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Rajasthan Board RBSE Class 9 English Insight Chapter 11 The Heaven of Freedom
RBSE Class 9 English Insight Chapter 11 The Heaven of Freedom Textual questions
Comprehension Questions
Question 1.
What, according to Tagore, are some of the qualities that the land of freedom should have?
टैगोर के अनुसार, वे कौन सी कुछ विशेषताएँ हैं जो एक स्वतंत्र देश में होनी चाहिये?
Answer:
According to Tagore, some of the qualities that the land of freedom should have are-its people should be free and fearless. They should live with dignity. They should be united, truthful, progressive, rational, open to new ideas or things etc.
टैगोर के अनुसार वे कुछ विशेषताएँ जो एक स्वतंत्र देश में होनी चाहिये वे हैं-देशवासी स्वतंत्र और भयमुक्त हों। वे आत्म-सम्मान के साथ जीयें। वे एकजुट हों, सत्य को मानने वाले हों, प्रगतिशील, तार्किक व नवीन विचारों को स्वीकार करने वाले आदि हों।
Question 2.
How does Tagore condemn sectarianism and communalism in the poem?
कविता में टैगोर साम्प्रदायिक संकीर्णता व साम्प्रदायिकता की निन्दा किस प्रकार करते हैं?
Answer:
In the poem Tagore condemns sectarianism and communalism as diving factors. He wishes that his countrymen should not be divided due to caste, creed, language etc.
कविता में टैगोर साम्प्रदायिक संकीर्णता व साम्प्रदायिकता की निन्दा विभाजित करने वाले कारकों के रूप में करते हैं। वह चाहते हैं कि उनके देशवासी जाति, धर्म, भाषा आदि के कारण आपस में बंटे हुए न हों।
Question 3.
How does Tagore refer to the struggle for perfection and rationality?
टैगोर पूर्णता व तार्किकता हेतु संघर्ष को कैसे इंगित करते हैं?
Answer:
Tagore, referring to the struggle for perfection and rationality, says that his countrymen should make all efforts to get perfection in all fields of life, and they should accept new ideas on the basis of reason. They should not be the blind followers of dead (old) habits.
टैगोर, पूर्णता व तार्किकता हेतु संघर्ष को इंगित करते हुए कहते हैं कि उनके देशवासियों को जीवन के सभी क्षेत्रों में पूर्णता प्राप्त करने के लिये पूर्ण रूप से प्रयासरत होना चाहिये और नवीन विचारों को तार्किक आधार पर स्वीकार करने वाले होना चाहिए। उन्हें पुराने (अप्रासांगिक) विचारों को आंख बंद कर अनुसरण करने वाला नहीं होना चाहिए।
Question 4.
Comment on the construction of the last line of the poem.
कविता की अंतिम पंक्ति की रचना पर टिप्पणी दीजिये।
Answer:
The last line of the poem expresses the poet’s profound love for his country and need of freedom in the lives of his countrymen. Thus, he prays to God to bless them with freedom. The way he compares a free nation with the heaven of freedom, it proves the importance of freedom in our life.
इस कविता की अंतिम पंक्ति अपने देश के प्रति कवि के हार्दिक प्रेम और देशवासियों के जीवन में स्वतंत्रता की आवश्यकता को अभिव्यक्त करती है। अतः कवि ईश्वर से प्रार्थना करता है। कि वह (ईश्वर) उसके देशवासियों को स्वतंत्रता का आशीर्वाद दें। जिस प्रकार वह एक स्वतंत्र राष्ट्र की तुलना स्वतंत्रता के स्वर्ग से करता है, यह हमारे जीवन में स्वतंत्रता के महत्व को सिद्ध करता है।
Question 5.
How does this poem achieve meaning in the context of the freedom struggle?
स्वतंत्रता संग्राम के सन्दर्भ में यह कविता कैसे सार्थक (अर्थपूर्ण) बनती है?
Answer:
The poet indirectly appeals to his countrymen to be brave, dignified, truthful, knowledgeable, rational, united and progressive. This poem achieves meaning in the context of the freedom struggle because it inspires them to achieve freedom.
कवि अप्रत्यक्ष रूप से अपने देशवासियों से निर्भीक, सम्मानित, सत्यपरक, ज्ञानवान, तार्किक, एकजुट और प्रगतिशील बनने का अनुरोध करता है। यह कविता स्वतंत्रता संग्राम में सार्थक (अर्थपूर्ण) बनती है क्योंकि यह लोगों को स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु प्रेरित करती है।
Question 6.
Is this the song of a patriot ? Why?
क्या यह एक देशभक्त का गीत है? क्यों?
Answer:
Yes, indeed this is the song of a patriot because the entire poem expresses the poet’s deep concern and love for his country. He prays to God to bless his country with freedom and make his countrymen prudent. The poem is a prayer as well as an indirect appeal to the countrymen to make their country strong and lead it on the path of progress.
हाँ, वास्तव में यह’ (कविता) एक देशभक्त का गीत है क्योंकि सम्पूर्ण कविता अपने देश के प्रति कवि की गहन चिन्ता (सरोकार) और प्रेम को अभिव्यक्त करती है। वह ईश्वर से उसके देश को स्वतंत्रता रूपी आशीर्वाद देने हेतु प्रार्थना करते हैं। कवि ने इस कविता के माध्यम से भगवान से प्रार्थना की है तथा अप्रत्यक्ष रूप से अपने देशवासियों से अपने देश को मजबूत बनाने और प्रगति के पथ पर अग्रसर होने का भी उन्होंने अनुरोध किया है।
Creative Writing
Relate the theme of the poem to the background of the freedom struggle.
कविता की विषय-वस्तु को स्वतंत्रता संग्राम की पृष्ठभूमि से सम्बद्ध करिये। (Hints: fear-head is held high – fragments and narrow domestic walls – depth of truth – dreary desert of dead habit – heaven of freedom – my Father – let my country awake)
Answer:
Freedom Struggle of India
India was ruled by the English. Initially people had fear of the English. But there were many patriots of extraordinary courage. They wanted to hold our motherland’s head high. But it was very tough work for them because our country was divided into fragments and narrow domestic walls. Such courageous people encouraged the people of India. The innocent but determined people of our country came forward for the noble cause. The depth of truth did not let them wander into the dreary desert of dead habit. A day came when our country won independence. The prayer of the poet was heard by the Father of the Universe. Our country awoke into that heaven of freedom.
भारत पर अंग्रेजों का शासन था। शुरुआत में तो भारतीय अंग्रेजों से भयभीत थे। लेकिन कई सारे अदम्य साहस वाले देशभक्त थे। वे अपनी मातृभूमि का सिर गर्व से ऊँचा करना चाहते थे। लेकिन यह उनके लिए बहुत ही कठिन कार्य था क्योंकि हमारा देश संकुचित घरेलू झगड़ों से छोटे-छोटे टुकड़ों में बँटा हुआ था। ऐसे साहसी लोगों ने भारत के लोगों को साहस दिलाया। हमारे देश के भोले भाले लेकिन जिद्दी लोग इस नेक काम के लिए आगे आये। सत्य की गहराई ने उन्हें प्राचीन रूढ़ियों के नीरस मरुस्थल में नहीं खोने दिया। एक दिन ऐसा आया जब हमारा देश स्वतंत्र हुआ। कवि की प्रार्थना को परमपिता के द्वारा सुन लिया गया। हमारा देश उस स्वतंत्रता के स्वर्ग में जागा।
RBSE Class 9 English Insight Chapter 11 The Heaven of Freedom Additional Questions
Short Answer Type Questions
Answer the following questions in about 30 words each :
Question 1.
What type of India does the poet want to see ? Explain.
कवि किस प्रकार का भारत देखना चाहता है? वर्णन करिये।
Answer:
The poet wants to see India free. He wishes his countrymen to be fearless, respectful and truthful. They should not be divided among themselves due to caste, creed, language etc. They should accept or give up ideas on the basis of reason, and make all their efforts to achieve perfection.
कवि भारत को स्वतंत्र देखना चाहता है। वह चाहता है कि उसके देशवासी निर्भीक, सम्मानित और सत्य पर चलने वाले हों। वे जाति, धर्म, भाषा आदि के कारण विभाजित न हों। वे तर्क के आधार पर विचारों को स्वीकार अथवा अस्वीकार करें और पूर्णता प्राप्ति हेतु अपने सभी प्रयास करें।
Question 2.
Why does the poet stress on ‘reason’ as one of the qualities of free India?
कवि स्वतंत्र भारत की अच्छाइयों (विषेशताओं) में से एक ‘तर्क’ पर जोर क्यों देता है?
Answer:
The poet wishes that when India gets freedom, its people should be reasonable (rational). People should accept new ideas and give up old ideas (useless habits) on the basis of reason. If they continue following dead habits blindly, they will not be free truely. So he stresses on reason’.
कवि चाहता है कि जब भारत स्वंतत्र हो तब यहाँ लोग भी तार्किक हों। लोग नवीन विचारों को तर्क के आधार पर स्वीकार करें और पुराने/व्यर्थ विचारों को तर्क के आधार पर अस्वीकार करें। यदि वे पुराने विचारों को आंखें बन्द करके स्वीकार करते रहेंगे तो वे वास्तविक रूप से स्वतंत्र नहीं होंगे। इसलिये वह (कवि) ‘तर्क’ पर जोर देता है।
Question 3.
What does the poet mean by ‘where knowledge is free”?
‘where knowledge is free’ से कवि का क्या आशय है?
Answer:
By ‘where knowledge is free’ the poet means availability of knowledge without any check on it. He wishes that in free India knowledge should be the right of every person. People should be free to gain knowledge without any restriction.
‘Where knowledge is free’ से कवि का आशय बिना किसी प्रतिबन्ध के ज्ञान की उपलब्धता से है। वह चाहता है। कि स्वतंत्र भारत में ज्ञान पर प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार होना चाहिये। बिना किसी प्रतिबन्ध के लोग ज्ञान प्राप्त करने के लिये स्वतंत्रत हों।
Word-meanings and Hindi Translation
Stanza 1: Where the mind ………… awake.(Page 80)
Word-meanings : fragments (फ्रगमन्ट्स) = टुकड़े। narrow (नैरो) = संकुचित। domestic walls (डोमेस्टिक वॉल्ज़) = जाति, धर्म, भाषा आदि के आधार पर आन्तरिक विभाजन। depth (डैप्थ) = (here) सत्य की ताकत/गहराई। tireless (टायर्लस) = अथक, अविरल, निरन्तर। striving (स्ट्रायविंग) = प्रयास। stretch (स्ट्रेच) = फैलाना। perfection (पॅ:फेक्शन) = पूर्णता। stream of reason (स्ट्रीम ऑव रीजन) = तर्कपूर्ण बातें/तार्किक सोच। dreary desert sand of dead habit (ड्रिअरि डेज़ट सैन्ड ऑव डैड हैविट) = प्राचीन व्यर्थ रूढ़ियों व रीति-रिवाजों के नीरस मरुस्थल। led forward (लैड फॉव:ड) = ले जाया जाता है। thee (दी) = your, तुम, (यहाँ) God, ईश्वर। ever widening (ऐवअ-वाइडनिंग) = सदैव विकसित होने वाला। Father = (here) God, ईश्वर। awake (अवेक) = जागना।
हिन्दी अनुवाद-जहाँ लोग भयमुक्त हों और (गर्व से) सिर ऊँचा रहे, जहाँ ज्ञान स्वतंत्र हो, जहाँ संसार बँटा हुआ (जाति, धर्म व भाषा के आधार पर विभाजित) न हो, जहाँ शब्द सत्य की गहराई से निकलते हों, जहाँ पूर्णता की प्राप्ति हेतु निरन्तर प्रयास किये जाते हों। जहाँ पर तर्क की स्वच्छ धारा ने अपना रास्ता व्यर्थ के पुराने रीति-रिवाजों के नीरस मरूस्थल में नहीं खोया है, जहाँ पर मस्तिष्क को तेरे द्वारा हमेशा ही बढ़ते हुए विचारों तथा कार्यों में आगे ले जाया गया है, हे परमपिता, ऐसी स्वतंत्रता के स्वर्ग में मेरा देश जागे।
Explanation with Reference to Context
Stanza 1 : Where the mind is without fear and the head is held high; Where knowledge is free; Where the world has not been broken up into fragments by narrow domestic walls; Where words come out from the depth of truth; Where tireless striving stretches its arms towards perfection;
Reference : These lines have been taken from the poem “The Heaven of Freedom’ composed by Rabindranath Tagore.
Context: In these lines the poet makes an appeal to God to make his country perfect. (great) in all fields.
Explanation: The poet wishes that the people of his country should be free and fearless. They should live with dignity. They should get free knowledge. There should not be any restriction in getting knowledge. They should not be divided on the basis of caste, creed, language etc. They should be truthful. They should make all efforts without tiring to get perfection in all fields of life.
सन्दर्भ-ये पंक्तियाँ रविन्द्रनाथ टैगोर द्वारा रचित कविता The Heaven of Freedom’ से ली गई हैं।
प्रसंग-इन पंक्तियों में कवि ईश्वर से अपने देश को हर प्रकार से पूर्ण व महान बनाने का अनुरोध करता है।
व्याख्या-कवि कामना करता है कि अपने देश (भारत) के लोग स्वतंत्र और भयमुक्त हों, वे आत्म-सम्मान से जीयें। उन्हें बिना किसी बन्धन या रोकटोक के मुक्त ज्ञान मिले। वे जाति, धर्म, भाषा आदि के आधार पर बंटे न हों। वे सत्य पर चलने वाले हों। वे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पूर्णता प्राप्त करने के लिये निरन्तर अपने समस्त प्रयास करने वाले हों।
Stanza 2: Where the clear stream of reason has not lost its way into the dreary desert sand of dead habit; Where the mind is led forward by thee into ever-widening thought and action into that heaven of freedom, my Father, my country awake.
Reference: These lines have been taken from the poem “The Heaven of Freedom’ composed by Rabindranath Tagore.
Context: Here the poet presents an ideal picture of free India. He prays to God to make his country free and progressive.
Explanation: The poet prays to God that the people of his country should not be slave to useless habits. He compares reason to a clear stream and old useless traditions and customs to a dreary desert. He wishes that this stream of reason should not flow through a dull desert of old and useless customs and habits. In other words, they (the people of India) should accept new ideas on the basis of reason. His countrymen should be progressive in their thoughts and actions. He prays to God to bless his countrymen so that they awake in such heaven of freedom (an ideal country) which the poet wishes India to be.
सन्दर्भ-ये पंक्तियाँ रविन्द्रनाथ टैगोर द्वारा रचित कविता The Heaven of Freedom’ से ली गयी हैं।
प्रसंग-यहाँ कवि स्वतंत्र भारत की एक आदर्श तस्वीर प्रस्तुत करता है। वह ईश्वर से अपने देश को स्वतंत्र और प्रगतिशील बनाने का अनुरोध करता है।
व्याख्या-कवि ईश्वर से प्रार्थना करता है कि उसके देशवासी व्यर्थ की आदतों के शिकार न हों। वह तर्क की तुलना एक स्वच्छ धारा से और व्यर्थ के पुराने रीति-रिवाजों की तुलना एक नीरस मरुस्थल से करता है। वह चाहता है कि उसके देशवासी तर्क की स्वच्छ धारा को छोडकर परानी आदतों के नीरस मरुस्थल की रेत में न खो गये हों। अर्थात वे लोग पुराने रीति-रिवाजों (आदतों) के आदी न हों। दूसरे शब्दों में, उन्हें तर्क के आधार पर नवीन विचारों को स्वीकार करना चाहिये। उसके देशवासियों को अपने विचारों और कार्यों में प्रगतिशील होना चाहिये। वह ईश्वर से प्रार्थना करता है कि हे पिता (ईश्वर)! मेरे देशवासियों को आशीर्वाद दीजिये कि वे स्वतंत्रता के ऐसे स्वर्ग (आदर्श भारत) को देखें जैसा आदर्श भारत वह चाहता है।
We hope the given RBSE Class 9 English Insight Chapter 11 The Heaven of Freedom will help you. If you have any query regarding Rajasthan Board RBSE Class 9 English Insight Chapter 11 The Heaven of Freedom, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.
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