Rajasthan Board RBSE Class 11 Home Science Chapter 26 समय एवं श्रम बचाने वाले उपकरण
RBSE Class 11 Home Science Chapter 26 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के सही उत्तर चुनें –
(i) समय एवं शक्ति के उपकरण की आवश्यकता है –
(अ) कार्य क्षमता बढ़ाने हेतु
(ब) आर्थिक उपलब्धि हेतु
(स) फैशन एवं शहरीकरण के कारण
(द) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) कार्य क्षमता बढ़ाने हेतु।
(ii) प्रेशर कुकर का सिद्धान्त है –
(अ) उच्च ताप एवं दाब पर भोजन बनाना
(ब) स्वादिष्ट भोजन बनाना
(स) सूर्य की किरणों के ताप से
(द) निम्न दाब से
उत्तर:
(अ) उच्च ताप एवं दाब पर भोजन बनाना।
(iii) रेफ्रिजरेटर में भोजन खराब नहीं होता
(अ) अधिक तापमान से
(ब) कम तापमान से
(स) निर्वात उत्पन्न होने से
(द) दबाव से
उत्तर:
(ब) कम तापमान से।
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानो की पूर्ति करो –
1. सोलर कुकर ……… धातु से बना होता है।
2. रेफ्रिजरेटर ……… से चलने वाला उपकरण है।
3. वैक्यूम क्लीनर द्वारा घर की ……… कम समय एवं शक्ति में सम्पन्न की जाती है।
उत्तर:
1. एल्युमिनियम
2. विद्युत
3. सफाई।
प्रश्न 3.
समय एवं शक्ति बचत के उपकरणों को उपयोग के साथ लिखो।
उत्तर:
समय एवं शक्ति बचत के प्रमुख उपकरण:
- प्रेशर कुकर – इसके द्वारा कम समय में कम ऊर्जा की खपत के साथ खाना शीघ्र पकाया जाता है।
- सोलर कुकर – इसमें सूर्य की ऊर्जा का प्रयोग करके भोजन पकाया जाता है।
- रेफ्रिजरेटर – इसमें कम तापमान द्वारा खाद्य वस्तुओं को संरक्षित किया जाता है।
- वैक्यूम क्लीनर – इसके द्वारा निर्वात उत्पन्न करके घर की सफाई की जाती है।
- मिक्सर – इसमें दाल, प्याज, लहसुन, मसाले आदि को शीघ्र बारीक पीसा जाता है एवं चटनी आदि बनाई जाती है।
प्रश्न 4.
प्रेशर कुकर के कार्य का सिद्धान्त लिखो।
उत्तर:
प्रेशर कुकर का सिद्धान्त-प्रेशर कुकर उच्च दबाव एवं उच्च तापक्रम पर भोजन पकाने के सिद्धान्त पर कार्य करता है।
प्रश्न 5.
रेफ्रिजरेटर की उपयोगिता बताइए।
उत्तर:
रेफ्रिजरेटर रसोई घर का अत्यंत ही उपयोगी उपकरण है। इसका उपयोग पके हुए भोजन को कुछ समय तक सुरक्षित रखने, फल व सब्जियों को संरक्षित करने, बर्फ एवं आइसक्रीम जमाने, पानी ठंडा करने, मक्खन, अण्डा एवं अन्य पदार्थों को लम्बे समय तक चलाने के लिए किया जाता है।
प्रश्न 6.
सोलर कुकर के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:
सोलर कुकर (Solar cooker):
सौर ऊर्जा से संचालित यह कुकर एल्युमिनियम से बनी एक बक्सेनुमा संरचना दर्पण होती है। इसकी भीतरी दीवारों को काला कर दिया जाता है। बक्से में दो ढक्कन होते हैं। बाहरी ढक्कन एल्युमिनियम का बना होता है क्लिप जिसकी भीतरी सतह पर एक परावर्तक काँच लगा होता है। दूसरा ढक्कन पारदर्शी काँच का बना होता है।
बक्से के दोनों ढक्कनों को भोजन के डिब्बे – खोलकर इसके अन्दर चार एल्युमिनियम के डिब्बे रख दिए जाते हैं। पहिये ये डिब्बे बाहर की ओर से काले पुते होते हैं। डिब्बों में भोजन पकाने वाली सामग्री को रखकर बक्से का पारदर्शी काँच का ढक्कन बन्द कर दिया जाता है।
अब क्लिप की सहायता से बक्से के ऊपरी ढक्कन को किसी निश्चित कोण पर इस प्रकार फिक्स किया जाता है कि सूर्य की किरणें परावर्तक काँच पर पड़ें और इनका परावर्तन बक्से के अन्दर की ओर हो। कुछ समय में बक्से के अन्दर का तापमान प्रकाश की ऊष्मा के कारण बढ़ने लगता है और 100°C तक पहुँच जाता है जिससे उबालने वाला भोजन आसानी से पक जाता है। इस कुकर में किसी प्रकार के पारंपरिक ईंधन की आवश्यकता नहीं होती और न ही किसी भी प्रदूषण की समस्या होती है।
प्रश्न 7.
मिक्सर की बनावट व उपयोग की विधि लिखिए।
उत्तर:
मिक्सर (Mixer):
यह विद्युत संचालित उपकरण है, इससे कई कार्य किए जाते हैं; जैसे-आटा लगाना, गीले/सूखे मसाले पीसना, चटनी पीसना, कुचलना, दाल पीसना, लहुसन / प्याज, पीसना, कद्दकस करना, आलू आदि से चिप्स बनाना, फलों का रस निकालना आदि। इससे समय एवं शक्ति की बचत होती है।
मिक्सर की बनावट –
इसके निम्नांकित भाग होते हैं –
(i) मोटर – यह उपकरण के निचले भाग में लगी होती है जो एक रॉड या शॉफ्ट को घुमाने का कार्य करती है। मोटर की गति को कम या ज्यादा किया जा सकता है।
(ii) ग्राइण्डर – प्लास्टिक या बैकेलाइट का बना कटोरीनुमा भाग होता है, इसके भीतर की ओर स्टील की कटोरी, मध्य में घूमने वाली तेज ब्लेड एवं ऊपर पारदर्शी प्लास्टिक का ढक्कन लगा होता है। यह सूखे-गीले मसाले, दालें, चटनी आदि पीसने में प्रयुक्त होता है।
(iii) जार – यह ग्लासनुमा आकार का पारदर्शी मजबूत विशेष प्लास्टिक या स्टील का बना होता है। इसके ऊपरी भाग में एक ढक्कन एवं मध्य में भीतर की ओर विपरीत दिशा में जुड़ा ब्लेडों का जोड़ा लगा होता है जो वस्तुओं को मसलने, मिल्कशेक, लस्सी आदि बनाने में प्रयुक्त होता है।
उपरोक्त भागों के अतिरिक्त, इसमें मोटर, नियंत्रक की सहायता से विद्युत वायर से जुड़ा होता है। नियंत्रक मशीन को चलाने, बंद करने एवं मोटर की गतियों को नियंत्रित करता है। उपयोग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि जार व ग्राइण्डर दोनों 3 / 4 भाग से अधिक न भरे जाये। मोटर को रेटिंग समय सीमा से ज्यादा नहीं चलाना चाहिए। एक बार चलाकर बन्द करने एवं दोबारा चलाने से पूर्व 15 से 20 सेकण्ड का विश्राम होना चाहिए एवं मिक्सर की साफ-सफाई ठीक ढंग से करनी चाहिए।
प्रश्न 8.
वैक्यूम क्लीनर के प्रकार बताइए।
उत्तर:
वैक्यूम क्लीनर दो प्रकार के होते हैं –
- बिजली चालित साधारण प्रकार का वैक्यूम क्लीनर,
- स्वचालित वैक्यूम क्लीनर।
संग्रहित थैली के स्थान के आधार पर भी वैक्यूम क्लीनर दो प्रकार के होते हैं –
- बाहरी थैली वाला वैक्यूम क्लीनर,
- बंद थैली वाला वैक्यूम क्लीनर।
प्रश्न 9.
रेफिजरेटर का सिद्धान्त एवं बनावट लिखिए।
उत्तर:
रेफ्रिजरेटर (Refrigerator):
रेफ्रिजरेटर रसोईघर का सबसे उपयोगी उपकरण है। इसमें तापमान को वातावरण से अत्यंत कम कर दिया जाता है। जिसके फलस्वरूप खाद्य पदार्थ खराब नहीं होते हैं और इन्हें लम्बे समय तक सुरक्षित रूप से संग्रहित किया जा सकता है।
सिद्धान्त:
रेफ्रिजरेटर वाष्पीकरण के सिद्धान्त पर कार्य करता है। रेफ्रिजरेशन में धातु की नली के अन्दर 27.7° फारेनहाइट क्वथनांक नली फ्रियॉन गैस से भरी होती है। यह गैस खाद्य पदार्थों से ऊष्मा लेकर बहुत कम ताप पर वाष्पीकृत होती है जिससे खाद्य पदार्थ का तापमान कम हो जाता है और खराब नहीं होता है।
बनावट:
रेफ्रिजरेटर अलमारीनुमा उपकरण है। इसमें निम्न भाग होते हैं –
- कैबिनेट – इस्पात की बनी चद्दर से बनी तापरोधी अलमारी होती है।
- दरवाजा – कैबिनेट की तरह यह भी इस्पात की चद्दरों से बना होता है। इसे भी तापरोधक बनाया जाता है। दरवाजे के बाहरी किनारों के चारों तरफ रबर गैस्केट लगा होता है।
- फ्रीजर – कैबिनेट में सबसे ऊपर एल्युमिनियम धातु का बना छोटा डिब्बा होता है, जिसका तापक्रम 0°C होता है। यह बर्फ, आइसक्रीम जमाने के काम आता है।
- चिल ट्रे – फ्रीज को डिफ्रीजिंग करते समय जल को एकत्रित करने के लिए फ्रीजर के नीचे एक प्लास्टिक ट्रे होती है जिसे चिल ट्रे कहते हैं।
- शेल्फ – विशेष धातु की छड़नुमा बनी हुई शेल्फ होती है जिस पर विभिन्न सामान रखा जाता है।
- क्रिस्पेटर – फ्रीज के सबसे नीचे आयताकार डोलचीनुमा भाग होता है जिस पर मोटा पारदर्शी ढक्कन लगा होता है।
- अण्डा रखने का स्थान – यह दरवाजे पर अन्दर की ओर प्लास्टिक ट्रे-नुमा खाँचा होता है।
- मक्खन रखने का स्थान – यह भी दरवाजे के अन्दर की ओर होता है।
- बोतल रखने का स्थान – यह भी दरवाजे पर अन्दर की ओर नीचे के भाग में एक स्टैण्डनुमा स्थान होता है।
- बल्ब – कैबिनेट में फ्रीजर के नीचे लगा होता है। यह दरवाजा खोलने पर जलने लगता है एवं बंद करने पर स्वत: बन्द हो जाता है।
- रेग्यूलेटर – मोटर कैबिनेट के ठीक नीचे लगा होता है। पूर्णत: खुला हुआ अथवा किसी-किसी फ्रिज में बंद मशीन के जैसे होता है।
RBSE Class 11 Home Science Chapter 26 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
RBSE Class 11 Home Science Chapter 26 बहुविकल्पीय प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प का चयन कीजिए –
प्रश्न 1.
भारत में उपकरणों की माँग कम है, इसका कारण है –
(अ) उपकरणों का मँहगा होना
(ब) उपकरणों की पर्याप्त जानकारी न होना
(स) ग्रामीण परिवेश व अशिक्षा
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 2.
उपकरण महत्त्वपूर्ण हैं –
(अ) कार्य क्षमता बढ़ाने में
(ब) कार्य सरलीकरण में
(स) पारिवारिक सुख-शान्ति में
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 3.
सुरक्षा बाल्व इस उपकरण का भाग है –
(अ) रेफ्रिजरेटर का
(ब) प्रेशर कुकर का
(स) विद्युत ओवन का
(द) सोलर कुकर का
उत्तर:
(ब) प्रेशर कुकर का
प्रश्न 4.
कौन-सा उपकरण उच्च दबाव एवं तापक्रम के सिद्धान्त पर कार्य करता है?
(अ) प्रेशर कुकर
(ब) वैक्यूम क्लीनर
(स) माइक्रोवेव ओवन
(द) फ्रिज का कम्प्रेसर
उत्तर:
(अ) प्रेशर कुकर
प्रश्न 5.
सोलर कुकर में परावर्तक काँच लगा होता है –
(अ) निचले ढक्कन पर
(ब) ऊपरी ढक्कन के ऊपर
(स) ऊपरी ढक्कन के अन्दर
(द) बाक्स की दीवारों पर
उत्तर:
(स) ऊपरी ढक्कन के अन्दर
रिक्त स्थान
निम्नलिखित वाक्यों में खाली स्थान भरिए –
1. आज के नित नये आविष्कारों ने उपकरणों की बाढ़ लाकर कार्य को ……,…… एवं ……… बना दिया है।
2. ……… से संचालित सौर कुकर भोजन पकाने का आसान उपकरण है।
3. …….:. रसोई घर का सबसे उपयोगी उपकरण है।
4. ……… रेफ्रिजरेटर का वह भाग है जो बर्फ एवं आइसक्रीम जमाने के काम आता है। ………. के प्रयोग से न ईंधन की आवश्यकता होती और न ही प्रदूषण उत्पन्न होता है। उत्तर:
1. सरल, सुगम, आसान
2. सौर ऊर्जा
3. रेफ्रिजरेटर
4. फ्रीजर
5. सोलर कुकर।
सुमेलन
स्तम्भ A तथा स्तम्भ B का मिलान कीजिए।
स्तम्भ A स्तम्भ B
1. सोलर कुकर (a) भोज्य पदार्थों का संरक्षण
2. रेफ्रिजरेटर (b) सूर्य के प्रकाश से भोजन पकाना
3. प्रेक्यूम क्लीनर (c) दबाव के प्रभाव से पकाना
4. प्रैशर कुकर (d) पीसना, कुचलना
5. मिक्सर (e) सफाई करना
उत्तर:
1. (b) सूर्य के प्रकाश से भोजन पकाना
2. (a) भोज्य पदार्थों का संरक्षण
3. (e) सफाई करना
4. (c) दबाव के प्रभाव से पकाना
5. (d) पीसना, कुचलना
RBSE Class 11 Home Science Chapter 26 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
कार्य सरलीकरण क्या है?
उत्तर:
कार्य को सरल तरीके से करने को कार्य का सरलीकरण कहा जाता है।
प्रश्न 2.
कार्य सरलीकरण में सहयोग देने वाले मुख्य तत्व कौन-से हैं?
उत्तर:
कार्य सरलीकरण में सहयोग देने वाले मुख्य तत्व कार्य, कार्यकर्ता व कार्य क्षेत्र हैं।
प्रश्न 3.
वेन्ट टयूब किस उपकरण का भाग है?
उत्तर:
प्रेशर कुकर का।
प्रश्न 4.
किसी उपकरण की व्यावहारिकता क्या होनी चाहिए?
उत्तर:
उपकरण समय एवं श्रम बचाने वाला होना चाहिए।
प्रश्न 5.
सोलर कुकर का क्या लाभ है?
उत्तर;
सोलर कुकर सूर्य के प्रकाश से चलता है, अत: किसी अन्य ईंधन की आवश्यकता नहीं है। यह प्रदूषण और किसी दुर्घटना की सम्भावना रहित होता है।
प्रश्न 6.
रेफ्रिजरेटर में चिल ट्रे का क्या कार्य है?
उत्तर:
चिल ट्रे, रेफ्रिजरेटर को डिफ्रीजिंग के समय निकलने वाले पानी को एकत्र करती है।
प्रश्न 7.
दो प्रकार के वैक्यूम क्लीनर के नाम लिखिए।
उत्तर:
बाहरी थैली वाला वैक्यूम क्लीनर तथा बंद थैली वाला वैक्यूम क्लीनर।
प्रश्न 8.
पिचकारी किस वैक्यूम क्लीनर का भाग है?
उत्तर:
बंद वैक्यूम क्लीनर का।
RBSE Class 11 Home Science Chapter 26 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
उपकरणों की आवश्यकता लिखिए।
उत्तर:
उपकरणों की आवश्यकता निम्न प्रयोजनों से होती है –
- कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए
- कार्य की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए
- समय एवं शक्ति का मितव्यतापूर्वक उपयोग हेतु
- कार्य को सरल एवं सुगम बनाने हेतु
- परिवार में सुख, संतोष एवं खुशी का वातावरण उत्पन्न करने हेतु
- उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति हेतु।
प्रश्न 2.
घरों में प्रयुक्त होने वाले 10 उपकरणों के नाम लिखिए।
उत्तर:
घरों में प्रयुक्त होने वाले उपकरण:
- रेफ्रिजरेटर
- वॉशिंग मशीन
- इलैक्ट्रिक प्रेस
- माइक्रोवेव
- विद्युत गीजर
- प्रेशर कुकर
- वैक्यूम क्लीनर
- रोटी मेकर
- गैस स्टोव
- मिक्सर।
प्रश्न 3.
उपकरणों के सम्बन्ध में जानकारी क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
समय एवं श्रम बचाने वाले उपकरण का चुनाव सही तरीके से करना अति महत्त्वपूर्ण है। अपनी आवश्यकता के आधार पर उपकरण लेना चाहिए ताकि उसका सही उपयोग एवं देखभाल हो सके। उपकरण के भाग एवं कार्य प्रणाली का ज्ञान होना आवश्यक है। तभी उपकरण का सदुपयोग हो सकता है।
प्रश्न 4.
रेफ्रिजरेटर के इस्तेमाल में रखी जाने वाली सावधानियाँ बताइए।
उत्तर:
रेफ्रिजरेटर में रखे जाने वाले खाद्य पदार्थों का तापमान कमरे के तापमान से अधिक नहीं होना चाहिए। खाद्य पदार्थों को सदैव ढककर ही रखना चाहिए। फ्रिज का दरवाजा बार-बार नहीं खोलना चाहिए। फ्रिज में अधिक बर्फ नहीं जमने दें। खाद्य पदार्थों को यथास्थान रखें। पानी, दूध, रसदार पदार्थ आदि गिर जाने पर तुरन्त पौंछ देने चाहिए। उपरोक्त बातें फ्रीज के सही संचालन के लिए आवश्यक हैं।
प्रश्न 5.
वैक्यूम क्लीनर क्या है? इसका सिद्धान्त लिखिए।
उत्तर:
वैक्यूम क्लीनर:
वैक्यूम क्लीनर एक सफाई उपकरण है जिसके द्वारा घर का प्रत्येक कोना, दूरी, फर्श, कालीन, सोफा आदि की सफ़ाई कम-से-कम समय एवं शक्ति मे सम्पन्न की जा सकती है। सिद्धान्त-इसमें वायुमण्डलीय दाब हवा को कम दाब वाले स्थान की ओर धकेलता है, जिसके फलस्वरूप निर्वात उत्पन्न हो जाता है। फलस्वरूप गंदगी, धूल, मिट्टी आदि मशीन के अन्दर खिंचकर संग्रहण थैली में एकत्रित हो जाती है।
RBSE Class 11 Home Science Chapter 26 निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
बाहरी थैली वाले वैक्यूम क्लीनर की संरचना के भाग बताइए।
उत्तर:
बाहरी थैली वाले वैक्यूम क्लीनर के भाग –
- मुख्य भाग – यह क्रोमियम धातु का बना होता है जिसके चारों और रबड़ लगी होती है। इस भाग को बॉडी कहते हैं। इसके नीचे पहिए लगे होते हैं जिसकी सहायता से वैक्यूम क्लीनर को एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है।
- थैली – गंदगी एवं धूल कण एकत्रित करने हेतु महीन छिद्रों वाली थैली होती है।
- पंखा – मोटर के ठीक नीचे निर्वात उत्पन्न करने के लिए पंखा लगा होता है।
- हत्था – यह धातु का बना हुआ होता है जिस पर प्लास्टिक या रबड़ की मूठ लगी होती है।
- टोंटी – यह क्लीनर से जुड़ी होती है।
बिजली के तार व प्लग-विद्युत धारा प्रवाहित करने के लिए तार एवं प्लग क्लीनर विद्युत बोर्ड से जुड़े होते हैं। - स्विच – क्लीनर के नीचे एक स्विच व्यवस्था होती है जिसका नियंत्रण पैर से होता है।
प्रश्न 2.
प्रेशर कुकर का सिद्धान्त एवं बनावट लिखिए।
उत्तर:
प्रेशर कुकर:
यह वह उपकरण है, जिसमें उच्चताप एवं दाब द्वारा भोजन पकाया जाता है। खुले बर्तन में भोजन पकाने की तुलना में प्रेशर कुकर में भोजन पकाने से लगभग 53 प्रतिशत कम समय एवं 55 प्रतिशत कम ईंधन लगता है। सिद्धान्त – उच्च दबाव एवं उच्च तापक्रम पर भोजन पकाना। बनावट – प्रेशर कुकर में निम्नांकित भाग होते हैं –
1. मुख्य भाग या बॉडी – यह एल्युमिनियम, स्टील या मिश्रित धातु एवं कोटेड वस्तु का भगोनेनुमा भाग होता है।
2. ढक्कन – कुकर का मुख्य भाग जिस धातु का बना होता है, ढक्कन भी उसी धातु का बना होता है तथा इस पर ताप रोधी हैंडिल लगा होता है। ढक्कन की बनावट इस प्रकार की होती है कि कुकर को भीतर एवं बाहर से कस कर बंद कर दे। ढक्कन के अन्दर बाहर रबर का गोल छल्ला जिसे गैस्केट कहते हैं।, लगाने की आवश्यकता होती है।
3. वेन्ट ट्यूब – यह कुकर के ढक्कन के मध्य होती है। इसका कार्य कुकर के अन्दर आवश्यकता से अधिक बनी वाष्प को बिना कम किए बाहर निकालना होता है।
4. सुरक्षा वॉल्व – यह कुकर को फटने से रोकता है। खाना बनाने में कम पानी हो जाने पर यह स्वयं पिघलकर नष्ट हो जाता है जिससे कुकर फटने से बच जाता है।
5. रबर गैस्केट – यह ढक्कन पर लगा हुआ रबर का गैस्केट होता है। यह ढक्कन को ठीक से बन्द करने का कार्य करता है।
6. वेन्ट वेट – यह वेन्ट ट्यूब के ऊपर दबाव को नियंत्रित करने का कार्य करता है।
7. जाली तश्तरी के आकार की बड़े छिद्र युक्त जाली होती है जिसमें से वाष्प गुजरती है। कुकर में एक साथ अधिक व्यंजन बनाते समय भोजन के डिब्बे रखने से पूर्व इसे उलटकर कर रखते हैं एवं पानी डालते हैं।
8. भोजन पकाने के डिब्बे – एक से अधिक व्यंजन बनाने के लिए विभिन्न आकार के, जो अच्छी तरह कुकर में फिट बैठ जाएँ, और कुकर बनाने वाली धातु के बने डिब्बे होते हैं।
9. हैंडिल – इसे कुकर को गैस स्टोव से उतारते-चढ़ाते वक्त उपयोग में लाते हैं। इसका एक भाग ढक्कन से एवं एक भाग कुकर के भगोने के ऊपरी भाग से लगा होता है। कुकर बंद होने पर यह एक ही हैंडिल जैसा लगता है।
प्रश्न 3.
बंद थैली वाले वैक्यूम क्लीनर की बनावट के भाग लिखिए।
उत्तर:
बंद थैली वाले वैक्यूम क्लीनर के भाग –
- बॉडी – यह जंग रोधी धातु की बनी होती है जिस पर एनामिल की पॉलिश की गई होती है। इसमें नीचे पहिए लगे होते हैं और एक स्विच लगा होता है। स्विच से मोटर को नियंत्रित किया जाता है।
- मोटर – पंखे को चलाने के लिए मोटर लगी होती है।
- चूषण सिरा – इसके सिरे पर जंग रोधी धातु का ढक्कन लगा होता है। ढक्कन के बीच में बने छिद्र से हवा ऊपर की ओर निकलती है।
- निर्वातक सिरा – इस सिरे पर भी एक छिद्र युक्त ढक्कन लगा होता है जिसमें से हवा ऊपर से निकलती है।
- थैली – मोटे मजबूत कपड़े की बनी इस थैली में धूल-कण एकत्रित होते हैं।
- नली – इसका एक सिरा चूषण सिरे से तथा दूसरा सिरा ब्रश एवं पिचकारी से जुड़ा होता है।
- कूँची – दरी, कालीन, फर्श एवं सोफे साफ करने के लिए उपयोगी होती है।
- पिचकारी – इससे सफाई करते समय कीटनाशक पदार्थ कमरे में छिड़के जाते हैं।
- शुद्धीकरण थैली – इसमें विसंक्रामक पदार्थ भरा रहता है। इसी थैली से पिचकारी द्वारा विसंक्रामक पदार्थ छिड़का जाता है।
- बिजली का तार एवं प्लग – विद्युत सप्लाई हेतु बिजली का तार एवं प्लग लगा होता है।
प्रयोग विधि – सबसे पहले बिजली के तार एवं प्लग को विद्युत सॉकेट में लगाएं। जिस स्थान की सफाई करनी है, उसके अनुसार कूँची, नोफल एवं पिचकारी लगाकर स्विच ऑन करें। सफाई समाप्त होने पर विद्युत सप्लाई बन्द करके कूड़े की थैली को निकालकर साफ करें। वैक्यूम क्लीनर को साफ
करके सुरक्षित रखें।