Rajasthan Board RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 9 The Tiger and the Deer
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 9 Textual Questions
1. Choose the correct alternatives :
Question (a)
“Brilliant, crouching, slouching, that crept………….” who does the line refer to ?
(i) cat
(ii) tiger
(iii) dog
(iv) deer
Answer:
(ii) tiger
Question (b)
And it fell and torn, died remembering …………….. Who fell, torn and died?
(i) tiger
(ii) deer
(iii) forest
(iv) mammoth
Answer:
(ii) deer
2. Answer the following questions in 15-20 words each:
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 15-20 शब्दों में दीजिए :
Question (a)
What does the tiger stand in the poem for ?
कविता में चीता किसका प्रतीक है?
Answer:
In the poem, the tiger represents what is brutal and bloody in Nature. It stands for death, darkness and arrogance.
कविता में प्रकृति में जो क्रूर और खूनी है उसका प्रतिनिधित्व करता है। चीता। यह मृत्यु, अनर्थकारी और अहंकार का प्रतीक है।
Question (b)
What does the deer stand in the poem for ?
कविता में हिरन किसका प्रतीक है?
Answer:
In the poem, the deer represents the beauty and serene in Nature. It stands for the healthy values of life.
कविता में हिरन प्रकृति में सौन्दर्य और शान्ति का प्रतिनिधित्व करता है। यह जीवन के स्वस्थ मूल्यों का प्रतीक है।
Question (c)
What does the soundless paw mean in the poem ?
कविता में ध्वनिरहित पंजे का क्या अर्थ है?
Answer:
In the poem, a soundless paw means the swooping of death and destruction suddenly and swiftly like the tiger.
कविता में ध्वनिरहित पंजे का अर्थ है चीते के समान मौत और विनाश का अचानक और तेजी से झपटना।
Question (d)
“As the mammoth shakes no more the plains of Asia”. Comment on the line.
“जैसे विशाल हाथी अब ऐशिया के मैदानों को नहीं झकझोरता।” इस पंक्ति पर टिप्पणी कीजिये।
Answer:
By referring to the mammoth’s extinction, the poet teaches that those who harm others suffer the same fate one day.
विशाल हाथी के लुप्त होने के संकेत द्वारा कवि यह सिखाना चाहता है कि वे लोग जो दूसरों को हानि पहुँचाते हैं एक दिन वे भी वैसा ही भुगतते हैं।
3. Answer the following questions in 50 words each:
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में दीजिए :
Question (a)
“The wind slipped through the leaves, as if afraid lest its voice and noise of its steps perturb the pitiless splendour.” Explain whose voice and noise of steps perturb the grandeur ?
‘हवा पत्तियों में से ऐसे गुजरी जैसे डरती हो कहीं उसकी आवाज और उसके कदमों का शोर क्रूर सौन्दर्य को परेशान न कर दे।” व्याख्या कीजिये किसकी आवाज और कदमों का शोर सौन्दर्य को परेशान करते हैं?
Answer:
In this expression, the poet is referring to the voice and the noise of the wind which was blowing very softly as if held in awe and suspense of the moment. If it blew hard, it should ruffle the leaves and disturb the plan and scheme of the cruel tiger.
इस अभिव्यक्ति में कवि हवा की आवाज और शोर की ओर संकेत कर रहा है जो बहुत ही आराम से ऐसे बह रही थी जैसे उस क्षण के भय और अनिश्चितता में जकड़ी हो। यदि वह तेज बही तो वह पत्तियों को बिखरा देगी और क्रूर चीते की योजना और षड्यन्त्र को भंग कर देगी।
Question (b)
“Destroyed, the mild harmless beauty by the strong cruel beauty in Nature.” Explain. the line, नष्ट कर दी गयी, सौम्य किसी को हानि न पहुँचाने वाली सुन्दरता प्रकृति की क्रूर शक्तिशाली सुन्दरता द्वारा।” इस वाक्य की व्याख्या कीजिये।
Answer:
There is duality in Nature and creation. Brute, bloody and cruel tiger co-exists with the deer who is splendid, mild and serene. But the serene gets throttled and killed by the ferocious. The poet points to the process of dominance and destruction of the meek by the strong in the world.
प्रकृति और सृष्टि में दोहरापन है। निर्दयी, खूनी और क्रूर चीता सुन्दर, सौम्य ओर शान्त हिरन साथ-साथ हैं। लेकिन जो शान्त है उसका गला घोटा जाता है और जो खूखाँर है उसके द्वारा उसे मार दिया जाता है। कवि संसार में शक्तिशाली द्वारा कमजोर को दबाने और उसका बिनाश करने की प्रक्रिया की और संकेत करता है।
Question (c)
Which expression in the poem reveals the optimistic mood of the poet ?
कविता में कौन सी अभिव्यक्ति कवि के आशावादी मन:स्थिति को उजागर करती है?
Answer:
In the poem, there is an expression where the poet hopes that a day would come when the tiger would be extinct like the mammoth and would no more kill the innocent deer in the deep forest. This expression reveals the optimistic mood of the poet that peace would prevail one day.
इस कविता में एक अभिव्यक्ति है जहाँ कवि आशा करता है कि एक दिन आयेगा जब चीता विशाल हाथी की तरह लुप्त हो जायेगा और जंगल की गहराई में निर्दोष हिरन को नहीं मार पायेगा। यह अभिव्यक्ति कवि की आशावान मन:स्थिति को उजागर करती है कि एक दिन शान्ति स्थापित होगी।
4. Answer the following questions in 100 words each:
निम्न प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 100 शब्दों में दीजिए :
Question (a)
How would you relate the killing of the innocent deer by the tiger with the healthy values of life by the cruelty of modern civilization or the materialistic mind?
आप चीते द्वारा निर्दोष हिरन के मारे जाने का आधुनिक सभ्यता या भौतिकवादी मानसिकता द्वारा जीवन के स्वस्थ मूल्यों के नष्ट करने के बीच कैसे सम्बन्ध स्थापित करेंगे?
Answer:
Sri Aurobindo has used the symbols of the tiger and the deer to demonstrate how the strong and ferocious dominate and destroy the docile and serene in Nature. It has been the same in the history of the world with strong civilizations destroying weak civilizations when they came in contact with each other. These days, the modern civilization like the tiger with its materialistic mindset is killing the healthy values of life like love, selflessness and honesty. They are being replaced with cruetly and selfishness in the pursuit of materialistic progress in personal and national life.
कवि अरविन्द चीते और हिरन के प्रतीक का प्रयोग यह दिखाने के लिये किया है कि किस प्रकार प्रकृति में शक्तिशाली और खूखार प्राणी सीधे-साधे और शान्त प्रणियों पर हावी होते हैं और उन्हें नष्ट कर डालते हैं। ऐसा ही संसार के इतिहास में होता आया है कि शक्तिशाली सभ्यतायें कमजोर सभ्यताओं को नष्ट कर देती हैं जब वे एक-दूसरे के सम्पर्क में आती हैं। आजकल अपनी भौतिकवादी मानसिकता के साथ आधुनिक सभ्यता चीते के समान जीवन के स्वस्थ मूल्यों जैसे प्यार, निस्वार्थता और ईमानदारी को समाप्त कर रही है। इनको व्यक्तिगत और राष्ट्रीय जीवन में भौतिक प्रगति के पीछे भागने हेतु क्रूरता और स्वार्थता से प्रतिस्थापित किया जा रहा है।
Question (b)
The poet has presented a balanced picture of nature where both nectar and poison are equally essential for the existence of life. Justify their significance.
कवि ने प्रकृति का एक सन्तुलित चित्र प्रस्तुत किया है जिसमें जीवन के अस्तित्व के लिये अमृत और जहर दोनों ही बराबर रूप में आवश्यक हैं। इनकी महत्ता को सिद्ध कीजिये।
Answer:
“The Tiger and the Deer” is one of the most beautiful poems of Sri Aurobindo. It · presents beautifully the balanced picture of Nature which can be seen in the duality of its creation. Nature is both peaceful and horrific at the same time. There exists in it a sharp contrast of good and evil, innocence and cruelty, serene and bloody and nector and poison. The tiger and the deer simply represent these two contrasting aspects. They fulfil Nature’s scheme of the perpetuation of life wherein life comes after death. Thus, both poison and nector are essential for the existence of life.
यह कवि श्री अरबिन्द की सबसे सुन्दर कविताओं में से एक है। यह अच्छी तरह से प्रकृति की सन्तुलितं तस्वीर प्रस्तुत करती है जो इसकी सृष्टि के दोहरेपन में देखा जा सकता है। प्रकृति शान्त भी है और साथ ही भयानक भी। इसमें अच्छाई और बुराई, निर्दोषता और क्रूरता, शांति और खुखारता तथा अमृत और विष दोनों का अस्तित्व है। चीता और हिरन इसके विरोधी पहलुओं के प्रतिनिधि मात्र हैं। वे प्रकृति की जीवन की निरन्तरता की योजना को पूरा करते हैं जिसमें मृत्यु के बाद जीवन आता है। इस प्रकार, विष और अमृत दोनों जीवन के अस्तित्व के लिये आवश्यक हैं।
Question (c)
What inspiring message does the poem convey?
कविता क्या प्रेरणादायक संदेश देती है?
Answer:
Sri Aurobindo’s poem ‘The Tiger and the Deer” is a didactic poem. Through the anecdote of the tiger and the deer, the poet not only reveals the contrast lying in the forests but also conveys an inspiring message. It is the poet’s conviction that sufferings are not eternal. In spite of death and devastation, life is something to be enjoyed. Though the evil seems to be winning in the beginning, it is the good that survives. The brute force meets its brute end while the innocent and serence continue to be appreciated upto the last.
कवि अरबिन्द की कविता “The Tiger and the Deer” एक शिक्षात्मक कविता है। चीते और हिरन की छोटी सी कहानी के माध्यम से कवि जंगलों में व्याप्त विरोधामास को ही नहीं उजागर करता बल्कि एक प्रेरणादायक संदेश भी देता है। कवि का यह विश्वास है कि कष्ट स्थायी नहीं होते। मृत्यु और विनाश के बावजूद जीवन आनन्ददायी है। यद्यपि बुराई शुरू में जीतती दिखाई देती है लेकिन यह केवल अच्छाई ही है जो जीवित रहती है। निर्दयी शक्ति का निर्दयी अन्त होता है जबकि निर्दोष और शान्त की अंत तक प्रशंसा होती रहती है।
RBSE Class 12 English Prudence Poetry Chapter 9 Additional Questions
Answer the following questions in 50 words each :
निम्न प्रत्येक प्रश्न का 50 शब्दों में उत्तर दीजिये।
Question 1.
What description of the tiger does the poet give in the poem ?
कविता में कवि ने चीते का क्या वर्णन किया है?
Answer:
The poet describes the tiger as a very intelligent animal which has sharp and gleaming eyes and strong and powerful chest. It has beautiful paws which produce no sound when it moves through the forest. It crouches and slouches and creeps noiselessly before fatally attacking its prey.
कवि चीते का वर्णन एक बुद्धिमान जानवर के रूप में करता है जिसके पास तेज और चमकदार आँखें और मजबूत और शक्तिशाली सीना है। इसके सुन्दर पंजे हैं जो जब वह जंगल में चलता है कोई आवाज नहीं करते। यह अपने शिकार पर घातक हमला करने से पहले झुकता है और खड़ा होता है और रेंगता है।
Question 2.
“Hardly daring to breathe.” Who does the poet refer to ?
“साँस लेने का भी साहस नहीं।” कवि किसकी ओर संकेत कर रहा है?
Answer:
In the expression “Hardly daring to breathe”, the poet refers to the tiger moving stealthily towards the deer drinking water from the pool. The deer was unaware of the impending danger. There was perfect stillness. The tiger dared not breathe lest it should alert the deer and spoil it’s scheme.
इस अभिव्यक्ति ‘‘साँस लेने का भी सहास नहीं में कवि तालाब में पानी पीते हुये हिरन की तरह चुपचाप बढ़ते हुये चीते की ओर संकेत किया है। हिरन अति हुये खतरे से अनजान था। पूर्ण शान्ति थी। चीता साँस लेने का साहस भी नहीं कर पा रहा था कि कहीं हिरन को वह सचेत न कर दे और अपनी योजना को बिगाड़ दे।
Question 3.
How did the tiger kill the deer ?
चीते ने हिरन को कैसे मारा?
Answer:
The tiger crouched and crept again and again slowly and noiselessly towards the deer. It crouched one last time and then made a sudden fatal leap for the deer which was drinking water from the pool unaware of the danger. The tiger killed the deer and tore him apart.
चीता’बार-बार झुका और रेंगकर धीरे-धीरे और बिना आवाज किये हिरन की ओर बढ़ा। वह एक आखिरी बार झुका और फिर इस हिरन पर अचानक घातक आक्रमण किया जो खतरे से अनजान तालाब से पानी पी रहा था। चीते ने हिरन को मार दिया और उसके चिथड़े कर डाले।
Question 4.
Why has the poet made reference to the mammoth ?
कवि ने विशाल हाथी का जिक्र क्यों किया है?
Answer:
The poet has made in the poem a reference to the mammoth which used to shake the plains of Asia once but is now extinct. The poet does so to teach that those who harm others are destroyed like the mammoth. The evil comes to an end while the good lives on.
कवि ने कविता में उस विशाल हाथी का जिक्र किया है जो कभी एशिया के मैदानों को हिला देता था लेकिन अब लुप्त हो चुका है। कवि ने ऐसा यह सिखाने के लिये किया है कि जो दूसरों को हानि पहुँचाते हैं विशाल हाथी के समान नष्ट हो जाते हैं। बुराई का अन्त होता है और अच्छाई चलती रहती है।
Question 5.
Why has the poet used the symbols of the tiger and the deer?
कवि ने चीते और हिरन के प्रतीकों का प्रयोग क्यों किया है?
Answer:
The poet has used in the poem the symbols of the deer and the tiger to refer to good and evil, life and death, innocence and cruelty. The poet teaches that the two opposites co-exist in nature and creation and are equally essential for the existence of life.
कवि ने कविता में हिरन और चीते के प्रतीकों का प्रयोग अच्छे और बुरे, जीवन और मरण, निर्दोषता और क्रूरता की ओर संकेत करने के लिये किया है। कवि यह सिखाता है कि प्रकृति और सृष्टि में ये दो विरोधी साथ-साथ रहते हैं और जीवन के अस्तित्व के लिये बराबर आश्वयक हैं।
Question 6.
What does the poem, “The Tiger and the Deer” teach?
कविता “The Tiger and the Deer” क्या सिखाती है?
Answer:
The poem “The Tiger and the Deer” teaches that those who harm others will be destroyed like the mammoth which shook the plains of Asia but is now extinct. The poet wants to say that the bloody will meet their end in blood while the mild shall remain appreciated till the end.
कविता “The Tiger and The Deer” यह सिखाती है कि वे लोग जो दूसरों को हानि पहुँचाते हैं उस विशाल हाथी के समान नष्ट हो जायेंगे जो कभी एशिया के मैदानों को झकझोरता था लेकिन अब लुप्त हो गया है। कवि कहना चाहता है कि खूनी लोगों का अन्त खून में ही होगा जबकि जो सौम्य हैं उनकी अन्त तक प्रशंसा होगी।