Rajasthan Board RBSE Class 8 Hindi सड़क सुरक्षा सम्बन्धी प्रश्न
प्रश्न 1.
पंक्तियों का सही मिलान कर सार्थक वाक्य लिखिए।
(क) सड़क पार करते समय — अन्दर नहीं जाना चाहिए।
(ख) सड़क दुर्घटना से बचने — हार्न सुनाई नहीं देता। के लिए।
(ग) गाड़ी में जोर से रेडियो — सतर्क रहना आवश्यक है। बजाने से।
(घ) प्रवेश निषेध रास्ते से — शीशों से लोगों को देखना चाहिए।
उत्तर:
सार्थक वाक्य
(क) सड़क पार करते समय सतर्क रहना आवश्यक है।
(ख) सड़क दुर्घटना से बचने के लिए शीशों से लोगों को देखना चाहिए।
(ग) गाड़ी में जोर से रेडियो बजाने से हार्न सुनाई नहीं देता।
(घ) प्रवेश निषेध रास्ते से अन्दर नहीं जाना चाहिए।
प्रश्न 2.
सड़क यातायात सुरक्षा सम्बन्धी कोई दो स्लोगन ( नारे ) बनाइए।
उत्तर:
सड़क यातायात सुरक्षा सम्बन्धी कोई दो स्लोगन (नारे) निम्नलिखित हो सकते हैं
- दुर्घटना से अपनी कीजिए रक्षा, तभी होगी परिवार की सुरक्षा।।
- सड़क दुर्घटना से यदि है बचना, तो हेलमेट अवश्य पहनना।
प्रश्न 3.
पैदल चलते समय हमें सड़क के किस भाग पर चलना चाहिए?
उत्तरे-
पैदल चलते समय हमें सड़क के फुटपाथ पर चलना चाहिए। लेकिन यदि वह किसी कारण से खाली न हो तो सड़क की दाहिनी ओर चलना चाहिए।
प्रश्न 4.
सड़क पार करते समय हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर:
सड़क पार करते समय हमें पहले दायें तथा फिर बायें देखना चाहिए तथा जेब्रा क्रॉसिंग से ही सड़क पार करनी चाहिए।
प्रश्न 5.
सड़क पर बनी सफेद और काली धारी वाली पट्टी को क्या कहते हैं? यह क्यों बनाई जाती है?
उत्तर:
सड़क पर बनी सफेद और काली धारी वाली पट्टी को जेब्रा क्रॉसिंग कहते हैं। वह इसलिए बनाई जाती है ताकि पैदल यात्री सुरक्षित रूप से सड़क पार कर सकें।
प्रश्न 6.
यदि आप दुर्घटना स्थल पर हों तो आपको क्या करना चाहिए?
उत्तर:
हमें तुरन्त पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना देनी चाहिए तथा घायलों की प्राथमिक चिकित्सा करानी चाहिए एवं उन्हें पास के अस्पताल में ले जाना चाहिए।
प्रश्न 7.
ट्रैफिक लाइट पर खड़े रहकर इंजन न बन्द करने से क्या होता है?
उत्तर:
ट्रैफिक लाइट पर इंजन न बन्द करने से ईंधन की खपत बढ़ती है तथा वायु प्रदूषण भी होता है।
प्रश्न 8.
गाड़ी चलाते समय आगे की गाड़ी से कितनी दूरी रखनी चाहिए?
उत्तर:
गाड़ी चलाते समय आगे की गाड़ी व अपनी गाड़ी के बीच एक गाड़ी की दूरी रखनी चाहिए।
प्रश्न 9.
सामने की गाड़ी से आगे जाने के लिए किस ओर से ओवरटेक करना चाहिए?
उत्तर:
सामने की गाड़ी से आगे जाने के लिए ओवरटेक हमेशा दायीं ओर से करना चाहिए।
प्रश्न 10.
यातायात के नियमों का पालन करना क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:
यातायात जीवन सुरक्षा की दृष्टि से एक नियमबद्ध प्रक्रिया है ताकि किसी भी शहर का यातायात सुव्यवस्थित रह सके। इस कारण यातायात नियमों का पालन करके सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना हम सभी का दायित्व है, क्योंकि छोटी सी भी गलती हो जाने के कारण किसी भी प्रकार की दुर्घटना हो सकती है। यातायात के नियमों के पालन के अभाव में किसी की भी जान जा सकती है। जिसका खामियाजा परिवार के लोगों को भुगतना पड़ सकता है। इसके साथ ही यातायात के नियमों का पालन करने से ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पायी जा सकती है।।
प्रश्न 11.
सड़क पर चलते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
- सड़क पर चलते समय हमें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए
- सड़क पर हमें हमेशा बाएँ ओर ही चलना चाहिए।
- सड़क पार करते समय भूमिगत या पैदल पारपथ का उपयोग करना चाहिए।
- सड़क पर लगे यातायात के चिह्नों पर ध्यान देना चाहिए।
- चौराहे पर लगी बत्ती को देखकर ही पार करना चाहिए।
- सड़क पार करते समय जेब्रा क्रासिंग का ही उपयोग करना चाहिए।
प्रश्न 12.
सड़क दुर्घटना के प्रमुख कारण क्या हैं? लिखिए।
उत्तर:
- सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण निम्न प्रकार हैं
- लोगों का सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक न होना।
- वाहन चालकों को सड़क पर लगे यातायात के चिह्नों पर ध्यान न देना।
- पैदल चलने वालों द्वारा भूमिगत तथा पैदल पारपथ का उपयोग न करना।
- गाड़ी चलाते समय सतर्क न रहना, रेडियो सुनना, मोबाइल फोन पर बात करना या अपने साथियों से बातें करना।
- गाड़ी में सामने और दाएँ-बाएँ लगे शीशों का उपयोग न करना।
- वयस्क होने से पहले ही गाड़ी चलाना।
- गाड़ी को तेज गति से चलाना।
- गाड़ी की समयानुसार देखभाल न करना।
- लापरवाही से गाड़ी चलाना।
प्रश्न 13.
आप रास्ते से जा रहे हैं तभी किसी व्यक्ति की दुर्घटना हो जाती है, आप उस दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को क्या प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध करायेंगे?
उत्तर:
- दुर्घटना स्थल पर दी जाने वाली प्राथमिक चिकित्सा निम्न प्रकार हैं
- दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तत्काल दुर्घटना स्थल से दूर करना चाहिए।
- श्वासमार्ग की सभी बाधाएँ दूर कर शुद्ध वायुसंचार की व्यवस्था करनी चाहिए।
- यदि हड्डी टूटी हो तो उस स्थान को अधिक न हिलाएँ तथा उसी तरह उसे ठीक करने की कोशिश नहीं करें।
- यदि रक्तस्राव हो रहा हो तो सबसे पहले उसे रोकने का प्रबन्ध करें।
- घाव के आस-पास के स्थान पर जीवाणुनाशक तथा बीच में रक्तस्रावरोधी दवा लगाकर रुई, गाज (gauze) या लिंग (ling) रखकर बाँध देना चाहिए।
- जहाँ तक हो सके घायल के शरीर पर कसे कपड़े केवल ढीले कर देवें, उतारने की कोशिश न करें। एम्बुलैंस को सूचित करें।
प्रश्न 14.
स्कूल बस/वैन से घर लौटते समय सुरक्षा के लिए कौन-कौन सी सावधानियाँ रखनी चाहिए?
उत्तर:
- बस अथवा वैन में चढ़ते समय कतार बनाकर चढ़ना चाहिए।
- छोटे बच्चों को पहले चढ़ने का मौका देना चाहिए, धक्का-मुक्की नहीं करनी चाहिए।
- रास्ते में बच्चों को बस/वैन से सिर या हाथ बाहर नहीं निकालना चाहिए।
- हमेशा विद्यार्थी को बस/वैन के पूरी तरह से रुकने पर ही उतरना चाहिए।
- छोटे बच्चों को बस/वैन सहायक द्वारा चढ़ने-उतरने में सहायता करनी चाहिए।
- यदि छोटे बच्चों के माता-पिता उनको लेने स्टॉप पर नहीं आये हैं तो बस सहायके को उन्हें घर तक छोड़ना चाहिए।
प्रश्न 15.
सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित आपके क्या कर्तव्य हो सकते हैं, कोई चार कर्तव्य लिखिए।
उत्तर:
- सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित हमारे चार कर्तव्य निम्न प्रकार हैं
- सड़क पर दुर्घटना होने पर दुर्घटना स्थल से बचकर निकलने की जगह घायलों की सहायता करना।
- लोगों को गलत जगह पर गाड़ी पार्क करना, शराब पीकर गाड़ी चलाना,
- गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बातें करना आदि के दुष्परिणामों से अवगत कराना।
- सड़क पर क्रोध का प्रदर्शन तथा लोगों के साथ दुर्व्यवहार न करना।
- ऐसी स्थिति में अपने ऊपर तथा परिवार के सदस्यों पर नियंत्रण रखना। जब तक गाड़ी चलाने का लाइसेंस न मिले, गाड़ी न चलाना।
प्रश्न 16,
गाड़ी चलाते समय सीट की पेटी बाँधना अनिवार्य क्यों है तथा गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बातें क्यों नहीं करनी चाहिए?
उत्तर:
सीट की पेटी बाँधने से गाड़ी चालक और सामने बैठने वाला व्यक्ति दोनों सुरक्षित रहते हैं। अतः सीट बेल्ट बाँधना अनिवार्य है। यह कानूनन भी अनिवार्य है अन्यथा जुर्माना हो सकता है। गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बातें करने से चालक का ध्यान बँट जाता है साथ ही एक हाथ से ही गाड़ी चलाते हैं। इससे वाहन से नियंत्रण हटते ही दुर्घटना हो जाती है। अतः वाहन चलाते समय मोबाइल पर बातें नहीं करनी चाहिए।
प्रश्न 17.
वाहन चलाते समय सड़क पर दुर्घटनाएँ हो जाती हैं। दुर्घटनाओं के कारण और बचने के उपाय लिखिए।
उत्तर:
सड़क पर दुर्घटना होने के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं–
- सड़क पर लगे यातायात के चिह्नों को नजरअन्दाज करना।
- गाड़ी चलाते समय एकाग्रचित्त होकर गाड़ी न चलाना और रेडियो सुनने में व्यस्त हो जाना या मोबाइल पर बातें करना।
- भूमिगत और पैदल पारपथ का सही उपयोग न करना।
- गाड़ी को तेज गति से चलाना और गाड़ी में सामने व दायें-बायें लगे शीशों का उपयोग न करना। उपर्युक्त कारणों पर ध्यान देकर इनमें सुधार कर
- सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। इनके अलावा सड़क पर लगे गति सीमा के अनुसार गाड़ी चलानी चाहिए। जगह मिलने पर ही ओवरटेक करनी चाहिए। जहाँ तक हो सके गाड़ी को तेज गति से नहीं चलाना चाहिए।
प्रश्न 18.
सड़क पर फैले धूम-कोहरे से दृश्यता कम हो जाती है। इस स्थिति में वाहन चालक को कौन-कौनसी सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
उत्तर:
धूम-कोहरे से बचने के लिए निम्न सावधानियाँ बरतनी जरूरी हैं–
- धूम-कोहरे में हमेशा धीमी गति से ही वाहन चलाना चाहिए।
- धूम-कोहरे के समय वाहन की हैड लाइट को ऑन करके लो बीम मोड पर रखनी चाहिए।
- इसके साथ ही फॉग लैम्प और पार्किंग लाइट को ऑन रखना चाहिए।
- धूम-कोहरे में वाहनों के बीच न्यूनतम सुरक्षित दूरी बनाए रखना चाहिए।
- यदि वाहन घने धूम-कोहरे के कारण चलाना संभव न हो तो गाड़ी नहीं चलानी चाहिए, उसे सड़क के किनारे इंडिकेटर ऑन कर खड़ा कर देना चाहिए।
प्रश्न 19.
सड़क सुरक्षा के किन्हीं चारे प्रमुख चिह्नों के चिह्न बनाकर उनके अर्थ लिखिये।
उत्तर:
सड़क सुरक्षा के चार चिह्न व उनके अर्थ-
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