Students must start practicing the questions from RBSE 10th Social Science Model Papers Set 3 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 10 Social Science Model Paper Set 3 with Answers in Hindi
पूर्णांक : 80
समय : 2 घण्टे 45 मिनट
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश :
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आन्तरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
खण्ड – (अ)
बहुविकल्पी प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखिए-
(i) पूना पैक्ट किन दो नेताओं के मध्य हुआ? [1]
(अ) गाँधीजी व नेहरू
(ब) नेहरू व सुभाषचन्द्र बोस
(स) गाँधीजी व डॉ. बी.आर. अम्बेडकर
(द) गाँधीजी व सरदार पटेल
उत्तर:
(स) गाँधीजी व डॉ. बी.आर. अम्बेडकर
(ii) निम्न में से किस वर्ष वियना में एक शांति संधि का आयोजन किया गया था ? [1]
(अ) सन् 1834
(ब) सन् 1813
(स) सन् 1815
(द) सन् 1915
उत्तर:
(स) सन् 1815
(iii) सन् 1885 में यूरोपीय देशों ने मानचित्र पर लकीरें खींचकर किस महाद्वीप को आपस में बाँट लिया? [1]
(अ) अमेरिका
(ब) ऑस्ट्रेलिया
(स) अफ्रीका
(द) एशिया
उत्तर:
(स) अफ्रीका
(iv) नवीकरण योग्य संसाधन है- [1]
(अ) पवन ऊर्जा
(ब) वन
(स) जल
(द) ये सभी|
उत्तर:
(द) ये सभी|
(v) निम्न में से किस राज्य की लाल लेटराइट मृदाएँ काजू की फसल से लिए अधिक उपयुक्त हैं? [1]
(अ) तमिलनाडु
(ब) आंध्र प्रदेश
(स) केरल
(द) ये सभी
उत्तर:
(द) ये सभी
(vi) निम्न में से कौन-सी प्रजाति संकटग्रस्त है- [1]
(अ) मणिपुरी हिरन
(ब) गैंडा
(स) शेर की पूंछ वाला बंदर
(द) ये सभी
उत्तर:
(ब) गैंडा
(vii) श्रीलंका का सबसे प्रमुख सामाजिक समूह है- [1]
(अ) तमिलों का
(ब) सिंहलियों का
(स) डचों का
(द) हिन्दुस्तानी तमिलों का
उत्तर:
(ब) सिंहलियों का
(viii) संघात्मक शासन प्रणाली में अधिकारों का विभाजन होता है- [1]
(अ) केन्द्र एवं राज्यों (इकाइयों) के बीच
(ब) एक राज्य एवं अन्य राज्यों के बीच
(सं) व्यवस्थापिका एवं कार्यपालिका के बीच
(द) व्यवस्थापिका एवं न्यायपालिका के बीच
उत्तर:
(अ) केन्द्र एवं राज्यों (इकाइयों) के बीच
(ix) निम्न में से किस समाज सुधारक ने जातिगत भेदभाव से मुक्त समाज व्यवस्था बनाने की बात की और उसके लिए काम भी किया ? [1]
(अ) ज्योतिबा फुले
(ब) महात्मा गाँधी
(स) डॉ. अम्बेडकर
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
(x) निम्न में से कौन-सा संगठन मानव विकास रिपोर्ट तैयार करता है- [1]
(अ) सार्क
(ब) विश्व बैंक
(स) यू. एन. डी. पी.
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(स) यू. एन. डी. पी.
(xi) किस क्षेत्रक में अल्प रोजगार सर्वाधिक मिलता है- [1]
(अ) सेवा क्षेत्रक
(ब) उत्पाद क्षेत्रक
(स) उद्योग क्षेत्रक
(द) कृषि क्षेत्रक
उत्तर:
(द) कृषि क्षेत्रक
(xii) बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा किए गए निवेश को क्या कहते हैं? [1]
(अ) उत्पादन
(ब) व्यय
(स) वितरण
(द) विदेशी निवेश
उत्तर:
(द) विदेशी निवेश
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-
(i) ………………………… तक एक वैश्विक कृषि अर्थव्यवस्था सामने आ चुकी थी। [1]
उत्तर:
1890
(ii) अरुणाचल प्रदेश एवं हिमाचल प्रदेश में मिलने वाला ………………………… एक औषधीय पौधा है। [1]
उत्तर:
हिमालयन यव
(iii) भारतीय संघ ने किसी भी धर्म को ………………………. के रूप में स्वीकार नहीं किया। [1]
उत्तर:
राजकीय धर्म
(iv) देशों का विकास के आधार पर वर्गीकरण करते समय ……………….. मापदण्ड का प्रयोग किया जाता है। [1]
उत्तर:
प्रतिव्यक्ति आय
(v) तृतीय क्षेत्रक को ………………..भी कहा जाता है। [1]
उत्तर:
सेवा क्षेत्रक
(vi) …………. का मुख्य उद्देश्य अन्तरराष्ट्रीय व्यापार के तौर-तरीकों को सरल बनाना है। [1]
उत्तर:
विश्व व्यापार संगठन।
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (प्रश्नों का उत्तर एक शब्द या एक पंक्ति में दीजिए।)
(i) पिकेटिंग क्या है ? [1]
उत्तर:
प्रदर्शन या विरोध का एक ऐसा स्वरूप जिसमें लोग किसी दुकान, कारखाना अथवा कार्यालय के भीतर जाने का रास्ता रोक लेते हैं।
(ii) ब्रेटन वुड्स की जुड़वाँ सन्तान किसे कहा जाता है ? [1]
उत्तर:
विश्व बैंक एवं अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष को ब्रेटन वुड्स की जुड़वाँ सन्तान कहा जाता हैं।
(iii) 1848 में फ्रेडरिक सॉरयू ने अपने चित्रों में स्वप्नदर्शी प्रस्तुति क्यों की? एक कारण स्पष्ट कीजिए। [1]
उत्तर:
फ्रेड्रिक सॉरयू ने चार चित्रों की एक श्रृंखला बनाई। इसमें उसने अपने सपनों का एक संसार रचा जो उसके शब्दों में जनतान्त्रिक और सामाजिक गणतन्त्रों से मिलकर बना था।
(iv) बहुउद्देशीय परियोजनाओं को स्पष्ट कीजिए । [1]
उत्तर:
बहुउद्देशीय परियोजनाएँ वह हैं जो एक साथ अनेक उद्देश्यों की पूर्ति करती हैं, जैसे-सिंचाई, विद्युत उत्पादन, बाढ़ नियन्त्रण, मृदा संरक्षण, मत्स्य पालन आदि।
(v) दीपा क्या है ?
उत्तर:
छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले एवं अण्डमान- निकोबार द्वीप समूह में की जाने वाली कर्तन दहन प्रणाली कृषि को दीपा कहा जाता है।
(vi) असम, पश्चिमी बंगाल तथा ओडिशा में चावल की कौन-कौनसी फसलें बोयी जाती हैं ? [1]
उत्तर:
- ऑस,
- अमन,
- बोरो।
(vii) 1950 और 1960 के दशकों के बीच ब्रूसेल्स में दो समुदायों के बीच प्रखर समस्या क्या थी? [1]
उत्तर:
भाषाई विविधता।
(viii) भारतीय संविधान में कितनी भाषाओं को अनुसूचित भाषा का दर्जा दिया गया है? [1]
उत्तर:
भारतीय संविधान में 22 भाषाओं को अनुसूचित भाषा का दर्जा दिया गया है।
(ix) मैक्सिको ओलंपिक में टॉमी स्मिथ एवं जॉन कार्लोस ने बिना जूतों के मोजे पहनकर पदक क्यों प्राप्त किए ? [1]
उत्तर:
अमेरिकी अश्वेत लोगों की गरीबी को जताने के लिए।
(x) अनवीकरण योग्य संसाधनों के कोई दो उदारण दीजिए। [1]
उत्तर:
- खनिज
- जीवाश्म ईंधन।
(xi) तृतीयक क्षेत्रक की किन्हीं दो गतिविधियों के नाम लिखिए? [1]
उत्तर:
- परिवहन
- संचार।
(xii) सरकारें व्यापार अवरोधक का प्रयोग किसलिए कर सकती हैं ? [1]
उत्तर:
सरकार व्यापार अवरोधक का प्रयोग विदेश व्यापार में वृद्धि या कटौती करने और देश में किस प्रकार की वस्तुएँ कितनी मात्रा में आयात होनी चाहिए, यह निर्णय करने के लिए कर सकती हैं।
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न-प्रश्न सं. 4 से 16 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 50 शब्द)
प्रश्न 4.
अधिकांश अनुबन्धित श्रमिक अनुबन्ध समाप्त हो जाने के बाद भी वापस नहीं लौटे। इसका कैरीबियाई संस्कृति पर क्या प्रभाव पड़ा ? [2]
उत्तर:
अनुबन्धित श्रमिकों ने अपनी पुरानी और नयी संस्कृतियों का सम्मिश्रण करते हुए व्यक्तिगत और सामूहिक आत्मविश्वास के नये रूप खोज लिए। त्रिनिदाद में मुहर्रम के वार्षिक जुलूस को होसे नामक विशाल मेले का रूप दे दिया गया। इसी प्रकार ‘रास्ताफारियानवाद’ नामक विद्रोही धर्म की भी भारतीय अप्रवासियों एवं कैरीबियाई द्वीप समूह के बीच इन सम्बन्धों की एक झलक देखी जा सकती है। त्रिनिदादे और गुयाना में प्रसिद्ध ‘चटनी म्यूजिक’ भी भारतीय अप्रवासियों के वहाँ पहुँचने के बाद सामने आयी रचनात्मक अभिव्यक्तियों का ही उदाहरण है।
प्रश्न 5.
अपने शासन वाले क्षेत्रों में शासन व्यवस्था को ज्यादा कुशल बनाने के लिए नेपोलियन ने क्या बदलाव किए? [2]
उत्तर:
निम्नलिखित बदलाव किए-
- उसने सन् 1804 में एक नागरिक संहिता (नेपोलियन संहिता या नेपोलियन कोड) बनाई। उसने जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर दिए थे।
- उसने कानून के समक्ष समानता एवं सम्पत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया।
- उसने प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाया, सामंती व्यवस्था को खत्म किया तथा किसानों को भू-दासत्व एवं जागीरदारी शुल्कों से मुक्ति दिलवायी।
- एक समान कानून व्यवस्था एवं माप-तौल की एक जैसी प्रणाली लागू की।
- सम्पूर्ण देश में एक राष्ट्रीय मुद्रा प्रचलित की गई।
प्रश्न 6.
असहयोग आन्दोलन के किन्हीं दो आर्थिक प्रभावों को संक्षेप में बताइए। [2]
उत्तर:
असहयोग आन्दोलन के आर्थिक प्रभाव निम्नलिखित थे-
- विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार किया गया, शराब की दुकानों पर धरने दिये गये तथा विदेशी कपड़ों की होली जलाई गई।
- 1921 से 1922 ई. के मध्य विदेशी कपड़ों का आयात आधा हो गया। उसकी कीमत 102 करोड़ से घटकर 57 करोड़ रह गई।
- जब लोगों ने विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया तो भारतीय कपड़ा मिलों और हथकरघों का उत्पादन भी बढ़ने लगा।
प्रश्न 7.
संसाधनों के संरक्षण के सन्दर्भ में गाँधीजी के क्या विचार थे ? बताइए। [2]
उत्तर:
संसाधनों के संरक्षण के सम्बन्ध में गाँधीजी के विचार-गाँधीजी ने संसाधनों के संरक्षण पर निम्नलिखित शब्दों में अपनी चिन्ता व्यक्त की, “हमारे पास हर व्यक्ति की आवश्यकता पूर्ति के लिए बहुत कुछ है लेकिन किसी के लालच की सन्तुष्टि के लिए नहीं अर्थात् हमारे पास पेट भरने के लिए बहुत कुछ है लेकिन पेटी भरने के लिए नहीं।” इस प्रकार गाँधीजी ने लालची एवं स्वार्थी व्यक्तियों तथा आधुनिक प्रौद्योगिकी की शोषक-प्रवृत्ति को वैश्विक स्तर पर संसाधनों के क्षय का मूल कारण माना है।
प्रश्न 8.
‘मानव अपने अस्तित्व के लिए पारिस्थितिक तन्त्र के विभिन्न तत्वों पर निर्भर है।’ व्याख्या कीजिए। [2]
उत्तर:
पारिस्थितिकी तंत्र के एक अंग के रूप में मानव अपने अस्तित्व के लिए इसकी विभिन्नताओं पर निर्भर है। मानव की विभिन्न आवश्यकताएँ पारिस्थितिकी तंत्र से ही पूर्ण होती हैं। उदाहरण के लिए-हम हवा में साँस लेते हैं, पानी पीते हैं एवं मृदा में अनाज उत्पन्न करते हैं आदि। ये सभी पारिस्थितिकी तंत्र के अजैव घटक हैं। इनके बिना हम जीवित नहीं रह सकते हैं।
विभिन्न पौधे, पशु एवं सूक्ष्मजीवी इनका पुनः सृजन करते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि मनुष्य अपने अस्तित्व के लिए पारिस्थितिकी तंत्र पर निर्भर है।
प्रश्न 9.
गन्ने की खेती के लिए आवश्यक जलवायविक परिस्थितियों की चर्चा कीजिए। दो प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों के नाम बताइए।
उत्तर:
गन्ने की खेती के लिए आवश्यक जलवायविक परिस्थितियाँ निम्नलिखित हैं-
- उष्ण एवं उपोष्ण कटिबन्धीय जलवायु में गन्ने की फसल अच्छी होती है।
- इसकी खेती के लिए 21°C से 27°C के बीच तापमान की आवश्यकता होती है।
- गन्ने की खेती के लिए पर्याप्त वर्षा चाहिए। इसके लिए 75 सेमी. से 100 सेमी. तक वार्षिक वर्षा उपयुक्त होती है। कम वर्षा वाले क्षेत्रों में सिंचाई की भी आवश्यकता पड़ती है।
- मेघाच्छादन एवं पाला गन्ने की फसल के लिए हानिकारक होते हैं। फसल के पकते समय शुष्क मौसम उपयुक्त रहता है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र दो प्रमुख उत्पादक राज्य है।
प्रश्न 10.
श्रीलंका के तमिलों ने अपनी राजनीतिक
पार्टियों का निर्माण किया तथा श्रीलंका सरकार के समक्ष तमिल को राजभाषा बनाने, क्षेत्रीय स्वायत्तता हासिल करने एवं शिक्षा और रोज़गार में समान अवसरों की माँग की। लेकिन तमिलों की आबादी वाले क्षेत्रों की स्वायत्तता की माँगों को लगातार नकारा गया।
इसका परिणाम यह हुआ कि तमिलों और सरकारी सेनाओं में निरन्तर युद्ध चलता रहा। इस हिंसा में हजारों लोग मारे गये तथा बहुमूल्य सम्पत्ति नष्ट हो चुकी है।
इस गृहयुद्ध से श्रीलंका के सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक जीवन में बहुत अधिक परेशानियाँ उत्पन्न हुई हैं।
प्रश्न 11.
भारत में संघवाद का स्वरूप कैसा है ? बताइए। [2]
उत्तर:
भारत में संघवाद का स्वरूप-
- राज्यों का संघ-भारत में अपनी आन्तरिक विविधता को ध्यान में रखते हुए विभिन्न राज्यों के संघ का गठन किया गया है।
- त्रिस्तरीय शासन व्यवस्था- भारतीय संविधान में तीन स्तर की शासन व्यवस्था का प्रावधान किया गया है-
(अ) संघ या केन्द्र सरकार और
(ब) राज्य सरकारें।
(स) स्थानीय शासन। - शक्तियों का विभाजन-भारतीय संविधान में स्पष्ट रूप से केन्द्र और राज्य सरकारों के मध्य विधायी अधिकारों को. तीन सूचियों के द्वारा विभाजित किया गया है-
(अ) संघ सूची,
(ब) राज्य सूची,
(स) समवर्ती सूची। - न्यायपालिका की सर्वोच्चता- भारतीय संघीय व्यवस्था में न्यायपालिका स्वतन्त्र व सर्वोच्च है। शक्तियों के बँटवारे के सम्बन्ध में कोई विवाद होने पर उसका फैसला सर्वोच्च न्यायालय में ही होता है।
प्रश्न 12.
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के कारणों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के कारण-
- सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है। सामान्यतः हम अपने समुदाय को नहीं चुनते हैं। हम केवल इस आधार पर किसी विशेष समुदाय के सदस्य हो जाते हैं कि हमारा जन्म उस समुदाय के एक परिवार में हुआ होता है। .
- कुछ सामाजिक अन्तर हमारी पसन्द या चुनावों पर आधारित होते हैं। कई लोग अपने माँ-बाप और परिवार से अलग अपनी पसन्द का धर्म चुन लेते हैं।
- सामाजिक अन्तर समाज में विद्यमान आर्थिक असमानताओं के कारण भी उत्पन्न होता है।
- हम सभी लोग पढ़ाई के विषय, व्यवसाय, खेल या सांस्कृतिक गतिविधियों का चुनाव अपनी पसंद से करते हैं।
प्रश्न 13.
“विकास के लिए लोग मिले-जुले लक्ष्यों को देखते हैं।” कथन को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विकास एक प्रक्रिया है जिसमें प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि होने के साथ-साथ समानता, निर्धनता एवं निरक्षरता में कमी भी हो अर्थात् लोगों के आर्थिक जीवन में सुधार हो एवं उनका जीवन-स्तर ऊँचा हो। विकास के लिए लोग मिले-जुले लक्ष्यों को देखते हैं। यह सत्य है कि यदि महिलाएँ वेतनभोगी कार्य करती हैं तो घर एवं समाज में उनके आदर व सम्मान में वृद्धि होती है। सुरक्षित एवं संरक्षित वातावरण के कारण अधिकाधिक महिलाएँ विभिन्न प्रकार की नौकरियाँ अथवा व्यापार कर सकती हैं इसलिए लोगों के विकास के लक्ष्य केवल अच्छी आमदनी से ही नहीं होते बल्कि जीवन में अन्य महत्त्वपूर्ण वस्तुओं के बारे में भी होते हैं।
प्रश्न 14.
क्या सार्वजनिक क्षेत्रक का होना अपरिहार्य है ? उक्त कथन की पुष्टि कीजिए। [2]
उत्तर:
हाँ, सार्वजनिक क्षेत्रक का होना अपरिहार्य है। इसके लिए निम्नलिखित कारण हैं
- केवल सरकार ही सड़कों, पुलों, रेलवे, पत्तनों, विद्युत व सिंचाई बाँधों जैसी आवश्यक सार्वजनिक परियोजनाओं पर पर्याप्त निवेश कर सकती है। सभी लोगों को सुविधाएँ प्रदान करने के लिए सरकार यह निवेश करती है।
- सरकार किसानों से खाद्यान्न खरीदती है और उन्हें अपने गोदामों में भण्डारण करती है। इसके पश्चात् वह इन्हें राशन की दुकानों के माध्यम से उपभोक्ताओं को कम कीमत पर बेचती है।
- कई क्रियाएँ सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होती हैं; जैसे—शिक्षा, स्वास्थ्य आदि। सरकार को इन क्रियाओं पर व्यय करना पड़ता है।
- सरकार मानव विकास के पक्ष, जैसे—सुरक्षित पेयजल की उपलब्धता, निर्धनों के लिए आवास सुविधाएँ
और भोजन व पोषण पर ध्यान देती है।
प्रश्न 15.
“मुद्रा आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की आवश्यकता को समाप्त कर देती है।” इस कथन की व्याख्या कीजिए। [2]
उत्तर:
आवश्यकताओं का दोहरा संयोग वस्तु विनिमय प्रणाली में देखने को मिलता है। वस्तु विनिमय प्रणाली में मुद्रा का उपयोग किए बिना वस्तुओं का विनिमय होता है। वस्तु विनिमय प्रणाली में मनुष्य ऐसे व्यक्ति को ढूँढ़ता है जो उसकी अतिरिक्त वस्तु लेकर उसे इच्छित वस्तु दे दे। उदाहरण के लिए, किसान गेहूँ बेचकर जूते खरीदना चाहता है तो उसे ऐसा व्यक्ति ढूँढ़ना पड़ेगा जो उससे गेहूँ लेकर जूते दे दे। यह एक कठिन कार्य है। इसकी तुलना में ऐसी अर्थव्यवस्था में जहाँ मुद्रा का. प्रयोग होता है मुद्रा महत्त्वपूर्ण मध्यवर्ती भूमिका प्रदान करके आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की जरूरत को समाप्त कर देती है। अब किसान के लिए जरूरी नहीं रह जाता कि वह ऐसे जूता निर्माता को ढूँढ़े जो न केवल उसका गेहूँ खरीदे बल्कि साथ-साथ उसको जूते भी बेचे।
प्रश्न 16.
न्यायसंगत वैश्वीकरण सुनिश्चित करने के लिए सरकार को कौन-कौन से उपाय करने चाहिए ? [2]
उत्तर:
न्यायसंगत वैश्वीकरण सुनिश्चित करने हेतु सरकार को निम्नलिखित उपाय करने चाहिए-
- सरकारी नीतियों से देश के धनी व प्रभावशील लोगों के साथ-साथ देश के सभी लोगों के हितों का संरक्षण करना चाहिए।
- सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि श्रमिक कानूनों का उचित ढंग से क्रियान्वयन हो एवं श्रमिकों को उनके अधिकार मिलें।
- सरकार को छोटे उत्पादकों को कार्य निष्पादन में सुधार के लिए उस समय तक सहायता करनी चाहिए जब तक कि वे प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम न हो जाएँ।
- सरकार को विश्व व्यापार संगठन में विकसित देशों के प्रभुत्व के विरुद्ध संघर्ष के लिए समान हित वाले अन्य विकासशील देशों के साथ मिलकर प्रयास करना चाहिए।
खण्ड – (स)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-प्रश्न सं. 17 से 20 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 100 शब्द)
प्रश्न 17.
जर्मनी का एकीकरण किस प्रकार हुआ था ? स्पष्ट कीजिए। [3]
अथवा
फ्रैंकफर्ट संसद पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। [3]
उत्तर:
जर्मनी का एकीकरण
- जर्मनी में राष्ट्रवादी भावनाएँ मध्य वर्ग के लोगों में अधिक थीं। सन् 1848 में जर्मन महासंघ ने विभिन्न क्षेत्रों को जोड़कर एक निर्वाचित संसद (फ्रैंकफर्ट संसद) द्वारा शासित राष्ट्र राज्य बनाने का प्रयास किया था।
- उदारवादी मध्यम वर्ग द्वारा राष्ट्र निर्माण के इन प्रयासों को राजशाही एवं सेना ने मिलकर दबा दिया। उनका प्रशा के बड़े भूस्वामियों ने भी समर्थन किया।
- इसके पश्चात् प्रशा ने राष्ट्रीय एकीकरण के आन्दोलन का नेतृत्व सँभाला। प्रशा के प्रमुख मंत्री ऑटोवान बिस्मार्क ने इस कार्य में प्रशा की सेना व नौकरशाही की मदद ली।
- सात वर्ष के दौरान ऑस्ट्रिया, डेनमार्क एवं फ्रांस से तीन युद्धों में प्रशा को विजय प्राप्त हुई और जर्मनी के एकीकरण की प्रक्रिया पूर्ण हुई।
- जर्मनी में राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया ने प्रशा राज्य की शक्ति के प्रभुत्व को दर्शाया है।
- एकीकरण के पश्चात् नये जर्मन राज्य में मुद्रा, बैंकिंग, कानूनी तथा न्यायिक व्यवस्थाओं के आधुनिकीकरण पर बल दिया गया।
प्रश्न 18.
राजस्थान के अर्द्धशुष्क क्षेत्रों में वर्षा जल संग्रहण किस प्रकार किया जाता है ? व्याख्या कीजिए। [3]
अथवा
जल संसाधनों को प्रदूषित होने से रोकने के लिए तीन सुरक्षा उपाय बताइए। [3]
उत्तर:
राजस्थान में शुष्क व अर्द्धशुष्क क्षेत्रों विशेषकर बीकानेर, फलौदी और बाड़मेर में लगभग प्रत्येक घर में पीने का पानी एकत्रित करने के लिए भूमिगत टैंक अथवा टाँका होते हैं। इन क्षेत्रों में छत वर्षा जल संग्रहण तंत्र का प्रयोग पानी को एकत्रित करने के लिए होता है एवं ये टैंक सुविकसित छत वर्षा जल संग्रहण तंत्र का एक अभिन्न हिस्सा होते हैं।
जिसे मुख्य घर या आँगन में बनाया जाता है। ये टैंक घरों की ढलवाँ छतों से पाइप द्वारा जुड़े होते हैं। छत से वर्षा का पानी इन पाइपों से होकर भूमिगत टाँका तक पहुँचता है जहाँ इसे एकत्रित किया जाता है। वर्षा का पहला जल छतों, पाइपों व नलों को साफ करने में प्रयोग होता है और इसे संग्रहीत नहीं किया जाता है। इसके बाद होने वाली वर्षा का जल संग्रहीत किया जाता है। टाँका में वर्षा जल अगली वर्षा ऋतु तक संग्रहीत किया जाता है तथा जल की कमी वाले दिनों में इस जल का उपयोग किया जाता है। यह वर्षा जल (पालर पानी) प्राकृतिक जल का शुद्धतम रूप माना जाता है। कुछ घरों में तो टाँकों के साथ भूमिगत कमरे भी बनाये जाते हैं, क्योंकि जल का यह स्रोत इन कमरों को भी ठण्डा रखता है, जिससे ग्रीष्म ऋतु में गर्मी से राहत
मिलती है।
प्रश्न 19.
साम्प्रदायिकता से क्या अभिप्राय है? इसे लोकतंत्र के लिए खतरा क्यों माना जाता है ? [3]
अथवा
भारत में जातिगत असमानताओं को रोकने के लिए अपने तीन सुझाव लिखिए। [3]
उत्तर:
साम्प्रदायिकता का बोलचाल की भाषा में अर्थ है-अपने धर्म को अन्य धर्मों से ऊँचा मानना। अपने धार्मिक हितों के लिए राष्ट्रहित का भी बलिदान कर देना साम्प्रदायिकता है। धर्म के नाम पर यह घृणा का संचार करती है। यह एक विष के समान है जो मनुष्य को मनुष्य से घृणा करना सिखाती है। इस संकुचित मनोवृत्ति के कारण एक धर्म के अनुयायी दूसरे धर्म के अनुयायियों की जान के प्यासे हो जाते हैं व लड़ाई-झगड़ों को अंजाम देते हैं।
साम्प्रदायिकता के कारण एक समुदाय के लोग दूसरे समुदाय के लोगों से दुश्मनों जैसा व्यवहार करने लगते हैं जिससे साम्प्रदायिक दंगे होने लगते हैं। इसके कारण राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता खतरे में पड़ जाती है इसलिए साम्प्रदायिकता को लोकतंत्र के लिए खतरा माना जाता है।
प्रश्न 20.
भारत की अर्थव्यवस्था में बैंक किस प्रकार महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं? स्पष्ट कीजिए। [3]
अथवा
अपने तर्कों से सिद्ध कीजिए कि सस्ता और सामर्थ्य के अनुकूल कर्म देश के विकास के लिए अति आवश्यक है| [3]
उत्तर:
भारत की अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका-
(i) जमा राशि को स्वीकार करना—बैंक जनता से जमा स्वीकार करते हैं। लोग अपनी नकदी को सुविधा के लिए बैंकों के बचत जमा खाता, सावधि जमा खाता, चालू खाता आदि में जमा कराते हैं। बैंक इन जमाओं पर ब्याज भी देता है। इस तरह लोगों का धन बैंक के पास सुरक्षित रहता है।
(ii) ऋण प्रदान करना—बैंक अपने पास जमा रकम का एक छोटा हिस्सा नकद के रूप में रखते हैं। उदाहरण के लिए; आजकल भारत में बैंक जमा धन का केवल 15 प्रतिशत हिस्सा नकद में अपने पास रखते हैं। इसे किसी एक दिन में जमाकर्ताओं द्वारा धन निकालने की सम्भावना को देखते हुए रखा जाता है। चूँकि किसी एक दिन में केवल कुछ जमाकर्ता ही नगद राशि निकालने के लिए आते हैं, इसलिए बैंक अपने पास जमाओं का अधिकांश हिस्सा ऋण देने के लिए प्रयोग करते हैं।
(iii) पूँजी निर्माण—बैंक लोगों की बचतों को संग्रह करते हैं तथा उसे अन्य उत्पादक क्रियाओं में निवेश करते हैं। इस प्रकार बैंक देश में पूँजी निर्माण को प्रोत्साहित करते हैं तथा आर्थिक विकास की दर को तीव्र करते हैं।
(iv) लॉकर सुविधाएँ बैंक अपने ग्राहकों को लॉकर सुविधाएँ उपलब्ध कराते हैं, जिसमें लोग अपनी मूल्यवान वस्तुओं एवं महत्त्वपूर्ण कागजातों को सुरक्षित रख सकते हैं।
खण्ड – (द)
निबन्धात्मक प्रश्न-प्रश्न सं. 21 से 22 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 250 शब्द).
प्रश्न 21.
“महात्मा गांधी की दांडी यात्रा ब्रिटिश शासन के खिलाफ प्रतिरोध का असरदार प्रतीक थी।” समझाइए। [4]
अथवा
महात्मा गांधी के सत्याग्रह के विचार का वर्णन कीजिए। [4]
उत्तर:
महात्मा गाँधी ने देश की एकता को एक सूत्र में बाँधने के लिए नमक को एक शक्तिशाली प्रतीक माना। 31 जनवरी, 1930 को इन्होंने वायसराय इरविन को एक पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने 11 माँगों का उल्लेख किया था। इनमें से कुछ माँगें साधारण थीं जबकि कुछ माँगें उद्योगपतियों से लेकर किसानों तक विभिन्न वर्गों से जुड़ी हुई थीं। गाँधीजी इन माँगों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को अपने साथ जोड़ना चाहते थे ताकि सभी उनके अभियान में सम्मिलित हो सकें।
इन माँगों में सबसे महत्वपूर्ण माँग नमक कर को समाप्त करने से सम्बन्धित थी। नमक का उपयोग धनिक-निर्धन सभी वर्ग के लोग करते हैं। यह हमारे भोजन का एक अभिन्न हिस्सा है। अतः नमक पर कर एवं उसके उत्पादन पर राजकीय अंकुश को महात्मा गाँधी ने ब्रिटिश शासन का सबसे दमनकारी पहलू बताया था।
गाँधीजी ने अपने इस पत्र के माध्यम से अंग्रेज… सरकार को यह चेतावनी दी थी कि यदि 11 मार्च तक उनकी माँग पूरी नहीं हुईं तो कांग्रेस सविनय अवज्ञा आन्दोलन को शुरू कर देगी। इरविन द्वारा उनके प्रस्तावों को ठुकरा दिया गया तब गाँधीजी ने अपने 78 सहयोगियों के साथ नमक-यात्रा प्रारम्भ कर दी। यह यात्रा साबरमती में गाँधीजी के आश्रम से प्रारंभ होकर 240 किमी. दूर दांडी नामक स्थान पर 6 अप्रैल 1930 को समाप्त हुई। गाँधीजी ने दांडी पहुँचकर समुद्र के पानी को उबालकर नमक बनाना प्रारम्भ कर दिया। यह कानून का उल्लंघन था।
इस तरह गाँधी ने औपनिवेशिक ब्रिटिश सरकार के कानून की शान्तिपूर्ण तरीके से अवज्ञा की। इस तरह कहा जा सकता है कि गाँधीजी की नमक यात्रा उपनिवेशवाद के खिलाफ प्रतिरोध का एक असरदार प्रतीक थी।
प्रश्न 22.
“दुनियाभर में लोकतन्त्र का विकास जन संघर्षों और आन्दोलनों से हुआ है।” इस कथन की उदाहरण सहित पुष्टि कीजिए। [4]
अथवा
दबाव समूहों और राजनीतिक दलों के आपसी सम्बन्धों के बारे में बताइए। [4]
उत्तर:
दुनियाभर में लोकतन्त्र का विकास जनसंघर्षों और आन्दोलनों से हुआ है। यह सत्य है। यह भी सम्भव है कि कुछ महत्त्वपूर्ण फैसले जन सहमति से हो जाएँ और ऐसे फैसलों के पीछे किसी प्रकार का संघर्ष न हो फिर भी इसे अपवाद ही कहा जायेगा। लोकतन्त्र की निर्णायक घड़ी प्रायः वही होती है जब सत्ताधारियों एवं सत्ता में हिस्सेदारी चाहने वाले लोगों के मध्य संघर्ष होता है। ऐसी समस्या तब आती है जब कोई देश लोकतन्त्र की ओर कदम बढ़ा रहा हो, उस देश में लोकतन्त्र का विस्तार हो रहा हो अथवा वहाँ लोकतन्त्र की जड़ें मजबूत होने की प्रक्रिया में हों।
उदाहरण-
(i) नेपाल में लोकतन्त्र का आन्दोलन-नेपाल में 1990 ई. के दशक में लोकतन्त्र की स्थापना हुई। नेपाल में औपचारिक रूप से राजा देश का प्रधान बना रहा लेकिन वास्तविक शक्ति का प्रयोग जनता के द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों के द्वारा किया जाता था। लोकतन्त्र के लिए नेपाल में दूसरा आन्दोलन अप्रैल 2006 ई. में प्रारम्भ हुआ। इस आन्दोलन का प्रमुख उद्देश्य लोकतन्त्र की पुनर्स्थापना करना था। सप्तदलीय गठबन्धन . (एस. पी. ए.) ने काठमांडू में चार दिवसीय बंद का आह्वान किया, जिसमें माओवादी बागी व अन्य संगठन भी साथ हो लिए। 24 अप्रैल 2006 को राजा ने आन्दोलनकारियों की समस्त माँगें मान लीं। इस प्रकार नेपाल में लोकतन्त्रात्मक राजनीतिक व्यवस्था की स्थापना हुई।
(ii) बोलिविया में जनसंघर्ष-बोलिविया, लैटिन अमेरिका का एक निर्धन देश है। जल के लिए बोलिविया का संघर्ष लोकतांत्रिक पद्धति से निर्वाचित सरकार के निर्णय के विरुद्ध हुआ। विश्व बैंक के दबाव में वहाँ की सरकार ने नगर पालिका द्वारा की जा रही जलापूर्ति का अधिकार एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी को बेच दिया। बहुराष्ट्रीय कम्पनी को कोचबंबा शहर में जलापूर्ति करनी थी। इस कम्पनी ने शीघ्र ही पानी की कीमतों में चार गुना तक वृद्धि कर दी। इस प्रकार बहुराष्ट्रीय कम्पनी द्वारा पानी के बिलों में की गयी वृद्धि के विरोध में बोलिविया में एक स्वतः स्फूर्त जन संघर्ष प्रारम्भ हो गया। इसं संघर्ष को बोलिविया के जलयुद्ध के नाम से जाना जाता है। जनवरी 2000 में सरकार ने कोचबंबा शहर में एक सामान्य हड़ताल पर नियंत्रण करने के लिए मार्शल लॉ लागू कर दिया लेकिन जनता की ताकत के आगे बहुराष्ट्रीय कम्पनी के अधिकारियों को शहर छोड़कर भागना पड़ा तथा बोलिविया की सरकार को आन्दोलनकारियों की समस्त माँगें माननी पड़ी।
प्रश्न 23.
दिए गए भारत के रेखा मानचित्र में निम्नलिखित को अंकित कीजिए- [4]
(क) नरोरा
(ख) नागपुर
(ग) तूतीकोरिन
(घ) तलचर
अथवा
दिए गए भारत के रेखा मानचित्र में निम्नलिखित को अंकित कीजिए- [4]
(क) मुम्बई हाई
(ख) पनकी
(ग) दुर्ग
(घ) रामागुंडम।
उत्तर:
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