Students must start practicing the questions from RBSE 12th Geography Model Papers Set 4 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 12 Geography Model Paper Set 4 with Answers in Hindi
समय: 2:45 घण्टे
पूर्णांक: 56
सामान्य निर्देश :
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर: दी गई उत्तर: पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आन्तरिक खण्ड हैं उन सभी के उत्तर: एक साथ ही लिखें।
खण्ड – (अ)
प्रश्न 1.
बहुविकल्पीय प्रश्न (1 x 9 = 9)
(i) निम्न में से आर्थिक भूगोल का उपक्षेत्र है
(अ) संसाधन भूगोल
(ब) पर्यटन भूगोल
(स) कृषि भूगोल
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
(ii) निम्न में से किस विद्वान् ने कहा था कि “लोगों की संख्या खाद्य आपूर्ति की अपेक्षा अधिक तीव्र गति से बढ़ेगी”
(अ) क्रेसी
(ब) रैट्जेल
(स) थॉमस माल्थस
(द) ब्लाश।
उत्तर:
(स) थॉमस माल्थस
(iii) निम्न में से कौन-सी रोपण फसल नहीं है ?
(अ) कॉफी
(ब) गन्ना
(स) गेहूँ
(द) रबड़
उत्तर:
(स) गेहूँ
(iv) वे काम जिनमें उच्च परिमाण और स्तर वाले अन्वेषण सम्मिलित होते हैं, कहलाते हैं।
(अ) द्वितीयक क्रियाकलाप
(ब) पंचम क्रियाकलाप
(स) चतुर्थ क्रियाकलाप
(द) प्राथमिक क्रियाकलाप।
उत्तर:
(स) चतुर्थ क्रियाकलाप
(v) निम्न में से किस प्रकार की बस्तियाँ झील व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों ओर होती हैं।
(अ) आयताकार
(ब) वृत्ताकार
(स) रैखिक
(द) ‘टी’ आकार।
उत्तर:
(ब) वृत्ताकार
(vi) भारत में जनसंख्या की तीव्र वृद्धि का मुख्य कारण है।
(अ) तीव्र जन्म-दर
(ब) नगरीकरण
(स) मन्द जन्म-दर व तीव्र मृत्यु-दर
(द) उच्च जन्म-दर व घटती मृत्यु-दर।
उत्तर:
(द) उच्च जन्म-दर व घटती मृत्यु-दर।
(vii) आर्थिक वृद्धि के नोड के रूप में कार्य करते हैं ?
(अ) गाँव
(ब) संचार
(स) नगर
(द) ये सभी।
उत्तर:
(स) नगर
(viii) लाल चना एवं पिजन पी. के नाम से जाना जाता है।
(अ) अरहर को
(ब) चना को
(स) सरसों को
(द) सोयाबीन को।
उत्तर:
(अ) अरहर को
(ix) निम्न में से किस खनिज का उपयोग मुख्यतः विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में किया जाता है ?
(अ) अभ्रक
(ब) चूना पत्थर
(स) लौह-अयस्क
(द) मैंगनीज।
उत्तर:
(अ) अभ्रक
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए (1 x 4 = 4)
(i) मानव के वे समस्त क्रियाकलाप जिनसे आय की प्राप्ति होती है, ………………. कहलाती है।
उत्तर:
आर्थिक क्रियाएँ
(ii) भारत में सबसे बड़ा जूट उत्पादक राज्य ………………. है।
उत्तर:
पश्चिम बंगाल
(iii) हरियाली केन्द्र सरकार द्वारा प्रवर्तित ………………. परियोजना है।
उत्तर:
जल संभर विकास
(iv) ………………. आँकडों के अधिग्रहण एवं प्रक्रमण की सुविधा उपलब्ध कराता है।
उत्तर:
(iv) नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर।
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (1 x 4 = 4)
(i) विश्व जनसंख्या वितरण और घनत्व को प्रभावित करने वाले कोई दो आर्थिक कारक लिखिए।
उत्तर:
(i) खनिज
(ii) औद्योगीकरण।
(ii) विश्व स्तर पर भोजन संग्रहण का अधिक महत्त्व क्यों नहीं है?
उत्तर:
क्योंकि इन क्रियाओं के द्वारा प्राप्त उत्पाद विश्व बाजार में प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकते
(iii) छोटे एवं बडे पैमाने के उद्योगो में एक अंतर लिखिए।
उत्तर:
छोटे पैमाने के उद्योगों में कम मात्रा में पूँजी का निवेश होता है जबकि बड़े पैमाने के उद्योगों में अधिक मात्रा में पूँजी का निवेश होता है।
(iv) समकाल रेखाओं से क्या आशय है ?
उत्तर:
मानचित्र पर समान समय में पहुँचने वाले स्थानों को मिलाने वाली रेखाओं को समकाल रेखाएँ कहा जाता है।
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न (1.5 x 12 = 18)
प्रश्न 4.
मानव भूगोल को परिभाषित कीजिए। [1.5]
उत्तर:
एलन चर्चिल सेंपल के अनुसार, “मानव भूगोल अस्थिर पृथ्वी और क्रियाशील मानव के मध्य परिवर्तनशील सम्बन्धों का अध्ययन मानव भूगोल की इस परिभाषा में सेंपल ने कार्यरत मानव एवं अस्थिर पृथ्वी के परिवर्तनशील सम्बन्धों की व्याख्या की है। सभ्यता के प्रारंभ से ही मानव क्रियाशील प्राणी रहा है और उसके क्रियाकलापों पर वातावरण पर प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 5.
मानव भूगोल की कल्याणपरक तथा व्यवहारवादी विचारधारा को संक्षेप में बताइए। [1.5]
उत्तर:
(i) कल्याणपरक (मानवतावादी) विचारधारा: इस विचारधारा का सम्बन्ध मुख्य रूप से लोगों के सामाजिक कल्याण के विभिन्न पक्षों से था। इसमें आवास, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे पक्ष सम्मिलित थे।
(ii) व्यवहारवादी विचारधारा: इस विचारधारा में प्रत्यक्ष अनुभव के साथ-साथ मानवीय जातीयता, प्रजाति, धर्म आदि पर आधारित सामाजिक संवर्गों के दिक्काल बोध पर अधिक जोर दिया।
प्रश्न 6.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक स्वस्थ शहर को परिभाषित कीजिए। [1.5]
उत्तर:
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक स्वस्थ शहर ऐसा शहर होता है जिसमें निम्नलिखित सुविधाएँ विद्यमान रहती हैं
(i) स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण।
(ii) सभी निवासियों को आधारभूत आवश्यकताओं की आपूर्ति।
(iii) स्थानीय सरकार में समुदाय की भागीदारी।
(iv) सभी निवासियों के लिए आसानी से उपलब्ध स्वास्थ्य एवं शिक्षा सुविधाएँ।
प्रश्न 7.
विकासशील देशों में नगरीय बस्तियों की किन्हीं तीन सामाजिक एवं सांस्कृतिक समस्याओं को बताइए। [1.5]
उत्तर:
सामाजिक-सांस्कृतिक समस्याएँ विकासशील देशों की नगरीय बस्तियों की सामाजिक-सांस्कृतिक समस्याओं में निम्न समस्याएँ महत्त्वपूर्ण हैं
(i) अधिकांश नगरों के निवासियों को आधारभूत सामाजिक ढाँचागत सुविधाएँ भी पर्याप्त रूप से नहीं मिल पाती हैं।
(ii) उपलब्ध स्वास्थ्य व शिक्षा सुविधाएँ गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रही जनसंख्या की पहुँच से बाहर रहती हैं।
(iii) बेरोजगारी के बढ़ने तथा शिक्षा की कमी के कारण अपराध बढ़ जाते हैं।
प्रश्न 8.
भारत में अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास के कोई दो कारण बताइए। [1.5]
उत्तर:
(i) राजनैतिक कारण भारत में लचीली राजनैतिक व्यवस्था के चलते प्रतिवर्ष लाखों लोग पड़ोसी देशों से अवैध रूप से भारत में घुसपैठ कर रहने लग जाते हैं। इनमें सर्वाधिक संख्या बांग्लादेश, भूटान तथा नेपाल देशों से आने वाले प्रवासियों की है। जबकि लचीली प्रसार प्रक्रिया के कारण अनेक भारतीय आस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैण्ड की ओर जाते हैं।
(ii) धार्मिक व सामाजिक कारण भारत से लाखों व्यक्ति प्रमुख रूप से मुस्लिम समुदाय के लोग खाड़ी क्षेत्र के इस्लामिक देशों में प्रवास कर जाते हैं, जहाँ उन्हें धार्मिक व सामाजिक कारणों से पूर्ण सुरक्षा की अनुभूति होती है।
प्रश्न 9.
भारत भाषाई विविधता की भूमि है? स्पष्ट कीजिए। [1.5]
उत्तर:
भाषा समाज को एकता के सूत्र में बाँधने वाली बहुत बड़ी शक्ति है। भारत में अत्यधिक भाषायी विविधता देखने को मिलती है। 1903 से 1928 ई. के मध्य गियर्सन के नेतृत्व में किए गए भाषायी सर्वेक्षण में देश में 179 भाषाएँ एवं लगभग 544 बोलियाँ मानी गयीं। वर्तमान में 22 भाषाएँ अनुसूचित तथा अनेक भाषाएँ गैर अनुसूचित हैं। अनुसूचित भाषाओं में हिन्दी बोलने वाले लोगों का प्रतिशत सर्वाधिक है। लघुतम भाषा वर्ग संस्कृत, बोडो तथा मणिपुरी लोगों का है जिसमें प्रत्येक का 0.01 प्रतिशत है। भारत में भाषायी प्रदेशों की सीमाएँ सुनिश्चित एवं स्पष्टता लिए हुए नहीं हैं। बल्कि अपने-अपने सीमान्त प्रदेशों में उनका क्रमिक विलय व अध्यारोपण हो जाता है।
प्रश्न 10.
गैरिसन नगर क्या होते हैं? भारत में गैरिसन नगरों के कोई दो उदाहरण दीजिए। [1.5]
उत्तर:
गैरिसन नगर या छावनी नगर की स्थापना सैन्य सम्बन्धी कार्यों के सम्पादन हेतु की जाती है। इन नगरों को कैण्ट या कैण्टोनमेन्ट भी कहा जाता है। इन नगरों में सैनिक अभ्यास, प्रशिक्षण, कार्यालय तथा सेना सम्बन्धी अन्य कार्य मुख्य रूप से किये जाते हैं। अंबाला, जालंधर, महू, बबीना तथा ऊधमपुर भारत के प्रमुख गैरिसन नगर हैं।।
प्रश्न 11.
भारत में ग्रामीण एवं नगरीय बस्तियों में अंतर के मूल बिन्दु बताइए। [1.5]
उत्तर:
(i) ग्रामीण बस्तियों के निवासी कृषि एवं अन्य प्राथमिक कार्य करते हैं जबकि नगरीय बस्तियों के निवासी द्वितीयक एवं तृतीयक कार्य करते हैं। जिनमें उद्योग, व्यापार, वाणिज्य, यातायात एवं सेवाएँ सम्मिलित हैं।
(ii) ग्रामीण बस्तियों के लोग कम गतिशील होते हैं। अत: सामाजिक सम्बन्ध घनिष्ठ होते हैं जबकि नगरीय बस्तियों के लोगों का जीवन जटिल एवं तेज होता है तथा सामाजिक सम्बन्ध
औपचारिक व दिखावटी होते हैं।
(iii) ग्रामीण बस्तियाँ छोटी और दूर-दूर बसी होती हैं जबकि नगरीय बस्तियाँ बड़ी बसी होती हैं।
प्रश्न 12.
रक्षित सिंचाई कृषि एवं उत्पादक सिंचाई कृषि में अन्तर बत्ताइए। [1.5]
उत्तर:
(i) रक्षित सिंचाई कृषि-इस प्रकार की कृषि में वर्षा के अतिरिक्त जल की कमी को सिंचाई द्वारा पूरा किया जाता है। इस प्रकार की सिंचाई का मुख्य उद्देश्य अधिकतम कृषिगत क्षेत्र को पर्याप्त आर्द्रता उपलब्ध कराना है।
(ii) उत्पादक सिंचाई कृषि-उत्पादक सिंचाई कृषि में जल उपलब्ध कराने की मात्रा रक्षित सिंचाई से अधिक होती है। इस कृषि का उद्देश्य फसलों को पर्याप्त मात्रा में जल उपलब्ध कराकर अधिकतम उत्पादकता प्राप्त करना है।
प्रश्न 13.
भारत में जल से सम्बन्धित प्रमुख समस्याओं को स्पष्ट कीजिए। [1.5]
उत्तर:
भारत में जल से सम्बन्धित प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं
(i) जल की प्रति व्यक्ति उपलब्धता जनसंख्या बढ़ने के कारण तीव्र गति से कम होती जा रही है।
(ii) धरातल पर उपलब्ध कुल जल संसाधन औद्योगिक, कृषि एवं घरेलू निस्तारणों से प्रदूषित होता जा रहा है क्योंकि प्रदूषक तीव्र गति से बढ़ रहे हैं।
(iii) जल संसाधनों के अत्यधिक उपयोग से इनकी उपलब्धता और भी सीमित होती जा रही है।
(iv) जल की कमी से कृषि क्षेत्र में कमी आयी है।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए [1.5]
कॉलम-I | कॉलम-II |
(i) विश्व की सबसे लम्बी राजमार्ग सुरंग | (अ) अमन सेतु |
(ii) श्रीनगर और मुजफ्कराबाद के मध्य स्थित सेतु | (ब) सीमा सड़क संगठन |
(iii) उत्तरपूर्वी सीमावर्ती सडकों का निर्माण | (स) अटल टनल |
उत्तर:
कॉलम-I | कॉलम-II |
(i) विश्व की सबसे लम्बी राजमार्ग सुरंग | (स) अटल टनल |
(ii) श्रीनगर और मुजफ्कराबाद के मध्य स्थित सेतु | (अ) अमन सेतु |
(iii) उत्तरपूर्वी सीमावर्ती सडकों का निर्माण | (ब) सीमा सड़क संगठन |
प्रश्न 15.
जनसंचार तंत्र के किन्हीं दो साधनों का संक्षेप में वर्णन कीजिए। [1.5]
उत्तर:
जनसंचार तंत्र के साधनों में रेडियो, टेलीफोन व उपग्रह संचार शामिल है।
(i) रेडियो-यह जनसंचार का प्राचीनतम साधन है। भारत में रेडियो का प्रसारण 1923 में रेडियो क्लब ऑफ बाम्बे के द्वारा किया गया। यह सर्वाधिक लोकप्रिय संचार माध्यम है। 1936 में इसे आल इंडिया रेडियों व 1957 में इसे आकाशवाणी में बदल दिया गया।
(ii) टेलीविजन-यह भी जनसंचार का एक अहम साधन है जो दृश्य-श्रव्य माध्यम के रूप में जाना जाता है। भारत में इसे 1959 में प्रारंभ किया गया था। 1976 में इसका नाम दूरदर्शन कर दिया गया
खण्ड – (स)
दीर्घउत्तरीय प्रश्न (3 x 3 = 9)
प्रश्न 16.
पर्यटन आकर्षण के प्रमुख कारक बताइए। [3]
अथवा
ग्रामीण वियणन केन्द्रों का विश्लेषण कीजिए। [3]
उत्तर:
पर्यटन आकर्षण के प्रमुख कारक-पर्यटकों को आकर्षित करने में निम्नलिखित कारकों की भूमिका अग्रणी रहती है
(1) जलवायु:
अवकाश की अवधि के दौरान पर्यटक प्रायः ऐसे क्षेत्रों में जाना पसन्द करते हैं, जहाँ अनुकूल जलवायु दशायें मिलती हों। यूरोप में शीतकालीन अवकाश का आनंद उठाने के लिए अधिकांश पर्यटक भूमध्य सागरीय क्षेत्रों के उष्ण व धूपदार मौसम से आकर्षित होकर इन क्षेत्रों में आते हैं।
(2) भूदृश्य:
आकर्षक पर्वतीय भूदृश्य, झीलें तथा सागरीय तट जैसे प्राकृतिक भूदृश्य पर्यटकों को प्रमुख रूप से आकर्षित करते हैं।
(3) इतिहास एवं कला:
प्राचीन स्मारक, विरासत स्थल, पुरातत्व स्थलों, किलों, महलों तथा धार्मिक स्थलों का आकर्षण भी पर्यटकों को आकर्षित करता है।
(4) संस्कृति तथा अर्थव्यवस्था:
सांस्कृतिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अलावा पर्यटक क्षेत्रों के वे अधिवास जहाँ पर्यटकों को सस्ती दरों पर आवासीय व भोजन व्यवस्था उपलब्ध होती है, उन क्षेत्रों की ओर भी अधिक पर्यटक आकर्षित होते हैं। गोवा में हेरीटेज होम्स तथा कर्नाटक में मैडीकेरे तथा कूर्ग इसके उदाहरण
प्रश्न 17.
प्राथमिक एवं द्वितीयक गतिविधियों में क्या अन्तर है ? बताइए। [3]
अथवा
विनिर्माण उद्योग क्या है? आकार के आधार पर विनिर्माण उद्योगों को वर्गीकृत कीजिए। [3]
उत्तर:
प्राथमिक गतिविधियाँ:
1. प्राथमिक गतिविधियों में प्रकृति से प्राप्त प्राकृतिक संसाधनों का सीधा उपयोग होता है।
2. इस प्रकार की गतिविधियों के अन्तर्गत आखेट, भोजन संग्रह, पशुचारण, मछली पकड़ना, वनों से लकड़ी काटना, कृषि एवं खनन आदि कार्य सम्मिलित किए जाते हैं।
3. प्राथमिक गतिविधियों में कार करने वाले लोगों का कार्यक्षेत्र अपने घर से बाहर होने के कारण इन्हें लाल कॉलर हैं।
द्वितीयक गतिविधियाँ:
1. द्वितीयक गतिविधियों में प्रकृति से प्राप्त प्राकृतिक संसाधनों का सीधा उपयोग नहीं होता वरन् इन संसाधनों के स्वरूप को परिवर्तित कर उनको मानव के लिए अधिक उपयोगी बनाया जाता है। दूसरे शब्दों में, यह कहा जा सकता है कि द्वितीयक गतिविधियों में वे सभी कार्य सम्मिलित होते हैं जो प्राथमिक क्रियाओं द्वारा उपलब्ध वस्तुओं को मानव के लिए प्रत्यक्ष रूप से अधिक उपयोगी माल में रूपान्तरित करते हैं।
2. द्वितीयक गतिविधियों में विनिर्माण प्रसंस्करण और निर्माण (अवसंरचना) उद्योग सम्मिलित होते हैं।
3. द्वितीयक गतिविधियों में लाल कॉलर श्रमिकों के अलावा एक बड़ी संख्या सफेद कॉलर श्रमिकों (व्यावसायिक श्रमिकों) तथा नीले कॉलर श्रमिकों (उच्च दक्ष एवं विशिष्ट) व व्यावसायिक श्रमिकों की होती है।
प्रश्न 18.
जल संभर प्रबंधन क्या है ? भारत के विभिन्न भागों में चलाये जा रहे जल संभर विकास कार्यक्रमों का संक्षिप्त विवरण दीजिए। [3]
अथवा
वर्षा जल संग्रहण के आर्थिक एवं सामाजिक मूल्यों का विश्लेषण कीजिए। [3]
उत्तर:
जल संभर प्रबंधन:
जल संभर प्रबंधन से आशय मुख्य रूप से धरातलीय एवं भौमजल संसाधनों के दक्ष प्रबंधन से है। इसके अन्तर्गत बहते जल को रोकना और विभिन्न विधियों से अंतःस्रवण तालाब, पुनर्भरण, कुओं आदि के द्वारा भौमजल का संचयन एवं पुनर्भरण । सम्मिलित है। भारत के विभिन्न भागों में निम्नलिखित जल संग्रहण कार्यक्रम प्रमुख रूप से प्रचलित
(i) नीरू-मीरू (जल और आप) कार्यक्रम: आन्ध्र प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में,
(ii) अरवारी पानी संसद: राजस्थान के अलवर जिले. में,
(iii) हरियाली:
केन्द्र सरकार द्वारा भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में। उक्त कार्यक्रमों के अन्तर्गत स्थानीय ग्रामीण लोगों के सहयोग से विभिन्न जल संग्रहण संरचनाएँ; जैसे-अंत:स्रवण तालाब, ताल (जोहड़) की खुदाई कर रोक बाँध निर्मित किये गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में परम्परागत रूप से वर्षा जल संग्रहण हेतु विभिन्न प्रकार के जलाशयों; जैसे-झीलों, तालाबों तथा कुण्डों का निर्माण किया जा रहा है। तमिलनाडु भारत का प्रथम राज्य है जिसने प्रत्येक घर में जल-संग्रहण संरचना का निर्माण अनिवार्य कर दिया है।
खण्ड- (द)
निबन्धात्मक प्रश्न (4 x 2 = 8)
प्रश्न 19.
जनसंख्या के ग्रामीण-नगरीय संघटन का वर्णन कीजिए। [4]
अथवा
प्रवास के प्रतिकर्ष एवं अपकर्ष कारकों का वर्णन कीजिए। [4]
उत्तर:
जनसंख्या का ग्रामीण:
नगरीय संघटन सामान्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र ऐसे आवासीय क्षेत्र होते हैं जिनमें अधिकांश कार्यशील जनसंख्या प्राथमिक क्रियाकलापों में संलग्न मिलती है जबकि नगरीय क्षेत्र ऐसे क्षेत्र होते हैं जिनमें निवास करने वाली अधिकांश कार्यशील जनसंख्या गैर-प्राथमिक क्रियाकलापों में कार्यरत मिलती है। विश्व के विकसित राष्ट्रों की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत उच्च मिलता है जबकि ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत निम्न मिलता है। दूसरी ओर, विश्व के विकासशील राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत निम्न तथा ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत उच्च मिलता है।
एशिया महाद्वीप तथा अफ्रीका महाद्वीपों की कुल जनसंख्या में ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत 60 से 65 के मध्य मिलता है जबकि यूरोप और उत्तर अमेरिका जैसे महाद्वीपों में ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत 25 से 30 प्रतिशत के मध्य ही मिलता है। ग्रामीण नगरीय लिंग संघटन विश्व के पश्चिमी देशों में ग्रामीण क्षेत्रों की कुल जनसंख्या में सामान्यतया महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या अधिक मिलती है जबकि नगरीय क्षेत्रों की कुल जनसंख्या में महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक है। इसका प्रमुख कारण यह है कि पश्चिमी देशों के नगरीय क्षेत्रों में रोजगार के अधिक अवसरों की उपलब्धता होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में महिला प्रधान प्रवास होता है। इसके अलावा इन देशों के ग्रामीण क्षेत्रों में की जाने वाली कृषि अत्यधिक मशीनीकृत होने के साथ-साथ पुरुष प्रधान होती है।
दूसरी ओर एशिया महाद्वीप के नगरीय क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों से पुरुष प्रधान प्रवास होता है जिसके कारण एशिया महाद्वीप के अधिकांश देशों के नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की संख्या पुरुषों से कम मिलती है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक मिलती है। इसके अलावा भारत जैसे विकासशील राष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्यों में महिलाओं की भागीदारी उच्च रहती है जो. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की अधिक जनसंख्या को आधार प्रदान करती है। यही नहीं, एशिया महाद्वीप के अधिकांश नगरों में आवासों की कमी, रहन-सहन की उच्च लागत, महिलाओं के लिए रोजगार के सीमित अवसरों तथा महिलाओं की सुरक्षा की कमी ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में महिला प्रवास प्रतिबन्धित करती है।
प्रश्न 20.
भारत को प्रमुख औद्योगिक प्रदेशों में विभक्त कीजिए तथा किन्ही दो औद्योगिक प्रदेशों का वर्णन कीजिए। [4]
अथवा
नई औद्योगिक नीति-1991 के प्रमुख उद्देश्यों का उल्लेख कीजिए। [4]
उत्तर:
भारत को निम्नलिखित आठ औद्योगिक प्रदेशों में विभक्त किया जाता है
1. मुम्बई-पुणे औद्योगिक प्रदेश
2. हुगली औद्योगिक प्रदेश
3. बंगलौर तमिलनाडु औद्योगिक प्रदेश
4. गुजरात औद्योगिक प्रदेश
5. छोटा नागपुर औद्योगिक प्रदेश
6. विशाखापट्टनम गुंटूर औद्योगिक प्रदेश
7. गुडगाँव दिल्ली मेरठ औद्योगिक प्रदेश
8. कोलम तिरुवनंतपुरम औद्योगिक प्रदेश।
1. मुम्बई:
पुणे औद्योगिक प्रदेश भारत का यह औद्योगिक प्रदेश महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी भाग पर मुम्बई-थाणे से लेकर पुणे, नासिक तथा शोलापुर जिलों के संस्पर्शी क्षेत्रों तक विस्तृत है। इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़, अहमदनगर, सतारा, सांगली तथा जलगाँव जिलों में भी पर्याप्त औद्योगिक विकास देखने को मिलता है।
इस प्रदेश में मुम्बई सर्वप्रमुख औद्योगिक नगर है।
मुम्बई में उद्योगों का विकास ब्रिटिश शासन काल में सूती वस्त्र उद्योग की स्थापना के साथ हुआ। बाद में इस महानगर मेंरासायनिक उद्योग भी विकसित हुए। मुम्बई-पुणे औद्योगिक क्षेत्र में सूती वस्त्र तथा रासायनिक उद्योगों के अलावा अभियांत्रिकी वस्तुएँ,पेट्रोलियम शोधन, पेट्रो-रसायन, चमड़ा, संश्लिष्ट व प्लास्टिक वस्तुएँ, दवाएँ, उर्वरक, विद्युत उपकरण, जलयान निर्माण,इलेक्ट्रॉनिक्स,सॉफ्टवेयर, परिवहन उपकरण, फिल्म तथा खाद्य उद्योग भी विकसित अवस्था में कार्यरत मिलते हैं। प्रमुख औद्योगिक केन्द्र–मुम्बई, कोलाबा, कल्याण, थाणे, ट्राम्बे, पुणे, पिंपरी, नासिक, मनमाड, शोलापुर, कोल्हापुर, अहमदनगर, सतारा तथा सांगली।
2. गुजरात औद्योगिक प्रदेश:
यह औद्योगिक प्रदेश गुजरात राज्य में अहमदाबाद से लेकर बड़ौदा तक, दक्षिण में बलसाड से लेकर सूरत तक तथा पश्चिम में जामनगर तक विस्तृत मिलता है। सूती, रेशमी व कृत्रिम वस्त्र उद्योग तथा पेट्रो-रसायन उद्योग इस औद्योगिक प्रदेश के महत्त्वपूर्ण उद्योग हैं। इसके अलावा रासायनिक मोटर, ट्रैक्टर, डीजल इंजन, पेट्रोलियम शोधन, वस्त्र निर्माण मशीनरी, इन्जीनियरिंग, औषधि, रंग-रोगन, कीटनाशक, चीनी, दुग्ध उत्पाद तथा खाद्य सामग्री उद्योग भी इस औद्योगिक प्रदेश में संचालित मिलते हैं। प्रमुख औद्योगिक केन्द्र-अहमदाबाद, वडोदरा, भरूच, कोयली, आनन्द खेरा, सुरेन्द्र नगर, राजकोट, सूरत, बलसाड तथा जामनगर।
प्रश्न क्रमांक 21 से 22 मानचित्र कार्य से सम्बन्धित हैं। प्रत्येक प्रश्न-2 अंक का है।
प्रश्न 21.
दिए गए विश्व के रेखामानचित्र में निम्नांकित विस्तृत वाणिज्य अनाज कृषि क्षेत्रों को दर्शाइए [4]
(अ) यूरेशिया के स्टेपीज
(ब) उत्तरअमेरिका के प्रेपरीज
(स) दक्षिण अफीका के वेल्डस
(द) अर्जेन्टाइना के पंपाज विश्व
उत्तर:
प्रश्न 22.
दिए गए भारत के रेखा मानचित्र के निम्नलिखित तेल शोधन कारखानों को दर्शाइए [4]
(अ) जामनगर
(ब) मथुरा
(स) कोयली
(द) बरौनी।
उत्तर:
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