Rajasthan Board RBSE Class 12 History Notes Chapter 6 आधुनिक भारत का स्वाधीनता आन्दोलन
सामाजिक आन्दोलन:
- उन्नीसवीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में भारत के सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन में ऐसे आन्दोलन का प्रारम्भ हुआ, जिसे भारतीय पुनर्जागरण कहा गया।
- ब्रह्म समाज की स्थापना राजा राममोहन राय ने की। उन्हें भारतीय पुनर्जागरण का जनक कहा जाता है। ये . नवजागरण के अग्रदूत थे। 1815 ई. में इन्होंने कलकत्ता में ‘आत्मीय सभा’ की स्थापना की।
- देवेन्द्रनाथ टैगोर ने ‘तत्त्वबोधिनी सभा’ की स्थापना की। 1867 ई. में ब्रह्म समाज विभाजित हो गया—आदि ब्रह्म समाज (देवेन्द्रनाथ टैगोर) तथा भारत का ब्रह्म समाज (केशवचन्द्र सेन)।
- 1867 ई. में बम्बई में आत्मारंग पाण्डुरंग ने प्रार्थना सभा की स्थापना की।
- स्वामी दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की। इन्होंने अपने उपदेशों में मूर्तिपूजा, बहुदेववाद, श्राद्ध, झूठ, कर्मकाण्ड आदि की आलोचना की तथा ‘वेदों की ओर लौट चलो’ का नारा दिया। इनके विचारों का संकलन ‘सत्यार्थ प्रकाश’ में मिलता है। इन्होंने ‘शुद्धि आन्दोलन’ चलाया।
- विवेकानन्द ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस की प्रेरणा से ‘रामकृष्ण मिशन’ की स्थापना 1897 ई. में की। विवेकानन्द विश्व धर्म संसद में भाग लेने 1893 ई. में अमेरिका के शिकागो में गए थे।
- ‘सत्यशोधक समाज’ की स्थापना ज्योतिवा फूले ने की। इन्होंने सार्वजनिक सत्यधर्म’ एवं ‘गुलाम गिरी’ नामक पुस्तक लिखी। थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना 1875 ई. में रूसी महिला हेलन पेट्रोवना ब्लावासकी ने की।
- यंग बंग आन्दोलन का नेतृत्व हेनरी विलियम डेरोजियो ने किया।
- सिक्ख सुधार आन्दोलन में पंजाब में 1920-21 ई. में चलाया गया अकाली आन्दोलन प्रमुख था। इसका प्रमुख उद्देश्य गुरुद्वारों के प्रबन्ध में सुधार करना था।
- पारसी सामाजिक सुधार आन्दोलनों में रहनुमाए मज्दायासन सभा महत्वपूर्ण थी जिसकी स्थापना 1851 ई. में नौरोजी | फरदोनजी, दादाभाई नौरोजी, एस. एस. बंगाली आदि के प्रयासों में हुई।
- अहमदिया आन्दोलन के प्रवर्तक गुलाम अहमद कादियानी थे। सर सैय्यद अहमद खाँ ने अलीगढ़ आन्दोलन चलाया।
- सामाजिक आन्दोलनों के अतिरिक्त 1829 ई. में सती प्रथा विरोधी कानून, 1856 ई. में हिन्दू विधवा पुनर्विवाह कानून, 1872 ई. का सिविल मैरिज एक्ट, 1891 ई. में सम्मति आयु अधिनियम, 1930 में शारदा एक्ट आदि अधिनियमों ने सती प्रथा, विधवाओं की दयनीय स्थिति, बाल विवाह आदि पर रोक लगाई।
क्रान्तिकारी आन्दोलन:
- 1857 ई. की क्रान्ति के पूर्व एवं क्रान्ति के बाद अंग्रेजी शासन के विरुद्ध कई विद्रोह हुए जिन्हें जनजातीय विद्रोह कहा गया। इन विद्रोहों में खासी विद्रोह, कोल विद्रोह, भूमिक विद्रोह, सन्थाल विद्रोह प्रमुख था।
- सन्थाल विद्रोह 1855-56 ई. में हुआ। इनके नेता सिंधू एवं कान्हू थे। मुण्डा विद्रोह 1899-1900 के मध्य में हुआ। | इसका प्रमुख नेता बिरसा मुण्डा था।
- भारत एवं विदेशों में अनेक क्रान्तिकारी घटनाएँ हुईं। इनमें अभिनव भारत, अनुशीलन समिति, गदर दल, आजाद हिन्द फौज आदि क्रान्तिकारी संगठनों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारत में महाराष्ट्र, बंगाल एवं पंजाब क्रान्तिकारी गतिविधियों के प्रमुख केन्द्र थे। |
- अभिनव भारत नामक गुप्त क्रांतिकारी संस्था की स्थापना 1904 ई. में वीर सावरकर में की। इसका उद्देश्य भारत को विदेशी सत्ता से स्वतंत्र कराना था।
- वीर सावरकर ने 1857 ई. की क्रांति को प्रथम स्वतंत्रता युद्ध कहा तथा अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘भारत का स्वतंत्रता संग्राम’ की रचना की।
- इसके प्रमुख सदस्यों में काशीराम भाई परमानंद, करतार सिंह सरावा, रामचन्द्र आदि थे। गदर दल की स्थापना . 1913 ई. अमेरिका के सेन फ्रांसिस्को में लाला हरदयाल ने की थी।
- इन्कलाब जिन्दाबाद’ का नारा भगत सिंह ने दिया। सुभाषचन्द्र बोस ने ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा दिया।
- भारतीय स्वतन्त्रता लीग की स्थापना रासबिहारी बोस की अध्यक्षता में की गयी। दिल्ली चलो’ का नारा सुभाषचन्द्र बोस ने दिया।
- अक्टूबर 1924 में शचीन्द्र सान्याल के प्रयासों से हिन्दुस्तान रिपब्लिक एसोशिएन्स का गठन हुआ जिसका उद्देश्य सशस्त्र क्रान्ति के माध्यम से अंग्रेजी साम्राज्य को समाप्त करना था।
राजनैतिक आन्दोलन:
राष्ट्रवाद के उदय के निम्नलिखित कारण थे
(1) शोषणकारी आर्थिक नीति,
(2) प्रशासनिक एकीकरण,
(3) यातायात एवं संचार के साधनों का विकास,
(4) प्रेस एवं साहित्य की भूमिका,
(5) सामाजिक धार्मिक सुधार आन्दोलन,
(6) आधुनिक पाश्चात्य शिक्षा,
(7) इल्बर्ट बिल विवाद तथा
(8) विभिन्न संस्थाओं की स्थापना।
- 9 अगस्त, 1925 ई. को काकोरी काण्ड में ट्रेन को रोककर सरकारी खजाना लूटा गया तथा इस घटना के आरोपी रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खाँ, रोशन सिंह एवं राजेन्द्र लाहिड़ी को फांसी दी गयी। .
- 30 अक्टूबर, 1928 को लाहौर में साइमन कमीशन का विरोध करने वाले लाला लाजपत राय की पुलिस लाठी चार्ज के दौरान मृत्यु हो गयी तथा उनकी मृत्यु का बदला लेने के लिए भगत सिंह एवं राजगुरु ने साण्डर्स को गोली से उड़ा दिया। 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को इस वृत्याकाण्ड के लिए फाँसी की सजा दी गई।
- 1 सितम्बर, 1942 को सुभाषचन्द्र बोस ने आजाद हिन्द फौज की स्थापना की।
- 1885 ई. में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। इसके संस्थापक ए. ओ. हयूम थे। इसके पूर्व भी विभिन्न संगठन बने।
- कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष एनी बेसेण्ट र्थी।
- कांग्रेस में दो दल थे-नरम दल और गरम दल। राष्ट्रीय आन्दोलन को कुचलने के लिए गवर्नर जनरल लॉर्ड कर्जन | ने 1905 ई. में बंगाल का विभाजन किया। कांग्रेस के सूरत अधिवेशन में (1907 ई.) कांग्रेस दो भागों में बंट गयी-नरम दल और गरम दल। गरम दल के प्रमुख नेता–बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपतराय तथा विपिन चन्द्र पाल थे। इन्हें लाल, बाल एवं पाल के नाम से जाना जाता था।
- अनुशीलन समिति’ की स्थापना 1907 में की गयी। ‘गीत रहस्य’ तथा ‘आर्कटिक होम ऑफ दि आर्यन्स’ नामक पुस्तक तिलक ने लिखी।
- 1909 के अधिनियम द्वारा पहली बार साम्प्रदायिक आधार पर निर्वाचन की प्रणाली को अपनाया गया।
- केन्द्रीय व्यवस्थापिका सभा एवं प्रान्तों की व्यवस्थापिका सभा का विस्तार किया गया।
प्रथम विश्वयुद्ध एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन:
- होमरूल आन्दोलन एक बौद्धिक प्रचार आन्दोलन था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश साम्राज्य के अन्तर्गत संवैधानिक तरीके से स्वशासन प्राप्त करना था।
- स्वशासन की प्राप्ति के लिए आन्दोलन बाल गंगाधर तिलक एवं एनी बेसेण्ट चलाया। ‘इण्डियन होमरूल लीग’ की स्थापना 1916 में तिलक ने की।
- होमरूल लीग की अध्यक्ष एनी बेसेण्ट थीं। तिलक का कहना था कि स्वराज्य मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है, इसे मैं लेकर रहूँगा।
- तिलक ने कहा’मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी ब्रिटिश साम्राज्य की कील होगी।’
महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आन्दोलन:
- महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई. में गुजरात के पोरबन्दर में हुआ था।
- महात्मा गाँधी ने सर्वप्रथम सविनय अवज्ञा आन्दोलन का मार्ग दक्षिण अफ्रीका में चलाया।
- प्रथम विश्व युद्ध के समय अंग्रेज सरकार ने महात्मा गाँधी को ‘केसर-ए-हिन्द’ की उपाधि प्रदान की।
- असहयोग आन्दोलन अगस्त 1920 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में प्रारम्भ हुआ।
- चौरी-चौरा काण्ड के कारण (5 फरवरी, 1922 ई.) गांधी ने असहयोग आन्दोलन वापस ले लिया।
- खिलाफत आन्दोलन एक प्रतिक्रियावादी आन्दोलन था।
- स्वराज्य पार्टी की स्थापना जनवरी, 1923 में इलाहाबाद में चितरंजनदास एवं मोतीलाल नेहरू ने की।
- साइमन कमीशन जनवरी, 1928 में भारत आया। इसके सात सदस्यों में कोई भी भारतीय नहीं था। साइमन कमीशन का कार्य भारत के संवैधानिक सुधारों के सम्बन्ध में सुझाव देना था।
- कांग्रेस ने अपने लाहौर अधिवेशन में 1929 ई. में जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में ‘पूर्ण स्वराज्य’ का लक्ष्य निर्धारित किया।
- वायसराय इरविन द्वारा माँगों को अस्वीकृत किए जाने पर सविनय अवज्ञा का मार्ग अपनाया गया।
- महात्मा गाँधी ने अपने 78 अनुयायियों के साथ 12 मार्च, 1930 ई. को साबरमती आश्रम से प्रसिद्ध ‘दाण्डी मार्च’ प्रारम्भ किया।
- गांधी-इरविन समझौता 1931 ई. में हुआ। 1930-1932 ई. तक तीन गोलमेज सम्मेलन हुए।
- खान अब्दुल गफ्फार खान को ‘सीमान्त गाँधी’ कहा जाता है।
- महात्मा गाँधी ने कांग्रेस के एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में लन्दन के द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया।
- अखिल भारतीय संघ’ की व्यवस्था का प्रावधान 1935 के अधिनियम में था।
- कांग्रेस सरकार द्वारा प्रान्तों से इस्तीफा देने पर मुस्लिम लीग ने 22 दिसम्बर, 1939 को ‘मुक्ति दिवस’ मनाया। | भारत छोड़ो आन्दोलन 9 अगस्त, 1942 को प्रारम्भ हुआ। सतारा, बलिया एवं मिदनापुर में भारत छोड़ो आन्दोलन के समय समानान्तर सरकार स्थापित की गयी थी।
- इस आन्दोलन में गाँधी जी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया।
- भारतीय स्वतन्त्रता अधिनियम 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश संसद में प्रस्तुत किया गया। यही स्वतन्त्रता अधिनियम 1947 कहलाया।
- भारतीय संघ की संविधान सभा की बैठक 14 अगस्त, 1947 ई. को आधी रात में हुई।
- भारतीयों के वर्षों के संघर्ष के परिणामस्वरूप भारत को स्वतन्त्रता प्राप्त हुई। परन्तु कालान्तर में यह भारत और पाकिस्तान दो देशों में विभाजित हो गया।
अध्याय में दी गई महत्वपूर्ण तिथियाँ एवं सम्बन्धित घटनाएँ:
महत्वपूर्ण तिथियाँ — सम्बन्धित घटनाएँ
1815 ई. — कलकत्ता में ‘आत्मीय सभा’ की स्थापना ।
1825 ई — कलकत्ता में वेदान्त कालेज की स्थापना
1828 ई. — कलकत्ता में ब्रह्म समाज की स्थापना।
1829 ई. — सती प्रथा से सम्बन्धित कानून बना तथा उसका अन्त एवं खासी जनजाति विद्रोह।
1824 ई. — स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म।
1825 ई. — भीलों का विद्रोह।
1875 ई. — बम्बई में आर्य समाज की स्थापना ।
1863 ई. — स्वामी विवेकानन्द का जन्म।
1893 ई. — स्वामी विवेकानन्द विश्व धर्म संसद में भाग लेने अमेरिका (शिकागो) गए। रामकृष्ण मिशन की स्थापना । ज्योतिवा फुले ने ‘सत्य शोधक समाज’ की स्थापना की तथा थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना।
1897 ई. — रामकृष्ण मिशन की स्थापना ।
1875 ई. — ज्योतिवा फुले ने ‘सत्य शोधक समाज’ की स्थापना की तथा थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापना।
1856 ई. — हिन्दू विधवा पुनर्विवाह कानून बना।
1872 ई. — सिविल मैरिज एक्ट बना।
1856 ई. — सन्थाल विद्रोह का अन्त।
1885 ई. — भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना।
1900 ई. — बिरसा मुण्डा की मृत्यु ।
1901 ई. — महारानी विक्टोरिया की मृत्यु।
1904 ई. — अभिनव भारत नामक संस्था का जन्म।
1905 ई. — ‘बंगाल-विभाजन’ तथा इण्डिया हाउस की स्थापना।
1906 ई. — चन्द्रशेखर आजाद का जन्म। मुस्लिम लीग की स्थापना ।
1906 ई. — मुस्लिम लीग की स्थापना । सूरत अधिवेशन में कांग्रेस में फूट।
1907 ई. — सूरत अधिवेशन में कांग्रेस में फूट। नागपुर टेनेक्सी एक्ट बना
1908 ई. — नागपुर टेनेक्सी एक्ट बना कर्नल वाइली की हत्या तथा मार्ले-मिण्टो सुधार।
1909 ई. — कर्नल वाइली की हत्या तथा मार्ले-मिण्टो सुधार। वायसराय हार्डिंग पर बम फेंका गया
1912 ई. — वायसराय हार्डिंग पर बम फेंका गया गदर दल का गठन।
1913 ई. — गदर दल का गठन। प्रथम विश्व युद्ध तथा कामागाटामारू जहाज घटना।
1914 ई. — प्रथम विश्व युद्ध तथा कामागाटामारू जहाज घटना। सिंगापुर विद्रोह, लाहौर सशस्त्र विद्रोह, काबुल में भारत की अस्थाई सरकार की स्थापना
1915 ई. — सिंगापुर विद्रोह, लाहौर सशस्त्र विद्रोह, काबुल में भारत की अस्थाई सरकार की स्थापना । होमरूल आन्दोलन, कांग्रेस और मुस्लिम लीग में लखनऊ समझौता।
1916 ई. — होमरूल आन्दोलन, कांग्रेस और मुस्लिम लीग में लखनऊ समझौता। चम्पारण सत्याग्रह।
1917 ई. — चम्पारण सत्याग्रह। खेड़ा विद्रोह।
1918 ई. — खेड़ा विद्रोह। जलियांवाला बाग काण्ड, भारत शासन अधिनियम या ‘माण्टेग्यू चेम्स फोर्ड’ सुधार।
1919 ई. — जलियांवाला बाग काण्ड, भारत शासन अधिनियम या ‘माण्टेग्यू चेम्स फोर्ड’ सुधार। असहयोग आन्दोलन का प्रारम्भ।
1920 ई. — असहयोग आन्दोलन का प्रारम्भ। चौरी-चौरा काण्ड। स्वराज्य दल की स्थापना।
1922 ई. — चौरी-चौरा काण्ड। साइमन कमीशन बम्बई पहुँचा तथा नेहरू रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी।
1923 ई. — स्वराज्य दल की स्थापना। पूर्ण स्वराज्य की माँग।
1928 ई. — साइमन कमीशन बम्बई पहुँचा तथा नेहरू रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। पूर्ण स्वाधीनता दिवस मनाया गया तथा सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ।
1929 ई. — पूर्ण स्वराज्य की माँग। गाँधी-इरविन समझौता।
1930 ई. — पूर्ण स्वाधीनता दिवस मनाया गया तथा सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ।
1931 ई. — गाँधी-इरविन समझौता।
1932 ई. — गाँधीजी द्वारा पुनः सविनय अवज्ञा आन्दोलन का आरम्भ तथा तृतीय गोलमेज सम्मेलन, साम्प्रदायिक पंचाट की घोषणा, पूना पैक्ट।
1935 ई. — भारत शासन अधिनियम पारित।।
1939 ई. — मुस्लिम लीग द्वारा मुक्ति दिवस’ मनाया गया।
1940 ई. — अगस्त-प्रस्ताव’ एवं ‘व्यक्तिगत सत्याग्रह’ प्रारम्भ। .
1942 ई. — क्रिप्स मिशन भारत आया तथा भारत छोड़ो आन्दोलन आरम्भ।
1943 ई. — ‘पाकिस्तान दिवस’ मनाने का प्रस्ताव।
1945 ई. — वेवेल योजना एवं शिमला सम्मेलन।।
1946 ई. — नौ-सेना विद्रोह एवं कैबिनेट मिशन भारत आया। सीधी कार्यवाही दिवस तथा अन्तरिम सरकार का गठन।।
1947 ई. — एस्टली की घोषणा, माउण्टबेटन योजना तथा भारतीय स्वतन्त्रता अधिनियम पारित हुआ।
महत्त्वपूर्ण पारिभाषिक शब्दावली:
- पुनर्जागरण – पुनर्जागरण का अर्थ विद्या, कला, विज्ञान, साहित्य और भाषाओं के विकास से लगाया जाता है। 2. तोहफत-उल-मुहीद्दीन—यह फारसी भाषा का अखबार है।
- शुद्धि आन्दोलन – इस आन्दोलन को आर्य समाज ने चलाया। इसी के माध्यम से आर्य समाज ने मतान्तरित हिन्दुओं का शुद्धिकरण कर पुनः मूलधर्म में शामिल किया।
- आजाद हिन्द सेना — इस सेना का गठन सिंगापुर में सुभाषचन्द्र बोस ने किया था।
- गीता रहस्य — इस पुस्तक की रचना बाल गंगाधर तिलक ने की।
- बिरसा मुण्डा — यह मुण्डा विद्रोह का जनक था।
- अभिनव भारत — यह गुप्त क्रान्तिकारी संस्था थी। इसका उद्देश्य भारत को विदेशी सत्ता से मुक्त कराना था।
- वन्देमातरम्— यह नारा चन्द्रशेखर आजाद ने लगाया था।
- दादा भाई नौरोजी — ये उदारवादी नेता थे। इन्हें भारत का पितामह कहा जाता है।
- उदारवादी युग — 1885-1905 तक उदारवादी युग था। इसके प्रमुख नेता गोपाल कृष्ण गोखले, मदनमोहन मालवीय आदि थे।
- बाल, पाल और लाल — इसका आशय बाल गंगाधर तिलक, विपिनचन्द्र पाल और लाला लाजपत राय था।
- अनुशीलन समिति — यह बंगाल का क्रान्तिकारी संगठन था।
- होमरूल आन्दोलन — यह एक बौद्धिक प्रचार आन्दोलन था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश साम्राज्य के अन्तर्गत संवैधानिक तरीके से स्वशासन प्राप्त करना था।
- होमरूल लीग — इसकी स्थापना पूना में तिलक ने तथा एनी बेसेन्ट ने अडयार (मद्रास) में की।
- केसर-ए-हिन्द — यह उपाधि थी जो महात्मा गाँधी को प्राप्त थी। 16. रोलट एक्ट–यह एक राजद्रोहात्मक कानून था। 17. दिल्ली पैक्ट-गांधी इरविन-समझौते को दिल्ली पैक्ट’ के नाम से जाना जाता है। 18. ‘खुदाई खिदमतगार – पश्चिमोत्तर सीमाप्रान्त के अब्दुल गुफतार खाँ द्वारा स्थापित एक संगठन था।
- साम्प्रदायिक पंचाट — इसे Communal Award भी कहा जाता है। इसके अनुसार दलित वर्ग को हिन्दुओं से अलग मानते हुए, उन्हें पृथक् चुनाव-प्रणाली की सुविधा देते हुए प्रतिनिधित्व दिया गया।
- व्यक्तिगत सत्याग्रह — यह महात्मा गाँधी द्वारा चलाया गया था। इसको लक्ष्य अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता को स्थापित करना था।
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