। लोग आते रहे जाते रहे परन्तु निकट सम्बन्धी वहीं रुके रहे। हृदय घात के दूसरे दिन ही प्रातः काल उनका देहान्त हो गया।
Question 4.
How can you say that the inter-personnel relationship between the Maharana of Mewar and his people was an ideal one?
आप कैसे कह सकते हैं कि मेवाड़ के महाराणा और उनकी प्रजा के बीच आन्तरिक सूझ-बूझ और सम्बन्ध आदर्श थे ?
Answer:
The white-granite palace in which the Maharana held his court stood on a hill site near the humble huts and houses of the people. This shows that the Maharana loved his people as his children. The people looked on the lights of the palace and heard the trumpet of the elephants. They were assured that their king was there to ensure their safety and prosperity. The people were sad as the flag of Mewar came down and the Maharana lost his power. He could no longer give land to his poor people. People still remember the days when the Maharana sat on the throne and received the rich and the poor equally.
सफेद ग्रेनाइट से निर्मित महल में जहाँ महाराणा अपना दरबार लगाते थे वह लोगों की मामूली झोंपड़ियों और घरों के पास एक टीले पर स्थित था। इससे प्रतीत होता है कि महाराणा अपनी प्रजा को अपने बच्चों की तरह चाहते थे। लोग महल के प्रकाश की ओर देखते थे और हाथियों की चिंघाड़ सुनते थे। उन्हें विश्वास था कि उनके राजा उनकी सुरक्षा और समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिये मौजूद हैं। लोग बड़े दुःखी हुए जब मेवाड़ का झण्डा उतारा गया और महाराणा की शक्ति समाप्त हो गई। वह अब अपनी निर्धन प्रजा को जमीन नहीं दे सकते थे। लोग अभी भी उन दिनों को याद करते हैं जब महाराणा अपने राज सिंहासन पर बैठते थे और अमीर तथा गरीब सभी का समान रूप से स्वागत करते थे।
Question 5.
Describe the singing programme in the main section for men by a famous woman singer from Jodhpur.
पुरुषों के मुख्य कक्ष में जोधपुर की प्रसिद्ध गायिका के गाने के समारोह का वर्णन करो।
Answer:
In the evening of the singing and dancing programme, Dhapu led Geeta quietly to a place from where she could see the programme of the famous female singer from Jodhpur. Dhapu told Geeta that she sang for men only. Geeta heard a woman clear her throat. Geeta tried to see the singer through the window, but failed. The singer raised her voice to the right pitch. It was clear, melodious and sweet. She started with a song of chivalry. It recalled the bravery of the Rajput warriors ready to go to the battlefield. The song echoed through the hall and the heart of the hearers.
नृत्य और संगीत के प्रोग्राम की संध्या को धापू, गीता को एक ऐसे स्थान पर चुपचाप ले गई जहाँ से वह जोधपुर की प्रसिद्ध गायिका का प्रोग्राम देख सके। धापू ने गीता को बताया कि वह केवल पुरुषों के लिये गाती है। गीता ने एक स्त्री को गला साफ करते सुना। गीता ने गायिका को खिड़की से देखने की कोशिश की परन्तु असफल रही। गायिका ने अपनी आवाज को उचित लय तक उठाया। वह आवाज स्पष्ट तथा मधुर थी। उसने वीरता के गीत से शुरू किया। उसके गीत ने राजपूत योद्धाओं की वीरता की याद दिला दी जब वे रणभूमि में जाने को तैयार होते थे। गीत पूरे भवन में और श्रोतागणों के हृदय में गूंज उठा।
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