RBSE Solutions for Class 12 English Chapter 5 India’s Gifts to the World-(i) How Yoga Heals is part of RBSE Solutions for Class 12 English. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 12 English Chapter 5 India’s Gifts to the World-(i) How Yoga Heals.
Rajasthan Board RBSE Class 12 English Rainbow Chapter 5 India’s Gifts to the World-(i) How Yoga Heals
RBSE Class 12 English Rainbow Chapter 5 Textual Questions
Activity 1: Comprehension
A. Say whether the following statements are True or False. Write ‘T’ for true and ‘F’ for false:
1. According to the author, very few people know that yoga is good for them.
2. According to medical research, about 90% of diseases of people are stress related.
3. Stress is produced by the sympathetic nervous system.
4. The short term stress reaction is considered as good.
5. Continuous exposure to stress is harmful.
6. The body does not have any counterbalance to the “fight or flight” response.
7. A recent study has shown yoga to decrease the level of cortisol in the blood.
8. Yoga is able to reduce stress and allow the body to heal itself.
9. Practising Yoga encourages a healthier lifestyle.
10. Yoga supports the body’s healing mechanism.
Answer:
1. False
2. True
3. True
4. True
5. True
7. True
8. True
9. True
10. True
B. Answer the following questions in about 30-40 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में दीजिए:
Question 1.
For what diseases can yoga be a therapy?
किन-किन बीमारियों के लिए योग एक रोगोपचार की पद्धति हो सकती है?
Answer:
Yoga can be a therapy for cancer, infertility, lung disease, multiple sclerosis, Parkinson’s disease, insomnia, high blood pressure, tension, anxiety depression, osteoporosis, and joint pain.
योग कैन्सर, सन्तानहीनता, फेफड़ों की बीमारी, स्नायु तंत्र की बीमारी, पार्किन्सन्ज़ की बीमारी, अनिद्रा की बीमारी, उच्च रक्तचाप, तनाव, अवसाद, हड्डियों का कमजोर होना व जोड़ों के दर्द में रोगोपचार की पद्धति हो सकता है।
Question 2.
Which diseases are caused by stress?
तनाव से कौन-कौन-सी बीमारियाँ होती हैं?
Answer:
Medical research estimates that about 90 per cent of diseases is stress related. A few of them which are caused due to overactive stress response are cardiovascular disease, depression, anxiety, some types of diabetes mellitus etc.
चिकित्सा सम्बन्धी अनुसंधान का अनुमान है कि लगभग 90 प्रतिशत बीमारियाँ तनाव से सम्बन्धित हैं। उनमें से कुछ जो अत्यधिक तनाव की प्रतिक्रिया के कारण उत्पन्न होती हैं, वे हृदय व रक्तवाहिनियों से सम्बन्धित बीमारी, अवसाद, अनिद्रा एवं कुछ प्रकार की मधुमेह आदि हैं।
Question 3.
What is the reaction of our body in the ‘fight or flight’ system?
‘लड़ो या भागो’ व्यवस्था में हमारे शरीर की क्या प्रतिक्रिया होती है?
Answer:
In the ‘fight or flight’ system our body reacts in two ways. Short term, this reaction is a good thing. But long term, it is harmful. It results in a sudden surge in heart rate and blood pressure, shallow breathing and slow metabolism and tensing of muscles.
‘लड़ो या भागो’ व्यवस्था में हमारा शरीर दो प्रकार से प्रतिक्रिया करता है। लघु अवधि के लिए यह प्रतिक्रिया अच्छी बात होती है। किन्तु दीर्घावधि के लिए यह हानिकारक है। यह हृदयगति एवं रक्तचाप में अचानक वृद्धि, सांस फूलना, मन्द उपापचय एवं मांसपेशियों में खिंचाव के रूप में परिणत होती है।
Question 4.
Write the main hazards of stress.
तनाव के मुख्य खतरे लिखिए।
OR
Why is stress harmful to our body?
तनाव हमारे शरीर के लिए क्यों हानिकारक है?
Answer:
Stress is harmful to our body because it causes an instantaneous surge in heart rate, cardiac output, blood pressure, sweating, shallow breathing and slowing down of metabolism combined with a tensing of muscles.
तनाव हमारे शरीर के लिए हानिकारक है क्योंकि इससे हृदय की धड़कन में तत्काल तेजी आना, हृदय का दौरा पड़ना, रक्तचाप में वृद्धि होना, पसीना आना, श्वसन-क्रिया और शरीर की रासायनिक क्रिया (उपापचय) में धीमापन और मांसपेशियों का ऐंठना शुरू हो जाता है।
Question 5.
Why is cortisol good for our body? (Sample Paper 2018)
कोर्टिसोल हमारे शरीर के लिए अच्छा क्यों है?
Answer:
Cortisol is a hormone. It is considered good at normal levels. It is because it helps maintain the body active and healthy by regulating metabolism and blood pressure. Efforts should be made to maintain cortisol active.
कोर्टिसोल एक हार्मोन है। यह सामान्य स्तर पर अच्छा माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह उपापचय एवं रक्तचाप को नियमित कर शरीर को चुस्त एवं स्वस्थ रखने में मदद करता है। कोर्टिसोल को क्रियाशील बनाये रखने के लिए प्रयास किये जाने चाहिए।
Question 6.
Describe the impact of the high level of cortisol on our health.
हमारे स्वास्थ्य पर कोर्टिसोल की अधिक मात्रा से होने वाले प्रभाव का वर्णन करो।
Answer:
The high level of cortisol can suppress the immune system. It can cause sleep disturbances and loss of appetite. Its high level can also increase heart rate, blood pressure, cholesterol and triglyceride levels resulting in a heart attack.
कोर्टिसोल हार्मोन की अधिक मात्रा रोग प्रतिरोधक तंत्र को समाप्त कर सकती है। यह नींद में व्यवधान और भूख में कमी भी कर सकती है। इसकी अधिक मात्रा हृदयगति, रक्तचाप, कॉलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड स्तर को भी बढ़ा सकती है जिसका परिणाम हृदयाघात होता है।
Question 7.
How can the parasympathetic nervous system be activated?
परानुकंपी तन्त्रिका तंत्र को कैसे सक्रिय किया जा सकता है?
Answer:
The parasympathetic nervous system becomes activated when the threat or stressor has passed. It can also be consciously activated by deepening the breath and by relaxing the skeletal muscles.
जब कोई खतरा या तनाव उत्पन्न करने वाला कारक समाप्त हो जाता है तो परानुकंपी तंत्रिकातंत्र सक्रिय हो जाता है। इसे जागरूक रहकर, श्वसन क्रिया को गहरा करके तथा अस्थिपंजर की मांसपेशियों को ढीला करके भी सक्रिय किया जा सकता है।
Question 8.
What is the result of ‘rest and renew’ in our body?
‘आराम और पुनर्नवीनीकरण’ को हमारे शरीर में क्या परिणाम होता है?
Answer:
‘Rest and renew’ is also called “relaxation response”. It is the action of the parasympathetic nervous system. It lowers blood pressure, heart rate and respiration. It stimulates digestion and excretion. It allows blood to travel freely throughout the body.
‘आराम और पुनर्नवीनीकरण’ की क्रिया “आराम प्रतिक्रिया” भी कहलाती है। यह परानुकंपी तंत्रिका तंत्र की क्रिया है। यह रक्तचाप, हृदयगति और श्वसन की गति को मन्द कर देती है। यह पाचन तथा उत्सर्जन को तीव्र कर देती है। यह पूरे शरीर में स्वतंत्र रक्त संचार को प्रेरित करती है।
Question 9.
What is important for the promotion of long term health?
लम्बी अवधि के स्वास्थ्य के विकास के लिए क्या महत्त्वपूर्ण है?
Answer:
The free movement of blood through the digestive, reproductive, glandular and immune systems is important for the promotion of long term health. These systems play an important role in the development and fitness of the body.
पाचन, प्रजनन, ग्रन्थि एवं प्रतिरक्षा तन्त्रों में रक्त का स्वतंत्र संचार लम्बी अवधि के स्वास्थ्य के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण है। ये तंत्र शरीर के विकास एवं पूर्ण स्वास्थ्य में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Question 10.
Describe the main components of yoga practice.
योगाभ्यास के मुख्य अंगों (घटकों का) का वर्णन करो।
Answer:
Yogasanas, Pranayam and meditation are the main components of yoga. Yogasanas include inverting, twisting and compressing of body. Long, deep breathing and conscious relaxation are Pranayam. Meditation is a concentration of mind.
योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान योग के मुख्य अंग हैं। योगासनों में शरीर को ऊपर नीचे करने, मरोड़ने एवं दबाने की प्रक्रियाएँ सम्मिलित हैं। लम्बी, गहरी श्वास लेना और जान-बूझ कर शिथिलीकरण प्राणायाम कहलाता है। मस्तिष्क की एकाग्रता को ध्यान कहते हैं।
Question 11.
What does the practice of yoga encourage?
योगाभ्यास क्या प्रोत्साहित करता है?
Answer:
The practice of yoga encourages the person to lead a healthier lifestyle. It develops the self-awareness and discipline required for positive behaviour modification. It produces optimism and courage in person.
योग का अभ्यास व्यक्ति को अधिक स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह सकारात्मक-व्यवहार परिवर्तन के लिए आवश्यक स्वजागरूकता एवं अनुशासन का विकास करता है। यह व्यक्ति में आशावादिता एवं साहस उत्पन्न करता है।
C. Answer the following questions in about 125 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 125 शब्दों में दीजिए:
Question 1.
Explain the relationship between stress and diseases.
तनाव और बीमारियों के मध्य सम्बन्ध की व्याख्या कीजिए।
Answer:
There is a very close relationship between stress and disease. Medical research estimates that as much as 90 per cent of diseases are stress related. A few of these diseases are cardiovascular diseases, depression, anxiety, diabetes etc. Now it is important to understand how stress develops diseases. When we feel stress, the level of cortisol hormone becomes high in our blood. This hormone at normal levels helps maintain an active healthy body by keeping metabolism and blood pressure good. But due to stress, cortisol levels become high and cause sleep disturbances and loss of appetite. Its high levels suppress the immune system, increase heart rate, blood pressure and cholesterol levels. These changes are responsible for various diseases.
तनाव और बीमारी के मध्य अति घनिष्ठ सम्बन्ध है। चिकित्सा-अनुसंधान का अनुमान है कि लगभग 90 प्रतिशत बीमारियाँ तनाव से सम्बन्धित होती हैं। इन बीमारियों में से कुछ हृदय एवं रक्तवाहिनियों की बीमारी, अवसाद, चिन्ता, मधुमेह आदि हैं। अब यह समझना महत्त्वपूर्ण है कि तनावे बीमारी को कैसे उत्पन्न करता है। जब हम तनाव का अनुभव करते हैं तो कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर हमारे रक्त में बढ़ जाता है। सामान्य स्तर पर यह हार्मोन उपापचय एवं रक्तचाप को अच्छा रखकर हमारे शरीर को चुस्त रखने में सहायता करता है। लेकिन तनाव के कारण कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है और नींद में व्यवधान एवं भूख में कमी उत्पन्न कर देता है। इसका उच्च स्तर प्रतिरक्षा तन्त्र को मन्द कर देता है, हृदयगति, रक्तचाप एवं कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देता है। ये परिवर्तन अनेक बीमारियों के लिए उत्तरदायी हैं।
Question 2.
What do you understand by the sympathetic nervous system? How does it function?
अनुकंपी तंत्रिका तंत्र से आप क्या समझते हैं? यह कैसे कार्य करता है?
Answer:
The sympathetic nervous system is a situation when our nervous system at once reacts to something and we have either to face the situation or avoid it. This response is also called ‘fight or flight response in which there is an instantaneous surge in heart rate, cardiac output, blood pressure, sweating, shallow breathing and metabolism combined with tensing of muscles. Internally, the ‘fight or flight’ response shuts down digestion and elimination and reduces blood flow to the internal organs. For a short period, this response is a good thing because it prepares us to respond to any environmental threat. But if we have this response for a long time due to continuous exposure to stress, it becomes harmful to us by severely affecting our healing abilities.
अनुकंपी तंत्रिका तंत्र एक ऐसी स्थिति है जब हमारा तंत्रिका तंत्र किसी भी वस्तु से तुरंत प्रतिक्रिया करता है। और हमें उस स्थिति को या तो मुकाबला करना होता है या उसको टालना होता है। इस प्रतिक्रिया को ‘लड़ो। या भागो’ प्रतिक्रिया भी कहते हैं जिसमें हृदय की धड़कन की तेज गति, हृदय की बढ़ी हुई कार्यशक्ति, उच्च रक्तचाप, पसीना आना, श्वसन क्रिया और शरीर की रासायनिक प्रक्रिया में धीमेपन और साथ ही मांसपेशियों का खिंचाव आदि समाहित होते है। आंतरिक रूप से लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया हमारे पाचन एवं उत्सर्जन की प्रक्रियाओं को बन्द कर देती है और शरीर के आंतरिक अंगों में रक्त के बहाव को कम कर देती है। थोड़े समय के लिए यह प्रतिक्रिया एक अच्छी चीज होती है क्योंकि यह किसी भी पर्यावरणीय खतरे का सामना करने के लिए हमें तैयार करती है। लेकिन यदि लगातार तनाव में रहने के कारण यह प्रतिक्रिया हमारे अन्दर लम्बे समय के लिए होती है तो यह हमारी बीमारियों को ठीक करने वाली क्षमताओं को गंभीर रूप से प्रभावित करके हमारे लिए हानिकारक हो जाती है।
Question 3.
Mention the benefits of yoga as discussed in the lesson. (S.S. Exam. 2009)
योग के उने लाभों का उल्लेख कीजिए जिनका इस पाठ में वर्णन किया गया है।
OR
What are the benefits of yoga?
योग के क्या लाभ हैं?
OR
How is yoga beneficial to health? (S. S. Exam. 2007)
योग स्वास्थ्य के लिए कैसे लाभदायक है?
Answer:
There are numerous benefits of yoga. Yoga decreases the level of stress hormones named cortisol in the blood and helps remove stress. The meditative practices of yoga reduce the responsiveness of mind to stressors and lessen the intensity of the ‘fight or flight’ response. The occurrence of twisting, inverting and compressing in the yoga postures increases the circulation of blood and body fluids which improve the body’s ability to deliver the required material to allow healing to take place. Yoga helps maintain the normal functioning of the immune system and inflammation response. Yoga poses to improve muscle strength and prevent diseases like arthritis and osteoporosis. Yoga poses to improve the lung capacity to function. In this way, Yoga is very useful for health.
योग के अनेक लाभ हैं। योग रक्त में तनाव पैदा करने वाले हारमोन कोर्टिसोल को कम करता है और तनाव दूर करने में मदद करता है। योग की ध्यान से सम्बन्धित क्रियाएँ तनाव उत्पन्न करने वाले कारकों के प्रति मस्तिष्क की प्रतिक्रिया को कम करती हैं और लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया की तीव्रता को कम करती हैं। योगासनों में होने वाली शरीर को ऊपर-नीचे करने, मरोड़ने (ऐंठने) और दबाने की क्रियाएँ, शरीर में खून और द्रवों के संचरण को बढ़ाती हैं जो कि शरीर को आवश्यक वस्तुएँ प्रदान करके उसकी बीमारियों को ठीक करने। की क्षमता बढ़ाते हैं। योग शरीर की रोग-प्रतिरक्षण क्षमता की पद्धति और शोथ-प्रतिक्रिया की सामान्य कार्य-प्रणाली को बनाये रखती है। योगासन मांसपेशियों की शक्ति को बढ़ाते हैं और गठिया और हडडियों के शीघ्र टूटने सम्बन्धी रोगों को रोकते हैं। योगासन फेफड़ों की कार्य-शक्ति को बढ़ाते हैं । इस प्रकार योग स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है।
RBSE Class 12 English Rainbow Chapter 5 Additional Questions
A. Answer the following questions in about 30-40 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में दीजिए:
Question 1.
How is yoga being used currently?
आजकल योग को कैसे प्रयोग किया जा रहा है?
Answer:
Currently, yoga is being used as a therapy for cancer, infertility, lung disease, multiple sclerosis, Parkinson’s disease, insomnia, high blood pressure and joint pain. It has become very popular among well-educated persons.
आजकल योग को कैन्सर, सन्तानहीनता, फेफड़ों की बीमारी, स्नायु तंत्र की बीमारी, पाकिन्सन्ज बीमारी, अनिद्रा, उच्च रक्तचाप और जोड़ों के दर्द के उपचार के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। सुशिक्षित व्यक्तियों में यह बहुत लोकप्रिय हो गया है।
Question 2.
What according to the author, do people not know about yoga?
लेखक के अनुसार लोग योग के बारे में क्या नहीं जानते हैं?
Answer:
According to American yoga expert Timothy Burgin, people know that yoga is good for them. It heals their diseases and makes them physically and mentally fit. But they don’t know how it does so.
अमेरिकी योग विशेषज्ञ Timothy Burgin के अनुसार, लोग यह तो जानते हैं कि योग उनके लिए अच्छी चीज है। यह उनकी बीमारियों को ठीक करता है और उन्हें शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ बनाता है। लेकिन वे यह नहीं जानते कि यह ऐसा किस प्रकार करता है।
Question 3.
What does medical research say regarding the relationship between stress and diseases? Explain with example.
तनाव और बीमारियों के मध्य सम्बन्ध के विषय में चिकित्सा अनुसंधान क्या कहता है? उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
Answer:
According to medical research, about 90 per cent of diseases is directly or indirectly stress related. A few of these stress-related diseases are cardiovascular diseases, depression, anxiety and diabetes.
चिकित्सा अनुसंधान के अनुसार लगभग 90 प्रतिशत बीमारियाँ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से तनाव से सम्बन्धित हैं। इन तनाव सम्बन्धित बीमारियों में से कुछ हृदय एवं रक्त वाहिनियों की बीमारियाँ, अवसाद, चिन्ता एवं मधुमेह हैं।
Question 4.
What is stress and what are its symptoms?
तनाव क्या है और इसके लक्षण क्या हैं?
Answer:
Stress is the product of the sympathetic nervous system or the “fight or flight” response. Its symptoms are an instantaneous surge in heart rate, cardiac output, blood pressure, sweating, shallow breathing and slow metabolism.
तनाव, अनुकंपी तंत्रिका तंत्र या ‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया की उपज है। हृदयगति, हृदय की कार्यशक्ति, रक्तचाप में अचानक वृद्धि, पसीना आना, उथली श्वांस एवं उपापचयी क्रियाओं का धीमा होना इस (तनाव) के (प्रमुख) लक्षण हैं।
Question 5.
What is the ‘fight or flight” response? How does it affect our body internally? ‘
लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया किसे कहते हैं? यह आन्तरिक रूप से हमारे शरीर को किस प्रकार प्रभावित करती है?
Answer:
“Fight or flight” response is the action of our sympathetic nervous system against any environmental threat. Internally it shuts down digestion and elimination and reduces blood flow to the internal organs.
‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया किसी भी पर्यावरणीय खतरे के विरुद्ध हमारे अनुकंपी तंत्रिका तंत्र की प्रतिक्रिया है। आन्तरिक रूप से यह पाचन एवं उत्सर्जन क्रियाओं को बन्द कर देती है एवं आन्तरिक अंगों में रक्त-संचार कम कर देती है।
Question 6.
What are the ill effects on our body if we remain continuously under stress for a long time?
यदि हम लगातार लम्बे समय तक तनाव में रहते हैं तो हमारे शरीर पर क्या बुरे प्रभाव पड़ते हैं?
Answer:
If we remain continuously under stress for a long time, our body’s natural maintenance and healing abilities are adversely affected. It is because stress causes sleep disturbances and suppresses the immune system.
यदि हम लगातार लम्बे समय तक तनाव में रहते हैं तो हमारे शरीर में निहित प्राकृतिक रख-रखाव एवं बीमारियों को ठीक करने की क्षमता बुरी तरह प्रभावित होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि तनाव नींद में व्यवधान पैदा करता है तथा रोग प्रतिरोधक तंत्र को कमज़ोर बना देता है।
Question 7.
What can lead to high levels of cortisol? How does it affect our body?
क्या चीज कोर्टिसोल हार्मोन का उच्च स्तर उत्पन्न कर सकती है? यह हमारे शरीर को किस प्रकार प्रभावित करता है?
Answer:
Chronic stress can lead to high levels of cortisol. Cortisol’s high levels suppress the immune system, cause sleep disturbances, loss of appetite increase heart rate, blood pressure and cholesterol.
दीर्घकालिक तनाव कोर्टिसोल हार्मोन की मात्रा में वृद्धि (उच्च स्तर) कर सकता है। कोर्टिसोल की अधिक मात्रा हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को बन्द कर देती है, नींद में व्यवधान पैदा करती है, भूख को समाप्त करती है, हृदयगति, रक्तचाप एवं कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देती है।
Question 8.
What is responsible for the risk of heart attack and stroke and how?
हृदयाघात और दिमागी पक्षाघात के खतरे के लिए क्या चीज जिम्मेदार है और कैसे?
Answer:
Cortisol hormone at high levels is responsible for the risk of heart attack and strokes. It is because of high levels of cortisol increase heart-rate blood pressure, cholesterol and triglyceride levels which cause heart attack and stroke.
अधिक मात्रा में कोर्टिसोल हार्मोन हृदयाघात एवं पक्षाघात के खतरे के लिए जिम्मेदार होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोर्टिसोल की अधिक मात्रा हृदयगति, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल एवं ट्राइग्लिसराइड की मात्रा को बढ़ा देती है जिससे हृदयाघात एवं पक्षाघात होते हैं।
Question 9.
What is the relaxation response?
तनावमुक्ति प्रतिक्रिया क्या होती है?
Answer:
The relaxation response is the body’s natural counter-balance to the ‘fight or flight’ response. It is also called the parasympathetic nervous system or “rest and renew stage”. It occurs when the ‘fight or flight’ response has passed or ended.
तनावमुक्ति प्रतिक्रिया, ‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया के प्रभावों को संतुलित करने वाली हमारे शरीर की स्वाभाविक शक्ति है। इसे परानुंकपी तंत्रिका तंत्र या ‘आराम और पुनर्नवीनीकरण अवस्था” भी कहते हैं। यह तब होती है जब ‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया समाप्त हो चुकी होती है।
Question 10.
How does the parasympathetic nervous system work in our body?
हमारे शरीर में परानुकंपी तंत्रिका तन्त्र कैसे कार्य करता है?
Answer:
The parasympathetic nervous system becomes activated when the sympathetic nervous system has ended. It lowers blood pressure, heart rate and respiration. It stimulates digestion and elimination. It allows the blood to flow through all organs.
परानुकंपी तंत्रिका तन्त्र, अनुकंपी तंत्रिका तन्त्र के काम करना बन्द कर देने के पश्चात् सक्रिय होता है। यह रक्तचाप, हृदय गति और श्वसन को मन्द करता है। यह पाचन और उत्सर्जन को उत्तेजित करता है। यह रक्त को सभी अंगों में प्रवाहित होने देने के लिए स्वतंत्र करता है।
Question 11.
Why do we call parasympathetic nervous system as “rest and renew stage”?
परानुकंपी तंत्रिका तंत्र को हम “आराम और पुनर्नवीनीकरण अवस्था” क्यों कहते हैं?
Answer:
The parasympathetic nervous system or ‘relaxation response’ is also called ‘rest and renew stage’ because during this response our body has time and resources to heal the body and to perform all its essential maintenance tasks.
परानुकंपी तंत्रिका तंत्र या ‘तनाव मुक्ति प्रतिक्रिया’ “आराम और पुनर्नवीनीकरण अवस्था’ भी कहलाती है। क्योंकि इस प्रतिक्रिया के दौरान हमारे शरीर के पास बीमारियों को ठीक करने हेतु और इसके आवश्यक रख-रखाव के सभी कार्यों को करने हेतु पर्याप्त समय एवं संसाधान होते हैं।
Question 12.
Why does yoga emphasize on long, deep breathing and conscious relaxation?
योग लम्बी गहरी श्वास और जानबूझकर तनावमुक्त होने (शिथिलीकरण) पर अधिक बल क्यों देता है?
Answer:
Yoga emphasizes on long, deep breathing and conscious relaxation because it activates the parasympathetic nervous system and promotes “rest and renew’ functions. It decreases the level of the stress hormone cortisol and lessens the intensity of the “fight or flight” response.
योग लम्बी, गहरी श्वास और जानबूझकर तनावमुक्त होने (शिथिलीकरण) पर अधिक बल देता है क्योंकि यह (क्रिया) परानुकंपी तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करती है और “आराम तथा पुनर्नवीनीकरण” के कार्यों को प्रोत्साहित करती है। यह तनाव उत्पन्न करने वाले हार्मोन कोर्टिसोल की मात्रा को कम करती है तथा ‘लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया की तीव्रता को कम करती है।
Question 13.
How do the meditative practices of yoga help us?
योग की ध्यान सम्बन्धित क्रियाएँ किस प्रकार हमारी सहायता करती हैं?
Answer:
The meditative practices of yoga help reduce the responsiveness of the mind to stressors. These practices decrease the intensity of the “fight or flight” response. These make us brave to fight the threats rather than to be afraid of them.
योग को ध्यान सम्बन्धी क्रियाएँ तनाव उत्पन्न करने वाले कारणों के प्रति हमारे मस्तिष्क की संवेदनशीलता को कम करती हैं। ये लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया की तीव्रता को कम करती हैं। ये हमें भय या खतरों से डरने की अपेक्षा लड़ने योग्य साहसी बनाती हैं।
Question 14.
How are yoga postures helpful in maintaining good health?
स्वास्थ्य को अच्छा रखने में योगासन किस प्रकार हमारे सहायक हैं?
Answer:
Yoga postures enhance the circulation of blood and activate the lymphatic system. Good circulation of blood provides essential materials to all cells and tissues while lymphatic system enhances the immune system.
योगासन रक्त संचार को बढ़ाते हैं और लसीका तंत्र को सक्रिय करते हैं। रक्त का अच्छा प्रवाह सभी कोशिकाओं एवं ऊतकों को आवश्यक तत्व प्रदान करता है जबकि लसीका तंत्र हमारे रोग प्रतिरोधक तंत्र को पुष्ट करता है।
Question 15.
What are the musculoskeletal diseases? How is yoga helpful in healing and preventing them?
मांसपेशियों एवं अस्थियों से सम्बन्धित बीमारियाँ कौन-सी हैं? इनके उपचार एवं रोकथाम में योग किस प्रकार सहायक है?
Answer:
The diseases related to muscles and bones such as arthritis and osteoporosis are called musculoskeletal diseases. Yoga poses improve muscle strength, flexibility and movement of joints and heal and prevent musculoskeletal diseases.
मांसपेशियों एवं अस्थियों से सम्बन्धित बीमारियों जैसे गठिया, हड्डियों की कमजोरी आदि को मांसपेशी एवं अस्थि सम्बन्धित बीमारियाँ कहते हैं। योग मुद्राएं मांसपेशियों की शक्ति तथा जोड़ों के लचीलेपन तथा गति में सुधार करती हैं तथा मांसपेशियों एवं अस्थियों से सम्बन्धित बीमारियों को ठीक एवं उनकी रोकथाम करती हैं।
Question 16.
Why does the author advise to consider yoga as a complementary therapy instead of complete therapy?
लेखक योग को एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति के बजाय एक पूरक चिकित्सा पद्धति मानने की सलाह क्यों देता है?
Answer:
The author advises considering yoga a complementary therapy and not complete therapy because only yoga is not sufficient to cure the diseases. It is helpful in curing the illness along with other therapies.
लेखक योग को एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति के बजाय पूरक चिकित्सा पद्धति मानने की सलाह देता है क्योंकि बीमारियों का इलाज करने के लिए केवल योग ही पर्याप्त नहीं है। यह अन्य पद्धतियों के साथ बीमारी को ठीक करने में सहायक है।
Question 17.
Why does yoga emphasize on back bends?
पीठ को विभिन्न प्रकार से मोड़ने पर योग जोर क्यों देता है?
Answer:
Yoga’s emphasis on deep breathing and backbends improve lung capacity and function. Backbends are also helpful in strengthening our nerves which arise from our spinal cord found in the backbone.
गहरी श्वास और पीठ को मोड़ने पर योग का अधिक बल इसलिए है क्योंकि इससे फेफड़ों की क्षमता एवं कार्यशक्ति में सुधार होता है। पीठ को मोड़ने के आसन हमारी तंत्रिकाओं को शक्तिशाली बनाने में सहायक हैं जो मेरु रज्जु से निकलती हैं।
B. Answer the following questions in about 125 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 125 शब्दों में दीजिए:
Question 1.
Is cortisol both a good and a bad hormone? Support your answer from the text.
क्या कोर्टिसोल अच्छा व बुरा, दोनों प्रकार का हार्मोन है? अपने उत्तर की पुष्टि मूलपाठ में से कीजिए।
Answer:
Yes, cortisol is both a good and a bad hormone. It is a good hormone if it is at normal levels. Then it helps maintain an active and healthy body. The normal level of cortisol also regulates the metabolism and blood pressure in the body. It is a bad hormone because its excessive amount can suppress the immune system, cause sleep disturbances and loss of appetite. High levels of cortisol can also increase one’s heart rate, blood pressure and cholesterol and triglyceride levels (risk factors for both heart attack and stroke). The by-products of cortisol can act as sedatives which can lead to depression. Hence we should avoid stressors which cause the release of excess cortisol and damage our body and brain.
हाँ, कोर्टिसोल अच्छा व बुरा, दोनों प्रकार का हार्मोन है। यह एक अच्छा हार्मोन तब है यदि यह अपने सामान्य स्तर पर होता है। तब यह शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने में मदद करता है। कोर्टिसोल की सामान्य मात्रा शरीर की रासायनिक क्रिया (उपापचय) तथा रक्तचाप को नियमित भी करती है। यह एक खराब हार्मोन है। क्योंकि इसकी अधिक मात्र प्रतिरक्षण क्षमता को समाप्त कर सकती है, नींद में व्यवधान डाल सकती है और भूख में कभी भी कर सकती है। कोर्टिसोल का उच्च स्तर हृदय की गति, रक्तचाप, कॉलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लाइसराइड (जो हृदयाघात और पक्षाघात के लिए खतरनाक होते हैं) को बढ़ा सकता है। कोर्टिसोल के उप-उत्पाद स्नायु-तंत्र को शान्त करने या नींद लाने का कार्य करते हैं जो अवसाद की ओर ले जा सकते हैं। अतः हमें तनाव उत्पन्न करने वाले कारकों से बचना चाहिए जो अधिक मात्रा में कोर्टिसोल उत्पन्न होने के कारक हैं और हमारे शरीर तथा मस्तिष्क को हानि पहुँचाते हैं।
Question 2.
What is meant by stress and what are its effects?
तनाव से क्या तात्पर्य है और इसके क्या प्रभाव हैं?
Answer:
The excessive stimulation of the sympathetic nervous system causing ‘fight or flight response to any situation in the body is called stress. The effects of stress on the body are numerous. Excessive stress causes a surge in heart rate, cardiac output, blood pressure, sweating, shallow breathing and slow metabolism along with the tensing of muscles. Internally, stress shuts down the digestion and elimination and reduces blood flow to the internal organs. The short term stress is a good thing as it prepares us to respond to any environmental threat. But long term exposure to stress is harmful as it causes wear and tears on the body systems. Chronic stress leads to continuous high levels of cortisol. Excessive amounts of cortisol suppress the immune system and cause sleep disturbances etc.
अनुकंपी तंत्रिका तंत्र का अत्यधिक उत्तेजित होकर शरीर में किसी भी स्थिति के प्रति लड़ो या भागो’ प्रतिक्रिया उत्पन्न करना तनाव कहलाता है। तनाव के कई प्रभाव होते हैं। अत्यधिक तनाव हृदय की धड़कन में, हृदय की कार्यशक्ति में, रक्तचाप में वृद्धि करता है और पसीना आना, साँस लेने व शरीर की रासायनिक (उपापचय) क्रिया में धीमापन होना और मांसपेशियों में ऐंठन (कड़कपन) आदि होते रहते हैं। आंतरिक रूप से तनाव पाचन-क्रिया और उत्सर्जन क्रिया को बंद कर देता है और शरीर के अंगों में रक्त के संचार में कमी कर देता है। कम अवधि वाला तनाव अच्छा होता है क्योंकि वह हमें किसी भी पर्यावरणीय खतरे का सामना करने के लिये तैयार करता है। अधिक लम्बी अवधि तक तनावग्रस्त रहना हानिकारक होता है क्योंकि यह शरीर के तंत्रों में कमियाँ उत्पन्न कर देता है। पुराना तनाव कोर्टिसोल के सतत् उच्च स्तर को बढ़ाता है। कोर्टिसोल की अत्यधि क मात्रा प्रतिरोधी क्षमता को नष्ट करती है और नींद में व्यवधान उत्पन्न करती है।
Activity 2: vocabulary
You have read about the hormone called Cortisol in your lesson. Given below is a list of important hormones secreted by the human body. Study the following list of hormones and gather the required information about them from the internet to acquaint yourself with the tissues producing them and their impact on the human body.
आप इस पाठ में कोर्टिसोल हार्मो के बारे में पढ़ चुके हो। नीचे मनुष्य के शरीर द्वारा स्रावित महत्त्वपूर्ण हार्मोनों की सूची दी गई है। हॉमोन्स की निम्नलिखित सूची को ध्यानपूर्वक पढ़िए और स्वयं की जानकारी के लिए उनके बारे में इण्टरनेट से आवश्यक सूचनाएँ एकत्र कीजिए कि वे किन ऊतकों द्वारा उत्पन्न किये जाते हैं और उनका मानव शरीर पर क्या प्रभाव होता है।
Activity 3: Speech Activity
Write a short speech on each of the following for discussion in your class:
अपनी कक्षा में चर्चा करने के लिए निम्नलिखित में से प्रत्येक विषय पर एक संक्षिप्त भाषण लिखि:
(i) Food Adulteration खाद्य पदार्थों में मिलावट
(ii) Impact of Internet Culture इण्टरनेट संस्कृति का प्रभाव
(iii) Importance of Games and Sports खेल – कूद का प्रभाव
Answer:
(i) Food Adulteration ( खाद्य पदार्थों में मिलावट)
Respected sir and dear classmates, let us discuss the problem of food adulteration which has become a serious danger for our health. It is, in fact, any undesirable change in the composition of any food item for economic benefit. It brings down the nutritional value of the food and may cause serious health problems in consumers. There are many mineral oils which when added to food items may cause cancer, paralysis etc. Mixing palm oil in cooking vegetable oils, adding synthetic milk in pure milk have become common. We must take up the necessary steps to prevent food adulteration.
आदरणीय शिक्षक महोदय और प्रिय सहपाठियो, आइये खाद्य पदार्थों में मिलावट की समस्या पर चर्चा करते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए एक गम्भीर खतरा बन गई है। आर्थिक लाभ के लिए किसी खाद्य पदार्थ के रूप में किसी भी प्रकार का अवांछनीय परिवर्तन करना उसमें मिलावट कहलाता है। इससे भोजन के पोषक तत्व कम हो जाते हैं और उपभोक्ताओं को स्वास्थ्य सम्बन्धी गम्भीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे बहुत से खनिज तेल हैं जिन्हें भोज्य पदार्थों में मिला देने से कैन्सर, पक्षाघात इत्यादि बीमारियाँ हो सकती हैं। वनस्पति तेलों में पाम ऑयल मिलाना, शुद्ध दूध में कृत्रिम दूध मिलाना सामान्य हो गया है। हमें खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।
(ii) Impact of Internet Culture (इण्टरनेट संस्कृति का प्रभाव)
Respected Sir and dear classmates, the whole world is now in the grip of the internet. It has covered almost every walk of life. Teaching, learning, shopping, entertainment, communication, banking, administration, touring, business etc.: all are running on the back of the internet. But internet culture has promoted some wrong aspects too. It can disrepute and destroy a person’s life in a second. Internet hacking is a big danger to all the bank accounts, personal information, data and secret records which are stored in the software of the computer. Children are becoming internet addict and vulgar videos are ruining their lives.
आदरणीय शिक्षक महोदय व प्रिय सहपाठियो, आज सम्पूर्ण विश्व इण्टरनेट की जकड़ में है। इसने जीवन के लगभग प्रत्येक क्षेत्र पर अधिकार कर लिया है सिखाना, सीखना, खरीददारी करना, मनोरंजन, संचार, बैंकिंग, प्रशासन, घूमना-फिरना, व्यापार : यह सब कुछ इण्टरनेट के आधार पर चल रहा है। किन्तु इण्टरनेट संस्कृति ने गलत पक्षों को भी बढ़ावा दिया है। यह एक सैकण्ड में किसी व्यक्ति को अपमानित करके उसका जीवन बर्बाद कर सकता है। कम्प्यूटर के सॉफ्टवेयर में संग्रहीत बैंक अकाउण्ट्स सम्बन्धी व व्यक्तिगत सूचना, विवरण व गुप्त अभिलेखों के लिए इण्टरनेट हैकिंग एक बड़ा खतरा है। बच्चे इण्टरनेट के आदी होते जा रहे हैं और अश्लील वीडियो उनका जीवन बर्बाद कर रहे हैं।
(iii) Importance of Games and Sports (खेलकूद का महत्व)
Respected sir and dear classmates, games and sports are not only important for success in studies but these are important for success in every walk of life. In the advanced countries of the present day, games and sports are compulsory features of school and college curriculum. These help us in building good physique and make us mentally alert. These develop courage and feeling of co-operation when we play in a team before many spectators. Games and sports are so important that every civilized nation spends a large sum of money on improving the standard of games. So every one of us should take part in games for all-round development.
आदरणीय शिक्षक महोदय व प्रिय सहपाठियो, खेलकूद केवल पढ़ाई में सफलता के लिए ही नहीं बल्कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के लिए आवश्यक हैं। वर्तमान समय में विकसित देशों में खेलकूद स्कूल व कॉलेज पाठ्यचर्या के आवश्यक अंग हैं। ये हमें अच्छा शारीरिक स्वास्थ्य बनाने तथा मानसिक सचेतता की स्थिति प्राप्त करने में सहायक होते हैं। जब हम एक टीम के रूप में दर्शकों के सामने खेलते हैं तो हममें साहस व सहयोग की भावना का विकास होता है। खेलकूद का इतना अधिक महत्व है कि प्रत्येक सभ्य राष्ट्र खेलकूद का स्तर सुधारने के लिए काफी बड़ी धनराशि खर्च करता है। इसलिए हममें से प्रत्येक को सर्वांगीण विकास के लिए खेलों में भाग लेना चाहिए।
Activity 4: Comprehension
Question 1.
As the head boy of your school, draft a notice informing all the students about the celebration of ‘International Yoga Day’.
अपने विद्यालय के छात्राध्यक्ष होने के नाते विद्यालय में ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ मनाने की जानकारी सभी छात्रों को देते हुए एक नोटिस तैयार कीजिए।
Answer:
Question 2.
Write a letter to the Chairman of the Board of Secondary Education Rajasthan, Ajmer to prescribe ‘Yoga’ as a compulsory subject in the curriculum.
पाठ्यपुस्तक में ‘योग’ को एक अनिवार्य विषय के रूप में रखने के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर के अध्यक्ष को एक पत्र लिखिए।
Answer:
Govt Senior Secondary School
Sikar 20
Aug 20–
The Chairman
Board of Secondary Education, Rajasthan,
Subject: Request to include ‘Yoga’ as a compulsory subject in the curriculum.
Sir
Respectfully, I want to bring to your kind attention that almost every Indian has become aware of the importance of Yoga. All reputed organizations and countries are realizing their need. Students feel the need for the proper education of Yoga. It would help them in dealing with their own health and guiding others as well. Yoga has emerged as an international employment industry as expert Yoga instructors are needed everywhere. Therefore I request you to include Yoga as a compulsory subject in our curriculum so that we may acquire proper knowledge of it.
Hope you will look into the matter.
Thank you, sir.
Yours faithfully
XYZ
Question 3.
Write a job application to the DEO, Jaipur for the post of Yoga instructor including your resume.
योग प्रशिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए अपने सम्पूर्ण विवरण सहित डी.ई.ओ. जयपुर को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
Answer:
21, Dwarika Puri
Station Road, Kota
10 May 20–
The District Education Officer
Secondary Education Department, Jaipur
Subject: Application for the post of Yoga instructor
Sir
This is with reference to your advertisement in ‘The Rajasthan Patrika’ on May 8, 20– for the post of a Yoga instructor.
I have recently completed my B.N.Y.S. with seventy-eight per cent marks from M.D. University Rohtak. I have attended many Yoga camps and have experience of teaching classes on Yoga.
I can assure you of my best services if I am provided with the above post. I am enclosing my resume for your perusal.
Yours faithfully
Shivam
Enclosed – Resume
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