Rajasthan Board RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Poems Chapter 5 Crossing the Bar
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Poems Chapter 5 Textual Activities
Comprehension
(A) Tick the correct alternative :
Question 1.
What do “Sunset and evening star” imply in the poem?
(a) The end of the day
(b) The end of evening
(c) The end of life
(d) The beginning of night
Answer:
(c) The end of life
Question 2.
What is the mood of the speaker?
(a) Sad.
(b) Cheerful
(c) Optimistic
(d) Pessimistic
Answer:
(c) Optimistic
Answer the following questions in 15-20 words each :
Question 1.
What is the wish of the speaker?
वक्ता की क्या इच्छा है?
Answer:
The speaker wishes to see his creator face to face after crossing the ocean which is in the form of the world.
वक्ता इस महासागर रूपी संसार को पार करके अपने निर्माता से आमने-सामने मिलना चाहता है।
Question 2.
In which atmosphere does the speaker want to die?
वक्ता किसे माहौल में मरना चाहता है?
Answer:
The speaker wants to die in the atmosphere of peace and joy with an optimistic thought of getting a new life after death.
वक्ता आशावादी तथा खुशी के माहौल में मरना चाहता है तथा विचार करता है कि उसे मृत्यु के बाद नया जीवन मिलेगा।
Question 3.
“I hope to see my Pilot face to face”. Whom does the word “Pilot” here refer to?
“मैं अपने सारथी को आमने-सामने देखना चाहता हूँ।” यहाँ ‘पायलट’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त किया गया है?
Answer:
The word “Pilot refers to God with whom the poet desires to see Him face to face after departing from this world.
यहाँ पायलट शब्द भगवान के लिए प्रयुक्त किया गया है जिससे कवि इस संसार से चले जाने के पश्चात् आमने-सामने मिलना चाहता है?
Question 4.
What does the speaker want to suggest by referring to “twilight and evening bell”?
“विलाइट एण्ड इवनिंग बैल्स” प्रयुक्त करके वक्ता क्या सुझाव देना चाहता है?
Answer:
The speaker wants to suggest by referring “twilight and evening bell” that we should worship our maker before leaving this world.
“विलाइट एण्ड इवनिंग बेल्स” प्रयुक्त करके वक्ता यह सुझाव देना चाहता है कि हमें इस संसार से जाने से पहले अपने निर्माता की पूजा करनी चाहिए।
Question 5.
What does “the bar” symbolise in the poem?
इस कविता में ‘the bar’ किसका प्रतीक है?
Answer:
The bar is the symbol of the ocean which is the world to which we have to cross to see our maker face to face.
The bar महासागर का प्रतीक है जो कि यह संसार है जिसे हमें पार करना पड़ता है, अपने निर्माता से आमने-सामने मिलने के लिए।
Answer the following questions in 30-40 words each :
Question 1.
Which words and phrases in the poem suggest the idea of death and dying?
इस कविता में कौनसे शब्द तथा मुहावरे मृत्यु के विचार एवं मरने को दर्शाते हैं?
Answer:
“Sunset and evening star”, “And one clear call for me”, “I hope to see my Pilot face to face”. These are the words and phrases in the poem which suggest the idea of the death and dying.
“सनसेट एण्ड इवनिंग स्टार”, “एण्ड वन क्लियर काल फॉर मी”, “आई होप टू सी माई पाइलट फेस टू फेस” ये वे शब्द एवं मुहावरे हैं जो मृत्यु व मृत्यु के विचारों को कविता में सुझाते हैं।
Question 2.
Why doesn’t the speaker want to die in a mournful atmosphere?
वक्ता दु:खद वातावरण में क्यों नहीं मरना चाहता है?
Answer:
The speaker does not want to die in a mournful atmosphere because he realises that death is the beginning of new life and he believes in the immortality of soul in this mortal world.
कवि दु:खद माहौल में मरना नहीं चाहता है क्योंकि वह महसूस करता है कि मृत्यु नए जीवन की शुरुआत है और वह इस नश्वर संसार में आत्मा की अमरता में विश्वास करता है।
Question 3.
Explain the phrase “our bourne of Time and Place”.
“आर बार्न ऑफ टाईम एण्ड प्लेस” इस वाक्यांश को समझाइये।
Answer:
In this phrase the poet wants to clear that the human being has taken birth in this world from this ocean and then mixes in it once again and the sea is in the form of our creator who is almighty.
इस कहावत में कवि स्पष्ट करता है कि मानव ने इस संसार में महासागर में से जन्म लिया है तथा पुनः इसी में मिल जाता है। यह महासागर हमारे निर्माता के रूप में है जो कि सर्वशक्तिमान है।
Question 4.
Which expressions in the poem reveal the optimistic mood of the speaker?
कविता में कौनसी अभिव्यक्ति कवि के आशावादी स्वभाव को व्यक्त करती है?
Answer:
The speaker reveals the sense of optimistic mood in the poem by expressing his views that he hopes to see his Pilot face to face and he will return to his home once again. It clears that the poet believes in immortality of soul.
इस कविता में वक्ता आशावादी मनोदशा व्यक्त करता है। वह अपने निर्माता से आमने-सामने मिलने की इच्छा दर्शाता है और कहता है कि वह एक बार पुनः अपने घर लौट आयेगा। यह स्पष्ट करता है कि कवि आत्मा की अमरता में विश्वास करता है।
Answer the following questions in about 150 words each :
Question 1.
Critically appreciate the poem.
कविता की समालोचनात्मक विवेचना कीजिए।
Answer:
In this poem the poet appears in calm and satisfactory mood at the time of departure from this world. The poet has an optimistic view and going to see his creator beyond this endless ocean. It is the time of evening and the sun has set and the sky is full of stars. The setting of the sun is the symbol of the end of life but the appearance of the moon and its cool radiance introduces another sense of life and develops the sense of immortality.
The poet realises that his creator is calling him which is an obvious sign of optimistic sense of life. There is no sense of moaning or regretting in his heart. The poet notices the endless and bottomless ocean still and there is a layer of foam on the surface of the sea. It is an open invitation to the poet to go further. The foam appears in the form of flower carpet for the poet. The poet likes to worship his maker before his departure and there is no sense of ‘sorrow at the time of farewell from this world.
इस कविता में कवि इस संसार से जाते समय पूर्ण शान्त व संतुष्ट मनोदशा में प्रकट होता है। कवि आशावादी विचारधारा से भरा हुआ है और इस अनन्त महासागर के उस पार अपने निर्माता से मिलने जा रहा है। यह शाम का समय है। सूर्य अस्त हो चुका है तथा आकाश में तारे हैं। सूर्य का अस्त होना जीवन के अन्त का प्रतीक है। लेकिन चन्द्रमा की उपस्थिति और इसकी ठण्डी रोशनी जीवन के दूसरे पहलू से अवगत कराती है तथा अमरता के भाव विकसित करती है। कवि महसूस करता है कि उसका निर्माता उसे बुला रहा है जो कि जीवन में आशावाद का प्रतीक है।
उसके दिल में किसी प्रकार का दुःख एवं रोने का भाव नहीं है। कवि अनन्त व असीमित गहरे महासागर को शान्त देखता है तथा महासागर की सतह पर समुद्र झाग की एक परत है। यह कवि को आगे बढ़ने का स्पष्ट संकेत है। समुद्री झाग कवि को फूलों के एक गलीचे के रूप में दिखाई देता है जो समुद्र की सतह पर फैला हुआ है। कवि जाने से पहले अपने निर्माता की पूजा करना चाहता है तथा इस संसार से विदाई के समय कवि के दिल और दिमाग में कोई भी दुःख एवं पश्चात्ताप की भावना नहीं है।
Question 2.
Discuss the theme of the poem.
कविता के मूल भाव का विवेचन कीजिए।
Answer:
On behalf of this poem the poet discusses about the theme of immortality of the soul in this mortal world. The poet says that this world is not permanent and every creature must have to leave this world sooner or later because it is not the destination of the life of man. It is the way through which we can achieve the company of our maker. The poet says that the life and death are the natural course of nature so that the human being should not fear at the time of death because the death is the beginning of new life and the new life is better than the previous one.
The poet presents this whole world in the form of an endless ocean. Through which we have to pass in order to see our creator; so that the poet is ready to sail to cross this endless ocean with an optimistic mood and there is not any sense of sorrow in his heart because it is an opportunity to appear in a new world which is the empire of his maker and it is heaven.
इस कविता के माध्यम से कवि इस नश्वर संसार में आत्मा की अमरता के मूल भाव को प्रकट करता है। कवि कहता है कि यह संसार स्थाई नहीं है और प्रत्येक प्राणी को यह संसार जल्दी या देरी से छोड़ना ही पड़ता है क्योंकि यह मानव जीवन का लक्ष्य नहीं है। यह वह मार्ग है जिससे हम अपने निर्माता का साथ प्राप्त कर सकते हैं। कवि कहता है कि जीवन और मृत्यु प्रकृति के स्वाभाविक क्रम हैं। इसलिए मानव को मृत्यु के समय डरना नहीं चाहिए क्योंकि मृत्यु नए जीवन की शुरुआत है तथा नया जीवन पिछले जीवन से श्रेष्ठ होता है।
कवि इस संसार को एक अनन्त महासागर कहता है जिसमें से हमें अपने निर्माता से मिलने के लिए गुजरना पड़ता है। इसलिए कवि इस अनन्त महासागर को जहाज पर सवार होकर पार करने को तैयार है तथा वह एक आशावादी मनोदशा में है। उसके दिल में कोई दु:ख के भाव नहीं हैं क्योंकि यह एक नये संसार को प्राप्त करने का अवसर है जो कि उसके निर्माता का साम्राज्य है और वही स्वर्ग है।
RBSE Class 11 English The Magic of The Muse Poems Chapter 5 Additional Questions
Answer the following questions in about 60-80 words each :
Question 1.
Why is the poet happy at the time of his departure from this world?
इस संसार से रवानगी के समय कवि प्रसन्न क्यों है?
Answer:
The poet is happy at the time of his departure because he listens an obvious call of his maker. The God is calling him to heaven to become his associate and it is the target of his life. The poet finds this call as a blessing of his creator so that he has filled with the sense of great excitement and becomes happy.
कवि अपनी रवानगी के समय खुश है क्योंकि वह अपने निर्माता का स्पष्ट बुलावा सुनता है। भगवान उसे स्वर्ग में आने को बुला रहा है तथा अपना साथी बना रहा है और यही कवि के जीवन का लक्ष्य है। कवि इस बुलावे को अपने निर्माता को आशीर्वाद समझता है। इसलिए वह बहुत अधिक उत्तेजना से भर गया है तथा खुश हो गया है।
Question 2.
How does the ocean inspire the poet to go?
महासागर कवि को जाने के लिए कैसे प्रेरित करता है?
Answer:
The ocean inspires the poet to go further to be still. Calm and silent form of the sea encourages the poet to go ahead to achieve the target of his life. The foam of the ocean seems like the carpet of flowers for him which makes the poet realise that the way is full of comforts and easy for him.
महासागर कवि को शान्त रहने के लिए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। महासागर का शान्त और मौन स्वरूप उसे अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है। महासागर के झाग कवि को फूलों के गलीचे की तरह प्रतीत होते हैं जो कवि को महसूस कराता है कि उसका रास्ता आसान व सुविधाओं से भरा हुआ है।
Question 3.
Describe the mental condition of the poet at the time of farewell?
विदाई के समय कवि की मनोदशा के बारे में विवेचन कीजिए।
Answer:
The poet is not sad at the time of farewell because he is very excited to go to see his maker and he is busy in the worship of God and believes in immortality of soul. He feels that it is the time to get rid of this mortal world in which he has to live a limited life in complete boundation.
कवि विदाई के समय दु:खी नहीं है क्योंकि वह अपने निर्माता से मिलने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक है। वह भगवान की पूजा में व्यस्त है तथा आत्मा की अमरता में विश्वास करता है। वह महसूस करता है कि यह समय इस नश्वर संसार से छुटकारा पाने का अवसर है जिसमें वह एक सीमित जीवन जीता है जो कि पूर्ण बन्धनों से भरा हुआ है।
Question 4.
Why is the poet confident to cross the sea easily?
कवि को महासागर पार करने को विश्वास क्यों है?
Answer:
The poet is confident to cross the sea easily because he realises that the God is the pilot of his ship and He will lead him to the right way to achieve the gospel of his life and the ocean has also became still to make his way easy to arrive at the destination. The aim of his life is to approach the heaven.
कवि को इस महासागर को आसानी से पार करने का विश्वास है क्योंकि वह महसूस करता है कि उसके जहाज को चलाने वाला स्वयं भगवान है जो कि उसे उसके जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सही दिशा में ले जाएगा तथा समुद्र भी उसके मार्ग को आसान बनाने के लिए शान्त है जिससे कि वह अपने जीवन का लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर सके जो कि स्वर्ग प्राप्त करना है।
Question 5.
What message does the poet deliver on behalf of the poem ‘Crossing the Bar’?
‘क्रॉसिंग द बार’ कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश प्रदान करता है?
Answer:
On behalf of this poem the poet delivers an important lesson to the readers to remove the sense of death from their heart and mind because the death is not the end of life but it is an expansion of life in which the God grants us an another kind of life in his empire to enjoy freedom of all types; so that we may worship our creator and always remain ready to depart from this world which is not permanent station or the aim of our life.
इस कविता के माध्यम से कवि पाठकों को एक महत्त्वपूर्ण संदेश देता है कि उन्हें अपने दिल और दिमाग से मृत्यु के भाव को समाप्त कर देना चाहिए क्योंकि मृत्यु जीवन का अन्त नहीं है बल्कि यह जीवन का विस्तार है जिसमें भगवान हमें दूसरे प्रकार का जीवन प्रदान करता है तथा अपने साम्राज्य में सभी बन्धनों से आजादी प्रदान कर देता है। इसलिए हमें अपने निर्माता की पूजा करनी चाहिए और इस संसार से जाने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए जो कि हमारा स्थाई निवास नहीं है न ही हमारे जीवन का लक्ष्य है।
Question 6.
How does the nature invite the poet to come into its contact?
प्रकृति कवि को अपने सम्पर्क में आने के लिए कैसे निमन्त्रण देती है?
Answer:
The nature invites the poet to come into its contact having shown its modified form. The ocean which remains full of waves becomes still and produces foam on its surface as if it is spreading flowers on the way of the poet. Setting of the sun and arrival of the evening stars are the symbol of new life and the clear call of the God invites the poet to come into the contact of nature and stay with it forever.
प्रकृति अपना बदला हुआ स्वरूप पेश करके कवि को निमन्त्रण देती है। महासागर जो कि हमेशा लहरों से भरा होता है शांत हो जाता है तथा अपनी सतह पर झाग उत्पन्न करता है जैसे कि यह कवि के मार्ग में फूल बिछा रहा हो। सूर्य का अस्त होना तथा संध्या का आगमन और तारों का चमकना ये सब नए जीवन के संकेत हैं तथा भगवान की स्पष्ट आवाज कवि को प्रकृति के सम्पर्क में आने तथा हमेशा के लिए उसके साथ रहने का प्रस्ताव है।
Question 7.
What is the aim of the life of human being according to the poem -“Crossing the Bar”?
“क्रॉसिंग दा बार’ कविता के अनुसार मानव जीवन का लक्ष्य क्या है?
Answer:
On behalf of this poem the poet says that the aim of the life of human beings is to achieve the company of his creator; so that the men should not involve in this materialistic world and devote their life in the service of their creator facing hurdles of their life. The endless ocean which is full of darkness misleads the men from their goal of life but the man should remember the target and ignore this world full of gloom.
इस कविता के माध्यम से मानव जीवन का मूल उद्देश्य ईश्वर को प्राप्त करना है। इसलिए मानव को इस भौतिक संसार में शामिल नहीं होना चाहिए तथा अपना जीवन ईश्वर की भक्ति में समर्पित कर देना चाहिए। अपने जीवन की बाधाओं को पार करना चाहिए। यह अनन्त महासागर जो कि अन्धकार से भरा हुआ है मानव : को अपने लक्ष्य से भटका देता है। मानव को अपना लक्ष्य याद रखना चाहिए तथा इस संसार को नकार देना चाहिए, जो कि अज्ञानता से भरा हुआ है।
Leave a Reply