RBSE Solutions for Class 9 Science Chapter 16 सड़क सुरक्षा
RBSE Solutions for Class 9 Science Chapter 16 सड़क सुरक्षा are part of RBSE Solutions for Class 9 Science. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 9 Science Chapter 16 सड़क सुरक्षा.
Board | RBSE |
Textbook | SIERT, Rajasthan |
Class | Class 9 |
Subject | Science |
Chapter | Chapter 16 |
Chapter Name | सड़क सुरक्षा |
Number of Questions Solved | 57 |
Category | RBSE Solutions |
Rajasthan Board RBSE Class 9 Science Chapter 16 सड़क सुरक्षा
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न एवं उनके उत्तर
गति एवं समय
पाठ्गत प्रश्न
प्रश्न 1.
कम चाल की अपेक्षा अधिक चाल होने पर दुर्घटना के अवसर क्यों बढ़ जाते हैं ?
उत्तर:
अधिक चाल होने पर ड्राइवर का गाड़ी पर नियन्त्रण नहीं हो पाता। अत: असावधान होते ही दुर्घटना हो जाती हैं।
पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
एक भारी ट्रक एवं कार दोनों समान गति से चल रहे हैं तथा परस्पर सामने से टकराते हैं और दोनों वाहन रुक जाते हैं। यदि दोनों वाहनों के संवेग में परिवर्तन समान है तो बताइए, ट्रक की तुलना में कार अधिक क्षतिग्रस्त क्यों होती है ?
उत्तर:
अत: कार (m कम) की गतिज ऊर्जा K अधिक होगी, जिसके कारण नुकसान ज्यादा होगा।
प्रश्न 2.
F-1 कार रेस का ट्रैक विशेष रूप से डिजाइन करना आवश्यक है, आप इसे समझ सकते हैं, क्यों ?
उत्तर:
फार्मूला वन (F1) कार रेस के ट्रैक घुमावदार बनाए जाते हैं ताकि गति, रुकावट, दूरी और प्रतिक्रिया समय पर ड्राइवर नियन्त्रण रख सके।
प्रश्न 3.
आपके आगे चल रहे वाहन का अवलोकन करें। जब वह सड़क पर स्थिर वस्तु को पार करता है(यथा पेड़, खम्भा) तो उस निश्चित वस्तु तक आप द्वारा पहुँचने के लिए गए सेकण्डों की गिनती करें। यदि आप पहले पहुँच जाते हैं तो गति कम करें, यदि देर से पहुँचते हैं तो गति बढावें। क्या आप सुझाव दे सकते हैं कि ड्राइविंग के दौरान सेकण्डों की गिनती आप किस विधि से करेंगे ?
उत्तर:
विद्यार्थी इस क्रियाकलाप को अपने किसी बड़े के साथ वाहन में बैठकर करें और विभिन्न स्थितियों में रीडिंग नोट करें। सेकण्डों की गिनती स्टॉप वाच घड़ी के द्वारा करें।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित सारणी की पूर्ति करें-
चाल किमी./ घंटा | कुल रुकने की दूरी (मी.) | प्रतिक्रिया दूरी (मी.) | पीछा करने की दूरी का समय (से.) |
30 | 18 | 9 | 2 |
60 | 54 | 3 | |
90 | 27 | 4 |
उपर्युक्त दूरियाँ गीली सड़क पर किस प्रकार परिवर्तित होंगी ?
उत्तर:
चाल किमी./ घंटा | कुल रुकने की दूरी | प्रतिक्रिया दूरी | तय दूरी काल |
30 | 18 | 9 | 2 |
60 | 54 | 18 | 3 |
90 | 108 | 27 | 4 |
द्वितीय स्थिति में,
तृतीय स्थिति में कुल रुकावट दूरी = 27 × 4 = 108
गीली सड़क होने पर प्रतिक्रिया दूरी बढ़ जाएगी।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रतिक्रिया दूरी क्या होती है ?
उत्तर:
ड्राइवर द्वारा तय की गयी दूरी जब उसे खतरे – का आभास होता है और वह उस समय अन्तराल में ब्रेक लगाता है, प्रतिक्रिया दूरी कहलाती है।
प्रश्न 2.
रुकावट दूरी क्या होती है ?
उत्तर:
उस निश्चित समय अन्तराल के अन्तर्गत तय की गयी दूरी, जब गाड़ी में ब्रेक लगाए जाते हैं और गाड़ी रुक जाती है, रुकावट दूरी कहलाती है।
प्रश्न 3.
प्रतिक्रिया दूरी ज्ञात करने का क्या सूत्र है ?
उत्तर:
प्रतिक्रिया दूरी = चाल × समय
प्रश्न 4.
फार्मूला वन (F1) रेस ट्रैक का एक चित्र बनाइए।
उत्तर:
प्रश्न 5.
एक खाली टूक तथा एक भारी सामान से लदा ट्रक समान वेग से चल रहे हैं। ब्रेक द्वारा समान मंदक-बल लगने पर कौन – सा पहले रुक जाएगा और क्यों ?
उत्तर:
खाली ट्रक पहले रुक जाएगा। समान वेग से चल रहे होने पर खाली ट्रक का संवेग कम है, अत: रुकने पर (संवेग = शून्य) खाली ट्रक में संवेग परिवर्तन भी कम होगा।
चूँकि संवेग परिवर्तन = बल का आवेग
= बल × समयान्तराल,
अत: दोनों ट्रकों पर समान मंदन-बल लगने पर खाली ट्रक के रुकने का समयान्तराल कम होगा।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
एक गतिमान कार तथा ट्रक की गतिज ऊर्जायें समान हैं। यदि इन्हें ब्रेकों द्वारा समान मंदक-बल लगाकर रोकें तो कौन सा वाहन अधिक दूरी चलकर रुकेगा ? कारण भी लिखिए।
उत्तर:
ब्रेक लगाने के बाद दोनों रुकने से पहले समान दूरी चलेंगे। इसका कारण यह है कि दोनों की गतिज ऊर्जायें समान होने से उन्हें रोकने के लिए वाहन-बल द्वारा समान कार्य किया जायेगा। चूँकि कार व ट्रक पर लगे मंदक-बल बराबर हैं, अत: बराबर कार्य के लिए दोनों गाड़ियों को समान दूरी चलनी होगी।
प्रश्न 2.
फॉर्मूला वन कारों को मोड़ने में परेशानी न हो इसलिए इन कारों की गति को कैसे नियन्त्रित किया जाता है।
उत्तर:
फॉर्मूला वन कारों को मोड़ने की गति को काफी हद तक वायुगतिकीय द्वारा निर्धारित किया जाता है। कारों की Aerodynamic डिजाइन (एक विशेष डिजाइन) के कारण वे मोड़ों पर तीव्र गति से आगे बढ़ जाती हैं।
प्रश्न 3.
खतरनाक ड्राइविंग के लिए भारत में कौन-सा कानून बना है?
उत्तर:
मोटर-वाहन अधिनियम के सेक्शन 112-183 में खतरनाक ड्राइविंग करने के जुर्म में 1000 रुपये तक का जुर्माना एवं/या 6 वर्ष के कारावास का प्रावधान है।
प्रश्न 4.
रुकावट दूरी किन-किन बातों पर निर्भर करती है?
उत्तर:
- सड़कों की स्थिति
- मौसम
- वाहन के टायर व ब्रेकों की स्थिति
प्रश्न 5.
प्रत्यक्ष संघट्ट क्या होता है ? एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
यदि संघट्ट के पूर्व तथा पश्चात् पिण्डों का वेग एक ही सरल रेखा के अनुदिश रहे तो इस प्रकार के संघट्ट को एक विमीय अथवा प्रत्यक्ष संघट्ट कहते हैं।
उदाहरण – एक कार व ट्रक में आमने-सामने की टक्कर।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
एक सामान्य सड़क पर ब्रेक लगाने पर 4.4 मी./से2 का मंदन उत्पन्न होता है। यदि एक कार 10 किमी./घंटा की चाल से चल रही है और उसको एक अवरोध दिखायी देता है तथा प्रतिक्रिया दूरी 3 मीटर है तो कुल रुकावट दूरी ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
दिया है, अन्तिम वेग (v) = 0
प्रारम्भिक वेग (a) = 10 किमी./घंटा
प्रश्न 2.
एक रेसिंग कार का एक समान त्वरण 4 मी/से.2 है। गति प्रारम्भ करने के 10 सेकण्ड के पश्चात् वह कितनी दूरी तय करेगी?
उत्तर:
बल
पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
टायरों पर धारियाँ (treads) क्यों बनाई जाती हैं ?
उत्तर:
सड़क की सतह तथा टायर के मध्य घर्षण बल बढ़ाने के लिए वाहनों के टायरों की ऊपरी सतह पर धारियाँ बनाई जाती हैं, जिससे तीव्र गति पर वाहन अनियन्त्रित होकर अथवा ब्रेक लगाने पर फिसले नहीं।
प्रश्न 2.
प्रत्येक वाहन टायर में विशिष्ट प्रकार की धारियाँ पायी जाती हैं। ये दुर्घटना की स्थिति में किस प्रकार मददगार होती हैं ?
उत्तर:
विशेष खाँचों के होने से टायर की सड़क पर पकड़ मजबूत रहती है और दुर्घटना होने पर टायर फिसलता नहीं है। विशेष खाँचे बेहतर घर्षण प्रदान करते हैं।
प्रश्न 3.
टायरों में हवा निर्धारित सीमा से न तो कम होनी चाहिए और न ही अधिक। क्यों ?
उत्तर:
टायर में अधिक हवा भरने पर टायर गर्म होकर वायु दाब अधिक उत्पन्न करता है जिससे टायर फट जाता है। कम हवा भरने पर टायर की ट्यूब में पंक्चर होने या ट्यूब फटने की सम्भावना अधिक हो जाती है।
प्रश्न 4.
वाहनों में ईंधन तेल का प्रयोग क्यों करते हैं ?
उत्तर:
ईंधन तेल द्वारा इंजिन कार्य करता है। यह रासायनिक ऊर्जा को यान्त्रिक ऊर्जा में बदलता है जिसके कारण वाहन का चलना संभव होता है।
प्रश्न 5.
जब वाहन किसी स्थिर वस्तु से टकराता है तो वह पीछे की ओर क्यों उछलता है ?
उत्तर:
न्यूटन के प्रत्यास्थ टक्कर नियम के अनुसार पूर्ण प्रत्यास्थ संघट्ट में पिंडों के सापेक्ष वेग परिमाण में अपरिवर्तित रहते हैं, परन्तु दिशा में उत्क्रमित (विपरीत) हो जाते हैं। अतः जब कोई हल्का वाहन किसी भारी अवरोध से टकराता है तो वह टकराने के बाद उतने ही वेग से वापस लौट जाता है परन्तु अवरोध स्थिर ही बना रहता है (जो कि से पहले भी स्थिर था)।
प्रश्न 6.
एक ट्रक तथा एक कार के टकराने पर दोनों में से किस पर अधिक बल कार्य करता है ? अपना उत्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 7.
जब आप घुमावदार रास्ते पर गतिशील हैं तो किस प्रकार का बल आपके शरीर पर कार्य करता है ? बताइए।
उत्तर:
अभिकेन्द्रीय बल।
प्रश्न 8.
गोल या घुमावदार पथ पर सीमा से अधिक गति पर प्रतिबन्ध है। कारण बताइए।
उत्तर:
यदि वृत्ताकार मोड़ की त्रिज्या r है तो वृत्ताकार मोड़ को सुरक्षित पार करने के लिए वाहन की अधिकतम चाल \(v = \sqrt { \left( \mu _ { s } r g \right) }\) होगी, जहाँ \(\mu _ { s }\) स्थैतिक घर्षण गुणांक है। यदि वाहन की चाल इससे अधिक होगी तो वाहन मोड़ पर मुड़ते समय फिसल जाएगा। चूंकि अन्दर के पहियों की मोड़ के केन्द्र से दूरी कम होने के कारण इनके लिए अधिकतम चाल कम होगी, अतः अन्दर वाले पहिये सड़क को पहले छोड़ेंगे तथा गाड़ी बाहर की ओर उतर जाएगी।
प्रश्न 9.
सुरक्षित ड्राइविंग हेतु ब्रेक सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। ब्रेक लगाने पर वाहन क्यों रुक जाता है ? ब्रेक की कार्यप्रणाली समझाइए।
उत्तर:
ब्रेक लगाने पर घर्षण बल बढ़ जाता है जो वाहन के चलने की दिशा के विपरीत दिशा में कार्य करता है। स्वचालित वाहनों को रोकने के लिए उच्च घर्षण गुणांक वाले पदार्थों के ब्रेक प्रयोग में लाये जाते हैं। गाड़ियों में हाइड्रोलिक ब्रेक होते हैं। इनमें एक सिलिण्डर होता है जिसे मास्टर सिलिण्डर कहते हैं। इसमें ब्रेक तेल (एक विशेष प्रकार का तेल, जिसे हाइड्रोलिक तेल कहते हैं) भरा होता है। इसी में एक वायुरोधी पिस्टन P लगा रहता है जो एक लीवर सिस्टम L द्वारा पैडिल B से जुड़ा रहता है। मास्टर सिलिण्डर एक नली T द्वारा पहियों के साथ लगे सिलिण्डर (C) से जुड़ा होता है।
एक सिलिण्डर में दो वायुरोधी पिस्टन P1 तथा P2 लगे रहते हैं, जो क्रमश: ब्रेक शूज s1 व s2 से जुड़े रहते हैं। गाड़ी के सभी पहिये इसी प्रकार नली T से जुड़े रहते हैं। जब ब्रेक के पैडिल B को पैर से दबाते हैं तो मास्टर सिलिण्डर M का पिस्टन P लीवर सिस्टम के माध्यम से सिलिण्डर में अन्दर की ओर गति करता है जिसमें कि इस सिलिण्डर में भरे द्रव पर दाब लगता है। पास्कल नियम के आधार पर यह दाब पिस्टनों P1 व P2 में समान रूप से संचरित हो जाता है जिसमें कि ये पिस्टन एक-दूसरे ब्रेक शूज S1 व S2 को भी दबाते हैं। अत: घर्षण के कारण पहिये की गति पर मन्दक बल लगने लगता है और इसकी गति मंद हो जाती है। इस प्रकार ब्रेक सिस्टम कार्य करता है। जब ब्रेक पैडिल पर से पैरा हटा लेते हैं तो परस्पर स्प्रिंग से जुड़े ब्रेक शूज इनके माध्यम से पुनः अपनी स्थिति में आ जाते हैं जिससे कि ब्रेक काम करना बन्द कर देते हैं
प्रश्न 10.
एयर बैग क्या है ? वाहन में दुर्घटना के समय चोट लगने से ये कैसे सुरक्षा करते हैं ? बताइए।
उत्तर:
एयर बैग एक वाहन सुरक्षा उपकरण है। यह लचीले कपड़े, लिफाफे या गद्दी से मिलकर बना होता है। तेज टक्कर में यह गुब्बारे की भाँति फूल जाता है और वाहन चालक की आगे स्टियरिंग पर टक्कर होने से रोकता है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
किस बल के कारण वाहन तेज गति से सड़कों पर दौड़ सकते हैं ?
उत्तर:
घर्षण बल के कारण।
प्रश्न 2.
वाहनों के टायरों की बनावट एक विशिष्ट प्रकार की होती है कि वे बीच से उभरे होते हैं, क्यों ?
उत्तर:
इनकी बनावट ऐसा करने का कारण यह है कि ऐसा करने से टायरों तथा सड़क के सम्पर्क तल का क्षेत्रफल कम हो जाता है। इसमें लोटनी घर्षण (Rolling friction) कम हो जाता है। अत: वाहन थोड़े ईंधन में काफी दूरी तय कर लेता हैं। अत: टायरों की यह रचना ईंधन की बचत करती है।
प्रश्न 3.
सीट बेल्ट न बाँधने पर किस दण्ड का प्रावधान है ?
उत्तर:
सीट बेल्ट नहीं बाँधने पर चालक पर 100 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है, दोबारा जुर्म करने पर 300 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है।
प्रश्न 4.
समतल वर्तुल मार्ग पर मोड़ते समय कार की अधिकतम चाल के लिए सूत्र लिखिए।
उत्तर:
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
घर्षण क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:
घर्षण के कारण वाहन तेज गति से सड़कों पर दौड़ सकते हैं। यदि वाहन के टायर और सड़क के बीच घर्षण न हो तो वाहन के पहिये एक ही स्थान पर घूमते रहेंगे और टायर आगे नहीं बढ़ेगा।
प्रश्न 2.
पहाड़ों पर बर्फीले रास्तों पर रेत क्यों बिखेरते हैं ?
उत्तर:
ऊँचे पहाड़ों के बर्फीले रास्तों पर वाहन के पहियों तथा बर्फ के बीच घर्षण बल बहुत कम हो जाने के कारण पहिये फिसलने लगते हैं। अत: वाहनों को सुरक्षित रूप से चलाने के लिए इनको आवश्यक घर्षण बल प्रदान करने के लिए इन रास्तों पर रेत बिखेरते हैं।
प्रश्न 3.
गाड़ी के टायरों में पूरी हवा भरने से पेट्रोल की बचत होती है, क्यों ?
उत्तर:
गाड़ी में बैठी सवारियों के भार तथा गाड़ी के स्वयं के भार के कारण सम्पर्क में आये टायरों के भाग कुछ चपटे हो जाते हैं तथा सड़क पर बने गड्ढों से टायर को ऊपर उठाने के लिए कुछ कार्य की आवश्यकता होती है। यदि टायरों में हवा पूरी भरी है तो टायर कम चपटे होंगे तथा इंजन को कम कार्य करना पड़ेगा, जिससे ईंधन कम खर्च होगा।
कार्य एवं ऊर्जा
पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
एक टूक 2500 किग्रा का भार ढोते हुए 30 किमी./घंटा की गति से गतिशील है। रास्ते में वह एक फैक्ट्री के पास रुकता है तथा 500 किग्रा का अतिरिक्त भार उस पर रखा जाता है। पुनः वह 30 किमी./घंटा की गति से चलता है। बताइए कि इसकी गतिज ऊर्जा में कितना परिवर्तन होगा तथा कितना कार्य सम्पन्न होगा?
द्रव्यमान के बढ़ाने या कम करने पर गतिज ऊर्जा में होने वाले परिवर्तन के सम्बन्ध में निष्कर्ष निकालें। क्या आप सोचते हैं कि इससे संवेग में भी परिवर्तन होगा ? यदि हूँ तो कितना ?
उत्तर:
गतिज ऊर्जा में परिवर्तन द्रव्यमान पर भी निर्भर करता है। चूँक संवेग (p), द्रव्यमान (m) के अनुक्रमानुपाती होता है अतः संवेग में भी परिवर्तन आएगा।
प्रश्न 2.
गतिशील वाहन में टकराने पर गतिज ऊर्जा ऊष्मा ऊर्जा में कैसे परिवर्तन होती है, बताइए ?
उत्तर:
यदि दो वाहन टक्कर के पश्चात् आपस में सटे रहें तो कार्य ऊर्जा प्रमेय के अनुसार गतिज ऊर्जा ऊष्मा ऊर्जा में बदल जाती है।
प्रश्न 3.
प्रत्यास्थ वे अप्रत्यास्थ टक्कर में अन्तर बताइए।
उत्तर:
- प्रत्यास्थ टक्कर – यदि टक्कर में निकाय के संवेग व गतिज ऊर्जा, दोनों ही संरक्षित रहें, तो इसे प्रत्यास्थ संघट्ट कहते हैं। ऐसी टक्कर में यान्त्रिक ऊर्जा की हानि नहीं होती।
- अप्रत्यास्थ टक्कर – इस टक्कर में निकाय की गतिज ऊर्जा संरक्षित नहीं रहती परन्तु उसका संवेग संरक्षित रहता है। इस टक्कर में गतिज ऊर्जा का कुछ भाग ऊष्मा, ध्वनि, प्रकाश आदि के रूप में बदल जाता है, अत: अप्रत्यास्थ टक्कर में गतिज ऊर्जा कम हो जाती है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
दो समान द्रव्यमान के वाहन एक ही रेखा में क्रमशः u1 तथा u2 वेग से गति करते हुए प्रत्यास्थ संघट्ट करते हैं। संघट्ट के पश्चात् इनके वेग क्या होंगे ?
उत्तर:
इनके वेग परस्पर बदल जायेंगे।
प्रश्न 2.
एक हल्का वाहन u वेग से गतिमान एक दूसरे स्थिर भारी वाहन से प्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संघट्ट के पश्चात् इनके वेग क्या होंगे ?
उत्तर:
हल्का वाहन u वेग से ही वापस लौट आयेगा तथा भारी पिण्ड स्थिर ही रहेगा।
प्रश्न 3.
कार्य ऊर्जा प्रमेय क्या है ?
उत्तर:
किसी नियत बल द्वारा किसी वस्तु पर किया गया कार्य उसकी गतिज ऊर्जा में परिवर्तन के बराबर होता है।
प्रश्न 4.
यदि किसी भार का रेखीय संवेग 20 किग्रा. मी./से. तथा गतिज ऊर्जा 400 जूल हो तो कार का द्रव्यमान क्या होगा ?
उत्तर:
प्रश्न 5.
एक हल्की कार और एक भारी ट्रक की गतिज ऊर्जाएँ समान हैं तो किसका संवेग अधिक होगा ?
उत्तर:
भारी ट्रक का संवेग अधिक होगा।
प्रश्न 6.
एक कार और एक ट्रक के संवेग समान हैं तो किसकी गतिज ऊर्जा अधिक होगी ?
उत्तर:
कार की गतिज ऊर्जा अधिक होगी।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
जब दो वाहन आपस में टकराकर परस्पर चिपक कर गतिमान हो जाते हैं तो यह संघट्ट प्रत्यास्थ है अथवा अप्रत्यास्थ तथा क्यों ?
उत्तर:
अप्रत्यास्थ, क्योंकि इस प्रक्रिया में गतिज ऊर्जा की हानि होती है।
प्रश्न 2.
एक कार एवं ट्रक के संवेग (p) समान हैं। किसकी गतिज ऊर्जा (K) अधिक होगी ?
उत्तर:
(दोनों के लिए संवेग (p) समान है)
अत: कार की गतिज ऊर्जा K अधिक होगी।
प्रश्न 3.
यदि किसी वाहन की गतिज ऊर्जा चार गुनी कर दी जाए तो इसका संवेग कितना गुना हो जाएगा ?
उत्तर:
प्रश्न 4.
यदि कोई वाहन चालक वाहन में बगैर सुरक्षा का ध्यान किए सामान को ले जा रहा है तो उसके लिए दंड का प्रावधान क्या है ?
उत्तर:
मोटर वाहन अधिनियम के सेक्शन MMVR 202177 के अनुसार ड्राइवर पर 100 रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है।
ध्वनि
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
(क) सड़क पर वह संकेत बताइए, जहाँ हॉर्न का प्रयोग वर्जित है।
(ख) सड़क संकेत में वृत क्या दर्शाता है?
(ग) लाल गोला किस प्रकार का निर्देश देता है?
उत्तर:
(क) संकेत
(ख) वृत ‘आज्ञा देने की स्थिति’ को दर्शाता है।
(ग) लाल वृत यह दर्शाता है कि ‘यह क्रियाकलाप आपको बिल्कुल नहीं करना है। जैसे आपको सीमा 80 किमी/घंटा रखनी है, निर्धारित ऊँचाई से अधिक के वाहनों का प्रवेश निषिद्ध है।
प्रश्न 2.
(क) सड़क पर ध्वनि प्रदूषण कम करने के सुझाव दीजिए।
उत्तर:
सड़क पर ध्वनि प्रदूषण को कम करने के उपाय हैं-
- सड़क के किनारे युकेलिप्टस, जामुन, शीशम के पेड़ लगाने चाहिए। ये पेड़ ध्वनि प्रदूषण को कम करते हैं।
- सड़कों की स्थिति अच्छी होनी चाहिए। ऊबड़-खाबड़ सड़क पर ध्वनि प्रदूषण अधिक होता है।
- गाड़ियों के साइलेंसर सही दशा में होने चाहिए।
- पुराने वाहनों को सड़क पर चलाने की रोक होनी चाहिए।
- बिना ध्वनि प्रदूषण सर्टिफिकेट वाले वाहनों का सड़क पर प्रवेश वर्जित होना चाहिए।
- तेज गति के कारण उत्पन्न ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए स्पीड ब्रेकरों को सड़क पर होना चाहिए।
- गाड़ी के इंजिन की समय पर जाँच जरूरी है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
अति लघूत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
मानव कर्ण के लिए औसतन श्रव्य सीमा क्या है ?
उत्तर:
20 Hz से 20,000 Hz.
प्रश्न 2.
शोर को किससे मापते हैं ?
उत्तर:
शोर या ध्वनि को डेसीबल (dB) में मापते हैं।
प्रश्न 3.
ध्वनि प्रदूषण को रोकने में पेड़ किस प्रकार सहायक हैं ?
उत्तर:
पेड़ ध्वनि का अवशोषण करते हैं। इस प्रकार ये ध्वनि प्रदूषण को काफी हद तक कम करते हैं।
लघूत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
सड़क ट्रैफिक शोर क्या है ?
उत्तर:
सड़कों पर मोटर, ऑटो के साइलेंसर की आवाज, खराब वाहनों के शोर, ऊबड़-खाबड़ सड़क के कारण उत्पन्न शोर सड़क ट्रैफिक शोर कहलाता है।
प्रश्न 2.
ध्वनि प्रदूषण के प्रतिकूल प्रभाव बताइए।
उत्तर:
- यह मानव की दक्षता में कमी उत्पन्न करता है।
- एकाग्रता की कमी होती है।
- ध्वनि प्रदूषण से गर्भपात हो जाता है।
- यह रक्तचाप में परिवर्तन करता है।
- यह अस्थायी या स्थायी बहरापन उत्पन्न करता है।
- जैव पदार्थों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
- जानवरों पर नकारात्मक असर होता है।
प्रश्न 3.
शान्ति क्षेत्र में हॉर्न का प्रयोग करने पर क्या दंड है?
उत्तर:
सेक्शन 21 (iii) RRR 177 मोटर एक्ट के अनुसार शान्ति क्षेत्र (No Horn Zone) में हॉर्न का प्रयोग करने पर 100 ₹ तक का जुर्माना हो सकता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
मानव स्वास्थ्य पर सड़क के ध्वनि प्रदूषण द्वारा उत्पन्न प्रभावों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सड़क के शोर की अवांछित ध्वनि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को हानि पहुँचा सकती है। ध्वनि प्रदूषण चिड़चिड़ापन एवं अक्रामकता के अतिरिक्त उच्च रक्तचाप, तनाव, श्रवण शक्ति का ह्मस, नींद में गड़बड़ी और अन्य हानिकारक प्रभाव पैदा कर सकता है। सड़क पर उत्पन्न शोर से ध्वनि प्रजनित श्रवण शक्ति का ह्रास हो सकता है। शोर का उच्च स्तर हृदय संबंधी रोगों को जन्म दे सकता है।
प्रश्न 2.
सड़क पर हॉर्न वाले शोर को नियंत्रण करने के लिए क्या रणनीति अपनाई जानी चाहिए।
उत्तर:
- ध्वनि अवरोधक का प्रयो।
- मारी वाहनों पर प्रतिबंध
- वाहनों की गति पर प्रतिबंध
- सड़क के धरातल में परिवर्तन
- टायरों के विशेष डिजायन
- स्वचलित वाहनों का अधिक प्रयोग
- सड़क के किनारे अधिक पेड़ों को लगाना
- यातायात नियंत्रण के नियमों का पालन
- सड़क पर होने वाले शोर के लिए कम्प्यूटर मॉडल तैयार करने आदि जैसी रणनीतियाँ अपनाई जानी चाहिए।
We hope the given RBSE Solutions for Class 9 Science Chapter 16 सड़क सुरक्षा will help you. If you have any query regarding Rajasthan Board RBSE for Class 9 Science Chapter 16 सड़क सुरक्षा, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.
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