Rajasthan Board RBSE Class 10 Hindi क्षितिज Chapter 19 सड़क सुरक्षा शिक्षा
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
बेलू गाँधी ने किसे पत्र लिखा
(क) जतिन को
(ख) निखिल को
(ग) राजू को
(घ) नरेन्द्र को
प्रश्न2.
गाड़ी कौन चला रहा था
(क) निखिल
(ख) जतिन
(ग) बेलू गाँधी
(घ) नरेन्द्र
उत्तर:
1. (ख)
2. (घ)
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
जतिन किस चीज की पढ़ाई कर रहा था?
उत्तर:
जतिन इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था।
प्रश्न 2.
सभी साथी किस अवसर पर पार्टी कर रहे थे?
उत्तर:
सभी साथी नववर्ष मनाने के अवसर पर पार्टी कर रहे थे।
प्रश्न 3.
शराब पीकर कौन गाड़ी चला रहा था?
उत्तर:
शराब पीकर नरेन्द्र गाड़ी चला रहा था।
प्रश्न 4.
गाड़ी किससे टकराई?
उत्तर:
गाड़ी फ्लाई ओवर के खम्भे से टकराई।
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
राजू किसके पत्र को पढ़ रहा था ?
उत्तर:
राजू जतिन के पिता बेलू गाँधी को पत्र पढ़ रहा था।
प्रश्न 2.
जतिन के माता-पिता ने उसका पालन-पोषण कैसे किया था ?
उत्तर:
जतिन के माता-पिता ने अपनी थोड़ी-सी आय से कठिनाइयों को झेलते हुए उसका पालन-पोषण किया था।
प्रश्न 3.
कहानी में हुई दुर्घटना का क्या कारण था ?
उत्तर:
नरेन्द्र गाड़ी चला रहा था। उसने शराब पी रखी थी। उसे नींद आ रही थी। रात दो बजे सड़क पर घना कोहरा था।
प्रश्न 4.
इस कहानी से मिलने वाली शिक्षा को अपने शब्दों में लिखें।
उत्तर:
यह एक शिक्षाप्रद कहानी है। आयोजन, उत्सव पार्टी आदि में लोग नशा करते हैं, शराब पीते हैं। इससे क्षणभर की उत्तेजना और आनन्द मिलता है अन्ततः यह आदत हानिकारक ही होती है।
शराब पीकर गाड़ी चलाना तो दुर्घटना को आमंत्रण देना ही है। दुर्घटना होने से चालक तथा सवारियों की मृत्यु हो जाती है। वे अपंग हो जाते हैं तथा जीवनभर इसका दुष्परिणाम भोगते हैं।
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 निबंधात्मक प्रश्न
प्रश्न 5.
नशीले पदार्थ अथवा शराब के सेवन करने के दुष्परिणामों पर टिप्पणी कीजिए।
उत्तर:
नशीले पदार्थों अथवा शराब के सेवन से निम्नलिखित दुष्परिणाम होते हैं
(क) शराब के सेवन से ध्यान केन्द्रित नहीं हो पाता।
(ख) वाहन चालक का मस्तिष्क तत्काल प्रतिक्रिया नहीं कर पाता।
(ग) मस्तिष्क के निर्देश का अमल करने में शारीरिक अंग अधिक समय लेते हैं।
(घ) सिर चकराने से यह दृष्टि को कमजोर बनाता है।
(ङ) शराब डर कम करती है और जोखिम लेने को उकसाती है।
(च) रक्त एल्कोहलं संकेन्द्रण में 0.05% की प्रत्येक वृद्धि से दुर्घटना का जोखिम दुगुना हो जाता है।
(छ) ऐल्कोहल के अलावा कई नशीले पदार्थ एवं औषधियाँ ड्राइविंग सम्बन्धी निपुणताओं और
ध्यान केन्द्रित करने पर प्रतिकूल असर डालती हैं।
प्रश्न 6.
“सड़क सुरक्षा का उत्तरदायित्व नागरिकों पर है या सरकार पर इस विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
उत्तर:
मेरे विचार से सड़क सुरक्षा का उत्तरदायित्व नागरिक और सरकार दोनों का ही है। सरकार कानून बनाती है, यातायात के नियम बनाती है, परंतु कड़ाई से इनका पालन करवाने की इच्छाशक्ति प्रशासन में नहीं दिखती। कुछ स्वार्थी तत्व नियमों की अवहेलना करते हैं। रिश्वत देकर आगे बढ़ जाते हैं। इस प्रकार वह अपनी जान जोखिम में डालते ही हैं।
अपने साथ दूसरों के लिए संकट का कारण बनते हैं। नागरिकों को भी इस दिशा में सचेत होना चाहिए। उन्हें जागरूक होकर सड़क यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। प्रशासन को भी कानून का पूरी ईमानदारी व कड़ाई से पालन करवाना चाहिए। इस प्रकार जनता व प्रशासन दोनों के जागरूक होने पर ही सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पंक्तियों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए
(क) कल तक जिन मित्रों के साथ वह अपने जीवन के सुख-दुख बाँटता था, आज बिना आवाज किए। प्राणहीन थे। उनके माता-पिता की हृदय विदारक चीखें उसे रात भर जगा कर रखती थीं।
कठिन शब्द- प्राणहीन = मृत । हृदय विदारक = हृदय को अत्यन्त पीड़ा पहुँचाने वाली।
संदर्भ तथा प्रसंग
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक के सड़क सुरक्षा’ नामक पाठ से ली गई हैं। पार्टी से लौटते समय जतिन, नरेन्द्र आदि कार से वापिस लौट रहे थे। शराब पिए थे। गाड़ी फ्लाई ओवर से टकरा गई और नरेन्द्र के अतिरिक्त तीनों मित्रों की तत्काल मृत्यु हो गई। निखिल यहाँ अपने मन की वेदना को व्यक्त कर रहा है।
व्याख्या
दुर्घटना के उस भयावह परिणाम को याद करता हुआ वह सोच रहा था कि कल तक वह अपने इन मित्रों के साथ अपने हृदय के सुख-दुखों को साझा करता था और आज उन्हीं प्रिय मित्रों के प्राणहीन शव उसके सामने पड़े थे। उन मित्रों के माता-पिता की हृदय को चीर देने वाली चीखें अब भी उसके कानों में गूंजती थीं। इन चीखों का ध्यान उसे रात में सोने नहीं देता था।
विशेष
- शराब पीकर गाड़ी चलाने के भयंकर और हृदय को हिलाकर रख देने वाले परिणामों की ओर संकेत करती ये पंक्तियाँ, हमें यातायात नियमों की अनदेखी को दुष्परिणाम बता रही हैं।
- आज सड़क दुर्घटनाओं की बेतहाशा वृद्धि सभी को जागरूक होने और नियम पालन करने की चेतावनियाँ दे रही हैं।
- सड़क-सुरक्षा के लिए आवश्यक है कि हम यातायात नियमों का दृढ़ता से पालन करें।
(ख) हम उसके लौटने की प्रतीक्षा कर रहे थे। वह आया अवश्य परन्तु कफन में लिपट कर। हमारा सहारा बनने की जगह, हमें उसकी अर्थी में कंधा लगाना पड़ा। विधि का यही विधान था।
कठिन शब्दार्थ- प्रतीक्षा = इंतजार, बाट देखना। कफन में लिपटकर = मृत अवस्था में अर्थी = शव को ले जाने की काठी। कंधा देना = अर्थी को कंधे पर रखकर चलना। विधि = विधाता, भाग्य। विधान = योजना।।
संदर्भ तथा प्रसंग
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक के पाठ ‘सड़क सुरक्षा’ से ली गई हैं। जतिन के पिता द्वारा निखिल को भेजे गए पत्र में ये पंक्तियाँ लिखी थीं।
व्याख्या
जतिन के पिता बेलू गाँधी ने जतिन की मृत्यु के बाद जो पत्र भेजा था, उसमें उन्होंने लिखा था कि वह और उनकी पत्नी जतिन के घर लौटने की बाट देख रहे थे। उनका बेटा लौटा तो अवश्य लेकिन जीवित नहीं, कफन में लिपटा हुआ लौटा।
वे तो सोचते थे कि शिक्षा पूरी होने पर उनका बेटा उनका सहारा बनेगा, पर कैसी करुण विडंबना है कि बाप को बेटे की अर्थी को सहारा देना पड़ा अब यही कह सकते हैं कि हमारे भाग्य में यही लिखा था। विधाता की यही योजना थी।
विशेष
- प्रस्तुत पंक्तियाँ सड़क दुर्घटनाओं के दुष्परिणामों की ओर संकेत करती हैं।
- घर उजड़ जाते हैं, कुल दीपक बुझ जाते हैं। सपने उजड़ जाते हैं। क्यों ?
उत्तर यही है कि यातायात के नियमों की अनदेखी से ही ऐसी हृदय विदारक घटनाएँ हो रही हैं। - सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना हर नागरिक को अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए।
- जनता और प्रशासन दोनों के सहयोग से ही ऐसी दुर्घटनाएँ टाली जा सकती हैं।
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
गाड़ी नहीं चलानी चाहिए
(क) पानी पीकर
(ख) दूध पीकर
(ग) ठंडाई पीकर
(घ) शराब पीकर।
प्रश्न 2.
गाड़ी में ड्राइवर के सामने लगे शीशे की सफाई के लिए लगा होता है
(क) वाइपर
(ख) इंडीकेटर
(ग) ब्लिंकर
(घ) लाइटर
प्रश्न 3.
जतिन के पिता का नाम था
(क) सचिन गाँधी
(ख) बेलू गाँधी
(ग) सोनू गाँधी
(घ) मोनू-गाँधी
प्रश्न 4.
नए साल की पार्टी में नहीं गया था
(क) राजू
(ख) सुरेन्द्र
(ग) निखिल
(घ) नरेन्द्र
प्रश्न 5.
इनमें से कौन-सी मशीन का सम्बन्ध यातायात से नहीं है
(क) एल टी. आई लेसर गति मापक
(ख) सांस विश्लेषक यंत्र
(ग) वाइपर
(घ) प्रिंटर।
उत्तर:
1 (घ)
2. (क)
3. (ख)
4. (ग)
5. (घ)
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रशिक्षु लाइसेंस कितने समय तक के लिए वैध होता है ?
उत्तर:
प्रशिक्षु लाइसेंस 6 महीने तक के लिए वैध होता है।
प्रश्न 2. रात के समय वाहन की गति कैसी रहनी चाहिए ?
उत्तर:
रात के समय वाहन की गति धीमी तथा नियंत्रित रखनी चाहिए।
प्रश्न 3.
किसी गाड़ी को ओवरटेक कब नहीं करना चाहिए ?
उत्तर:
किसी मोड़, घुमाव तथा पुल आदि से गुजरते समय गाड़ी को ओवरटेक नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 4.
किस प्रकार के मौसम में वाहन चलाने पर दुर्घटना की सम्भावना अधिक होती है?
उत्तर:
वर्षा, आँधी, कोहरा, बर्फबारी, तूफान, ओलावृष्टि आदि का मौसम होने पर दुर्घटना की सम्भावना अधिक होती है।
प्रश्न 5.
कोहरे में गाड़ी चलाते समय क्या सावधानियाँ रखनी आवश्यक हैं ?
उत्तर:
कोहरे में गाड़ी चलाते समय उसकी गति धीमी रखें। हेडलाइट ऑन रखें और लो बीम मोड में रखें। वाहन के फाग लैम्प तथा पार्किंग लाइट ऑन रखें।
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए किस उम्र का व्यक्ति आवेदन कर सकता है ?
उत्तर:
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदक की उम्र 18 वर्ष होनी चाहिए। वाणिज्यिक वाहनों के लिए आयु सीमा 20 साल होना जरूरी है। 50 सी.सी. क्षमता के वाहन चलाने के लिए आवेदक की उम्र 16 वर्ष होनी चाहिए।
प्रश्न 2. सड़क-दुर्घटना के सम्भावित कारण क्या हैं?
उत्तर:
सड़क दुर्घटना के सम्भावित कारण निम्नलिखित हो सकते हैं
(क) बहुत तेज गति से गाड़ी चलाना।।
(ख) किसी तरह का नशा करके जैसे शराब पीकर गाड़ी चलाना।
(ग) सड़क के चिह्नों पर ध्यान न देना अथवा उनकी जानकारी ही न होना।
(घ) यातायात के नियमों का पालन न करना।
(ङ) नींद अथवा थकान की अवस्था में गाड़ी चलाना।
प्रश्न 3.
शराब पीकर गाड़ी चलाने पर दण्ड का क्या नियम है?
उत्तर:
वाहन चलाते समय यदि किसी चालक के 100 मि. ग्रा. रक्त में 30 मि. ग्रा. से अधिक अल्कोहल पाया जाता है तो पहली बार अपराध करने पर दो हजार रुपये तक जुर्माना अथवा छः महीने तक के कारावास की सजा हो सकती है। अथवा दोनों तरह का दण्ड दिया जा सकता है।
प्रश्न 4.
रेड स्पीड कैमरा क्या है ? यह कैसे कार्य करता है?
उत्तर:
रेड स्पीड कैमरा को सड़क के ऊपर या चौराहों पर यातायात के नियम को तोड़ने वालों पर नजर रखने के लिए लगाया जाता है। लाल बत्ती पर यहगति सीमा से अधिक गति से चलाने वालों एवं लाल बत्ती को पारकर भागने वालों पर देखभाल करने के लिए लगाया जाता है। इनमें नम्बर प्लेट को पहचानने का सिस्टम होता है।
प्रश्न 5.
रिफ्लेक्टर क्या है?
यह कैसे कार्य करता है?रेड स्पीड कैमरा
उत्तर:
रिफ्लेक्टर एक प्रकाशिक यंत्र है। इसे सड़क पर पैदल चलने वालों, मोटर वाहन आदि की सुविधा के लिए बनाया है। जहाँ सड़कों पर उचित प्रकाश की सुविधा नहीं होती, वहाँ रिफ्लेक्टर कार्य करते हैं। यह वाहन की हेडलाइट सेप्रकाश को परावर्तित करता है।
RBSE Class 10 Hindi Chapter 19 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पहाड़ों पर ड्राइवर को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
पहाड़ों पर ड्राइविंग के दौरान ड्राइवर को निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए
- यदि आप निपुण ड्राइवर नहीं हैं तो पहाड़ी सड़कों पर वाहन न चलाएँ।
- गति सीमा का हमेशा पालन करें व मोड़ पर गति धीमी रखें।
- हमेशा चौकस रहें और कार स्टीरियो जैसी चीजों के कारण ध्यान भंग न होने दें।
- पहाड़ पर चालित यातायात को हमेशा रास्ता दें।
- कभी भी शराब पीकर वाहन न चलाएँ।
- मोड़, घुमाव और पुल आदि पर ओवरटेक न करें।
- मोड़ पर हमेशा हॉर्न बजाएँ।
- पहाड़ पर यात्रा शुरू करने से पहले हमेशा वाहन, खासकर ब्रेक्स और टायर की जाँच करा लें।
प्रश्न 2.
रात्रि के दौरान ड्राइविंग को सुरक्षित बनाने के उपाय बताइए।
उत्तर:
रात्रि के दौरान ड्राइविंग को सुरक्षित बनाने के उपाय
- यह सुनिश्चित कर लें कि आपके वाहन की हेडलाइट, टेललाइट तथा दिशा संकेतक सुचारु रूप से कार्य कर रहे हैं।
- रात के समय वाहन को धीमी गति से चलाएँ।
- अपने वाहन तथा अन्य वाहनों के बीच अधिक दूरी बनाकर चलें।
- सुप्रकाशित मार्गों पर लो बीम पर गाड़ी चलाएँ अर्थात् हेडलाइट को डिपडाउन पर रखें।
- धुंध के मौसम में सदैव लो बीम पर गाड़ी चलाएँ।
- रात के समय सड़क पर कभी भी वाहन को खड़ा न करें, क्योंकि रात्रि में दूर से आने वाले वाहन को यह पता नहीं चल पाता है
कि सामने वाला खड़ा है या चल रहा है और जब तक पता चलता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। - कभी भी नशे में गाड़ी न चलाएँ।
- रात के समय जब रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप पर प्रकाश पड़ता है तो वह चमकती है। अब सड़क पर वाहन खराब होने पर उसके पीछे रेट्रो रिफ्लेक्टिव ट्राइएंगल रखना अनिवार्य है। रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप आपकी दृश्यता को सुनिश्चित करता है। फिर चाहे वाहनों की टेपलाइट खराब ही क्यों न हो। अपनी वे वाहन की सुरक्षा के लिए रात के समय इसका प्रयोग अवश्य करें।
प्रश्न 3.
सड़क पर झगड़े (रोड रेज) के प्रमुख कारण क्या हैं ?
उत्तर:
सड़क क्रोधोन्माद (रोड रेज) के प्रमुख कारण निम्न हैं
- ट्रैफिक जाम
ट्रैफिक जाम होने के कारण वाहन के चालक की उत्तेजना बढ़ने लगती है। ऐसे में उकसाए जाने की छोटी बात भी झगड़े का कारण बन सकती है। - भीड़-भाड़
भीड़भाड़, खराब पार्किंग व्यवस्था आदि के कारण भी कई बार वाहन चालकों को जल्दी क्रोध आ जाता है, जिसके कारण रोड रेज की स्थिति उत्पन्न हो जाती है - खराब मौसम
खराब मौसम न केवल चालन परिस्थितियों को जटिल बनाता है बल्कि मनोस्थिति में भी तीव्र परिवर्तन लाता है, जिसके कारण व्यक्ति के क्रोध के स्तर में वृद्धि हो जाती है। - खराब सड़कें
खराब सड़कों के कारण होने वाली असुविधा व विलम्ब कई बार चालक को उत्तेजित कर देता है। - मानसिक स्थिति
पहले से परेशान सड़क प्रयोक्ता की मनोस्थिति को और खराब करने में क्रोध, घरेलू झगड़े, उदासी आदि भी योगदान करते हैं। - शराब
रोड रेज के मामलों को जन्म देने का सबसे हानिकारक कारण शराब है। शराब धीरे-धीरे सामान्य व्यक्ति में गलत कार्य करने का आत्मविश्वास बढ़ाती है।
प्रश्न 4.
जतिन गाँधी के पिता का पत्र पढ़कर निखिल रो क्यों रहा था?
उत्तर:
निखिल और उसके तीन मित्र हॉस्पिटल में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। यह उनकी पढ़ाई का अंतिम वर्ष था। 31 दिसम्बर को जतिन तथा अन्य मित्र एक नववर्ष की पार्टी में भाग लेने गए थे। निखिल को अपना प्रोजेक्ट पूरा करना था। अतः वह उनके साथ नहीं गया।
पार्टी में अन्य छात्रों ने इन मित्रों को हठ करके शराब पिला दी। लौटते समय उनकी गाड़ी फ्लाई ओवर के खंभे से टकरा गई। चालक नरेन्द्र के अतिरिक्त अन्य तीन साथियों की इस दुर्घटना में मृत्यु हो गई। जतिन के पिता ने अपने पत्र में निखिल को अपने यहाँ बुलाया था।
निखिल इसलिए रो रहा था कि वह नितिन के पिता को उनके बेटे के बारे में कैसे बता पाएगा। ऐसी हृदय विदारक घटना का विवरण बताना उसे बड़ा कठिन और दुखदायी प्रतीत हो रहा था।
प्रश्न 5.
अनिवार्य यातायात संकेतों के प्रतीक चिह्न बनाइए व उनका आशय लिखिए।
उत्तर:
अनिवार्य यातायात संकेत
सड़कों पर यातायात दिनोंदिन बढ़ रहा है। सड़कें उन पर चलने वालों के लिए असुरक्षित होती जा रही हैं। वर्ष 2030 तक सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाएँ वैश्विक रूप से मृत्यु का पाँचवाँ सबसे बड़ा कारण बन जायेंगी। अत: सड़कों को यातायात के लिए सुरक्षित बनाना आवश्यक है। इस कारण इस विषय को पाठ्यक्रम के साथ जोड़ा गया है, जिससे छात्रों को दुर्घटना से बचने का तथा दुर्घटना होने की स्थिति में अपने कर्तव्य का ज्ञान हो सके।
करणीय बातें
दुर्घटना होने पर वहाँ से बचकर निकलने के बजाय घायलों की सहायता करनी चाहिए तथा अन्य लोगों को भी सहायता के लिए प्रेरित करना चाहिए। लोगों को बताया जाना चाहिए कि वे गाड़ी गलत स्थान पर पार्क न करें। शराब पीकर गाड़ी
न चलायें। गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बातें न करें। गीत संगीत न सुनें। सड़क पर क्रोध प्रदर्शन नहीं करना चाहिए। अपने तथा अपने परिवार पर नियंत्रण रखना चाहिए। लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों और विनियमों का पालन करने तथा उनका उल्लंघन करने पर मिलने वाले दण्ड के बारे में बताना चाहिए। लाइसेंस के बिना गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। गाड़ी की नम्बर प्लेट निर्धारित नियमों के अनुसार लगानी चाहिए। अलग-अलग स्थितियों में, जैसे-कुहरा, वर्षा, रात होने पर गाड़ी चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त होना आवश्यक है। लोगों को कुछ यंत्रों का ज्ञान कराना जरूरी है, जैसे-गाड़ी की गति नापने की मशीन, साँस द्वारा शराब की मात्रा की जाँच करने वाली मशीन, रैड स्पीड कैमरा, रिफ्लेक्टर तथा इण्टर-सेप्टर। नशीले पदार्थों के सेवन से सड़क दुर्घटनाओं के दुष्परिणामों की जानकारी लोगों को दी जानी चाहिए। छात्रों को दुर्घटना होने की दशा में उचित प्राथमिक चिकित्सा देने के विषय में जानना तथा लोगों को बताना चाहिए। जब गाड़ी चला रहे हों तो गाड़ी के रजिस्ट्रेशन, बीमा, प्रदूषण-नियंत्रण आदि से सम्बन्धित कागजात साथ में होने चाहिए।
पाठ-सार
जतिन गाँधी के पिता बेलू गाँधी ने पत्र लिखकर निखिल से मिलने की इच्छा प्रकट की थी और उसे बुलाया था। निखिल का छोटा भाई राजू पत्र पढ़ रहा था तो निखिल की आँखों से आँसू बह रहे थे। निखिल और उसके तीन मित्र हॉस्टल में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। पढ़ाई का अन्तिम साल था। कुछ महीनों बाद वे पढ़ाई पूरी कर अपने-अपने घर लौट जाने और अच्छी नौकरी पाकर जीवन बिताने वाले थे। 31 दिसम्बर की शाम थी। चारों ने नववर्ष के स्वागत में पार्टी आयोजित की। निखिल अपना प्रोजेक्ट पूरा करने के कारण उस पार्टी में नहीं गया था। वे नरेन्द्र की गाड़ी में गए। रात दो बजे पार्टी समाप्त होने पर वे लौट रहे थे। गाड़ी नरेन्द्र चला रहा था। पार्टी में कुछ लोगों ने इनको शराब पिला दी थी। बाहर घना कुहरा था। साफ दिखाई नहीं दे रहा था। अन्य साथी सो रहे थे। नरेन्द्र की आँखें भी नींद से बोझिल होती जा रही र्थी । अचानक गाड़ी फ्लाई ओवर के खंभे से टकराई। नरेन्द्र गम्भीर रूप से घायल था। अन्य तीनों साथियों की मृत्यु हो चुकी थी। इस घटना ने निखिल को हिलाकर रख दिया था।
कठिन शब्द और उनके अर्थ
(पृष्ठ सं. 107, 108)
फटी आँखों से देखना = टकटकी लगाकर देखना, दृष्टि न हटाना। पेट काटकर = जरूरी आवश्यकताओं पर भी खर्च न करके। विधि = ईश्वर। विधान = नियम। निधन = मृत्यु। प्रश्नसूचक दृष्टि = इस तरह देखना जैसे कुछ पूछना हो। होस्टल = छात्रावास। जबरदस्ती = बलपूर्वक। फ्लाई ओवर = पुल। शवगृह = मुर्दाघर। प्राणहीन = मृत।