Rajasthan Board RBSE Class 12 Home Science Chapter 24 तैयार परिधान
RBSE Class 12 Home Science Chapter 24 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से सही उत्तर चुनें –
(i) तैयार पोशाक के कपड़े में निम्न गुणों की जाँच करें –
(अ) रेशा
(ब) डिजाइन
(स) पक्का रंग
(द) ये सभी।
उत्तर:
(द) ये सभी।
(ii) एक ही उम्र के दो बच्चों के नाप हो सकते हैं –
(अ) समान
(ब) अलग-अलग
(स) मिलते-जुलते
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) अलग-अलग
(iii) सीवन जाँचने हेतु पोशाक को करें –
(अ) उल्टा
(ब) तिरछा
(स) सीधा
(द) ये सभी।
उत्तर:
(स) सीधा
(iv) तैयार पोशाक होनी चाहिए –
(अ) आरामदायक
(ब) आकर्षक
(स) कठिन देखभाल
(द) व्यक्तित्व के प्रतिकूल।
उत्तर:
(अ) आरामदायक
(v) तैयार पोशाक खरीदने से बचत होती है –
(अ) आप
(ब) समय
(स) श्रम
(द) समय एवं श्रम दोनों की
उत्तर:
(द) समय एवं श्रम दोनों की
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(i) पोशाक खरीदने से पूर्व व्यक्ति की……… एवं ………जान लेना आवश्यक है।
(ii) तैयार पोशाक पर सामान्य जानकारी हेतु ………लगा होता है।
(iii) …………को ध्यान में रखकर पोशाक की डिजाइन का चयन करें।
(iv) तैयार पोशाक उद्योग को एक…………का रूप दे दिया।
उत्तर:
(i) उम्र एवं शरीर नाप,
(ii) लेबल,
(iii) प्रचलित फैशन
(iv) व्यवसाय।
प्रश्न 3.
‘तैयार पोशाक’ का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
तैयार पोशाक का अर्थ (Meaning of ready-made garment) तैयार पोशाक से तात्पर्य है, बाजार में उपलब्ध ऐसा वस्त्र जो आपकी आवश्यकता के अनुरूप हो, जिसकी देखभाल आसानीपूर्वक की जा सके, उचित नाप की हो, पहनने में आरामदायक हो, प्रचलित फैशन के अनुरूप हो तथा आपकी क्रय क्षमता के अनुरूप हो।
प्रश्न 4.
कारण सहित स्पष्ट करें कि तैयार पोशाक का प्रचलन क्यों बढ़ता जा रहा है?
उत्तर:
तैयार पोशाक खरीदने के प्रचलन का कारण (Causes to purchase ready-made garments)वर्तमान समय में तैयार पोशाक खरीदने के बढ़ते प्रचलन के निम्न कारण हैं –
- औद्योगीकरण तथा तकनीकी विकास के कारण वस्त्र विज्ञान के क्षेत्र में क्रान्ति।
- गृहिणियों का कामकाजी होना।
- दर्जी द्वारा पोशाक समय पर सिलकर न देना।
- फैशन में तीव्र परिवर्तन।
- तीव्रता से बदलते डिजाइन तथा स्टाइल।
- समय तथा श्रम की बचत।
- तैयार पोशाक वस्त्र खरीदकर सिलवाने से सस्ती पड़ती है।
प्रश्न 5.
पोशाक की फिटिंग की जाँच किस प्रकार करेंगे?
उत्तर:
एक तैयार पोशाक की फिटिंग की जाँच हमें वस्त्र खरीदने से पूर्व ही कर लेनी चाहिए। पोशाक की फिटिंग की जाँच करते समय हमें यह देखना चाहिए कि यह हमारे शारीरिक नाप के अनुरूप है अथवा नहीं। बिना उचित शारीरिक नाप की पोशाक कितनी भी आकर्षक क्यों न हो, हमारे व्यक्तित्व विकास में सहायक नहीं हो सकती। जिस दुकान से आप पोशाक खरीद रही हैं, उसके ट्रायल कक्ष में पहनकर शीशे के सामने यह देखें कि वह पोशाक आप पर कैसी लग रही है? इन सब बातों के अतिरिक्त सबसे प्रमुख बात है कि वह पोशाक आपके लिए आरामदायक हो। पोशाक अत्यधिक ढीली-ढाली तथा एकदम चुस्त भी न हो।
प्रश्न 6.
पोशाक का चुनाव किन बिन्दुओं के आधार पर करना चाहिए?
उत्तर:
पोशाक का चुनाव-किसी भी पोशाक का चयन करते समय निम्नलिखित प्रमुख बातों का ध्यान रखना चाहिए
1. कपड़ा – वस्त्र खरीदते समय पहले उनकी निम्न गुणों की जाँच कर लेनी चाहिए –
- वस्त्र के रेशों के प्रकार
- वस्त्र की डिजाइन
- वस्त्र का पक्का रंग
- वस्त्र की परिसज्जा में समानता
- वस्त्र की लम्बवत् कटाई तथा उसकी गुणवत्ता
- वस्त्र का टिकाऊपन
- वस्त्र की बुनाई।
2. लटकाना वस्त्र खरीदने से पहले उसे अपने शरीर पर लटकाकर देख लेना चाहिए कि वह आप पर कैसा लग रहा है। यह कार्य बड़ी दुकानों पर लगे ट्रायल कक्षों में वस्त्रों को पहनकर भी किया जा सकता है।
3. डिजाइन-आज के समय में एक ही पोशाक कई प्रकार के डिजाइन तथा रूप में उपलब्ध होती है। हर व्यक्ति पर हर डिजाइन शोभा नहीं देता। अत: हमें अपनी अभिरुचि तथा व्यक्तित्व के अनुसार ऐसे डिजाइन तथा स्टाइल वाली पोशाक खरीदनी चाहिए जो हमारे व्यक्तित्व का विकास करे। केवल फैशन को ध्यान में रखते हुए पोशाक की डिजाइन का चयन करने पर कई बार वह आकर्षक लगने की जगह भद्दी लगती है।
4. सीवन-तैयार पोशाक को उल्टा करके निम्न प्रकार से उसकी सिलाई की जाँच कर लेनी चाहिए –
- पोशाक में सिलाई हेतु पर्याप्त कपड़ा छूटा हो, विशेषकर बच्चों के वस्त्रों में।
- ऊनी तथा रेशमी कपड़ों में इन्टरलॉक हो।
- सिलाई एक समान मजबूती से तथा सफाईपूर्वक की गई हो।
- सिलाई उचित प्रकार से तथा दूर-दूर होनी चाहिए।
- सिलाई में प्रयुक्त धागे का रंग पोशाक के अनुरूप हो।
- प्रयुक्त धागे का रंग पक्का तथा मजबूत हो।
5. तुरपाई (Hem):
पोशाक का चयन करते समय यह देख लें कि उसके किनारों पर की गई तुरपाई के टाँके एकसमान तथा बराबर दूरी पर हों। तुरपाई का धागा मजबूत हो जिससे तुरपाई शीघ्र न खुल जाए। बच्चों के वस्त्रों में तुरपाई 2-3′ तक हो जिससे आवश्यकतानुसार उसे खोलना सम्भव हो।
6. परीक्षण (Testing or drape):
पोशाक का चयन करते समय स्वयं पर नापकर यह देख लें कि वह पोशाक आप पर कैसी लग रही है? उक्त पोशाक की फिटिंग आपकी शारीरिक संरचना के अनुरूप है अथवा नहीं। पोशाक का परीक्षण करते समय अपने से किसी बड़े अथवा समान आयु वाले व्यक्ति की सलाह अवश्य लें।
7. बन्धक (Fasteners):
टिच बटन, हुक-आई, चेन तथा अन्य कई प्रकार के बन्धक पोशाक की बटन पट्टियों पर लगे होते हैं जो पोशाक के दो भागों को जोड़ते हैं।
8. परिसज्जा (Trimmings):
पोशाक की परिसज्जा का चयन करते समय निम्न बातें ध्यान में रखनी चाहिए –
- परिसज्जा पोशाक पर सफाईपूर्वक की गई हो। परिसज्जा आकर्षक है या नहीं।
- पाइपिंग, डोरियाँ, लेस इत्यादि पक्के रंग के हों।
- वस्त्रों की बनावट के अनुरूप ही परिसज्जा की गई हो जैसे सूती वस्त्र पर सूती तथा नायलॉन पर नायलॉन की पाइपिंग इत्यादि।
- कशीदाकारी सफाईपूर्वक की गई हो।
- परिसज्जा की सिलाई मजबूत हो। गले तथा बाँह पर लगी चुन्नट एकसमान है या नहीं।
9. लेबल (Label):
तैयार पोशाक पर लेबल लगे होते हैं जिस पर पोशाक से सम्बन्धित कुछ महत्त्वपूर्ण जानिकारियाँ दी जाती हैं जिनके आधार पर हम पोशाक की देखभाल कर सकते हैं जैसे-नाप, नम्बर, कीमत वे देखभाल हेतु निर्देश दिये होते हैं, जिन्हें पोशाक खरीदने से पहले सावधानीपूर्वक पढ़ लेना चाहिए।इस प्रकार उपरोक्त महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं के आधार पर तैयार पोशाक का चुनाव उत्तम गुणवत्ता की पोशाक खरीदी जा सकती है।
प्रश्न 7.
पिता/भाई के लिये शर्ट खरीदते समय किन-किन गुणों की जाँच करेंगी और कैसे?
उत्तर:
अपने पिता या भाई के लिये शर्ट खरीदते समय हम अग्रलिखित गुणों की जाँच करेंगी
- पिताजी या भाई की उम्र के अनुसार रंग का चयन करेंगी। मध्यम आयु के व्यक्तियों पर हल्के रंग के वस्त्र सुन्दर लगते हैं।
- पिताजी या भाई के शर्ट की नाप घर से लेकर जाएँगे।
- शर्ट की सिलाई, इसकी जाँच करने के लिये शर्ट को उल्टा करके उसकी सीवन को जाँच करेगी।
- शर्ट के वस्त्र के रेशे में हम यह देखेंगी कि शर्ट किस प्रकार के वस्त्र से निर्मित है। प्रायः सूती या टेरीकौट की शर्ट उत्तम रहती है, क्योंकि इनकी अवशोषण क्षमता अधिक होती है।
- ऐसे कपड़े की शर्ट खरीदेगी जिसे घर में धोना तथा देखभाल करना आसान हो।
- भाई या पिता से उनकी पसन्द की डिजाइन रंग आदि की जानकारी लेकर ही वस्त्र खरीदेंगी।
प्रश्न 8.
एक उपयुक्त व उत्तम पोशाक के गुणों की व्याख्या कीजिये।
उत्तर:
एक उत्तम पोशाक के गुण निम्नलिखित हैं –
- उत्तम पोशाक पहनने में आरामदायक होती है।
- उत्तम पोशाक सम्बन्धित व्यक्ति के उचित नाप की होती है तथा उसके व्यक्तित्व के अनुरूप होती है।
- पोशाक की सिलाई सफाईपूर्वक तथा मजबूती से की गई होती है।
- पोशाक विभिन्न अवसरों के अनुकूल होती है।
- पोशाक अत्यधिक कीमती न होकर उपयोग की दृष्टि से मितव्ययी होती है।
- पोशाक की परिसज्जा समान, सुन्दर, आकर्षक तथा सफाईपूर्वक की गई होती है।
- पोशाक के काज, बटन, हुक-आई, चुन्नट सभी उचित रूप में तथा रंग में होते हैं।
प्रश्न 9.
बच्चों की पोशाक खरीदते समय आप किन-किन बातों का ध्यान रखेंगी?
उत्तर:
बच्चों की पोशाक खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें निम्नलिखित हैं –
- बच्चों के लिए पोशाक खरीदने से पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि पोशाक किस आयु के बालक के लिए खरीदनी है।
- एक ही आयु के बालक / बालिका की शारीरिक नाप में भिन्नता हो सकती है, अत: बच्चे के सही नाप के अनुसार . पोशाक ही खरीदें।
- यह देख लें कि पोशाक में तुरपाई 2-3” तक की गई हो जिससे आवश्यकतानुसार उसे खोला जा सके।
- गले, बाँह एवं कमर पर लगी बटन पट्टियों की जाँच कर लें। यदि बालिका की पोशाक है तो उसकी चुन्नटें देख लें।
- पोशाक में लगी चेन / टिच-बटन, हुक-आई आदि की जाँच करते हुए देख लें कि वह सही प्रकार लगे हैं अथवा नहीं।
- पोशाक विभिन्न अवसरों के अनुकूल है या नहीं।
- पोशाक पहनने में आरामदायक होनी चाहिए तथा घर पर ही आसानी से धुलने वाली होनी चाहिए।
RBSE Class 12 Home Science Chapter 24 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
RBSE Class 12 Home Science Chapter 24 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
तैयार परिधानों को खरीदने का कारण है –
(अ) प्रचलित फैशन
(ब) समय व श्रम की बचत
(स) सभी नापों में वस्त्रों का मिलना
(द) ये सभी
उत्तर:
(द) ये सभी
प्रश्न 2.
तैयार पोशाक की सीवन होनी चाहिए –
(अ) धागे का रंग पोशाक के अनुसार
(ब) धागे का रंग पक्का हो
(स) सीवन इकसार मजबूती व सफाई से लगी हो
(द) ये तीनों
उत्तर:
(द) ये तीनों
प्रश्न 3.
पोशाक कम-से-कम कितनी दूरी पर तुरपाई होनी चाहिए?
(अ) 3″ – 4″
(ब) 2″ से 3″
(स) 1″ – 2″
(द) 2″ से 5″
उत्तर:
(ब) 2″ से 3″
प्रश्न 4.
पोशाक में घेराव लाने के लिये उपयोग किया जाता है –
(अ) तुरपाई का
(ब) चुन्नटों का
(स) पट्टियों का
(द) पैबन्द का
उत्तर:
(ब) चुन्नटों का
प्रश्न 5.
तैयार पोशाक के लेबल से हमें ज्ञात होती है –
(अ) नाप
(ब) नम्बर
(स) कीमत
(द) ये सभी
उत्तर:
(द) ये सभी
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
1. वर्तमान समय में मानव ………… तैयार पोशाक ही पहनना पसन्द करता है।
2. तैयार पोशाक व्यक्ति के ………… के अनुकूल व पहनने पर आरामदायक होनी चाहिए।
3. तैयार पोशाक के धागे का रंग पक्का व ………… होना चाहिए।
4. पोशाक में घेराव लाने के लिये ………… का उपयोग किया जाता है।
5. पोशाक पर लगे ………… और काज की अच्छी तरह से जाँच कर लेनी चाहिए।
6. तैयार पोशाक खरीदने से श्रम तथा ………… की बचत होती है।
उत्तर:
1. अधिकतर
2. व्यक्तित्व
3. मजबूत
4. चुन्नटों
5. बटन
6. समय
RBSE Class 12 Home Science Chapter 24 अति लघूत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
उम्र का पता न होने पर तैयार पोशाक लेने
उत्तर:
उम्र का पता न होने पर पोशाक छोटी या बड़ी पड़ सकती है जिसे वापस करना पड़ता है।
प्रश्न 2.
कपड़ा खरीदने से पहले उसकी फिटिंग की जाँच कैसे करनी चाहिए?
उत्तर:
ट्रॉयल कक्ष में वस्त्र को पहनकर फिटिंग की जाँच कर लेनी चाहिए।
प्रश्न 3.
कपड़े पर सीवन कैसी होनी चाहिए?
उत्तर:
कपड़े पर सीवन मैच करते रंग की तथा एकसमान होनी चाहिए।
प्रश्न 4.
तुरपाई किसे कहते हैं?
उत्तर:
तैयार पोशाक में तुरपाई एक महत्त्वपूर्ण टाँका है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर खोला जा सकता है।
प्रश्न 5.
तैयार पोशाक के लेबल से क्या पता चलता
उत्तर:
तैयार पोशाक पर लगे लेबल सेवाओं की नाप, नम्बर, कीमत तथा देखभाल हेतु निर्देश का पता चलता है।
RBSE Class 12 Home Science Chapter 24 लघूत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
तैयार पोशाक कैसी होनी चाहिए?
उत्तर:
- तैयार पोशाक शरीर में फिट बैठनी चाहिए। यह न अधिक ढीली और न अधिक टाइट होनी चाहिए।
- तैयार पोशाक का कपड़ा आरामदायक, सिलाई व सीवन मजबूत होनी चाहिए।
- सीवन भद्दी नहीं होनी चाहिए।
- पहनने वाले को पोशाक पहनकर संतुष्टि प्राप्त होनी चाहिए।
- पोशाक समयानुकूल तथा व्यक्तित्व के अनुसार होनी चाहिए।
प्रश्न 2.
तैयार पोशाक के कपडे में कौन-कौन से गण होने चाहिए?
उत्तर:
तैयारं पोशाक के कपड़े में निम्न गुण होने चाहिए –
- वस्त्र का रेशा
- वस्त्र की डिजाइन
- वस्त्र के रंग के पक्केपन की जाँच
- वस्त्र की परिसज्जा
- मजबूती व टिकाऊपन
- वस्त्र की लम्बवत कटाई
- प्रचलित फैशन के अनुसार रंग व प्रिंट।
प्रश्न 3.
सीवन की जाँच किस प्रकार की जाती है?
उत्तर:
सीवन की जाँच पोशाक को उलटकर की जाती है। इसे देखकर हम पता लगा सकते हैं कि –
- धागे का रंग पोशाक के अनुकूल है या नहीं
- धागे का रंग पक्का है या नहीं
- धागा मजबूत है या नहीं है।
- उचित प्रकार से सीवन की गयी हैं या नहीं
- सीवन सफाई से लगी है या नहीं
प्रश्न 4.
तैयार वस्त्रों के लेबल पर देखभाल से सम्बन्धित क्या जानकारियाँ दी जाती हैं ?
उत्तर:
तैयार वस्त्रों के लेबल पर देखभाल से सम्बन्धित निम्न जानकारियाँ दी जाती है –
- मशीन / हाथ से धोएं
- मशीन से धोयें
- सावधानीपूर्वक विरंजन करें
- ड्राईक्लीन करें
- ड्राईक्लीन न करें
- इस्त्री करें
- इस्त्री न करें।
RBSE Class 12 Home Science Chapter 24 प्रयोगात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
फ्रॉक / सलवार कमीज का निम्नलिखित बिन्दुओं के आधार पर मूल्यांकन कीजिए।
उत्तर:
पोशाक का नाम-…………….
उम्र : 14 वर्ष लिंग-महिला
निष्कर्ष:
तैयार परिधान फ्रॉक सभी वस्त्र के सभी गुणों से परिपूर्ण हैं तथा किफायती है। 14 वर्ष की बच्ची के लिये आकर्षक
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