Students must start practicing the questions from RBSE 10th Science Model Papers Set 3 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 10 Science Model Paper Set 3 with Answers in Hindi
पूर्णांक : 80
समय : 2 घण्टा 45 मिनट
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश:
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न-पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर-पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आंतरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
- प्रश्न क्रमांक 17 से 23 तक में आन्तरिक विकल्प है।
खण्ड – (अ)
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखिए :
(i) ऑक्सी-श्वसन में ग्लूकोज का एक अणु उत्पन्न करता है, ATP के – [1]
(अ) 32 अणु
(ब) 19 अणु
(स) 38 अणु
(द) 83 अणु
उत्तर:
(स) 38 अणु
(ii) श्वसन में बाहर निकली वायु में ऑक्सीजन की मात्रा होती है- [1]
(अ) 17%
(ब) 21%
(स) 11%
(द) 25%
उत्तर:
(अ) 17%
(iii) निम्न में से कौन-सी ग्रन्थि मास्टर ग्रन्थि कहलाती है- [1]
(अ) थायरॉइड ग्रन्थि
(ब) पीयूष ग्रन्थि
(स) अग्न्याशय
(द) एड्रीनल ग्रन्थि
उत्तर:
(ब) पीयूष ग्रन्थि
(iv) अग्न्याशय से स्रावित हॉर्मोन है- [1]
(अ) वृद्धि हॉर्मोन
(ब) थायरॉक्सिन
(स) प्रोलैक्टिन
(द) इन्सुलिन
उत्तर:
(द) इन्सुलिन
(v) लेन्स की क्षमता ज्ञात करने का सूत्र है – [1]
(अ) P = 4F
(ब) P= \(\frac{F}{2}\)
(स) P = \(\frac{1}{F}\)
(द) P = \(\frac{1}{2 F}\)
उत्तर:
(स) P = \(\frac{1}{F}\)
(vi) श्वेत प्रकाश के सात रंगों में से किसकी आवृत्ति अधिकतम है? [1]
(अ) लाल रंग
(ब) बैंगनी रंग
(स) हरा रंग
(द) पीला रंग
उत्तर:
(ब) बैंगनी रंग
(vii) ओम के नियम का सूत्र है- [1]
(अ) I=VxR
(ब) R=VxI
(स) I x R
(द) R= Vx I2
उत्तर:
(स) I x R
(viii) बिजली के बल्ब का तन्तु (फिलामेंट) बना होता है- [1]
(अ) नाइक्रोम का
(ब) स्टील का
(स) टिन का
(द) टंगस्टन का
उत्तर:
(द) टंगस्टन का
(ix) चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक है- [1]
(अ) वेबर /मीटर
(ब) वेबर / मीटर2
(स) वेबर मीटर
(द) वेबर
उत्तर:
(ब) वेबर / मीटर2
(x) श्याम-श्वेत फोटोग्राफी में प्रयुक्त होता है- [1]
(अ) AgCl
(ब) Pb(NO3)2
(स) FeSO4
(द) CaCO3
उत्तर:
(अ) AgCl
(xi) धोने का सोड़ा का रासायनिक सूत्र है- [1]
(अ) NaHCO3
(ब) Na2CO3.10H2O
(स) CaOCl2
(द) NaOH
उत्तर:
(ब) Na2CO3.10H2O
(xii) सीसा एवं टिन की मिश्र धातु को कहते हैं- [1]
(अ) अमलगम
(ब) सोल्डर
(स) काँसा
(द) ताँबा
उत्तर:
(ब) सोल्डर
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-
(i) मस्तिष्क का सबसे बड़ा हिस्सा ……………………… है। [1]
उत्तर:
सेरेब्रम,
(ii) मनुष्य के प्रत्येक जबड़े में चर्वणक दाँतों की संख्या ………………………. होती है। [1]
उत्तर:
6
(iii) गंगा नदी में प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले जीवाणु का नाम …………………. है। [1]
उत्तर:
कॉलिफॉर्म
(iv) विश्नोई लोग ………………………. वृक्ष के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध हैं। [1]
उत्तर:
खेजरी
(v) समतल दर्पण की फोकस-दूरी ………………………. होती है। [1]
उत्तर:
अनन्त
(vi) इलैक्ट्रॉन पर …………………………. आवेश होता है। [1]
उत्तर:
-1.6 x 10-19 कूलाम।]
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (प्रश्नों के उत्तर एक शब्द या एक पंक्ति में दीजिए।)
(i) एक परजीवी पुष्पी पादप का नाम बताइए। [1]
उत्तर:
अमरबेल।
(ii) दो तंत्रिकाओं के बीच खाली स्थान को क्या कहते हैं ? [1]
उत्तर:
सिनेप्स।
(iii) कोई दो पारिस्थितिक तंत्र का नाम लिखिए। [1]
उत्तर:
(a) तालाब
(b) झील।
(iv) MPN का पूरा नाम लिखिए। [1]
उत्तर:
Most Probable Number.
(v) चिपको आन्दोलन कब शुरू हुआ? [1]
उत्तर:
सन् 1970 में।
(vi) वैद्युत ऊर्जा से आप क्या समझते हैं ? [1]
उत्तर:
किसी चालक में वैद्युत आवेश के प्रवाहित होने से जो ऊर्जा व्यय होती है, उसे ही वैद्युत ऊर्जा कहते हैं।
(vii) विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की खोज किसने की थी? [1]
उत्तर:
माइकल फैराडे ने।
(vi) एक इलैक्ट्रॉन वेग से एक समान चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् गति कर रहा है। इलैक्ट्रॉन पर लगने वाले बल का सूत्र लिखिए। [1]
उत्तर:
F = ev B.
(ix) H2SO4 के जलीय विलयन का pH मान क्या होगा? [1]
उत्तर:
7 से कम।
(x) आसुत जल में H+ आयन की सांद्रता क्या होगी? [1]
उत्तर:
10-7 मो/लीटर।
(xi) उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है। [1]
उत्तर:
शुष्क बुझा हुआ चूना [Ca(OH)2]
(xii) दो प्रबल क्षारकों के नाम लिखिए। [1]
उत्तर:
NaOH व KOH.
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 04 से 16 के उत्तर के लिखिए (शब्द सीमा 50 शब्द)
प्रश्न 4.
भोजन के पाचन में पित्त रस की क्या भूमिका है? [2]
उत्तर:
पित्त रंस का स्रावण यकृत से होता है। यह निम्न प्रकार भोजन को पचाने में सहायक है-
- यह आंत्र में भोजन की अम्लीयता को समाप्त करके माध्यम को क्षारीय बनाता है जिससे कि आंत्र में एन्जाइम भोजन का पाचन कर सके।
- यह वसा अणुओं को छोटी-छोटी ग्लोब्यूल, में तोड़ देता है जिससे वसाओं का पाचन सुगम हो जाता है।
प्रश्न 5.
जीवों में विभिन्नताएँ किस प्रकार उत्पन्न होती हैं? [2]
उत्तर:
जीवों में विभिन्नताएँ निम्नलिखित कारणों से उत्पन्न होती हैं-
(अ) अन्तर्निहित प्रवृत्ति-लैंगिक जनन के दौरान पैतृक गुणसूत्र एवं मातृक गुणसूत्रों के बीच जीन विनिमय होता है इस दौरान युग्मक बनते समय कुछ परिवर्तन उत्पन्न हो जाते हैं इसलिए लैंगिक जनन में विविधता अन्तर्निहित हो जाती है।
(ब) DNA की प्रतिकृति बनाने में उत्परिवर्तन-DNA की प्रतिकृति बनते समय इसमें कुछ त्रुटि रह जाती है। इसके फलस्वरूप संतति जीव में अत्यधिक विविधता उत्पन्न होती है।
प्रश्न 6.
जैव विविधता क्या है? इसके विभिन्न स्तर कौन से हैं ? [2]
उत्तर:
जैव विविधता (Biodiversity) – पृथ्वी पर जन्तुओं एवं पेड़-पौधों की लाखों प्रजातियाँ पायी जाती हैं। इन सभी में संरचनात्मक एवं क्रियात्मक अन्तर पाए जाते हैं, इन अन्तरों को ही जैव विविधता कहते हैं।
जैव विविधता के विभिन्न स्तर निम्नलिखित हैं-
- आनुवंशिक विविधता
- प्रजाति विविधता
- पारितान्त्रिक विविधता।
प्रश्न 7.
जीवाणु एवं कवक अपघटक क्यों कहलाते हैं ? पर्यावरण के लिए अपघटकों का महत्व लिखिए। [2]
उत्तर:
जीवाणु एवं कवक अपघटक कहलाते हैं क्योंकि ये मृत पेड़-पौधों एवं जीव-जन्तुओं के शरीरों में उपस्थित जटिल कार्बनिक यौगिकों को सरल पदार्थों में अपघटित कर देते हैं।
पर्यावरण के लिए अपघटकों का महत्व निम्न प्रकार है-
- अपघटक पदार्थों के चक्रण की क्रिया में योगदान करते हैं।
- ये पर्यावरण की स्वच्छता के लिए योगदान करते हैं।
प्रश्न 8.
ड्राइवर का रात्रि में किस प्रकार के प्रकाश पुंज का प्रयोग करना चाहिए एवं क्यों? स्पष्ट कीजिये। [2]
उत्तर:
ड्राइवर को रात्रि में कम तीव्रता वाले प्रकाश पुंज का प्रयोग करना चाहिये। कम तीव्रता वाले प्रकाश पुंज का प्रयोग करने से सामने से आने वाले वाहन से ड्राइवर की आँखों में रोशनी नहीं पड़ती, उसे सामने स्पष्ट दिखायी देता है। इस प्रकार से आपस में दुर्घटनाएँ होने से बच जाते हैं। कम तीव्रता वाले प्रकाश पुंज रात में वाहन चलाने के लिए बहुत मदद करता है।
प्रश्न 9.
(i) विद्युत धारा द्वारा प्रदत्त ऊर्जा की दर का निर्धारण कैसे किया जाता है ?
(ii) कोई विद्युत मोटर 220 V के विद्युत स्रोत से 5.0 A विद्युत धारा लेता है। मोटर की शक्ति निर्धारित कीजिए तथा 2 घण्टे में मोटर द्वारा उपभुक्त ऊर्जा परिकलित कीजिए। [2]
उत्तर:
(i) विद्युत धारा द्वारा प्रदत्त ऊर्जा की दर का निर्धारण विद्युत शक्ति द्वारा किया जाता है।
(ii) दिया है : V=220 V, I= 5A, समय t = 2 घंटे
∴ मोटर की शक्ति P=VI=220 x 5 = 1100 W
अत: 2 घंटे में मोटर द्वारा व्यय ऊर्जा W == Pt
∴ W = 1100 Wx 2 h. = 2200 Wh
W = 2.2 kWh
प्रश्न 10.
किसी विद्युत हीटर की डोरी क्यों उत्तप्त नहीं होती, जबकि उसका तापन अवयव उत्तप्त हो जाता है ? [2]
उत्तर:
विद्युत हीटर की कुण्डली मिश्रधातु नाइक्रोम की बनी होती है। नाइक्रोम की प्रतिरोधकता ताँबे से बहुत अधिक होने के कारण कुण्डली का प्रतिरोध डोरी में प्रयुक्त ताँबे के प्रतिरोध से बहत अधिक होता है। विद्युत हीटर में व्यय शक्ति P=I2R के अनुसार समान धारा I के लिए P ∝R अतः विद्युत हीटर कुण्डली में डोरी की तुलना में अधिक शक्ति व्यय होती है जिससे उसकी कुण्डली उत्तप्त हो जाती है जबकि डोरी उत्तप्त नहीं होती है।
प्रश्न 11.
दिष्ट धारा तथा प्रत्यावर्ती धारा में अन्तर लिखिए तथा इसके स्त्रोत भी लिखिए। [2]
उत्तर:
दिष्ट धारा तथा प्रत्यावर्ती धारा में अन्तर:
- दिष्ट धारा सदैव एक ही दिशा में प्रवाहित होती है, जबकि प्रत्यावर्ती धारा एक निश्चित समयान्तराल के पश्चात अपनी दिशा उत्क्रमित करती रहती है।
- दिष्ट धारा की तुलना में प्रत्यावर्ती धारा का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि प्रत्यावर्ती धारा में विद्युतशक्ति को सुदूर स्थानों पर बिना अधिक ऊर्जा क्षय के प्रेषित किया जा सकता है। प्रत्यावर्ती धारा उत्पन्न करने वाले स्रोत-प्रत्यावर्ती विद्युत जनित्र दिष्ट धारा उत्पन्न करने वाले स्रोत-सेल, बैटरी तथा दिष्ट धारा जनित्र
प्रश्न 12.
तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है ? [2]
उत्तर:
तेल एवं वसायुक्त भोज्य पदार्थों के उपचयन से बचाव हेतु हम इनमें नाइट्रोजन प्रवाहित कर देते हैं। तेल तथा वसा का उपचयन होने पर ये विकृतगन्धी हो जाते हैं तथा इनकी गन्ध एवं स्वाद परिवर्तित हो जाता है। नाइट्रोजन प्रवाहित करने से इस प्रक्रिया को रोका जा सकता है।
प्रश्न 13.
श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते हैं ? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
श्वसन की प्रक्रिया में ऊर्जा निर्मुक्त होती है। श्वसनं के दौरान, हमारे शरीर की कोशिकाओं में ग्लूकोज (भोजन के पाचन से प्राप्त) वायु की ऑक्सीजन से संयुक्त होकर कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल बनाने के साथ-साथ ऊर्जा को उत्सर्जित करता है।
प्रश्न 14.
आपने ताँबे के मलिन बर्तन को नींबू या इमली के रस से साफ करते अवश्य देखा होगा। ये खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ करने में क्यों प्रभावी हैं? [2]
उत्तर:
खट्टे पदार्थ ताँबे के बर्तन को साफ करने में प्रभावी होते हैं। खट्टे पदार्थों (नींबू) में सिट्रिक अम्ल पाया जाता है। यह सिट्रिक अम्ल कॉपर के बदरंगे बर्तन में पाए जाने वाले कॉपर कार्बोनेट को घुलनशील बनाकर कॉपर को उसकी शुद्ध चमक प्रदान कर देते हैं।
प्रश्न 15.
आघातवर्थ्य तथा तन्यता का अर्थ बताइए। [2]
उत्तर:
आघातवर्ध्य-आघातवर्ध्य का अर्थ है कि धातुओं को हथौड़े से पीटकर पतली चादरों के रूप में ढाला जा सकता है। तन्य-तन्य का अर्थ है कि धातुओं को खींचकर पतला तार बनाया जा सकता है।
प्रश्न 16.
उभयधर्मी ऑक्साइड क्या होते हैं? दो उभयधर्मी ऑक्साइडों के उदाहरण दीजिए। [2]
उत्तर:
जो धातु ऑक्साइड अम्लीय और क्षारीय दोनों प्रकार के व्यवहार प्रकट करते हैं, उन्हें उभयधर्मी ऑक्साइड कहते हैं। इन ऑक्साइडों का लिटमस पत्र पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) तथा नाइट्रस ऑक्साइड (N2O) उभयधर्मी ऑक्साइड हैं। उदाहरण, ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2,O3) का व्यवहार क्षारीय व अम्लीय दोनों प्रकार का होता है –
खण्ड – (स)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न- प्रश्न सं. 17 से 20 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 100 शब्द)
प्रश्न 17.
रुधिर एवं लसीका में भेद कीजिए। [3]
अथवा
मानव में परिवहन तन्त्र के घटक कौन-से हैं? इन घटकों के क्या कार्य है? [3]
उत्तर:
रुधिर एवं लसीका में अन्तर रुधिर (Blood)-
- यह लाल रंग का होता है।
- इसमें रुधिर कणिकाएँ- RBCs, WBCs तथा बिम्बाणु उपस्थित होती हैं।
- इसमें हीमोग्लोबिन होता है।
- यह हृदय से अंगों तक तथा अंगों से हृदय तक बहता है।
- इसमें श्वसन वर्णक, ऑक्सीजन, CO, एवं वर्ण्य पदार्थ होते हैं।
लसीका (Lymph)-
- यह रंगहीन या हल्के पीले रंग का होता है।
- इसमें कणिकाएँ अनुप- स्थित होती हैं।
- इसमें हीमोग्लोबिन नहीं होता है।
- यह केवल एक ही दिशा में बहता है अर्थात् ऊतकों से हृदय की ओर ।
- इसमें अल्प मात्रा में प्रोटीन होते हैं।
प्रश्न 18.
किसी एकल जीव द्वारा अपने जीवनकाल में उपार्जित लक्षण अगली पीढ़ी में वंशानुगत क्यों नहीं होते? व्याख्या कीजिए। [3]
अथवा
पादप में भोजन का स्थानान्तरण कैसे होता है? समझाइए। [3]
उत्तर:
एक जीव के ऐसे लक्षण (अथवा विशेषता) जो वंशानुगत नहीं होते परंतु वातावरण की प्रतिक्रियास्वरूप उसके द्वारा अपने जीवनकाल. में उपार्जित किए जाते हैं, उपार्जित लक्षण कहलाते हैं। जीव के उपार्जित लक्षण उसकी भावी पीढ़ियों में वंशानुगत नहीं होते क्योंकि ये लक्षण उस व्यक्ति या जीव की जनन कोशिकाओं के डी.एन.ए. में परिवर्तन नहीं ला पाते।
उदाहरण : एक खिलाड़ी द्वारा अपने खेल को खेलने के लिए अपनी मांसपेशियों को विशेष प्रकार से तैयार करना। ऐसे लक्षणों को उपार्जित लक्षण कहते हैं।
प्रश्न 19.
(i) 2kW शक्ति अनुमतांक का एक विद्युत तन्दूर किसी घरेलू विद्युत परिपथ (220V) में प्रचालित किया जाता है जिसका विद्युत धारा अनुमतांक 5A है, इससे आप किस परिणाम की अपेक्षा करते हैं? स्पष्ट
कीजिए।
(ii) घरेलू विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए? [3]
अथवा
(i) विद्युत-चुम्बक कैसे बनाया जाता है? इसे दर्शाने के लिए नामांकित आरेख खींचिए।
(ii) ट्रांसफार्मर से क्या अभिप्राय है? ट्रांसफार्मर किस काम में लिए जाते हैं?[3]
उत्तर:
(i) विद्युत तन्दूर की शक्ति
P=2 kW = 2000W
V=220V
I = \(\frac{\mathrm{P}}{\mathrm{V}}=\frac{2000 \mathrm{~W}}{200 \mathrm{~V}}\) = 9.09 A
विद्युत धारा का अनुमतांक 5A है, विद्युत तन्दूर इससे बहुत अधिक धारा ले रहा है जिससे अतिभारण हो जाएगा तथा फ्यूज गल जाएगा एवं विद्युत पथ अवरोधित हो जाएगा।
(ii) घरेलू विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए मेन स्विच के पास, विद्युन्मय तार में उचित सामर्थ्य का फ्यूज तार जोड़ना चाहिए।
प्रश्न 20.
(i) गर्म जल का टैंक बनाने में ताँबे का प्रयोग होता है परन्तु इस्पात (लोहे का मिश्र धातु) का नहीं इसका कारण बताएँ।
(ii) किसी एक अम्लीय व क्षारीय गालक का उदाहरण दें। [3]
अथवा
खनिज तथा अयस्क में अंतर स्पष्ट कीजिए। [3]
उत्तर:
(i) कॉपर बहुत कम अभिक्रियाशील धातु है। यह ठण्डे व गर्म जलों से अभिक्रिया नहीं करती है और न ही यह ऑक्सीजन व खनिज लवणों से अभिक्रिया करती है। कॉपर इस्पात की अपेक्षा ताप का अच्छा चालक भी है। इसके विपरीत इस्पात में आसानी से जंग लग जाती है तथा यह कॉपर की अपेक्षा ऊष्मा का कम चालक है। इन कारणों से गर्म जल के टैंक को बनाने में ताँबे का प्रयोग किया जाता है।
(ii) अम्लीय गालक- SiO2,
क्षारीय गालक- Cao
खण्ड-द
निबन्धात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 21 से 23 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 250 शब्द)
प्रश्न 21.
(i) पादप हॉर्मोन क्या होते हैं? निम्नलिखित के लिए उत्तरदायी हॉर्मोन के नाम लिखिए।
(a) तने की वृद्धि में सहायक
(b) कोशिका विभाजन को प्रेरित करना
(c) वृद्धि का संदमन
(d) कोशिका की लम्बाई में वृद्धि में सहायक
(ii) अग्नाशय ग्रन्थि से स्रावित होने वाले हॉर्मोन का नाम तथा कार्य लिखिए। इसकी कमी से होने वाले रोग का नाम लिखिए। [4]
अथवा
(i) अण्डाशय तथा वृषण से स्रावित हॉर्मोन्स के नाम तथा कार्य लिखिए।
(ii) हमारे शरीर में हॉर्मोन्स का क्या महत्व है? [4]
उत्तर:
(i) पादप हॉर्मोन-यह एक प्रकार के रसायन होते हैं जो पौधे के विकास एवं वृद्धि की क्रियाओं को नियंत्रित करते हैं।
- तने की वृद्धि में सहायक- जिबरेलिन हॉर्मोन।
- कोशिका विभाजन को प्रेरित करना-साइटोकाइनिन हॉर्मोन।
- वृद्धि का संदमन- एब्सिसिक अम्ल (ABA) हॉर्मोन।
- कोशिका की लम्बाई में वृद्धि में सहायक- ऑक्सि हॉर्मोन।
(ii) अग्नाशय ग्रंथि से स्रावित होने वाले हॉर्मोन-इन्सुलिन का कार्य रक्त में शर्करा का स्तर कम रखना होता है। इसकी कमी से मधुमेह नाम की बिमारी होती है।
प्रश्न 22.
पार्श्व विस्थापन से क्या तात्पर्य है? सिद्ध कीजिये कि दो समान्तर पृष्ठों वाले काँच के गुटके से निकलने वाली किरण आपतित किरण के समान्तर होती है।[4]
अथवा .
(i) किसी अवतल लेंस द्वारा उसके सामने रखे किसी बिम्ब का प्रतिबिम्ब बनना दर्शाने के लिए किरण आरेख खींचिए।
(ii) उपर्युक्त आरेख में बिम्ब-दूरी, प्रतिबिम्ब दूरी को इनके उचित चिह्न (नई कार्तीय चिह्न परिपाटी के अनुसार धनात्मक (+) अथवा ऋणात्मक (-) सहित दर्शाइए और उल्लेख कीजिए कि इस प्रकरण में ये दूरियाँ अवतल लेंस की फोकस दूरी (f) से किस प्रकार संबंधित हैं। उस लेंस की प्रकृति और क्षमता ज्ञात कीजिए, जो अपने प्रकाशिक केन्द्र से 40 सेमी दूरी पर स्थित किसी बिम्ब का -1 आवर्धन का प्रतिबिम्ब बनाता है।
उत्तर:
पार्श्व विस्थापन (Lateral Displacement)-जब कोई प्रकाश-किरण समान्तर पृष्ठों वाले काँच के गुटके पर गिरती है तो अपवर्तन के पश्चात् गुटके के दूसरे पृष्ठ से बाहर निकलने पर उसकी दिशा में कोई अन्तर नहीं पड़ता, परन्तु उसके मार्ग में कुछ विस्थापन आ जाता है। इसे ‘पार्श्व विस्थापन’ कहते माना कि कोई प्रकाश-किरण OA एक काँच के गुटके PQRS पर आपतन कोण । बनाती हुई गिरती है। गुटके के पहले पृष्ठ PQ पर अपवर्तन के पश्चात् यह किरण अभिलम्ब की ओर झुक जाती है तथा इसकी दिशा AB हो जाती है।
माना कि अपवर्तन कोण । है। चूँकि गुटके के दोनों पृष्ठ समान्तर हैं, अतः किरण AB गुटके के दूसरे पृष्ठ SR पर आपतन कोण / बनाती हुई गिरती है तथा अपवर्तन के पश्चात अभिलम्ब से दर हट जाती है। माना वायु में निकलने पर निर्गत किरण BC, अभिलम्ब से निर्गत कोण e बनाती है।
पृष्ठ PQ पर प्रकाश-किरण वायु से काँच में जा रही है। अतः वायु के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक
ang = \(\frac{\sin i}{\sin \gamma}\) ……(i)
पृष्ठ SR पर किरण काँच से वायु में जा रही है। अतः काँच के सापेक्ष वायु का अपवर्तनांक
समीकरण (i) व (ii) से- sini = sin e
∴ i=e अतः स्पष्ट है कि दो समान्तर पृष्ठों वाले काँच के गुटके से निकलने वाली किरण आपतित किरण के समान्तर होती है।
प्रश्न 23.
किसी अम्ल और किसी क्षार के बीच प्रमुख अन्तर लिखिए। उपयुक्त उदाहरणों की सहायता से पद उदासीनीकरण की व्याख्या कीजिए तथा
(i) अम्लीय
(ii) क्षारीय और
(iii) उदासीन लवणों का बनना स्पष्ट कीजिए।[4]
अथवा
(i) प्लास्ट ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र लिखिए। इसकी जल के साथ रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
(ii) खाने के सोडा के महत्वपूर्ण गुणधर्म लिखिए। [4]
उत्तर:
अम्ल स्वाद में खट्टे होते हैं। ये नीले लिटमस को लाल कर देते हैं। इनका pH मान 7 से कम होता है। क्षार स्वाद में कड़वे होते हैं।
ये लाल लिटमस को नीला कर देते हैं। इनका pH मान 7 से अधिक होता है। जब अम्ल क्षार के साथ क्रिया करके लवण तथा जल बनाता है तो इन दोनों के बीच होने वाली इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण क्रिया कहते हैं।
सामान्यतः उदासीनीकरण अभिक्रिया को इस प्रकार लिखा जा सकता है क्षार + अम्ल → लवण + जल
उदाहरण.. NaOH (aq) + HCl (aq) → NaCl (aq) + H2O (l)
(i) जब एक प्रबल अम्ल एक दुर्बल क्षार से अभिक्रिया करता है, तो बनने वाला लवण अम्लीय लवण होता है। उदाहरण :
H2SO4+Cuo → CuSO4+ H2O
(ii) जब एक दुर्बल अम्ल एक अधिक प्रबल क्षार से अभिक्रिया करता है तो बनने वाला लवण क्षारीय लवण होता है।
उदाहरण : NaOH + CH3COOH → CH3COONa + H2O
(iii) जब एक प्रबल अम्ल एक प्रबल क्षार से अभिक्रिया करता है तो बनने वाला लवण उदासीन लवण होता है।
उदाहरण : NaOH+HCl→ NaCl+H2O
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