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RBSE Class 12 Home Science Model Paper Set 7 with Answers in Hindi
समय : 2 घण्टे 45 मिनट
पूर्णांक : 56
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश:
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यत: लिखें।
- सभी प्रश्न हल करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आंतरिक खण्ड हैं. उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
खण्ड – अ
प्रश्न 1.
बहुविकल्पीय प्रश्न- (9 x 1 = 9)
(i) रचनात्मकता को विकसित करने की विधि नहीं है-
(अ) पढ़ना
(ब) लिखना
(स) पूर्वाग्रही होना
(द) चिंतन और कल्पना करना
उत्तर:
(स) पूर्वाग्रही होना
(ii) जोखिम भरे कामों को किस आय से पहले करने की अनुमति नहीं है?
(अ) 14 वर्ष
(ब) 16 वर्ष
(स) 18 वर्ष
(द) 21 वर्ष
उत्तर:
(स) 18 वर्ष
(iii) अतिपोषण जनित स्वास्थ्य समस्या नहीं है?
(अ) मोटापा
(ब) मधुमेह
(स) अति तनाव
(द) कुपोषण
उत्तर:
(द) कुपोषण
(iv) बौनापन होता है-
(अ) आयु के अनुरूप उचित भार का का न होना
(ब) ऊँचाई की तुलना में भार का पर्याप्त न होना
(स) ऊँचाई का आयु के अनुरूप न होना
(द) ऊँचाई की तुलना में भार का अधिक होना
उत्तर:
(स) ऊँचाई का आयु के अनुरूप न होना
(v) ऐसे रंग जो किन्हीं अन्य रंगों को मिलाने से नहीं बनते हैं, कहलाते हैं
(अ) प्रार्थामक रंग
(ब) द्वितीयक रंग
(स) तृतीयक रंग
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) प्रार्थामक रंग
(vi) महिलाओं ने किस दशक से घाघरा और ब्लाउज पहनने प्रारम्भ किए थे?
(अ) 1850
(ब) 1880
(स) 1900
(द) 1920
उत्तर:
(ब) 1880
(vii) प्रशिक्षण तथा विकास टीम का कार्य है-
(अ) प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करना
(ब) उपयुक्त स्टाफ खोजना
(स) कर्मचारियों का चयन करना
(द) कर्मचारियों का प्रबंधन
उत्तर:
(अ) प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करना
(viii) निम्न में से जो उपभोक्ता के मौलिक अधिकारों में शामिल नहीं है, वह है
(अ) सुरक्षा का अधिकार
(ब) चयन का अधिकार
(स) निवारण का अधिकार
(द) सूचना का अधिकार।
उत्तर:
(स) निवारण का अधिकार
(ix) रेडियो का बढ़ता हट्ट लाकप्रियता के कारण मुचना और प्रसारण मत्रालय ने जो नयी संकल्पना प्रारम्भ की है, वह है-
(अ) स्थानीय गैडया संदेश की स्थापना
(ब) राष्ट्रीय रेडियो स्टेशन की स्थापना
(स) अन्तर्राष्ट्रीय रेडियो स्टेशन की स्थापना
(द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(अ) स्थानीय गैडया संदेश की स्थापना
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए- (4 x 1 = 4)
(i) ………………. वह व्यक्ति होता है जो एक नये विचार को वास्तविकता का रूप देने का जोखिम उठता है।
(ii) ………….. और अच्छी डिजाइन वाली व्यंजन सूची ………… को बढ़ाती है।
(iii) उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम ……………….. के हित में एक ………………. कानून है।
(iv) सामुदायिक समारोह किसी …………. विशेष के लोग एकत्रित होकर मनाते हैं।
उत्तर:
(i) एक उद्यमी,
(ii) आकर्षक, विक्री,
(iii) उपभोक्ता, महत्वपूर्ण,
(iv) समुदाय।
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक- (8 x 1 = 8)
(i) अर्थपूर्ण कार्य का क्या आशय है?
उत्तर:
अर्थपूर्ण कार्य समाज अथवा अन्य लोगों के लिए उपयोगी होता है, जिसे जिम्मेदारी से किया जाता है और करने वाले के लिए
आनंददायक भी होता है।
(ii) यदि हम छोटे बच्चे को एक जगह बैठाकर बड़े बच्चों के औपचारिक विद्यालय की तरह पढ़ने को बाध्य करेंगे तो उस पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर:
छोटे बच्चे को औपचारिक विद्यालय की भाँति एक स्थान पर बैठाकर पढ़ने को बाध्य करने पर उसकी जिज्ञासा खत्म हो जाएगी, वह बेचैन हो जाएगा और असुरक्षित महसूस करेगा।
(iii) विशेष शिक्षा दिव्यांग बच्चों के लिए किस प्रकार लाभकारी है?
उत्तर:
विशेष शिक्षा एक ऐसा उपागम है, जो दिव्यांग बच्चों के लिए सीखना सुगम बनाता है और क्रियाकलापों में उनकी भागीदारी को संभव बनाता है जिनमें वे अपनी अक्षमता के कारण भाग नहीं ले पाते हैं।
(iv) वर्णक्रम में कितने रंग होते हैं? नाम बताइये।
उत्तर:
वर्णक्रम में सात रंग होते हैं-बैंगनी, इंडिगो, नीला, हरा, पीला, नारंगी तथा लाल।
(v) धुलाई में प्रयुक्त होने वाली विधियों कौनसी है?
उत्तर:
धुलाई में प्रयुक्त होने वाली निम्न विधियाँ हैं-
- आलोडन
- स्पंदन
- अवपातन
- खंगालना
- जल निष्कर्षण।
(vi) लोगों को क्या मनाना पसंद है?
उत्तर:
लोगों को खुशियाँ मनाना पसन्द है।
(vii) समारोह के आयोजन और क्रियान्वयन करने वाले विशेषज्ञ को क्या कहते हैं?
उत्तर:
समारोह का आयोजन और क्रियान्वयन करने वाले विशेषज्ञ को समारोह योजनाकार (इवेंट प्लानर) या ‘समारोह प्रबंधक’ (इवेंट मैनेजर) कहते हैं।
(viii) नयी चुनौतियों का सामना करने के लिए किसकी आवश्यकता होती है?
उत्तर:
नयी चुनौतियों का सामना करने के लिए क्षमता निर्माण तथा कौशलों के विकास की आवश्यकता होती है।
खण्ड – ब
लघूत्तरात्मक प्रश्न- (12 x 1.5 = 18)
प्रश्न 4.
ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण सम्बन्धी दशाएँ अधिक समस्याग्रस्त हैं। क्यों?
उत्तर:
किसी भी समाज में पोषण की समस्याएँ केवल भोजन से ही संबंधित नहीं होती, अपितु विभिन्न स्तरों पर कई प्रकार के परस्पर क्रिया करने वाले/ परस्पर संबद्ध कारकै ‘होते हैं जिनकी जड़ें गरीबी में निहित है, ऐसे में स्थिति और भी बदतर हो जाती है, क्योंकि अधिकांश परिवारों को मूलभूत सुखसुविधाएँ उपलब्ध ही नहीं होती। ग्रामीण परिवारों में शौचालय की सुविधा कम होती है। अपर्याप्त सफाई के कारण कार्य-दिवसों की हानि होती है और साथ ही आर्थिक दृष्टि से हानि होती है। इसके अतिरिक्त जनसंख्या के बड़े भाग को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाता। प्रतिवर्ष-प्रतिदिन जलजनित रोगों के कारण कार्य दिवसों की हानि होती है।
प्रश्न 5.
भोजन सेवा प्रणालियां कौन-कौन-सी हैं?
उत्तर:
मुख्यतः चार भोजन सेवा प्रणालियाँ मिलती हैं-
- परम्परागत भोजन प्रणाली।
- कॉमिसरी भोजन (रसद विभाग) सेवा प्रणाली।
- तैयार भोजन सम्बन्धी सेवा प्रणाली
- संयोजक सेवा प्रणाली।
प्रश्न 6.
खाद्य अपमिश्रण अधिनियम 1954 से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
खाद्य अपमिश्रण निवारण अधिनियम:
1954 भारत में भोजन में मिलावट को रोकने के लिए खाद्य अपमिश्रण अधिनियम, 1954 को लागू किया गया। इस अधिनियम में आवश्यकतानुसार 200 से अधिक संशोधन किए जा चुके हैं। भारत में बड़े पैमाने पर बनने वाले अथवा आयात किए गए एवं भारत में बेचे जाने वाले सभी उत्पादों को इस अधिनियम के अनुसार वर्णित सभी आवश्यकताएँ पूरी करनी पड़ती हैं।
प्रश्न 7.
खाद्य गुणवत्ता क्या है? समझाइए।
उत्तर:
खाद्य गुणवत्ता- खाद्य गुणवता उन गुणों की ओर संकेत है जो उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों के गुणों को प्रभावित करती है। इसमें सकारात्मक गुण भी सम्मिलित हैं, जैसे सड़ना, संदूषण, अपमिश्रण, खाद्य सुरक्षा खतरे एवं साथ ही सकारात्मक गुण भी शामिल हैं, जैसे रंग, सुगंध, बनावट। सुरक्षा खाद्य गुणवत्ता का प्राथमिक एवं सबसे महत्वपूर्ण गुण है।
प्रश्न 8.
हमारे सामान्य विद्यालय अपंगता वाले बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं। क्यों ?
उत्तर:
हमारे सामान्य विद्यालय अपंगता वाले बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त नहीं है क्योंकि इसके प्रशिक्षण के दौरान सामान्य शिक्षा के शिक्षकों को उन विशेष विधियों के प्रति पर्याप्त रूप से दिशा निर्देशित नहीं किया जाता है जिनकी भिन्न प्रकार की आवश्यकताओं बाले बच्चों के साथ काम करने की आवश्यकता है।
प्रश्न 9.
प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के क्षेत्रों में व्यक्ति के लिए जीविका के प्रमुख अवसर बताइए।
उत्तर:
प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षित व्यक्ति के लिए जीविका के प्रमुख अवसर निम्नलिखित हैं-
- नर्सरी स्कूल में शिक्षक
- शिशु केन्द्रों एवं दिवस देखभाल केन्द्रों में शिक्षक एवं देखभालकर्ता
- छोटे बच्चों के लिए कार्यक्रमों के दल के सदस्य
- सरकारी तथा गैर-सरकारी संगठनों द्वारा बच्चों के लिए आयोजित अभियानों अथवा सेवाओं की योजना बनाने और संवर्धन करने के लिए व्यावसायिक।
- बालक संबंधी क्रियाकलापों में उद्यमी शिविर, शैक्षिक पिकनिक, क्रिया क्लब विद्यालय पूर्व शिक्षा केन्द्र।
- उच्च शिक्षा स्नातकोत्तर डिप्लोमा या डिग्री, बाद में इस क्षेत्र में अनुसंधान सहित पी.एच. डी.।
प्रश्न 10.
भारत में अनेक परिवार वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण अपने सदस्यों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी नहीं कर पाते हैं? इसके क्या परिणाम सामने आए हैं? कोई चार परिणाम लिखिए।
उत्तर:
भारत में परिवारों द्वारा अपने सदस्यों की मूलभूत आवश्यकताएँ पूरी न कर पाने के निम्नलिखित दुष्परिणाम सामने आए हैं-
- हमारी 30 प्रतिशत से भी कम जनसंख्या के लिए उचित सफाई-सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
- देश के आधे से भी कम परिवार आयोडीन युक्त नमक खाते हैं। आयोडीन की कमी बच्चे की मानसिक और शारीरिक उन्नति पर प्रतिकूल रूप से प्रभावित करती है।
- पाँच वर्ष से कम उम्र के लगभग दो-तिहाई बच्चे मध्यम अथवा गंभीर कुपोषण से पीड़ित हैं। कुपोषण सभी क्षेत्रों के विकास को प्रभावित करता है।
प्रश्न 11.
शिशु केन्द्र या दिवस देखभाल केन्द्र में शिक्षक व सहायकों में कौन-कौन से गुण होने चाहिए?
उत्तर:
शिशु केन्द्र या दिवस देखभाल केन्द्र में शिक्षक व सहायकों को बहुत छोटे बच्चों की देखभाल, उनकी सुरक्षा उनके खोन-पीने, शौचालय आदतों, भाषा-विकास तथा सामाजिक व भावात्मक आवश्यकताओं को समझन व सिखाने के लिए प्रशिक्षित होना चाहिए।
प्रश्न 12.
स्वचालित मशीनों के प्रचलन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
स्वचालित मशीन में निम्नलिखित प्रचलन होते है-
- जल भरना।
- जल स्तर नियंत्रण भी एक महत्वपूर्ण विशेषता है। जल का स्तर स्व-चालन अथवा हस्त-चालन द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
- जल के तापमान का नियंत्रण- मशीन में एक बटन, डायल अथवा पैनल सूचक होता है जो जल के वांछित दाब का चयन करने में सहायक होता है। धोने और खंगालने का तापमान समान या भिन्न हो सकता है।
- धुलाई- धुलाई की सभी मशीनों का सिद्धांत है कि वे धोने वाले घोल में कपड़ों से गंदगी हटाने के लिए कपड़ों को गतिशील रखें।
प्रश्न 13.
कटाई की प्रक्रिया को समझाइए।
उत्तर:
तहों को एक साथ मशीनों द्वारा काटा जाता है, जिनका नियंत्रण हाथ से या कम्प्यूटर प्रणालियों द्वारा किया जाता है। ये मशीनें विभिन्न प्रकार की होती हैं, जैसे-सीधा चाकू, गोल चाकू, धारीदार चाकू और डाइकटर। बिछाने की ऊँचाई अर्थात् प्रत्येक बिछाने में तहों की संख्या कटाई के उपकरण के कुछ गण और दोष होते हैं, उदाहरण के लिए, सीधे चाकू वाली मशीन आसानी से उपलब्ध हो जाती है और यांत्रिक कटाई उपकरणों में सबसे सस्ती है, परंतु बुने हुए या तने हुए कपड़ों को काटने के लिए यह श्रेष्ठ विकल्प नहीं है, क्योंकि इसमें वह पकड़ नहीं होती जो ऐसे कपड़ों को काटते समय आयामीय स्थायित्व को नियंत्रित कर सके। बिछाने की कटाई हेतु उपयोग में लाया जाने वाला उपकरण सामान्यतः यांत्रिक होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कैंची बहुत-सी तहों को सुस्पष्टता से नहीं काट सकती। इसके अलावा, इसके लिए आवश्यक समय और प्रयास उत्पादन में संभावित समय और प्रयासों से अधिक होते हैं।
प्रश्न 14.
मानव संसाधन विकास से आप क्या समझ है?
उत्तर:
मानव संसाधन विकास की प्रक्रिया मानव संसाधन प्रबंधन का अंग है। इसमें संस्था के कर्मचारियों के ज्ञान, कौशलों तथा उनकी कार्यक्षमताओं में वृद्धि करने की प्रक्रिया समाहित होती है। यह संस्था के सदस्यों से उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने का भी लक्ष्य रखता है। मानव संसाधन विकास का दायरा व्यापक है। जहाँ संगठन को समग्र रूप से परिपक्व किया जाता है। कर्मचारियों की भर्ती एक एच. आर. एम. गतिविधि है जबकि भर्ती किए गए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना मानव संसाधन विकास के अंतर्गत आता है।
प्रश्न 15.
ग्रीन इवेंट से आप क्या समझते है?
उत्तर:
ग्रीन इवेंट अर्थात् इवेंट को इस प्रकार से प्रबंधित करना कि उसमें संसाधनों का उपयोग कम से कम हो।
- जिससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके।
- इसमें पर्यावरण के लिए कम नुकसानदायक प्रथाओं को शामिल किया जाता है।
- ऐसी सामग्रियों का चुनाव किया जाता है जो प्राकृतिक हों, पुनः प्रयोज्य और पुनर्नवीनकरण हो।
- आसानी से खरीदी जा सके ऐसी सामग्रियों का चयन होता है।
- साथ ही जिनका प्रयोग भी बार-बार किया जा सके।
खण्ड – स
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न- (3 x 3 = 9)
प्रश्न 16.
पोषण हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है?
उत्तर:
पोषण की प्रक्रिया व्यक्तिगत जीवन का अभिन्न हिस्सा है पोषण एक विभिन्न विज्ञानों वाला व्यापक क्षेत्र है। पोषण के देख-रेख को वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व में अत्यधिक महत्त्व प्राप्त हुआ है। पोषण के इस महत्त्व को निम्न बिन्दुओं के माध्यम से समझा जा सकता है-
- स्वास्थ्य समस्याओं/अस्वस्थता/बीमारियों व उनके उपचार में पोषण की स्थिति का महत्त्वपूर्ण स्थान होता है।
- पाचन, अवशोषण व उपापचय तथा उत्सर्जन रूपी प्रक्रियाओं से पोषण का अहम् सम्बन्ध होता है।
- शरीर के किसी अवयव/उतक/तंत्र की क्रिया बीमारियाँ पोषण सम्बन्धी दशाओं से प्रभावित व नियंत्रित मिलती है।
- छोटी से लेकर बड़ी या असाध्य बीमारियों व उनसे जनित समस्याओं में पोषण की प्रभावकारी व निदानकारी भूमिका देखने को मिलती है।
- मरीज की देख-रेख व उपचारात्मक प्रक्रिया में पोषण अहम् भूमिका निभाता है।
- तीव्र गति से होते हुए जनसंख्या परिवर्तन व जनसंख्या की आवश्यकताओं के मद्देनजर पोषण देखभाल, सहायता व सलाह एक आवश्यक प्रक्रिया हो गयी है।
- असाध्य व गंभीर बीमारियों के निदान के लिए पोषण मूल्यांकन एक आवश्यक प्रक्रिया बन गयी है।
- नैदानिक पोषण से शोधकर्ताओं व वैज्ञानिकों के लिए जीन अभिव्यक्ति, उपापचयी नियमन व बीमारियों की रोकथाम वं उपचार पोषण की भूमिका निरन्तर बढ़ती जा रही है।
- पोषण आवश्यकताओं का विश्लेषण कर रोगी को उचित आहार व पर्याप्त देखभाल रूपी क्रियाएँ सम्पादित करने में सहायता मिलती है।
प्रश्न 17.
वस्त्र निर्माण सामग्री में बुनावट का निर्धारण करने वाले प्रमुख कारकों को समझाइये?
उत्तर:
वस्त्र निर्माण सामग्री. में बुनावट का निर्धारण करने वाले प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं-
(क) रेशा- रेशे का प्रकार (प्राकृतिक या मानव निर्मित), इसकी. लम्बाई, उत्कृष्टता और इसके पृष्ठीय गुण।
(ख) धागे का संसाधन और धागे के प्रकार- संसाधन की विधि, संसाधन के समय समावेशित घुमाव, धागे की उत्कृष्टता और धागे का प्रकार (सरल, जटिल, नवीनता अथवा स्पर्श के विशिष्ट अनुभव युक्त)।
(ग) वस्त्र निर्माण तकनीक- बुनावट (बुनने का प्रकार और उसकी सघनता), बुनाई, नमदा बनाना, गुँथना, लेस या जाली बनाना इत्यादि।
(घ) वस्त्र सज्जा- कड़ा करना (माँड़ लगाना, आकार मापन या गोंद लगाना), इस्तरी करना, कैलेंडरिंग और टेंटरिंग, नैपिंग, परिष्करण करना।
(ङ) पृष्ठी सजावट- गुच्छे से सजाना, मखमली मुद्रण, कसीदाकरी और सिलाई डिजाइन के प्रभाव।
प्रश्न 18.
संचार माध्यम आयोजना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए?
उत्तर:
संचार माध्यम आयोजना एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें पहले से निर्धारित किए गए उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए यह तय किया जाता है कि कम लागत पर कौन-कौन से माध्यमों को सम्मलित किया जाये। यह कार्रवाई के क्रम को डिजाइन करने की एक ऐसी प्रक्रिया है जो दर्शाती है कि किस प्रकार विज्ञापन और विपणन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए विज्ञापन समय तथा स्थान का उपयोग किया जा सकता है। इसमें विज्ञापन के लिए मात्रा माध्यम का चयन करने के साथ-साथ विज्ञापनों की विस्तार सीमाओं का भी विश्लेषण किया जाता है। बहुत से संचार माध्यम योजनाकार विज्ञापन करने के अपरंपरागत तरीकों का चयन करते हैं जैसे-चल वाहनों द्वारा विज्ञापन तथा खुदरा बिक्री विज्ञापन।
निबंधात्मक प्रश्न- (2 x 4 = 8)
प्रश्न 19.
विशेष शिक्षा में जीविका के लिए क्या तैयारी की जानी चाहिए? विशेष शिक्षा और विशेष शिक्षा सेवा के कार्यक्षेत्र को संक्षेप में समझाइए।
अथवा
विशेष शिक्षा आवश्यकता वाले बच्चे किसे कहते हैं? विशेष शिक्षा को संभव बनाने वाली आवश्यकताएँ बताइए।
उत्तर:
विशेष शिक्षा में जीविका के लिए तैयारी- विशेष और समावेशी शिक्षा व्यवस्था एवं शिक्षा कार्यक्रमों में विशेष शिक्षकों और अन्य कार्मिकों की आवश्यकता समय के साथ-साथ बढ़ती जा रही है। बड़ी संख्या में ऐसी विशेषज्ञता वाले व्यक्तियों की माँग के कारण, विशेष शिक्षा में जीविका काफी आकर्षक प्रतीत होती है।
भारत में निःशक्तता से संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले व्यावसायिकों और कार्मिकों के लिए सभी प्रकार का प्रशिक्षण भारतीय पुनर्वास परिषद द्वारा नियंत्रित होता है। यह स्वायत्त संस्था अनेक मान्यता प्राप्त संस्थानों के द्वारा देशभर में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री स्तर के पाठ्यक्रमों के पैकेजों में विशेष प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करती है। इस प्रकार विभिन्न स्तरों के प्रशिक्षण द्वारा विशेष शिक्षा के क्षेत्र में आना संभव है।
विशेष शिक्षा और विशेष शिक्षा सेवा के कार्यक्षेत्र-किसी व्यक्ति विशेष ने विशेष शिक्षा से संबंधित कौन से पाठ्यक्रम का अध ययन किया है और किस स्तर तक उच्च से उच्चतर शिक्षा ग्रहण की है, इसके आधार पर विशेष शिक्षा के क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं, जैसे-
- इसमें कक्षा 10वीं के बाद प्रारंभिक बाल्यावस्था विशेष शिक्षक बनने से लेकर अपना निजी उद्यम खोलने और चलाने में सक्षम होने तक की संभावनाएं हैं।
- कुछ वर्ष के अनुभव के साथ विद्यालयों में विशेष शिक्षा कार्यक्रमों के अध्यक्ष बनने अथवा विशेष विद्यालयों के प्रबंधक बन जाने की संभावना रहती है।
- जो गैर-सरकारी संगठन सर्वशिक्षा अभियान दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं, उन्हें भी योग्य विशेष शिक्षक और प्रशिक्षकों की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 20.
विकास कार्यक्रम चक्र के तृतीय चरण को उदाहरण सहित समझाइए।
अथवा
भारत सरकार द्वारा वर्तमान में संचालित प्रमुख विकास कार्यक्रमों के बारे में बताइए।
उत्तर:
विकास कार्यक्रम चक्र का तृतीय चरण- विकास कार्यक्रम चक्र के तृतीय चरण में योजना को कार्यान्वित किया जाता है। एक नाट कार्यक्रम योजना के विकसित हो जाने के पश्चात समस्त संगत क्रियाकलापों के प्रबंधन एवं अनुवीक्षण के लिए और आगे बढ़ने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि कार्ययोजना बनाई जाये।
उदाहरण- दी गई सारणी में कार्य योजना विकसित करने की एक विधि की विशिष्टताएँ दर्शायी गयी हैं। इस कार्य योजना का उद्देश्य झुग्गी-झोंपड़ी में निवास करने वाले फारी समुदाय के 16 से 18 वर्ष के युवकों को, जो विद्यालय में नहीं पढ़ते हैं, एच.आई.वी. एवं एड्स के बारे में जानकारी देना है।
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