Rajasthan Board RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 सुभाषचंद्र बोस का पत्र
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
पाठ से
सोचें और बताएँ
प्रश्न 1.
यह पत्र किसने और कहाँ से लिखा है?
उत्तर:
यह पत्र नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने माँडले जेल से लिखा है।
प्रश्न 2.
लोकमान्य तिलक ने कारावास में कितने वर्ष बिताए?
उत्तर:
लोकमान्य तिलक ने कारावास में छह वर्ष बिताए।
प्रश्न 3.
सुभाषचन्द्र बोस ने श्री केलकर को पत्र क्यों लिखा?
उत्तर:
सुभाषचन्द्र बोस ने श्री केलकर को यह बताने के लिए पत्र लिखा कि वे गत जनवरी से माँडले जेल में हैं।
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 लिखेंबहुविकल्पी प्रश्न
प्रश्न 1.
लोकमान्य तिलक को बीमारी थी
(क) मधुमेह की
(ख) हृदय की
(ग) श्वास की
(घ) कोई भी नहीं
प्रश्न 2.
सुभाषचंद्र बोस ने माँडले जेल को तीर्थ स्थल क्यों कहा; क्योंकि
(क) वहाँ लोग दर्शन-पूजन करने जाते थे।
(ख) वहाँ देश के क्रांतिकारियों को बंदी रखा जाता था।
(ग) वहाँ सुभाषचंद्र बोस को बंदी रखा गया था।
(घ) वहाँ तिलक को छह वर्ष तक बंदी बनाकर रखा गया था।
उत्तर:
1. (क) 2. (ख)
निम्न शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति कर लिखिए
(यातनाएँ, साख, चहारदीवारी, पुलिस)
1. बाजार में अनुराग की बड़ी……..: है।
2. स्वतंत्रता सेनानियों को जेल में कई……..“भोगनी पड़ीं।
3. ……:शांति और व्यवस्था बनाने के लिए आवश्यक है।
4. पक्षी भी पिंजरे की……..में सुखी नहीं रह पाते।
उत्तर:
1. साख, 2. यातनाएँ, 3. पुलिस, 4. चहारदीवारी
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
‘मेरे लिए यह एक तीर्थ स्थल है’-यह वाक्य किसने कहा?
उत्तर:
यह वाक्य नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने कहा।
प्रश्न 2.
‘वे दण्डसंहिता के अन्तर्गत बन्दी थे।’ यहाँ ‘वे’ शब्द किनके लिए प्रयुक्त हुआ है ?
उत्तर:
यहाँ ‘वे’ शब्द लोकमान्य तिलक के लिए प्रयुक्त हुआ है।
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सुभाषचन्द्र बोस को बरहमपुर जेल से कौन-सी जेल में स्थानान्तरित किया गया?
उत्तर:
सुभाषचन्द्र बोस को बरहमपुर जेल से माँडले जेल में स्थानान्तरित किया गया था।
प्रश्न 2.
जेल में लोकमान्य तिलक ने किस ग्रन्थ की रचना की? इस ग्रन्थ ने तिलक की क्या पहचान बनाई ?
उत्तर:
जेल में लोकमान्य तिलक ने ‘गीता भाष्य’ ग्रन्थ की रचना की। इस ग्रन्थ की रचना से लोकमान्य तिलक की शंकराचार्य और रामानुजाचार्य की श्रेणी के प्रकाण्ड भाष्यकार रूप में पहचान बनी।
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 दीर्घउत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
लोकमान्य तिलक द्वारा जेल में की जाने वाली भेंटों के दौरान होने वाली समस्याओं को लिखिए।
उत्तर:
लोकमान्य तिलक माँडले जेल में एकदम एकाकी रहे। वहाँ रहते हुए उन्हें दो या तीन से अधिक भेंटों का मौका नहीं दिया गया। उन्हें जिनसे भी भेंट करने का मौका मिलता, साथ में पुलिस और जेल के अधिकारी भी रहते । वे अपने लोगों से खुलकर हृदय की बात नहीं कर सकते थे। उन पर अंग्रेज सरकार का सख्त पहरा था। वे भेंट करने वालों से कोई ऐसी बात नहीं कर सकें, जिससे सरकार की पोल खुले। इसलिए भेंट के समय कोई-न-कोई अधिकारी वहाँ पर मौजूद रहता था। इस तरह उन्हें मानसिक यन्त्रणा दी जाती थी और बाहर का कोई समाचार उन तक नहीं पहुँचने दिया जाता था।
प्रश्न 2.
लोकमान्य तिलक के बलिदान को अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
लोकमान्य तिलक को अंग्रेज सरकार ने दंड संहिता के अन्तर्गत बन्दी बनाकर माँडले जेल में रखा था। वहाँ पर उन्हें शारीरिक एवं मानसिक यातनाएँ दी जाती थीं। लोकमान्य तिलक उस समय वयोवृद्ध थे, मधुमेह एवं गठिया रोग से पीड़ित भी थे। माँडले का मौसम इतना खराब रहता था कि वह मंदाग्नि का रोगी बनाता था, व्यक्ति की जीवनी शक्ति को सोख लेता था। ऐसे हालातों में भी लोकमान्य तिलक पूरे छः वर्ष तक वहाँ जेल में रहे। इससे सहज अनुमान लग जाता है कि उन्हें कितना कष्ट मिला होगा, कितनी यातना सहन करनी पड़ी होगी। वहाँ पर कोई साधन न मिलने पर भी उन्होंने ‘गीता भाष्य’ जैसे उत्कृष्ट ग्रन्थ की रचना की। इस तरह लोकमान्य तिलक ने देश की खातिर जो बलिदान एवं त्याग किया, वह अद्वितीय माना जाता है।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
मुझे विश्वास है कि उन्हें किसी अन्य बंदी से नहीं मिलने दिया जाता था। उक्त वाक्य में ‘मुझे विश्वास है। प्रधान उप वाक्य है। ‘कि उन्हें किसी बंदी से नहीं मिलने दिया जाता था।’ से जुड़ा हुआ है। ऐसे वाक्य जिनमें एक प्रधान उपवाक्य हो तथा अन्य उपवाक्यं उस पर आश्रित हो, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं। इसी प्रकार सरल वाक्य में एक उद्देश्य और एक ही विधेय होता है, जैसे- सुभाषचंद्र बोस ने पत्र लिखा। संयुक्त वाक्य में दो सरल वाक्यों को ‘और’, ‘या’ आदि समुच्चय बोधक अव्ययों से जोड़ दिया जाता है, जैसेलोकमान्य तिलक ने गीता भाष्य लिखा और जेल में ही रहे। पाठ में आए ऐसे सरल, संयुक्त व मिश्र वाक्यों को छाँटकर लिखिए।
उत्तर:
सरल वाक्य:
- मैं पिछले कुछ महीनों से आपको पत्र लिखने की सोच रहा था।
- मेरे यहाँ पहुँचने के कुछ ही क्षण बाद मुझे उस वार्ड का परिचय दिया गया।
- उन तक कोई भी अखबार नहीं पहुँचने दिया जाता था।
संयुक्त वाक्य:
- उसमें फेरबदल किया गया है और उसे खड़ा बनाया गया है।
- वे गीता की भावना में मग्न रहते थे और शायद इसलिए दुःख और यन्त्रणाओं से ऊपर रहते थे।
- यह विश्व भगवान् की कृति है लेकिन जेलें मानव के कृतित्व की निशानी हैं।
मिश्र वाक्य:
- जिसका कारण यह रहा है कि आप तक ऐसी जानकारी पहुँचा दें, जिसमें आपको दिलचस्पी होगी।
- हम जानते हैं कि लोकमान्य ने कारावास में छह वर्ष बिताए।
- यही कारण है कि उन्होंने उन यन्त्रणाओं के बारे में किसी से भी कभी एक शब्द भी नहीं कहा। इस तरह के शेष वाक्य स्वयं छाँटिए ।
प्रश्न 2.
नीचे लिखे सामासिक पदों का विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए
अंतरिक्ष यान, स्वतंत्रता-प्राप्ति, जल-प्रदूषण, जल-जन्तु, मल-निकासी, मौसम-चक्र।
उत्तर:
- अन्तरिक्ष-यान: अन्तरिक्ष को यान-तत्पुरुष समास।
- स्वतन्त्रता-प्राप्ति: स्वतन्त्रता की प्राप्ति तत्पुरुष समास।
- जल-प्रदूषण: जल का प्रदूषण-तत्पुरुष समास।
- जल-जन्तु: जल के जन्तु-तत्पुरुष समास।
- मल-निकासी: मल की निकासी-तत्पुरुष समास।
- मौसम-चक्र: मौसम का चक्र-तत्पुरुष समास।
प्रश्न 3.
अपने भावों-विचारों के आदान-प्रदान करने का सशक्त माध्यम है पत्र लेखन। यह प्राचीन काल से चला आ रहा स्थायी तरीका है। इसके परिणामस्वरूप हम नेताजी का पत्र आज भी पढ़ पा रहे हैं। आज समय बदल रहा है। इंटरनेट, वाट्सएप, मोबाइल आदि कई माध्यमों से हम अपने विचारों का आदान-प्रदान करते हैं, लेकिन पत्र को नकार नहीं सकते। पत्र मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-
(क) औपचारिक पत्र-यह पत्र विद्यालयों, कार्यालयों में पदाधिकारियों को औपचारिक विषयों के लिए लिखे जाते हैं।
(ख) अनौपचारिक पत्र-जब हम अपने परिजनों, मित्रों आदि को व्यक्तिगत रूप से संबोधित करते हुए कोई पत्र लिखते हैं, तो वह अनौपचारिक पत्र होता है। प्रस्तुत पाठ इसका उदाहरण है।
आप अपने नगरपालिका अध्यक्ष को पत्र लिखकर सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी दीजिए।
उत्तर:
पत्र-लेखन भाग में प्रश्न 8 देखिए, जिसमें सफाई व्यवस्था के लिए लिखा गया है।
पाठ से आगे
प्रश्न 1.
स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की महती भूमिका रही थी, उनकी जीवनी का अध्ययन कीजिए।
उत्तर:
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता थे, परन्तु ये गरम-दल के माने जाते थे। ये अंग्रेजों का विरोध सशस्त्र करना चाहते थे। इन्होंने आजाद हिन्द फौज का गठन किया तथा द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लेकर देश के नवयुवकों में बलिदानी भावना का संचार किया। इनकी जीवनी पुस्तकालय से लेकर अध्ययन कीजिए।
सृजन
प्रश्न 1.
आपके विद्यालय में कई उत्सव, त्योहार मनाए जाते हैं। किसी एक उत्सव या त्योहार का वर्णन पत्र रूप में लिखकर अपने मित्र को भेजिए।
उत्तर:
राजकीय माध्यमिक विद्यालय,
चौपासनी जोधपुर।
दिनांक 15 अगस्त, 2017
प्रिय मित्र सोमेश,
सप्रेम नमस्ते !
मैं आपके पत्र की प्रतीक्षा करता रहा, परन्तु आपका कोई पत्र नहीं मिला। यहाँ हमारे विद्यालय में स्वतन्त्रता दिवस का आयोजन बड़ी धूमधाम से हुआ। विद्यालय में कुछ दिनों पहले से तैयारी चलती रही। स्वतन्त्रता दिवस पर सर्वप्रथम प्रभातफेरी की गई, पूरी कालोनी में हमने जुलूस निकाला। फिर मुख्य उत्सव विद्यालय के प्रांगण में हुआ, जिसमें राजस्थान के शिक्षा मन्त्रीजी ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये तथा सभी उपस्थित प्रमुख लोगों के भाषण हुए, जिसमें देशभक्ति का महत्त्व बताया गया। अन्त में प्रधानाध्यापकजी ने धन्यवाद दिया तथा छात्रों को पुरस्कार व मिष्टान्न वितरण किया गया। यह उत्सव-दिवस हमारे लिए काफी प्रेरणादायी रहा। प्रश्नोत्तर एवं कुशल समाचार की प्रतीक्षा में।
आपका स्नेहभोजन,
विमलेश वर्मा
प्रश्न 2.
विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र एवं जानकारी एकत्र कर ‘मेरा संकलन’ में संकलित कीजिए।
उत्तर:
संकलन स्वयं तैयार करें।
तब और अब
प्रश्न:
नीचे लिखे शब्दों के मानक रूप लिखिए
सुप्रसिद्ध, यद्यपि, उद्देश्य, बौद्धिक।
उत्तर:
सुप्रसिद्ध – सुप्रसिद्ध
यद्यपि – यद्यपि
उद्देश्य – उद्देश्य
बौद्धिक – बौधिक
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
लोकमान्य तिलक छह साल तक किस जेल में रहे?
(क) बरहमपुर
(ख) माँडले
(ग) पुणे
(घ) गोवा
प्रश्न 2. लोकमान्य तिलक द्वारा रचित ग्रन्थ का नाम है
(क) गीता-दर्शन
(ख) भगवद्गीता
(ग) गीता भाष्य
(घ) गीतांजलि
प्रश्न 3.
माँडले की जलवायु बतायी गई है
(क) कैंसर को बढ़ाने वाली
(ख) रक्तचाप को बढ़ाने वाली
(ग) शरीर को फुलाने वाली
(घ) मंदाग्नि को जन्म देने वाली
प्रश्न 4.
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने किसे पत्र लिखा था ?
(क) अपने मित्र केलकर को
(ख) अपने भाई केलकर को
(ग) अपने मित्र शाहनवाज को
(घ) अपने सहयोगी व्यक्ति को
प्रश्न 5.
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने किन्हें विश्व के महापुरुषों में अग्रणी माना?
(क) महात्मा गाँधी को
(ख) लोकमान्य तिलक को
(ग) दादाभाई नौरोजी को
(घ) सरदार पटेल को
उत्तर:
1. (ख) 2. (ग) 3. (घ) 4. (क) 5. (ख)
रिक्त स्थानों की पूर्ति करें
प्रश्न 6.
निम्न रिक्त स्थानों की पूर्ति कोष्ठक में दिये गये सही शब्दों से कीजिए
(i) मैं यहाँ गत..से कारावास में हैं। (जनवरी/दिसम्बर)
(ii) मुझे ……..से निष्कासित कर दिया था। (बंगाल/भारत)
(iii) उन तक कोई….नहीं पहुँचने दिया जाता था। (अखबार/पत्रकार)
(iv) वे गीता की भावना में……..रहते थे। (उदास/मग्न)
(v) मैं उनके प्रति आदर और में डूब जाता हूँ। (श्रद्धा/विश्वास)
उत्तर:
(i) जनवरी (ii) भारत (iii) अखबार (iv) मग्न (v) श्रद्धा
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 7.
सुभाषचन्द्र बोस को बन्दी क्यों बनाया गया?
उत्तर:
क्रान्तिकारी होने के कारण सुभाष चन्द्र बोस को बंदी बनाया गया।
प्रश्न 8.
नेताजी ने माँडले में किनकी स्मृतियों को अपने लिए प्रेरणादायी बताया ?
उत्तर:
‘नेताजी ने माँडले में लोकमान्य तिलक की पवित्र स्मृतियों को अपने लिए राहत और प्रेरणा देने वाली बताया।
प्रश्न 9.
भारतीय दर्शन के प्रकाण्ड भाष्यकार कौन थे ?
उत्तर:
शंकराचार्य और रामानुजाचार्य भारतीय दर्शन के प्रकाण्ड भाष्यकार थे।
प्रश्न 10.
लोकमान्य तिलक को माँडले जेल में कितने लोगों से मिलने का मौका मिलता था?
उत्तर:
लोकमान्य तिलक को जेल में दो या तीन ही लोगों से मिलने का मौका मिलता था।
प्रश्न 11.
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के अनुसार उस समय देश का राजनैतिक जीवन कैसा था?
उत्तर:
नेताजी के अनुसार उस समय देश का राजनैतिक जीवन मन्द गति से गुजर रहा था, लोग हताश-निराश थे।
प्रश्न 12.
नेताजी ने किस ग्रन्थ को युग निर्माणकारी बताया?
उत्तर:
नेताजी ने लोकमान्य तिलक द्वारा रचे गये ‘गीता भाष्य’ ग्रन्थ को युग निर्माणकारी बताया।
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 13.
लोकमान्य तिलक माँडले जेल के जिस वार्ड में रहे थे, वह कैसा था?
उत्तर:
नेताजी ने बताया कि वह वार्ड लकड़ी के तख्तों से बना था। उसमें गर्मी में लू और धूप से, वर्षा में पानी से, शीत ऋतु में सर्दी तथा सभी ऋतुओं में धूलभरी हवाओं से बचाव नहीं हो पाता था। इस तरह वह वार्ड सभी ऋतुओं में कष्ट देने वाला और असुविधाजनक था।
प्रश्न 14.
लोकमान्य तिलक को बाहरी दुनिया से कैसे अलग रखने का प्रयास हुआ था?
उत्तर:
लोकमान्य तिलक को भारत की मुख्य भूमि से काफी दूर माँडले जेल में रखा गया था। वहाँ उनके पास कोई भी अखबार नहीं पहुँचने दिया जाता था। उनसे कम ही लोगों को मिलने का मौका मिलता था। अंग्रेज सरकार द्वारा उन जैसे प्रतिष्ठित नेता को बाहरी दुनिया के समाचारों से पूरी तरह अलग रखने का प्रयास हुआ था।
प्रश्न 15.
नेताजी के अनुसार लोकमान्य तिलक जेल के कष्टों और यन्त्रणाओं से किस तरह मुक्त रहते थे?
उत्तर:
लोकमान्य तिलक दंड संहिता के बन्दी थे। इसलिए उन्हें जेल में अनेक कष्ट एवं यन्त्रणाओं में रहना पड़ता था। परन्तु वे गीता की भावना में मग्न रहते थे, जेल में अकेले कष्टमय जीवन को भोगना अपना स्वाभाविक कर्म मानते थे। इसी से वहाँ पर वे दु:खों एवं यन्त्रणाओं से मुक्त रहते थे और इनके बारे में किसी से भी नहीं कहते थे।
प्रश्न 16.
“जेलें मानव के कृतित्व की निशानी हैं।” इस कथन से नेताजी ने जेलों की किस स्थिति पर इशारा किया है?
उत्तर:
नेताजी ने इस कथन से जेलों की स्थिति पर यह इशारा किया है कि वहाँ पर सभ्य समाज के आचार-विचार का पालन नहीं होता है। जेलों के नियम कठोर होते हैं। वहाँ पर बन्दी को कष्ट मिलता है, यन्त्रणाएँ दी जाती हैं और शारीरिक-मानसिक यातना से उसे शक्तिहीन किया जाता है। उसमें बन्दी की आन्तरिक प्रफुल्लता को कठोरता से दबाया जाता है।
RBSE Class 8 Hindi Chapter 10 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 17.
‘सुभाषचन्द्र बोस का पत्र पाठ में वर्णित लोकमान्य तिलक के जीवन से क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर:
लोकमान्य तिलक महान् स्वतन्त्रता सेनानी एवं प्रखर राजनेता थे। अंग्रेजों ने उन्हें माँडले जेल में बन्द करके स्वतन्त्रता आन्दोलन को दबाना चाहा था। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने स्पष्ट कहा है कि तिलक महोदय का जेल जानी और देश की खातिर इतने कष्ट सहना उनके त्याग और बलिदान का परिणाम था। उनके जीवन से हमें यही प्रेरणा मिलती है। कि देशभक्ति की भावना रखनी चाहिए, देश की खातिर यातना सहने वाले नेताओं के प्रति आभार रखना चाहिए और बड़े आदर के साथ उनके नाम का स्मरण कर उनके द्वारा बताये रास्ते पर चलना चाहिए। लोकमान्य तिलक को विश्व के महापुरुषों की श्रेणी में अग्रणी मानना चाहिए। हमें जीवन में कष्टों को सहर्ष झेलना चाहिए।
प्रश्न 18.
‘सुभाषचन्द्र बोस का पत्र’ से नेताजी सुभाषचन्द्र के चरित्र की किन विशेषताओं का प्रकाशन हुआ है ?
उत्तर:
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के पत्र से उनके चरित्र की इन विशेषताओं का पता चलता है-
- देशभक्त: नेताजी प्रखर देशभक्त थे। देश की आजादी की खातिर जेल गये थे। वे गरम दल के पक्षधर एवं क्रान्तिकारी थे।
- गुणग्राही: नेताजी ने जो पत्र लिखा, उसमें लोकमान्य तिलक के गुणों का एवं उन्हें जेल में मिले कष्ट का वर्णन कर गुणग्राही स्वभाव का परिचय दिया।
- चिन्तक: नेताजी चिन्तनशील महापुरुष थे, उनमें मानवीय संवेदना थी।
- विवेकशील: नेताजी ने अपने मित्र केलकर को पत्र लिखने में माँडले जेल के सम्बन्ध में चतुराई से अंग्रेजों की क्रूरता पर विचार व्यक्त किये।
प्रश्न 19.
निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दीजिए
( क ) मुझे यह बात अच्छी नहीं लग रही थी कि मुझे भारत से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन मैंने भगवान् को धन्यवाद दिया कि माँडले में अपनी मातृभूमि और स्वदेश से बलात् अनुपस्थिति के बावजूद मुझे पवित्र स्मृतियाँ राहत और प्रेरणा देंगी। अन्य जेलों की तरह यह | भी एक ऐसा तीर्थस्थल है, जहाँ भारत का एक महानतम सपूत लगातार छह वर्ष तक रहा था।
प्रश्न.
(i) उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
(ii) उन्होंने किसलिए भगवान् को धन्यवाद दिया?
(iii) किस जेल को तीर्थस्थल बताया गया है?
(iv) वहाँ पर कौन लगातार छह वर्ष तक रहा था?
उत्तर:
(i) शीर्षक-माँडले जेल का महत्त्व।
(ii) नेताजी ने भगवान् को इसलिए धन्यवाद दिया कि माँडले जेल में लोकमान्य तिलक के जीवन की पवित्र स्मृतियाँ उन्हें त्याग एवं बलिदान की प्रेरणा देंगी।
(iii) माँडले जेल को तीर्थस्थल बताया गया है।
(iv) माँडले जेल में लोकमान्य तिलक लगातार छह वर्ष तक रहे थे।
(ख) हम जानते हैं कि लोकमान्य तिलक ने कारावास में छह वर्ष बिताए। लेकिन मुझे विश्वास है कि बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि उस अवधि में उन्हें किस हद तक शारीरिक और मानसिक यंत्रणाओं से गुजरना पड़ा था। वे यहाँ एकदम अकेले रहे और उन्हें कोई बौद्धिक स्तर का साथी नहीं मिला। मुझे विश्वास है कि उन्हें किसी अन्य बन्दी से मिलने-जुलने नहीं दिया जाता था। उनको सांत्वना देने वाली एकमात्र वस्तु किताबें थीं और वे एक कमरे में एकदम एकाकी रहते थे। यहीं रहते हुए उन्हें दो या तीन भेंटों से अधिक का मौका नहीं दिया गया और ये भेट भी पुलिस और जेल अधिकारियों की उपस्थिति में हुई होगी, जिससे वे कभी भी खुलकर और हार्दिकता से बात नहीं कर पाए होंगे।
प्रश्न.
(i) उपर्युक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
(ii) लोकमान्य ने कारावास में कितने वर्ष बिताए ?
(ii) कारावास में उनको सांत्वना देने वाली वस्तु क्या थी?
(iv) कारावास में लोकमान्य को किन यंत्रणाओं से गुजरना पड़ा?
उत्तर:
(i) शीर्षक-जेल की परिवेशगत स्थिति और हम।
(ii) बन्दी को जेल के अधिकारियों के अभद्र शब्द सुनने पड़ते हैं, यातनाएँ झेलनी पड़ती हैं तथा गुलाम जैसा रहना पड़ता है। ऐसे आचरण से आत्मा का ह्रास होता है। (iii) बन्दी जीवन में कष्ट एवं यातनाएँ सहने के लिए आन्तरिक प्रफुल्लता रखनी पड़ती है।
(iv) जेल के नियम कड़े होते हैं। वहाँ पर प्रचलित सभी नियमों के सामने नत होना पड़ता है।
सुभाषचन्द्र बोस का पत्र पाठ-सार
यह पाठ माँडले जेल से लिखा गया नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को पत्र है, जो उन्होंने अपने मित्र केलकरजी को लिखा था। इसमें माँडले जेल में लोकमान्य तिलक को जो कष्ट भोगने पड़े, देशभक्तों को अंग्रेज सरकार ने जो यातनाएँ दीं, उनका भावपूर्ण वर्णन किया गया है।
कठिन शब्दार्थ-कारावास = जेल। अधिकांश = ज्यादातर। हतोत्साहित = उत्साह से रहित, निराश। प्रणयन = रचना। प्रकाण्ड = सर्वश्रेष्ठ विद्वान्। निष्कासित = निकाला गया। स्मृतियाँ = यादें। हार्दिकता = हृदय की सच्ची भावना। प्रतिष्ठा = इज्जत। मन्त्रणा = पीड़ा, कष्ट, यातना। मन्दाग्नि = पाचन शक्ति कमजोर होना। दूभर = कठिन, मुश्किल। सान्त्वना = तसल्ली देना, शान्ति पाना। दासता = गुलामी। कृति = रचना। प्रतिबद्ध = बँधा हुआ, दृढ़ता से। अक्षुण्ण = क्षीण या कम न होना। दुःखद = दुःख देने वाला।
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