Rajasthan Board RBSE Class 12 English Panorama Chapter 1 The Tiger King
RBSE Class 12 English Panorama Chapter 1 Textual Questions
Comprehension Questions
A. Choose the correct alternative:
Question 1.
The Maharaja was determined to kill them…….
(a) hundredth lion
(b) hundredth tiger
(c) hundredth elephant
(d) hundredth leopard
Question 2.
The royal astrologer’s prediction was that the Tiger King would be killed by a ………
(a) lion
(b) leopard
(c) tiger
(d) snake
Question 3.
The Dewan had brought the hundredth tiger from the ………….
(a) Gir forest
(b) Ranthambore Wildlife Sanctuary
(c) People’s Park in Madras
(d) National Park Mumbai
Question 4.
The reason for the death of the Maharaja was ……………….
(a) the sliver of a golden toy tiger
(b) the sliver of a wooden toy tiger
(c) the sliver of a silver toy tiger
(d) nails of a real tiger
Question 5.
The hundredth tiger was actually killed by the …….
(a) Maharaja
(b) hunter
(c) Dewan
(d) villagers
Answers:
1. (b)
2. (c)
3. (c)
4. (b)
5. (b)
B. Answer the following questions in 30-40 words each:
Question 1.
Who was the Tiger King? Why did he get that name?
व्याघ्र राजा कौन था? उनका यह नाम कैसे पड़ा?
Answer:
The Tiger King was the king of Pratibandapuram. At the time of his birth, royal astrologers predicted his death to be caused by a tiger. When he grew up, he hunted ninety-nine tigers. For killing so many tigers, he got the name ‘Tiger King’.
व्याघ्र राजा प्रतिबन्दपुरम् का राजा था। उसके जन्म के समय राज ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की थी कि उसकी मृत्यु का कारण कोई व्याघ्र होगा। बड़ा होने पर उसने निन्यानवे व्याघ्रों का शिकार किया। इतने अधिक व्याघ्रों को मारने के कारण ही उसका नाम ‘व्याघ्र राजा’ पड़ा।
Question 2.
What miracle happened when the tiger king was just an infant?
जब व्याघ्र राजा केवल एक शिशु ही था, उस समय क्या चमत्कार हुआ?
Answer:
When the Tiger king was only ten days old, royal astrologers predicted that one day he would have to die. At this, the infant asked them to tell the manner of his death. All were surprised to hear the infant speaking so clearly. This was a miracle.
जब व्याघ्र राजा केवल दस दिन की आयु का था। रोज-ज्योतिष्यिों ने भविष्यवाणी की कि एक दिन उसकी मृत्यु अवश्य होगी। उस शिशु ने उनसे कहा कि वे उसकी मृत्यु का तरीका बतायें। उस शिशु को इतना स्पष्ट बोलते हुए सुनकर सभी आश्चर्यचकित हो गए। यह एक चमत्कार था।
Question 3.
How was Prince Jung Bahadur brought up?
राजकुमार जंग बहादुर का लालन-पालन किस प्रकार से हुआ?
Answer:
The crown prince was brought up by an English nanny. He drank the milk of an English cow. He was tutored in English by an Englishman. He saw only English films. Thus, he was brought up exactly as the crown princes of all other Indian states did.
युवराज का पालन-पोषण एक अंग्रेज धाय ने किया। वह एक अंग्रेजी गाय का दूध पीता था। एक अंग्रेज उसे अंग्रेजी पढ़ाता था। वह केवल अंग्रेजी फिल्में ही देखता था। इस प्रकार उसका लालन-पालन ठीक उसी प्रकार हुआ जैसे अन्य सभी भारतीय राज्यों के युवराजों का होता था।
Question 4.
“You may kill even a cow in self-defence”. What did this old saying mean to the Tiger King?
“आप आत्म-रक्षा में एक गाय को भी मार सकते हो”। इस पुरानी कहावत का व्याघ्र राजा के लिए क्या तात्पर्य था?
Answer:
The cow is a sacred animal and it must not be killed except in self-defence. For the Tiger King it meant that if a cow can be killed in self-defence, there is no harm in killing a tiger in self-defence.
गाय एक पवित्र जानवर है और इसे आत्म-रक्षा के अलावा नहीं मारा जाना चाहिए। व्याघ्र राजा के लिये इसका अर्थ था कि यदि आत्म-रक्षा में एक गाय को मारा जा सकता है तो फिर आत्म-रक्षा में व्याघ्र को मारने में कोई नुकसान नहीं है।
Question 5.
How did the Tiger King feel when he killed his first tiger? Why did he send for the royal astrologer?
जब व्याघ्र राजा ने अपना पहला व्याघ्र मारा तो उसने कैसा महसूस किया? उन्होंने राज ज्योतिषी को क्यों बुलाया?
Answer:
The Tiger King was thrilled beyond measure when he killed his first tiger. He sent for the royal astrologer to show him that he had proved his prediction wrong and that he could kill other tigers with equal ease.
जब व्याघ्र राजा ने अपना पहला व्याघ्र मारा तो वह बहुत ही खुश हुए। उन्होंने राज ज्योतिषी को यह दिखाने के लिए बुलाया कि उनकी भविष्यवाणी को उसने गलत सिद्ध कर दिया था और वह अन्य व्याघ्रों को इतनी ही आसानी से मार सकता था।
Question 6.
Why was tiger hunting banned in Pratibandapuram?
प्रतिबंदपुरम् में व्याघ्र के शिकार करने पर प्रतिबंध क्यों लगा दिया गया था?
Answer:
The Maharaja of Pratibandapuram was told by astrologers that a tiger would cause his death. So he decided to hunt a hundred tigers. Tiger hunting was banned there because the Maharaja himself wanted to hunt all the tigers.
प्रतिबन्दपुरम् के महाराजा को ज्योतिषियों ने बताया था कि उनकी मृत्यु का कारण कोई व्याघ्र होगा। इसलिए उन्होंने सौ व्याघ्रों का शिकार करने का निश्चय किया था। इस कारण वहाँ उनके अलावा किसी और द्वारा व्याघ्र का शिकार करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया। महाराजा स्वयं सभी व्याघ्रों का शिकार करना चाहते थे।
Question 7.
What steps did the King take to complete his mission?
अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए राजा ने क्या कदम उठाए?
Answer:
To complete the King’s mission, the state banned tiger hunting by anyone except the Maharaja. If anyone dared to fling so much as a stone at a tiger, all his wealth and property would be confiscated. The king vowed to attend all the other matters only after killing a hundred tigers.
महाराजा के लक्ष्य को पूरा करने के लिए, सरकार ने महाराजा के सिवाय किसी और के द्वारा व्याघ्र के शिकार करने पर प्रतिबंध लगा दिया। यदि किसी ने किसी व्याघ्र पर एक पत्थर भी उछालने का साहस किया तो उसकी समस्त धन-सम्पत्ति जब्त कर ली जायेगी। उन्होंने शपथ ली कि वह सौ व्याघ्रों को मारने के बाद ही अन्य सभी विषयों पर ध्यान देंगे।
Question 8.
Why did the Tiger King decide to marry a girl of the royal family of a state with a large tiger population?
व्याघ्र राजी ने व्याघ्रों की अधिक आबादी वाले राज्य के शाही परिवार की लड़की से शादी करने का क्यों निश्चय किया?
Answer:
The Tiger King decided to marry a princess from a state which had a large population of tigers so that he might get a large number of tigers to hunt.
व्याघ्र राजा ने एक ऐसे राज्य की राजकुमारी से शादी करने का निश्चय किया जहाँ व्याघ्रों की बड़ी आबादी हो जिससे कि उसे शिकार करने के लिए बड़ी संख्या में बाघ मिल सकें।
C. Answer the following questions in 125 words each:
Question 1.
How did the prediction of the astrologers about the King of the Pratibandapuram come true?
प्रतिबन्दपुरम् के राजा के बारे में ज्योतिषियों की भविष्यवाणी किस प्रकार से सच्ची सिद्ध हुई?
Answer:
It was the royal astrologers’ prediction that the Tiger King would be killed by a tiger. When the King came of age, he sat on the throne of the state. He banned hunting tigers by anybody in his state except for himself. He killed the first tiger and showed his bravery to the state astrologer. The astrologer told him that he might kill ninety-nine tigers the same way but the hundredth tiger might bring about his death. The King decided to kill one hundred tigers. When he shot the hundredth tiger, the bullet whizzed by the tiger and it fell down in a faint but was not killed. The King thought that he had killed the hundredth tiger. Some days later on his son’s birthday, he bought a wooden toy-tiger. A sliver from its rough surface pierced into his hand. Ultimately the infection proved fatal. Thus Tiger King died and the prediction proved true.
शाही ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की थी कि राजा की मृत्यु एक व्याघ्र के द्वारा ही होगी। जब राजा वयस्क हुआ तो राज्य के सिंहासन पर बैठा। उसने अपने राज्य में अपने सिवाय किसी के भी द्वारा व्याघ्रों का शिकार करने पर रोक लगा दी। उसने पहला व्याघ्र मारा और अपनी वीरता ज्योतिषी को दिखाई। ज्योतिषी ने कहा कि वह उसी ढंग से निन्यानवे व्याघ्र मार सकता है परन्तु सौवाँ बाघ उसकी मृत्यु ला सकता है। राजा ने सौ व्याघ्र मारने का निश्चय किया। जब उसने सौवें व्याघ्र को निशाना बनाया, गोली सनसनाती हुई उसके पास से निकल गई और व्याघ्र मूच्छित होकर गिर पड़ा परन्तु मरा नहीं। राजा ने सोचा कि उसने सौवें व्याघ्र को मार दिया है। कुछ दिन बाद अपने बेटे के जन्मदिन पर उसने लकड़ी का एक व्याघ्र खिलौना खरीदा। उस खिलौने की खुरदरी सतह से एक फांस उसके हाथ में चुभ गई। अन्त में संक्रमण घातक सिद्ध हुआ। इस प्रकार व्याघ्र राजा की मृत्यु हुई और भविष्यवाणी सच्ची सिद्ध हुई।
Question 2.
How did the Tiger King come in the danger of losing his throne and how did he save his kingdom?
व्याघ्र राजा पर किस प्रकार से अपने सिंहासन को खोने का संकट आ गया था और उसने किस प्रकार अपने राज्य को बचाया था?
Answer:
Once a British officer visited Pratibandapuram. He wished to hunt tigers. But the Maharaja refused permission as he had resolved to hunt all tigers by himself. The British officer sent a message that the Maharaja could do the actual killing. He just wanted a photograph of himself holding the gun and standing over the tiger’s carcass. The Maharaja did not agree to even this. Now for preventing a British officer from fulfilling his desire, the Maharaja stood in danger of losing his kingdom. The Maharaja sent some fifty expensive diamond rings to the officer’s wife to choose one or two out of them. But she kept all the rings. The Maharaja had to pay a bill for 3 lakh rupees. Hence, by sending precious diamond rings as a gift, he came out of the crisis.
एक बार एक अंग्रेज अधिकारी प्रतिबन्दपुरम में भ्रमण पर आया। उसने व्याघ्रों के शिकार की इच्छा प्रकट की। लेकिन महाराजा ने अनुमति नहीं दी क्योंकि उन्होंने स्वयं सभी व्याघ्रों का शिकार करने का निश्चय किया था। अंग्रेज अधिकारी ने संदेश भिजवाया कि वास्तव में महाराजा व्याघ्र को मार सकते हैं। वह बस मृत व्याघ्र के ऊपर बन्दूक पकड़कर खड़े हुए अपना एक फोटो चाहता था। परन्तु महाराजा इस पर भी सहमत नहीं हुए। अब एक अंग्रेज अधिकारी को उसकी इच्छापूर्ति करने से रोकने के कारण महाराजा के सामने अपना राज्य छिनने का खतरा उत्पन्न हो गया। महाराजा ने उस अधिकारी की पत्नी के पास हीरे की लगभग 50 महँगी अंगूठियाँ भेजीं, उनमें से एक या दो चुनने के लिए आग्रह किया गया था। लेकिन उसने वे सभी अंगूठियाँ रख लीं। महाराजा को उनका 3 लाख रुपये का बिल चुकाना पड़ा। इस प्रकार, हीरे की कीमती अंगूठियाँ उपहारस्वरूप भेजकर वह उस संकट से बाहर निकले अर्थात् उबर सके।
Question 3.
How was the hundredth tiger found and killed? (S. S. Exam 2018)
सौंवा व्याघ्र किस प्रकार मिला व किस प्रकार मारा गया?
Answer:
The Maharaja was sunk in the gloom as he was unable to locate the hundredth tiger. But he was determined to kill the hundredth tiger and so remained in the forest and did not return to his kingdom. After a few days, he saw an old tiger, The Dewan had brought this tiger from the People’s Park in Madras and kept it hidden in his house. To protect his job, he had secretly brought the tiger to the forest for the Maharaja’s hunt. The Maharaja shot at the tiger and it fell down. The Maharaja took it to be dead and left for his capital. Later on, the hunters found that the tiger was not dead. It had just fainted because of fear. The Maharaja’s bullet had missed its mark. Now, one of the hunters shot the tiger. This time the tiger was killed.
सौवें व्याघ्र को न पाकर राजा दु:ख में डूब गए। वह सौवें व्याघ्र को मारने के लिए दृढप्रतिज्ञ थे, अत: वे जंगल में ही रहे और अपनी राजधानी वापस नहीं आए। कुछ दिनों बाद उन्होंने एक वृद्ध व्याघ्र को देखा। इस व्याघ्र को दीवाने मद्रास के राष्ट्रीय उद्यान से लाया था जिसे उसके घर में छुपाकर रखा गया था। अपनी नौकरी बचाने हेतु वह (दीवान) चुपके से इसे उस जंगल में राजा के शिकार के लिए ले आया था। व्याघ्र राजा ने व्याघ्र पर गोली चलाई और वह गिर पड़ा। महाराजा ने उसे मरा हुआ समझा और अपनी राजधानी वापस चले गएँ । बाद में शिकारियों ने देखा कि व्याघ्र मरा नहीं था। डर के कारण यह केवल बेहोश हो गया था। महाराजा की गोली का निशाना चूक गया था। अब शिकारियों में से एक ने व्याघ्र को गोली मार दी। इस बार व्याघ्र मारा गया।
Question 4.
What was the rumour rife in Pratibadhapuram?
प्रतिबन्दपुरम् में सब ओर क्या अफवाह फैली हुई थी?
Answer:
There was a rumour rife in Pratibandapuram regarding the king. It was about a miracle that took place at the time of his birth. The astrologers predicted that he would have to die one day. At this, the newly born infant spoke in a clear voice. He said that there was nothing new about the prediction. Everyone who is born has to die one day. In a clear voice, he enquired about the manner of his death. The astrologers replied that a tiger would be the cause of his death. At this, the infant growled. He said, “Let tigers beware!” The people often discussed this incident. This account was only a rumour rife in Pratibandapuram. But after some time it proved true and the king became the prey of a tiger though it was a wooden Tiger.
प्रतिबन्दपुरम् में सब ओर राजा के बारे में एक अफवाह फैली थी। यह अफवाह राजा के जन्म के समय हुए एक चमत्कार के विषय में थी। ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की थी कि वह (राजा) एक दिन अवश्य मरेगा। इस पर नवजात शिशु स्पष्ट आवाज में बोल उठा। उसने कहा कि इस भविष्यवाणी में कुछ भी नया नहीं है। जो जन्मा है उसकी मृत्यु एक दिन निश्चित है। उसने स्पष्ट आवाज में पूछा कि वह कैसे मरेगा। ज्योतिषियों ने बताया कि उसकी मृत्यु का कारण कोई व्याघ्र होगा। इस पर शिशु गुर्राया उसने कहा, “व्याघ्र सावधान हो जाएँ।’ लोग इस घटना के बारे में प्रायः चर्चा करते थे। यह वर्णन प्रतिबन्दपुरम् में सब ओर फैली एक अफवाह मात्र था। लेकिन कुछ समय पश्चात् यह सत्य सिद्ध हुआ और राजा एक व्याघ्र का शिकार बन गया। हालांकि वह एक लकड़ी का व्याघ्र था।
D. State True Or False:
Question 1.
The Tiger King is the king of Pratibandapuram.
Question 2.
Royal astrologers predicted his death to be caused by a snake.
Question 3.
The king hunted ninety-nine tigers.
Question 4.
The Tiger King’s story is a satire on the conceit of those in power.
Question 5.
The Maharaja had killed all the tigers found within his state.
Question 6.
The Maharaja ordered his Dewan to find the nineteenth tiger at any rate.
Answers:
1. True
2. False
3. True
4. True
5. True
6. False
E. Creative Writing:
Imagine the world devoid of tigers. How would it adversely affect the ecological balance?
व्याघ्रों के बगैर संसार की कल्पना कीजिए। यह किस प्रकार पारिस्थितिक संतुलन को विपरीत तरह से प्रभावित करेगी?
Answer:
A safe ecology will guarantee a safe life on the earth. But the Earth today is a different planet from what it used to be. Forests have been destroyed. Roads have been made through mountains. Glaciers are shrinking. Toxic gases are polluting the environment. Global warming poses a great danger to all life on Earth. We are inviting a number of natural calamities such as drought, floods, cyclones, etc. The depletion of the Ozone layer has put our survival in danger. In the same way, tigers are unique animals that play a pivotal role in the health and diversity of an ecosystem. The loss of tigers from their natural habitat has resulted in irreversible changes in natural ecosystems. We know that tiger is at the top of the food chain and the decline of large predators may lead to over-abundance of herbivores such as deer, which in turn has repercussions on tree regeneration and seed dispersal. Its effect can be seen on the food web. It is causing long term changes in natural flora and fauna. This could result in loss of species. Extinction of tigers leads to the destruction of forests. Forests are water catchment areas. Without forests, the groundwater level and rainfall will be reduced. At this stage, we are in dire need of a system that may protect our ecology. We have to create a balance between development and natural atmosphere. We cannot afford development at the cost of spoiling our ecology. Our ecology has to be protected in every possible way. A safe ecology will guarantee safe life on the Earth. We urgently need to stop our anti-nature activities.
RBSE Class 12 English Panorama Chapter 1 Additional Questions
A. Answer the following questions in about 30-40 words each:
Question 1.
What prediction was made at the Tiger King’s birth?
व्याघ्र राजा के जन्म के समय क्या भविष्यवाणी की गई?
Answer:
At the Tiger King’s birth, royal astrologers predicted that he would grow up as a great warrior. hero and champion. He was born under the star of bull. The bull and the tiger being enemies, his death was predicted to be caused by a tiger.
व्याघ्र राजा के जन्म के समय राज-ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि वह बड़ा होकर एक महान योद्धा, नायक व विजेता बनेगा । उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि उसकी मृत्यु एक व्याघ्र के कारण होगी। वह वृषभ राशि के प्रभाव में जन्मा था। वृषभ और व्याघ्र की आपस में शत्रुता होने के कारण एक व्याघ्र को उसकी मृत्यु का कारण बनने की भविष्यवाणी की गई।
Question 2.
How did the infant react to the prediction regarding himself?
स्वयं के विषय में भविष्यवाणी के प्रति शिशु ने कैसी प्रतिक्रिया की?
Answer:
The astrologers predicted that the infant would have to die one day. At this, the infant clearly spoke to them that everyone is bound to die, nobody needs any prediction to know that. He asked them to tell the manner of his death.
ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि उस शिशु की एक दिन मृत्यु अवश्य होगी। इस पर शिशु उनसे स्पष्ट रूप से बोला कि मृत्यु तो सभी की निश्चित है, यह जानने के लिए किसी को किसी भविष्यवाणी की आवश्यकता नहीं होती है। उसने उनसे उसकी मृत्यु का तरीका बताने को कहा।
Question 3.
How did the chief astrologer explain the manner of the Tiger King’s death?
प्रधान ज्योतिषी ने व्याघ्र राजा की मृत्यु के तरीके की किस प्रकार व्याख्या की?
Answer:
The chief astrologer explained that the Tiger King was born in the hour of the Bull. The Bull and the Tiger are enemies. Therefore, a tiger would be the cause of his death. He said that the Maharaja could not avoid being killed by a tiger.
प्रधान ज्योतिषी ने व्याख्या की कि व्याघ्र राजा वृषभ (राशि) के प्रभाव में पैदा हुआ है। वृषभ और व्याघ्र शत्रु हैं। इसलिए उनकी मृत्यु का कारण एक व्याघ्र होगा। उसने कहा कि महाराजा व्याघ्र द्वारा मारे जाने से बच नहीं सकते हैं।
Question 4.
Why did the Maharaja start hunting tigers?
महाराजा ने व्याघ्रों का शिकार करना क्यों शुरू किया?
Answer:
At the time of the Maharaja’s birth, his death was predicted to be caused by a tiger. On growing up, he decided to kill all tigers to defend himself. He thus started hunting tigers.
महाराजा के जन्म के समय उनकी मृत्यु एक व्याघ्र द्वारा होने की भविष्यवाणी की गई थी। बड़ा होने पर उन्होंने आत्मरक्षा के लिए व्याघ्रों को मारने का निश्चय किया। इसीलिए उन्होंने व्याघ्रों का शिकार करना शुरू कर दिया।
Question 5.
What was the state astrologer’s reaction to seeing the first tiger killed by the Maharaja?
महाराजा के द्वारा मारे गये पहले व्याघ्र को देखकर राज ज्योतिषी ने क्या प्रतिक्रिया की?
Answer:
He said that his prediction could not be false. The Maharaja might kill ninety-nine tigers but he must be careful with the hundredth tiger. If he killed the hundredth tiger too, he would give up his practice as an astrologer.
उसने कहा कि उसकी भविष्यवाणी झूठी नहीं हो सकती है। भले ही महाराजा निन्यानवे व्याघ्रों को मार डालें परन्तु उन्हें सौवें व्याघ्र से सावधान रहना होगा। यदि वह सौवें व्याघ्र को भी मार डालें तो वह ज्योतिषी का काम छोड़ देगा।
Question 6.
Give an instance to prove the Maharaja’s bravery.
महाराजा की वीरता सिद्ध करने वाला एक उदाहरण दीजिए।
Answer:
The Maharaja faced great dangers in hunting tigers. When the Maharaja’s bullet missed its mark during a tiger hunt, he would fight the beast without weapons. Whenever he had such fights, he always won.
व्याघ्रों के शिकार में महाराजा बड़े खतरों का सामना करते थे। जब किसी व्याघ्र के शिकार के दौरान महाराजा की गोली का निशाना चूक जाता था तो वह निहत्थे ही उस जंगली जानवर से लड़ते थे। जब कभी उनकी ऐसी लड़ाइयाँ हुईं, वह हमेशा विजयी रहे।
Question 7.
What brought the Maharaja’s mission to a standstill?
महाराजा का अभियान किस कारण बीच में ही रुक गया?
Answer:
The Maharaja had vowed to hunt a hundred tigers to save himself from being killed by a tiger. When he had killed seventy tigers, the tiger population became extinct in his state. He found no tigers to kill. This brought his mission to a standstill.
महाराजा ने स्वयं को किसी व्याघ्र द्वारा मारे जाने से बचाने के लिए सौ व्याघ्रों को मारने की शपथ ली थी। जब वह सत्तर व्याघ्रों को मार चुके तो उनके राज्य में व्याघ्रों की जनसंख्या लुप्त हो गई। उन्हें मारने के लिए कोई व्याघ्र नहीं मिले। इस कारण उनका अभियान बीच में ही रुक गया।
Question 8.
What celebrations took place at the hundredth tiger’s killing?
सौवें व्याघ्र के मारे जाने पर क्या आयोजन किये गये?
Answer:
The dead tiger was brought to the capital of Pratibandapuram in a procession. The procession was taken through the town. There the tiger was buried. A tomb was erected over it. Thus the killing of the hundredth tiger was celebrated.
मृत व्याघ्र को एक जुलूस के रूप में प्रतिबन्धपुरम की राजधानी में लाया गया। जुलूस को पूरे शहर से होकर गुजारा गया। वहाँ व्याघ्र को दफना दिया गया। इसके ऊपर एक मकबरा बना दिया गया। सौवें व्याघ्र के मरने का उत्सव इस प्रकार मनाया गया।
Question 9.
Why was the Maharaja sunk in gloom?
महाराजा निराशा में क्यों डूब गये?
Answer:
The Maharaja had vowed to kill a hundred tigers to belie the prediction of his death by a tiger. But after killing ninety-nine tigers, the hundredth tiger was nowhere to be found. This made the Maharaja gloomy.
महाराजा ने स्वयं की एक व्याघ्र द्वारा मृत्यु होने की भविष्यवाणी को गलत सिद्ध करने के लिए सौ व्याघ्रों को मारने की शपथ ली थी। लेकिन निन्यानवें व्याघ्रों को मार देने के बाद ” सौवाँ व्याघ्र कहीं नहीं मिल रहा था। इस कारण महाराजा निराशा में डूब गये।
Question 10.
What dispelled the Maharaja’s gloom?
महाराजा की निराशा कैसे दूर हुई?
Answer:
The Maharaja was sunk in the gloom as he was unable to locate the hundredth tiger. Then there came the news of sheep’s disappearance from a village. This hinted the tiger’s presence. Now his gloom was dispelled.
महाराजा सौवां व्याघ्र न मिल पाने के कारण निराशी में डूब गये थे। तभी किसी गाँव से भेड़ों के गायब होने का समाचार आया। यह किसी व्याघ्र की उपस्थिति का संकेत था। अब महाराजा की निराशा दूर हो गई।
Question 11.
How did the Maharaja prepare himself to kill the hundredth tiger which was supposed to decide his fate?
महाराजा ने उस सौवें व्याघ्र को मारने के लिए स्वयं को कैसे तैयार किया जिस व्याघ्र को उनके भाग्य का निर्णायक माना गया था?
Answer:
On receiving the news of the hundredth tiger’s presence, the Maharaja set out to hunt it. He remained very careful with that tiger. He refused to leave the forest till that tiger was found.
सौवें व्याघ्र की उपस्थिति का समाचार पाकर महाराजा उसके शिकार पर निकल पड़े। वे उस व्याघ्र से बहुत सावधान रहे। वे उस व्याघ्र के मिलने तक जंगल में ही टिके रहे।
Question 12.
What posed the danger of the loss of his job before the Dewan?
दीवान के सामने नौकरी जाने का खतरा कैसे उत्पन्न हुआ?
Answer:
The Maharaja was bent upon killing a hundred tigers. But when he had killed ninety-nine tigers, the hundredth tiger was nowhere to be found. This made him angry. The Dewan was asked to either find a tiger or lose his job.
महाराजा सौ व्याघ्र मारने के लिए उतारू थे। लेकिन जब वह निन्यानवे व्याघ्र मार चुके तो सौवां व्याघ्र कहीं नहीं मिल रहा था। इससे महाराजा नाराज हो गए। दीवान को कहा गया कि या तो वह सौवां व्याघ्र ढूंढे या नौकरी छोड़ दे।
Question 13.
Why did the British officer want to kill a tiger? And could he kill the tiger?
अंग्रेज अधिकारी बाघ को क्यों मारना चाहता था को और क्या वह बाघ को मार सका?
Answer:
The British officer was fond of hunting tigers. But, in fact, he was more interested in having a photograph with the dead tiger. He could not kill the tiger because the Tiger King refused permission.
वह अंग्रेज अधिकारी व्याघ्रों का शिकार करने का शौकीन था। लेकिन वास्तव में उससे भी ज्यादा उसकी रुचि मरे हुए जानवर के साथ फोटो खिंचवाने में थी। वह बाघ को नहीं मार सका क्योंकि व्याघ्र राजा ने उसे स्वीकृति देने से मना कर दिया।
Question 14.
What did the Maharaja do to get more tigers to hunt?
शिकार के लिए और व्याघ्र पाने के लिए राजा ने क्या किया?
Answer:
To get more tigers to hunt, the king married a princess from a state which had a large population of tigers. Whenever the king visited this state, he killed four or five tigers. Thus he got more tigers to hunt.
और अधिक बाघ पाने के लिए राजा ने एक ऐसे राज्य की राजकुमारी से शादी कर ली जहाँ बाघों की बड़ी आबादी थी। जब कभी राजा इस राज्य में जाता था तो चार-पाँच बाघों का शिकार कर लेता था। इस प्रकार उसे शिकार करने के लिए और व्याघ्र मिल गए।
Question 15.
What gift did the Tiger King buy for his son on his third birthday?
व्याघ्र राजा ने अपने बेटे के तीसरे जन्मदिन पर क्या उपहार खरीदा?
Answer:
The Tiger King wished to give some special gift to his son on his third birthday. He searched every shop in Pratibandapuram but could not find anything suitable. Finally, he got a perfect gift. It was a wooden toy tiger.
बाघ राजा अपने बेटे को उसके तीसरे जन्मदिन पर कुछ खास उपहार देना चाहता था। उसने प्रतिबन्दपुरम् की प्रत्येक दुकान पर ढूंढा लेकिन उसे कही कुछ उपयुक्त नहीं मिल सका। आखिरकार उसे एक बढ़िया उपहार मिल गया। यह लकड़ी का (खिलौना) बाघ था।
Question 16.
How did the Tiger King die?
व्याघ्र राजा की मृत्यु किस प्रकार हुई? (Board Sample Paper 2017)
Answer:
One day the Tiger King was playing with his son with a wooden tiger which he himself had bought for his son on his birthday. Its surface had rough thin pieces of wood. One such piece pierced his hand and made a wound which later took his life.
एक दिन व्याघ्र राजा अपने पुत्र के साथ लकड़ी के व्याघ्र से खेल रहा था। उसने स्वयं इस खिलौने को अपने बेटे के लिए उसके जन्मदिन पर खरीदा था। उसकी सतह पर लकड़ी के खुरदरे पतले टुकड़े थे। ऐसा एक टुकड़ा उसके हाथ में घुस गया और उसे घाव ने उसके प्राण ले लिए।
B. Answer each of the following questions in 125 words:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 125 शब्दों में दें:
Question 1.
The story is a satire on the conceit of those in power. How does the author employ the literary device of dramatic irony in the story?
यह कहानी शक्तिशाली लोगों के गर्व (अभियान) पर एक व्यंग्य है। लेखक इस कहानी में नाटकीय व्यंग्य नामक साहित्यिक युक्ति का प्रयोग किस प्रकार करता है?
Answer:
The story is about a king who causes death to a hundred tigers. He does so because a tiger has been predicted as the cause of his death. In his pride of power, he wantonly kills these animals. The proud king bans tiger hunting in the state by anyone except himself. He does so to belie the prediction of his death by a tiger. But in spite of his hunting so many tigers, the prediction comes true. One day he is playing with his son with a wooden tiger. Its rough surface has sharp slivers of wood. One such sliver pierces his hand. The wound later takes his life. Thus a small wooden tiger becomes the cause of his death. This is a fine example of dramatic irony.
यह कहानी एक राजा के बारे में है जो सौ व्याघ्रों की मृत्यु का कारण बनता है। वह ऐसा इस कारण करता है क्योंकि उसकी मृत्यु एक व्याघ्र द्वारा होने की भविष्यवाणी की गई थी। घमंडी राजा राज्य में अपने सिवाय अन्य किसी के द्वारा व्याघ्र के शिकार पर रोक लगा देता है। अपनी शक्ति के घमंड में वह इन जीवों की जाने ले लेता है। वह एक व्याघ्र के द्वारा अपनी मृत्यु की भविष्यवाणी को झूठा सिद्ध करने के लिए ऐसी करता है। लेकिन उसके इतने अधिक व्याघ्रों का शिकार करने के बावजूद वह भविष्यवाणी सत्य होती है। एक दिन वह अपने पुत्र के साथ लकड़ी के एक व्याघ्र से खेल रहा होता है। उसकी खुरदरी सतह पर लकड़ी की फाँसें होती हैं। ऐसी एक तेज फाँस उसके हाथ में चुभ जाती है। वह घाव राजा को जीवन लेने का कारण साबित होता है। इस प्रकार छोटा-सा लकड़ी का एक व्याघ्र उसकी (राजा की) मृत्यु का कारण बनता है। यह नाटकीय व्यंग्य का एक अच्छा उदाहरण है।
Question 2.
What is the author’s indirect comment on subjecting innocent animals to the willfulness of human beings?
निर्दोष जानवरों को मनुष्यों की मनमर्जी का विषय बनाने पर लेखक की अप्रत्यक्ष टिप्पणी क्या है?
Answer:
In the story ‘The Tiger King’, we see innocent tigers being killed at the whim of a king. Just to prove the prediction of the astrologers wrong, the proud king does so. The story is told in a humorous tone. The author is nowhere seen preaching against the killing of animals. But indirectly, he seems to have sympathy for the innocent animals who are subjected to the willfulness of human beings. He seems to comment that a killer of innocent animals is never spared by nature. The death of the king caused by a wooden tiger seems to be a revenge for his heartless act of killing tigers. It looks to be a lesson for those who are cruel to innocent animals and treat them at their will.
‘व्याघ्र राजा’ नामक इस कहानी में हम निर्दोष व्याघ्रों को किसी राजा की सनक का शिकार बनते हुए देखते हैं। सिर्फ भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणी को गलत सिद्ध करने के लिए वह अहंकारी राजा ऐसा करता है। यह कहानी हास्य उत्पन्न करने वाले लहजे में कही गई है। लेखक कहीं भी जानवरों की हत्या के विरोध में उपदेश देता हुआ दिखाई नहीं देता है। लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से वह उन निर्दोष जानवरों के प्रति सहानुभूति रखता हुआ प्रतीत होता है जिन्हें मनुष्य अपनी मनमर्जी का शिकार बनाते हैं। वह यह टिप्पणी करता हुआ प्रतीत होता है, कि निर्दोष जानवरों को मारने वाले को प्रकृति कभी नहीं बख्शती है। लकड़ी के एक व्याघ्र द्वारा राजा की मृत्यु उसके व्याघ्रों को मारने के निर्दयी कार्य को बदला प्रतीत होती है। यह उन लोगों के लिए एक सीख प्रतीत होती है जो निर्दोष जानवरों के साथ मनमर्जी का व्यवहार करते हैं।
Question 3.
How do the King’s employees behave out of fear?
राजा के कर्मचारी भय के कारण कैसे व्यवहार करते हैं?
Answer:
Maharaja’s employees are always afraid of losing their job. The Maharaja very easily gets angry and dismisses them from their jobs. So they always obey him because of fear. Even the higher officers like Dewan tremble with fear in the King’s presence. They lose their confidence in answering the King’s questions. The employees’ jobs are always at stake. Many officers lost their jobs during his hunt of the hundredth tiger. The Maharaja orders his Dewan to find out a tiger at any cost. Being afraid of losing his job, the poor Dewan brings a tiger from the zoo. The King misses his last target (the hundredth tiger). The hunters instead of telling him the truth, shoot the tiger themselves. Otherwise, they might lose their jobs.
महाराजा के सेवकों को हमेशा अपनी नौकरी जाने का डर बना रहता है। महाराजा बहुत आसानी से नाराज हो जाते हैं और उन्हें नौकरी से निकाल देते हैं। इसलिए वे हमेशा डर के कारण उनकी (महाराजा की) आज्ञा का पालन करते हैं। यहाँ तक कि दीवान जैसे बड़े अधिकारी भी राजा के सामने भय से कांपते हैं। वे राजा के प्रश्नों का उत्तर देने में आत्मविश्वास खो बैठते हैं। कर्मचारियों की नौकरी पर हमेशा जोखिम बना रहता है। सौवें व्याघ्र के शिकार के दौरान कई अधिकारियों ने अपनी नौकरी गंवा दी थीं। महाराजा अपने दीवान को किसी भी कीमत पर एक व्याघ्र को ढूंढ़ निकालने का आदेश देते हैं। अपनी नौकरी खोने के डर से बेचारा दीवान चिड़ियाघर से एक व्याघ्र लाता है। राजा को अन्तिम निशाना (सौवां व्याघ्र) चूक जाता है। शिकारी उसे (राजा को) सच बताने के। बजाय स्वयं उस व्याघ्र को मार देते है। अन्यथा वे (शिकारी) अपनी नौकरी खो सकते थे।
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