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RBSE Class 12 Accountancy Board Model Paper 2022 with Answers in Hindi
समय : 2 घण्टे 45 मिनट
पूणांक : 80
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश :
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आन्तरिक खण्ड हैं उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
- प्रश्न-पत्र के हिन्दी और अंग्रेजी रूपान्तरण में किसी प्रकार की त्रुटि/अन्तर/विरोधाभास होने पर हिन्दी भाषा के प्रश्न को ही सही मानें।
खण्ड-अ
प्रश्न 1.
बहुविकल्पी प्रश्न –
(i) आय-व्यय खाता की प्रकृति है – [1]
(अ) व्यक्तिगत खाता
(ब) वस्तुगत खाता
(स) लाभ-हानि खाता
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(स) लाभ-हानि खाता
(ii) साझेदारी विलेख के अभाव में प्रवृद्ध राशि पर ब्याज दिया जाता है -[1]
(अ) 10 प्रतिशत वार्पिक
(ब) 6 प्रतिशत वार्पिक
(स) 12 प्रतिशत वार्षिक
(द) 8 प्रतिशत वार्षिक
उत्तर:
(ब) 6 प्रतिशत वार्पिक
(iii) किसी नये साझेदार के प्रवेश पर, परिसम्पत्तियों में हुई मूल्य की वृद्धि को नाम किया जाएगा – [1]
(अ) लाभ व हानि समायोजन खाते में
(ब) परिसम्पत्ति खाते में
(स) पुराने खातेदारों के पूँजी खाते में
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ब) परिसम्पत्ति खाते में
(iv) अंशों का हरण किया जा सकता है -[1]
(अ) माँग राशि का भुगतान ना करने पर
(ब) सभा में उपस्थित न होने की स्थिति में
(स) बैंक ऋण में भुगतान की असमर्थता में
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(अ) माँग राशि का भुगतान ना करने पर
(v) वे ऋणपत्र जो सुपुदर्गी द्वारा हस्तान्तरित होते हैं उन्हें कहते हैं – [1]
(अ) पंजीकृत ऋणपत्र
(ब) प्रथम ऋणपत्र
(स) वाहक ऋणपत्र
(द) शोधनीय ऋणपत्र
उत्तर:
(स) वाहक ऋणपत्र
(vi) परिवर्तनीय ऋणपत्रों को बट्टे पर निर्गमित नहीं किया जा सकता है, यदि – [1]
(अ) उन्हें तत्काल ही परिवर्तित करना हो
(ब) उन्हें तत्काल ही परिवर्तित नहीं किया जाना हो
(स) उपरोक्त दोनों
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) उन्हें तत्काल ही परिवर्तित करना हो
(vii) व्यवसाय को खरीदने के समय क्रय प्रतिफल पर निवल परिसम्पत्तियों का आधिक्य मूल्य कहाँ Cr. किया जाता है – [1]
(अ) सामान्य आरक्षित
(ब) पूँजी आरक्षित
(स) विक्रेता का खाता
(द) ख्याति खाता
उत्तर:
(ब) पूँजी आरक्षित
(viii) स्वयं के ऋणपत्र वे ऋणपत्र हैं जो कम्पनी – [1]
(अ) अपने ही प्रवर्तकों को आवंटित करती है
(ब) अपने निदेशकों को आवंटित करती है
(स) बाजार से खरीदती है और निवेश के रूप में अपने पास रखती है
(द) विक्रेता को क्रय प्रतिफल के रूप में देती है।
उत्तर:
(स) बाजार से खरीदती है और निवेश के रूप में अपने पास रखती है
(ix) एक मद चालू के रूप में वर्गीकृत की जाती है -[1]
(अ) यदि वह इकाई के सामान्य प्रचलन चक्र में शामिल है
(ब) रोकड़ तथा रोकड़ तुल्यांक है
(स) उसे 12 मास के भीतर वसूल/निपटान किया जायेगा
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
(x) एक व्यावसायिक उद्यम के वित्तीय विवरण में सम्मिलित होते हैं – [1]
(अ) तुलन पत्र
(ब) लाभ व हानि विवरण
(स) रोकड़ प्रवाह विवरण
(द) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(द) उपरोक्त सभी
(xi) तुलनात्मक विवरणों को यह भी कहते हैं -[1]
(अ) क्रियाशील विश्लेषण
(ब) क्षैतिज विश्लेषण
(स) लम्बवत विश्लेषण
(द) बाह्य विश्लेषण
उत्तर:
(ब) क्षैतिज विश्लेषण
(xii) द्रवता के दो आधारभूत माप हैं – [1]
(अ) रहतिया आवर्त और चालू अनुपात
(ब) चालू अनुपात और द्रवता अनुपात
(स) सकल लाभ सीमान्त और प्रचालन अनुपात
(द) चालू अनुपात और औसत संग्रहण अवधि
उत्तर:
(ब) चालू अनुपात और द्रवता अनुपात
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान –
(i) साझेदारी का अस्तित्व साझेदारों के बीच …………………. के परिणामस्वरूप आता है। [1]
उत्तर:
समझौते (अनुबन्ध)
(ii) अंश हरण खाते का शेष तुलन पत्र में …………… के अन्तर्गत दर्शाया जाता है। [1]
उत्तर:
अंश पूँजी में प्रदत्त पूँजी में जोड़कर
(iii) ऋणपत्रों में दिया जाने वाला ब्याज कम्पनी के लाभ के प्रति ……………… होता है और उसे निश्चित रूप से चुकाया जाता है। [1]
उत्तर:
प्रभार
(iv) प्राथमिक प्रतिभूति के अलावा कोई अतिरिक्त प्रतिभूति ……………….. कहलाती है। [1]
उत्तर:
संपार्श्विक प्रतिभूति
(v) वित्तीय विवरण ………………. लागत के आधार पर तैयार किये जाते हैं। [1]
उत्तर:
वास्तविक लागत
(vi) एक व्यावसायिक फर्म की …………….. की गणना उसकी लघुकालीन देयताओं के भुगतान की क्षमता से की जाती है। [1]
उत्तर:
द्रवता (तरलता) अनुपात।
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न-
(i) पूँजी निधि क्या है ? [1]
उत्तर:
अलाभकारी संस्थाओं का निर्माण पूँजी के साथ नहीं होता। अतः ये संस्थाएँ अपनी बचत, सदस्यों से आजीवन सदस्यता शुल्क लेकर विशेष दान आदि से स्थायी सम्पत्तियाँ प्राप्त कर अपनी पूँजी का निर्माण करती हैं जिसे पूँजी कोष या पूँजी निधि कहते हैं।
(ii) Pऔर Q साझेदार हैं। उनका लाभ विभाजन अनुपात 2 : 1 है। वे R को साझेदारी में 1/5 भाग के लिए प्रवेश देते हैं जिसे R,P और Q से 1 : 2 के अनुपात में अधिग्रहण करता है। नये लाभ विभाजन अनुपात की गणना करें। उत्तर- R का हिस्सा = जिसे वह P और Q से 1 : 2 के अनुपात में अधिग्रहण करता है। [1]
उत्तर:
R का हिस्सा \(\frac{1}{5}\) जिसे वह P और Q से 1:2 के अनुपात में अधिग्रहण करता है।
R,P से प्राप्त करता है \(\frac{1}{5}\) का \(\frac{1}{3}\) या \(\frac{1}{5} \times \frac{1}{3}=\frac{1}{15}\)
R,Q से प्राप्त करता है \(\frac{1}{5}\) का \(\frac{2}{3}\) या \(\frac{1}{5} \times \frac{2}{3}=\frac{2}{15}\)
P का हिस्सा \(\frac{2}{3}-\frac{1}{15}=\frac{10-1}{15}=\frac{9}{15}\)
Q का हिस्सा \(\frac{1}{3}-\frac{2}{15}=\frac{5-2}{15}=\frac{3}{15}\)
R का हिस्सा \(\frac{1}{5} \times \frac{3}{3}=\frac{3}{15}\)
9:3:3 या 3:1:1
(iii) पूँजी आरक्षित क्या है ? [1]
उत्तर:
पूँजी आरक्षित एक रिजर्व है जो पूँजीगत लाभ से बनाया जाता है । इस रिजर्व का प्रयोग भविष्य के पूँजीगत नुकसान, यदि कोई हो, को पूरा करने और बोनस शेयर जारी करने के लिए किया जाता है। इसे शेयरधारकों के बीच लाभांश के रूप में वितरित नहीं किया जाता है।
(iv) अमोचनीय ऋणपत्र से क्या तात्पर्य है ? [1]
उत्तर:
अमोचनीय ऋणपत्रों को स्थायी ऋणपत्र के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि कम्पनी इस प्रकार के ऋणपत्रों के निर्गम द्वारा उधार प्राप्त द्रव्य के परिशोधन के लिए भी वचन नहीं देती है। ये ऋणपत्र कम्पनी की समाप्ति पर या एक दीर्घकालीन अवधि की समाप्ति पर शोधनीय होते हैं।
(v) स्वयं के ऋणपत्रों के रद्दीकरण पर लाभ किस खाते में हस्तान्तरित किया जाता है ? [1]
उत्तर:
स्वयं के ऋणपत्रों के रद्दीकरण पर लाभ को पूँजी संचय खाते (Capital Reserve A/c) में हस्तान्तरित किया जाता है।
(vi) X Ltd. ने 2,88,000 रु. मूल्य की परिसम्पत्तियाँ खरीदी।इसने 100 रु. प्रत्येक के ऋणपत्र 4 प्रतिशत बट्टे पर क्रय प्रतिफल के रूप में पूर्ण भुगतान हेतु निर्गमित किये। विक्रेता को जारी किये गये ऋणपत्रों की संख्या ज्ञात करो। [1]
उत्तर:
(vii) 3,00,000 रु. के 8 प्रतिशत ऋणपत्रों पर ब्याज के देय होने की जर्नल प्रविष्टि कीजिए। [1]
उत्तर:
Debentures Interest A/C Dr. 24,000
To Debentureholders.A/c ……………………………………………. 24,000 .
(Being Debentures Interest due.)
(viii) ‘खुले बाजार से क्रय’ द्वारा ऋणपत्र के मोचन से क्या तात्पर्य है ? [1]
उत्तर:
जब एक कम्पनी अपने ही ऋणपत्रों को तत्काल निरस्तीकरण (रद्द) हेतु खुले बाजार में ऋणपत्रों की खरीद करती है तब ऐसे ऋणपत्रों की खरीद एवं निरसन को खुले बाजार में खरीद द्वारा मोचन कहते हैं।
(ix) लाभ-हानि विवरण क्यों तैयार किया जाता है ? [1]
उत्तर:
व्यावसायिक फर्म के चालू वर्ष के लाभ-हानि की गणना हेतु लाभ-हानि विवरण तैयार किया जाता है। .
(x) वित्तीय आँकड़ों के लम्बवत् और क्षैतिज विश्लेषण के बीच अन्तर लिखिए। [1]
उत्तर:
लम्बवत् विश्लेषण-इस प्रकार के वित्तीय विश्लेषण में केवल एक वर्ष के अथवा एक विशेष तिथि के वित्तीय विवरणों का विश्लेषण किया जाता है। क्षैतिज विश्लेषण-इस प्रकार के वित्तीय विश्लेषण में दो अथवा अधिक वर्षों के आँकड़े होते हैं और तुलना में सुविधा के लिए इन आँकड़ों को साथ-साथ लिखा जाता है।
(vi) समरूप विवरण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
समरूप विवरण कुछ सामान्य मदों के साथ एक-एक वित्तीय विवरण की विभिन्न मदों के बीच सम्बन्ध का संकेत देते हैं जिसमें सामान्य मद के । प्रत्येक मद को प्रतिशत के रूप में व्यक्त करता है। इससे अन्य फर्मों के साथ आसानी से तुलना की जा सकती है।
(vii) एक कम्पनी के चालू दायित्व 5,60,000 रु. हैं । चालू अनुपात 2.5 : 1 और तरल अनुपात 2 : 1 है। स्टॉक का मूल्य ज्ञात करो। 1
उत्तर:
Current Ratio = \(\frac{\mathrm{CA}}{\mathrm{CL}}\)
\(\frac{2.5}{1}=\frac{\mathrm{CA}}{5,60,000}\)
Stock = CA-QA
खण्ड-ब
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 4.
लाभकारी व अलाभकारी संस्था के मध्य में अन्तर स्पष्ट करें। [2]
उत्तर:
लाभकारी व अलाभकारी संस्थाओं के मध्य अन्तर –
अन्तर का आधार | लाभकारी संस्थाएँ | अलाभकारी संस्थाएँ |
1. मूल उद्देश्य | लाभ कमाना होता है। | सेवा व कल्याणकारी कार्य। |
2. अन्तिम खाते | इन संस्थाओं द्वारा व्यापार व लाभ-हानि खाता तथा चिट्ठा बनाया जाता है। | इनके द्वारा प्राप्ति एवं भुगतान खाता, आय-व्यय खाता व चिट्ठा बनाया जाता है। |
3. कोष प्राप्ति | स्वामियों के द्वारा लगायी गयी पूँजी से कोष प्राप्ति होती है। | सदस्यों द्वारा व बाहरी व्यक्तियों द्वारा दिए गए चंदे, दान, शुल्क, फीस, आदि से कोष की प्राप्ति होती है। |
4. स्वामित्व | पूँजी लगाने वाले व्यक्तियों का होता है। | पूँजी कोष में धन लगाने वाले व्यक्ति जो सामान्यतया Subscriber कहलाते हैं, का होता है। |
5. क्रियाकलापों का प्रतिफल | क्रियाकलापों का प्रतिफल लाभ-हानि के रूप में होता है। | इनका प्रतिफल बचत/घाटा (न्यूनता) कहलाता है। |
प्रश्न 5.
जॉन अब्राहम ‘माडर्न टूर एवं ट्रेवल कम्पनी’ में साझेदार है तथा लेखा वर्ष के अंत 31 मार्च, 2015 को निजी प्रयोग हेतु अपनी पूँजी खाते से धन को आहरित करते हैं ।
निम्न वैकल्पिक स्थितियों पर ब्याज का परिकलन करें, यदि ब्याज की दर 9 प्रतिशत प्रतिवर्ष की है –
(अ) यदि वह प्रतिमाह के प्रारम्भ में 2000 रु. आहरित करता है।
(ब) यदि प्रत्येक माह के अंत में वह 2000 रु. आहरित करता है। .
उत्तर:
(अ) यदि प्रत्येक माह के प्रारम्भ में समान राशि का आहरण करता है तो आहरण की कुल राशि पर औसत अवधि 6.5 माह का ब्याज परिकलन किया जायेगा।
आहरण पर ब्याज = 24000 × \(\frac{6.5}{12} \times \frac{9}{100}\) = 1170 रु.
(ब) यदि प्रत्येक माह के अन्त में समान राशि का आहरण करता है तो आहरण की कुल राशि पर औसत अवधि 5.5 माह का ब्याज परिकलन किया जायेगा।
आहरण पर ब्याज = 24000 × \(\frac{5.5}{12} \times \frac{9}{100}\) = 990 रु.
प्रश्न 6.
गत कुछ वर्षों के दौरान व्यापार ने 50,000 रु. औसत लाभ अर्जित किया।ख्याति के मूल्य की गणना पूँजीकरण विधि द्वारा करें। यदि व्यवसाय की परिसम्पत्तियाँ 5,00,000 रु. और बाह्य दायित्व 90,000 रु. हैं । सामान्य प्रतिफल दर 10 प्रतिशत है।
उत्तर:
(i) व्यवसाय में विनियोजित पूँजी = व्यवसाय की परिसम्पत्तियाँ – बाह्य दायित्व
5,00,000–90,000 =₹4,60,000
(ii) औसत लाभों का पूँजीकृत मूल्य = img
= \(\frac{50,000 \times 100}{10}\) = 5,00,000
ख्याति = पूँजीकृत मूल्य – विनियोजित पूँजी
=5,00.000-4,60,000=₹40.000
प्रश्न 7.
लीला और मीना फर्म में साझेदार हैं और लाभ व हानि का विभाजन 5 : 3 अनुपात में करती हैं। अप्रेल 2017 को वे ओम को फर्म में प्रवेश देती हैं। ओम के प्रवेश तिथि पर लीला और मीना के तुलन पत्र में सामान्य संचय 8000 रु.और लाभ व हानि खाता 12,000 रु.(जमा) रु. दर्शा रहा था। ओम के प्रवेश पर उपरोक्त मदों के व्यवहार हेतु आवश्यक रोजनामचा प्रविष्टियाँ दें। लीला, मीना और ओम के मध्य
नया लाभ विभाजन अनुपात 5 : 3 : 2 है। [2]
उत्तर:
प्रश्न 8.
अग्रिम माँग से क्या अभिप्राय है ? उदाहरण सहित समझाइये।
उत्तर:
कभी-कभी कुछ अंशधारी कम्पनी के अंशों पर राशि का कुछ भुगतान या समस्त भुगतान माँग से पूर्व ही कर देते हैं । अंशधारियों से प्राप्त इस राशि को अग्रिम माँग राशि कहते हैं । यह कम्पनी के लिए देय धन है जिसे अग्रिम माँग खाते में जमा किया जाता है। प्राप्त राशि को माँग राशि के देय होने की तिथि के साथ ही समायोजित किया जाता है। सारणी एफ के अनुसार इस पर अधिकतम 12% वार्षिक ब्याज दिया जा सकता है।
उदाहरण-आनन्द लि. के 10,000 अंश 100 ₹ वाले निर्गमित किए जिन पर 25 ₹ आवेदन पर, 50 ₹ आवंटन पर, शेष राशि 25 ₹ प्रथम व अन्तिम माँग पर देय थे। शुभम जिसे 100 अंश आवंटित किये गये थे, ने आवंटन के साथ ही माँग राशि का भुगतान कर दिया।
अग्रिम माँग = 100 x 25 = 2500 ₹ होगी।
प्रश्न 9.
बंसल हैवी मशीन लिमिटेड ने हाण्डा ट्रेडर्स से 3,80,000 रु. मूल्य की मशीन का क्रय किया।50,000 रु. का रोकड़ भुगतान किया गया और शेष राशि के लिए 100 रु. प्रत्येक के अंशों का 110 रु. निर्गम मूल्य पर किया गया। उपर्युक्त व्यवहारों की रोजनामचा प्रविष्टियाँ
करें। [2]
उत्तर:
प्रश्न 10.
सुनैना, जिसके पास 10 रु. प्रत्येक के 500 अंश है उसने आवंटन राशि 4 रु. प्रति अंश ( 2 रु. अधिमूल्य सहित)और 3 रु.की प्रथम और अंतिम माँग राशि का भुगतान नहीं किया। उसके अंशों को प्रथम और अंतिम माँग के बाद हरण कर लिया गया।अंशों का हरण करने की रोजनामचा प्रविष्टि करें। [2]
उत्तर:
प्रश्न 11.
आर लिमिटेड ने 200 रु. प्रत्येक वाले 20,00,000, 10 प्रतिशत ऋणपत्र 7 प्रतिशत बट्टे के साथ निर्गमित किये जो 9 वर्षों के बाद 8 प्रतिशत प्रीमियम के साथ मोचनीय थे। आर लिमिटेड की खाता पुस्तकों में आवश्यक प्रविष्टियाँ दें। [2]
उत्तर:
प्रश्न 12.
जनवरी 01, 2020 को मधुर लिमिटेड के पास रु.5,00,000 के 9 प्रतिशत ऋणपत्र हैं। सभी ऋणपत्रों का शोधन देयं तिथि पर हुआ। रोजनामचा प्रविष्टियाँ दें।
उत्तर:
प्रश्न 13.
वित्तीय विवरणों की सीमाएँ क्या हैं ?
उत्तर:
वित्तीय विवरणों की भी अनेक सीमाएँ होती हैं। यह केवल समग्र जानकारियाँ देते हैं ताकि उपयोगकर्ताओं की सामान्य आवश्यकताओं की तुष्टि हो लेकिन विशिष्ट आवश्यकताओं की तुष्टि नहीं होती है । ये तकनीकी विवरण है जो केवल लेखांकन ज्ञान रखने वाले व्यक्तियों द्वारा ही समझे जाते हैं। ये पिछली जानकारी प्रदर्शित करते हैं न कि वर्तमान स्थिति, जबकि किसी भी निर्णय लेने कि प्रक्रिया के लिए वर्तमान जानकारी की आवश्यकता होती है।
इसके अतिरिक्त कोई व्यक्ति संगठन के निष्पादन के बारे में मात्रात्मक बदलावों के बारे में अनुमान लगा सकता है न कि गुणात्मक बदलाव के बारे में, इसके अतिरिक्त वित्तीय विवरण न परिपूर्ण होते हैं न परिशुद्ध होते हैं। क्योंकि आय एवं व्यय पृथक् होते हैं तथा स्वीकृत संकल्पना की बजाय सर्वोत्तम निर्णय का उपयोग करते हैं । अतः किसी भी निर्णय से पहले इन विवरणों का उचित विश्लेषण करने की आवश्यकता होती है। इस प्रकार वित्तीय विवरणों की अनेक सीमाएँ होती हैं।
प्रश्न 14.
नीचे दी गई सूचनाओं से, वर्ष समाप्ति 31 मार्च, 2016 और 2017 के लिए समरूप आय विवरण तैयार कीजिए [2]
उत्तर:
वर्षान्त 31 मार्च, 2016 तथा 31 मार्च, 2017 पर समरूप लाभ-हानि विवरण-
प्रश्न 15.
निम्नलिखित सूचना से स्टॉक आवर्त अनुपात का परिकलन करें प्रचालन से आगम 4,00,000 रु., औसत स्टॉक 55,000 रु., सकल लाभ अनुपात 10 प्रतिशत है। [2]
उत्तर:
Revenue from Operation = 4,00,000₹
Gross Profit = ₹4,00,000 x 10%= 40,000₹
Cost of Revenue from Operation = Revenue from operation – Gross Profit
=₹4,00,000-₹40,000=₹3,60,000
Stock Turnover Ratio = \(\frac{\text { Cost of Revenue from Operation }}{\text { Average Stock }} \)
= \(\frac{₹ 3,60,000}{₹ 55,000} \) =6.55 Times
प्रश्न 16.
निम्नलिखित विवरणों से ब्याज व्याप्ति संरक्षण अनुपात परिकलित कीजिए कर के पश्चात् लाभ 60,000 रु., 15 प्रतिशत दीर्घकालिक ऋण 10,00,000 रु. और कर दर 40 प्रतिशत [2]
उत्तर:
Net Profit after Tax = 60,000₹
Tax Rate = 40%
Net Profit before Tax = \(\frac{₹ 60,000}{100-40} \times 100 \) = ₹ 1,00,000
Interest on Long term Debts = 10,00,000x \(\frac{15}{100}\) = ₹1,50,000
Net Profit before Interest and Tax = Profit before Tax + Interest =1,00,000 + 1,50,000 = 2,50,000₹
Interest Coverage Ratio = \(\frac{\text { Profit before Interest \& Tax }}{\text { Interest on Long Term Debts }} \)
= \(\frac{₹ 2,50,000}{₹ 1,50,000}\)
=167 Times
खण्ड-स
प्रश्न 17.
एक स्पोर्ट्स क्लब की कुछ मदों से संबंधित सूचनाएँ निम्न हैं । इन मदों को क्लब के आय-व्यय खाते तथा तुलन पत्र में दर्शाइये- [3]
Particulars | Amount Rs. |
Sports fund as on 1-4-2016 | 35,000 |
Sports fund Investments | 35,000 |
Interest on Sports Fund | 4,000 |
Donations for Sports Fund Investment | 15,000 |
Sports Prizes Awarded | 10,000 |
Expenses on Sports Events | 4,000 |
उत्तर:
प्रश्न 18.
हितेश, रोहित एवं हर्ष एक फर्म में साझेदार हैं, इनका लाभ विभाजन अनुपात 2 : 2 : 1 है। हालाँकि हर्ष को प्रतिवर्ष लाभ के भागके रूप में न्यूनतम 10,000 रु. की गारंटी दी हुई है। यदि लाभ में कोई कमी आती है तो वह खाता रोहित द्वारा पूरा किया जाएगा। 31 मार्च, 2019 को 40,000 रु. का लाभ प्राप्त हुआ। लाभ एवं हानि विनियोग खाता तैयार करें।
उत्तर:
प्रश्न 19.
विजय और संजय फर्म में साझेदार हैं और लाभ व हानि का विभाजन 3 : 2 के अनुपात में करते हैं। वे अजय को लाभ में 1/4 भाग के लिए साझेदारी में प्रवेश कराने का निर्णय लेते हैं। अजय 30,000 रु. पूँजी के लिए और ख्याति के लिए आवश्यक राशि रोकड़ लाता है। फर्म की ख्याति का मूल्यांकन 20,000 रु. में हुआ।नया लाभ विभाजन अनुपात 2 : 2 : 1 है। विजय और संजय अपने भाग की ख्याति को आहरित करते हैं। आवश्यक रोजनामचा प्रविष्टियाँ करें।
उत्तर:
अजय अपने भाग के लिए ख्याति लाता है = 20,000 x \(\frac{1}{4}\) = 5,000 ₹
त्याग अनुपात की गणना –
विजय का पुराना अनुपात = \(\frac{3}{5}\)
विजय का नया अनुपात = \(\frac{2}{4}\)
विजय का त्याग अनुपात = पुराना अनुपात – नया अनुपात
= \(\frac{3}{5}-\frac{2}{4}=\frac{12-10}{20}=\frac{2}{20}\)
संजय का पुराना अनुपात = \(\frac{2}{5}\)
संजय का नया अनुपात = \(\frac{1}{4}\)
संजय का त्याग अनुपात = पुराना अनुपात – नया अनुपात
= \(\frac{2}{5}-\frac{1}{4}=\frac{8-5}{20}=\frac{3}{20}\)
प्रश्न 20.
निम्न जानकारी से स्वामित्व अनुपात, कार्यशील पूँजी आवर्त अनुपात और ऋण समता अनुपात परिकलित कीजिए – [3]
Rs. | |
Paid up Capital | 5,00,000 |
Current Assets | 4,00,000 |
Revenue from operations | 10,00,000 |
13% Debentures | 2,00,000 |
Current Liabilities | 2,80,000 |
उत्तर:
(i) Proprietary Ratio = \(\frac{\text { Shareholder’s Fund }}{\text { Total Assets }} \)
Shareholders Fund = 5,00,000
Total Assets = Paid-up Share Capital + 13%Debentures +Current Liabilities (∴ Total Liabilities = Total Assets)
= 5,00,000+ 2,00,000+2,80,000 = ₹ 9,80,000
Proprietary Ratio = \(\frac{5,00,000}{9,80,000}\) =0.51:1
(ii) Working Capital Turnover Ratio = \(\frac{\text { Revenue from operation }}{\text { Working Capital }}\)
Working Capital = Current Assets – Current Liabilities
= 4,00,000 – 2,80,000 =₹ 1,20,000
Working Capital Turnover Ratio = \(\frac{10,00,000}{1,20,000}\) =8.33 Times
(iii) Debts Equity Ratio = \(\frac{\text { Debts }}{\text { Equity }}=\frac{2,00,000}{5,00,000} \) = 2:5 Or 0.4:1.
खण्ड-द
प्रश्न 21.
sनिम्न तुलन पत्र अऔर ब का है, जो 3 : 2 के अनुपात में लाभ विभाजित करते हैं
Balance Sheet of A and Bon 01 April, 2017
इस तिथि को निम्न शर्तों पर स को साझेदारी में प्रवेश दिया गया –
1. स लाभ में 1/6 भाग के लिए 15,000 रु. की पूँजी और 5000 रु. ख्याति के लिए प्रीमियम के रूप में लाएगा।
2. स्टॉक के मूल्य में 10 प्रतिशत कमी तथा संयंत्र एवं मशीनरी में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
3. फर्नीचर का पुनर्मूल्यांकन 9,000 रु. पर किया गया।
4. विविध देनदारों पर 5 प्रतिशत संदिग्ध ऋणों का प्रावधान किया गया और 200 रु. बिजली का बिल देने के लिए उपलब्ध रहेंगे।
5. 1000 रु. मूल्य के विनियोग (जिन्हें तुलन पत्र में नहीं दर्शाया गया है ) बही खाते में लिखने हैं।
6. एक लेनदार जिसे 100 रु. देय है अपलिखित किया गया। रोजनामचा प्रविष्टियों का अभिलेख करें।
उत्तर:
अथवा
आशीष और दत्ता एक फर्म में 3 : 2 के लाभ विभाजन में साझेदार थे। वह 01 अप्रैल 2017 को 1/5 भाग के लिए विमल को फर्म में प्रवेश देते हैं। 31 मार्च, 2017 को आशीष और दत्ता का तुलन पत्र इस प्रकार है
Balance Sheet of Ashish and Datta as on 31-03-2017
यह सहमति हुई कि –
- भूमि और भवन के मूल्य में 15,000 रु. से वृद्धि हुई है।
- संयंत्र के मूल्य में 10,000 रु. से वृद्धि हुई है।
- फर्म की ख्याति की गणना 20,000 रु. की गई है।
- विमल नई फर्म की कुल पूँजी के 1/5 भाग के बराबर पूँजी लेकर आएगा। पुनर्मूल्यांकन खाता और साझेदारों के पूँजी खाते बनाइये।
उत्तर:
Working Note:
(1) नए लाभ-हानि अनुपात की गणना –
विमल का लाभों में हिस्सा =\(\frac{1}{5}\) भाग
अत: फर्म का शेष भाग = \(1-\frac{1}{5}=\frac{4}{5}\)
आशीष का नई फर्म में हिस्सा = \(\frac{4}{5} \times \frac{3}{5}=\frac{12}{25} \)
दत्ता का नई फर्म में हिस्सा = \(\frac{4}{5} \times \frac{2}{5}=\frac{8}{25}\)
विमल का हिस्सा = \(\frac{1}{5} \times \frac{5}{5}=\frac{5}{25}\)
अतः नया अनुपात = \(\frac{12}{25}: \frac{8}{25}: \frac{5}{25}\) = 12:8:5
(2) विमल द्वारा लाई जाने वाली पूँजी की गणना
पुराने साझेदारों की समायोजित पूँजी = 97,400 +46,600 = 1,44,000 ₹
पुराने साझेदारों के लाभ के कुल हिस्से \(\frac{4}{5}\) भाग के लिए उनकी पूँजी = 1,44,000
अतः नई फर्म की कुल पूँजी होगी = 1,44,000 × \(\frac{5}{4}\) = ₹ 1,80,000
अतः \(\frac{1}{5} \) भाग के लिए विमल की पूँजी होगी = 1,80,000 x\(\frac{1}{5}\) = ₹36,000
(3) ख्याति की राशि में विमल के हिस्से की राशि को पुराने साझेदारों में उनके त्याग अनुपात (3:2) में बाँटा गया है। जिसके लिए निम्न लेखा प्रविष्टि करेंगे –
प्रश्न 22.
कृष्णा लिमिटेड ने 100 रु. प्रत्येक अंश के 15000 अंशों का 10 रु. प्रति अंश प्रीमियम पर निर्गमन किया।जो इस प्रकार देय है- [4]
सभी अंशों पर अभिदान प्राप्त हुआ और कम्पनी ने सभी देय राशि 150 अंशों पर आवंटन और माँग राशि के अतिरिक्त प्राप्त की। इन अंशों का हरण किया गया और नेहा को 120 रु. प्रत्येक के पूर्ण प्रदत्त अंशों में पुनः निर्गमन किया गया। पुस्तकों में रोजनामचा प्रविष्टियाँ करें।
उत्तर:
प्रश्न 23.
एम.के. लिमिटेड के पास 100 रु. प्रति ऋणपत्र के 30,000, 11 प्रतिशत ऋणपत्र हैं जो 10 प्रतिशत प्रीमियम पर इस प्रकार शोधनीय है – [4]
उत्तर:
नोट : कम्पनी को ‘अन्य असूचीगत कम्पनी’ मानकर ऋणपत्र शोधन संचय (DRR) का निर्माण किया गया है।
अथवा
अर्जुन प्लास्टिक लिमिटेड ने 100 रु. प्रत्येक के 1000, 15 प्रतिशत ऋणपत्रों को 10 रु. प्रत्येक वाले समता अंश में 2.5 रु. प्रति अंश प्रीमियम के द्वारा ऋणपत्रों की परिवर्तनीयता के द्वारा मोचित किया। इसके साथ ही कम्पनी ने इसी प्रकार के 500 ऋणपत्रों को लाभ में से 50000 रु. का उपयोग करते हुए मोचित किया।आवश्यक रोजनामचा प्रविष्टियाँ दीजिए।
उत्तर:
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