Rajasthan Board RBSE Class 7 Sanskrit रञ्जिनी Chapter 14 आपत्प्रबन्धनम्
RBSE Class 7 Sanskrit रञ्जिनी Chapter 14 पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
निम्नलिखितपदानाम् उच्चारणं कुरुत-(निम्नलिखित पदों का उच्चारण कीजिए-) जलाप्लावः, हिमस्खलनम्, वर्षोंपलपातः, मेघस्फोटः, प्रतिद्वन्द्वम्, अगणयित्वा, रक्षणोपायाः
उत्तर:
छात्राः स्वयमेव उच्चारणं कुर्वन्तु। (छात्र स्वयं उपरोक्त शब्दों का उच्चारण करें।)
प्रश्न 2.
अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत- (नीचे लिखे प्रश्नों का उत्तर लिखिए-)
(क) प्राकृतिकापदया कीदृशी हानिः भवति? (प्राकृतिक आपदा से कैसी हानि होती है?)
(ख) अकस्माद्घटितानां घटनानां नामानि लिखत। (अचानक घटित घटनाओं के नाम लिखिए।)
(ग) सौराष्ट्र कस्मिन् क्षेत्रे भूकम्पः जातः? (सौराष्ट्र में किस क्षेत्र में भूकम्प आया?)
(घ) राजस्थाने कया सह प्रतिद्वन्द्वं भवति? (राजस्थान में किसके साथ मुकाबला होता है?)
(ङ) आहतान् आदौ कुत्र नयामः? (घायलों को पहले कहाँ ले जाते हैं?)
उत्तर:
(क) प्राकृतिकापदयो धनहानिः जनहानिः च भवति। (प्राकृतिक आपदा से धनहानि और जनहानि होती है।)
(ख) भूकम्पः, अनावृष्टि, करकपातः, अग्निज्वालः इत्यादि घटनाः सन्ति। (भूकम्प, अकाल, ओले पड़ना, आग लगना आदि घटनाएँ हैं।)
(ग) सौराष्ट्र भुजक्षेत्रे भूकम्पः जातः। (सौराष्ट्र में भुज क्षेत्र में भूकम्प आया था।)
(घ) राजस्थान अनावृष्ट्या सह प्रतिद्वन्द्वं भवति। (राजस्थान में अकाल के साथ संघर्ष होता है।)
(ङ) आहतान् आदौ चिकित्सालयं नयामः। (घायलों को पहले अस्पताल ले जाते हैं।)
प्रश्न 3.
रिक्तस्थानानि पूरयत-(खाली स्थान पूरा कीजिए-)
(क) तमिलनाडुराज्ये भयङ्कर …………ताण्डवं जातम् । (चक्रवातस्य/भूकम्पस्य)
(ख) उत्तराखण्डे केदारनाथे जलाप्लावनेन………..जनाः मृताः। (5000/7000)
(ग) आपदाः विकासगतिं ………। (वर्धयन्ति/रुन्धति)
(घ) रक्षणोपायाः……… भवन्ति। (श्रेयस्करा:/हानिकरा:)
(ङ) आपत्प्रबन्धने उत्कृष्ट सहयोगकर्तृणाम् ……..करणीयम्। (उत्साहदमनम्/उत्साहवर्धनम्)
उत्तर:
(क) चक्रवातस्य
(ख) पञ्चसहस्र
(ग) रुन्धन्ति
(घ) श्रेयस्कराः
(ङ) उत्साहवर्धनम्।
प्रश्न 4.
अधोलिखितपदेषु निर्दिष्टविभक्तिवचने योजयित्वा रूपाणि लिखत-(नीचे लिखे पदों में निर्देशानुसार विभक्ति वचन जोड़कर रूप लिखिए-)
प्रश्न 5.
कोष्ठके प्रदत्तस्य शब्दस्य निर्दिष्टरूपेण रिक्तस्थानानि पूरयत
(क) ……… सर्व साध्यं भवति । (मति-तृतीया-एकवचनम्)
(ख) तत्र …… समूहः अस्ति। (युवति-षष्ठी-एकवचनम्)
(ग) आचार्यस्य …………. महत्वपूर्णाः सन्ति । (उक्ति-प्रथमा-बहुवचनम्)
(घ) …….. व्यजनम् अस्ति। (छदि-सप्तमी-एकवचनम्)
(ङ) कालिदासस्य सप्त प्रसिद्धाः ………….. सन्ति। (कृति-प्रथमा-बहुवचनम्)
उत्तर:
(क) मत्या
(ख) युवत्याः
(ग) उक्तयः
(घ) छद्याम्
(ङ) कृतयः।
योग्यता-विस्तारः
हिन्दी अर्थ – मनुष्यों द्वारा भूमि का जो दोहन किया जाता है। जैसे तेल कुओं से तेल का दोहन, पर्वतों का खनन करके और यन्त्रों द्वारा काटकर, फाड़कर कीमती पत्थरों की प्राप्ति,
अत्यधिक मात्रा में भूमि का दोहन आदि हैं। बाँधों का | बनाना, बिना रोक-टोक पेड़ों को काटना, अधिक भूमि पर भवनों का बनाना, वातानुकूल यन्त्रों का अधिक प्रयोग प्राकृतिक | आपदाओं के मुख्य कारण हैं। मानव ने जब-जब प्रकृति के | विरुद्ध आचरण किया, तब-तब उससे विनाशकारी परिणाम | प्राप्त हुए। इसलिए प्रकृति के अनुसार जीवन जीना वर्तमान समय की आवश्यकता है।
RBSE Class 7 Sanskrit रञ्जिनी Chapter 14 अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
RBSE Class 7 Sanskrit रञ्जिनी Chapter 14 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
सर्वे प्राणिनः कैः प्रभाविता:?
(क) आपदाभिः
(ख) रोगैः
(ग) वृक्षैः
(घ) जलैः।
प्रश्न 2.
आहतान् आदौ कुत्र नयामः?
(क) गृहे
(ख) राजमार्गे
(ग) चिकित्सालयं
(घ) विद्यालयं ।
उत्तर:
1. (क)
2. (ग)।
RBSE Class 7 Sanskrit रञ्जिनी Chapter 14 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न (क)
वयं स्वविवेकेन स्थितजनानां किं कुर्याम?
उत्तर:
वयं स्वविवेकेन स्थितजनानां रक्षाका कुर्याम् ।
प्रश्न (ख)
विद्यालयेषु कस्य शिक्षणं अनिवार्यम् भवेत्?
उत्तर:
विद्यालयेषु आपत्प्रबन्धनशिक्षणम् अनिवार्यम् भवेत् ।
प्रश्न (ग)
आपत्प्रबन्थने किं कर्तव्यम्?
उत्तर:
आपत्प्रबन्धने उत्साहवर्धनं कर्तव्यम्।
प्रश्न (घ)
आपदा प्रकोपाद् रक्षणाय किं कुर्वन्तु? |
उत्तर:
आपदाप्रकोपाद् रक्षणाय ईश्वरं भजतु ।
पाठ-परिचय
प्रस्तुत पाठ में आपदा प्रबंधन के बारे में बताया गया है। भूकंप, बाढ़ आदि आने के कारण, उनसे बचाव के उपायों का वर्णन किया गया है। मूल अंश,
शब्दार्थ, हिन्दी अनुवाद एवं प्रश्नोत्तर
(1) धरण्यां प्रकृत्याः प्रकोपेन अकस्माद् घटना घटते यया घटनया धनहानिः एव न अपितु जनहानिः अपि भवति। अकस्माद् घटितासु भूकम्पः, ज्वालामुखीस्फोटः, जलाप्लाव:, अनावृष्टिः, हिमस्खलनम्, करकपात:, अग्निज्वाल:, शीताघातः, मेघस्फोटः इत्यादिघटना: प्राकृतिक आपदारूपेण ज्ञायन्ते। एताभि: आपदाभिः सर्वेऽपि प्राणिनः प्रभाविताः भवन्ति। एताषां द्वारा पूर्वं महज्जनहानिः धनहानिश्च जाता। यथातमिलनाडुराज्ये भयङ्करचक्रवातस्य ताण्डवम्। तत्रैव कुम्बकोणस्थाने अग्निदाहेन त्रिनवतेः बालानां सक्रन्दनमृत्युः जातः। सौराष्ट्र भुजक्षेत्रे भूकम्पस्य विनाशकारि दृश्यम्। उत्तराखण्डराज्ये केदारनाथे जलाप्लावनस्य प्रको पेन पश्चसहस्रजनाः कालकवलिताः जाताः। राजस्थाने अनावृष्ट्या सह वारं वारं प्रतिद्वन्द्वं वयं स्मरामः एव। एता; आपदा: विकासगति रुन्धन्ति। एतासाम् आपदानाम् अनुसन्धानस्य अनुमानस्य च अपेक्षया रक्षणोपाया: एवं श्रेयस्कराः भवन्ति। वयं मिलित्वा एतान् उपायान् कुर्मः।
शब्दार्था:-धरण्यां= धरती पर। प्रकृत्याः = प्रकृति के प्रकोपेन = प्रकोप से। घटते= घटित होती है। यया=जिससे। अकस्माद् = अचानक। अपितु = बल्कि। स्फोटः = फटना। जलाप्लावः = बाढ़। अनावृष्टिः = अकाल। करकपातः = ओलावृष्टि। अग्निज्वालः = आग लगना। शीताघातः = शीत लहर। मेघस्फोटः = बादल का फटना। ज्ञायन्ते = जानी जाती है। घटितासु = घटनाओं में। प्राकृतिक आपदारूपेण = प्राकृतिक आपदा के रूप में। एताभिः आपदाभिः = इन आपदाओं से। सर्वेऽपि = सभी। प्राणिनः = प्राणी। प्रभाविताः भवन्ति = प्रभावित होते हैं। एताषां = इनके। जाता = हो गई, हुई है। अभवत् = हुई। चक्रवातः = तृफान। स्मरामः = स्मरण करते हैं। रुन्धन्ति = रुक जाती हैं। मिलित्वा = मिलकर। कुर्मः = करना चाहिये। ताण्डव = उत्पात। प्रतिद्वन्द्व = संघर्ष।
हिन्दी अनुवाद-प्रकृति के प्रकोप से धरती पर अचानक घटना घटित होती है। इन घटनाओं से धनहानि ही नहीं अपितु जनहानि भी होती है। अचानक घटनाओं में भूकम्प (पृथ्वी का हिलना) ज्वालामुखी फटना, बाढ़, अकाल, बर्फ गिरना, ओलावृष्टि, आग लगना, शीत लहर, बादल फटना आदि घटनाएँ प्राकृतिक आपदा के रूप में जानी जाती हैं। इन आपदाओं से सभी प्राणी प्रभावित होते हैं। इनके द्वारा पहले बड़ी जनहानि और धनहानि हुई हैं। जैसे
- तमिलनाडु राज्य में भयङ्कर तूफान का ताण्डव (उत्पात)
- वहाँ ही कुम्बकोण स्थान में अग्नि में जलने से 93 बालकों की तड़पकर मृत्यु होना।
- सौराष्ट्र के भुजक्षेत्र में भूकम्प के विनाशकारी दृश्य।
- उत्तराखण्डराज्य में केदारनाथ में बाढ़ के प्रकोप से पाँच हजार मनुष्य कालकवलित हो गए।
- राजस्थान में अकाल के साथ बार-बार संघर्ष हम सब ही स्मरण करते हैं।
ये आपदाएँ विकासगति को रोक देती हैं। इन आपदाओं की खोज और अनुमान की अपेक्षा से रक्षा के उपाय ही श्रेयस्कर होते हैं। हम सबको मिलकर इन उपायों को करना चाहिये।
प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरत
(क) कस्मिन् राज्ये भयङ्करचक्रवातस्य ताण्डवम् अभवत्?
(ख) अग्निदाहेन त्रिनवतेः बालानां मृत्युः कुत्र जात:?
(ग) सौराष्ट्रे भुजक्षेत्रे कस्य विनाशकारी दृश्यम् दृश्यते?
(घ) जलाप्लावनस्य पञ्चसहस्त्र जनाः कुत्रे कालकवलिताः। जाता?
उत्तर:
(क) तमिलनाडुराज्ये
(ख) कुम्बकोणस्थाने
(ग) भूकम्पस्य
(घ) केदारनाथे।
प्रश्न 2.
पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) प्रकृत्याः घटनायाः का हानिः भवति?
उत्तर:
प्रकृत्याः घटनाया: धनहानि; जनहानि: च भवति।
(ख) तमिलनाडुराज्ये किम् अभवत्?
उत्तर:
तमिलनाडुराज्ये चक्रवातस्य तांडवम् अभवत्।
(2)
- सर्वे मिलित्वा रक्षणकार्येषु प्रवृत्ता भवेम्।
- धैर्यसाहसाभ्यां स्वविवेकेन परितः स्थितजनानां रक्षा कर्तव्या।
- आहतान् आदौ चिकित्सालयं नयाम।
- नवभवनादिनिर्माणकाले भवननिर्माणनियमान् कठोरतया पालयाम्।
- विद्यालयेषु महाविद्यालयेषु च आपत्प्रबन्धन शिक्षाप्रशिक्षणं च अनिवार्य कर्तव्यम्।
- प्रतिग्रामम् आपत्शमनदलं भवेत्।
- आपत्प्रवन्धने उत्कृष्टसहयोगकर्तृणाम् असाहवर्धनं कर्तव्यम्।
- आपदानां भेदा: रक्षणोपाया: च सार्वजनिकस्थलेषु लेखितव्याः।
- वयं सर्वेऽपि मिलित्वा ईश्वरं प्रार्थयामः यद् स आपदाप्रकोपाद् अस्मान् रक्षतु।
- सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दु:खभाग्भवेद्।
शब्दार्था:-मिलित्वा = मिलकर के। परितः म चारों ओर। कर्तव्या ना करनी चाहिये। आहतान् = घायलों को। आदौ = प्रारम्भ में। पालयाम = पालन करें। लेखितव्या = लिखना चाहिये। प्रार्थयामः = प्रार्थना करते हैं। प्रकोपाद = प्रकोप से। अस्मान् = हमारी। रक्षतु = रक्षा करें। भद्राणि = कल्याणकारी। मा = मत। दुःखभाग् दु:खी। भवेद् = होना चाहिए।
हिन्दी अनुवाद-
- सबको मिलकर रक्षाकार्यों में लग जाना चाहिए।
- धैर्य, साहस से तथा अपने विवेक से चारों ओर स्थित मनुष्यों की रक्षा करनी चाहिए।
- घायलों को पहले (प्रारम्भ में) अस्पताल ले जायें।
- नये भवन आदि के निर्माण के समय भवन निर्माण नियमों का कोरता से पालन करें।
- विद्यालयों और महाविद्यालयों में आपत्प्रबन्धन की शिक्षा और प्रशिक्षण अनिवार्य करना चाहिए।
- प्रत्येक गाँव में आपशमन दल होना चाहिए।
- आपत्प्रबन्धन में उत्कृष्ट सहयोग करने वालों का उत्साह बढ़ाना चाहिए।
- आपदाओं ‘ के भेद और रक्षा के उपाय सार्वजनिक स्थानों पर लिखनेचाहिए।
- हम सभी मिलकर ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह आपदा प्रकोप से हमारी रक्षा करें।
- सभी कल्याण को • देखें, कोई भी दु:खी नहीं होना चाहिए।
प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरत
(क) आहतान् जनान् वयं कुत्र नयाम?
(ख) केषाम् रक्षा कर्तव्या?
(ग) कठोरतया कान पालयाम्?
(घ) प्रति ग्रामं किं भवेत्?
उत्तर:
(क) चिकित्सालयं
(ख) परितः स्थितजनानां
(ग) भवननिर्माणनियमान्
(घ) आपत्शमनदलं।
प्रश्न 2.
पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) सर्वे मिलित्वा केषु कार्येषु प्रवृत्ता भवेयुः?
उत्तर:
सर्वे मिलित्वा रक्षणकार्येषु प्रवृत्ता भवेयुः।
(ख) विद्यालयेषु का शिक्षा अनिवार्यं कर्तव्यम्?
उत्तर:
विद्यालयेषु आपत्प्रबन्धनशिक्षा अनिवार्य कर्तव्यम्।
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