Rajasthan Board RBSE Class 10 English Literature Reader Golden Rays Prose Chapter 2 On Violence Notes, Summary, Word Meanings, Hindi Translation and Passages for comprehension.
On Violence RBSE Class 10 English Notes
On Violence Theme Of The Lesson
In the present article J. Krishnamurti reflects a light on the dangers of violence. He is much concerned with its consequences. Violence only kills people and it has no power of creation, it is only destructive. Violence, antagonism, hate, cruelty, ugly criticism and anger inherent in human beings never allow them to become rational. They are bound to become part of our society which is based on traditional values. Krishnamurti urges us to adopt a new culture free of violence, hate, anger and antagonism. He thinks that we can establish a new culture with the help of education. When we are educated, we are free of violence, hate and antagonism. We have love, affection and generosity towards others. Our life becomes meaningful and we are able to enjoy the extraordinary bliss of nature.
पाठ का सारे इस अनुच्छेद में जे. कृष्णमूर्ति ने हिंसा के खतरे पर प्रकाश डाला है। वे इसके परिणाम के प्रति अत्यधिक चिंतित दिखते हैं। हिंसा सिर्फ मनुष्य की हत्या ही कर सकता है और इसमें रचना की क्षमता का अभाव है, यह तो मात्र विध्वंसक शक्ति है। मानवों में मौजूद हिंसा, नफरत, क्रूरता, विरोध, भद्दी आलोचना और स्वभाविक क्रोध की भावना उन्हें विवेक से युक्त करता है। वे हमारे समाज का एक हिस्सा बन जाते हैं जो हमारे समाज के पारंपरिक मूल्यों पर आधारित है। कृष्णमूर्ति हमलोगों से आग्रह करते हैं कि हम एक ऐसी संस्कृति को स्वीकार करें जो हिंसा, नफरत, क्रोध और आपसी विरोध से मुक्त हो। वे मानते हैं कि हम शिक्षा के माध्यम से एक नई संस्कृति की स्थापना कर सकते हैं। जब हम सुशिक्षित होंगे तो निश्चय ही हम आपसी विरोध, हिंसा और नफरत से मुक्त होंगे। तब हमारा जीवन उदारता, प्रेम व स्नेह जैसे सद्गुणों से युक्त हो जाएगा और हम प्रकृति प्रदत्त विशिष्ट उपहारों का आनंद ले सकेंगे।
Short Summary Introduction: Violence has two forms of physical violence and inward violence. Physical violence means to kill and hurt other people without a thought. On the other hand inward violence is to battle with ourselves and the others in our thoughts.
संक्षिप्त सारांश परिचय: हिंसा के दो रूप (शारीरिक हिंसा और अंतर्मन की हिंसा, होती है। शारीरिक हिंसा का अर्थ किसी दूसरे को बिना विचारे जान से मारना अथवा आघात (चोट) पहुंचाना होता है। दूसरी ओर अंतर्मन की हिंसा से तात्पर्य हमारा अपने-आप के साथ किया जाने वाला संघर्ष और अपने विचारों का दूसरों के साथ होने वाला द्वंद्व है।
Ultimate violence: The ultimate violence is the war which is fought in the name of religions or nations for a peace of land. It ultimately kills people on a large scale. Human beings are always ready to kill others and also to be killed themselves. Hence they contribute to the world of violence.
अतिम हिंसा: अंतिम हिंसा वह युद्ध है जिसमें व्यक्ति अथवा समुदाय किसी देश की भूमि के एक छोटे से टुकड़े को अपने अधीन करने के लिए अथवा धर्म के नम पर लड़ता है। अंततः इस हिंसा में बड़े पैमाने पर लोगों को मौत के घट उतार दिया जाता है। मानव समुदाय तो हमेशा दूसरों को मारने के लिए और उसके द्वारा मारे जाने के लिए तैयार रहता है। और इस तरह से वह विश्व समुदाय के बीच हिंसा का ही योगदान करता है।
Struggle between rich and poor: There is enormous violence between rich and poor people. Rich wants to keep people poor and poor wants to get rich and hate them.
अमीरों और गरीबों के बीच का युद्धः अमीरों और गरीबों के बीच सदा से एक लंबा युद्ध चलता आ रहा है। अमीर गरीब को गरीब बनाए रखना चाहता है जबकि गरीब अमीर बनना चाहता है और इस क्रम में वह अमीरों से करत करता है।
The importance of education: Education help people to become free of violence, antagonism, hate, cruelty, ugly criticism and anger. When they are free from such weakness, they become rational beings.
शिक्षा का महत्त्वः शिक्षा लोगों को हिंसा, क्रोध, नफरत, भद्दी निंदा और विरोध मुक्त होने में सहयोग प्रदान करती है। जब मनुष्य इन कमजोरियों से मुक्त हो जाता है तो वह एक समझदार प्राणी बन जाता है।
The establishment of new culture: The author thinks that some new culture is needed for the world. The old culture is dead, buried, burnt, exploded and vapourised. It has produced only all the confusion and misery for human beings. The old culture created by our generations needs to be changed. Only a new culture can be free of violence, hate, antagonism, anger and ugly criticism.
नई संस्कृति की स्थापना: लेखक का मानना है कि विश्व के लिए एक नई संस्कृति की आवश्यकता है। पुरानी संस्कृति मर चुकी है, दफन हो चुकी है, ध्वस्त हो चुकी है और वह वाष्पित होकर समाप्त चुकी है। इसने मानवों के मध्य भ्रम की स्थिति और मुसीबत को ला खड़ा कर दिया है। हमारे पूर्वजों द्वारा स्थापित पुरानी संस्कृति को बदल डालने की आवश्यकता है। मात्र नयी संस्कृति ही हमें हिंसा, करत, अपने-आप से नफरत, आलोचना, आपसी मतभेद, क्रोध और भद्दी आलोचना से मुक्ति दिलाता है।
The need of love, kindness and generosity: As human beings grow up, they constantly go through immense misery. They are in constant battle with themselves and their family. They even quarrel with God. They need love, affection, kindness, and generosity. Even their Ph.D. degree fails to make them happy. They are counted as really worse than animals.
प्रेम, स्नेह, उदारता और दयालुता की आवश्यकताः जैसे-जैसे मनुष्य बड़ा होता जाता है वैसे-वैसे वह लगातार कष्टों के दौर से भी गुजरता जाता है। वे सतत् अपने-आप के साथ, अपने परिवार के सदस्यों के साथ उलझता रहता है। यहां तक कि वे भगवान के साथ भी उलझते रहते हैं। यही नहीं उनका पीएच. डी की डिग्री भी उन्हें खुश रखने में असफल है। वास्तव में उनकी गणना पशुओं से भी गए गुजरे जीव में होती है।
The need of proper knowledge about violence: Human beings must know the problems of violence. They should be exposed to it from the very beginning otherwise they will also become part of it with the rest of the world. Without love, affection, charity and generosity, their life will become a terrible business. They should know the problems of violence and must decide whether they desire to continue with violence or stand against it.
हिंसा के वारे में उपयुक्त ज्ञान की आवश्यकता : हिंसा की समस्या को मानव समुदाय निश्चय ही जानें। उनके लिए आवश्यक है कि वे इसकी व्याख्या जड़ से ही करे अन्यथा वे भी विश्व के अन्य समुदाय की तरह इसका एक अंग बन कर रह जाएंगे। बिना प्रेम, स्नेह, दान और उदारता के उनका जीवन एक भय उत्पन्न करने वाला व्यवसाय बन कर रह जाएगा। वे हिंसा की समस्या के वारे में जाने और उसे यह निर्णय लेना होगा कि वह हिंसा को आगे बढ़ाने का काम करता है या फर इसके विरोध में खड़ा होता है।
The meaning of life: Life has a solid meaning which is full of joy. An open heart and mind is essential to enjoy life. When a man is not frightened, life is no longer violent and his open mind can enjoy the supreme joy of nature. The author suggests that human beings can achieve such a state of mind through education.
जीवन और उसका अर्थ : जीवन का एक गहरा अर्थ है। जो खुशियों का भंडार है। जीवन का आनंद लेने के लिए आवश्यक है कि व्यक्ति का हृदय और मन दोनों ही खुला हो। जब कोई व्यक्ति भयभीत नहीं है तो उसके जीवन में हिंसा का कोई स्थान नहीं है और उसका मस्तिष्क (मन) प्रकृति के सर्वोत्तम आनंद का अनुभव कर सकता है। लेखक यहां सलाह देते हैं कि मानव समुदाय शिक्षा के माध्यम से मानसिक आनंद के इस स्तर को प्राप्त कर सकता है।
On Violence Main Points Of The Story
- A great deal of violence is found in the world.
संसार में हिंसा का बहुत बड़ा व्यापार लगातार चल रहा है। - Physical violence and inward violence are two forms of violence.
शारीरिक (भौतिक) हिंसा और अंतर्मन की हिंसा इसके दो भेद हैं। - The war is the ultimate violence, which kills people for different ideas.
हिंसा का अंतिम परिणति युद्ध है जो अलग-अलग विचारों के लिए लोगों को मार देता है। - Violence, antagonism, hate, cruelty and anger are against rationality.
आपसी विरोध, घृणा, हिंसा, क्रूरता और क्रोध आदि विवेक शक्ति के विरोध में काम करता है। - Human beings grow up and become part of society based on old culture.
मानव समुदाय बढ़ता है और पुरानी संस्कृति पर आधारित समाज का अंग बन जात है। - A new culture is needed to build a new world.
एक नए संसार का निर्माण करने के लिए नई संस्कृति की आवश्यकता होती है। - Only education has power to create a new world.
महज शिक्षा में ही ऐसी शक्ति है कि वह एक नए संसार का निर्माण कर सके। - Love, affection, charity and generosity are needed for a open heart.
मुक्त हृदय वाले व्यक्ति के लिए यह आवश्यक है कि उसकी आत्मा में प्रेम, स्नेह, दान और दयालुता की भावना विद्यमान हो। - Only an open heart and mind can enjoy the bliss of nature.
मात्र मुक्त हृदय और मन वाला व्यक्ति ही प्रकृति की नेमतों का आनंद ले पाने में सक्षम है। - Education opens our minds towards the problems of violence.
हिंसा की समस्या के प्रति शिक्षा ही हमारे मस्तिष्क को खोल कर रख देती है।
On Violence Passages For Comprehension With Hindi Translation
♦ Passage-1: (Page 21)
There is a great deal of violence in the world. There is physical violence and also inward violence.
Physical violence is to kill another, to hurt other people consciously, deliberately, or without thought, to say cruel things, full of antagonism and hate;
and inwardly, inside the skin, to dislike people, to hate people, to criticize people.
Inwardly, we are always quarreling, battling, not only with others, but with ourselves;
We want people to change, we want to force them to our way of thinking.
इस संसार में हिंसा का बहुत बड़ा व्यापार चल रहा है। यह भौतिक (शारीरिक) हिंसा और अंतर्मन की हिंसा के रूप में जाना जाता है। शारीरिक हिंसा वह है जिसमें जान बूझ कर, सोच विचार कर अथवा बिना किसी विचार के किसी व्यक्ति द्वारा किसी अन्य को जान से मारना, आघात पहुंचाना अथवा विभेदकारी तथा घृणास्पद शब्द कह देना है। और अंतर्मन के तहत, त्वचा के अंदर, लोगों को पसंद न करना, लोगों से करत करना, लोगों की निंदा करना, आता है।
अंतर्मन के तहत हम न केवल दूसरों के साथ संघर्ष करते हैं, टकराव की भावना रखते हैं बल्कि अपने-आप से भी
संघर्ष करते हैं। हम चाहते हैं कि लोग अपने-आप को बदल ले, उन्हें हम
अपनी विचारधारा के मार्ग पर चलने के लिए वाध्य करते हैं।
♦ Difficult words (कठिन शब्द)
violence (वाइलेंस)-act of showing physical force so as to hurt, abuse or damage, हिंसा, शारीरिक शक्ति के इस प्रकार से प्रयोग करने की प्रक्रिया जिससे अनुभव हो कि किसी को आघात पहुंचाया जा रहा है, गाली अथवा क्षति। Inward (इनवार्ड)-into the mind, मन के अंतर्गत।। Consciously (कॉन्शसली)-knowing, जानते हुए। Deliberately (डिलिबरटली)-intentionally. जान-बूझे कर। Aatagonism (एन्टागनिज्म)-aggressive opposition, लडाक/लडाका प्रतिद्वंद्वी। criticize (क्रिटिसाइज्) disapprove, खंडन करना। Battling (बैलिंग)-struggling, संघर्ष।
Questions:
(a) How much violence is found in the world?
(b) What are the two types of violence mentioned in the above passage?
(c) What does the author desire here?
(d) Write the word from the passage which means the same as lots of.
Answers:
(a) A great deal of violence is found in the world.
(b) Physical and inward violence are mentioned in the above passage.
(c) The author desires to change people here.
(d) A great deal of.
Passage-2: (Page 21)
In the world, as we grow up, we see a great deal of violence, at all levels of human existence.
The ultimate violence is war-the killing for ideas, for so-called religious principles, for nationalities, the killing to preserve a little piece of land.
To do that, man will kill, destroy, maim and also be killed himself.
There is enormous violence in the world, the rich wanting to keep people poor and the poor wanting to get rich and in the process of hating the rich.
And you, being caught in society, are also going to contribute to this.
इस संसार में जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं उसी हिसाब से मानव का अस्तित्व बनाए रखने के लिए विभिन्न स्तरों पर भारी मात्रा में हिंसा का नजारा देखते हैं।
हिंसा का अंतिम स्वरूप युद्ध-विचारों की समाप्ति, होता है। जो तथा कथित धार्मिक सिद्धांतों के नाम पर, राष्ट्रीयता के नाम पर, जमीन के एक छोटे से टुकड़े की रक्षा के नाम पर लड़ा जाता है।
इसके लिए मनुष्य दूसरों की हत्या करता हैं, नाश करता है, क्षत-विक्षत करने के लिए आघात करता है और कभी अपने-आप को ही समाप्त कर देता है।
इस संसार में भारी मात्रा में हिंसा विद्यमान है, अमीर चाहते हैं कि लोगों को गरीब बनाए रखा जाय, और गरीब चाहता है कि वह भी अमीर बने और इस प्रक्रिया में वह अमीरों से घृणा (नफरत) करने लग जाता है।
और आप, जो इस समाज से बंधे हैं, इसके लिए इसे कुछ देना भी चाहते हैं।
♦ Difficult words (कठिन शब्द)
Existence (एग्जिस्टेंस)-fact of something’s presence, किसी चीज की उपलब्धता का तथ्य। Ultimate (अल्टिमेट)- final stage, अंतिम चरण। Nationalities (नेशनलिटीस्)-status of belonging to a nation, किसी राष्ट्र से संबद्ध प्रतिष्ठा। Preserve (प्रिजर्व)-save from decaying, सड्ने अथवा खराब होने से बचाना। Destroy (डिस्ट्रॉय)—ruin, बरवाद करना। Maim (मेम)-cause injury, चोट का कारण। Enormous (इनॉरमस)-immense, very large, अति विशाल, बहुत बड़ा। Process (प्रासस)-step taken to achieve something, कुछ पाने के लिए उठाया गया कदम। Contribute (कन्ट्रिब्यूट)—ext, योगदान।
Questions:
(a) Where is violence present in the world?
(b) How is the war interpreted by the author?
(C) What do the poor endeavor for?
(d) Write the word from the passage which means ‘dominant idea’.
Answers:
(a) Violence is present at all levels of human existence in the world.
(b) According to the author, war is the ultimate form of violence.
(C) The poor endeavor to become rich.
(d) ‘Principles’
♦ Passage-3: (Page 21)
There is violence between husband, wife and children.
पति, पत्नी और बच्चे के बीच में भी हिंसा है।।
There is violence, antagonism, hate, cruelty, ugly criticism, anger – all this is inherent in man, inherent in each human being.
हिंसा, विरोध, घृणा, क्रूरता, भद्दी आलोचना, क्रोध, ये सभी मानवों के जन्मजात गुण हैं और ये स्वभाविक गुण समस्त मानवों में एक निश्चितम मात्रा में विद्यमान रहता है।
It is inherent in you. And education is supposed to help you to go beyond all that, not merely to pass an examination and get a job.
ये स्वभाविक गुण आपके अंदर भी हैं। और शिक्षा आपको न केवल परीक्षा पास कर नौकरी पाने में मदद करता है बल्कि इन तमाम स्वभाविक गुणों की परिधि से बाहर जाने में भी मददगार साबित होता है।
You have to be educated so that you become a really beautiful, healthy, sane, rational human being, not a brutal man with a very clever brain who can argue and defend his brutality.
आपको इस तरह से शिक्षित होना है ताकि आप वास्तव में सुन्दर, स्वस्थ, समझदार, विवेकशील बन सके, न कि एक चतुर और क्रूर व्यक्ति बनें जो अपनी चातुर्यता का उपयोग अपने क्रूरता की रक्षा करने में करता है।
You are going to face all this violence as you grow up.
आप जैसे-जैसे बड़े होते जाते हैं इन तमाम हिंसाओं का सामना करने को आगे आते हैं।
You will forget all that you have heard here, and will be caught in the stream of society. You will become like the rest of the cruel, hard, bitter, angry, violent world and you will not help to bring about a new society, a new world.
आपने यहां जो कुछ भी सुना उसे भूल सकते हैं, और आपको समाज की मुख्य धारा में स्थान भी मिल सकता है। आप भी उस क्रूर, कठोर, दु:खदायी, क्रोधी, हिंसक विश्व का अंग बन जाते हैं और आप उस नए विश्व के निर्माण में, नये समाज की रचना में अपना कोई योगदान नहीं देते हैं।
♦ Difficult words (कठिन शब्द) –
Inherent (इनहेरेन्ट) inborn, natural, जन्मजात, प्राकृतिक। Sane (सेन)-sensible, ऐन्द्रिक। Rational (रेशनल)- wise, बुद्धिमान। Brutal (ब्रुटल)-violent and cruel, हिंसक एवं क्रूर, Defend (डिफेन्ड)-protect, सुरक्षा। The stream of society (दि स्ट्रीम ऑफ सोसाइटी)-in the direction which society is following, वह दिशा जिस ओर समाज जा रही है।
Questions:
(a) What are inherent in all human beings?
(b) How can education help a human being?
(C) What helps a brutal man defend his cruel act?
(d) Write the word from the passage which is the antonym of ugly’
Answers:
(a) Violence, cruelty, anger, hate and ugly criticism are inherent in all human beings.
(b) Education helps a human being to become beautiful, healthy, sane and rational being.
(c) A clever mind helps a brutal man defend his cruel acts.
(d) ‘Beautiful.
♦ Passage-4: (Pages 21 & 22)
But a new world is necessary.
A new culture is necessary.
The old culture is dead, buried, burnt, exploded, vapourised.
You have to create a new culture.
A new culture cannot be based on violence. The new culture depends on you because the older generation has built a society based on violence, based on aggressiveness.
and it is this that has caused all the confusion, all the misery.
The older generations have produced this world and you have to change it.
You cannot just sit back and say, “I will follow the rest of the people and seek success and position.”
If you do, your children are going to suffer
You may have a good time, but your children are going to pay for it.
लेकिन एक नया संसार आवश्यक है।
एक नई संस्कृति आवश्यक है।
पुरानी संस्कृति जो मर चुकी है, कन हो चुकी है, जल चुकी है, उसका दोहन हो चुका है, वाष्पित हो चुका है।
आपको एक नई संस्कृति का वहन करना है।
एक नई संस्कृति कभी हिंसा पर आधारित नहीं हो सकती।
नई संस्कृति आपके ऊपर निर्भर करती है क्योंकि पूर्वजों की पीढ़ि ने जिस समाज की स्थापना किया था वह हिंसा पर आधारित था, आक्रामक प्रवृति पर आधारित थ,
और यह वही संस्कृति है जो हर प्रकार से भ्रम का कारण है और सभी मुसीबतों का जड़ है।
पुरानी पीढ़ियों के लोगों ने इसे हिंसात्मक संसार को सामने लाया है और आपको इसे बदलना है।
आप पीछे जाकर नहीं बैठ जाना है और यह कहना कि “हमें बांकी के सभी लोगों का अनुकरण करना है पद और फलता प्राप्त करना है।”
और यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके बच्चों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
हो सकता है कि आपका समय बहुत सुन्दर बीत रहा हो लेकिन आपके बच्चे को इसकी कीमत चुकाना पड़ सकता है।
♦ Difficult Words (कठिन शब्द) –
Exploded (एक्सप्लोडेड)-to breakup violently into pieces, हिंसात्मक ढंग से टुकड़ों में तोड़ना। Vapourised (वेपराइज्ड)–disappeared like vapour, वाष्प की तरह विलुप्त हो जाना। Culture (कल्चर)-social behaviour, सामाजिक व्यवहार। Generation (जेनरेशन)—era, age, सहस्राब्दी, आयु। Confusion (कन्फ्युजन)–not clear in mind, दिमाग में कुछ स्पष्ट नहीं। Suffer (सफर)-bear (pain or trouble), (दर्द अथवा कष्ट) वहन करना।
Questions:
(a) What happened to the old culture?
(b) How is the old culture distinct?
(c) Why is it necessary to create a new culture?
(d) Write the word from the passage which means the same as – hostility’.
Answers:
(a) The old culture is dead, buried, burnt, vapourised and exploded.
(b) The old culture is based on violence and aggression.
(c) The new culture is necessary because the old culture is full of confusion and misery.
(d) ‘Aggressiveness’.
♦ Passage-5: (Page 22)
So, you have to take all that into account, the outward cruelty of man to man in the name of God, in the name of religion, in the name of self-importance, in the name of the security of the family.
You will have to consider the outward cruelty and violence, and the inward violence which you do not yet know.
You are still young but as you grow older.
you will realize how inwardly man goes through hell, goes through great misery,
because he is in a constant battle with himself, with his wife, with his children, with his neighbors, with his gods.
He is in sorrow and confusion and there is no love, no kindliness, no generosity, and no charity.
अत: अपको भगवान के नाम पर, धर्म के नाम पर, अपना महत्त्व सावित करने के नाम पर, परिवार की सुरक्षा के नाम पर मनुष्य द्वारा मनुष्य के साथ प्रत्यक्षतः जो क्रूरता पूर्ण व्यवहार किया जाता है. इन सभी बातों को ध्यान में रखना होगा।
आपको प्रत्यक्षत: दिखाई देने वाली अपने वाह्य परिवेश की हिंसा और क्रूरता को तथा अपनी अंतरात्मा में होने वाले द्वन्द्व जिसे आप अभी तक नहीं पहचान सके हैं, दोनों ही पर विचार करना होगा।
आप अभी तक नौजवान हैं लेकिन बढ़ती उम्र के साथ आपको प्रौढ़ भी होना है।
आपको इस बात का अनुभव करना होगा कि किस प्रकार एक मनुष्य अपने अंतरद्वंद्व के चलते नारकीय जीवन जीता है, दुर्दशा को प्राप्त होता है।
क्योंकि वह अपने-आप के साथ, अपनी पत्नी के साथ, अपने संतान के साथ, अपने पड़ोसियों के साथ, अपने आराध्य ईश्वर के साथ लगातार उलझ रहा है।
वह व्यक्ति सदा दुख और भ्रम की स्थिति में बना रहता है। और उसके पास किसी प्रकार का कोई प्रेम पूर्ण वातावरण नहीं है, दयापूर्वक सज्जनता को वातावरण नहीं है, उदारता नहीं है और दान की भावना भी नहीं है।
♦ Difficult Words (कठिन शब्द)
Self-importance (सेल्फ-इम्पोर्टेंस)-ownself value, 37451 Hotel Security (R)-protection from harm, आघात से सुरक्षा। cruelty (क्रएल्टी)-cruel behaviour, harshness. क्रुर व्यवहार, परेशान करना। constant (कॉन्सटेंट)—regular, नियमित/लगातार। confusion (कन्फ्यूजन) disorder, not clear, क्रमहीन, अस्पष्ट। Kindliness (काइन्डलीनेस)-kind feeling, कृपालुता का अनुभव। Generosity (जेनेरोसिटी)-large-hearted, विशाल हृदय वाला।। Charity (चैरिटी)-giving up for someone’s good, किसी और को कोई वास्तु आदि देना!
Questions:
(a) How violence is committed?
(b) What does the author suggest to take into consideration?
(c) Select the word or line from the passage which shows that human beings are ignorant of inward violence.
(d) Write the verb form of ‘ confusion’ used in the passage.
Answers:
(a) Violence is committed in the name of God, religion, self-importance and the security of family.
(b) The author suggests that the causes of violence should be taken into consideration.
(c) The inward violence which you do not know’.
(d) ‘Confuse?
♦ Passage-6: (Page 22)
And a person may have a Ph.D. after his name or he may become a businessman with houses and cars.
but if he has no love, no affection, kindliness, no consideration, he is really worse than an animal because he contributes to a world that is destructive
So, while you are young, you have to know all these things.
You have to be shown all these things.
You have to be exposed to all these things so that your mind begins to think.
Otherwise, you will become like the rest of the world.
And without love, without affection, without charity and generosity, life becomes a terrible business.
और एक आदमी जिन्होंने अपने नाम पर पीएच. डी. की डिग्री हासिल कर लिया है अथवा एक बड़ी व्यवसायी हो गया है। जिनके पास अपना बंगला और गाड़ी भी है।।
लेकिन यदि उसके पास प्रेम नहीं है, स्नेह नहीं है, सज्जनता नहीं है, विचार करने की क्षमता नहीं है, निश्चय ही वह एक पशु से भी गया गुजरा है क्योंकि वह विश्व समुदाय को जो योगदान दे रहा है वह विध्वंसात्मक है।
अतः, जबकि आप एक नौजवान हैं, आपको इन तमाम बातों को जानना चाहिए।
आपको इन सभी बातों को प्रदर्शित भी करना चाहिए।
आपको इन सभी बातों को प्रकट भी करना चाहिए ताकि आपकी आत्मा विचार करना प्रारंभ कर दे।
अन्यथा आप भी उस शेष विश्व के मानवों के समान हो जाएंगे।
और बिना प्रेम, बिना स्नेह, बिना दान और सहृदयता के बिना आपका जीवन एक भय दायक व्यवसाय बन कर रह जाएगा।
♦ Difficult Words (कठिन शब्द) –
Affection (अफेक्शन)-liking, संपर्क। Destructive (डिस्ट्रक्टिव)-harmful, हानिकारक। Exposed (एक्सपोज्ड)- brought to light, प्रकाश में लाना (प्रकट करना)
Questions:
(a) How is a person worse than animals?
(b) When does a person with a Ph.D. contribute to the world of violence?
(c) Why should human beings be exposed to the causes of violence?
(d) Write the word from the passage which means the same as-unaware’.
Answers:
(a) A person without love, affection, kindness and consideration is worse than animals.
(b) In the absence of love, kindness and consideration, a even person with Ph.D
contributes to the world of violence.
(c) Human beings should be exposed to the cause of violence so that their minds can
begin thinking about the causes of violence.
(d) ‘Ignorant.
♦ Passage-7: (Page 22)
That is why one has to look into all these problems of violence. Not to understand violence is to be really ignorant, is to be without intelligence and without culture.
Life is something enormous, and merely to carve out a little hole for oneself and remain in that little hole, fighting off everybody, is not to live.
It is up to you.
From now on you have to know about all these things.
You have to choose deliberately to go the way of violence or to stand up against society
Be free, live happily, joyously, without any antagonism, without any hate.
Then life becomes something quite different.
Then life has a meaning, is full of joy and clarity.
यही कारण है कि कोई व्यक्ति हिंसा की समस्या पर क्यों विचार करता है।
वास्तव में यह कभी नहीं समझना चाहिए कि हिंसा से अनभिज्ञ रहना, बौद्धिक क्षमता और संस्कृति के ज्ञान के बिना संभव है।
यह जीवन बहुत बड़ा है और बड़ी मुश्किल से इसमें हम अपने लिए एक छोटा से छेद बनाए रखते हैं और शेष बचे उस छोटे से छेद के अंतर्गत हम सभी के साथ होने वाले संघर्ष को विराम दे देते हैं। क्या यह जीने के लिए काफी नहीं है। यह स्तरे आपसे ऊपर है।
इसी समय से आपको चाहिए कि इन तामम चीजों को जानना जरूरी है।
आपको बड़ी सावधानी के साथ अपने रास्ते का चयन करना है कि आप हिंसा के मार्ग पर जाना पसंद करेंगे या फिर इसके विरोधी खेमे में जाना है।
बिना किसी घृणा के, बिना किसी भेद-भाव के आप मुक्त हृदय से खुशी पूर्वक, हर्ष के साथ रह सकते हैं।
फिर आपका जीवन निश्चय ही कुछ अलग सा दिखने लगेगा। इसके बाद जीवन को एक अर्थ मिल जाएगा जो स्पष्टता से युक्त और खुशियों से भरा होगा।
♦ Difficult words (कठिन शब्द)
Ignorant (इग्नोरेन्ट)–unaware/lacking knowledge, अनजान/ज्ञानहीन, अल्पज्ञानी। Intelligence (इन्टेलिजेन्से)wisdom, बुद्धि, carve out (कर्व आउट)– develop, make, विकसित, बनाया गया। Deliberately (डिलेबरेटली)carefully, सावधानी के साथ। Joyously (जॉयसली)-Full of joy, हर्ष से पूर्ण। clarity (क्लेरिटी)- understandable, समझने योग्य।
Questions:
(a) How is a person ignorant, without intelligence and culture?
(b) What does the author suggest to the human beings?
(c) When does life have meaning?
(d) Give the noun form of differ’ used in the passage.
Answers:
(a) When a person does not try to understand the problems of violence, he is ignorant, without intelligence and culture.
(b) The author suggests that human beings should come out of the ways of violence.
(C) When life is lived happily, it is full of joy and clarity. It is also free from antagonism, hate and cruelty.
(d) Difference’
♦ Passage-8: (Page 23)
When you woke up this morning, did you look out of the window? If you did, you would have seen those hills become saffron as the sun rose against that lovely blue sky. And as the birds began to sing and the early morning cuckoo cooed, there was a deep silence all around, a sense of great beauty and loneliness, and if one is not aware of all that, one might just as well be dead. But only a very few people are aware.
You can be aware of it only when your mind and heart are open,
when you are not frightened when you are no longer violent.
Then there is joy, there is an extraordinary bliss of which very few people know,
and it is part of education to bring about that state in the human mind.
जब आज सुबह तुम सो कर उठे तो क्या तुमने अपने कमरे की खिड़की से बाहर झांका था।
अगर तुमने ऐसा किया था तो तुमने पाया होगा कि उस पर्वत के पीछे नीले आकाश में उग रहे सूर्य की पीले किरणों का पूंज
उस पर पड़ने के चलते वह पर्वत पीले रंग का दिखाई दे रहा है।
और पक्षियां गाना शुरू कर देती है व तड़के सबेरे से ही कोयले कूकने लगती है।
वहां चारो ओर घना सन्नाटा पसरा है, एकांत और अत्यंत रमणीय वातावरण है।
और यदि उसके प्रति कोई सचेत नहीं है तो इसका तात्पर्य यह है कि वह व्यक्ति तत्क्षण मृतप्राय है।
लेकिन बहुत कम ही व्यक्ति इसके प्रति सचेत होते हैं।
आप इसके प्रति सचेत केवल उसी समय होते हैं जब आप अपने दिमाग और हृदय दोनों को खुला रखते हैं।
जब आप डरे हुए नहीं हैं और जब आप अत्यंत हिंसक प्रवृति के नहीं होते हैं।
तब वहां खुशी का माहौल होता है, वहीं अतुलनीय परमानंद है जिसके वारे में बहुत कम ही व्यक्ति को पता होता है।
और यह उस शिक्षा का ही एक अंग है जो लोगों के उस मानसिक अवस्था तक पहुंचाने में मददगार सावित होता है।
♦ Difficult Words (कठिन शब्द) –
Saffron (सेफेरॉन)—orangish, नारंगी रंग का। Sense (सेस)-feeling, अनुभव। Loneliness (लोनलीनेस)–alone, एकांत। Aware (अवेयर)-known, ज्ञात, जाना हुआ। Frightened (फ्राइटेन्ड)-scared, डराया हुआ। Extraordinary (एक्स्ट्राऑर्डिनरी)—very unusual, असाधारण Bliss (ब्लिस)-supreme joy, परमानंद State (स्टेट)- condition, अवस्ता।
Questions:
(a) What do you find in the early morning?
(b) How can a person get an open heart and mind?
(c) What does an extraordinary bliss signify?
(d) Write the word from the passage which means the same as- negligible’.
Answers:
(a) A deep silence all around, a sense of great beauty and loneliness are found in the early morning.
(b) A person can get an open heart and mind when he gets an education.
(c) It signifies a state of human mind brought about by education.
(d) ‘few’.
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