Rajasthan Board RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 5 The Human Abstract
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 5 Textual Questions
1. Choose the correct alternative :
Question (a)
‘If we did not make somebody poor;’ what will not be left then :
(i) pity
(ii) love
(iii) distress
(iv) happiness
Answer:
(i) pity
Question (b)
Circle the words depicting emotions :
(i) cruelty
(ii) deciet
(iii) pity
(iv) ruddy
Answer:
(iii) pity, (i) cruelty
Question (c)
What are the factors that cause poverty?
(i) injustice
(ii) unemployment
(iii) population
(iv) all of these
Answer:
(iv) all of these
2. Answer the following questions in 15-20 words each:
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 15-20 शब्दों में दीजिए :
Question (a)
What does cruelty do?
निर्दयता क्या करती है?
Answer:
Cruelty plants in human brain the tree of conspiracy. It lays a trap and uses baits with care for humAnswer:
क्रूरता मानव मस्तिष्क में षडयन्त्र का पेड़ लगाती है। यह मनुष्यों के लिये जाल बिछाती है और सावधानी से चारा डालती है।
Question (b)
What does humility take root’ mean?
‘विनम्रता की जड़े जमाने से क्या अभिप्राय है ?
Answer:
When one repents for his misdeeds, his sins are washed with the tears of repentence. Then humility takes birth in his heart.
जब व्यक्ति अपने किये बुरे कार्यों के लिए पश्चात्ताप करता है तो पश्चाताप के आँसुओं से उसके पाप धुल जाते हैं। तब उसके हृदय में विनम्रता जन्म लेती है।
Question (c)
‘Soon spreads the dismal shade of mystery over his head’. what does ‘Mystery’ here refer to ?
यहाँ रहस्य’ किस सन्दर्भ में प्रयुक्त हुआ है ?
Answer:
The word ‘mystery’ here refers to the acts of conspiracy, misrepresentation of facts, fraud, revenge, struggles etc.
यहाँ ‘रहस्य’ शब्द षड्यन्त्र, तथ्यों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करना, धोखाधड़ी, बदला और संषर्घ के कार्यों के सन्दर्भ में प्रयुक्त हुआ है।
Question (d)
What does caterpillar and fly symbolize here?
‘caterpillar’ तथा ‘fly’ किसके प्रतीक हैं?
Answer:
Caterpiller and fly symbolize vices like conspiracy and revenge. These are anti-social agents which cause decay and death of a society.
Caterpillar तथा fly षड्यन्त्र, तथा बदले की भावना जैसे दुर्गुणों के प्रतीक हैं। ये असामाजिक कारक हैं। जो किसी समाज के पतन और मृत्यु का कारण होते हैं।
3. Answer the following questions in 50 words each :
प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में दीजिए :
Question (a)
How are ‘mutual fear and selfish love’ related to each other?
पारस्परिक भय और स्वार्थ परक प्रेम एक दूसरे से किस प्रकार सम्बन्धित हैं ?
Answer:
Mutual fear gives rise to selfish love. When people live together, they are afflicted with a common feeling of fear of unforseen disasters which creates a bond of love between them. But this love is not genuine. It is a selfish love as it is for one’s own good.
पारस्परिक भय स्वार्थपरक प्रेम को जन्म देता है। जब लोग साथ रहते हैं वे अज्ञात विपत्तियों के भय की एक समान भावना से ग्रसित होते हैं जो उनके बीच प्रेम का बन्धन उत्पन्न करता है। परन्तु यह प्रेम सच्चा नहीं होता। यह स्वार्थ परक प्रेम होता है जो व्यक्ति की अपनी भलाई के लिये होता है।
Question (b)
‘And waters the ground with tears’. Explain.
“और आँसुओं से धरती को गीला कर देता है।” व्याख्या कीजिये।
Answer:
The poet uses the expression ‘And waters the ground with tears’, for the person who commits the acts of cruelty on his fellow-beings. But when the realization of the wrong doings dawns upon him, he repents for his misdeeds by shedding tears of regret and develops humility in himself.
और धरती को आँसुओं से गीला कर देता है” कवि ने इस अभिव्यक्ति का प्रयोग उस व्यक्ति के लिये किया है जो अपने साथियों पर क्रूरतापूर्ण कार्य करता है। जब गलत कामों की अनुभूति उसे होती है तो वह . पश्चाताप के आँसू बहाकर अपने कुकृत्यों का पछतावा करता है और अपने अन्दर विनम्रता पैदा करता है।
Question (c)
Why has the shade of tree of mystery been called the thickest?
रहस्य के पेड़ की छाया को गहनतम् क्यों कहा गया है?
Answer:
Mystery in the poem, ‘The Human Abstract’ symbolises the leaves of the tree of conspiracy. Its shade has been called the thickest because there are innumerable vices that cruelty can breed in human mind. These vices cause decay and death of a society as caterpillars and flies do to a tree.
कविता ‘The Human Abstract’ में रहस्य षड़यन्त्र के पेड़ की पत्तियों का प्रतीक है। इसकी छाया को सबसे घना कहा गया है क्योंकि असंख्य बुराईयाँ हैं जिन्हें क्रूरता मनुष्य के मस्तिष्क में पैदा कर सकती है। यह बुराई किसी समाज के पतन और मृत्यु का कारण बनती है ठीक वैसे ही जैसे इल्लियाँ और मक्खियाँ पेड़ का करती हैं।
4. Answer the following questions in 100 words each:
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 100 शब्दों में दीजिए :
Question (a)
How are these two matched poems (“The Divine Image’ and ‘The Human Abstract’) related to each other in content ? How is human being depicted in ‘The Song of Innocence’ (The Divine Image) and how is he/she depicted in The Song of Experience (The Human Abstract) ? Do we find both aspects working in an average human being ?
ये दोनों समान प्रकार की कविताएँ (‘The Divine Image’ तथा ‘The Human Abstract’) विषय-वस्तु में एक-दूसरे से किस प्रकार सम्बन्धित हैं ? निरापद गीत ‘The Divine Image’ में मानव प्राणी का किस प्रकार का चित्र खींचा गया है तथा अनुभव-गीत ‘The Human Abstract’ में उसे किस प्रकार चित्रित किया गया है ? क्या हम एक सामान्य मानव में इन दोनों पहलुओं को कार्य करता हुआ पाते हैं ?
Answer:
The content of the poem the Song of Innocence (The Divine Image) is human soul and that of the Song of Experience (The Human Abstract) human being’s behaviour. When human soul is full of mercy, pity, peace and love, he lives a godly life. But when human being is under control of evils in the absence of virtues, he is surrounded by bad aspects of life. A man is termed good only when there are certain people weighed against him who are bad. Both aspects good and bad take origin in the mind of a man. So they both work in an average human being.
पहली कविता Song of Innocence (The Divine Image) की विषय-वस्तु मानव आत्मा है और दूसरी कविता Song of Experience ( The Human Abstract) की विषय-वस्तु मनुष्य का व्यवहार है। जब मानव आत्मा दया, करुणा, शान्ति तथा प्रेम के गुणों से परिपूर्ण होती है, तो वह ईश्वरीय जीवन जीता है। परन्तु जब गुणों के अभाव में बुराईयाँ मनुष्य को अपने नियंत्रण में ले लेती हैं तो वह जीवन के गलत पहलुओं से घिर जाता है। किसी मनुष्य की दूसरे बुरे लोगों से तुलना करने पर ही उसे अच्छा बताया जा सकता है। अच्छे और बुरे दोनों पहलू मनुष्य के मस्तिष्क में ही जन्म लेते हैं। इसलिए दोनों पहलू सामान्य मानव में साथ-साथ कार्य करते हैं।
Question (b)
Describe the central idea of the poem.
कविता के केन्द्रीय भाव का वर्णन कीजिए।
Answer:
The poem, “The Human Abstract” by William Blake deals with the theme of virtues like mercy, pity, peace and love. The poet traces their origin and existence in the world. He puts forward the idea that there is goodness in the world because there is vice. There is pity because there is poverty. Mercy exists because there is sorrow. Peace has its origin in mutual fear which allows the growth of selfish love. Humility grows only after repentence. The poet concludes that these false virtues are found in human brain and not in nature.
विलियम ब्लेक द्वारा रचित कविता, The Human Abstract’ दया, करूणा, शान्ति और प्रेम जैसे अच्छे गुणों के विषय में है। कवि इन गुणों की उत्पत्ति और अस्तित्व को ढूँढता है। वह यह विचार रखता है कि संसार में अच्छाई है क्योंकि बुराई है। करूणा है क्योंकि गरीबी है। दया का अस्तित्व है क्योंकि दुःख है। शान्ति की उत्पत्ति पारस्परिक भय से है जो स्वार्थ परक प्रेम को बढ़ावा देता है। पश्चाताप के पश्चात् ही विनम्रता आती है। कवि का निष्कर्ष है कि ये मिथ्या गुण मानव मस्तिष्क में ही पाये जाते हैं।
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 5 Additional Questions
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 5 Short Answer Type Questions
Answer the following questions in about 50 words each :
Question 1.
What are the factors that cause poverty ?
कौन-कौन से गुणक गरीबी के कारण ?
Answer:
We human beings tend to earn more and more material pleasures for ourselves. In this race some people are left behind. Tyranny, injustice, abnormal behaviour, unemployment, social prejudices, over population and other evils are the factors that cause poverty.
हम मनुष्यों की स्वयं के लिए अधिकाधिक भौतिक सुख-सुविधाएँ अर्जित करने की प्रवृत्ति होती है। इस दौड़ में कुछ लोग पीछे छूट जाते हैं। अत्याचार, अन्याय, असामान्य व्यवहार, बेरोजगारी, सामाजिक पूर्वाग्रह, जनसंख्या वृद्धि और अन्य बुराईयाँ ऐसे गुणक हैं जो गरीबी के कारण हैं।
Question 2.
What is pity ?
अनुकम्पा (दया) क्या है ?
Answer:
Pity is the sentimental aspect of sympathy. It is the feeling that arises in our heart when we see somebody in misery. It inspires us to do something to help them. It is pity that inspires a man to free his brothers (all organisms) from distress. Pity alongwith mercy, love and peace makes this earth heaven.
दया (अनुकम्पा) सहानुभूति का भावात्मक पहलू है। यह वह भावना है जो किसी को दुखी. देखकर हमारे हृदय में उत्पन्न होती है। यह हमें उनकी सहायता करने के लिए कुछ करने को प्रेरित करती है। यह अनुकम्पा है। जो एक व्यक्ति को अपने साथियों (सभी जीवधारियों) को परेशानियों से स्वतंत्र करने के लिए यो छुटकारा दिलाने के लिए प्रेरित करती है। करुणा, प्रेम और शान्ति से मिश्रित अनुकम्पा इस पृथ्वी को स्वर्ग बना देती है।
Question 3.
What does the title “The Human Abstract” refer to ?
शीर्षक “The Human Abstract” क्या संकेत करता है ?
Answer:
The title “The Human Abstract” refers to the vices in human personality which are hidden invisibly. These vices are conspiracy, conceit, deceit, revenge, lawlessness, greed, lack of benevolence etc. It refers to the fact that all evils in this world are brought by human beings. They don’t care for their less fortunate brothers.
यह शीर्षक ”The Human Abstract” मानव व्यक्तित्व में अदृश्य रूप से छिपी बुराईयों (अवगुणों) की ओर संकेत करता है। ये अवगुण हैं – षड्यंत्र, अहंकार, छल, प्रतिशोध, स्वच्छन्दता, लालच, उदारता की कमी इत्यादि। यह इस तथ्य की ओर संकेत करता है कि इस संसार में समस्त बुराईयाँ मनुष्यों द्वारा लायी गयी है। अपने कमजोर भाईयों की कुछ परवाह नहीं करते हैं।
Question 4.
Which are God-gifted virtues and which are the gloomy aspects of life?
ईश्वर प्रदत्त गुण कौन-कौन से हैं तथा कौन-कौन से जीवन के अन्धकारमय (खिन्न) पहलू हैं ?
Answer:
God-gifted virtues are – mercy, pity, peace and love. The gloomy aspects of life are – cruelty, mystery, conspiracy, deceit, revenge and conceit. God-gifted virtues make one live a godly life and have the capacity to make the earth a heaven like place. The gloomy aspects of life keep people indulging in a sinful life.
ईश्वर प्रदत्त गुण हैं – दया, करुणा, शान्ति तथा प्रेम। जीवन के अन्धकारमय पहलू हैं – क्रूरता, रहस्य, षड्यंत्र, छल, प्रतिशोध और अहंकार। ईश्वर-प्रदत्त गुण व्यक्ति के जीवन को ईश्वरमय बना देते हैं और पृथ्वी को एक स्वर्ग-सदृश स्थान बनाने की सामर्थ्य रखते हैं। जीवन के अन्धकारमय पहलू लोगों को एक पापपूर्ण जीवन में उलझाये रखते हैं।
Question 5.
what is humility ?
विनम्रता क्या है ?
Answer:
Humility is an ornament of personality. It is the feeling when one is free from ego. Riding on this feeling a person is ready to serve humanity with all his meAnswer: We see humility in the form of parent’s love for their wards. It is the feeling of not considering oneself superior to others.
विनम्रता व्यक्तित्व का एक आभूषण है। इस भावना में व्यक्ति अहं के भाव से मुक्त होता है। इस भावना के कारण व्यक्ति अपनी पूर्ण क्षमता से मानवता की सेवा करने को तत्पर रहता है। माता-पिता को अपने बच्चों के प्रति प्यार विनम्रता के रूप में दिखाई देता है। यह स्वयं को दूसरों से श्रेष्ठ नहीं समझने की भावना है।
Question 6.
What do you understand by conspiracy ?
षड्यंत्र से आप क्या समझते हैं ?
Answer:
Conspiracy means making plans to harm others. These plans are made in hiding and are executed in such a way that they harm the concerned person. Conspiracy is cowardly, hateful and deceitful activity. This instrument is used by cowards. People of this tendency are the most dangerous to the society.
षड्यन्त्र को अभिप्राय दूसरों को नुकसान पहुँचाने वाली योजनाएँ बनाने से है। ये योजनाएँ छुपकर बनाई जाती हैं और इस प्रकार क्रियान्वित की जाती हैं कि वे सम्बन्धित व्यक्ति को नुकसान पहुँचाती हैं। षड्यंत्र कायरतापूर्ण, घृणित एवं छलयुक्त कार्य है। यह तरीका कायर लोगों द्वारा प्रयुक्त किया जाता है। इस प्रवृत्ति के लोग समाज के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक होते हैं।
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 5 Long Answer Type Questions
Answer the following questions in about 100 words each :
Question 1.
Does diversity of religion change or distort the scope of human form ?
क्या धर्म की विविधता मानव रूप के क्षेत्र को परिवर्तित या विकृत कर देती है ?
Answer:
The diversity of religion doesn’t change the scope of human form. Religion, in fact, plays a defining role in shaping one’s personality in the right direction. All religions are only ways to reach the goal of humanity. Every religion advocates humanism and defends humanity. The religion that produces violence and hatred is not religion in true sense. The term religion has been derived from self realisation i.e. knowledge or Brahma. These are like character building courses and never come in the way of God gifted virtues like mercy, pity, peace and love. Actually love itself is God. TET, ETHT 2017
अनेकता मानव रूप के क्षेत्र को परिवर्तित नहीं करती। वास्तव में धर्म व्यक्ति के व्यक्तित्व को सही दिशा में आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सभी धर्म मानवता के उद्देश्य तक पहुँचने के साधन मात्र हैं। प्रत्येक धर्म मानववाद की वकालत (पक्ष लेना) करता है तथा मानवता की रक्षा करता है। वह धर्म जो हिंसा उत्पन्न करता है और घृणा फैलाता है, वास्तव में धर्म नहीं है। धर्म शब्द आत्मानुभूति से अर्थात् ज्ञान या ब्रह्म से लिया गया है। ये चरित्र निर्माण के सोपानों के समान हैं और कभी भी ईश्वर प्रदत्त गुणों-दया, करुणा, प्रेम और शान्ति के रास्ते में आगे नहीं आते। वास्तव में प्रेम स्वयं ईश्वर है।
Question 2.
“Some little things can prevent extinction of humility and the trend of its conversion into conspiracy.” What is your opinion about this statement ?
‘कुछ छोटी-छोटी बातें विनम्रता को नष्ट होने से तथा इसके षड्यंत्र में परिवर्तित होने की प्रवृत्ति को रोक सकती हैं।” इस कथन के बारे में आपकी क्या राय है ?
Answer:
Humility is an ornament of personality. But the evils of the world tend to bring it to extinction. This is also prone to be converted into conspiracy as the time passes. Etiquettes, modesty, courtesy, sweet words, the words of reverence are the things that make this earth heaven and ensure happiness. For the protection of humility, we should spare a few minutes daily in reading ethics. Besides, a habit to do at least one act a day of benevolence should also be cultivated. We should develop the qualities of cooperation and selfless love in our life.
विनम्रता व्यक्तित्व का आभूषण है। परन्तु संसार की बुराईयाँ इसे समाप्त करने को प्रवृत्त रहती हैं। समय बीतने के साथ-साथ इसके षडयन्त्र में बदलने की भी सम्भावना रहती है। अच्छा आचरण, शालीनता, शिष्टता, मीठे बोल, आदर सहित शब्दों का उच्चारण आदि बातें इस पृथ्वी को स्वर्ग बनाती हैं और प्रसन्नता सुनिश्चित करती हैं। विनम्रता की सुरक्षा के लिए हमें प्रतिदिन कुछ समय के लिए नीति सम्बन्धी पुस्तकें पढ़नी चाहिए। इसके अलावा रोजाना एक उदारता का कार्य करने की आदत भी डालनी चाहिए। हमें अपने जीवन में सहयोग और निस्वार्थ प्रेम के गुण विकसित करने चाहिए।
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