Students must start practicing the questions from RBSE 10th Social Science Model Papers Set 6 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 10 Social Science Model Paper Set 6 with Answers in Hindi
पूर्णांक : 80
समय : 2 घण्टे 45 मिनट
परीक्षार्थियों के लिए सामान्य निर्देश :
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रश्न का उत्तर दी गई उत्तर पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आन्तरिक खण्ड हैं, उन सभी के उत्तर एक साथ ही लिखें।
खण्ड-(अ)
बहुविकल्पी प्रश्न
प्रश्न 1. निम्न प्रश्नों के उत्तर का सही विकल्प का चयन कर उत्तर पुस्तिका में लिखिए –
(i) किस घटना से सविनय अवज्ञा आन्दोलन की शुरुआत हुई – [1]
(अ) जब गाँधीजी ने नमक कानून तोड़ा
(ब) जब गाँधी-अम्बेडकर समझौता हुआ
(स) जब गाँधीजी ने इरविन को पत्र लिखा
(द) ये सभी
उत्तर:
(अ) जब गाँधीजी ने नमक कानून तोड़ा
(ii) किसके कल्पनादर्श (युटोपिया) में दुनिया के लोग अलग राष्ट्रों के समूह में बँटे हुए हैं- [1]
(अ) फ्रेड्रिक सॉरयू
(ब) लुई फिलिप
(स) ग्रिम्स फेयरीटेल्स
(द) कार्ल वेल्कर
उत्तर:
(अ) फ्रेड्रिक सॉरयू
(iii) अठारहवीं शताब्दी में विश्व व्यापार का सबसे बड़ा केन्द्र था- [1]
(अ) यूरोप
(ब) अमेरिका
(स) अफ्रीका
(द) ऑस्ट्रेलिया
उत्तर:
(अ) यूरोप
(iv) रियो डी जेनेरो पृथ्वी सम्मेलन का आयोजन कब हुआ था? [1]
(अ) 1990 में
(ब) 1991 में
(स) 1992 में
(द) 1995 में
उत्तर:
(स) 1992 में
(v) चादर अपरदन के लिए निम्न में से कौन-सा कारक उत्तरदायी है? [1]
(अ) जल
(ब) वायु
(स) भूमिगत जल
(द) हिमनदी
उत्तर:
(अ) जल
(vi) निम्न में से कौन-सी संस्था संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची तैयार करती है? [1]
(अ) WTO
(ब) FAO
(स) IUCN
(द) UN
उत्तर:
(स) IUCN
(vii) बेल्जियम निम्न में से किस महाद्वीप का देश है? [1]
(अ) यूरोप
(ब) उत्तरी अमेरिका
(स) एशिया
(द) ऑस्ट्रेलिया
उत्तर:
(अ) यूरोप
(viii) निम्न में से नगर निगम के अध्यक्ष को कहा जाता है – [1]
(अ) मेयर
(ब) सभापति
(स) राज्यपाल
(द) सरपंच
उत्तर:
(स) राज्यपाल
(ix) निम्न में से किस देश में सार्वजनिक जीवन में महिलाओं की भागीदारी का स्तर बहुत ऊँचा है ? [1]
(अ) नॉर्वे
(ब) स्वीडन
(स) फिनलैण्ड
(द) ये सभी
उत्तर:
(द) ये सभी
(x) देशों की तुलना करने के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण विशिष्टता समझी जाती है- [1]
(अ) आय
(ब) व्यय
(स) व्यवहार
(द) अनैतिकता
उत्तर:
(अ) आय
(xi) कृषि एवं सहायक क्षेत्रक कहा जाता है- [1]
(अ) प्राथमिक क्षेत्रक
(ब) द्वितीयक क्षेत्रक
(स) तृतीयक क्षेत्रक
(द) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(अ) प्राथमिक क्षेत्रक
(xii) वैश्वीकरण ने जीवन स्तर के सुधार में सहायता पहुँचाई है – [1]
(अ) सभी लोगों के
(ब) विकसित देशों के लोगों के
(स) विकासशील देश के श्रमिकों के
(द) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ब) विकसित देशों के लोगों के
प्रश्न 2. रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-
(i) उन्नीसवीं शताब्दी में भारतीय बाजारों में …………………………….. की बहुलता हो गयी। [1]
उत्तर:
ब्रिटिश औद्योगिक उत्पादों,
(ii) हमारा धरातल अत्यधिक …………………. से भरा हुआ है। [1]
उत्तर:
जैव विविधताओं,
(iii) भारत में स्वतंत्रता के पश्चात् ……………. की स्थिति में बहुत सुधार आया है।[1]
उत्तर:
महिलाओं,
(iv) विश्व स्तर पर हो रहे …………….. एवं औद्योगीकरण में प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन हुआ है। [1]
उत्तर:
तीव्र आर्थिक विकास,
(v) …………………. क्षेत्रक के अधिकांश श्रमिकों को रोजगार सुरक्षा प्राप्त होती है। [1]
उत्तर:
संगठित,
(vi) भारत सरकार द्वारा ……………… से विदेश व्यापार व विदेशी निवेश पर से अधिकांश अवरोधों को हटा दिया गया है। [1]
उत्तर:
सन् 1991
प्रश्न 3. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (प्रश्नों का उत्तर एक शब्द या एक पंक्ति में दीजिए।)
(i) गाँधीजी ने 1922 में असहयोग आन्दोलन वापस लेने का फैसला क्यों लिया? [1]
उत्तर:
चौरी-चौरा की हिंसात्मक घटना के कारण गाँधी जी ने फरवरी, 1922 में असहयोग आन्दोलन को स्थगित कर दिया।
(ii) कौन-सी बीमारी अमेरिका में स्पेनिश सैनिकों द्वारा फैली थी ? [1]
उत्तर:
चेचक अमेरिका में स्पेनिश सैनिकों द्वारा फैली थी।
(iii) 1804 की नागरिक संहिता का नाम लिखिए, जिसने फ्रांस में कानून के समक्ष बराबरी और सम्पत्ति के अधिकार को सुरक्षित बनाया। [1]
उत्तर:
नेपोलियन की संहिता।
(iv) बहुउद्देशीय परियोजनाओं के विरोध में एक तर्क दीजिए। [1]
उत्तर:
बहुउद्देशीय परियोजना के निर्माण के कारण स्थायी समुदायों को वृहद स्तर पर विस्थापित होना पड़ता है।
(v) ज्वार तथा बाजरा के उत्पादन में भारत के अग्रणी राज्यों का उल्लेख कीजिए। [1]
उत्तर:
ज्वार-महाराष्ट्र तथा बाजरा-राजस्थान।
(vi) भारत में गेहूँ उत्पादक क्षेत्र कौन-कौन से हैं ? [1]
उत्तर:
(i) गंगा-सतलुज का मैदान,
(ii) दक्कन का काली मिट्टी का क्षेत्र।
(vii) किस देश की सामुदायिक सरकार सत्ता के बँटवारे का एक अच्छा उदाहरण है ? [1]
उत्तर:
बेल्जियम की सामुदायिक सरकार।
(viii) संघीय सरकार की कोई दो विशेषताएँ बताइए। [1]
उत्तर:
(i) यह सरकार दो या अधिक स्तरों वाली होती है।
(ii) विभिन्न स्तरों की सरकारों के अधिकार क्षेत्र संविधान में समान रूप से वर्णित होते हैं।
(ix) स्वीडन व जर्मनी में किस प्रकार का समाज है? [1]
उत्तर:
स्वीडन व जर्मनी में समरूप समाज है।
(x) लेटराइट मृदा भारत के किन-किन क्षेत्रों में पायी जाती है ? [1]
उत्तर:
यह मृदा कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश, ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल क्षेत्रों में पाई जाती है।
(xi) बिस्कुट के उत्पादन हेतु कोई दो मध्यवर्ती वस्तुएँ लिखिए। [1]
उत्तर:
- आटा तथा
- चीनी।
(xii) व्यापार अवरोधक से क्या अभिप्राय है? [1]
उत्तर:
विदेशों से होने वाले आयात पर लगने वाले प्रतिबन्ध व्यापार अवरोधक कहलाते हैं।
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक प्रश्न-प्रश्न सं. 4 से 16 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 50 शब्द)
प्रश्न 4.
महामंन्दी का एक प्रमुख कारण बताइए।[2]
उत्तर:
कृषि में अत्यधिक उत्पादन-कृषि के क्षेत्र में अत्यधिक उत्पादन की समस्या बनी हुई थी इससे कृषि वस्तुओं की कीमतों में बहुत अधिक कमी आयी। कीमतें घटने से कृषि सम्बन्धी आय भी घट गयी जिसके कारण किसानों ने अपना उत्पादन बढ़ाने की कोशिश की ताकि वे कम कीमत पर ही ज्यादा माल बनाकर अपनी आय का स्तर बनाये रख सकें। इससे बाजार में कृषि उत्पादों की अधिकता के कारण कीमतों में गिरावट आयी। क्रेताओं के अभाव में कृषि उपज बढ़ने लगी।
प्रश्न 5.
जर्मनी के एकीकरण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।[2]
उत्तर:
जर्मनी एकीकरण की प्रक्रिया-
- प्रशा ने राष्ट्रीय एकीकरण के इस आंदोलन का नेतृत्व सँभाला तथा इसे एक नई दिशा प्रदान की।
- प्रशा का प्रमुख मंत्री ऑटो वॉन बिस्मार्क इस प्रक्रिया का जनक था जिसने प्रशा की सेना तथा नौकरशाही की सहायता ली।
- सात वर्ष में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क तथा फ्रांस से तीन युद्धों में प्रशा को विजय प्राप्त हुई।
- 18 जनवरी 1871 को वर्साय में हुए एक समारोह में प्रशा के राजा विलियम प्रथम को जर्मनी का सम्राट घोषित किया गया।
प्रश्न 6.
सत्याग्रह के विचार का क्या मतलब है ? [2]
उत्तर:
इस तरह जर्मनी के एकीकरण की प्रक्रिया पूर्ण हुई।
- सत्याग्रह जन आन्दोलन का एक नया तरीका था।
- सत्याग्रह के विचार में सत्य की शक्ति पर आग्रह एवं सत्य की खोज पर बल दिया जाता था। इसका अर्थ यह था कि यदि आपका उद्देश्य सच्चा है, यदि आपका संघर्ष अन्याय के विरुद्ध है तो उत्पीड़क से मुकाबला करने के लिए आपको किसी शारीरिक बल की आवश्यकता नहीं है।
- प्रतिशोध की भावना अथवा आक्रामकता का सहारा लिये बिना सत्याग्रही केवल अहिंसा के सहारे भी अपने संघर्ष में सफल हो सकता है।
- इस संघर्ष में अंततः सत्य की ही विजय होनी है। गाँधीजी का दृढ़ विश्वास था कि अहिंसा का यह धर्म समस्त भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँध सकता है।
प्रश्न 7.
संसाधन क्या हैं ? उदाहरण दीजिए।[2]
उत्तर:
हमारे पर्यावरण में उपलब्ध वे समस्त वस्तुएँ जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने में प्रयोग की जाती हैं और जिनको बनाने के लिए तकनीकी ज्ञान उपलब्ध है, जो आर्थिक रूप से संभाव्य एवं सांस्कृतिक रूप से स्वीकार्य हैं, संसाधन कहलाती हैं। संसाधन का अर्थ केवल प्राकृतिक तत्व ही नहीं है अपितु मानवीय या सांस्कृतिक तत्व भी महत्वपूर्ण संसाधन होते हैं। इस प्रकार कोई भी वस्तु जो मानव के लिए उपयोगी हैं। अथवा उपयोगिता में सहायक हो, संसाधन कहलाती है जैसे—खनिज तेल, कोयला, जल, खनिज, प्राकृतिक वनस्पति, जीव-जन्तु आदि।
प्रश्न 8.
“आजकल संरक्षण परियोजनाएँ जैव-विविधताओं पर केन्द्रित होती हैं न कि इनके विभिन्न घटकों पर” इस कथन की व्याख्या कीजिए।[2]
उत्तर:
“आजकल संरक्षण परियोजनाएँ जैव-विविधताओं पर केन्द्रित होती हैं न कि इनके विभिन्न घटकों पर” यह कथन निम्न प्रकार से स्पष्ट है –
- संरक्षण नियोजन में छोटे कीटों एवं अन्य जानवरों को सम्मिलित करना-नवीन परियोजनाओं के अन्तर्गत कीटों एवं अन्य छोटी जातियों एवं जानवरों को भी संरक्षण नियोजन में स्थान दिया जा रहा है।
- नई अधिसूचना-वन्य जीव अधिनियम, 1980 एवं 1986 के अन्तर्गत सैकड़ों तितलियों, पतंगों, झंगों एवं एक ड्रैगन फ्लाई को भी संरक्षित जातियों में सम्मिलित किया गया है। वर्ष 1991 में पौधों की भी 6 जातियों को प्रथम बार इस सूची में रखा गया।
प्रश्न 9.
गहन जीविका कृषि की प्रमुख विशेषताएँ बताइए। [2]
उत्तर:
गहन जीविका कृषि की विशेषताएँ-इस कृषि की प्रमुख विशेषताएँ लक्षण निम्नलिखित हैं –
- यह एक श्रम गहन खेती है।
- इस कृषि में अत्यधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए जैव-रासायनिक निवेशों व सिंचाई का अधिक प्रयोग किया जाता है।
- इस कृषि में प्रति हेक्टेयर उत्पादन अधिक होता है।
- भूस्वामित्व में विरासत के अधिकार के कारण पीढ़ी पर पीढ़ी जोतों का आकार लगातार छोटा व अलाभप्रद होता जा रहा है।
- इस कृषि में किसान वैकल्पिक रोजगार न होने के कारण सीमित भूमि से अधिकाधिक पैदावार लेने की कोशिश करते हैं।
अतः कृषि भूमि पर दबाव बहुत अधिक है।
प्रश्न 10.
बेल्जियम के दो प्रमुख समुदायों में परस्पर संघर्ष की समस्या का समाधान किस प्रकार किया गया ? [2]
उत्तर:
- बेल्जियम के संविधान में यह व्यवस्था की गई कि केन्द्रीय सरकार में डच और फ्रेंच भाषी मन्त्रियों की संख्या बराबर होगी जिससे कुछ विशेष प्रकार के कानूनों को पारित करने में दोनों भाषायी समुदायों के बहुमत के समर्थन की आवश्यकता होगी।
- केन्द्र सरकार की अनेक शक्तियाँ देश के दो स्तरों पर कार्य करने वाली राज्य सरकारों को प्रदान कर दी गयी हैं। ये राज्य सरकारें, केन्द्र सरकार के नियन्त्रण में कार्य नहीं करती
- बेल्जियम की राजधानी ब्रूसेल्स में अलगं सरकार की व्यवस्था की गई। इस सरकार में दोनों भाषायी समुदायों को समान प्रतिनिधित्व प्रदान किया गया है।
प्रश्न 11.
संघीय एवं एकात्मक शासन व्यवस्था में कोई दो अंतर बताइए। [2]
उत्तर:
संघीय एवं एकात्मक शासन व्यवस्था में दो प्रमुख अन्तर निम्नलिखित हैं
संघीय शासन व्यवस्था | एकात्मक शासन व्यवस्था |
1. इस शासन के स्वरूप में दो स्तरों पर सरकारें होती हैं तथा सत्ता के इन दोनों स्तरों की सरकारें अपने-अपने स्तर पर स्वतन्त्र होकर कार्य करती हैं। | 1. इस शासन के स्वरूप में शासन का एक ही स्तर होता है तथा राज्य सरकारें उसके अधीन होकर कार्य करती हैं। |
2. इस व्यवस्था में राज्य सरकारों को शक्तियाँ संविधान से प्राप्त होती हैं। | 2. इसमें राज्य सरकारों को अपनी शक्तियाँ केन्द्रीय सरकार से प्राप्त होती हैं। |
प्रश्न 12.
टॉमी स्मिथ व जॉन कार्लोस ने 1968 ई. में मैक्सिको सिटी में हुए ओलंपिक खेलों के समय संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाले रंगभेद मसले के प्रति अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान किस प्रकार आकर्षित किया ? [2]
उत्तर:
टॉमी स्मिथ व जॉन कार्लोस ने निम्नलिखित प्रकार से अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया था-
- उन्होंने अमेरिकी अथवा अश्वेत लोगों की गरीबी जताने के लिए बिना जूतों के केवल मोजे पहनकर पुरस्कार लिया था।
- टॉमी स्मिथ ने अश्वेत लोगों के आत्मगौरव का प्रतीक काले मफलर जैसा परिधान अपने गले में पहना था।
- जॉन कार्लोस ने मारे गये अश्वेत लोगों की याद में काले मनकों की माला पहनी थी।
प्रश्न 13.
‘मानव विकास सूचकांक’ के तीन घटकों की व्याख्या कीजिए। [2]
उत्तर:
मानव विकास सूचकांक के घटक –
- जीवन काल-जिसकी माप जन्म के समय जीवन की प्रत्याशा से की जाती है। इसका अर्थ यह हुआ कि एक बच्चा अपने जन्म से कितने वर्ष तक जीवित रहेगा।
- शैक्षिक स्तर*जिसे प्रौढ़ साक्षर और प्राथमिक, माध्यमिक एवं उससे आगे की उच्च शिक्षा के सकल नामांक-अनुपात दोनों को जोड़कर मापा जाता है।
- प्रतिव्यक्ति आय इसका उपयोग जीवन-स्तर को मापने में किया जाता है। प्रतिव्यक्ति आय की गणना सभी देशों के लिए डॉलर में की जाती है ताकि उसकी तुलना की जा सके।
प्रश्न 14.
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारण्टी अधिनियम (मनरेगा) 2005 को सविस्तार समझाइए। [2]
उत्तर:
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजागार गारण्टी अधिनियम, 2005 का उद्देश्य चयनित जिलों में ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को वर्ष में कम से कम 100 दिन के रोजगार की गारंटी देना है, जो काम करने में सक्षम हैं और जिन्हें काम की जरूरत है। वर्ष 2009-10 में इसका नाम बदलकर ‘महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी अधिनियम’ कर दिया गया है। रोजगार न दिए जाने पर निर्धारित दर से बेरोजगारी भत्ता सरकार द्वारा दिया जायेगा। इस प्रकार यह अधिनियम रोज़गार की वैधानिक गारण्टी प्रदान करता है। इस अधिनियम के अंतर्गत उन कार्यों को वरीयता प्रदान की जाएगी जिनसे भविष्य में भूमि से उत्पादन बढ़ाने में मदद मिल सकेगी।
प्रश्न 15.
जब कोई ऋण लेने वाला किसी महाजन अथवा साहूकार से कर्ज लेता है, तो उसके समक्ष आने वाली समस्याओं में से किन्हीं तीन का उल्लेख कीजिए। [2]
उत्तर:
- हर ऋण समझौते के अंतर्गत ब्याज दर निश्चित कर दी जाती है, जिसे कर्जदार महाजन को मूल रकम के साथ वापस करता है। इसके अलावा, उधारदाता कोई समर्थक ऋणाधार (गिरवी रखने के लिए) की माँग कर सकता है।
- समर्थक ऋणाधार ऐसी सम्पत्ति है, जिसका मालिक कर्जदार है (जैसे कि भूमि, इमारत, गाड़ी, पशु बैंकों में पूँजी) और इसका इस्तेमाल वह उधारदाता को गारण्टी देने के रूप में करता है, जब तक कि ऋण का भुगतान नहीं हो जाता।
- यदि कर्जदार ऋण का भुगतान नहीं कर पाता है तो ऋणदाता को ऋणाधार बेचने का अधिकार होता है।
प्रश्न 16.
वैश्वीकरण के विभिन्न वर्गों पर कौन-कौन से नकारात्मक प्रभाव पड़े हैं ? संक्षिप्त विवरण दीजिए। [2]
उत्तर:
विभिन्न वर्गों पर वैश्वीकरण के निम्नलिखित नकारात्मक प्रभाव पड़े हैं –
- छोटे उद्योगों; जैसे-बैटरी, संधारित्र, प्लास्टिक खिलौने, टायर, डेयरी उत्पाद एवं खाद्य तेल आदि को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण बहुत नुकसान झेलना पड़ा है।
- कई उद्योग बन्द हो गये जिसके अनेक श्रमिक बेरोजगार हो गये हैं।
- वैश्वीकरण तथा प्रतिस्पर्धा के दबाव ने श्रमिकों के जीवन में बहुत परिवर्तन ला दिया है। बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा के कारण अधिकांश नियोक्ता आजकल श्रमिकों को रोजगार देने में लचीलापन पसंद करते हैं। इसका अर्थ है कि अब श्रमिकों का रोजगार सुनिश्चित एवं सुरक्षित नहीं रह गया है।
खण्ड – (स)
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-प्रश्न सं. 17 से 20 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 100 शब्द)
प्रश्न 17.
मारीआन और जर्मेनिया कौन थे ? जिस तरह उन्हें चित्रित किया गया उसका क्या महत्त्व था ? [3]
अथवा
यूरोप महाद्वीप के शक्तिशाली कुलीन वर्ग की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए। [3]
उत्तर:
मारीआन-मारीआन. फ्रांस राष्ट्र का नारी का प्रतीक रूपक था। फ्रांसीसी क्रान्ति के दौरान कलाकारों ने स्वतन्त्रता, न्याय एवं गणतन्त्र जैसे विचारों को व्यक्त करने के लिए नारी रूपकों का प्रयोग किया। फ्रांस में इसे लोकप्रिंय ईसाई नाम ‘मारीआन’ दिया गया। फ्रांस में मारीआन की प्रतिमाएँ सार्वजनिक चौराहों पर लगायी गयीं ताकि जनता को एकता के राष्ट्रीय प्रतीक की याद रहे तथा लोगों का विश्वास बना रहे। इसके अतिरिक्त मारीआन की छवि डाक टिकटों एवं सिक्कों पर अंकित की गयी।
जर्मेनिया-जर्मेनिया जर्मन राष्ट्र का नारी प्रतीक रूपक था। चाक्षुष अभिव्यक्तियों में जर्मेनिया बलूत वृक्ष के पत्तों का मुकुट पहनती है क्योंकि जर्मन बलूत वीरता का प्रतीक है। जर्मेनिया की तलवार पर ‘जर्मन तलवार, जर्मन राइन की रक्षा करती है’, अंकित है। इस प्रकार नारी रूप में जर्मेनिया की तस्वीर स्वतन्त्रता, न्याय तथा गणतन्त्र जैसे विचारों को प्रतीकात्मक रूप में व्यक्त करती है। मारीआन व जर्मेनिया को इस प्रकार चित्रित किया गया था कि वे राष्ट्र-राज्य के विचार ‘ को प्रदर्शित करते थी। वे इस तरह अपने देश का प्रतिनिधित्व करते थे मानो वह एक व्यक्ति हों। इन्होंने राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया।
प्रश्न 18.
शहरी क्षेत्रों में गुणात्मक एवं मात्रात्मक दोनों रूपों में जल दुर्लभता महसूस की जा रही है। कारण बताइए। [3]
अथवा
जल संरक्षण हेतु कोई तीन उपाय सुझाइए। [3]
उत्तर:
जल की कमी की समस्या ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में अधिक है। शहरी क्षेत्रों में गुणात्मक एवं मात्रात्मक दोनों रूपों में जल दुर्लभता महसूस की जा रही है, जिसके निम्नलिखित कारण हैं –
- अधिक जनसंख्या वाले कई शहरी केन्द्रों के निर्माण के कारण जल एवं ऊर्जा की माँग में लगातार वृद्धि हो रही है।
- शहरी जीवन शैली के कारण जल और ऊर्जा की आवश्यकता में वृद्धि हुई है।
- शहरी आवास समितियों एवं कॉलोनियों के पास अपनी जल सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भूमिगत जल को बाहर निकालने वाली अपनी-अपनी युक्तियाँ हैं। इस कारण जल संसाधनों का अत्यधिक दोहन हो रहा है।
- कई बार जल की खराब गुणवत्ता भी इसकी कमी का कारण बन जाती है। घरेलू एवं औद्योगिक अपशिष्टों, रसायनों, कीटनाशकों एवं कृषि में प्रयुक्त होने वाले उर्वरकों के कारण जल प्रदूषित होता है एवं उसकी गुणवत्ता खत्म हो जाती है।
प्रश्न 19.
लैंगिक विभाजन से क्या आशय है ? अधिकांश समाजों में इसे श्रम विभाजन से कैसे जोड़ा जाता है ? [3]
अथवा
भारतीय संविधान में वर्णित ‘धर्म निरपेक्षता’ के किन्हीं तीन लक्षणों को लिखिए। [3]
उत्तर:
लैंगिक विभाजन से आशय पुरुषों एवं महिलाओं के मध्य कार्य के विभाजन से है। कुछ कार्य विशेषकर घरेलू कार्य; जैसे-खाना बनाना, सिलाई करना, कपड़े धोना एवं सफाई करना आदि केवल महिलाओं द्वारा किए जाते हैं, जबकि पुरुष कुछ विशेष प्रकार के कार्य करते हैं।
अधिकांश समाजों में इसे निम्न प्रकार से श्रम विभाजन से जोड़ा जाता है –
- पुरुषों एवं महिलाओं के मध्य लैंगिक विभाजन का यह अर्थ है कि पुरुष घरेलू कार्य नहीं कर सकते हैं। वे केवल इतना सोचते हैं कि घरेलू कार्य करना महिलाओं का कार्य है। जब इन कार्यों हेतु पारिश्रमिक दिया जाता है तो पुरुष भी इन कार्यों को करने के लिए तैयार हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, अधिकांश दर्जी या होटलों में रसोइए पुरुष ही होते हैं।
- अधिकांश महिलाएँ घरेलू कार्यों के अतिरिक्त कुछ कार्य मजदूरी पर भी करती हैं। परन्तु उनके कार्यों की उचित मजदूरी प्रदान नहीं की जाती है तथा न ही उचित महत्त्व दिया जाता है।
प्रश्न 20.
मानव को एक छोटा व्यवसाय करने के लिए ऋण की जरूरत है। मानव किस आधार पर यह निश्चित करेगा कि उसे यह ऋण बैंक से लेना चाहिए या साहूकार से ? लिखिए। [3]
अथवा
अपने तर्कों से सिद्ध कीजिए कि मुद्रा के प्रयोग से वस्तुओं के विनिमय में सहूलियत आती है। [3]
उत्तर
मानव निम्नलिखित आधार पर निश्चित करेगा कि उसे ऋण बैंक से लेना चाहिए या साहूकार से-
(i) ब्याज की दर+मानव यह देखेगा कि बैंक अथवा साहूकार में से किसके ऋणों पर कितनी ब्याज दर है जिसकी ब्याज दर कम होगी, मानव उससे ही ऋण लेगा।
(ii) ऋण की शर्तेमानव यह देखेगा कि बैंक या साहूकार में से किसकी ऋण की शर्ते सरल हैं अथवा कठोर, कागजी कार्यवाही अधिक तो नहीं है एवं ऋण की अदायगी की किश्तें आसान हैं या नहीं। प्रायः साहूकार की तुलना में बैंकों की ऋण की शर्ते सरल, कागजी कार्यवाही कम एवं ऋण अदायगी सरल है। इसके अतिरिक्त बैंकों की ब्याज दरें भी कम हैं। इन सब बातों को देखते हुए मानव अपना व्यवसाय करने के लिए साहूकार की अपेक्षा बैंक से ऋण लेना अधिक पसंद करेगा।
खण्ड – (द)
निबन्धात्मक प्रश्न-प्रश्न सं. 21 से 22 के उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा 250 शब्द)
प्रश्न 21.
अवध किसान आन्दोलन के घटनाक्रम का वर्णन कीजिए। किसानों ने विरोध प्रदर्शन कैसे किया ?[4]
अथवा
गाँधीजी की नमक यात्रा का वर्णन कीजिए। [4]
उत्तर:
अवध में संन्यासी बाबा रामचन्द्र किसानों के आन्दोलन का नेतृत्व कर रहे थे। बाबा रामचन्द्र इससे पहले फिजी में गिरमिटिया मज़दूर के तौर पर काम कर चुके थे। उनका आन्दोलन तालुकदारों और जमींदारों के खिलाफ था, जो किसानों से भारी-भरकम लगान और तरह-तरह के कर वसूल कर रहे थे। किसानों को बेगार करनी पड़ती थी। पट्टेदार के तौर पर उनके पट्टे निश्चित नहीं होते थे। उन्हें बार-बार पट्टे की जमीन से हटा दिया जाता था ताकि जमीन पर उनका कोई अधिकार स्थापित न हो सके। किसानों की माँग थी कि लगान कम किया जाए, बेगार खत्म हो और दमनकारी ज़मींदारों का सामाजिक बहिष्कार किया जाए। बहुत सारे स्थानों पर ज़मींदारों को नाई-धोबी की सुविधाओं से भी वंचित करने के लिए पंचायतों ने नाई-धोबी कार्य बन्द करने का फैसला लिया।
जून, 1920 में जवाहर लाल नेहरू ने अवध के गाँवों का दौरा किया, गाँव वालों से बातचीत की और उनकी व्यथा समझने का प्रयास किया। अक्टूबर तक जवाहर लाल नेहरू, बाबा रामचन्द्र तथा कुछ अन्य लोगों के नेतृत्व में अवध किसान सभा का गठन कर लिया गया। महीने भर में इस पूरे इलाके के गाँवों में संगठन की 300 से ज्यादा शाखाएँ बन चुकी थीं। अगले सालं जब असहयोग आन्दोलन शुरू हुआ तो कांग्रेस ने अवध के किसान संघर्ष को इस आन्दोलन में शामिल करने का प्रयास किया लेकिन किसानों के आन्दोलन में ऐसे स्वरूप विकसित हो चुके थे जिनसे कांग्रेस का नेतृत्व खुश नहीं था।
प्रश्न 22.
लोकतंत्र की जीवंतता में जन संघर्ष का अंदरूनी रिश्ता कैसे है? जल के लिए बोलीविया संघर्ष का उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।[4]
अथवा
दबाव समूह और आन्दोलन के बारे में बताइए। [4]
उत्तर:
बोलिविया, लैटिन अमेरिका का एक निर्धन देश है। जल के लिए बोलिविया का संघर्ष लोकतांत्रिक पद्धति से निर्वाचित सरकार के निर्णय के विरुद्ध हुआ। विश्व बैंक के दबाव में वहाँ की सरकार ने नगर पालिका द्वारा की जा रही जलापूर्ति का अधिकार एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी को बेच दिया। बहुराष्ट्रीय कम्पनी को कोचबंबा शहर में जलापूर्ति करनी थी। इस कम्पनी ने शीघ्र ही पानी की कीमतों में चार गुना तक वृद्धि कर दी। अनेक लोगों का पानी का मासिक बिल 1,000 रुपये तक जा पहुँचा जबकि बोलिविया में लोगों की औसत आमदनी 5,000 रुपये महीना है।
इस प्रकार बहुराष्ट्रीय कम्पनी द्वारा पानी के बिलों में की गयी वृद्धि के विरोध में बोलिविया में एक स्वतः स्फूर्त जन संघर्ष प्रारम्भ हो गया। इस संघर्ष को बोलिविया के जलयुद्ध के नाम से जाना जाता है। जनवरी 2000 में सरकार ने कोचबंबा शहर में एक सामान्य हड़ताल पर नियंत्रण करने के लिए मार्शल लॉ लागू कर दिया लेकिन जनता की ताकत के आगे बहुराष्ट्रीय कम्पनी के अधिकारियों को शहर छोड़कर भागना पड़ा तथा बोलिविया की सरकार को आन्दोलनकारियों की समस्त माँगें माननी पड़ी।
प्रश्न 23.
दिए गए भारत के रेखा मानचित्र में निम्नलिखित को अंकित कीजिए –
(अ) जैसलमेर
(ब) हजारीबाग
(स) बोकारो
(द) अंकलेश्वर
अथवा
दिए गए भारत के रेखा मानचित्र में निम्नलिखित को अंकित कीजिए –
(अ) बालाघाट
(ब) भंडारा
(स) चन्द्रपुर
(द) केंदुझार
उत्तर:
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