Students must start practicing the questions from RBSE 10th Social Science Model Papers Set 8 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 10 Social Science Model Paper Set 8 with Answers in Hindi
पूर्णांक : 80
समय : 2 घण्टे 45 मिनट
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश :
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आन्तरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
खण्ड-(अ)
बहुविकल्पी प्रश्न
प्रश्न 1. निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखिए –
(i) 1920 का कांग्रेस अधिवेशन निम्न में से कहाँ हुआ था – [1]
(अ) कलकत्ता
(ब) बम्बई
(स) लाहौर
(द) मद्रास
उत्तर:
(अ) कलकत्ता
(ii) मरीआन किस देश का नारी का प्रतीक रूपक था? [1]
(अ) फ्रांस
(ब) चीन
(स) भारत
(द) इंग्लैण्ड
उत्तर:
(अ) फ्रांस
(iii) वे मार्ग जो न केवल एशिया के विशाल क्षेत्रों को एक दूसरे से जोड़ने का कार्य करते थे बल्कि एशिया को यूरोप और उत्तरी अफ्रीका से भी जोड़ते थे। कहलाते थे – [1]
(अ) रेशम मार्ग
(ब) राजमार्ग
(स) स्वर्णिम चतुर्भुज मार्ग
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) रेशम मार्ग
(iv) ज्वारीय ऊर्जा निम्नलिखित में से किस प्रकार का संसाधन नहीं है? [1]
(अ) पुनः पूर्ति योग्य
(ब) अजैव
(स) मानवकृत
(द) अचक्रीय
उत्तर:
(अ) पुनः पूर्ति योग्य
(v) निम्न में से किस राज्य में जलोढ़ मृदा पायी जाती है? [1]
(अ) उत्तर प्रदेश
(ब) तमिलनाडु
(स) गुजरात
(द) छत्तीसगढ़
उत्तर:
(अ) उत्तर प्रदेश
(vi) स्थायी वनों के अंतर्गत किस राज्य में सर्वाधिक क्षेत्र पाया जाता है? [1]
(अ) मध्य प्रदेश
(ब) बिहार
(स) हरियाणा
(द) हिमाचल प्रदेश
उत्तर:
(अ) मध्य प्रदेश
(vii) वह देश जहाँ 1956 के पश्चात जातीय संघर्ष ने हिंसा और विद्रोह का रूप ले लिया – [1]
(अ) श्रीलंका
(ब) चीन
(स) इंग्लैण्ड
(द) भारत
उत्तर:
(अ) श्रीलंका
(viii) भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में कितनी भाषाओं का समावेश है? [1]
(अ) 20
(ब) 21
(स) 22
(द) 23
उत्तर:
(स) 22
(ix) हमारे देश के लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ी चुनौती रही है – [1]
(अ) जातिवाद
(ब) साम्प्रदायिकता
(स) धर्म
(द) घरेलू हिंसा .
उत्तर:
(ब) साम्प्रदायिकता
(x) निम्न में से कौन-सा कथन तीन स्तरों के लिए सकल नामांकन अनुपात दर्शाता है – [1]
(अ) प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल और उससे आगे उच्च शिक्षा के नामांकन अनुपात का कुल योग
(ब) 10-14 वर्ष के बच्चों की साक्षरता दर
(स) 10-14 वर्ष की आयु के स्कूल जाने वाले ग्रामीण बच्चों का प्रतिशत
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(अ) प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल और उससे आगे उच्च शिक्षा के नामांकन अनुपात का कुल योग
(xi) निम्न में से तृतीयक क्षेत्रक की गतिविधि नहीं है- [1]
(अ) परिवहन
(ब) संचार
(स) बैंकिंग
(द) कृषि
उत्तर:
(द) कृषि
(xii) विश्व के देशों में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा निवेश का सबसे अधिक सामान्य मार्ग है – [1]
(अ) नये कारखानों की स्थापना
(ब) स्थानीय कम्पनियों को खरीद लेना
(स) स्थानीय कम्पनियों से साझेदारी करना
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) स्थानीय कम्पनियों को खरीद लेना
प्रश्न 2. रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए
(i) वैश्विक आर्थिक मंदी की शुरुआत ………………… से हुई। [1]
उत्तर:
1929 ई
(ii) हिमालय क्षेत्र का ……………….. कई क्षेत्रों में वनों की कटाई को रोकने में सफल रहा है। [1]
उत्तर:
चिपको आन्दोलन
(iii) …………… हमारे देश के लोकतंत्र के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती रही है। [1]
उत्तर:
साम्प्रदायिकता
(iv) किसी राष्ट्र के आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक विकास को …………….. के नाम से जाना जाता है। [1]
उत्तर:
राष्ट्रीय विकास,
(v) किसी वर्ष में उत्पादित ……………….. के मूल्य के कुल योगफल को सकल घरेलू उत्पाद कहते हैं। [1]
उत्तर:
सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं,
(vi) सरकार द्वारा व्यापार से अवरोधों या प्रतिबन्धों को हटाने की प्रक्रिया को ……………….. कहा जाता है। [1]
उत्तर:
उदारीकरण।
प्रश्न 3. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (प्रश्नों का उत्तर एक शब्द या एक पंक्ति में दीजिए।)
(i) जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड कब व कहाँ हुआ ? [1]
उत्तर:
जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड 13 अप्रैल, 1919 को अमृतसर में हुआ।
(ii) अधिकांश अफ्रीकी देशों की सीमाएँ बिल्कुल सीधी लकीर जैसी क्यों हैं ? [1]
उत्तर:
क्योंकि यूरोप के ताकतवर देशों ने 1885 ई. में बर्लिन में एक बैठक कर अफ्रीका के नक्शे पर लकीरें खींचकर आपस में बाँट लिया था।
(iii) किस दार्शनिक ने दावा किया कि सच्ची जर्मनी संस्कृति उसके आम लोगों में निहित थी ? [1]
उत्तर:
योहान गॉटफ्रीड नामक दार्शनिक ने दावा किया था कि सच्ची जर्मनी संस्कृति उसके आम लोगों में निहित थी।
(iv) प्राचीनकाल में गंगानदी की बाढ़ के जल को संरक्षित करने के लिए किस स्थान पर एक जल संग्रहण तंत्र बनाया गया था? [1]
उत्तर:
इलाहाबाद के निकट श्रृगवेरा में।
(v) किन्हीं दो रेशेदार फसलों के नाम लिखिए? [1]
उत्तर:
(i) जूट,
(ii) कपास।
(vi) चाय के किन्हीं दो उत्पादक राज्यों के नाम लिखिए। [1]
उत्तर:
(i) असम
(ii) पश्चिमी बंगाल।
(vii) लोकतन्त्र में सत्ता की साझेदारी क्यों आवश्यक है ? [1]
उत्तर:
सत्ता की साझेदारी संघर्ष की सम्भावनाओं को कम करती है तथा प्रजातान्त्रिक भावनाओं के अनुकूल है।
(vii) हमारे देश की लोकतान्त्रिक राजनीति के लिए प्रथम और एक कठिन परीक्षा कौन-सी थी? [1]
उत्तर:
भाषा के आधार पर प्रान्तों का गठन।
(ix) सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के लिए उत्तरदायी कारक कौन-कौन से हैं? [1]
उत्तर:
(i) जन्म,
(ii) पसन्द या चुनाव,
(iii) धर्म,
(iv) आर्थिक स्थिति।
(x) काजू की फसल उगाने के लिए सबसे अधिक उपयुक्त मृदा कौन-सी है? [1]
उत्तर:
लाल लेटराइट मृदा।
(xi) प्राथमिक क्षेत्र किसे कहते हैं? [1]
उत्तर:
जब हम प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके किसी वस्तु का उत्पादन करते हैं तो उसे प्राथमिक क्षेत्र कहते हैं।
(xii) निवेश का अर्थ लिखिए। [1]
उत्तर:
परिसम्पत्तियों जैसे- भूमि, भवन, मशीन व अन्य उपकरणों की खरीद में व्यय की गई मुद्रा को निवेश कहते हैं।
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न-प्रश्न सं. 4 से 16 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 50 शब्द)
प्रश्न 4.
1960 के दौरान अधिकतर विकासशील देशों ने अपने आपको समूह 77 में क्यों संगठित किया? [2]
उत्तर:
द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् विकासशील देशों को पाँचवें एवं छठे दशक में अर्थव्यवस्था की तीव्र गति से हुई प्रगति का कोई लाभ प्राप्त नहीं हुआ।
अतः विकासशील देशों ने परेशान होकर एकमत से नई अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक प्रणाली (NIEO) के लिए आवाज उठाना प्रारम्भ कर दिया। ये राष्ट्र समूह-77 (जी-77) के रूप में संगठित हो गये।
प्रश्न 5.
इटली के एकीकरण में कावूर की भूमिका को स्पष्ट कीजिए। [2]
उत्तर:
कावूर ने इटली के प्रदेशों को एकीकृत करने वाले आन्दोलन का नेतृत्व किया। कावूर ने इटली को एक राष्ट्रीय स्वरूप देने के लिए कूटनीतिक संधियों का सहारा लिया। उसने फ्रांस के साथ संधि की तथा ऑस्ट्रियाई साम्राज्य को पराजित किया जो इटली के उत्तरी हिस्से में एक विस्तृत क्षेत्र पर शासन कर रहा था। इससे उसे इटली को एकीकृत करने के लिए आगे रास्ता तैयार मिला।
प्रश्न 6.
अंग्रेज सरकार ने रॉलेट एक्ट के विरुद्ध सत्याग्रह के विरोध में क्या-क्या कदम उठाए ? [2]
उत्तर:
अंग्रेज सरकार ने रॉलट एक्ट के विरुद्ध सत्याग्रह के विरोध में निम्नलिखित कदम उठाए-
- रैलियों एवं जुलूसों पर रोक लगाई गयी।
- अंग्रेजी सरकार द्वारा रेलवे व संचार व्यवस्था की सुरक्षा हेतु इंतजाम किये गये।
- अमृतसर के स्थानीय नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
- दिल्ली में महात्मा गाँधी के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी।
- अमृतसर में मार्शल लॉ लागू कर दिया गया तथा जनरल डायर ने कमान संभाल ली।
प्रश्न 7.
भारत जैसे राष्ट्र को संसाधन नियोजन की आवश्यकता के कोई दो कारण बताइए। [2]
उत्तर:
(i) भारत में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ कुछ संसाधनों की प्रचुरता है जबकि अन्य प्रकार के संसाधनों की वहाँ कमी है। उदाहरण के लिए; राजस्थान में सौर व पवन-ऊर्जा की अपार संभावनाएँ हैं जबकि जल संसाधनों की पर्याप्त कमी है।
(ii) कुछ क्षेत्र संसाधनों की उपलब्धता के सन्दर्भ में आत्मनिर्भर हैं, जैसे-झारखण्ड, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ जैसे राज्य खनिजों एवं कोयला के मामले में धनी हैं तथा अरुणाचल प्रदेश में जल संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, परन्तु यहाँ आधारभूत विकास का अभाव है, जिसके कारण संसाधन नियोजन की
आवश्यकता है।
प्रश्न 8.
भारत में वृहत स्तरीय विकास परियोजनाएँ वनों के ह्रास के लिए किस तरह जिम्मेदार हैं? बताइए। [2]
उत्तर:
भारत की वृहत स्तरीय विकास परियोजनाओं ने वनों को बहुत अधिक नुकसान पहुँचाया है। वर्ष 1952 से अब तक लगभग 5,000 वर्ग किमी. से अधिक वन क्षेत्र को नदी घाटी परियोजनाओं के लिए नष्ट कर दिया गया है।
वनों का सफाया आज भी अनवरत रूप से जारी है। ऐसा अनुमान है कि मध्य प्रदेश में नर्मदा सागर परियोजना के पूर्ण हो जाने पर 400,000 हेक्टेयर से भी अधिक क्षेत्र में फैला वन क्षेत्र जलमग्न हो जाएगा।
प्रश्न 9.
सन् 1990 के पश्चात् वैश्वीकरण के अन्तर्गत भारतीय किसानों को कौन-कौन सी नवीन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है ? स्पष्ट कीजिए। [2]
उत्तर:
सन् 1990 के पश्चात् वैश्वीकरण के तहत भारतीय किसानों को अनेक नवीन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। चावल, कपास, रबड़, चाय, कॉफी, जूट एवं मसालों का मुख्य उत्पादक देश होने के बावजूद भारतीय कृषि विश्व के विकसित देशों से प्रतियोगिता करने में असमर्थ है क्योंकि विकसित देशों में कृषि को अत्यधिक सहायिकी दी जाती है। इसी कारण विश्व बाजार में ये देश अपने कृषि उत्पादों को कम मूल्य पर बेचते हैं जबकि भारतीय कृषि उत्पादों की कम सहायिकी के कारण लागत अधिक बैठती है।
प्रश्न 10.
बेल्जियम में क्षेत्रीय अन्तर एवं सांस्कृतिक विविधता की समस्या के समाधान हेतु उठाए गए किन्हीं दो कदमों का उल्लेख कीजिए। [2]
उत्तर:
- अवसर की समानता-संविधान में इस बात का स्पष्ट प्रावधान किया गया कि केन्द्र सरकार में डच व फ्रेंच भाषी मन्त्रियों की संख्या समान रहेगी अर्थात् दोनों समुदायों को समान प्रतिनिधित्व दिया जायेगा। किसी एक समुदाय के लोग एकतरफा फैसला नहीं कर सकते।
- शक्ति का विकेन्द्रीकरण-केन्द्र सरकार की अनेक शक्तियाँ देश के दो क्षेत्रों की क्षेत्रीय सरकारों को प्रदान कर दी गयीं।
प्रश्न 11.
लोकतांत्रिक व्यवस्था के तीसरे स्तर को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा 1992 में उठाए गए किन्हीं चार कदमों की व्याख्या कीजिए। [2]
उत्तर:
- अब स्थानीय स्वशासी निकायों के चुनाव 5 वर्ष में लिखित रूप से कराना संवैधानिक बाध्यता है।
- अब इन निकायों के सदस्यों एवं पदाथिकारियों के निर्वाचन में अनुसूचित जातियों, जनजातियों एवं पिछड़ी जातियों के लिए सीटें आरक्षित हैं।
- कम से कम एक-तिहाई पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
- प्रत्येक राज्य में इन निकायों के चुनाव कराने के लिए ‘राज्य चुनाव आयोग’ नामक स्वतन्त्र संस्था का गठन किया गया है।
प्रश्न 12.
सामाजिक विभाजनों की राजनीति के परिणाम तय करने वाले किन्हीं दो कारकों की चर्चा करें। [2]
उत्तर:
(i) विभिन्न समुदायों की माँग के प्रति सरकारी रुख-विभिन्न समुदायों के लोगों की माँग पर सरकार कैसा रुख अपनाती है। यदि सरकार उनकी मांगों को दबाने का प्रयास करती है तो इस स्थिति में सामाजिक विभाजन का खतरा रहता है। यदि माँग संविधान की सीमा के अन्तर्गत है तो सरकार को चाहिए कि माँगों पर पुनर्विचार करके उसे मान ले, इस स्थिति में सामाजिक विभाजन का खतरा टल जाता है।
(ii) लोगों में अपनी पहचान के प्रति आग्रह की भावना-यदि लोग स्वयं को सबसे विशिष्ट एवं अलग मानने लगते हैं तो उनके लिए दूसरों के साथ तालमेल बैठाना बहुत मुश्किल हो जाता है और यदि लोग अपनी बहुस्तरीय पहचान के प्रति सचेत हैं और इसे राष्ट्रीय पहचान का हिस्सा या सहयोगी मानते हैं तब कोई समस्या नहीं होती।
प्रश्न 13.
विश्व बैंक विभिन्न वर्गों का वर्गीकरण करने के लिए किस प्रमुख मापदण्ड का प्रयोग करता है ? [2]
उत्तर:
विश्व बैंक विभिन्न वर्गों का वर्गीकरण करने के लिए प्रति व्यक्ति आय का मापदण्ड प्रयोग करता है। विश्व बैंक द्वारा प्रकाशित विश्व विकास रिपोर्ट के अनुसार देशों का वर्गीकरण करने में इसी मापदण्ड का प्रयोग किया गया है। वे देश जिनकी सन् 2017 में प्रति व्यक्ति आय US डॉलर 12,056 प्रतिवर्ष या उससे अधिक थी, वे समृद्ध माने गये हैं तथा वे देश जिनकी प्रतिव्यक्ति आय US डॉलर 995 प्रतिवर्ष या इससे कम थी, वे निम्न आय वर्ग वाले देश माने गये हैं।
प्रश्न 14.
संगठित क्षेत्रक की कार्य-स्थितियों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। [2]
उत्तर:
संगठित क्षेत्रक की निम्नलिखित कार्य-स्थितियाँ होती हैं –
- इस क्षेत्रक के अन्तर्गत कुछ औपचारिक प्रक्रियाएँ होती हैं। व्यक्ति को एक नियुक्ति पत्र दिया जाता है जिसमें काम की सभी शर्तों का स्पष्ट उल्लेख होता है।
- संगठित क्षेत्रक के कर्मचारियों को रोजगार सुरक्षा के लाभ मिलते हैं।
- लोग निश्चित घण्टे तक ही काम करते हैं। यदि वे अधिक घण्टे काम करते हैं तो इन्हें इसके लिए नियोक्ता द्वारा अतिरिक्त भुगतान किया जाता है।
- लोग नियमित रूप से मासिक वेतन प्राप्त करते है।
प्रश्न 15.
“बैंक जिन लोगों के पास अतिरिक्त धनराशि है और जिन्हें धनराशि की जरूरत है, के बीच मध्यस्थता का काम करते हैं।” कथन को स्पष्ट कीजिए। [2]
उत्तर:
बैंक जिन लोगों के पास अतिरिक्त धनराशि है और जिन्हें धनराशि की जरूरत है, के बीच मध्यस्थता का कार्य निम्न प्रकार करते हैं –
- बैंक उन लोगों से जमा राशि स्वीकार करते हैं जिनके पास अतिरिक्त धन होता है।
- बैंक अपने पास जमा धनराशि का एक छोटा भाग नकद के रूप में रखते हैं।
- चूँकि किसी एक दिन में केवल कुछ जमाकर्ता ही नकद रुपया निकालने के लिए आते हैं, इसलिए बैंक अपने पास जमाओं का अधिकांश भाग उन्हें ऋण देने के लिए प्रयोग में लेते हैं, जिन्हें धन की आवश्यकता होती हैं।
प्रश्न 16.
विकसित देश, विकासशील देशों से उनके व्यापार और निवेश का उदारीकरण क्यों चाहते हैं ? [2]
उत्तर:
विकसित देश, विकासशील देशों से उनके व्यापार और निवेश का उदारीकरण इसलिए चाहते हैं ताकि वे बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा विदेशी व्यापार व विदेशी निवेश के माध्यम से विकासशील देशों में अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें। इसके अतिरिक्त विकसित देश ऊँची दर का लाभ अर्जित करने के लिए विकासशील देशों में निवेश करना चाहते हैं।
खण्ड – (स)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-प्रश्न सं. 17 से 20 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 100 शब्द)
प्रश्न 17.
“फ्रांस में राजतंत्र वापस लाकर नेपोलियन ने निःसन्देह वहाँ प्रजातन्त्र को नष्ट किया था परन्तु प्रशासनिक क्षेत्र में उसने क्रान्तिकारी सिद्धान्तों का समावेश किया।” इस कथन का औचित्य सिद्ध कीजिए। [3]
अथवा
उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए कि एकीकरण से पहले इटली राजनीतिक रूप से बहुत अधिक विखण्डित था। [3]
उत्तर:
उपर्युक्त कथन का औचित्य सिद्ध करने हेतु निम्नलिखित उदाहरण दिए जा सकते हैं –
- नेपोलियन संहिता-इस संहिता को सन् 1804 ई. में लागू किया गया। इस संहिता ने जन्म पर आधारित विशेषाधिकारों को समाप्त कर दिया। इसने न केवल न्याय के समक्ष समानता स्थापित की बल्कि सम्पत्ति के अधिकार को भी सुरक्षित बनाया।
- ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार-नेपोलियन ने प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाया, समिति व्यवस्था को समाप्त कर दिया। किसानों को भू-दासत्व व जागीरदारी शुल्कों से मुक्ति दिलाई।
- शहरी क्षेत्रों में सुधार-शहरों में कारीगरों की श्रेणी संघों के नियंत्रण को समाप्त कर दिया। परिवहन व संचार व्यवस्थाओं में सुधार किया।
- व्यापार में सुधार-नेपोलियन ने एक समान कानून, मानक भार व नाप की व्यवस्था तथा एक राष्ट्रीय मुद्रा को लागू किया, जिससे व्यापार और व्यापारियों के विकास को बहुत अधिक बल मिला तथा वस्तुओं व पूँजी के आवागमन में सुविधा हुई।
प्रश्न 18.
जल के स्रोतों के आधार पर जल संसाधनों की उपलब्धता कितने रूपों में होती है ? [3]
अथवा
वर्षा जल संग्रहण के उद्देश्य बताइए। [3]
उत्तर:
जल एक महत्वपूर्ण संसाधन है। इसके बिना धरातल पर किसी भी प्रकार का जीवन सम्भव नहीं है। पृथ्वी का तीन-चौथाई भाग जल से घिरा हुआ है। इसका वितरण भी सर्वत्र समान नहीं है। वर्षा जल संसाधन का प्रमुख स्रोत है।
जल के स्रोतों के आधार पर जल संसाधन की उपलब्धता निम्नलिखित तीन रूपों में होती है –
- भूमिगत जल-धरातल के नीचे चट्टानों की दरारों व छिद्रों में अवस्थित जल भूमिगत जल कहलाता है।
- धरातलीय या सतही जल-इसके अन्तर्गत धरातल पर स्थित विभिन्न जल स्रोत-नदियाँ, झीलें, नहरें व विभिन्न जलाशय सम्मिलित हैं।
- महासागरीय जल-धरातल पर प्राप्त समस्त जल का 96.5 प्रतिशत भाग महासागरों में पाया जाता है। सभी महासागर एक विशाल जलीय इकाई के रूप में मिले हुए हैं।
प्रश्न 19.
नारीवादी आन्दोलन की व्याख्या कीजिए और भारत में महिलाओं के राजनीतिक प्रतिनिधित्व पर प्रकाश डालिए। [3]
अथवा
भारतीय राजनीति में जातिवाद की तीन प्रमुख समस्याओं को लिखिए। [3]
उत्तर:
नारीवादी आन्दोलन-विश्व के अलग-अलग भागों में महिलाओं ने अपने संगठन बनाये तथा बराबरी का अधिकार प्राप्त करने के लिए आन्दोलन किए। भारत में महिलाओं को राजनीतिक प्रतिनिधित्व-भारत की विधायिका में महिलाओं का अनुपात बहुत कम है। उदाहरण के लिए; लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या पहली बार 2019 में 14:36 फीसदी पहुँची है। विभिन्न राज्यों की विधानसभाओं में भी महिला सदस्यों का अनुपात जनसंख्या में उनके अनुपात से बहुत कम है। राज्य की विधानसभाओं में उनका प्रतिनिधित्व 5 प्रतिशत से भी कम है। इस मामले में भारत का स्थान विश्व के अन्य देशों से बहुत नीचे है। भारत इस मामले में अफ्रीका व लैटिन अमेरिका के विकासशील देशों से भी नीचे है।
प्रश्न 20.
उदाहरण सहित समझाइए कि किस प्रकार से बैंक ऋण उत्पादन में सकारात्मक भूमिका अदा करते हैं ? [3]
अथवा
आपके मतानुसार गरीब परिवारों की तुलना में अमीर परिवारों के औपचारिक ऋणों का हिस्सा अधिक क्यों होता है? [3]
उत्तर:
विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के लिए ऋण की बहुत अधिक माँग रहती है। बैंक जमा धनराशि का लोगों की ऋण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए प्रयोग करते हैं। लोग बैंकों से सस्ती दर पर ऋण प्राप्त कर उत्पादन कार्यों में लगाते हैं तथा अधिक लाभ प्राप्त करते हैं। उदाहरण-सोहन का जूते बनाने का कारखाना है। उसके पास शहर के एक बड़े व्यापारी से 5000 जोड़ी जूतों की माँग आती है जिसे एक महीने के अन्दर पूरा करना है। सोहन को इस कार्य के लिए अधिक पूँजी की आवश्यकता होती है।
वह बैंक की औपचारिकताओं को पूर्ण करके उससे ऋण ले लेता है। समय पर शहर के व्यापारी को जूते बनाकर दे देता है। इस प्रकार सोहन उत्पादन के लिए कार्यशील पूँजी की जरूरत को ऋण के द्वारा पूरा करता है। ऋण उसे उत्पादन के कार्यशील खर्चों तथा उत्पादन को समय पर पूरा करने में सहायता प्रदान करता है। इस प्रकार सोहन बैंक ऋण द्वारा अपनी कमाई बढ़ा लेता है। इस प्रकार बैंक ऋण उत्पादन में सकारात्मक भूमिका निभाते हैं।
खण्ड – (द)
निबन्धात्मक प्रश्न-प्रश्न सं. 21 से 22 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 250 शब्द)
प्रश्न 21.
असहयोग-खिलाफत आन्दोलन प्रारम्भ होने के पीछे कौन-कौन सी परिस्थितियाँ जिम्मेदार थीं ? वर्णन कीजिए। [4]
अथवा
खिलाफत आन्दोलन का वर्णन कीजिए। [4]
उत्तर:
असहयोग-खिलाफत आन्दोलन प्रारम्भ होने के पीछे निम्नलिखित परिस्थितियाँ जिम्मेदार र्थी –
(i) प्रथम विश्वयुद्ध द्वारा पैदा की गई परिस्थितियाँ-प्रथम विश्वयुद्ध 1914 ई. से 1918 ई. के मध्य लड़ा गया। इस युद्ध के कारण रक्षा व्यय में बहुत अधिक वृद्धि हुई, इन खर्चों की भरपाई के लिए करों में वृद्धि की गयी। युद्ध के कारण कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई, सीमा शुल्क बढ़ा दिया गया तथा आयकर शुरू कर दिया गया। इन सब कारणों से लोगों की मुश्किलें बढ़ गयीं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को जबरन सेना में भर्ती करने के कारण बहुत अधिक रोष व्याप्त था। सन् 1918-19 एवं 1920-21 में देश के अधिकांश भागों में फसल खराब हो गयी थी, जिसके कारण खाद्य पदार्थों का भारी अभाव उत्पन्न हो गया था। दुर्भिक्ष एवं फ्लू की महामारी के कारण अनेक लोग मारे गये। लोगों को ऐसी उम्मीद थी कि विश्वयुद्ध की समाप्ति से उनकी मुसीबत कम होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
(ii) गाँधीजी की दक्षिण अफ्रीका से वापसी एवं सत्याग्रह-महात्मा गाँधी जनवरी 1915 ई. में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अहिंसा एवं सत्याग्रह का नया तरीका अपनाकर वहाँ की औपनिवेशिक सरकार से सरलतापूर्वक टक्कर ली। भारत में भी उन्होंने अनेक स्थानों; जैसे-चंपारन (बिहार), खेड़ा (गुजरात) एवं अहमदाबाद (गुजरात) आदि में सफलतापूर्वक सत्याग्रह का आयोजन किया। इन सत्याग्रहों ने असहयोग आन्दोलन को आधार प्रदान किया।
(iii) रॉलेट एक्ट-भारतीय सदस्यों के भारी विरोध के बावजूद इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल ने रॉलेट एक्ट कानून को पारित कर दिया। इस एक्ट के तहत पुलिस के अधिकारों में बहुत अधिक वृद्धि हुई। इस कानून के तहत सरकार को राजनीतिक गतिविधियों को कुचलने के लिए तथा राजनीतिक कैदियों को दो साल तक बिना मुकदमा चलाये जेल में बन्द रखने का अधिकार मिल गया था। अतः गाँधी जी ने इस एक्ट के खिलाफ राष्ट्रव्यायी सत्याग्रह आन्दोलन चलाने का फैसला लिया। .
(iv) जलियाँवाला बाग की घटना-जलियाँवाला बाग की घटना ने भारतीयों को ब्रिटिश शासन का और अधिक विरोधी बना दिया। पहले से ही रॉलेट एक्ट के विरुद्ध आन्दोलन हो रहे थे। जलियाँवाला बाग में लोग वैशाखी मेले के साथ-साथ इस एक्ट का विरोध करने के लिए एकत्रित हुए। जनरल डायर ने वहाँ पहुँचकर निहत्थी भीड़ को गोलियों से भून दिया। इस हत्याकांड में अनेक लोग मारे गये व अनेक घायल हुए। जैसे ही इस हत्याकांड की खबर देश की जनता में फैली, लोग अंग्रेज सरकार के विरुद्ध सड़कों पर उतर पड़े।
प्रश्न 22.
आन्दोलन से आप क्या समझते हैं ? आन्दोलन दबाव समूहों से किस प्रकार भिन्नता रखते हैं ? स्पष्ट कीजिए।[2]
अथवा
लामबंदी और संगठन के बारे में बताइए। [2]
उत्तर:
आन्दोलन से आशय-किसी संस्था की सहायता अथवा उसके बिना सामाजिक, आर्थिक अथवा राजनीतिक समस्या के समाधान हेतु आरम्भ किया गया संघर्ष ही आन्दोलन कहलाता है। दूसरे शब्दों में, कभी-कभी लोग बगैर संगठन बनाए अपनी मांगों के लिए एकजुट होने का फैसला करते हैं। ऐसे समूहों को आन्दोलन कहा जाता है।
आन्दोलन एवं दबाव समूहों में अन्तर-आन्दोलन एवं दबाव समूहों में निम्नलिखित अन्तर हैं-
आन्दोलन समूह –
- आन्दोलन चुनावी मुकाबले में सीधी भागीदारी करने की बजाय राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।
- आन्दोलन का संगठन ढीला-ढाला होता है।
- आन्दोलन में निर्णय की प्रक्रिया अधिक औपचारिक व लचीली होती है।
- आन्दोलन जनता की स्वतः स्फूर्त भागीदारी पर निर्भर होते हैं।
दबाव समूह-
- दबाव समूह सरकार की नीतियों को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।
- दबाव समूहों का संगठन मज़बूत होता है।
- दबाव समूहों में एक प्रबल एवं औपचारिक निर्णय निर्माण प्रक्रिया होती है।
- दबाव समूह स्वतः स्फूर्त भागीदारी पर निर्भर नहीं होते हैं।
प्रश्न 23.
दिए गए भारत के रेखा मानचित्र में निम्नलिखित को अंकित कीजिए –
(अ) अहमदाबाद
(ब) दुर्गापुर
(स) सेलम
(द) पारादीप
अथवा
दिए गए भारत के रेखा मानचित्र में निम्नलिखित को अंकित कीजिए
(अ) मयूरभंज
(ब) वारंगल
(स) नालगोंडा
(द) दुर्ग
उत्तर:
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