RBSE Solutions for Class 6 Science Chapter 17 वायु, जल व मृद्रा are part of RBSE Solutions for Class 6 Science. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Chapter 17 वायु, जल व मृद्रा.
Board | RBSE |
Textbook | SIERT, Rajasthan |
Class | Class 6 |
Subject | Science |
Chapter | Chapter 17 |
Chapter Name | वायु, जल व मृद्रा |
Number of Questions Solved | 62 |
Category | RBSE Solutions |
Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Chapter 17 वायु, जल व मृद्रा
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर
सही विकल्प का चयन कीजिए
प्रश्न 1.
पृथ्वी का कितना भाग जल से घिरा हुआ है
(अ) 3/4
(ब) 1/2
(स) 1/4
(द) 1/3
उत्तर:
(अ) 3/4
प्रश्न 2.
सजीव श्वसन क्रिया के दौरान कौन-सी गैस ग्रहण करते हैं ?
(अ) ऑक्सीजन गैस
(ब) कार्बन डाइऑक्साइड गैस
(स) नाइट्रोजन गैस
(द) क्लोरीन
उत्तर:
(अ) ऑक्सीजन गैस
प्रश्न 3.
वायुमण्डल में कौन-सी गैस की मात्रा सर्वाधिक होती है?
(अ) ऑक्सीजन गैस
(ब) नाइट्रोजन गैस
(स) कार्बन डाइऑक्साइड गैस
(द) अन्य गैसें
उत्तर:
(ब) नाइट्रोजन गैस
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान ………. गैस ग्रहण करते हैं।
- वर्षा के जल को एकत्रित कर भण्डारण करने की प्रक्रिया को ……….. कहते हैं।
- ………… में वायु द्वारा विद्युत उत्पादन होता है।
- वृक्षारोपण द्वारा मृदा का ………….. होता है।
उत्तर:
- कार्बन डाइऑक्साइड
- जल संग्रहण
- पवन ऊर्जा फार्म
- संरक्षण
लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
मृदा के विभिन्न प्रकार बताइए।
उत्तर:
मृदा के प्रकार
- बलुई मृदा (Sandy soil)
- मृण्यम मृदा (Clay soil),
- दुमटी मृदा (Loam soil)
प्रश्न 2.
जल संरक्षण की विभिन्न तकनीक समझाइए।
उत्तर:
जल संरक्षण के लिए निम्न बातों का अनुपालन किया जाना चाहिए
- जल को व्यर्थ न बहाएँ
- जल का कम से कम उपयोग करें
- प्रयोग के बाद बचे जल को अन्य कार्यों में प्रयोग कर लें
- जल स्रोतों को प्रदूषित होने से बचाएँ।
प्रश्न 3.
जल चक्र का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जल चक्र (Water cycle): जल स्रोत से जल वाष्पीकरण द्वारा वाष्प के रूप में ऊपर उठता है। जल वाष्प के संघनन से बादल बनते हैं तथा वर्षण द्वारा जल वर्षा के रूप में पुनः जल स्रोतों में आता है। इस चक्र को जल चक्र कहते हैं।
प्रश्न 4.
वायु स्थान घेरती है, समझाइए।
उत्तर:
वायु स्थान घेरती है, यह स्पष्ट करने के लिए एक गतिविधि करते हैं
- एक खाली गुब्बारा लेकर उसकी आकृति पेंसिल की सहायता से एक कागज पर बना लेते हैं।
- अब गुब्बारे में हवा भरते हैं और इसका मुँह बाँधकर इसकी आकृति पुनः कागज पर बनाते हैं।
अवलोकन: हम देखते हैं कि फूले हुए गुब्बारे की आकृति काफी बड़ी है। यह बड़ी आकृति गुब्बारे में हवा भरे होने के कारण हुई।
निष्कर्ष: इससे स्पष्ट है कि वायु स्थान घेरती है।
प्रश्न 5.
वायुमण्डल में ऑक्सीजन के महत्व को समझाइए।
उत्तर:
वायुमण्डल में ऑक्सीजन का महत्व- वायुमण्डल में उपस्थित ऑक्सीजन से सभी जीवधारी श्वसन क्रिया के लिए ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं। ऑक्सीजन आग जलने के लिए भी आवश्यक होती है। ऑक्सीजन से गैसीय सन्तुलन बना रहता है।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
वायुमण्डल में वायु के घटकों का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वायु के घटक-वायु में निम्नलिखित घटक होते हैं
- नाइट्रोजन: यह वायु का मुख्य घटक है। यह कुल वायु की मात्रा का 78% होती है। यह जलने में सहायक नहीं है।
- ऑक्सीजन: यह वायुमण्डल में दूसरी सबसे अधिक मात्रा में पायी जाने वाली गैस है। यह कुल वायु का 21% होती है। यह जीवधारियों में श्वसन के लिए आवश्यक है। यह ईंधन को जलाने में सहायक है।
- कार्बन डाइऑक्साइड: वायु की कुल मात्रा में यह 0:03 प्रतिशत उपस्थित होती है। यह श्वसन क्रिया और पदार्थों के जलने से मुक्त होती है और प्रकाश संश्लेषण में प्रयुक्त होती है।
- अन्य गैसे: वायु में कुछ अन्य गैसें; जैसे-निऑन, आर्गन. सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बनमोनोऑक्साइड आदि गैसें भी अल्प मात्रा में पायी जाती हैं।
- जलवाष्प, धूल एवं धुआँ: वायु में जलवाष्प, धूल के कण एवं धुआँ के कण भी उपस्थित होते हैं। इनकी मात्रा भिन्न-भिन्न स्थानों पर अलग-अलग होती है।
प्रश्न 2.
मृदा अपरदन किसे कहते हैं ? इसे रोकने के लिए क्या उपाय करने चाहिए ?
उत्तर:
मृदा अपरदन (Soilerosion): प्रकृति में तेज हवाएँ एवं बहते जल के द्वारा भूमि की ऊपरी उपजाऊ परत (ढीली मृदा) को बहाकर ले जाना, मृदा अपरदन कहलाता है। मृदा अपरदन को रोकने के लिए मृदा का संरक्षण करना अति आवश्यक है। मृदा संरक्षण हेतु निम्नलिखित उपाय किए जाने चाहिए
- उपजाऊ मिट्टी को बहने से रोकने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए।
- प्राकृतिक वनों का परिरक्षण एवं संरक्षण करना चाहिए।
- फसल को काटते समय जड़ों को मिट्टी में रहने देना चाहिए।
- खेतों के चारों ओर बायोफ्रेंसिंग (जैविक बाढ़) करनी चाहिए।
प्रश्न 3.
जल के विभिन्न उपयोग लिखिए।
उत्तर:
जल के उपयोग: जल के निम्नलिखित उपयोग हैं
- जल का उपयोग हमारे दैनिक कार्यों; जैसे-खाना बनाना, नहाना, सफाई करना तथा पीने के लिए किया जाता है।
- जल का उपयोग एक सार्वत्रिक विलायक के रूप में किया जाता है।
- जल हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है।
- जल हमारे शरीर में पाचन कार्य करने में मदद करता है।
- जल का उपयोग कल-कारखानों एवं उद्योगों में किया जाता है।
- जल का उपयोग पेड़-पौधों, सब्जियों एवं फसल उगाने में किया जाता है।
क्रियात्मक कार्य
प्रश्न 1.
गत्ते के पुराने डिब्बों तथा पाइप की सहायता से वर्षा जल संग्रहण का मॉडल बनाइए।
कार्य:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 2.
जल की बचत करने के उपायों पर एक पोस्टर बनाकर तथा कुछ नारे लिखकर विद्यालय के सूचना-पट्ट्ट पर प्रदर्शित कीजिए।
कार्य:
छात्र इस प्रकार का पोस्टर तैयार करके श्यामपट्ट पर लगाएँ-
जल की बचत के उपाय
नारे
|
प्रश्न 3.
अपने स्थानीय क्षेत्र में जल प्रबन्धन को बेहतर बनाने के लिए परियोजना का निर्माण कीजिए।
उत्तर:
एक गाँव में अच्छे जल प्रबन्धन के लिए एक सार्वजनिक स्थल पर एक बड़ा तालाब बनवाया जाना चाहिए। इस तालाब को वर्षा के पानी से भरा जा सकता है। इस तालाब में संचित पानी को प्रयोग पशुओं को पिलाने, कृषि कार्यों के लिए किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त अन्य कार्यों में भी जल का प्रयोग किया जा सकता है। घरों की छतों से पाइपों द्वारा किसी अन्य पक्के बड़े टैंक को वर्षा जल से भरा जा सकता है। इस टैंक में एकत्र पानी को सफाई करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
प्रश्न 4.
कागज की फिरकनी बनाकर देखो कि किस दिशा में रखने पर वह घूमने लगती है। इसी प्रकार वायु दिशामापी यंत्र बनाकर वायु की दिशा ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 5.
पवनचक्की का मॉडल बनाइए।
उत्तर:
चित्र के आधार पर छात्र मॉडल स्वयं तैयार करें।
पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
पत्तियोंऔर टहनियोंकोकौन हिलाता है? (पृष्ठ 139)
उत्तर:
पत्तियों और टहनियों को वायु हिलाती है।
प्रश्न 2.
तिनके और कागज को कौन उड़ाता है? (पृष्ठ 139)
उत्तर:
तिनके और कागज को वायु उड़ाती है।
प्रश्न 3.
वायु क्या है ? (पृष्ठ 139)
उत्तर:
वायु अर्थात् हवा विभिन्न गैसों का मिश्रण है।
प्रश्न 4.
वायुमण्डल में ऑक्सीजन गैस कैसे प्रतिस्थापित होती है ? (पृष्ठ141)
उत्तर:
वायुमण्डल में ऑक्सीजन गैस का प्रतिस्थापन
- जन्तु व पौधे श्वसन में वायुमण्डल से ऑक्सीजन गैस ग्रहण करते हैं व कार्बन डाइऑक्साइड गैस वायुमण्डल में बाहर छोड़ते हैं।
- पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड गैस ग्रहण करते हैं तथा ऑक्सीजन गैस बाहर छोड़ते हैं।
- उक्त दोनों क्रियाओं के साथ-साथ चलने से वायुमण्डल में ऑक्सीजन गैस व कार्बन डाइऑक्साइड गैस की मात्रा का अनुपात निश्चित रहता है अत: पौधे और जन्तु एक-दूसरे पर निर्भर हैं।
क्रियाकलाप
गतिविधि (पृष्ठ 139)
प्रश्न:
ऐसा क्यों होता है ?
उत्तर:
हम जानते हैं कि ऑक्सीजन गैस जलने में सहायक है। गिलास की ऑक्सीजन गैस का उपयोग मोमबत्ती के जलने में होता है। गिलास की समस्त ऑक्सीजन गैस का मोमबत्ती के जलने में उपयोग हो जाने के पश्चात् मोमबत्ती बुझ जाती है तथा ऑक्सीजन गैस का रिक्त स्थान जल द्वारा लिए जाने से पात्र में जल का स्तर बढ़ जाता है।
गतिविधि-2 (पृष्ठ 141)
प्रश्न 1.
क्या पानी गिलास के अन्दर प्रवेश करता है ?
उत्तर:
नहीं, पानी गिलास के अन्दर प्रवेश नहीं करता है।
प्रश्न 2.
क्या अब पानी गिलास में प्रवेश करता है ?
उत्तर:
हाँ, अब पानी गिलास में प्रवेश करता है।
प्रश्न 3.
क्या आपको गिलास में से कुछ बुलबुले बाहर निकलते दिखाई देते हैं ?
उत्तर:
हाँ, गिलास से बुलबुले बाहर निकलते दिखाई देते हैं।
प्रश्न 4.
अब आप अनुमान लगा सकते हैं कि गिलास के अन्दर क्या था ?
उत्तर:
गिलास में वायु उपस्थित थी जिसके कारण बुलबुले बाहर निकलते हुए दिखाई दिए और वायु के निकलने से गिलास में खाली हुए भाग में पानी भर जाता है।
गतिविधि-3 (पृष्ठ 142)
प्रश्न 1.
आप उन सभी दैनिक कार्यों की सूची बनाइए जिसमें जल का उपयोग होता है। आप परिवार के सदस्यों से चर्चा कीजिए कि खाना बनाने, कपड़े धोने, सफाई करने, पेड़-पौधों को जल पिलाने, पीने तथा अन्य कार्यों में जल की कितनी मात्रा का उपयोग होता है ?
उत्तर:
परिवार द्वारा एक दिन में उपयोग में होने वाले जल की मात्रा का अनुमान
क्र. सं. | क्रियाकलाप | उपयोग हुए जल की मात्रा |
1. | पीने में | ½ बाल्टी |
2. | ब्रश करने में | ½ बाल्टी |
3. | नहाने में | 5 बाल्टी |
4. | बर्तन साफ करने में | 3 बाल्टी |
5. | कपड़े धोने में। | 8 बाल्टी |
शौचालय में | 5 बाल्टी | |
7. | फर्श साफ करने में | 4 बाल्टी |
8. | खाना पकाने में | 2 बाल्टी |
9. | पेड़-पौधों को पिलाने में | 4 बाल्टी |
10 | कोई अन्य | 2 बाल्टी |
परिवार में एक दिन में उपयोग जल की कुल मात्रा | 34बाल्टी |
प्रश्न 2.
अब आप पता लगाइए कि आपके परिवार में प्रतिदिन कितने जल का उपभोग होता है ?
उत्तर:
परिवार में प्रतिदिन लगाया 34 बाल्टी जल का उपभोग होता है।
प्रश्न 3.
आपके परिवार के सदस्यों की संख्या का कुल उपभोग जल में भाग देकर गणना कीजिए कि प्रत्येक सदस्य द्वारा प्रतिदिन कितने जल का उपभोग होता है ?
उत्तर:
परिवार में सदस्यों की संख्या = 4
उपयोग जल की कुल मात्रा = 34 बाल्टी
प्रति सदस्य उपयोग जल = = 8:5 बाल्टी।
प्रश्न 4.
आपके गाँव या शहर में कितने लोग रहते हैं और आपके गाँव या शहर के लिए वर्ष में कितने जल की आवश्यकता होगी ? पता लगाइए।
उत्तर:
हमारे गाँव में कुल 450 सदस्य हैं। यदि प्रति सदस्य को 8.5 बाल्टी पानी की आवश्यकता होती है तो
एक दिन में 450 लोगों के लिए आवश्यक जल
= 450 x 8:5 बाल्टी
= 3825 बाल्टी
एक वर्ष में आवश्यक जल की मात्रा
= 3825 x 365
= 1396125 बाल्टी।
गतिविधि-4 (पृष्ठ 143)
प्रश्न.
आप क्या देखते हैं ?
उत्तर:
हम देखेंगे कि बर्फ का घनत्व कम होने के कारण टुकड़े जल के ऊपर तैरते हैं।
गतिविधि-6 (पृष्ठ 144)
आपको पत्र-पत्रिकाओं, समाचार-पत्रों एवं दूरदर्शन के माध्यम से जानकारी होगी कि कुछ स्थानों पर अधिक वर्षा के कारण बाढ़ आ जाती है तथा कुछ स्थानों पर कम वर्षा के कारण अकाल की स्थिति हो जाती है। इन्हें प्राकृतिक आपदाएँ कहते हैं। यदि आपके क्षेत्र में बाढ़ या अकाल की स्थिति हो जाती है तो आप क्या सहयोग करेंगे ? शिक्षक एवं विद्यार्थियों से चर्चा कीजिए एवं राहत कार्य में उपयोग में आने वाली वस्तुओं की सूची बनाइए।
उत्तर:
हम बाढ़ या अकाल प्रभावित लोगों की मदद के लिए भरसक प्रयास करेंगे। उनके लिए कुछ आवश्यक सामग्री जुटाऐंगे तथा अपने संगी-साथियों से भी उनकी मदद के लिए कहेंगे। राहत कार्य में उपयोग आने वाली वस्तुएँ
- पका हुआ भोजन अथवा दाल, आटा, मसाले, नमक, सब्जियाँ आदि।
- प्राथमिक चिकित्सा से सम्बन्धित दवाइयाँ।
- कुछ आवश्यक वस्त्र।
- ओढ़ने-बिछाने के कपड़े।
- ईंधन; जैसे-लकड़ी, मिट्टी का तेल।
- प्रकाश उत्पन्न करने के लिए लैम्प आदि।
- कुछ आवश्यक औजार।
- मवेशियों का चारा।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
बहुविकल्पीय प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प का चयन कीजिए
प्रश्न 1.
वायु है
(अ) विलयन
(ब) मिश्रण
(स) यौगिक
(द) तत्व।
उत्तर:
(ब) मिश्रण
प्रश्न 2.
राजस्थान के किस जिले में पवनचक्की का उपयोग होता है ?
(अ) जैसलमेर में
(ब) बाड़मेर में
(स) प्रतापगढ़ में
(द) इन सभी में
उत्तर:
(द) इन सभी में
प्रश्न 3.
जल का क्वथनांक होता है
(अ) 0°C
(ब) 80°C
(स) 100°C
(द) 200°C
उत्तर:
(स) 100°C
प्रश्न 4.
वह ताप जिस पर पानी बर्फ में बदलने लगता है, कहलाता है
(अ) द्रवणांक
(ब) हिमांक
(स) क्वथनांक
(द) गलनांक
उत्तर:
(ब) हिमांक
प्रश्न 5.
मिट्टी की सबसे ऊपरी परत में अधिकता होती है
(अ) बजरी की
(ब) मृतिका की
(स) ह्यूमस की
(द) कंकड़ की
उत्तर:
(स) ह्यूमस की
रिक्त स्थान
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- वायु रंगहीन, गंधहीन और …………. होती है।
- यह घटक ……….. है, वायु की कुल मात्रा का लगभग 78 प्रतिशत यही गैस है।
- पादप एवं जन्तु श्वसन के दौरान………: गैस वातावरण में छोड़ते हैं।
- वायुमण्डल की गैसों का एक निश्चित …………. होता है।
उत्तर:
- स्वादहीन
- नाइट्रोजन
- कार्बन डाइ-ऑक्साइड
- अनुपात
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
वायु के दो गुण लिखिए।
उत्तर:
- वायु रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन होती है।
- वायु वस्तुओं को जलाने में सहायक होती है।
प्रश्न 2.
वायुमण्डल किसे कहते हैं ?
उत्तर:
पृथ्वी के चारों ओर वायु की परत को वायुमण्डल कहते हैं।
प्रश्न 3.
वायु के घटक किसे कहते हैं ?
उत्तर:
वायु में ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन व अन्य गैसों का अनुपात निश्चित होता है, जिन्हें वायु के घटक कहते हैं।
प्रश्न 4.
स्थान, भार तथा दाब के आधार पर वायु का क्या गुण है ?
उत्तर:
वायु स्थान घेरती है, उसमें भार होता है तथा दाब डालती है।
प्रश्न 5.
पवन ऊर्जा किसे कहते हैं ?
उत्तर:
वायु के गतिशील होने से उत्पन्न गतिज ऊर्जा को पवन ऊर्जा कहते हैं।
प्रश्न 6.
जल का सूत्र एवं अवयव लिखिए।
उत्तर:
जल का सूत्र H2O है। यह हाइड्रोजन के दो परमाणु तथा ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिलकर बनता है।
प्रश्न 7.
जलीय जन्तु श्वसन के लिए ऑक्सीजन का प्रयोग कैसे करते हैं?
उत्तर:
जलीय जन्तु जल में घुली हुई ऑक्सीजन का प्रयोग करते हैं।
प्रश्न 8.
मृदा को वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर:
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
ऑक्सीजन एवं कार्बन डाइ-ऑक्साइड का वायुमण्डल में सन्तुलन किस प्रकार बना रहता है ?
उत्तर:
जीव-जन्तु वायुमण्डल से श्वसन क्रिया के लिए ऑक्सीजन गैस लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड मुक्त करते हैं। पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी हरे पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन मुक्त करते हैं। इस प्रकार वायुमण्डल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का सन्तुलन बना रहता है।
प्रश्न 2.
वायुमण्डल में उपस्थित गैसों का प्रतिशत संगठन बताइए।
उत्तर:
गैसों के नाम | प्रतिशत मात्रा |
नाइट्रोजन | 78 |
ऑक्सीजन | 21 |
कार्बन डाइ-ऑक्साइड | 0.03 |
अन्य गैसे | 0.97 |
प्रश्न 3.
जल के विभिन्न स्रोत लिखिए।
उत्तर:
जल के स्रोत-समुद्र एवं महासागर जल के सबसे ३ बड़े स्रोत हैं किन्तु इनका जल खारा होने के कारण उपयोग के लायक नहीं है। जल के अन्य प्रमुख स्रोत हैं-नदी, कुछ झीलें, कुआँ, बावड़ी, टाँका, हैण्डपम्प, तालाब, ट्यूबवैल आदि ।
प्रश्न 4.
जल के भौतिक एवं रासायनिक गुण लिखिए।
उत्तर:
- शुद्ध जल रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन व पारदर्शक द्रव होता है।
- जल का क्वथनांक 100°C तथा हिमांक 0°C होता है।
- जल के बर्फ में बदलने पर इसका घनत्व कम हो जाता है।
- जल अनेक रासायनिक क्रियाओं में भाग लेता है।
प्रश्न 5.
जल को सार्वत्रिक विलायक क्यों कहते हैं ?
उत्तर:
जल में ठोस (जैसे–शक्कर), द्रव (जैसे–नींबू को रस), गैस (जैसे–ऑक्सीजन) तीनों ही रूप विलेय हो सकते हैं। इसीलिए जल को सार्वत्रिक विलायक कहते हैं।
प्रश्न 6.
मिट्टी किसे कहते हैं ?
उत्तर:
पवन (हवा), जल और जलवायु की क्रियाओं से चट्टानों एवं खनिजों के टूटने-फूटने तथा कार्बनिक पदार्थों के सड़ने-गलने से बने पदार्थों के मिश्रण से निर्मित पृथ्वी का सबसे ऊपरी भाग मृदा (मिट्टी) कहलाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
पवनचक्की का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर:
पवनचक्की (Wind Mill): पवनचक्की एक विशाल विद्युत पंखे के समान रचना होती है जिसे किसी दृढ़ आधार पर कुछ ऊँचाई पर खड़ा कर दिया जाता है। वायु की चित्र-पवनचक्की गति के कारण उत्पन्न पवन ऊर्जा पवनचक्की की पंखुड़ियों को घुमाने में सहायक होती है। पवनचक्की की पंखुड़ियों की घूर्णन गति का उपयोग कुओं से जल खींचने तथा विद्युत उत्पन्न करने में किया जाता है। एकल पवनचक्की बहुत कम विद्युत उत्पन्न करती है, अतः विशाल क्षेत्र में बहुत सारी पवनचक्की लगाई जाती हैं। इसे पवन ऊर्जा फार्म कहते हैं।
प्रश्न 2.
जल संग्रहण क्या है? यह क्यों आवश्यक है ? जल संग्रहण कैसे किया जा सकता है ?
उत्तर:
जल संग्रहण-वर्षा के जल को एकत्रित कर भण्डारण करने की प्रक्रिया को जल संग्रहण कहते हैं। पृथ्वी पर उपलब्ध जल का कुछ भाग पौधों, जन्तुओं तथा मनुष्य द्वारा प्रयुक्त होता है। जल का अधिकांश भाग समुद्री जल के रूप में होता है। जिसका सीधा उपयोग करना सम्भव नहीं है। वर्षा की कमी से भौम (भूमि) जल का स्तर अत्यधिक नीचे चला जाता है। जनसंख्या वृद्धि वर्षा का असन्तुलन, उद्योगों में अत्यधिक जल का उपयोग, जल का अपव्यय आदि के कारण पीने योग्य जल की मात्रा में निरन्तर कमी होती जा रही है। इसीलिए वर्षा के जल को एकत्रित कर भण्डारण करना आवश्यक है। जल संग्रहण की तकनीक-मकान की छतों पर एकत्रित वर्षा जल को पाइप की सहायता से जमीन में बने गड्ढ़ों में ले जाया जाता है। यह जल धीरे-धीरे मिट्टी में रिसाव से भौम जल का स्तर बढ़ाता है।
प्रश्न 3.
जल का मितव्ययतापूर्वक उपयोग कैसे किया जाना चाहिए ?
उत्तर:
जल का मितव्ययतापूर्वक उपयोग-जल का मितव्ययतापूर्वक प्रयोग (कम खर्च) निम्न बातों का अनुपालन करके करना चाहिए
- नल से व्यर्थ पानी न बहाएँ।
- पानी के लीक होने को तुरन्त ठीक कराएँ।
- कम शक्ति वाली वॉशिंग मशीन का उपयोग करें।
- नाली को साफ रखें।
- धीमी फ्लश शौचालय या खाद शौचालय का उपयोग करें।
- ब्रश एवं शेविंग करते समय नल को बन्द रखें।
- शॉवर से नहीं बाल्टी से नहाएँ।
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