Students must start practicing the questions from RBSE 12th Geography Model Papers Set 9 with Answers in Hindi Medium provided here.
RBSE Class 12 Geography Model Paper Set 9 with Answers in Hindi
समय: 2:45 घण्टे
पूर्णांक: 56
सामान्य निर्देश :
- परीक्षार्थी सर्वप्रथम अपने प्रश्न पत्र पर नामांक अनिवार्यतः लिखें।
- सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न का उत्तर: दी गई उत्तर: पुस्तिका में ही लिखें।
- जिन प्रश्नों में आन्तरिक खण्ड हैं उन सभी के उत्तर: एक साथ ही लिखें।
खण्ड – (अ)
प्रश्न 1.
बहुविकल्पीय प्रश्न (1 x 9 – 9)
(i) निम्नलिखित में कौन-सा एक लोगों और पर्यावरण के बीच अन्योन्यक्रिया का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कारक है?
(अ) मानव बुद्धिमत्ता
(ब) प्रौद्योगिकी
(स) लोगों के अनुभव
(द) मानवीय भाईचारा ।
उत्तर:
(ब) प्रौद्योगिकी
(ii) निम्नलिखित में से कौन-सी संख्या जनसंख्या के कार्यशील आयु-वर्ग का प्रतिनिधित्व करती है?
(अ) 15 से 65 वर्ष
(ब) 15 से 66 वर्ष
(स) 15 से 64 वर्ष
(द) 15 से 59 वर्ष।
उत्तर:
(द) 15 से 59 वर्ष।
(iii) रूस में सामूहिक कृषि को कहा जाता है
(अ) सेवखोज
(ब) कोलखहोज
(स) सहकारी कृषि
(द) मिल्पा कृषि
उत्तर:
(ब) कोलखहोज
(iv) निम्न में से कौन-सी संस्था द्वार से द्वार’ सेवा प्रदान करती है
(अ) ग्रामीण विपणन केन्द्र
(ब) थोक व्यापार
(स) फुटकर व्यापार
(द) पर्यटन।
उत्तर:
(स) फुटकर व्यापार
(v) निम्न में से कौन-सा प्रशासनिक नगर नहीं है
(अ) दिल्ली
(ब) बीजिंग
(स) लंदन
(द) आगरा।
उत्तर:
(द) आगरा।
(vi) देश की कुल जनसंख्या का कितना प्रतिशत गाँवों में निवास करता है ?
(अ) 10 प्रतिशत
(ब) 68.8 प्रतिशत
(स) 28 प्रतिशत
(द) 35 प्रतिशत।
उत्तर:
(ब) 68.8 प्रतिशत
(vii) निम्न में से पर्यटन नगर का उदाहरण है
(अ) मसूरी
(ब) अलीगढ़
(स) रुड़की
(द) जालन्धर।
उत्तर:
(अ) मसूरी
(vii) निम्न में से कौन-से देशों में गेहूँ व चावल की अधिक उत्पादकता की किस्में विकसित की गई थीं ?
(अ) जापान तथा आस्ट्रेलिया
(ब) संयुक्त राज्य अमेरिका तथा जापान
(स) मैक्सिको तथा फिलीपींस
(द) मैक्सिको तथा सिंगापुर।
उत्तर:
(स) मैक्सिको तथा फिलीपींस
(ix) निम्नलिखित में से किस स्थान पर पहला परमाणु ऊर्जा स्टेशन स्थापित किया गया था ?
(अ) कलपक्कम
(ब) नरोरा
(स) राणाप्रताप सागर
(द) तारापुर।
उत्तर:
(द) तारापुर।
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए (1 x 4 = 4)
(i) विनिर्माण से आशय किसी भी वस्तु के …………. से है।
उत्तर:
उत्पादन
(ii) भारत का विश्व में कॉफी उत्पादन में ……………… स्थान है।
उत्तर:
सातवाँ
(iii) भारत में ……………… की उपलब्धता घट रही है।
उत्तर:
स्वच्छ जल,
(iv) ……………… ने दिल्ली और कोलकाता में नगरीय परिवहन व्यवस्था में क्रांति ला दी है।
उत्तर:
मेट्रो रेल।
प्रश्न 3.
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न (1 x 4 = 4)
(i) विश्व में उच्चतम लिंगानुपात रखने वाले देश का नाम लिखिए।
उत्तर:
यूरोप महाद्वीप का लैटविया देश।
(ii) भूमध्य सागरीय क्षेत्र की प्रमुख विशेषता क्या है।
उत्तर:
रसदार खट्टे फलों की कृषि भूमध्य . सागरीय क्षेत्र की प्रमुख विशेषता है।
(iii) लौह इस्पात उद्योग को आधारभूत उद्योग क्यों कहा जाता है।
उत्तर:
(ii) क्योंकि लौह-इस्पात उद्योग पर अन्य सभी उद्योग निर्भर रहते हैं।
(iv) चिकित्सा पर्यटन क्या है?
उत्तर:
(iv) जब चिकित्सा उपचार को अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन गतिविधि से जोड़ दिया जाता है तो इसे सामान्यतया चिकित्सा पर्यटन का नाम दिया जाता है।
खण्ड – (ब)
लघूत्तरात्मक (1.5 x 12 = 18)
प्रश्न 4.
मानव भूगोल के प्रमुख उपक्षेत्रों के नाम बताइए। [1.5]
उत्तर:
मानव भूगोल के प्रमुख उपक्षेत्र निम्नलिखित
1. व्यवहारवादी भूगोल
2. सामाजिक कल्याण का भूगोल
3. सांस्कृतिक भूगोल
4. लिंग भूगोल
5. ऐतिहासिक भूगोल
6. चिकित्सा भूगोल
7. सैन्य भूगोल
8. संसाधन भूगोल
9. कृषि भूगोल
10. औद्योगिक भूगोल
11. विपणन भूगोल
12. पर्यटन भूगोल
13. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का भूगोल
14. अवकाश का भूगोल
15. निर्वाचन भूगोल। प्रौद्योगिकी किसी समाज में सांस्कृतिक विकास के स्तर की सूचक होती है।
प्रश्न 5.
तीन उदाहरण देकर सिद्ध कीजिए कि प्रौद्योगिकी का विकास प्रकृति के नियमों को समझने के पश्चात् ही होता है? [1.5]
उत्तर:
प्रौद्योगिकी किसी समाज में सांस्कृतिक विकास के स्तर की सूचक होती है। मानव प्रकृति के नियमों को समझने के पश्चात ही प्रौद्योगिकी का विकास कर पाया है, जो निम्न उदाहरणों से स्पष्ट है
(i) घर्षण तथा ऊष्मा की संकल्पनाओं ने मानव को अग्नि की खोज में सहायता प्रदान की है।
(ii) डी. एन. ए. एवं आनुवंशिकी के रहस्यों की समझ ने हमें अनेक बीमारियों पर विजय
(iii) हम अधिक तीव्र गति से चलने वाले यान विकसित करने के लिए वायु गति के नियमों का प्रयोग करते हैं।
प्रश्न 6.
ग्रामीण बस्तियों को प्रभावित करने वाले दो कारक लिखिए। [1.5]
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों को प्रभावित करने वाले दो कारक निम्नलिखित हैं
(1) जल आपूर्ति-सामान्यतया ग्रामीण बस्तियों नदियों, झीलों एवं झरनों आदि के समीप स्थापित होती है जाकि वहाँ के निवासियों को पीने, खाना बनाने, वस्त्र धोने एवं कृषि कार्य हेतु पर्याप्त जल उपलब्ध हो सके। इन्हीं जल स्रोतों से वहाँ के निवासी भोजन के लिए मछलियाँ पकड़ते हैं तथा झीलों व नदियों का जल यातायात हेतु भी प्रयोग करते हैं। .
(ii) सुरक्षा राजनीतिक अस्थिरता, युद्ध एवं पड़ौसी समूहों के उपद्रवी लोगों का आतंक होने की स्थिति में ग्रामीण अपने मकान सुरक्षात्मक पहाड़ियों एवं द्वीपों पर स्थापित करते हैं। भारत में अधिकांश दुर्ग ऊँचे स्थानों पर अथवा पहाड़ियों की चोटियों पर स्थापित
किए गए हैं।
प्रश्न 7.
सन् 1991 में भारतीय जनगणना में नगरीय बस्ती के लिए निर्धारित मापदण्डों को लिखिए। [1.5]
उत्तर:
सन् 1991 में भारतीय जनगणना में नगरीय बस्ती के निर्धारण के लिए निम्नलिखित चार मापदण्ड रखे गए।
(i) सभी स्थान जहाँ नगरपालिका, निगम, छावनी बोर्ड या अधिसूचित नगरीय क्षेत्र समिति (नोटीफाइड टाउन एरिया कमेटी) कार्यरत हों।
(ii) ऐसी बस्ती जिसमें कम-से-कम 5 हजार व्यक्ति निवास करते हों।
(iii) ऐसी बस्ती जिसमें निवास करने वाले 75 प्रतिशत पुरुष श्रमिक गैर-कृषि कार्यों में संलग्न हों।
(iv) ऐसी बस्ती जिसमें जनसंख्या घनत्व 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी से अधिक हो।
प्रश्न 8.
आन्तरिक प्रवास क्या है ? आन्तरिक प्रवास के अन्तर्गत कौन-कौन सी धाराओं की पहचान की गयी है। [1.5]
उत्तर:
आन्तरिक प्रवास (अन्तर्देशीय प्रवास) एक ही राष्ट्र में एक स्थान से दूसरे स्थान को होने वाले आवागमन को आन्तरिक प्रवास कहते हैं आन्तरिक प्रवास के अन्तर्गत चार धाराओं की पहचान की गयी है जो निम्नलिखित
(i) ग्रामीण से ग्रामीण
(ii) ग्रामीण से नगरीय
(iii) नगरीय से नगरीय
(iv) नगरीय से ग्रामीण।
प्रश्न 9.
कौशल विकास व उद्यमिता नीति का क्या उद्देश्य है? [1.5]
उत्तर:
भारत सरकार द्वारा 2015 में बनायी गयी कौशल विकास व उद्यमिता नीति का मुख्य उद्देश्य देश भर में हो रही कौशल से सम्बन्धित गतिविधियों के लिए एक रूपरेखा प्रदान करना है। साथ-साथ ही सभी गतिविधियों को एक मानक के साथ बाँधना व विभिन्न कौशलों को इनके भाग केन्द्रों के साथ जोड़ना है।
प्रश्न 10.
नगरीय संकुल क्या हैं ? संक्षेप में बताइए। [1.5]
उत्तर:
अधिकांश महानगर एवं मेगा नगर नगरीय संकुल हैं। एक नगरीय संकुल निम्नलिखित में से किसी एक प्रकार का हो सकता है
(i) एक नगर एवं उसकी संलग्न नगरीय बाह्य वृद्धि ।
(ii) बाह्य वृद्धि के सहित अथवा बिना विस्तार के दो या दो से अधिक सटे हुए नगर।
(iii) एक अथवा अधिक संलग्न नगरों की बाह्य वृद्धि; जैसे पत्तन क्षेत्र, सैनिक छावनी, रेलवे कालोनियाँ, विश्व- विद्यालय परिसर आदि से युक्त संस्पर्शी प्रकार वाले नगर का निर्माण, गरीय संकुल के रूप में होगा।
प्रश्न 11.
विशेषीकृत प्रकार्यों के आधार पर भारतीय नगरों को मुख्य रूप से कितने भागों में बाँटा जा सकता है? नाम लिखिए। [1.5]
उत्तर:
प्रमुख अथवा विशेषीकृत प्रकार्यों के आधार पर भारतीय नगरों को 9 भागों में बाँटा जा सकता है जो निम्नलिखित हैं
(1) प्रशासनिक नगर
(2) औद्योगिक नगर
(3) खनन नगर
(4) परिवहन नगर
(5) वाणिज्यिक नगर
(6) छावनी नगर
(7) धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगर
(8) पर्यटन नगर
(9) शैक्षिक नेर
प्रश्न 12.
भारत जैसे देश में गहन कृषि नीति अपनाने की आवश्यकता क्यों है ? [1.5]
उत्तर:
भारत जैसे देश में कृषि भूमि की कमी तथा मानवीय श्रम की अधिकता है। ऐसी स्थिति में गहन कृषि नीति की आवश्यकता केवल भूमि उपयोग हेतु ही आवश्यक नहीं है वरन् देश के ग्रामीण क्षेत्रों से बेरोजगारी को कम करने के लिए भी आवश्यक है। जिससे कृषि उत्पादन को भी बढ़ाया जा सके।
प्रश्न 13.
भारत में मिलने वाले लैगूनों तथा पश्च जल (झील) के महत्व को बताइए। [1.5]
पश्चिम में कच्छ के रण से लेकर (पूर्व में स्थित) गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा तक भारत की तटरेखा लगभग 7 हजार किमी लम्बाई रखती है। केरल, उड़ीसा तथा पश्चिम बंगाल के सागरीय तट बहुत ही दंतुरित (कटी-फटी) हैं। इसी कारण वहाँ बहुत-सी लैगून और पश्च जल झीलें मिलती हैं। यद्यपि इन झीलों में खारा जल होता है लेकिन इसका उपयोग मछली पालन के अलावा चावल की कुछ निश्चित किस्मों तथा नारियल आदि की सिंचाई के लिये सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए [1.5]
कॉलम-I | कॉलम-II |
(i) उत्तर पश्चिमी रेलवे मुख्यालय | (अ) मुम्बई-थाणे के मध्य |
(ii) भारत की प्रथम रेलवे लाइन | (ब) वायु परिवहन |
(iii) परिवहन का तीव्रतम साधन | (स) जयपुर |
उत्तर:
कॉलम-I | कॉलम-II |
(i) उत्तर पश्चिमी रेलवे मुख्यालय | (स) जयपुर |
(ii) भारत की प्रथम रेलवे लाइन | (अ) मुम्बई थाणे के मध्य |
(iii) परिवहन का तीव्रतम साधन | (ब) वायु परिवहन |
प्रश्न 15.
राष्ट्रीय महामार्ग के बारे में आप क्या जानते हैं ? [1.5]
उत्तर:
राष्ट्रीय महामार्ग वे सड़कें होती हैं जिन्हें केन्द्र सरकार द्वारा निर्मित एवं अनुरक्षित किया जाता है। इन सड़कों का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय परिवहन एवं सामरिक क्षेत्रों तक रक्षा सामग्री व सेना के आवागमन के लिए होता है। ये महामार्ग राज्यों की राजधानियों, प्रमुख नगरों, प्रमुख पत्तनों तक रेलवे जंक्शनों को आपस में जोड़ते हैं। इन महामार्गों की लम्बाई सम्पूर्ण देश की कुल सड़कों की लम्बाई का 2 प्रतिशत है तथा ये मार्ग सड़क यातायात के 40 प्रतिशत भाग का वहन करते हैं।
खण्ड – (स)
दीर्घउत्तरीय प्रश्न (3 x 3 = 9)
प्रश्न 16.
भण्डार कितने प्रकार के होते हैं? संक्षेप में उल्लेख कीजिए। [3]
अथवा
जालतंत्र, नोड एवं योजक में अंतर स्पष्ट कीजिए। [3]
उत्तर:
भण्डार तीन प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित
(i) उपभोक्ता भंडार: फुटकर व्यापार के अन्तर्गत वृहत् स्तर पर सर्वप्रथम नवाचार लाने वाले उपभोक्ता सहकारी समुदाय वाले थे।
(ii) विभागीय भंडार विभागीय भंडार वे होते हैं जो वस्तुओं की खरीद एवं भंडारों के विभिन्न अनुभागों में बिक्री के सर्वेक्षण के लिए विभागीय प्रमुखों को उत्तरदायित्व व प्राधिकार सौंप देते हैं।
(ii) श्रृंखला भंडार: श्रृंखला भंडार वे होते हैं जो अत्यधिक मितव्ययता से व्यापारिक माल का क्रय करते हैं, यहाँ तक कि अपने निर्देश पर सीधे ही वस्तुओं का विनिर्माण कस लेते हैं। प्रायः उनके पास एक भण्डार के अनुभवों के परिणामों को अनेक भंडारों में लागू करने की योग्यता होती है।
प्रश्न 17.
अधिकतर देशों में उच्च प्रौद्योगिकी उद्योग प्रमुख महानगरों के परिधि क्षेत्रों में ही क्यों विकसित हो रहे हैं ? व्याख्या कीजिए। [3]
अथवा
कुटीर उद्योग एवं लघु उद्योग की तुलना कीजिए। [3]
उत्तर:
विश्व के अधिकांश देशों में उच्च प्रौद्योगिकी उद्योगों के प्रमुख महानगरों के परिधि क्षेत्र में विकसित होने के निम्नलिखित कारण हैं
(1) महानगर के परिधि क्षेत्रों में एकमंजिले कारखानों तथा भविष्य में उनके विस्तार के लिए भूमि की पर्याप्त उपलब्धता रहती है।
(2) महानगर के परिधि क्षेत्रों में महानगरीय क्षेत्रों की तुलना में सस्ते मूल्यों पर भूमि की उपलब्धता हो जाती है।
(3) महानगर के परिधि क्षेत्रों में यातायात मार्गों का पर्याप्त विकास मिलता है तथा महानगर के आन्तरिगों से यह परिधि क्षेत्र उत्तम सड़क मार्गों द्वारा जुड़े होते हैं।
(4) महानगर के परिधि क्षेत्र अपेक्षाकृत रूप से अधिक खुले होने अथवा कभी कभी एक हरित पट्टी पर अवस्थित होने के कारण महानगर के आन्तरिक भागों की तुलना में कम प्रदूषण वाला सुखद पर्यावरण रखते हैं।
(5) महानगर के परिधिक्षेत्र के समीपवर्ती आवासीय क्षेत्रों तथा ग्रामीण बस्तियों से पर्याप्त मात्रा में सस्ते श्रमिकों की उपलब्धता उद्योगों के लिए हो जाती है।
(6) इस क्षेत्र में स्थापित उद्योगों के लिए महानगरीय बाजार की सुलभ उपलब्धता बनी रहती है।
(7) कभी कभी सरकार द्वारा महानगर के सघन बसे क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाता है जिसके कारण महानगर के परिधि क्षेत्र इन उद्योगों की स्थापना के महत्त्वपूर्ण आकर्षक स्थल बन जाते हैं।
प्रश्न 18.
क्या कारण है कि पंजाब एवं हरियाणा राज्यों में पर्याप्त जल संसाधन उपलब्ध होने के बावजूद यहाँ भौमजल का स्तर नीचे गिर रहा है? [3]
अथवा
भारत में जलीय संसाधनों के स्थानिक वितरण के लिए उत्तर:दायी कारकों का उल्लेख कीजिए। [3]
उत्तर:
रणनीति मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा के साथ-साथ पश्चिमी उत्तर: प्रदेश में अत्यधिक सफल हुई। यहाँ अधिक कृषिगत उत्पादन प्राप्त करने के लिए फसलों में पर्याप्त सिंचाई का उपयोग किया गया। वर्तमान में भी पंजाब एवं हरियाणा राज्यों में निवल बोये गये क्षेत्र का 25 प्रतिशत भाग सिंचाई के अन्तर्गत आता है। इन राज्यों में गेहूँ और चावल मुख्य रूप से सिंचाई की सहायता से उत्पादित किये जाते हैं। पंजाब व हरियाणा राज्य के गंगा और सतलज नदी बेसिन में स्थित होने के कारण यहाँ भूमिगत जल की पर्याप्त उपलब्धता है। फलस्वरूप यहाँ कुओं व नलकूपों का सिंचाई में भी पर्याप्त उपयोग होता है। निवल सिंचित क्षेत्र का 76.1 प्रतिशत पंजाब में एवं 51.3 प्रतिशत हरियाणा राज्य में कुओं तथा नलकूपों द्वारा सिंचित है। इससे यह ज्ञात होता है कि ये राज्य अपने संभावित भौमजल के एक बड़े भाग का उपयोग सिंचाई के अन्तर्गत करते हैं। जिसके कारण इन राज्यों में भौमजल के स्तर में कमी आ रही है।
खण्ड-(द)
निबन्धात्मक प्रश्न (4 x 2 = 8)
प्रश्न 19.
लिंगानुपात क्या है? लिंगानुपात के विश्व प्रतिरूप का वर्णन कीजिए। [4]
अथवा
विश्व में जनसंख्या वितरण के प्रतिरूपों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
लिंगानुपात: जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के मध्य के अनुपात को लिंगानुपात कहा जाता है। कुछ देशों में लिंगानुपात को निम्न सूत्र द्वारा ज्ञात किया जाता है
(विश्व के संदर्भ में) अथवा प्रति हजार स्त्रियों पर पुरुषों की संख्या। भारत में लिंगानुपात की गणना निम्न सूत्र की सहायता से की जाती है
अधिक होता है, वहाँ. लिंगानुपात निश्चित रूप से स्त्रियों के प्रतिकूल होता है। इन क्षेत्रों में कन्या भ्रूण हत्या व कन्या शिशु हत्या एवं स्त्रियों के प्रति घरेलू हिंसा की प्रथा प्रचलित होती है। इसके विपरीत जिन देशों अथवा क्षेत्रों में लिंग भेदभाव नहीं किया जाता है, स्त्रियों को सम्मान दिया जाता है व उनका सामाजिक व आर्थिक स्तर ऊँचा होता है वहाँ लिंगानुपात स्त्रियों के अनुकूल होता है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि लिंग भेदभाव से लिंगानुपात प्रभावित होता है।
लिंगानुपात का विश्व प्रतिरूप:
विश्व में जनसंख्या का औसत लिंगानुपात प्रति 100 स्त्रियों पर 102 पुरुष है। विश्व में उच्चतम लिंगानुपात लैटविया में दर्ज किया गया है, जहाँ प्रति 100 स्त्रियों की तुलना में 85 पुरुष हैं। इसके विपरीत विश्व में निम्नतम लिंगानुपात संयुक्त अरब अमीरात में है, जहाँ प्रति 100 स्त्रियों की तुलना में 311 पुरुष हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सूचीबद्ध 139 देशों में लिपीनुपात स्त्रियों के लिए अनुकूल है जबकि शेष 72 देशों में यह स्त्रियों के प्रतिकूल है। सामान्यत: एशिया महाद्वीप में लिंगानुपात निम्न है। इस महाद्वीप के चीन, भारत, पाकिस्तान, सऊदी अरब व अफगानिस्तान जैसे देशों में लिंगानुपात और भी निम्न है अर्थात् स्त्रियों के लिए प्रतिकूल है। वहीं दूसरी तरफ रूस सहित यूरोप महाद्वीप के एक बड़े भाग में पुरुषों की संख्या स्त्रियों की तुलना में कम है। यूरोप के अनेक देशों में स्त्रियों की बेहतर स्थिति एवं भूतकाल में विश्व के विभिन्न भागों में अत्यधिक संख्या में पुरुष प्रधान उत्प्रवास होने के कारण पुरुषों की संख्या में कमी पायी जाती है जिसके कारण यूरोपीय महाद्वीप के अधिकांश देशों में लिंग अनुपात स्त्रियों के लिए अनुकूल है।
प्रश्न 20.
भारत में चावल के उत्पादन की आवश्यक भौगोलिक दशाओं के साथ-साथ इसके उत्पादन एवं वितरण का वर्णन कीजिए। [4]
अथवा
भारत में लौह-इस्पात उद्योग का कच्चा माल, ऊर्जा, बाजार एवं परिवहन के संदर्भ में वर्णन कीजिए। [4]
उत्तर:
चावल भारत की एक महत्त्वपूर्ण खाद्यान्न फसल है। देश की अधिकांश जनसंख्या का उत्पादक राष्ट्रों में भारत का चीन के बाद दूसरा स्थान है। भारत में विश्व का लगभग 21.6 प्रतिशत चावल उत्पादित होता है। देश के कुल बोये गये क्षेत्र के लगभग एक-चौथाई भाग पर चावल की कृषि की जाती है। आवश्यक भौगोलिक दशाएँ-चावल एक उष्ण आर्द्र कटिबन्धीय फसल है। इसकी लगभग 3000 से भी अधिक किस्में हैं जो विभिन्न कृषि जलवायु प्रदेशों में उगाई जाती हैं। इसकी कृषि के लिए आवश्यक भौगोलिक दशाएँ निम्नलिखित
(i) तापमान: चावल की कृषि के लिए कम .से कम 20 सेण्टीग्रेड तापमान होना चाहिए। इसे बोते समय 20° सेण्टीग्रेड तथा फसल पकते समय 27° सेन्टीग्रेड तापमान की आवश्यकता होती है।
(ii) वर्षा: चावल की कृषि के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है। सामान्यतया 100 से 200 सेमी. वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में इसकी कृषि की जाती है। 100 सेमी. से कम वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में सिंचाई की सहायता से चावल की कृषि की जाती है।
(iii) मृदा: चावल की कृषि के लिए बहुत उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है। इसके लिए चिकनी दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है क्योंकि यह मिट्टी अधिक समय तक आर्द्रता धारण कर सकती है। नदियों द्वारा लायी गई जलोढ़ मिट्टी में चावल का पौधा अधिक अच्छे ढंग से विकसित होता
(iv) धरातल: चावल की कृषि के लिए समतल मैदानी भाग अनुकूल होते हैं ताकि वर्षा अथवा सिंचाई द्वारा प्राप्त जल पर्याप्त समय तक खेतों में रह, सके। पहाड़ी क्षेत्रों में चावल की कृषि ढाली पर सीढ़ीदार खेत बनाकर की जाती है।
(v) श्रम: चावल की कृषि में मशीनों से काम नहीं लिया जा सकता इसलिए इसकी कृषि के लिए अधिक श्रम की आवश्यकता होती है।
उत्पादन एवं वितरण:
भारत में चावल की उत्पादन एवं वितरण-भारत में चावल की कृषि समुद्र तल से 200 मीटर की ऊँचाई तक एवं पूर्वी भारत के आर्द्र प्रदेशों से लेकर
चित्र: भारत में चावल उत्पादक क्षेत्र सन् 2014-15 में देश के प्रमुख चावल उत्पादक राज्यों में पश्चिम बंगाल, पंजाब, उत्तर: प्रदेश, आन्ध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु आदि राज्यों को शामिल किया जाता है। पश्चिम बंगाल राज्य में जलवायु की अनुकूलता के कारण एक कृषि वर्ष में चावल की तीन फसलें (औस, अमन तथा बोरो) उत्पादित की जाती हैं। चावल के प्रति हेक्टेयर उत्पादन की दृष्टि से पंजाब, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, आन्ध्र प्रदेश तथा केरल उत्तर:पश्चिमी भारत के शुष्क परन्तु सिंचित – क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर: प्रदेश व उत्तर:ी राजस्थान में सफलतापूर्वक की जाती है। उत्तर:पश्चिमी भारत के शुष्क परन्तु सिंचित – क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर: प्रदेश व उत्तर:ी राजस्थान में सफलतापूर्वक की जाती है। भारत के अग्रणी राज्य हैं। पंजाब तथा हरियाणा के सिंचित क्षेत्रों में हरित क्रान्ति के अन्तर्गत चावल की कृषि सन् 1970 से प्रारम्भ की गई। उत्तम किस्म के बीजों, पर्याप्त रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों के उपयोग तथा शुष्क जलवायु के कारण चावल की फसल के रोग प्रतिरोधी होने के कारण पंजाब तथा हरियाणा में चावल की प्रति हेक्टेयर उपज अधिक है। दूसरी ओर वर्षा पर निर्भर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व उड़ीसा राज्यों के चावल उत्पादक क्षेत्रों में चावल की प्रति हेक्टेयर उपज बहुत कम मिलती है।
प्रश्न क्रमांक 21 से 22 मानचित्र कार्य से सम्बन्धित हैं। प्रत्येक प्रश्न-2 अंक का है।
प्रश्न 21.
दिए गए विश्व के रेखा मानचित्र में निम्नांकित को अंकित कीजिए [4]
(अ) ग्रेट ब्रिटेन’
(ब) फ्रांस
(स) मास्को
(द) मैक्सिको।
उत्तर:
प्रश्न 22.
दिए गए भारत के रेखामानचित्र में निम्नांकित खनिज तेल उत्पादक क्षेत्रों को दर्शाइए [4]
(अ) मुंबई हाई
(ब) अंकलेश्वर
(स) दिगबोई
(द) कलोल।
उत्तर:
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