Students must start practicing the questions from RBSE 10th Science Model Papers Set 6 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 9 Science Model Paper Set 6 with Answers in Hindi
समय: 2 घण्टा 45 मिनट
पूर्णांक : 80
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देशः
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न-पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर-पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आंतरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
- प्रश्न क्रमांक 17 से 23 तक में आन्तरिक विकल्प है।
खण्ड – (अ)
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखिए:
(i) लार में उपस्थित एन्जाइम है- [1]
(अ) लाइपेज
(ब) टायलिन
(स) पेप्सिन
(द) रेनिन।
उत्तर:
(ब) टायलिन
(ii) वायवीय श्वसन में ग्लूकोज के विखण्डन से उत्पन्न ATP की संख्या होती है- [1]
(अ) 2
(ब) 8
(स) 16
(द) 38
उत्तर:
(द) 38
(iii) थायरॉक्सिन का स्त्रावण कहाँ होता है- [1]
(अ) थॉयराइड
(ब) यकृत
(स) वृक्क
(द) वृषण
उत्तर:
(अ) थॉयराइड
(iv) मानव में डायलिसिस थैली है- [1]
(अ) नेफ्रॉन
(ब) न्यूरॉन
(स) माइटोकॉण्ड्रिया
(द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) नेफ्रॉन
(v) साधरण दर्पण से परावर्तित होकर कौन-सा प्रतिबिम्ब बनता है- [1]
(अ) वास्तविक
(ब) आभासी
(स) वास्तविक एवं आभासी दोनों
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(स) वास्तविक एवं आभासी दोनों
(vi) एक काँच के स्लैब की क्षमता होगी [1]
(अ) शून्य
(ब) अनन्त
(स) शून्य से कम
(द) शून्य से अधिक।
उत्तर:
(अ) शून्य
(vii) बल्ब में गैस भरने से उसके तन्तु की आयु पर क्या प्रभाव पड़ता है ? [1]
(अ) घट जाती है
(ब) समान रहती है
(स) वृद्धि होती है
(द) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(स) वृद्धि होती है
(viii) यदि R1 R2 एवं R3 तीन प्रतिरोधों को समान्तर क्रम में जोड़ा जाए तो कुल प्रतिरोध होगा [1]
(अ) R = R1 + R2 + R3
(ब) \(\frac{1}{\mathrm{R}}=\frac{1}{\mathrm{R}_{1}}+\frac{1}{\mathrm{R}_{2}}+\frac{1}{\mathrm{R}_{3}}\)
(स) \(\frac{1}{R}+\frac{1}{R_{1}}=\frac{1}{R_{2}}+\frac{1}{R_{3}}\)
(द) R = \(\frac{1}{R_{1}}+\frac{1}{R_{2}}+\frac{1}{R_{3}}\)
उत्तर:
(ब) \(\frac{1}{\mathrm{R}}=\frac{1}{\mathrm{R}_{1}}+\frac{1}{\mathrm{R}_{2}}+\frac{1}{\mathrm{R}_{3}}\)
(ix) दिक्परिवर्तक विभक्त वलय का उपयोग- [1]
(अ) प्रत्यावर्ती धारा जनित्र में होता है
(ब) दिष्ट धारा जनित्र में होता है
(स) प्रत्यावर्ती धारा मोटर में होता है
(द) उपर्युक्त सभी में।
उत्तर:
(अ) प्रत्यावर्ती धारा जनित्र में होता है
(x) अभिक्रिया के तीर का सिरा किस ओर होता है [1]
(अ) अभिकारक
(ब) अवक्षेप
(स) गैस
(द) उत्पाद
उत्तर:
(द) उत्पाद
(xi) चार छात्र A, B, C, D जल, नींबू पानी तथा तनु सोडियम बाइकार्बोनेट के विलयनों का pH निकालते हैं। उन्होंने
प्रेक्षणों द्वारा प्राप्त pH के नामों को अवरोही क्रम में इस प्रकार व्यवस्थित किया-
छात्र – विलयन
A – जल, नींबू पानी, सोडियम बाइकार्बोनेट विलयन
B – जल, सोडियम बाइकार्बोनेट विलयन, नींबू पानी
C – नींबू पानी, जल, सोडियम बाइकार्बोनेट विलयन
D – सोडियम बाइकार्बोनेट विलयन, जल, नींबू पानी
छात्र द्वारा सही क्रम है- [1]
(अ) A
(ब) B
(स) C
(द) D
उत्तर:
(द) D
(xii) जंग लगने के लिए- [1]
(अ) केवल वायु की आवश्यकता होती है
(ब) केवल जल की आवश्यकता होती है
(स) वायु एवं जल दोनों की आवश्यकता होती है
(द) वायु एवं जल दोनों की आवश्यकता नहीं होती है।
उत्तर:
(स) वायु एवं जल दोनों की आवश्यकता होती है
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-
(i) मादा हॉर्मोन को …………………….. कहते हैं। [1]
उत्तर:
एस्ट्रोजन
(ii) मछली के श्वसन अंग को ……………………….. कहते हैं। [1]
उत्तर:
क्लोम
(iii) टिम्बर का दूसरा नाम ……………………….. है। [1]
उत्तर:
इमारती लकड़ी
(iv) ‘नमामि गंगे परियोजना’ का प्रारम्भ ……………… में हुआ। [1]
उत्तर:
सन् 2014
(v) …………………… दर्पण वस्तु से छोटी व आभासी प्रतिबिम्ब बनाता है। [1]
उत्तर:
उत्तल
(vi) अमीटर द्वारा …………………. को नापा जाता है। [1]
उत्तर:
विद्युत धारा
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (प्रश्नों के उत्तर एक शब्द या एक पंक्ति में दीजिए।)
(i) रन्ध्र कहाँ पाये जाते हैं ? [1]
उत्तर:
कोमल तनों एवं पत्तियों पर।
(ii) एक पादप हॉर्मोन का उदाहरण दीजिए जो वृद्धि को बढ़ाता है। [1]
उत्तर:
ऑक्सिन (Auxin)।
(iii) मानव निर्मित एक अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ का नाम लिखिए। [1]
उत्तर:
प्लास्टिक।
(iv) CFC का पूरा नाम बताइए। [1]
उत्तर:
क्लोरोफ्लोरो कार्बन।
(v) गंगा सफाई योजना किस सन् में अपनाई गई थी? [1]
उत्तर:
सन् 1985
(vi) एक वोल्ट को परिभाषित कीजिए। [1]
उत्तर:
यदि किसी चालक से एक कूलॉम आवेश प्रवाहित होने में एक जूल कार्य हो, तो उस चालक के सिरों के बीच विभवान्तर 1 वोल्ट होगा।
(vii) मान लीजिए आप किसी चैम्बर में अपनी पीठ को किसी एक दीवार से लगाकर बैठे हैं। कोई इलेक्ट्रॉन पुंज आपके पीछे की दीवार से सामने की ओर क्षैतिजतः गमन करते हुए किसी प्रबल चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा आपके दाईं ओर विक्षेपित हो जाता है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा क्या है? [1]
उत्तर:
फ्लेमिंग के बाएँ हाथ के नियम के अनुसार चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा ऊर्ध्वाधरतः नीचे की ओर होगी।
(viii) घरेलू विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिये कौन-सी दो सावधानियाँ बरतनी चाहिए? [1]
उत्तर:
फ्यूज तथा M.C.V. ।
(ix) क्षार की आधुनिक परिभाषा क्या है? [1]
उत्तर:
वे यौगिक जो पानी में घुलकर OH– आयन प्रदान करते हैं, उन्हें क्षार कहते हैं, जैसे- K2O + H2O → 2K+ + 2OH–
(x) उदासीनीकरण किसे कहते हैं ? [1]
उत्तर:
वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी अम्ल का H+ और क्षार का OH– परस्पर मिलकर अनायनित जल अणु तैयार करे, उदासीनीकरण अभिक्रिया कहलाती है। उदाहरण के लिए
HNO3 + KOH → KNO3 + H2O
(xi) किसी क्षार को जल में मिलाने पर क्या होता है? [1]
उत्तर:
OH– जलीय आयनों की वृद्धि।
(xii) दो संश्लेषित सूचकों के नाम लिखिये। [1]
उत्तर:
मेथिल ऑरेंज, फीनॉल्पथेलिन।
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 04 से 16 के उत्तर के लिखिए (शब्द सीमा 50 शब्द)
प्रश्न 4.
मनुष्य के फेफड़ों का नामांकित चित्र बनाइए। [2]
उत्तर:
प्रश्न 5.
क्या ऐसा मानना उचित होगा कि मानव का विकास चिम्पैंजी से हुआ? [2]
उत्तर:
नहीं, यह मानना उचित नहीं है। बहुत समय पूर्व मानव और चिम्पैंजी के पूर्वज एक समान थे या एक ही थे। वे पूर्वज न तो मानव जैसे थे और न ही चिम्पैंजी जैसे। एक ही पूर्वज से आदि मानव और आदि चिम्पैंजी का विकास हुआ था। समय एवं परिस्थितियों के अनुसार आदि मानव से आधुनिक मानव और आदि चिम्पैंजी से आधुनिक चिम्पैंजी का विकास हुआ।
प्रश्न 6.
“अध्ययन के दो क्षेत्र-‘विकास’ और ‘वर्गीकरण’ परस्पर जुड़े हैं।” इस कथन की पुष्टि कीजिए। [2]
उत्तर:
जीवों का वर्गीकरण उनकी कुछ मिलती-जुलती समानताओं तथा अंतरों पर आधारित है। जीवों की समानता उनके समूह निर्माण में सहायक है। समूहों से उनका वर्गीकरण सरलता से किया जा सकता है। कुछ जीवों में कुछ आधारभूत विशेषताएँ समान हो सकती हैं। दो संततियों में जितनी विशेषताएँ समान होंगी, वे संततियाँ उतनी ही निकटता से एक-दूसरे से संबंधित होंगी। जितना निकट संबंध उन दोनों संततियों में होगा उससे उनके एक ही पूर्वज के होने का प्रमाण मिलेगा। अतः हम यह कह सकते हैं कि संततियों का वर्गीकरण उनके जैव-विकासीय संबंधों को दर्शाता है।
प्रश्न 7.
ऐसे दो तरीके सुझाइए जिनमें जैव निम्नीकरणीय पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं। [2]
उत्तर:
जैव निम्नीकरणीय पदार्थ निम्न प्रकार से पर्यावरण को प्रभावित करते हैं-
- जैव निम्नीकरणीय पदार्थों के सूक्ष्म जीवों द्वारा विघटन से मुक्त विषाक्त एवं दुर्गन्धमय गैसें पर्यावरण को प्रदूषित करती हैं।
- कार्बनिक जैव निम्नीकरणीय पदार्थों की अधिकता से ऑक्सीजन की कमी हो जाने से सूक्ष्म जीव नष्ट हो जाते हैं। इसके फलस्वरूप अपघटन क्रिया प्रभावित होती है और पर्यावरण प्रदूषित हो जाता है।
प्रश्न 8.
उत्तल लैंस द्वारा विभिन्न स्थितियों में रखी वस्तुओं के प्रतिबिम्ब की स्थिति, आकार और प्रकृति के लिए सारणी बनाइये। [2]
उत्तर:
प्रश्न 9.
यह दर्शाइए कि आप 60 प्रतिरोध के तीन प्रतिरोधकों को किस प्रकार संयोजित करेंगे कि प्राप्त संयोजन का प्रतिरोध
(i) 9 Ω,
(ii) 4 Ω हो। [2]
उत्तर:
(i) 9 Ω का प्रतिरोध प्राप्त करने के लिए, पहले दो प्रतिरोधकों को पार्श्वक्रम में और इसके बाद तीसरे प्रतिरोध को श्रेणीक्रम में जोड़ना होगा।
पार्श्व संयोजन का प्रतिरोध = \(\frac{1}{R}=\frac{1}{6}+\frac{1}{6}=\frac{2}{6}\)
या R = \(\frac{6}{2}\) = 3 Ω
यह 3 Ω का प्रतिरोध 6 Ω के तीसरे प्रतिरोध के साथ श्रेणीक्रम में जुड़कर 3 + 6 = 9 Ω का प्रतिरोध हो जाएगा।
(ii) 4 Ω का प्रतिरोध पाने के लिए पहले 6 – 6 Ω के दो प्रतिरोधकों को श्रेणीक्रम में जोड़ना होगा और फिर इसके पश्चात् तीसरा प्रतिरोधक इनके पार्श्वक्रम में जोड़ना होगा। 6 Ω – 6 Ω के दो प्रतिरोधकों के श्रेणी संयोजन का प्रतिरोध 6 + 6 = 12 Ω होगा।
चित्र-4 Ω का प्रतिरोध पाने के लिए संयोजन
∴ \(\frac{1}{R}=\frac{1}{6}+\frac{1}{12}\) = \(\frac{2+1}{12}=\frac{3}{12}\)
अत: R = \(\frac{12}{3}\) = 4 Ω
प्रश्न 10.
निक्रोम के किसी तार के लिए V-1 ग्राफ नीचे आरेख में दर्शाया गया है। इस ग्राफ से आप क्या निष्कर्ष निकालते हैं? इस प्रकार के ग्राफ को प्राप्त करने के लिए नामांकित परिपथ आरेख खींचिए। [2]
उत्तर:
चूँकि ग्राफ मूलबिंदु से गुजरने वाली एक सरल रेखा है साथ ही \(\frac{V}{I}\) = स्थिरांक (Constant) है। या V α I है।
अतः यह ग्राफ ओम के नियम का सत्यापन करता है जिसके लिए परिपथ आरेख निम्नलिखित है-
प्रश्न 11.
शॉर्ट सर्किट क्या होता है? इससे क्या हानियाँ हो सकती हैं? [2]
उत्तर:
शार्ट सर्किट-किसी विद्युत यन्त्र में धारा का कम प्रतिरोध से होकर प्रवाहित हो जाना शॉर्ट सर्किट कहलाता है। हानियाँ-
- प्रतिरोध कम होने के कारण तारें अधिक गर्म हो जाती हैं और उनके ऊपर चढ़ा रोधी पदार्थ जल जाता है।
- विद्युत उपकरण बेकार हो सकता है।
- इससे घरों, दुकानों में आग लग सकती है।
- विद्युत धारा का प्रवाह रुक जाता है।
- तारों के ऊपर चढ़े रोधी पदार्थ जल जाने पर तारें नंगी हो जाती हैं, जिससे विद्युत शॉक लग सकता है।
प्रश्न 12.
(i) सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।
(ii) एक भूरे रंग के चमकदार तत्व ‘X’ को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है। . इस तत्व ‘X’ एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए। [2]
उत्तर:
(ii) तत्व ‘X’ कॉपर (Cu) है। काले रंग का यौगिक कॉपर (II) ऑक्साइड (Cu0) है।
प्रश्न 13.
किसी चायना डिश में 1 ग्राम कॉपर चूर्ण को लेकर गर्म किया गया। इसे गर्म करने पर क्या परिवर्तन होते हैं?
क्या गर्म पदार्थ पर हाइड्रोजन गैस प्रवाहित करने पर इसमें कोई दिखाई देने योग्य परिवर्तन होता है? प्रत्येक प्रकरण में बनने वाले पदार्थों के नाम और रंग तथा होने वाली अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण लिखिए। [2]
उत्तर:
कॉपर चूर्ण गर्म करने पर ठोस काले रंग के कॉपर ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। कॉपर ऑक्साइड में H2 गैस प्रवाहित करने पर पुनः भूरे रंग की कॉपर धातु प्राप्त होती है।
प्रश्न 14.
एक धातु M प्रकृति में अपने कार्बोनेट अयस्क के रूप में पाया जाता है। इसका उपयोग लोहे के जस्तीकरण के लिए भी किया जाता है। इस धातु M को पहचानिए तथा इसके इस अयस्क का नाम लिखिए। इस अयस्क से इस धातु को कैसे प्राप्त किया जा सकता है? [2]
उत्तर:
धातु M जस्ता (जिंक) है। इसका संकेत Zn है। इसका कार्बोनेट अयस्क (ZnCO3) है जिसे कैलेमाइन अयस्क कहते हैं। इस अयस्क से Zn धातु प्राप्त करना
(i) पहले जिंक कार्बोनेट अयस्क को निस्तापन क्रिया द्वारा जिंक ऑक्साइड यौगिक में बदला जाता है। जब जिंक कार्बोनेट को उच्च ताप पर वायु की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है तो यह विघटित होकर जिंक ऑक्साइड तथा कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है।
(ii) अब जिंक ऑक्साइड को कार्बन (कोक) के साथ गर्म करने पर ऑक्साइड का अपचयन हो जाता है, तथा जिंक धातु प्राप्त हो जाती है।
प्रश्न 15.
थर्मिट प्रक्रिया किसे कहते हैं? इस प्रक्रिया का उपयोग कहाँ किया जाता है? इसमें होने वाली रासायनिक अभिक्रिया का सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए। [2]
उत्तर:
जब ऐलुमिनियम धातु को आयरन ऑक्साइड के साथ गर्म करके अभिक्रिया करवाई जाती है तो इसे थर्मिट प्रक्रिया कहते हैं। इस प्रक्रिया में गर्म तरल लोहा धातु प्राप्त होती है। इस प्रक्रिया का उपयोग रेलवे लाइनों की वैल्डिंग करके मरम्मत करने में किया जाता है।
प्रश्न 16.
कार्बन, सोडियम, मैग्नीशियम तथा ऐलुमिनियम के ऑक्साइडों से इनकी निजी धातुओं को अपचयित नहीं कर सकती हैं, क्यों? धातुओं की सक्रियता श्रेणी में इन धातुओं को कहाँ रखा गया है? इन धातुओं को इनके अयस्कों से किस प्रकार प्राप्त किया जा सकता है? [2]
उत्तर:
सोडियम, मैग्नीशियम तथा ऐलुमिनियम धातुएँ, कार्बन से अधिक क्रियाशील हैं, इसलिए इनके ऑक्साइड कार्बन से अपचयित नहीं हो पाते जिसके कारण ये धातुएँ प्राप्त नहीं हो पाती हैं। इन धातुओं को सक्रियता श्रेणी में सबसे ऊपर रखा गया है क्योंकि ये अधिक क्रियाशील धातुएँ हैं। इन धातुओं को इनके अयस्कों से वैद्युत अपचयन विधि द्वारा प्राप्त किया जाता है।
खण्ड – (स)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न- प्रश्न सं. 17 से 20 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 100 शब्द)
प्रश्न 17.
(i) मानवों में वहन तंत्र के दो प्रकारों की सूची बनाइए तथा इनमें से किसी एक के कार्य लिखिए।
(ii) पौधों और जन्तुओं के उत्सर्जी पदार्थ बताइए। [3]
अथवा
शरीर में O2 तथा CO2, के परिवहन व्यवस्था का चित्र बनाकर वर्णन कीजिए। [3]
उत्तर:
(i) मानवों में वहन तंत्र के दो प्रकार-
(a) रक्त परिवहन, (b) लसीका परिवहन तंत्र ।
मनुष्य में दो वहन तंत्र के कार्य हैं-
(a) यह ऑक्सीजन, प्रोटीन्स, खनिज आदि को शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में पहुँचाता है।
(b) यह विभिन्न अपशिष्ट पदार्थों को विभिन्न अंगों से मुख्य उत्सर्जी अंगों तक पहुँचाता है।
(ii) जन्तुओं में उत्सर्जी पदार्थ-CO2 पित्तवर्णक, नत्रजनी पदार्थ, अमोनिया, यूरिया, यूरिक अम्ल, लवण व जल।
पौधों के उत्सर्जी पदार्थ-अमोनिया जो पत्तियों में एकत्र होती है, गोंद, रेजिन, घुलनशील वर्ण्य पदार्थ।
प्रश्न 18.
मेण्डल के स्वतन्त्र अपव्यूहन के नियम को समझाइए। [3]
अथवा
भ्रूणीय अध्ययन कैसे विकास को प्रमाणित करते हैं? स्पष्ट कीजिए। [3]
उत्तर:
मेण्डल का स्वतन्त्र अपव्यूहन का नियम इसके अनुसार दो जोड़ी विपर्यासी लक्षणों वाले दो पौधों के बीच संकरण कराया जाता है तो इन लक्षणों का पृथक्करण स्वतन्त्र रूप से होता है। एक लक्षण की वंशागति दूसरे को प्रभावित नहीं करती है।
उदाहरण के लिए; जब मेण्डल ने गोल एवं पीले बीज वाले पौधे का संकरण झुरींदार एवं हरे बीज वाले पौधे के साथ कराया तो F1 पीढ़ी में सभी पौधे गोल एवं पीले बीज वाले उत्पन्न हुए। जब F1 पीढ़ी के पौधों में स्वपरागण होने दिया तो F2 पीढ़ी में चार प्रकार के पौधे उत्पन्न हुए जिन्हें चैकरबोर्ड में दर्शाया गया है।
इस चैकरबोर्ड से F2 पीढ़ी में निम्न परिणाम प्राप्त हुए-
- 9 पौधे गोल एवं पीले बीज वाले,
- 3 पौधे गोल एवं हरे बीज वाले,
- 3 पौधे झुरींदार एवं पीले बीज वाले,
- 1 पौधा झुरींदार एवं हरे बीज वाला। अतः उपर्युक्त प्रयोग से लक्षणों का स्वतन्त्र अपव्यूहन प्रकट हो जाता है।
प्रश्न 19.
(i) विद्युत्-चुम्बक कैसे बनाया जाता है ? इसे दर्शाने के लिए नामांकित आरेख खींचिए।
(ii) यदि किसी विद्युत-चुम्बक का पदार्थ निश्चित है तो उस विद्युत-चुम्बक की प्रबलता में वृद्धि करने के दो उपाय लिखिए। [3]
अथवा
(i) ट्रांसफार्मर से क्या अभिप्राय है? ट्रांसफार्मर किस काम में लिए जाते हैं?
(ii) विद्युत-चुम्बक बनाने में नर्म लौह क्रोड का उपयोग किए जाने के उद्देश्य का उल्लेख कीजिए। [3]
उत्तर:
(i) विद्युत धारावाही परिनालिका के भीतर
चुम्बकीय पदार्थ, जैस नर्म लोहा विद्युत चुम्बक की तरह कार्य करता है। विद्युत चुम्बक का प्रयोग विद्युत घंटियों, टेलीफोन रिसिवर, माइक्रोफोन आदि में किया जाता है।
(ii) विद्युत चुम्बक की प्रबलता निम्न प्रकार से बढ़ाई जा सकती है:
(a) परिनालिका में कुंडली के फेरों की संख्या बढ़ाकर।
(b) परिनालिका में प्रवाहित धारा का मान बढ़ाकर।
प्रश्न 20.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं को सन्तुलित करके प्रत्येक अभिक्रिया के प्रकार बताइए
(i) H2SO4 + NaOH → Na2SO4 + H2O
(ii) Ba(OH)2 + HBr → BaBr2 + H2O
(ii) BaCl2 + Al2 (SO4)3 → AlCl3 + BaSO4 [3]
अथवा
निम्न अभिक्रिया में
MnO2 + 4HCl → MnCl2 + 2H2O + Cl2
(i) निम्न उस यौगिक का नाम लिखिए जिसका (a) उपचयन, (b) अपंचयन हुआ है।
(i) उपरोक्त के आधार पर उपचयन और अपचयन की परिभाषा लिखिए। [3]
उत्तर:
खण्ड – (द)
निबन्धात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 21 से 23 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 250 शब्द)
प्रश्न 21.
प्रतिवर्ती क्रिया पर टिप्पणी लिखिए। यदि आवश्यक हो तो चित्र दीजिए। [4]
अथवा
हमारे शरीर में ग्राही का क्या कार्य है? ऐसी स्थिति पर विचार कीजिए जहाँ ग्राही उचित प्रकार से कार्य नहीं कर रहे हों, क्या समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं? [4]
उत्तर:
“बहुत सी क्रियाएँ बाह्य उद्दीपनों के कारण अनुक्रिया के रूप में घटित होती हैं, इन्हें प्रतिवर्ती क्रियाएँ कहते हैं।” काँटा चुभते ही पैर को झटके से ऊपर खींचना, गर्म वस्तु छू जाने पर हाथ खींचना, तीव्र प्रकाश में आँख की पुतली का सिकुड़ना, खाँसना, छींकना, पलक झपकना आदि प्रतिवर्ती क्रिया के उदाहरण हैं।
प्रतिवर्ती क्रियाएँ रीढ़ रज्जु से नियन्त्रित होती हैं। मस्तिष्क को निकाल देने पर ये कुछ समय के लिए चलती रहती हैं। अतः प्रतिवर्ती क्रिया किसी उद्दीपन के प्रति अंग या अंगों के तंत्र द्वारा तीव्र गति से की जाने वाली स्वचालित अनुक्रिया है।
रीढ़ रज्जु से रीढ़ तंत्रिकाएँ निकलती हैं। प्रत्येक रीढ़ तंत्रिका पृष्ठ मूल तथा अधर मूल से मिलकर बनती है। पृष्ठ मूल में संवेदी तन्तु तथा अधर मूल में चालक तन्तु होते हैं। संवेदी अंग उद्दीपन को ग्रहण कर संवेदी तन्तुओं द्वारा रीढ़ रज्जु तक पहुँचाते हैं, इसके फलस्वरूप रीढ़ रज्जु से अनुक्रिया के लिए आवेश चालक तन्तुओं द्वारा सम्बन्धित माँसपेशियों को मिलता है और अंग अनुक्रिया करता है। इस प्रकार संवेदी अंगों से, संवेदनाओं को संवेदी तन्तुओं द्वारा रीढ़ रज्जु तक आने या रीढ़ रज्जु से प्रेरणा के रूप में अनुक्रिया करने वाले अंगों की माँसपेशियों तक संदेश पहुँचाने के मार्ग को प्रतिवर्ती चाप तथा होने वाली क्रिया को प्रतिवर्ती क्रिया कहते हैं।
प्रश्न 22.
(i) यदि किसी दर्पण द्वारा उसके सामने स्थित बिम्ब का किसी भी स्थिति के लिए सदैव ही छोटा, सीधा और आभासी प्रतिबिम्ब बनता है, तो इस दर्पण की प्रकृति लिखिए और अपने उत्तर की पुष्टि के लिए किरण आरेख भी खींचिए। इस प्रकार के दर्पणों का एक उपयोग लिखिए तथा इनका उपयोग क्यों किया जाता है, उसका उल्लेख कीजिए।
(ii) गोलीय दर्पणों की वक्रता त्रिज्या की परिभाषा लिखिए। किसी गोलीय दर्पण की प्रकृति और फोकस दूरी ज्ञात कीजिए, जिसकी वक्रता त्रिज्या + 24 सेमी है। [4]
अथवा
(i) 12 सेमी फोकस दूरी वाले अवतल दर्पण के सामने 4 सेमी लम्बी वस्तु कहाँ रखी जाए कि उसका 1 सेमी लम्बा प्रतिबिम्ब बने ?
(ii) एक अवतल दर्पण की वक्रता त्रिज्या 60 सेमी है। 4 सेमी लम्बी एक वस्तु दर्पण से 45 सेमी दूर रखी है। प्रतिबिम्ब की स्थिति तथा लम्बाई ज्ञात कीजिए। [4]
उत्तर:
(i) यदि किसी दर्पण द्वारा उसके सामने स्थित बिम्ब का किसी भी स्थिति के लिए सदैव ही छोटा, सीधा और आभासी प्रतिबिम्ब बनता है तो वह दर्पण उत्तल है।
इस तरह के दर्पणों का उपयोग सामान्यतः वाहनों के पश्च-दृश्य दर्पणों के रूप में किया जाता है। इनमें ड्राइवर अपने पीछे के वाहनों को देख सकते हैं जिससे वे सुरक्षित रूप से वाहन चला सकें
रेखाचित्र
बिम्ब की स्थिति = अनंत तथा दर्पण के ध्रुव P के बीच
प्रतिबिम्ब की स्थिति = P तथा F के बीच दर्पण के पीछे
प्रतिबिम्ब की प्रकृति = आभासी, सीधा तथा छोटा।
(ii) गोलीय दर्पण के ध्रुव से वक्रता केन्द्र तक की दूरी वक्रता त्रिज्या कहलाती है। गोलीय दर्पण का परावर्तक पृष्ठ जिस गोले का भाग है, उसकी त्रिज्या दर्पण की वक्रता त्रिज्या कहलाती है। अगर किसी दर्पण की वक्रता त्रिज्या 24 सेमी है, तो उसकी फोकस दूरी R/2 होगी।
f = \(\frac{24}{2}\) = +12 सेमी, यह दर्पण एक उत्तल दर्पण है।
प्रश्न 23.
टूटी हड्डियों को सहारा देने के लिए डॉक्टर किसी श्वेत पाउडर का उपयोग करते हैं।
(i) इस पाउडर का नाम और रासायनिक सूत्र लिखिए।
(ii) इस पाउडर को किस प्रकार बनाया जाता है।
(iii) जब इस श्वेत पाउडर को पानी के साथ गूंथा जाता है, तो एक कठोर ठोस पिण्ड प्राप्त होता है। इस
परिवर्तन के लिए सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।
(iv) इस श्वेत पाउडर का कोई एक और उपयोग लिखिए। [4]
अथवा
दो परखनलियों A और B जिनमें क्रमशः तनु HCl और NaOH विलयन भरे हैं, में नीले लिटमस का विलयन मिलाया गया है। इनमें से किस परखनली के रंग में परिवर्तन दिखाई देगा? इस रंग परिवर्तन का उल्लेख कीजिए और इसका कारण दीजिए। [4]
उत्तर:
(i) पाउडर का नाम-कैल्सियम सल्फेट हेमी- हाइड्रेट, रासायनिक सूत्र- CaSO4\(\frac { 1 }{ 2 }\) H2O
(ii) जिप्सम को 100° (373 K) पर गर्म करके इस पाउडर को तैयार किया जाता है।
(iv) इसका उपयोग घर के अन्दर की दीवारों तथा छत की सतह को समतल व सुंदर बनाने के लिए किया जाता है।
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