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RBSE Class 10 Science Model Paper Set 9 with Answers in Hindi
समय: 2 घण्टा 45 मिनट
पूर्णांक : 80
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देशः
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न-पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर-पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आंतरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
- प्रश्न क्रमांक 17 से 23 तक में आन्तरिक विकल्प है।
खण्ड – (अ)
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखिए: .
(i) मनुष्य के लार में पाया जाता है- [1]
(अ) टायलिन .
(ब) लाइसोजाइम
(स) पेप्सिन
(द) दोनों (अ) तथा (ब)
उत्तर:
(द) दोनों (अ) तथा (ब)
(ii) आहार नाल की ‘C’ के आकार की संरचना है- [1]
(अ) आमाश्य
(ब) ग्रहणी
(स) ग्रसनी
(द) कृमिरुप परिशेषिका
उत्तर:
(ब) ग्रहणी
(iii) वह संरचना जो उद्दीपन की पहचान कराती है, कहलाती है – [1]
(अ) ग्राही
(ब) प्रभावक
(स) उत्तरदायित्व
(द) बैचेनी
उत्तर:
(अ) ग्राही
(iv) निम्नलिखित में से कौन-सी एक अंतःस्त्रावी और बाह्य स्रावी ग्रंथि दो प्रकार की होती हैं? [1]
(अ) अग्नाशय
(ब) थॉयराइड
(स) पैराथॉयराइड
(द) पिट्यूटरी
उत्तर:
(अ) अग्नाशय
(v) अवतल दर्पण द्वारा किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब आभासी, सीधा तथा वस्तु से बड़ा बनता है तब वस्तु की स्थिति होगी [1]
(अ) वक्रता केन्द्र पर
(ब) वक्रता केन्द्र से परे
(स) फोकस तथा वक्रता के बीच में
(द) दर्पण के ध्रुव तथा फोकस के बीच में।
उत्तर:
(द) दर्पण के ध्रुव तथा फोकस के बीच में।
(vi) किसी वस्तु को अवतल दर्पण और फोकस के बीच रखा जाता है, प्रतिबिम्ब बनेगा होगी- [1]
(अ) अनन्त पर
(ब) दर्पण के पीछे
(स) F पर
(द) वक्रता केन्द्र पर
उत्तर:
(ब) दर्पण के पीछे
(vii) किसी तार की प्रतिरोधकता निर्भर करती है [1]
(अ) तार की लम्बाई पर
(ब) अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल पर
(स) पदार्थ पर
(द) (अ), (ब) व (स) तीनों पर
उत्तर:
(द) (अ), (ब) व (स) तीनों पर
(viii) 50 W, 250 V के एक लैंप में प्रवाहित विद्युत धारा का मान है-[1]
(अ) 0.2A
(ब) 5 A
(स) 2 A
(द) 2.5 A
उत्तर:
(द) 2.5 A
(ix) जेनरेटर कौन-से प्रकार की धारा उत्पन्न करते हैं? [1]
(अ) AC
(ब) DC
(स) AC तथा DC
(द) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(स) AC तथा DC
(x) Cl2 + 2KI → 2KCl + I2, एक- [1]
(अ) संयोजन अभिक्रिया है।
(ब) अपघटन अभिक्रिया है
(स) विस्थापन अभिक्रिया है
(द) द्विविस्थापन अभिक्रिया है।
उत्तर:
(स) विस्थापन अभिक्रिया है
(xi) किसी विलयन की pH किसकी माप है- [1]
(अ) हाइड्रोजन आयन सान्द्रता
(ब) हाइड्रोनियम आयन सान्द्रता
(स) (अ) व (ब) दोनों
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(स) (अ) व (ब) दोनों
(xii) सीसा एवं टिन की मिश्रातु को कहते हैं [1]
(अ) अमलगम
(ब) सोल्डर
(स) काँसा
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) सोल्डर
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए
(i) ……………………… अंतःस्रावी ग्रंथि वृक्क के दोनों ओर ऊपर स्थित होती है? [1]
उत्तर:
एड्रीनल
(ii) अमीबा में ……………………………… पाचन होता है। [1]
उत्तर:
अन्तः कोशिकीय,
(iii) विश्व में ……………………………….. भाग में जल पाया जाता है। [1]
उत्तर:
70%
(iv) प्राकृतिक चयन का सिद्धान्त ………………………… ने दिया है। [1]
उत्तर:
डार्विन
(v) प्रकाश के वेग ……………………. में न्यूनतम होता है। [1]
उत्तर:
काँच
(vi) विद्युत प्रतिरोध का मात्रक …………………….. है। [1]
उत्तर:
ओम
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (प्रश्नों के उत्तर एक शब्द या एक पंक्ति में दीजिए।)
(i) परपोषण किसे कहते हैं? [1]
उत्तर:
वह पोषण, जिसमें जीव अपना भोजन स्वयं संश्लेषित नहीं करते, अपितु किसी न किसी रूप में अन्य स्त्रोतों से प्राप्त करते हैं, परपोषण कहलाता है।
(ii) दिवस निरपेक्ष पौधे क्या होते हैं? [1]
उत्तर:
ऐसे पौधे जिनके पुष्पन पर प्रकाश की अवधि का कोई प्रभाव नहीं होता है, दिवस निरपेक्ष पादप कहलाते हैं; जैसे-मिर्च।
(iii) दो प्राणी प्लवकों के नाम लिखिए। [1]
उत्तर:
डेफ्निया, साइक्लोप्स।
(iv) दो जीवाश्म ईंधनों के नाम दीजिए। [1]
उत्तर:
- कोयला,
- पेट्रोलियम।
(v) पर्यावरण संरक्षण हेतु आप किस तकनीक का प्रयोग करेंगे? [1]
उत्तर:
3R (Reduce, Recycle तथा Reuse) का।
(vi) समान्तर क्रम में जुड़े प्रतिरोधकों के तुल्य प्रतिरोध का सूत्र लिखिए। [1]
उत्तर:
समान्तर क्रम (पार्श्वक्रम) में जुड़े प्रतिरोधकों के तुल्य प्रतिरोधकों के लिए सूत्र \(\frac{1}{R}=\frac{1}{R_{1}}+\frac{1}{R_{2}}+\frac{1}{R_{3}}\) + ……
(vii) विद्युत धारा का मान बढ़ाने पर विद्युत चुम्बकीय शक्ति पर क्या प्रभाव पड़ता है ? [1]
उत्तर:
विद्युत चुम्बकीय शक्ति अधिक हो जाती है।
(viii)
नर्म लौह क्रोड एवं कुंडली को मिलाकर क्या कहते हैं ? [1]
उत्तर:
आर्मेचर।
(ix) विरंजक चूर्ण को पानी में क्यों मिलाया जाता है ? [1]
उत्तर:
पानी को जीवाणुरहित बनाने के लिए।
(x) प्लास्टर ऑफ पेरिस बनाने के लिए किसे और कितना गर्म करना पड़ता है ? [1]
उत्तर:
प्लास्टर ऑफ पेरिस को बनाने के लिए जिप्सम को 373 K तक गर्म किया जाता है।
(xi) धावन सोडा किस प्रकार का होता है ? [1]
उत्तर:
धावन सोडा पारदर्शी क्रिस्टलीय ठोस आकार का होता है।
(xii) साधारण नमक किससे बनता है ? [1]
उत्तर:
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) एवं सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) की अभिक्रिया से।
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 04 से 16 के उत्तर के लिखिए (शब्द सीमा 50 शब्द)
प्रश्न 4.
किसी कीट की प्रत्येक कोशिका में वायु कैसे प्रवेश करती है? [2]
उत्तर:
कीटों में श्वसन वायु नलिकाओं द्वारा होता है जिन्हें ट्रेकिया कहते हैं। ट्रेकिया वायु को सीधे ही कोशिकाओं तक पहुँचाती है। वातावरण से वायु ट्रेकिओल्स में प्रवेश करती है, जहाँ से यह कोशिकाओं और ऊतकों में पहुँचती है।
प्रश्न 5.
डार्विन कौन थे? उन्होंने जैव विकास के अध्ययन के सम्बन्ध में क्या योगदान दिया ? [2]
उत्तर:
चार्ल्स डार्विन ब्रिटेन के एक प्रसिद्ध प्रकृतिवादी वैज्ञानिक थे। उन्होंने 22 वर्ष की उम्र में बीगल नामक जहाज पर विभिन्न देशों के विभिन्न जीव-जन्तुओं का अध्ययन किया। उन्होंने विकास के सम्बन्ध में प्राकृतिक वरण का सिद्धान्त प्रस्तुत किया। उन्होंने 1859 में जैव विकास के सम्बन्ध में एक लेख अपनी पुस्तक प्राकृतिक वरण द्वारा जातियों की उत्पत्ति में प्रकाशित किया।
प्रश्न 6.
बहुभुक्षण के कारण यदि किसी प्राणी के भार में अत्यधिक कमी आ जाती है तो क्या इस कारण से उसकी अगली पीढ़ी पर इसका कोई विपरीत प्रभाव पड़ेगा? क्यों? [2]
उत्तर:
यदि बहुभुक्षण (भोजन की कमी) के कारण किसी प्राणी के भार में अत्यधिक कमी आ जाती है तो उसकी अगली पीढ़ी पर इसका कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि इसका प्रभाव केवल कायिक ऊतकों पर ही होगा और कायिक ऊतकों पर होने वाले परिवर्तन लैंगिक कोशिकाओं के DNA में वंशागत नहीं होते हैं। अत: बहुभुक्षण का अगली पीढ़ी पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा।
प्रश्न 7.
अम्लीय वर्षा, घनी आबादी और बड़ी संख्या में फैक्ट्रियों के चारों ओर वाले क्षेत्रों में क्यों होती है? [2]
उत्तर:
घनी आबादी तथा फैक्ट्रियों के चारों ओर के क्षेत्र में वायु को प्रदूषित करने वाली गैसों CO2, SO3, एवं नाइट्रोजन के ऑक्साइड की मात्रा अधिक होती है। अतः ये गैसें वर्षा जल के साथ मिलकर अम्ल वर्षा उत्पन्न करती हैं। क्योंकि ये प्रदूषक घनी आबादी वाले क्षेत्रों एवं फैक्ट्रियों से अधिक उत्पन्न होते हैं। अतः अम्ल वर्षा इन क्षेत्रों में अधिक होती है।
प्रश्न 8.
(i) हीरे का अपवर्तनांक 2.42 है। इस कथन से क्या तात्पर्य है? [2]
(i) किसी लेन्स की 1 डाइऑप्टर क्षमता को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
(i) इस कथन से यह अभिप्राय है कि हीरे में प्रकाश की चाल निर्वात् में प्रकाश की चाल की \(\frac{1}{2.42}\) गुनी होगी।
(ii) डाइऑप्टर-1 डाइऑप्टर उस लेंस की क्षमता के बराबर है जिसकी फोकस दूरी 1 मीटर हो।
प्रश्न 9.
श्रेणीक्रम में संयोजित करने के स्थान पर वैद्युत युक्तियों को पार्यक्रम में संयोजित करने के क्या लाभ हैं ? [2]
उत्तर:
उपकरणों को पार्यक्रम में जोड़ने से निम्नलिखित लाभ होते हैं-
- पार्श्वक्रम में जोड़ने पर किसी भी चालक में स्विच का उपयोग करके स्वतन्त्रतापूर्वक विद्युत धारा भेजी जा सकती है।
- उपकरणों को पार्श्वक्रम में जोड़ने पर सभी उपकरणों को समान विभवान्तर प्राप्त हो जाता है।
प्रश्न 10.
2 Ω, 3 Ω तथा 6 Ω के तीन प्रतिरोधकों को किस प्रकार संयोजित करेंगे कि संयोजन का कुल प्रतिरोध 4 Ω, हो? [2]
उत्तर:
यहाँ R1 = 2 Ω, R2b = 3 Ω तथा R3 = 6 Ω ,4 Ω तुल्य प्रतिरोध प्राप्ति हेतु 3 Ω व 6 Ω के प्रतिरोधकों को पार्यक्रम में जोड़कर उन्हें श्रेणीक्रम में चित्रानुसार जोड़ना होगा।
अतः 3 Ω व 6 Ω के पार्श्व संयोजन का प्रतिरोध यदि R’ हो, तब
\(\frac{1}{R^{\prime}}=\frac{1}{3}+\frac{1}{6}=\frac{2+1}{6}=\frac{3}{6}\)
∴ R’ = \(\frac{6}{3}\) = 2 Ω
यह R’ = 2 Ω का प्रतिरोध 2 Ω के साथ श्रेणीक्रम में जुड़ा है। अतः तुल्य प्रतिरोध R
= R1 + R’ = 2 + 2 = 4 Ω
प्रश्न 11.
विद्युत मोटर क्या है? इसका सिद्धान्त लिखिए। [2]
उत्तर:
विद्युत मोटर-विद्युत मोटर द्वारा विद्युत ऊर्जा को यान्त्रिक ऊर्जा में बदला जाता है।
सिद्धान्त यदि किसी चुम्बकीय क्षेत्र में एक बन्द कुंडली रखकर उसमें विद्युत धारा प्रवाहित की जाए तो कुंडली विक्षेपित हो जाती है। यदि कुंडली में धारा का प्रवाह एक ही दिशा में होता रहे तो कुंडली भी एक दिशा में घूमती रहेगी। इस तथ्य का उपयोग विद्युत मोटर बनाने में किया जाता है। इसे विद्युत मोटर का सिद्धान्त कहा जाता है।
प्रश्न 12.
किसी पदार्थ ‘X’ के विलयन का उपयोग सफेदी करने के लिए होता है। .
(i) पदार्थ ‘X’ का नाम तथा इसका सूत्र लिखिए।
(ii) ऊपर (i) में लिखे पदार्थ ‘x’ की जल के साथ अभिक्रिया लिखिए। [2]
उत्तर:
(i) पदार्थ ‘X’ का नाम कैल्सियम ऑक्साइड (शुष्क चूना) है, तथा इसका रासायनिक सूत्र CaO है।
(ii) CaO की जल के साथ अभिक्रिया निम्नलिखित है| –
प्रश्न 13.
निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए
(i) बेरियम क्लोराइड + ऐलुमिनियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + ऐलुमिनियम क्लोराइड
(ii) सोडियम + जल → सोडियम हाइड्रॉक्साइड + हाइड्रोजन [2]
उत्तर:
(i) 3BaCl2 + Al2 (SO4)3 → 3BaSO4 + 2AlCl3
(ii) 2Na + 2H2 O → 2NaOH + H2↓
प्रश्न 14.
इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए-
(i) भाप के साथ आयरन।
(ii) जल के साथ कैल्सियम तथा पोटैशियम। [2]
उत्तर:
प्रश्न 15.
A, B, C एवं D चार धातुओं के नमूनों को लेकर एक-एक करके निम्न विलयन में डाला गया इससे प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध किया गया है-
इस सारणी का उपयोग कर धातु A, B,C एवं D के सम्बन्ध में निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(i) सबसे अधिक अभिक्रियाशील धातु कौन-सी है? .
(i) धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा? [2]
उत्तर:
(i) धातु B सबसे अधिक क्रियाशील है।
(ii) जब B धातु को कॉपर सल्फेट (II) के घोल में डाला जाता है तो विस्थापन अभिक्रिया होती है। B धातु कॉपर को विस्थापित कर देती है। कॉपर सल्फेट का नीला रंग समाप्त हो जाता है।
प्रश्न 16.
(i) सोडियम, ऑक्सीजन एवं मैग्नीशियम के लिए इलेक्ट्रॉन-बिन्दु संरचना लिखिए। [2]
(ii) इलेक्ट्रॉनों के स्थानान्तरण के द्वारा Na2O एवं MgO का निर्माण दर्शाइए।
उत्तर:
खण्ड – (स)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न- प्रश्न सं. 17 से 20 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 100 शब्द)
प्रश्न 17.
मानव में परिवहन तन्त्रं के घटक कौन से हैं ? इन घटकों के क्या कार्य हैं ? [3]
अथवा
स्तनधारी तथा पक्षियों में ऑक्सीजनित तथा विऑक्सीजनित रुधिर को अलग करना क्यों आवश्यक है ? [3]
उत्तर:
मानव में परिवहन तन्त्र के घटक एवं इनके कार्य निम्नलिखित हैं-
- हृदय (Heart)-यह मानव शरीर में एक पम्पिंग स्टेशन का कार्य करता है। यह रुधिर को विभिन्न अंगों में पम्प करता है।
- धमनियाँ (Arteries)-ये मोटी भित्ति वाली रुधिर वाहिकाएँ हैं जो हृदय से रुधिर को विभिन्न अंगों में पहुँचाती हैं।
- शिराएँ (Veins)-ये पतली भित्ति वाली वाहिकाएँ हैं जो विभिन्न अंगों से रुधिर एकत्र कर हृदय में लाती हैं।
- केशिकाएँ (Capillaries)-ये अत्यधिक पतली एवं संकीर्ण वाहिकाएँ हैं जो धमनियों को शिराओं से जोड़ती हैं।
- रुधिर (Blood)-रुधिर में एक प्रकार के तरल संयोजी ऊतक होते हैं, जो भोजन, ऑक्सीजन, लवणों, विकरों, हॉर्मोनों एवं अपशिष्ट पदार्थों को शरीर के एक भाग से दूसरे भाग तक पहुँचाते हैं।
प्रश्न 18.
किसी दिए गए. हरे तने वाले गुलाब के पौधे को GG से दर्शाया गया है तथा भूरे तने वाले गुलाब के पौधे को
gg से दर्शाया गया है। इन दोनों पौधों के बीच संकरण कराया गया है।
(i) नीचे दिए गए अनुसार अपने प्रेक्षणों की सूची बनाइए :
(a) इनकी F1 संतति में तने का रंग,
(b) यदि F1 संतति के पौधों का स्वःपरागण कराया जाए तो F2 संतति में भूरे तने वाले पौधों की प्रतिशतता,
(c) F2 संतति में GG और Gg का अनुपात।
(ii) इस संकरण की जांच के आधार पर निष्कर्ष निकाला जा सकता है? [3]
अथवा
उत्परिवर्तन किसे कहते हैं? ये जैव विकास में किस प्रकार सहायक हैं? [3]
उत्तर:
(i) (क) F1 संतति में तने का रंग हरा होगा। (ख) F2 संतति में भूरे तने वाले पौधे की प्रतिशतता 25% होगी। (ग) F2 संतति में GG और Gg का अनुपात 1 : 2 होगा।
(ii) इस संकरण के आधार पर हम यह निष्कर्ष निकालते हैं कि गुलाब के पौधे में तने का हरे रंग का लक्षण प्रभावी लक्षण है जबकि तने के भूरे रंग का लक्षण अप्रभावी लक्षण है। ये दोनों लक्षण एक-दूसरे में समाते नहीं हैं परन्तु अगली संतति में एक-दूसरे से अलग-अलग हो जाते हैं।
प्रश्न 19.
(i) दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को कभी भी प्रतिच्छेदित क्यों नहीं करतीं ? व्याख्या कीजिए।
(ii) किसी धारावाही परिनालिका के भीतर के चुम्बकीय क्षेत्र को एकसमान कहा जाता है। क्यों ?
(iii) व्यावसायिक मोटरों की शक्ति में वृद्धि करने वाले दो कारकों की सूची बनाइए। [3]
अथवा
धारावाही परिनालिका में चुम्बकीय बल रेखाएँ खींचिए। [3]
उत्तर:
(i) दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ कहीं भी एक-दूसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती। किसी बिन्दु पर प्रतिच्छेद करने का अर्थ है कि दिक्सूचक, यदि किसी बिन्दु पर रखी जाए तो वह दो दिशाओं में एक साथ विक्षेपित हो, जो असंभव है।
(ii) चूँकि धारावाही परिनालिका के भीतर चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ समांतर सरल रेखाओं की भाँति होती हैं। इसलिए धारावाही परिनालिका के भीतर एक समान चुम्बकीय क्षेत्र होता है।
(iii) (i) विद्युत धारावाही कुंडली में फेरों की संख्या बढ़ाकर, (ii) स्थायी चुम्बकों के स्थान पर विद्युत चुम्बक का प्रयोग करके।
प्रश्न 20.
दिखाई देने वाले रंग में होने वाले परिवर्तन का उल्लेख कारण सहित कीजिए जबकि-(i) सिल्वर क्लोराइड
को सूर्य के प्रकाश में खुला रखा जाता है।
(ii) ऑक्सीजन की उपस्थिति में कॉपर के चूर्ण को अत्यधिक गर्म किया जाता है।
(iii) कॉपर सल्फेट विलयन में जिंक का टुकड़ा गिराया जाता है। [3]
अथवा
(i) निम्नलिखित अभिक्रियाओं का विभिन्न प्रकारों में वर्गीकरण कीजिए
(a) AgNO3(aq) + NaCl(aq) →AgCl(s) + NaNO3(aq)
(b) CaO(s) +H2O(l) → Ca(OH),(aq)
(ii) निम्नलिखित कथन को सन्तुलित रासायनिक समीकरण के रूप में रूपान्तरित कीजिए-
“बेरियम क्लोराइड, ऐल्युमिनियम सल्फेट से अभिक्रिया करके ऐलुमिनियम क्लोराइड और बेरियम सल्फेट बनाता है।” [3]
उत्तर:
(i) जब सिल्वर क्लोराइड को सूर्य के प्रकाश में खुला रखा जाता है तो चमकदार सफेद चाँदी प्राप्त होती है। यह एक विघटन अभिक्रिया है।
(ii) कॉपर चूर्ण का भूरा रंग काले रंग वाले कॉपर ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है।
(iii) नीले रंग का कॉपर सल्फेट विलयन, रंगहीन जिंक सल्फेट में बदल जाता है तथा जिंक के टुकड़े पर कुछ मात्रा में भूरे रंग का कॉपर धातु जमा हो जाता है। यह एक प्रतिस्थापन अभिक्रिया है।
खण्ड – (द)
निबन्धात्मक प्रश्न- प्रश्न सं. 21 से 23 के उत्तर लिखिए (शब्द सीमा 250 शब्द)
प्रश्न 21.
(i) जब एड्रीनलीन रुधिर में स्रावित होती है तो हमारे शरीर में क्या अनुक्रिया होती है?
(ii) मधुमेह के कुछ रोगियों की चिकित्सा इन्सुलिन का इंजेक्शन देकर क्यों की जाती है? [4]
अथवा
(i) जन्तुओं में रासायनिक समन्वय कैसे होता है?
(ii) आयोडीन युक्त नमक खाने की सलाह क्यों दी जाती है? [4]
उत्तर:
(i) एड्रीनलीन (adrenaline) को “आपातकालीन हॉर्मोन’ भी कहते हैं क्योंकि भय, क्रोध अथवा संकट की अवस्था में यह हॉर्मोन ऐसी परिस्थितियों का सामना करने के लिए शरीर को तुरन्त तैयार करता है। ऐसी स्थिति में एड्रीनल ग्रन्थि में काफी मात्रा में एड्रीनलीन का स्रावण होता है। इससे हृदय की धड़कन बढ़ जाती है ताकि शरीर की पेशियों को अधिक ऑक्सीजन उपलब्ध हो सके। पाचन तंत्र एवं त्वचा में रुधिर आपूर्ति कम हो जाती है। रुधिर की दिशा कंकाल पेशियों की ओर हो जाती है। पसलियों तथा डायफ्राम की पेशियों में तीव्र गति होने लगती है जिससे श्वास दर बढ़ जाती है। ये सभी क्रियाएँ मिलकर जन्तु शरीर को संकट की स्थिति से निपटने के लिए तैयार करती हैं।
(ii) इन्सुलिन हॉर्मोन अग्न्याशय में स्थित लैंगरहैंस की B कोशिकाओं से स्रावित होता है। यह रुधिर में शर्करा की मात्रा का नियमन करता है। यदि इन्सुलिन का स्रावण उचित मात्रा में नहीं होता है तो रुधिर में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है इससे शरीर पर हानिकारक प्रभाव होने लगते हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए मधुमेह रोगी को इन्सुलिन के इंजेक्शन
दिए जाते हैं।
प्रश्न 22.
4 सेमी आकार का कोई बिम्ब 15.0 फोकस दूरी के किसी अवतल दर्पण के सामने 25.0 सेमी दूरी पर स्थित है।
(i) इस दर्पण के सामने किसी पर्दे को कितनी दूरी पर रखा जाए ताकि उस पर बिम्ब का तीक्ष्ण प्रतिबिम्ब बने।
(ii) बनने वाले प्रतिबिम्ब का आकार ज्ञात कीजिए।
(iii) इस प्रकरण में प्रतिबिम्ब बनना दर्शाने के लिए किरण आरेख दीजिए। [4]
अथवा
गोलीय दर्पण से प्रतिबिम्ब बनने के नियमों को लिखिए। यदि आवश्यक हो, तो चित्र भी दीजिए। [4]
उत्तर:
दिया है, बिम्ब का आकार, h1 = 4 सेमी
u = -25 सेमी, f = – 15 सेमी, v = ?
(i) दर्पण सूत्र द्वारा,
\(\frac{1}{v}+\frac{1}{u}=\frac{1}{f}\)
⇒ \(\frac{1}{v}+\frac{1}{-25}=\frac{1}{-15}\)
⇒ \(\frac{1}{v}=\frac{-5+3}{75}=\frac{-2}{75}\)
⇒ v = – \(\frac{75}{2}\) सेमी =- 37.5 सेमी
→ y = – इसलिए इस प्रतिबिम्ब को प्राप्त करने के लिए पर्दे को दर्पण के सामने 37.5 सेमी दूरी पर रखना चाहिए।
(ii) प्रतिबिम्ब आकार (h2) = ?
\(\frac{h_{2}}{h_{1}}=\frac{-v}{u}\) ⇒ \(\frac{h_{2}}{4}\) = \(\frac{-\left(\frac{-75}{2}\right)}{-25}\)
∴ h2 = \(\frac{-75}{2 \times 25}\) × 4 = -6 सेमी
प्रतिबिम्ब का आकार 6 सेमी होगा, (-) चिन्ह दर्शाता है कि प्रतिबिम्ब उल्टा बनता है।
(iii)
प्रश्न 23.
(i) आपको तीन परखनलियाँ A, B तथा C दी गई हैं। उनमें क्रमशः आसुत जल, एक अम्लीय विलयन तथा
एक क्षारीय विलयन डाले गए हैं। आपको केवल नीले लिटमस पत्र की कतरनें दी गई हैं, इससे आप तीनों की पहचान किस प्रकार करेंगे?
(ii) नेटल पौधे के डंकनुमा बालों के स्पर्श होने के कारण उत्पन्न पीड़ा को इसी के समीप पाये जाने वाले डॉक पौधे की पत्तियों का रस रगड़कर दूर करते हैं। इसका क्या कारण है? [4]
अथवा
(i) कोई विलयन ‘X’ pH पत्र पर उसकी कोई बूंद गिराने पर नारंगी रंग देता है, जबकि कोई अन्य विलयन ‘Y’ pH पत्र पर उसकी बूंद गिराने पर हल्का नीला रंग देता है। इन दोनों विलयनों की प्रकृति क्या है? ‘X’ और ‘Y’ विलयनों के pH निर्धारित कीजिए।
(ii) निम्नलिखित यौगिकों को दुर्बल एवं प्रबल अम्ल एवं क्षारक में वर्गीकृत कीजिए-
(a) CH3COOH
(b) NH4OH
(c) NaOH
(d) Ca(OH)2
(e) HCN
(f) HClO4
(g) H3PO4
(h) H2SO4
(i) HCl.
उत्तर:
(i)
(a) सबसे पहले तीनों लिटमस पत्र की कतरनों को प्रत्येक परखनली में डाला।
(b) परखनली A में रखा विलयन नीले लिटमस पत्र को लाल कर देता है जो यह दर्शाता है कि इस परखनली में रखा विलयन अम्लीय है।
(c) यदि शेष दो विलयनों के रंगों में किसी भी तरह का परिवर्तन नहीं होता तो इससे स्पष्ट होता है कि किसी एक विलयन में आसुत जल है तथा अन्य में क्षारीय विलयन है।
(d) अब परखनली A का लिटमस पत्र जो नीले रंग से लाल में परिवर्तित हो गया था को शेष दो विलयन में बारी-बारी से डाला।
(e) यदि परखनली B में रखा विलयन लाल लिटमस पत्र को पुनः नीले रंग में परिवर्तित कर देता है तो इससे स्पष्ट होता है कि इस परखनली में क्षारीय विलयन है। (1) परखनली C में लाल लिटमस पत्र के रंग में कोई परिवर्तन नहीं होगा अतः इस परखनली में आसुत जल
(ii) नेटल के पौधे में मेथेनॉइक अम्ल होता है जो शरीर में पीड़ा पहुँचाता है। चूँकि डॉक की पत्ती के रस की प्रकृति क्षारीय होती है, यह अम्ल के प्रभाव को समाप्त कर देता है और पीड़ा दूर हो जाती है।
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