RBSE Class 12 Hindi Board Paper 2018 are part of RBSE Class 12 Hindi Board Model Papers. Here we have given Rajasthan RBSE Class 12 Hindi Board Paper 2018.
Board | RBSE |
Textbook | SIERT, Rajasthan |
Class | Class 12 |
Subject | Hindi |
Paper Set | Board Paper 2018 |
Category | RBSE Model Papers |
Rajasthan RBSE Class 12 Hindi Board Paper 2018
समयः 3.15 घण्टे
पूर्णांक : 80
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देशः
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न-पत्रे पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न हल करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर-पुस्तिका में निर्धारित शब्द-सीमा में लिखें।
- प्रश्न के सभी भागों का हल एक साथ सतत् लिखें।
खण्ड – क
प्रश्न 1.
निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (उत्तर सीमा 20 से 30 शब्द) [4]
मनुष्य समाज की इकाई है और परिवार उसका अभिन्न अंग है। अत: सर्व प्रथम पारिवारिक शान्ति, सद्भाव और प्रेम इसलिए आवश्यक है कि उनके द्वारा वह अपने आपको समाज के हित-चिंतन में लगा सके। जिस समाज में मनुष्य परसप्रे मिलकर कार्य करते है, वहाँ उस देश में श्री, सम्पन्नता और समृद्धि स्वतः ही उपलब्ध होती है। वस्तुतः वह देश नि:सन्देह प्रशंसनीय है, जिनके निवासियों में देश के प्रति गर्व की भावना विद्यमान हो तथा मातृ-भूमि पर स्वाभिमान हो और सह-अस्तित्व और बन्धुत्व की भावना जाग्रत हो। ऐसे देश में सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक समृद्धियाँ निरन्तर व्यास रहती हैं।
(अ) समाज के कल्याण के लिए मनुष्य को सर्वप्रथम क्या करना आवश्यक है?
(ब) किसी देश को प्रशंसनीय बनाने में किन तत्वों का योगदान होता है?
प्रश्न 2.
निम्नलिखित अपठित पद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (उत्तर सीमा 20 से 30 शब्द है।) [4]
कार्य आदि में अवश्य अंत को विचारिए।
हानि-लाभ, ऊँच-नीच, बुद्धि से निहारिए।।
भाइयों? स्वदेश बीच पूर्ण प्रीति कीजिए।
सर्वदा परोपकार में स्वचित्त दीजिए।।
जाति-पाँति की प्रथा वृथा न अब बढ़ाइए।
शुद्ध प्रीति रीति-नीति में प्रतीति लाइए।।
देश के सुधार के सदा उपाय सोचिए।
देश हानि-कारिणी कुचाल शीघ्र मोचिए।।
(अ) किसी भी कार्य का प्रारम्भ करने से पूर्व हमें क्या करना चाहिए?
(ब) देश के सुधार के लिए हमें क्या-क्या उपाय करने चाहिए?
खण्ड – ख
प्रश्न 3.
निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर एक-से-दो पक्तियों में दीजिए। [2]
(अ) खड़ी बोली हिन्दी ने अपने शब्द-भेण्डार का विकास किस प्रकार किया है?
(ब) हिन्दी व्याकरण शास्त्र के बारे में संक्षेप में लिखिए।
प्रश्न 4.
रेखांकित शब्दों का पद परिचय दीजिए: [2]
(अ) चीन साम्राज्य विस्तार नीति’ पर कार्य करता है।
(ब) रजनी समय से पहले आ गई।
प्रश्न 5.
‘चमेली का पुष्प श्वेत वर्ण का सुगंधित पुष्य है।’ उपर्युक्त वाक्य किस शब्द शक्ति का है? स्पष्ट कीजिए। [2]
प्रश्न 6.
‘अजौं तरयौना ही रह्यो, श्रुति सेवत इक अंग।। [2]
नाक बास बेसरित लह्यो बसि मुकुतन के संग।’
उपर्युक्त दोहे में कौनसा अलंकार है और क्यों?
प्रश्न 7.
निम्नांकित शब्दों के हिन्दी में अर्थ लिखिए: [2]
(अ) Schedule
(ब) Project
प्रश्न 8.
स्वयं को शासन सचिव, शिक्षा विभाग रविकुमार मानते हुए राज्य के समस्त संस्था प्रधानों को ‘गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा’ की सुनिश्चितता हेतु एक अर्द्ध शासकीय पत्र का प्रारूप लिखिए। [2]
प्रश्न 9.
निम्नांकित विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 300 शब्दों में सारगर्भित निबन्ध लिखिए: [4]
(अ) बालिका शिक्षा
(ब) नदी जल स्वच्छता अभियान
(स) समाचार पत्र
(द) रंग-बिरंग राजस्थान
खण्ड – ग
प्रश्न 10.
निम्नांकित पद्यांशों में से किसी एक पद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए: (उत्तर-सीमा लगभग 80 शब्द) [4]
कदली, सीप, भुजंग-मुख, स्वाति एक गुन तीन।
जैसी संगति बैठिए, तैसोई फल दीन।।
मान सहित विष खाय के, संभु भयो जगदीस।
बिना मान अमृत पिये, राहु कटायो सीस।
अथवा
पुलक रहे थे अंग, दृओं में कौतूहल था छलक रहा।
मुँह पर थी आह्लाद लालिमा, विजय गर्व था झलक रहा॥
मैंने पूछा, यह क्या लायी? बोल उठी, “माँ काओ।”
हुआ प्रफुल्लित हृदय खुशी से, मैंने कहा, “तुम खाओ?”
पाया मैंने बचपन फिर से बचपन बेटी बने आया।।
उसकी मंजु मूर्ति देखकर मुझमें नवजीन आया।
प्रश्न 11.
निम्नांकित गद्यांशों में से किसी एक गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए: (उत्तर-सीमा लगभग 80 शब्द) [4]
मुझे तो मनुष्य के हाथ से बने हुए कामों में उनकी प्रेममय पवित्र आत्मा की सुगंध आती है। राफेल आदि के चित्रित चित्रों में उनकी कला-कुशलता को देख इतनी सदियों के बाद भी उनके अंत:करण के सारे भावों का अनुभव होने लगता है। केवल चित्र का ही दर्शन नहीं, किंतु साथ ही उसमें छिपी हुई चित्रकार की आत्मा तक के दर्शन हो जाते है; परन्तु यंत्रों की सहायता से बने हुए फोटो निर्जिव से प्रतीत होते हैं। उनमें और हाथ के चित्रों में उतना ही भेद है जितना की बस्ती और श्मशान में।
अथवा
इस प्रकार अपने ज्ञान बेल, हृदयबल और शरीरबल की वृद्धि के साथ वह दुःख की छाया मानों हटाता चलता है। समस्त मनुष्य-जाति की सभ्यता के विकास का ही यही क्रम रहा है। भूतों का भय तो अब बहुत कुछ छूट गया है, पशुओं की बाधा भी मनुष्य के लिए प्रायः नहीं रह गई है; पर मनुष्य के लिए मनुष्य का भय बना हुआ है। इस भय के छूटने के लक्षण भी नहीं दिखाई देते। अब मनुष्यों के दु:ख का कारण मनुष्य ही है। सभ्यता से अंतर केवल इतना ही पड़ा है कि दुःख-दान की विधियाँ बहुत गूढ़ और जटिल हो गई हैं।
प्रश्न 12.
‘बाजार में एक जादू हैं’- इस कथन को ‘बाजार-दर्शन’ अध्याय के आधार पर उचित उदाहरणों द्वारा स्पष्ट कीजिए। (उत्त्तर-सीमा 80 शब्द) [4]
अथवा
“किसी ऐसे ही क्षण में, ऐसे ही ढेलों पर लदे हिमालयों से घिरकर ही तो तुलसी ने नहीं था- कबहुँक हौं यहि रहनि रहगो……।”- इस कथन के आधार पर हिमालय के सौंदर्य को वर्णन कीजिए। (उत्तर-सीमा 80 शब्द)
प्रश्न 13.
“कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता’ आत्म-परिचय’ अपनी अस्मिता, अपनी पहचान का बोध कराती है।”- उपर्युक्त कथन की उदाहरण सहित व्याख्या ‘आत्म-परिचय’ कविता के आधार पर कीजिए। [4]
अथवा
‘बिहारी के काव्य में उक्ति वैचित्र्य, अन्योक्ति, अर्थ-गाम्भीर्य, अर्थ-विस्तार, आलंकारिता तथा कल्पना की समाहार शक्ति का विलक्षण समावेश है।’- इस कथन को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए। (उत्तर सीमा लगभग 80 शब्द)
प्रश्न 14.
‘प्रेमभक्ति’ की अमृतधारा, सूरदास के पदों में निर्बाध प्रवाहित हुई है।’भ्रमरगीत’ पठितांश के आधार प स्पष्ट कीजिए। (उत्तर सीमा लगभग 80 शब्द) [2]
प्रश्न 15.
तुलसीदास जी ने बुरे समय के साथी किन्हें बताया है और क्यों? (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 16.
शासन की दृष्टि में समानता की बात महत्त्वपूर्ण क्यों है? ‘सफल प्रजातन्त्रवाद के लिए आवश्यक बातें’ अध्याय के आधार पर स्पष्ट कीजिए। (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 17.
पिता के द्वारा उत्कोच स्वीकार करने पर ‘ममता’ के हृदयगत भावों को स्पष्ट कीजिए। (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 18.
कवि कुँवर नारायण अथवा साहित्याकार कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर को साहित्यिक परिचय दीजिए। (उत्तर-सीमा लगभग 80 शब्द) [4]
प्रश्न 19.
भाषा, बिम्ब और लय का अद्भुत संयोग कवि शमशेर बहादुर सिंह’ की कविता ‘उषा’ में लक्षित होता है। इस कथन के आधार पर ‘शमशेर बहादुर सिंह द्वारा लिए गए नए उपमानों को लिखिए। (उत्तर-सीमा लगभग 20 शब्द) [2]
प्रश्न 20.
‘जीवन का भेद बाह्य तड़क-भड़क में नहीं, अन्तर की दृढ़ती में है। इस कथन के आधार पर बसन्त की दो चारित्रिक विशेषताएँ बताइए। (उत्तर-सीमा लगभग 20 शब्द) [2]
खण्ड – घ
प्रश्न 21.
‘मनुष्य और उसका काम’- इस विषय पर गाँधीजी के क्या विचार थे? (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 22.
‘कल; देखते नहीं, यह रेशम से कढ़ा हुआ सालू।’- लड़की के इस कथन का बालक लहनसिंह के मन वे व्यवहार पर क्या प्रभाव पड़ा? (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 23.
ऐसी कौन-सी बात थी जिसे जानकर महादेवी जी को कष्ट व आश्चर्य; दोनों की अनुभूति हुई? (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
अथवा
एलोरा की गुफा-श्रृंखला के प्रमुख अंग कौन-कौनसे है? उनकी विशेषताएँ भी लिखिए। (उत्तर सीमा लगभग 40 शब्द)
प्रश्न 24.
देवनाराण जी, रामेदव जी व संत जम्भेश्वर को राजस्थान के गौरव’ क्यों कहा जाता है? राजस्थान के गौरव अध्याय के आधार पर लिखिए। (उत्तर-सीमा लगभग 80 से 100 शब्द) [2]
अथवा
‘तुलसीदास ने लोक-कल्याण के लिए वैराग्य धारण किया, तो रत्नावती ने भी तपस्विनी भारतीय नारी की तरह उनकी साथ दिया।’ इस कथन को ‘मानस के हंस’ उपन्यास के पठित अंशों के आधार पर स्पष्ट कीजिए। (उत्तर-सीमा लगभग 80 से 100 शब्द)
खण्डे – ङ
प्रश्न 25.
टीवी समाचारों की विशेषताएँ संक्षेप में लिखिए। (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 26.
संपादक के नाम पत्र लिखते समय किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए? (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 27.
किसी साक्षात्कार को लिखने के बाद व प्रकाशन से पूर्व कौनसे कार्य करने चाहिए? (उत्तर-सीमा लगभग 40 शब्द) [2]
प्रश्न 28.
यदि आप को पत्रकार बनना पड़े तो आप किसी प्रकार की पत्रकारिता करना चाहेंगे और क्यों? (उत्तर-सीमा लगभग 60 शब्द) [3]
प्रश्न 29.
यात्रा की विशेषताओं के संदर्भ में मोहन राकेश के विचारों को स्पष्ट कीजिए। (उत्तर-सीमा लगभग 60 शब्द) [3]
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