Rajasthan Board RBSE Class 8 Hindi रचना संवाद-लेखन
जब हम किसी से की गई मौखिक बातचीत को लिखित रूप देते हैं, तो उसे संवाद लेखन कहते हैं। संवाद लेखन एक कला है । इसके द्वारा हम अपने भावों को व्यक्त कर सकते हैं । संवाद परिस्थितियों एवं पात्रों के चरित्र को उजागर करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस विधा में अभ्यास नितान्त आवश्यक है। संवाद लेखन में निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए
- संवादों की भाषा सरल एवं आम बोलचाल की होनी चाहिए।
- संवाद छोटे, रोचक और चुटीले होने चाहिए।
- संवाद पात्रों की अवस्था, संबंध और परिस्थितियों के अनुकूल होने चाहिए।
यहाँ संवाद-लेखन के कुछ उदाहरण दिए जा रहे हैं। उन्हें पढ़कर संवाद-लेखन का अभ्यास करें-
1. छात्र और प्राचार्य के मध्य संवाद
2. फलवाला और ग्राहक
3. विद्यालय के मैदान में खेड़े दो छात्रों की बातचीत को अपने शब्दों में संवाद रूप में लिखिए।
उत्तर-
विद्यालय के खेल के मैदान में खड़े दो छात्र (पंकज और मोहित) के बीच संवाद-
4. मगरमच्छ और बन्दर का संवाद
5. आँखों देखी बस दुर्घटना के संबंध में पिता और पुत्र के मध्य संवाद
6. स्वच्छता के सम्बन्ध में दो विद्यार्थियों के मध्य संवाद
7. प्रदूषण के सम्बन्ध में दो छात्रों के मध्य संवाद
8. यात्री और बस संवाहक के मध्य संवाद
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