Students must start practicing the questions from RBSE 10th Science Model Papers Set 7 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 9 Science Model Paper Set 7 with Answers in Hindi
समय: 2 घण्टा 45 मिनट
पूर्णांक : 80
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देशः
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न-पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर-पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आंतरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
- प्रश्न क्रमांक 17 से 23 तक में आन्तरिक विकल्प है।
खण्ड – (अ)
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखिए:
(i) पौधों में प्रकाश-संश्लेषण क्रिया सम्पन्न होती है- [1]
(अ) माइटोकॉण्ड्रिया में
(ब) हरितलवक में
(स) केन्द्रक में
(द) जड़ में।
उत्तर:
(ब) हरितलवक में
(ii) निम्नलिखित में से स्वपोषी है- [1]
(अ) मनुष्य
(ब) फफूंद
(स) हरा शैवाल
(द) अमरबेल।
उत्तर:
(स) हरा शैवाल
(iii) हॉर्मोन स्त्रावित होता है [1]
(अ) अंतःस्रावी ग्रंथि से
(ब) बहिस्रावी ग्रंथि से
(स) नलिका ग्रंथि से
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) अंतःस्रावी ग्रंथि से
(iv) ग्वाइटर (घेघा) पनपता है [1]
(अ) चीनी की कमी से
(ब) आयोडीन की कमी से
(स) रक्त की कमी से
(द) मोटापा से
उत्तर:
(ब) आयोडीन की कमी से
(v) किसी परावर्तक युक्ति से बना प्रतिबिम्ब आभासी एवं बिम्ब से बड़ा बनता है, युक्ति है [1]
(अ) समतल दर्पण
(ब) अवतल दर्पण
(स) उत्तल लेंस
(द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ब) अवतल दर्पण
(vi) पश्च दृश्य दर्पण हैं- [1]
(अ) समतल दर्पण
(ब) उत्तल दर्पण
(स) अवतल दर्पण
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(ब) उत्तल दर्पण
(vii) काँच की छड़ को रेशमी कपड़े से रगड़ने पर क्या उत्पन्न होता है ? [1]
(अ) धनात्मक आवेश
(ब) विभवान्तर
(स) विभव
(द) दिष्ट धारा।
उत्तर:
(अ) धनात्मक आवेश
(viii) t समय में प्रतिरोध R में धारा I प्रवाहित होने पर किए गए कार्य का सूत्र है- [1]
(अ) W = I Rt
(ब) W = I2 Rt
(स) W = I R2t
(द) उपर्युक्त कोई नहीं
उत्तर:
(अ) W = I Rt
(ix) निम्नलिखित में से कौन किसी लम्बे विद्युत धारावाही तार के निकट चुम्बकीय क्षेत्र का सही वर्णन करता है? [1]
(अ) चुम्बकीय क्षेत्र की क्षेत्र रेखाएँ तार के लम्बवत होती हैं।
(ब) चुम्बकीय क्षेत्र की क्षेत्र रेखाएँ तार के समान्तर होती हैं।
(स) चुम्बकीय क्षेत्र की क्षेत्र रेखाएँ अरीय होती हैं जिनका उद्भव तार से होता है।
(द) चुम्बकीय क्षेत्र की संकेन्द्रीय क्षेत्र रेखाओं का केन्द्र तार होता है।
उत्तर:
(अ) चुम्बकीय क्षेत्र की क्षेत्र रेखाएँ तार के लम्बवत होती हैं।
(x) दानेदार जिंक पर तनु HCI डालने पर कौन-सी गैस उत्पन्न होती है [1]
(अ) H2
(ब) SO2
(स) Cl2
(द) O2
उत्तर:
(अ) H2
(xi) pH चार्ट के अन्तिम सिरों पर दिखने वाले दो रंग हैं- [1]
(अ) लाल और नीला
(ब) लाल तथा हरा
(स) हरा और लाल
(द) नारंगी तथा हरा
उत्तर:
(अ) लाल और नीला
(xii) निम्न में से उदासीन ऑक्साइड है- [1]
(अ) कार्बन डाइऑक्साइड
(ब) कार्बन मोनोऑक्साइड
(स) सल्फर डाइऑक्साइड
(द) सल्फर ट्राइऑक्साइड।
उत्तर:
(ब) कार्बन मोनोऑक्साइड
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-
(i) पौधे का प्रकाश की ओर वृद्धि करना ………………….. के कारण होता है। [1]
उत्तर:
प्रकाशानुवर्तन
(ii) पौधों में अनपयोगी कार्बोहाइडेट ……………………….. के रूप में संग्रहित रहता है। [1]
उत्तर:
भोजन
(iii) सफेदी करने के दो-तीन दिन बाद ……………………… की परत का निर्माण होता है। [1]
उत्तर:
कैल्सियम कार्बोनेट
(iv) चिपको आन्दोलन ……………………… राज्य से सम्बन्धित है। [1]
उत्तर:
उत्तराखण्ड
(v) प्रकाश का वेग ……………………… में सबसे अधिक होता है। [1]
उत्तर:
निर्वात
(vi) किलोवॉट-घण्टा …………………………… का मात्रक है। [1]
उत्तर:
विद्युत ऊर्जा
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (प्रश्नों के उत्तर एक शब्द या एक पंक्ति में दीजिए।)
(i) पौधे के संवहन बण्डल में कौन-से ऊतक पाए जाते हैं? [1]
उत्तर:
जाइलम तथा फ्लोएम।
(ii) एड्रीनलीन हॉर्मोन का एक कार्य बताइए। [1]
उत्तर:
हृदय की धड़कन की गति तथा श्वास दर बढ़ाना।
(iii) जैव निम्नीकरणीय पदार्थ क्या हैं ? [1]
उत्तर:
ऐसे अपशिष्ट पदार्थ जो समय के साथ प्रकृति में सूक्ष्मजीवों की क्रियाओं द्वारा हानिरहित पदार्थों में अपघटित कर दिए जाते हैं, जैव निम्नीकरणीय कहलाते हैं। जैसे- घरेलू कचरा, कृषि अपशिष्ट।
(iv) समुद्री जल से हमें क्या मिलता है ?
उत्तर:
आयोडीन।
(v) सौर ऊर्जा हमें किस प्रकार मिलती है ? [1]
उत्तर:
सौर ऊर्जा हमें सौर किरणों के रूप में सीधे सूर्य से मिलती है।
(vi) आवेश का मात्रक लिखिए? [1]
उत्तर:
कूलाम।
(vii) किसी चुम्बकीय क्षेत्र में स्थित विद्युत धारावाही चालक पर आरोपित बल कब अधिकतम होता है? [1]
उत्तर:
जब चालक की लम्बाई चुम्बकीय क्षेत्र के लम्बवत् हो।
(viii) विद्युत धारा कितने प्रकार की होती है ? [1]
उत्तर:
विद्युत धारा दो प्रकार की होती है-
(a) ए. सी. (प्रत्यावर्ती धारा),
(b) डी. सी. (दिष्ट धारा)।
(ix) हमारा उदर कौन-सा अम्ल उत्पन्न करता है ? [1]
उत्तर:
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) ।
(x) हमारे शरीर में सबसे कठोर पदार्थ कौन-सा है? [1]
उत्तर:
दाँतों का इनैमल (कैल्सियम फॉस्फेट)।
(xi) अम्लीय ऑक्साइड के नाम लिखिये जिनके द्वारा अम्लीय वर्षा होती है। [1]
उत्तर:
सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NO2)।
(xii) अम्ल की परिभाषा लिखिए। [1]
उत्तर:
अम्ल वे यौगिक हैं जो पानी में घुलकर हाइड्रोनियम (H3O+) को उत्पन्न करते हैं।
HCl + H2O → H3O+ + Cl–
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 04 से 16 के उत्तर के लिखिए (शब्द सीमा 50 शब्द)
प्रश्न 4.
जलीय जीवों और स्थलीय जीवों की साँस लेने की दरों में अंतर क्यों होता है? व्याख्या कीजिए। [2]
उत्तर:
जलीय जीवों में श्वास दर स्थलीय जीवों की अपेक्षा द्रुत गति से होती है। जलीय जीव श्वसन हेतु जल में विलेय ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं। जल में विलेय ऑक्सीजन की मात्रा सीमित होती है। स्थलीय जीव वायु से श्वास लेते हैं, जिसमें ऑक्सीजन की मात्रा काफी अधिक होती है। ऑक्सीजन प्राप्त करने हेतु जलीय जीव की तुलना में स्थलीय को लाभ होता है क्योंकि वह ऑक्सीजन वायु द्वारा घिरा होता है जिससे वह किसी भी मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण कर सकता है।
प्रश्न 5.
आर्कियोप्टेरिक्स को सरीसृप तथा पक्षी वर्ग के बीच की कड़ी क्यों माना जाता है? [2]
उत्तर:
आर्कियोप्टेरिक्स में सरीसृप तथा पक्षीयों दोनों के लक्षण समान पाये जाते थे। इसलिए इसे संयोजक कड़ी माना जाता है। इसके लक्षण निम्न प्रकार से हैं-
सरीसृपों के लक्षण-
- इनकी पूँछ लम्बी होती थी।
- जबड़े में दाँत उपस्थित थे।
- लम्बे नुकीले नखरयुक्त तीन उँगलियाँ थीं।
- शरीर छिपकली के समान था।
पक्षियों के गुण-
- शरीर पर पंख उपस्थित थे।
- चोंच उपस्थित थी।
- अग्र पाद पक्षियों की भाँति थे।
प्रश्न 6.
समजात संरचनाएँ क्या होती हैं? कोई उदाहरण दीजिए। क्या यह आवश्यक है कि समजात संरचनाओं के पूर्वज सदैव ही समान हों? अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए। [2]
उत्तर:
समजात संरचनाएँ-वे अंग जो मूल रूप से अलग-अलग जीवों में एक जैसी संरचना वाले होते हैं, परन्तु उनमें उनके कार्य अलग-अलग होते हैं, समजात संरचनाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण-मनुष्य की बाजू, में ढक की अगली टांगें, घोड़े की अगली टांगें आदि। हाँ, यह आवश्यक है कि समजात संरचनाओं वाले विभिन्न प्रकार के जीवों के पूर्वज सदैव समान होते हैं क्योंकि ऐसे जीव जैव विकास होने के कारण एक-दूसरे से अलग प्रकार के जीव बन गए, परन्तु अपने समान पर्वजों के समजात अंगों को उसी रूप में अपनी अगली पीढ़ियों में ले जाते चले गए हैं।
प्रश्न 7.
ऐसे दो तरीके बताइए जिनमें अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं। [2]
उत्तर:
अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ निम्न प्रकार से पर्यावरण को प्रभावित करते हैं-
- अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ लम्बे समय तक पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। ये पदार्थ विभिन्न पदार्थों के चक्रण में रुकावट उत्पन्न करते हैं।
- अनेक कीटनाशक तथा पीड़कनाशक रसायन खाद्य श्रृंखला के माध्यम से जीवधारियों तथा मनुष्य के शरीर में पहुँचकर उसे क्षति पहुचाते हैं।
प्रश्न 8.
लेंस पर आपतित होने के पश्चात् प्रकाश किरण का अपवर्तन किस प्रकार होता है? समझाइए। [2]
उत्तर:
लेंस द्वारा बने प्रतिबिम्ब की स्थिति निम्नलिखित किरणों द्वारा ज्ञात की जाती है-
- मुख्य अक्ष के समान्तर आ रही किरण अपवर्तन के पश्चात् लेंस के मुख्य फोकस से होकर जाती है।
- प्रकाशीय केन्द्र से गुजरने वाली किरण अपने मार्ग से हटे बिना सीधी चली जाती है।
- मुख्य फोकस से गुजरने वाली किरण अपवर्तन के पश्चात् मुख्य अक्ष के समान्तर चली जाती है।
प्रश्न 9.
किसी ताँबे के तार का व्यास 0.5 मिमी तथा प्रतिरोधकता 1.6 × 10-8 Ω.मी है। 10 Ω प्रतिरोध का प्रतिरोधक
बनाने के लिए कितने लम्बे तार की आवश्यकता होगी? यदि इससे दोगुना व्यास का तार लें तो प्रतिरोध में क्या अन्तर आएगा? [2]
उत्तर:
दिया है, प्रतिरोधकता ρ = 1.6 × 10-8 ओम-मी
प्रतिरोध R = 10 ओम
व्यास 2r = 0.5 मिमी
∴ त्रिज्या r = \(\frac{0.5}{2}\) मिमी = 2.5 × 10-4 मी
∴ R = ρ\(\frac{l}{\mathrm{~A}}\)
∴ तार की लम्बाई l = \(\frac{R \times A}{\rho}\)
= \(\frac{10 \times \pi \mathrm{r}^{2}}{\rho}\)
= 12.26 × 103 मी. =.122.6 मी.
व्यास दोगुना करने पर त्रिज्या r दोगुनी तथा अनुप्रस्थ क्षेत्रफल (A = πr2) चार गुना हो जाएगा।
∵ R ∝ \(\frac{1}{A}\)
∴ क्षेत्रफल चार गुना होने पर प्रतिरोध एक चौथाई रह जाएगा।
अतः नया प्रतिरोध R1 = \(\frac{1}{4}\)R =\(\frac{1}{4}\) × 10 = 2.5 ओम-
प्रश्न 10.
(i) 12w,6v का एक बल्ब 12V बैटरी से किस प्रकार जलाया जा सकता है?
(ii) अतिचालकता से क्या अर्थ है? उदाहरणा देकर स्पष्ट करें। [2]
उत्तर:
(i) 12W, 6V का अर्थ है कि लैम्प 6V की विद्युत आपूर्ति के साथ 12W शक्ति का उपयोग करता है परन्तु 6V से अधिक विभवान्तर होने पर यह जल जाएगा। यदि 12V आपूर्ति का प्रयोग करता है तो अतिरिक्त 6V को लैम्प के साथ श्रेणीक्रम में एक प्रतिरोध का प्रयोग करना होगा।
(ii) कुछ धातुओं का निम्न ताप पर प्रतिरोध समाप्त हो जाता है, इस घटना को अति चालकता कहते हैं। उदाहरण के लिए, जब पारे के तापमान को 4.12K तक कम किया गया तो पारे का प्रतिरोध लुप्त हो जाता है। इस तापमान पर पारा अतिचालक बन जाता है। अतिचालकता का आविष्कार एक डच वैज्ञानिक एच. कामरलिंग ओनेस ने किया।
प्रश्न 11.
पृथ्वी एक बड़े चुम्बक की तरह व्यवहार क्यों करती है ? [2]
उत्तर:
पृथ्वी एक बहुत बड़े छड़ चुम्बक की भाँति व्यवहार करती है। इसके चुम्बकीय क्षेत्र को तल से 3 × 104 किमी ऊँचाई तक अनुभव किया जा सकता है। चुम्बकीय क्षेत्र के निम्नलिखित कारण माने जाते हैं-
- पृथ्वी के भीतर पिघली हुई अवस्था में विद्यमान धात्विक द्रव्य लगातार घूमते हुए बड़े चुम्बक की भाँति व्यवहार करता है।
- पृथ्वी के केन्द्र में लोहा व निकिल हैं, पृथ्वी के लगातार घूमने से इनका चुम्बकीय व्यवहार प्रकट होता है।
- पृथ्वी के अपने अक्ष पर घूमने के कारण इसका चुम्बकत्व प्रकट होता है।
प्रश्न 12.
वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रियाओं के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए। [2]
उत्तर:
संयोजन अभिक्रिया में दो या दो से अधिक पदार्थ परस्पर संयोग करके एक नया पदार्थ बनाते हैं, जैसे-
C(s) + O2 (g) → CO2 (g)
तथा वियोजन अभिक्रिया में एक ही यौगिक विखण्डित होकर दो या दो से अधिक सरल पदार्थ बनाता है, जैसे- कैल्सियम कार्बोनेट को गर्म करने पर वह वियोजित होकर कैल्सियम ऑक्साइड तथा कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है।
इस प्रकार वियोजन अभिक्रिया, संयोजन अभिक्रिया के विपरीत है।
प्रश्न 13.
नीचे दी गई प्रत्येक अभिक्रिया के प्रकार को पहचानिए तथा प्रत्येक अभिक्रिया के लिए सन्तुलित रासायनिक समीकरण भी लिखिए-(i) वह अभिक्रिया जिसमें मिश्रण गरम हो जाता है। (ii) वह अभिक्रिया जिसमें कोई अविलेय पदार्थ बनता है। [2]
उत्तर:
(i) ऊष्माक्षेपी रासायनिक अभिक्रिया
(ii) अवक्षेपण अभिक्रिया
प्रश्न 14.
ऐलुमिनियम धातु का उसके ऑक्साइड अयस्क से निष्कर्षण कैसे करेंगे? [2]
उत्तर:
ऐलुमिनियम धातु का उसके ऑक्साइड अयस्क से निष्कर्षण करना-एक विशेष प्रकार के विद्युत सैल में तरल ऐलुमिनियम ऑक्साइड में से जब विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो इसके अपचयन से हमें ऐलुमिनियम धातु तरल रूप में ऋण टर्मिनल (कैथोड) पर प्राप्त होती है।
प्रश्न 15.
कोई धातु X जिसका उपयोग थर्मिट प्रक्रिया में होता है, ऑक्सीजन में गर्म किए जाने पर कोई ऑक्साइड Y बनाती है जो प्रकृति में उभयधर्मी है। X और Y को पहचानिए। ऑक्साइड Y की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल और सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ अभिक्रियाओं के सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए। [2]
उत्तर:
जब ऐलुमिनियम को ऑक्सीजन में गर्म किया जाता है तो ऐलुमिनियम ऑक्साइड बनता है जो प्रकृति में उभयधर्मी है।
4Al2 + 3O2 → 2Al2O3
‘X’ ऐलुमिनियम धातु है।
‘Y’ ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2O3) है।
ऐलुमिनियम ऑक्साइड की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया-
Al2O3 + 6HCl → 2AlCl3 + 3H2O
ऐलुमिनियम ऑक्साइड की सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ अभिक्रिया-
Al2O3 + 2NaOH → 2NaAlO2 + H2O
प्रश्न 16.
(a) आयनिक यौगिकों के कोई एक भौतिक गुण कारण सहित लिखिए।
(b) दो ऐसी धातुओं के नाम लिखिए जो पृथ्वी की ऊपरी परत में स्वतंत्र रूप में पाई जाती हैं। वह धातुओं की क्रियामाला में किस स्थान पर स्थित हैं? [2]
उत्तर:
(a) अपने जल के विलयन के रूप में यह विद्युत धारा के सुचालक होते हैं क्योंकि विलयनों के रूप में इनके आयन स्वतन्त्र होकर विद्युत धारा को प्रवाहित कर पाते हैं। (b) सोना तथा प्लेटिनम धातु पृथ्वी की ऊपरी परत में स्वतंत्र रूप में पाई जाती हैं। ये धातुएँ, धातुओं की क्रियामाला में नीचे की ओर स्थित होती हैं।
खण्ड – (स)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न- प्रश्न सं. 17 से 20 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 100 शब्द)
प्रश्न 17.
फ्लोएम में भोजन का संवहन किस प्रकार होता है? फ्लोएम ऊतक का चित्र खींचिए। [3]
अथवा
निम्नलिखित में अन्तर बताइए(i) धमनी तथा शिरा (ii) प्रकाश संश्लेषण तथा श्वसन [3]
उत्तर:
फ्लोएम द्वारा पत्तियों में निर्मित खाद्य पदार्थों का पौधे के विभिन्न भागों में स्थानान्तरण होता है। फ्लोएम द्वारा खाद्य पदार्थों का स्थानान्तरण ATP की ऊर्जा का उपयोग करके होता है।
चित्र-फ्लोएम ऊतक ऊर्जा द्वारा फ्लोएम का परासरण दाब बढ़ जाता है जिससे जल इसमें प्रवेश कर जाता है। यह दाब.पदार्थों को फ्लोएम से उस ऊतक तक ले जाता है जहाँ दाब कम होता है। यह फ्लोएम को पादप की आवश्यकतानुसार पदार्थों का स्थानान्तरण करता है।
प्रश्न 18.
DNA की संरचना का वर्णन कीजिए। [3]
अथवा
मनुष्य में लिंग निर्धारण किस प्रकार होता है? आरेख बनाकर समझाइए। [3]
उत्तर:
डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल (DNA) DNA की आण्विक संरचना-वाटसन तथा क्रिक ने DNA की संरचना का द्वि-रज्जुकी मॉडल प्रस्तुत किया। इस
मॉडल के अनुसार-
- DNA, द्विचक्राकार रचना (double helical structure) है, जिसमें पॉलीन्यूक्लिओटाइड की दोनों शृंखलाएँ एक अक्ष रेखा पर एक-दूसरे के विपरीत दिशा में कुंडलित अथवा रस्सी की भाँति ऐंठी हुई होती हैं।
- दोनों शृंखलाओं का निर्माण फॉस्फेट एवं शर्करा के अनेक अणुओं के मिलने से होता है। नाइट्रोजनी क्षारक श्रृंखला के पार्श्व में होते हैं।
- डी.एन.ए. के प्रत्येक अणु में पॉलीन्यूक्लिओटाइड शृंखलाएँ प्रतिसमान्तर होती हैं।
- फॉस्फेट तथा शर्करा अणु एक सीढ़ी की भाँति रीढ़ बनाते हैं, जबकि क्षारक सीढ़ी में पग दण्डों का कार्य करते हैं।
- दोनों शर्करा-फॉस्फेट शृंखलाओं के बीच दुर्बल हाइड्रोजन बन्ध होते हैं।
- एडीनीन तथा थाइमीन के बीच द्वि-हाइड्रोजन बन्ध (=) तथा ग्वानीन एवं साइटोसीन के बीच त्रि-हाइड्रोजन (≡) बन्ध होते हैं।
- डी.एन.ए. की दोनों श्रृंखलाएँ सर्पिलाकार रूप से ऐंठी हुयी होती हैं जिनका व्यास 20 Å होता है।
- दो नाइट्रोजनी क्षारकों के बीच 3.4 Å की दरी होती है।
- DNA के प्रत्येक मोड़ में 10 न्यूक्लिओटाइड जोड़ियाँ होती हैं।
प्रश्न 19.
(i) घरेलू परिपथ का नामांकित चित्र बनाइए।
(ii) विद्युत से खतरों के क्या-क्या कारण हो सकते हैं? लिखिए। [3]
अथवा
(i) एक घरेलू विद्युत परिपथ में 5 एम्पियर का फ्यूज है। 100 W (220V) के अधिकतम बल्बों की संख्या कितनी होगी जिनका इस परिपथ में सुरक्षित उपयोग कर सकें।
(ii) ट्रांसफार्मर से क्या अभिप्राय है? समझाओ। [3]
उत्तर:
(i)
(ii) विद्यत से खतरों के कारण विद्युत से खतरों के कारण निम्नलिखित हैं
- यदि स्विच में खराबी है, तो इससे आग लगने तथा विद्यत उपकरणों के जलने की सम्भावना अधिक हो जाती है।
- यदि संयोजन तारों का सम्बन्ध ठीक से कमा हुआ नहीं है तब तारों में आग लग सकती है।
- यदि विद्युत परिपथ में लगे उपकरण भूसंपर्कित नहीं हैं, तो उन्हें छू जाने से मनुष्य की मृत्यु भी हो सकती है।
प्रश्न 20.
निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए तथा अभिक्रिया के प्रकार को पहचानिए
(i) पोटैशियम ब्रोमाइड (aq) + बेरियम आयोडाइड (aq)→ पोटैशियम आयोडाइड (aq) + बेरियम ब्रोमाइड (aq)
(ii) जिंक कार्बोनेट (s) → जिंक ऑक्साइड (s) + कार्बन डाइऑक्साइड (g)
(iii) हाइड्रोजन (g) + क्लोरीन (g) → हाइड्रोजन क्लोराइड (g) [3]
अथवा
नीचे दिए गए प्रत्येक प्रकरण में होने वाली अभिक्रिया के प्रकार को पहचानिए और उसके लिए सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए-(i) जिंक सिल्वर नाइट्रेट से अभिक्रिया करके जिंक नाइट्रेट और सिल्वर बनाता है। (ii) पोटैशियम आयोडाइड लैड नाइट्रेट से अभिक्रिया करके पौटेशियम नाइट्रेट और लैड आयोडाइड बनाता है। [3]
उत्तर:
खण्ड – (द)
निबन्धात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 21 से 23 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 250 शब्द)
प्रश्न 21.
मानव शरीर में पायी जाने वाली किन्हीं चार अन्तःस्रावी ग्रन्थियों के नाम, उनसे स्रावित हॉर्मोन्स तथा कार्यों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। [4]
अथवा
जलानुवर्तन दर्शाने के लिए एक प्रयोग की अभिकल्पना कर समझाइए। [4]
उत्तर:
मानव शरीर में पायी जाने वाली प्रमुख अन्तः
स्रावी ग्रन्थियाँ निम्नलिखित हैं-
(क) पीयूष ग्रन्थि-इससे निम्नलिखित हॉर्मोन्स नावित होते हैं-
- वृद्धि हॉर्मोन-यह अस्थियों तथा ऊतकों की वृद्धि को नियन्त्रित करता है।
- एन्टीडाइयूरेटिक हॉर्मोन- यह वृक्क द्वारा जल के पुनः अवशोषण को नियमित करता है।
- ACTH-यह कार्टिसोन निर्माण के लिए अधिवृक्क कॉर्टेक्स को उत्तेजित करता है।
- FSH – यह एस्ट्रोजन स्रावण के लिए अण्डाशय को उत्तेजित करता है।
- TSH – यह थायरॉक्सिन के स्रावण के लिए थायरॉइड ग्रन्थि को उत्तेजित करता है।
(ख) थायरॉइड-इससे थायरॉक्सिन हॉर्मोन स्रावित होता है।
थायरॉक्सिन उपापचय तथा वृद्धि की दर नियमित करता है। इसकी कमी से घेघा रोग हो जाता है तथा शरीर में शिथिलता आ जाती है। इसकी अधिकता से भीमकायिकता रोग उत्पन्न हो जाता है।
(ग) अग्न्याशय- इसकी लैंगर हैं स की द्वीपिकाओं की बीटा कोशिकाओं से इन्सुलिन का स्रावण होता है।
इन्सुलिन शर्करा के उपापचय का नियमन करता है। इसकी कमी से रुधिर में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और शरीर में कमजोरी आती है, ऐसी स्थिति को मधुमेह (Diabetes) कहते हैं।
(घ) अधिवृक्क ग्रन्थि-इससे कार्टिसोन का स्त्रावण होता है। कार्टिसोन (Cortison) प्रोटीन को शर्करा में बदलने का कार्य करता है।
प्रश्न 22.
सिद्ध कीजिए कि वायु के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक, काँच के सापेक्ष वायु के अपवर्तनांक का व्युत्क्रम होता है।
अथवा
(i) 0.12 मीटर फोकस दूरी के उत्तल लेंस से वस्तु का 3 गुना वास्तविक प्रतिबिम्ब पर्दे पर प्राप्त करने के लिए
वस्तु को लेंस से कितनी दूर रखना पड़ेगा?
(ii) 6 सेमी आकार का कोई बिम्ब 30 सेमी फोकस दूरी के किसी उत्तल लेंस के सामने 50 सेमी दूरी पर स्थित है। इस बिम्ब का तीक्ष्ण प्रतिबिम्ब प्राप्त करने के लिए पर्दे को लेंस से कितनी दूरी पर रखा जाना चाहिए? प्रतिबिम्ब की प्रकृति और आकार ज्ञात कीजिए। इस प्रकरण में प्रतिबिम्ब बनना दर्शाने के लिए नामांकित किरण आरेख भी खींचिए। [4]
उत्तर:
माना कि वायु में चलती एक प्रकाश-किरण OA एक काँच के गुटके PQRS पर गिरती है। यह किरण तल PQ पर अपवर्तित होकर काँच में AB दिशा में चली जाती है। इस प्रकार वायु में आपतित किरण OA है तथा काँच में अपवर्तित किरण AB है। यदि वायु में आपतन कोण i तथा काँच में अपवर्तन कोण । हो, तो वायु के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक
ang = \(\frac{\sin i}{\sin r}\) …………….. (i)
इसके विपरीत, यदि काँच के भीतर प्रकाश-किरण BA दिशा में चले तब वह तल PQ पर अपवर्तित होकर वायु में AO दिशा में जाएगी। इस स्थिति में काँच में आपतन कोण । होगा तथा वायु में अपवर्तन कोण । होगा। अतः जब प्रकाश-किरण काँच से वायु में जाती है तो काँच के सापेक्ष वायु का अपवर्तनांक
gna = \(\frac{\sin r}{\sin i}\) ………………. (ii)
समीकरण (i) एवं (ii) की तुलना करने पर,
ang = \(\frac{1}{g n_{a}}\)
अर्थात् वायु के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक, काँच के सापेक्ष वायु के अपवर्तनांक का व्युत्क्रम होता है। यदि वायु के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक \(\frac { 2 }{ 3 }\) है, तो काँच के सापेक्ष वायु का अपवर्तनांक \(\frac { 2 }{ 3 }\) होगा।
प्रश्न 23.
पकौड़ों को स्वादिष्ट और खस्ता बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले किसी लवण का pH मान 9 है। इस लवण को पहचानिए तथा इसके निर्माण के लिए रासायनिक समीकरण लिखिए। इसके दो उपयोगों की सूची बनाइए। [4]
अथवा
सोडियम कार्बोनेट से धोने का सोडा किस प्रकार बनाया जाता हैं? इसका रासायनिक समीकरण लिखिए। इस लवण के प्रकार का उल्लेख कीजिए। यह जल की जिस प्रकार की कठोरता को दूर करता है, उसका नाम लिखिए। [4]
उत्तर:
पकौड़ों को स्वादिष्ट तथा खस्ता बनाने के लिए बेकिंग सोडा या सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट लवण (NaHCO3) का उपयोग किया जाता है।
लवण के निर्माण का रासायनिक समीकरण-
इस लवण के दो उपयोग-
(i) इसका उपयोग, धावन सोडा के निर्माण में किया जाता है।
(ii) इसका उपयोग आग बुझाने के संयंत्र में किया जाता है।
Leave a Reply