RBSE Solutions for Class 12 English Rainbow Chapter 6 On Reading in Relation to Literature are part of RBSE Solutions for Class 12 English Rainbow. Here we have given Rajasthan Board RBSE Class 12 English Rainbow Chapter 6 On Reading in Relation to Literature.
Rajasthan Board RBSE Class 12 English Rainbow Chapter 6 On Reading in Relation to Literature
RBSE Class 12 English Rainbow Chapter 6 Textual Questions
Activity 1. Comprehension
A. Say whether the following statements are True or False. Write ‘T’ for true and ‘F’ for false:
1. Everybody knows the art of reading.
2. Reading in true sense means reading the words or characters automatically and pronouncing them correctly.
3. A scholar should keep in mind that a book should not be read for mere amusement.
4. We can consider the judgment of a single person infallible.
5. Great books never become outdated.
Answers:
1. False
2. False
3. True
4. False
5. True
B. Answer the following questions in about 30-40 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में दीजिए:
Question 1.
Who is able to read very well even before reaching the age of twenty-five years?
25 वर्ष की उम्र तक पहुँचने से पहले कौन अच्छी प्रकार से पढ़ने में सक्षम होते हैं?
Answer:
According to the author, people who are able to read very well even before reaching the age of twenty-five years are those who are born with a kind of inherited literary instinct. They are very rare.
लेखक के अनुसार जो लोग पच्चीस वर्ष की उम्र होने से पहले ही अच्छी तरह से पठन-पाठन में सक्षम होते हैं, वे एक प्रकार से विरासत में मिले साहित्यिक बोध को लेकर पैदा होते हैं। वे बहुत दुर्लभ होते हैं।
Question 2.
How much is retained in the mind of a reader who reads only for amusement?
उस पाठक को जो केवल मनोरंजन के लिए पढ़ता है कितना याद रहता है?
Answer:
A reader, who reads only for amusement, retains in his mind only very little of the text. It is so because while reading, his mind is occupied with other subjects. He reads without paying attention to the contents.
जो पाठक केवल मनोरंजन के लिए पढ़ता है, वह विषय-वस्तु को बहुत कम ही याद रख पाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पढ़ते समय उसका दिमाग दूसरे विषयों में व्यस्त होता है। वह विषय-वस्तु को बिना ध्यान दिए ही पढ़ता है।
Question 3.
Why are most of the persons unable to express their original opinion about a book?
अधिकांश लोग किसी पुस्तक के बारे में अपने मौलिक विचार व्यक्त करने में असमर्थ क्यों होते हैं?
Answer:
Most persons are unable to express their original opinion about a book because they read it just to amuse themselves, to pass time. In one hour or two, they finish the whole book and are left with only a vague idea about it.
अधिकांश लोग किसी पुस्तक के बारे में अपने मौलिक विचार व्यक्त करने में इसलिए असमर्थ होते हैं क्योंकि वे उसे केवल अपने मनोरंजन के लिए, समय काटने के लिए पढ़ते हैं। एक या दो घण्टे में वे सारी पुस्तक समाप्त कर लेते हैं और उसके बारे में केवल एक अस्पष्ट विचार ही उनके पास रह जाता है।
Question 4.
What does the author mean by hard reading?
गहन अध्ययन से लेखक का क्या तात्पर्य है?
Answer:
According to the author, hard study means reading a book thoroughly. It includes studying all the meanings and aspects of the text. Unlike reading for amusement, the hard study is done slowly and thinking about the contents of the book.
लेखक के अनुसार, गहन अध्ययन का अर्थ होता है पुस्तक को पूरी तरह से पढ़ना। इसमें मूल पाठ के सभी शब्दार्थों और अभिप्रायों का अध्ययन सम्मिलित है। मनोरंजन के लिए पढ़ने के विपरीत, गहन अध्ययन धीरे-धीरे और पुस्तक की विषय-वस्तु के बारे में सोचते हुए किया जाता है।
Question 5.
Explain how, according to Lafcadio Hearn, amusement and study are two different things?
व्याख्या कीजिये कि Lafcadio Hearn के अनुसार मनोरंजन और अध्ययन दो अलग बातें किस प्रकार हैं?
Answer:
According to Lafcadio Hearn, reading a book thoroughly with all its meanings and aspects slowly and thinking about it, is study. But reading a book quickly without paying attention to its contents, is amusement.
Lafcadio Hearn के अनुसार किसी पुस्तक को पूरी तरह से इसके सभी शब्दार्थों व अभिप्रायों के साथ धीरे-धीरे और इसके बारे में सोचते हुए पढ़ना अध्ययन है। लेकिन किसी पुस्तक को जल्दी-जल्दी उसके विवरणों पर ध्यान दिये बिना पढ़ना मनोरंजन है।
Question 6.
What are the chief characteristics of a scientific book?
वैज्ञानिक पुस्तक की मुख्य विशेषताएँ क्या होती हैं?
Answer:
A scientific book is rich in information and knowledge. It is a work for hard study and is not read simply for amusement. A scientific book has an amount of value that makes it worth reading.
वैज्ञानिक पुस्तक सूचना और ज्ञान से भरपूर होती है। यह गहन अध्ययन के लिए लिखी गई कृति होती है और इसे केवल मनोरंजन के लिए ही नहीं पढ़ा जाता है। वैज्ञानिक पुस्तक का बहुत ज्यादा महत्व होता है और यही महत्व इसे पढ़ने योग्य बनाता है।
Question 7.
What is the author’s opinion about half-educated persons?
अर्द्ध-शिक्षित लोगों के बारे में लेखक की क्या राय है?
Answer:
About half-educated persons, the author expresses his opinion that they read only for their amusement. He believes that it is so because they are incapable of appreciating the deeper qualities that belong to really great literature.
अर्द्ध-शिक्षित लोगों के बारे में लेखक अपना मत व्यक्त करता है कि वे केवल अपने मनोरंजन के लिए ही पढ़ते हैं। लेखक का विश्वास है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि वे लोग उन गूढ़ गुणों को समझने में असमर्थ होते हैं जो वास्तव में महान साहित्य में होते हैं।
Question 8.
What is the result of the habit of discipline formed in a person?
किसी भी व्यक्ति में अनुशासन की आदत बनने का परिणाम क्या होता है?
Answer:
Once the habit of discipline has been formed in a person, the result is that he finds it impossible to read for mere amusement. He throws away the book which does not give him intellectual food and appeal to his higher emotions.
एक बार जब किसी व्यक्ति में अनुशासन की आदत पड़ जाती है, उसका परिणाम यह होता है कि वह केवल मनोरंजन के लिए पढ़ने को असम्भव पाता है। वह उस पुस्तक को फेंक देता है जो उसे बौद्धिक भोजन (प्रेरणा) नहीं प्रदान करती और उसकी उच्चस्तरीय भावनाओं को अच्छी नहीं लगती।
Question 9.
What do we find when we re-read a book?
जब हम किसी पुस्तक को पुनः पढ़ते हैं तो हम क्या पाते हैं?
Answer:
When we re-read a book, we find new meanings and new beauty in it. Such a book never becomes old but it is always immortal. It tempts us to read it again more than we wanted to read it the first time.
जब हम किसी पुस्तक को पुनः पढ़ते हैं, हमें इसमें नये अर्थ और नये सौन्दर्य की प्राप्ति होती है। ऐसी पुस्तके कभी पुरानी नहीं होती बल्कि यह हमेशा अमर होती है। वह हमें पुन: पढ़ने के लिए प्रथम बार पढ़ने से भी अधिक ललचाती है।
Question 10.
Why has reading for mere amusement been compared to a narcotic?
किसी पुस्तक को केवल मनोरंजन के लिए पढ़ने की तुलना नशीले पदार्थ से क्यों की गई है?
Answer:
Reading for mere amusement has been compared to a narcotic because both help a person just to pass time. Both destroy all capacity for thought in him and leave the deeper feelings and higher faculties of perception unemployed.
मनोरंजन के लिए पढ़ने की तुलना नशीले पदार्थ से की गई है क्योंकि दोनों ही एक व्यक्ति को केवल समय गुजारने में सहायता करते हैं। दोनों ही उसमें सोचने की सारी क्षमता को नष्ट कर देते हैं और आन्तरिक भावनाओं और ज्ञान की उच्चस्तरीय शक्तियों को बेकार छोड़ देते हैं।
C. Answer the following questions in about 125 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न को उत्तर लगभग 125 शब्दों में दीजिए:
Question 1.
How does a great critic differ from a common person?
एक महान आलोचक सामान्य व्यक्ति से किस प्रकार भिन्न होता है?
Answer:
A common person does not know how to read books. He reads them only for amusement without paying attention to the meaning and beauty that lie hidden in them. He reads them so rapidly that only a vague opinion of what he has read remains in his mind. He cannot answer questions regarding the book he has read. He just thinks that he has read such and such a book knowing almost nothing about what he has read. On the other hand, a great critic reads a book very carefully. He does not read only for amusement. He is able to express an original opinion regarding the contents of a book. The hidden meanings and the beauty of a book are exposed before him. Thus a great critic differs from a common person and is a better reader.
एक सामान्य व्यक्ति पुस्तकों को पढ़ना नहीं जानता। वह उन्हें केवल मनोरंजन के लिए बिना अर्थ और सौन्दर्य जो उसके अन्दर छिपे होते हैं, पर ध्यान देते हुए पढ़ता है। वह उन्हें इतनी तेजी से पढ़ता है कि पढ़ी हुई विषयवस्तु के विषय में बहुत धुंधला विचार उसके मस्तिष्क में रहता है। जो कुछ उसने पढ़ा है, उसके बारे में लगभग कुछ न जानते हुए भी वह सोचता है कि उसने अमुक-अमुक पुस्तकें पढ़ ली हैं। दूसरी ओर एक महान समालोचक किसी पुस्तक को बहुत सावधानीपूर्वक पढ़ता है। वह केवल मनोरंजन के लिए नहीं पढ़ता है। वह किसी पुस्तक की विषय-वस्तु के सम्बन्ध में मौलिक विचार प्रस्तुत कर सकता है। किसी पुस्तक के छिपे अर्थ और सौन्दर्य उसके सामने प्रकट हो जाते हैं। इस प्रकार एक महान समालोचक एक सामान्य व्यक्ति से भिन्न होती है और एक बेहतर पाठक होता है।
Question 2.
“A good book of fiction or romance or poetry is a scientific work.” Explain.
“एक अच्छा कथा साहित्य, प्रेमाख्यान या काव्य की पुस्तक एक वैज्ञानिक रचना होती है।” व्याख्या कीजिए।
Answer:
It is generally believed that a good book of fiction, romance or poetry has no scientific basis. No scientific principles are supposed to have an impact on its composition. But the author thinks otherwise. He says that such a book is worth-reading and carries the same amount of value that a scientific book does. Though its value is of a different kind. He believes that a good book of fiction, romance or poetry is also a scientific work because it is composed according to the best principles of more than one science, especially the great science of life. These books deal in the knowledge of human nature and as such are scientific in nature.
सामान्यतः ऐसा विश्वास किया जाता है कि किसी कथा-साहित्य, प्रेमाख्यान या काव्य की अच्छी पुस्तक का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता है। माना जाता है कि इनकी रचना में किसी वैज्ञानिक सिद्धान्त का प्रभाव नहीं होता है। किन्तु लेखक इसके विपरीत सोचता है। उसका विश्वास है कि कथा- साहित्य, प्रेमाख्यान अथवा काव्य की अच्छी पुस्तक भी वैज्ञानिक रचना होती है क्योंकि यह पढ़ने योग्य होती है और इसका उतना ही महत्व होता है जितना एक वैज्ञानिक पुस्तक का। यद्यपि इसका महत्व अलग प्रकार का होता है फिर भी इसकी रचना एक से अधिक विज्ञान के अच्छे सिद्धान्तों, विशेष तौर पर जीवन के महान विज्ञान के सिद्धान्तों के अनुसार की गई होती है। इन पुस्तकों में मानव-स्वभाव के ज्ञान की चर्चा होती है और इसी कारण इनकी प्रकृति वैज्ञानिक होती है।
Question 3.
How is the greatness of a book determined?
किसी पुस्तक की महानता किस प्रकार निर्धारित की जाती है?
Answer:
The greatness of a book is determined on the following grounds:
(i) The reader wants to read it again and again.
(ii) The reader finds new meanings and new beauty in the book every time he reads it.
(iii) The general opinion about the book.
(iv) The judgement of generations.
(v) Its ability to provide intellectual food.
(vi) Its admiration and praise by all in all ages.
(vii) It’s immortality.
किसी पुस्तक की महानता निम्नलिखित आधारों पर निर्धारित की जाती है:
(i) पाठक इसे बार-बार पढ़ना चाहता है।
(ii) पाठक प्रत्येक बार जब इसे पढ़ता है तो उसे नए अर्थ एवं नया सौन्दर्य प्राप्त होता है।
(iii) पुस्तक के बारे में सामान्य मत।
(iv) पीढ़ियों का निर्णय।
(v) बौद्धिक भोजन प्रदान करने की इसकी क्षमता।
(vi) सभी युगों में सबके द्वारा इसकी प्रशंसा एवं सराहना।
(vii) इसकी अमरता।
Question 4.
Mention the qualities of a good book.
एक अच्छी पुस्तक की विशेषताएँ बताइये।
OR
What qualities are found in a great book?
एक अच्छी पुस्तक में क्या विशेषताएँ मिलती हैं?
Answer:
A good book gives intellectual food to the reader and makes an appeal to his higher emotions and to his intellect. A reader wants to read a good book again and again. He wants to read it a second time even more than he wanted to read it the first time and every additional time that he reads it, he finds new meanings and new beauties in it. A good book is praised and admired in all ages. It passes the test of time and the judgements of generations. It delights a reader more and more as he grows in years. A really good book has a value that lies hidden within it. This is why it grows exactly in proportion to the growth of the reader’s mind. It never becomes old and is immortal.
एक अच्छी पुस्तक पाठक को बौद्धिक प्रेरणा प्रदान करती है और उसकी उच्चस्तरीय भावनाओं और बुद्धि को प्रभावित करती है। पाठक किसी अच्छी पुस्तक को बार-बार पढ़ना चाहता है। वह उसे दूसरी बार, पहली बार से भी अधिक पढ़ना चाहता है और जब-जब वह इसे पढ़ता है, वह इसमें नये अर्थ और नये सौन्दर्य पाता है। अच्छी पुस्तक की हर युग में प्रशंसा और सराहना की जाती है। यह समय व पीढ़ियों के निर्णयों की परीक्षा पास करती है। यह पाठक को उसकी बढ़ती उम्र के साथ अधिकाधिक आनन्द प्रदान करती है। वास्तव में एक अच्छी पुस्तक का ऐसा मूल्य होता है जो इसके अन्दर छिपा होता है। इसीलिए यह पाठक के मस्तिष्क के विकास के साथ-साथ विकसित होती जाती है। यह कभी पुरानी नहीं होती है और अमर होती है।
Question 5.
What should guide us in the choice of our reading?
अपने पढ़ने के लिए चुनाव करने में हमें किस बात से निर्देशित होना चाहिए?
Answer:
The author believes that in the choice of our reading, we should be guided by the fact that we read only the books that we want to read more than once. Such books provide food for our intellect and appeal to our higher emotions. We should pay attention to the general character of the value that lies hidden within all great books. We should read such books that never become old and are immortal works of literature. They are admired in all the ages. Though they are not comprehended fully at the first reading; in all their subsequent readings, they bring out their new meanings and new beauty hidden deep within them. Great books grow in direct proportion to our age and experience of life.
लेखक का मानना है कि अपने पढ़ने के चुनाव में हमें इस बात से निर्देशित होना चाहिए कि हम वही पुस्तकें पढ़ें जिन्हें हम एक से अधिक बार पढ़ना चाहें। ऐसी पुस्तकें : हमारे मस्तिष्क को प्रेरणा देती हैं और हमारी उच्चस्तरीय भावनाओं को अच्छी लगती हैं। हमें उपयोगिता के उस सामान्य गुण को भी ध्यान में रखना चाहिए जो सभी महान पुस्तकों में छिपा रहता है। हमें ऐसी पुस्तकें पढ़नी चाहिए जो कभी पुरानी नहीं होतीं और साहित्य की अमर कृतियाँ होती हैं। उनकी सभी युगों में सराहना होती है। यद्यपि उन्हें पहले पठन में समझा नहीं जा सकता है, परन्तु बाद के सभी पठनों में वे अपने अन्दर गहरे छिपे हुए नये अर्थों और नये सौन्दर्यों को उजागर करती हैं। महान पुस्तकें हमारी उम्र और जीवन के अनुभव के ठीक समानुपात में विकसित होती है।
Question 6.
What does the author mean by “A great book grows exactly in proportion to the growth of the reader’s mind”?
“कोई महान पुस्तक अपने पाठक के मस्तिष्क के विकास के अनुपात में विकसित हो जाती है।” लेखक का इस कथन से क्या आशय है?
Answer:
A great book is not comprehended in all its meaning and beauty in one reading. Only the narrative is absorbed. Sometimes it takes humanity hundreds of years to find out what is there in a great book. But in its additional readings, a great book unfolds new meanings to a man as he grows in experience and age. A good book delights a person irrespective of his age. If a book is really good, it will delight the reader at eighteen and it will delight him much more at twenty-five. And at the age of thirty, the same reader will find newness in the same book. The same holds true at the age of fifty or sixty. Thus a great book grows exactly in proportion to the growth of a reader’s mind.
किसी भी महान पुस्तक को पहली बार पढ़ने में ही उसके सारे अर्थ और सौन्दर्य के साथ नहीं समझा जा सकता, केवल कहानी ही समझी जा सकती है। कभी-कभी किसी पुस्तक में क्या है इसका पता लगाने में मानवता को सैकड़ों वर्ष लग जाते हैं। लेकिन आगे बार-बार पढ़ने पर एक महान पुस्तक किसी व्यक्ति के सामने जैसे-जैसे उस व्यक्ति का अनुभव और उम्र बढ़ती है, नये-नये अर्थ खोलती है। एक अच्छी पुस्तक व्यक्ति को हर उम्र में आनन्द प्रदान करती है। अगर कोई पुस्तक वास्तव में अच्छी है तो यह पाठक को अट्ठारह वर्ष की उम्र में भी आनन्द प्रदान करेगी और पच्चीस वर्ष की उम्र में वह उसे और भी अधिक आनन्द प्रदान करेगी। तीस वर्ष की उम्र में इसी पुस्तक में उसी पाठक को नवीनता दिखाई देगी। पचास और साठ वर्ष की उम्र में भी यही बात रहती है। इस प्रकार एक महान पुस्तक अपने पाठक के मस्तिष्क के विकास के अनुपात में विकसित होती जाती है।
RBSE Class 12 English Rainbow Chapter 6 Additional Questions
A. Answer the following questions in about 30-40 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में दीजिए:
Question 1.
What does ‘reading in the true sense’ mean?
‘सही अर्थ में पढ़ना’ क्या होता है?
Answer:
Reading merely the words, even pronouncing them correctly is not reading in true sense. Reading the book with taste and discrimination, grasping the meanings and enjoying the beauty is reading in true sense.
केवल शब्दों को पढ़ना, इनका ठीक से उच्चारण भी करना सही अर्थ में पढ़ना नहीं कहलाता। रुचि और भेद करने के गुण के साथ अर्थों को समझते हुए और सौन्दर्य का आनन्द लेते हुए पढ़ना ही सही अर्थ में पढ़ना होता है।
Question 2.
How are most of the reading done in the world?
संसार में ज्यादातर पठन कैसे किया जाता है?
Answer:
Most of the reading in the world is done for personal amusement. Most people read books for the story only. They buy books and read them just to kill time. In one hour or two, their eyes pass over all the pages.
संसार में अधिकांशतः पठन व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए ही किया जाता है। अधिकांशत: लोग केवल कहानी जानने के लिए ही पढ़ते हैं। वे पुस्तकें खरीदते हैं और केवल समय बिताने के लिए उन्हें पढ़ते हैं। एक या दो घण्टे में उनकी दृष्टि सारे पृष्ठों पर से गुजर जाती है।
Question 3.
Why are most persons not able to answer questions on the books they have read?
ज्यादातर लोग अपने द्वारा पढ़ी गई पुस्तकों के विषय में प्रश्नों के उत्तर देने में समर्थ क्यों नहीं होते हैं?
Answer:
Most persons are not able to answer questions on books they have read because they have read them casually, for personal amusement and just to pass time. They have read them in an hour or two and have only a vague idea about them.
ज्यादातर लोग अपने द्वारा पढ़ी गई पुस्तकों के विषय में प्रश्नों के उत्तर देने में समर्थ नहीं होते हैं क्योंकि वे उन्हें बिना ध्यान दिये, व्यक्तिगत मनोरंजन और केवल समय काटने के लिए पढ़ते हैं। उन्होंने उन्हें एक या दो घण्टे में पढ़ा होता है और उनके पास उनकी अस्पष्ट जानकारी ही होती है।
Question 4.
What is the difference between a great critic and a common person?
महान समालोचक और आम आदमी में क्या अन्तर होता है?
Answer:
The difference between a great critic and a common person is that a great critic knows how to read a book while the common person does not. A great critic is able to express his original opinion on a book while a common person is not.
किसी महान समालोचक और आम आदमी में यह अन्तर होता है कि महान समालोचक जानता है कि किसी पुस्तक को कैसे पढ़ा जाता है जबकि आम आदमी इस बात को नहीं जानता। एक महान समालोचक किसी पुस्तक पर अपना मौलिक विचार व्यक्त कर पाता है जबकि आम आदमी ऐसा नहीं कर पाता।
Question 5.
How do we read history, philosophy and science?
इतिहास, दर्शनशास्त्र और विज्ञान को हम कैसे पढ़ते हैं?
Answer:
When we read history, philosophy and science, we read them thoroughly. We study all the meanings and aspects of the text. We read them slowly and thinking about them. The writer calls this hard study.
जब हम इतिहास, दर्शनशास्त्र और विज्ञान पढ़ते हैं तो हम उन्हें पूरी तरह से पढ़ते हैं। हम अवतरण के सभी अर्थों और पहलुओं का अध्ययन करते हैं। हम उन्हें धीरे-धीरे और उनके बारे में सोचते हुए पढ़ते हैं। लेखक इसे गहन अध्ययन कहता है।
Question 6.
What is the difference between a scholar and a half-educated person?
विद्वान और अर्द्ध-शिक्षित व्यक्ति में क्या अन्तर होता है?
Answer:
A scholar reads a book thoroughly. He is able to express his original opinion about the book he has read. On the contrary, a half-educated person reads for amusement and is incapable of appreciating its deeper qualities.
विद्वान पुस्तक को पूरी तरह से पढ़ता है। वह उस पुस्तक पर अपने मौलिक विचार व्यक्त कर पाता है जिसे उसने पढ़ा है। इसके विपरीत, अर्द्ध-शिक्षित व्यक्ति मनोरंजन के लिए पढ़ता है और उसके गूढ गुणों को समझने में अक्षम होता है।
Question 7.
What should a young man be disciplined for? (S. S. Exam 2018)
एक नवयुवक को किस बात के लिए अनुशासित होना चाहिए?
Answer:
A young man should be disciplined for meaningful reading. He should never read only for amusement. He should not read a book that does not give him some intellectual food and appeal to his higher emotions.
एक नौजवान को सार्थक अध्ययन हेतु अनुशासित होना चाहिए। उसे केवल मनोरंजन हेतु कभी नहीं पढ़ना चाहिए। उसे कभी कोई ऐसी पुस्तक नहीं पढ़नी चाहिए जो उसे बौद्धिक प्रेरणा प्रदान न करती हो और उसकी उच्चस्तरीय भावनाओं को अच्छी न लगती हो।
Question 8.
What does a narcotic do to a person?
कोई नशीला पदार्थ किसी व्यक्ति पर क्या असर करता है?
Answer:
A narcotic keeps a person in a condition of dreaming. It destroys all his capacity for thought. It gives exercise only to the surface parts of his mind and leaves the higher faculties of perception unemployed.
कोई भी नशीला पदार्थ व्यक्ति को स्वप्नावस्था में बनाये रखता है। यह उसकी सोचने की क्षमता को नष्ट कर देता है। यह उसके मस्तिष्क के सतही भागों को ही अभ्यास प्रदान करता है और उसकी उच्चस्तरीय शक्तियों को बेकार छोड़ देता है।
Question 9.
What is the real test of a great book? एक महान पुस्तक की असली परीक्षा क्या होती है?
Answer:
The real test of a great book is that people want to re-read it. They want to read it the second time more than they did the first time. In every additional reading, it unfolds its newer meanings and beauties.
किसी महान पुस्तक की असली परीक्षा होती है कि लोग उसे बार-बार पढ़ना चाहते हैं। वे उसे पहली बार से भी अधिक दूसरी बार पढ़ना चाहते हैं। हर अगले पठेने में वह अपने नये-नये अर्थों और सौन्दर्यों को उजागर करती है।
Question 10.
What kind of books should we invest money in?
हमें किस प्रकार की पुस्तकों पर धन का निवेश करना चाहिए?
Answer:
We should invest money in buying such books that we want to read more than once. Such books pass the test of time and have certain value lying hidden within them. Such books never become old and are immortal.
हमें ऐसी पुस्तकें खरीदने में धन लगाना चाहिए जिन्हें हम एक से अधिक बार पढ़ना चाहते हैं। ऐसी पुस्तकें समय की कसौटी पर खरी उतरती हैं और उनके अन्दर छिपा हुआ कुछ गुण होता है। ऐसी पुस्तकें कभी पुरानी नहीं होतीं और अमर होती हैं।
B. Answer the following questions in about 125 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 125 शब्दों में दीजिए।
Question 1.
What is the writer’s opinion about reading in relation to literature?
साहित्य के सन्दर्भ में पढ़ने के बारे में लेखक का क्या विचार है?
Answer:
About reading in relation to literature, the writer says that a book should not be read-only for amusement because once this habit is formed, like a narcotic, it destroys all capacity for thought. Such a reading leaves the reader with a vague idea of the book and he is unable to express any original opinion about what he has read. The writer believes that a book should be read thoroughly as a critic does. It should be read with taste and discrimination, studying all the meanings and enjoying all the beauties inherent in it. The writer says that we should buy and read books that are worth reading more than once. Such books never become old and grow exactly in proportion to the growth of the reader’s mind.
साहित्य के सन्दर्भ में पढ़ने के बारे में लेखक कहता है कि पुस्तक को केवल मनोरंजन के लिए ही नहीं पढ़ना चाहिए क्योंकि यदि एक बार यह आदत पड़ जाती है तो यह नशीले पदार्थ की तरह विचार करने की सारी क्षमता को नष्ट कर देती है। इस प्रकार के पठन से पाठक के पास पुस्तक की एक अस्पष्ट जानकारी ही रह जाती। है और वह जो कुछ उसने पढ़ा है उसके बारे में मौलिक विचार व्यक्त करने में असमर्थ होता है। लेखक का मानना है कि पुस्तक को पूरी तरह से पढ़ना चाहिए जैसा एक समालोचक करता है। उसे रुचि और भेद करने की शक्ति के साथ, उसके सभी अर्थों का अध्ययन करते हुए और उसमें निहित सभी सौन्दर्यों का आनन्द लेते। हुए पढ़ना चाहिए। लेखक कहता है कि हमें वे पुस्तकें खरीदनी और पढ़नी चाहिए जो एक से अधिक बार पढ़ने के योग्य हों। ऐसी पुस्तकें कभी पुरानी नहीं पड़तीं और पाठक के मस्तिष्क के ठीक समानुपात में विकसित होती जाती हैं।
Question 2.
Why does the author not consider the habit of reading for amusement desirable?
लेखक मनोरंजन के लिए पढ़ने की आदत को वांछनीय क्यों नहीं मानता है?
Answer:
The author does not consider the habit of reading for amusement desirable because it just extracts the narrative portion of a text from the rest. Such people go through the pages rapidly and there remains in their minds a vague idea or two about what they have read. But when they are asked questions concerning those very books, they fail to answer them. A person cannot express an original opinion regarding the contents of a book if she/he reads it for amusement only. Hidden meanings and beauties of a book can be unfolded only when it is carefully read. Moreover, reading for amusement is like an addiction that helps pass time, keeps up a perpetual condition of dreaming and eventually results in destroying all capacity for thought.
लेखक मनोरंजन के लिए पढ़ने की आदत को वांछनीय नहीं मानता है क्योंकि यह आदत किसी रचना के कथात्मक भाग को ही ग्रहण करती है और शेष को छोड़ देती है। ऐसे लोग जल्दी-जल्दी पृष्ठ-प्रति-पृष्ठ पढ़ते हैं और वे जो कुछ पढ़ते हैं उसके विषय में उनके दिमाग में एक या दो धुंधले विचार ही रह जाते हैं। किन्तु जब उन्हीं पुस्तकों के सम्बन्ध में उनसे प्रश्न पूछे जाते हैं तो वे उनका उत्तर नहीं दे पाते हैं। यदि कोई व्यक्ति सिर्फ मनोरंजन हेतु किसी पुस्तक को पढ़ता है तो वह उस पुस्तक की विषय-वस्तु के सम्बन्ध में कोई मौलिक राय नहीं दे सकता है। किसी पुस्तक के अर्थ और सौन्दर्य उसे ध्यानपूर्वक पढ़ने पर ही प्रकट हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त मनोरंजन हेतु पढ़ना किसी नशे की लत की भाँति है जिससे समय कट जाता है, जो सतत्स्वप्नावस्था बनाए रखती है और अन्ततः उससे विचार करने की शक्ति का विनाश हो जाता है।
Question 3.
Why are most people unable to express any original opinion about what they have read?
ज्यादातर लोग जो उन्होंने पढ़ा है उसके बारे में मौलिक विचार व्यक्त करने में असमर्थ क्यों रहते हैं?
Answer:
Most people in the world read books for their personal amusement only. While reading a book, their eyes pass over the words of the text so fast that they finish the book in an hour or two. They do not read it with taste and discrimination. They read either to extract the story or simply to pass time. What happens, in the end, is that they are left with a vague idea or two about what they have read. If they are asked any questions on the text, they are simply not able to give an answer. The writer says that this is the reason why there is not one out of a thousand people who are able to express an original opinion worth-hearing about what he has read.
संसार में ज्यादातर लोग मात्र अपने व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए पुस्तकें पढ़ते हैं। पुस्तक पढ़ते समय उनकी आँखें विषय-वस्तु के शब्दों पर इतनी तेजी से गुजरती हैं कि वे एक या दो घण्टे में ही पुस्तक पढ़ लेते हैं। वे उसे रुचि और भेद करने की क्षमता के साथ नहीं पढ़ते हैं। वे या तो कहानी समझने या केवल समय बिताने के लिए पढ़ते हैं। अन्त में क्या होता है कि जो उन्होंने पढ़ा है उसके बारे में उनके पास एक अस्पष्ट जानकारी ही रह जाती है। यदि उनसे विषय-वस्तु पर कोई प्रश्न पूछे जाते हैं तो वे कोई उत्तर नहीं दे पाते हैं। लेखक कहता है कि यही कारण है कि हजार लोगों में एक भी ऐसा नहीं होता जो उसमें बारे में सुनने योग्य मौलिक विचार व्यक्त कर सके जो उसने पढ़ा है।
Question 4.
How has the writer explained the difference between reading and study?
लेखक ने पढ़ने और अध्ययन करने में अन्तर की व्याख्या कैसे की है?
Answer:
The writer says that there is a difference between reading and study. Reading is performed only for amusement. When a poem or a story is read out of class hours, it is reading for amusement. It is mostly done irrespective of attention to the deeper qualities inherent in the text. The purpose is simply to pass time. But study means reading thoroughly. While studying a book, all the meanings and all the beauties of the text are paid attention to. The study is done slowly and thinking about the contents as is done in the case of history, philosophy or science books. The writer says that every book worth-reading which has the same amount of value as a scientific book is studied and not read for amusement.
लेखक कहता है कि पढ़ने और अध्ययन करने में अन्तर होता है। पढ़ना मात्र मनोरंजन के लिए होता है। जब कोई कविता या कहानी कक्षा के घण्टों के बाहर पढ़ी जाती है तो वह मनोरंजन के लिए पढ़ना होता है। यह विषय-वस्तु में निहित गुणों पर ध्यान दिये बिना किया जाता है। इसका उद्देश्य केवल समय गुजारना होता है। लेकिन अध्ययन का अर्थ है- पूरी तरह से पढ़ना। किसी पुस्तक का अध्ययन करते समय मूलपाठ के सभी शब्दार्थों और सभी सौन्दर्यों पर ध्यान दिया जाता है। अध्ययन धीरे-धीरे और विषय पर सोचते हुए किया जाता है, जैसा कि इतिहास, दर्शनशास्त्र या विज्ञान की पुस्तकों के साथ किया जाता है। लेखक कहता है कि हर पढ़ने-योग्य पुस्तक जिसमें उतनी ही महत्व की मात्रा होती है जितनी कि विज्ञान की पुस्तक में, उसका अध्ययन किया जाता है, न कि उसे मनोरंजन के लिये पढ़ा जाता है।
Question 5.
Is it better to accept the opinion of a great critic or the judgement of generations?
किसी महान समालोचक के विचार को स्वीकार करना बेहतर है या पीढ़ियों के निर्णय को?
Answer:
It is better to accept the judgement of generations regarding the greatness of a book. The judgement of a single individual cannot be considered infallible. The opinion that makes a book great must be the opinion of many. Even the greatest critics are likely to have certain dullness. Carlyle did not have a good opinion about Browning. Byron did not like some of the greatest of English poets. It shows that the opinion of one single person must not be accepted because he may have his own prejudices, likes and dislikes about a writer or a poet. While on the other hand, the judgement of generations is beyond any doubt.
किसी पुस्तक की महानता के बारे में पीढ़ियों के निर्णय को स्वीकार करना बेहतर है। किसी एक व्यक्ति के निर्णय को अचूक नहीं माना जा सकता है। किसी पुस्तक को महान बनाने वाला विचार अनेक लोगों का होना चाहिए। महानतम समालोचकों में भी एक खास तरह की मानसिक संकीर्णता होने की सम्भावना रहती है। कार्लाइल का ब्राउनिंग के बारे में अच्छा विचार नहीं था। बाइरन कुछ महानतम अंग्रेज कवियों को पसन्द नहीं करता था। इससे स्पष्ट होता है कि किसी एक व्यक्ति का विचार स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि उसके किसी लेखक या कवि के बारे में अपने पूर्वाग्रह, उसकी पसन्द या नापसन्द हो सकते हैं जबकि दूसरी तरफ पीढ़ियों का निर्णय सन्देह से परे होता है।
Question 6.
What kind of books, according to the writer, should we buy and read?
लेखक के अनुसार हमें कैसी पुस्तकें खरीदनी और पढ़नी चाहिए?
Answer:
According to the writer, Lafcadio Hearn, in the choice of books, we should invest in buying those books that we want to read more than once. He says that we should read the books that have a value lying hidden deep within them. Such books are great works of literature. They never become old and their youth is immortal. Though a young reader may not be able to comprehend fully such books at his first reading, in all their additional readings, these books reveal to him their new meanings and beauties. The writer says that a good book delights a reader as he grows in age and experience of life. It grows exactly in proportion to the growth of the reader’s mind.
लेखक Lafcadio Hearn के अनुसार, पुस्तकों के चुनाव में, हमें उन पुस्तकों को खरीदने में व्यय करना चाहिए जिन्हें हम एक से अधिक बार पढ़ना चाहते हैं। लेखक का कहना है कि हमें वे पुस्तकें पढ़नी चाहिए जिनमें गहरे गुण छिपे हुए हों। ऐसी पुस्तकें साहित्य की महान कृतियाँ होती हैं। वे कभी पुरानी नहीं होतीं और उनकी युवावस्था अमर होती है। यद्यपि सम्भव है कि एक नौजवान पाठक अपने प्रथम पठन में ऐसी पुस्तकों को पूरी तरह से समझ पाने में समर्थ न हो पाये, उनके आगे और पठन में ये पुस्तकें उसके प्रति अपने नये अर्थों और सौन्दर्यों को उजागर करती हैं। लेखक कहता है कि एक अच्छी पुस्तक पाठक को आनन्दित करती है, जैसे-जैसे वह उम्र और जीवन के अनुभव में प्रगति करता है। ऐसी पुस्तक पाठक के मस्तिष्क के विकास के ठीक अनुपात में विकसित होती है।
Activity 2: Vocabulary
A. Use the following words/phrases in sentences of your own:
निम्नलिखित शब्दों/वाक्यांशों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए:
Answer: 1.
Considerable (अत्यधिक): A grown-up man has considerable experience of life.
एक पूर्ण विकसित या वयस्क व्यक्ति के पास जीवन का अत्यधिक अनुभव होता है।
Answer: 2
Experience (अनुभव): Experience comes with age.
अनुभव उम्र के साथ आता है।
Answer: 3.
Literary instinct (Alberich Ufa): People with literary instinct know how to read.
साहित्यिक प्रतिभासम्पन्न व्यक्ति जानते हैं कि अध्ययन किस प्रकार किया जाता है।
Answer: 4.
Passed over (हस्तान्तरित होना): Culture is passed over from generation to generation.
संस्कृति पीढ़ी दर पीढी हस्तांतरित होती है।
Answer: 5.
The vague idea (3764ce fair): People have a vague idea of the effects of demonetization.
लोगों में विमुद्रीकरण के प्रभावों का अस्पष्ट विचार है।
Answer: 6.
Worth-reading (पढ़ने योग्य): Great books are worth reading more than once.
महान पुस्तकें एक से अधिक बार पढ़ने योग्य होती हैं।
Answer: 7.
Half-educated (अर्द्ध-शिक्षित): Half educated persons are incapable of understanding the deeper meanings of a great book.
अर्द्ध-शिक्षित व्यक्ति किसी महान पुस्तक के गूढ़ अर्थों को समझने में अक्षम होते हैं।
Answer: 8.
Intellectual food (Telesco 1757): Good books give intellectual food to scholars.
अच्छी पुस्तके विद्वानों को बौद्धिक भोजन देती हैं।
Answer: 9.
Perpetual condition (सतत् अवस्था): A patient is in a perpetual condition of unconsciousness when he is in a coma.
मरीज मूच्र्छा की सतत अवस्था में होता है, जब वह गहरी बेहोशी में होता है।
Answer: 10.
Many sides (अनेक पहलू): Life has many sides to contend and handle with.
जीवन में लड़ने और निबटने हेतु कई पहलू होते हैं।
Answer: 11.
Trustworthy estimate (विश्वसनीय आकलन): An unbiased critic can make a trustworthy estimate of a book.
पूर्वाग्रह से रहित समालोचक पुस्तक का विश्वसनीय आकलन कर सकता है।
Answer: 12.
Superficial way (सतही तरीका): Reading for pleasure is a superficial pay of reading a book.
मनोरंजन के लिए पढ़ना किसी पुस्तक को पढ़ने का सतही तरीका है।
B. Form verbs from the following nouns and use them in your own sentences:
निम्नलिखित संज्ञाओं को क्रिया रूप में बनाइये और अपने वाक्यों में उनका प्रयोग कीजिए:
C. Convert the following verbs into nouns and use them in sentences of your own:
निम्नलिखित क्रियाओं को संज्ञाओं में बदलिए और उन्हें अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए:
D. Look up the meaning of each of the following words to acquaint yourself with these:
इन शब्दों को जानने के लिए प्रत्येक शब्द के अर्थ को खोजिए:
Answer:
(i) Dictionary (fcc91af) = a book listing and explaining words of a language.
किसी भाषा के शब्दों की सूची एवं व्याख्या करने वाली पुस्तक, शब्दकोष।
(ii) Thesaurus (थिसॉरस्) = a book of systematically classified synonyms and antonyms.
समानार्थक और विपरीतार्थक शब्दों का कोष।
(iii) Encyclopaedia (इन्साइक्लपीडिया) = a book or a set of books for detailed reference on every branch of knowledge.
ज्ञान की प्रत्येक शाखा के सन्दर्भ में विस्तृत वर्णन प्रदान करने वाली पुस्तक या पुस्तकों का समूह विश्वकोष।
(iv) Philosophy(फलॉसफि) = the study of nature and meaning of the universe and of human life.
ब्रह्माण्ड एवं मानव-जीवन की प्रकृति एवं अर्थ का अध्ययन, दर्शन।
(v) Epic (ऐपिक्) = a poetic composition usually centred upon a hero.
किसी नायक को केन्द्रित कर रचित पद्य कृति, महाकाव्य।
Activity 3: Speech Activity
Prepare a speech on each of the following for discussion in your class:
अपनी कक्षा में चर्चा करने के लिए निम्नलिखित प्रत्येक विषय पर एक भाषण तैयार कीजिए:
(i) My Favourite Poet:
My favourite poet is William Wordsworth. He is one of the greatest poets of the Romantic Age in English Poetry. He lived from 1770 to 1850. He was born in the Lake District of northern England. He was a worshipper of Nature. He expressed in his poems a new philosophy of Nature. For him, Nature is the best teacher. His poems depict man’s relation to Nature. Some of his notable poems are The Prelude, The Excursion, The Solitary Reaper, Daffodils etc. Critics place him next to William Shakespeare and John Milton. He was a Poet Laureate of England from 1843 to 1850.
(ii) Women’s Empowerment:
Women’s empowerment is a burning issue all over the world these days. This term refers to giving rights and freedom to women equal to men in every sphere of life. Women are half of the world population. Yet for centuries, they have been treated as inferior to men and deprived of their rights and freedom. But now with the advent of a new awakening in them and some enlightened men, they are reclaiming them. They are now found in every field of life working, competing with and even excelling men. Women’s empowerment means gender equality, social harmony, national development and reduced domestic violence.
(iii) Importance of National Integration:
India is a land of great diversity and ‘unity in diversity’ is its unique feature. People belonging to different castes and regions, speaking different languages and practising different religions, customs and traditions live here. They have different habits in food and dress. In such a scenario, there is a great need to maintain national integration. Though it is a Herculean task yet if the country is to make progress and become a developed, strong and prosperous country, the divisive forces, linguistic nationalism, religious fanaticism, class and caste differences will have to be defeated and crushed with an iron hand.
(iv) The Most Inspiring Book/Story I Have Read:
All good books inspire us either with the sublime thoughts they contain or the ideal characters they portray. The Ram Charit Manas composed by Tulsi Das is one such book which inspires all with both its sublime thoughts and ideal characters. It is the most inspiring book that I have read. It conveys the noble ideals of duty and sacrifice, It portrays the ideal characters of Ram, Bharat, Laxman, Sita and Hanuman. Its story is representative of human life and its struggles. The battle between Ram and Ravan represents – the victory of good over evil. Its story has influenced the Indian psyche so much that it is enacted every year.
Activity 4: Composition
Question 1.
Write an article to be published in your school magazine on “Reading Makes a Man Perfect.”
अपनी स्कूल पत्रिका में प्रकाशन हेतु ‘‘पठन-पाठन व्यक्ति को निपुण बनाता है” विषय पर लेख लिखिए।
Answer:
Reading Makes a Man Perfect Francis Bacon had said, “Reading makes a full man”. A full man means a perfect man who is knowledgeable, morally good and mentally and spiritually enlightened. By reading good books, a man can overcome his shortcomings and achieve perfection of mind, body and heart. Reading books of different branches of knowledge sharpen mental faculties of a man and enable him to formulate his thinking and character. Moreover, books contain thoughts, experience and knowledge of the great minds. They enable a man to think deeply for his own good. Thus, reading makes a man perfect.
फरान्सिस बेकन ने कहा था, “पठन-पाठन मनुष्य को निपुण बनाता है।” निपुण मनुष्य का अर्थ है दोषरहित मनुष्य जो ज्ञानवान, नैतिक रूप से अच्छा और मानसिक और आध्यात्मिक रूप से निपुण हो। अच्छी पुस्तकें पढ़कर व्यक्ति अपनी कमियाँ दूर कर सकता है और मस्तिष्क, शरीर और आत्मा की पूर्णता प्राप्त कर सकता है। अलग-अलग विषयों की पुस्तकों को पढ़ने से व्यक्ति की मानसिक क्षमता तेज होती है और उसको अपनी सोच और चरित्र बनाने में सक्षम बनाती है। इसके अतिरिक्त पुस्तकों में महान लोगों के विचार, अनुभव और ज्ञान होते हैं। वे व्यक्ति को अपनी भलाई के लिए गहन विचार करने में सक्षम बनाते हैं। इस प्रकार पठन-पाठन व्यक्ति को निपुण बनाता है।
Question 2.
Write an article on the topic “Books and Friends Must be Few but Good”.
“पुस्तकें और मित्र कम लेकिन अच्छे होने चाहिए” पर एक लेख लिखिए।
Answer:
Books and Friends Must be Few but Good ‘A man is known by the company he keeps’. The saying implies that company influences one’s character and personality. Usually, this company comprises friends and books. If friends are good, the influence will also be good. The same is true of books. Good books help a man become good while bad books spoil him. Therefore it is always wise to associate with good friends and read good books. Their number doesn’t matter. Just as few good friends are enough to enjoy the fruit of friendship, similarly, few good books are enough to inculcate in oneself the noble qualities of a good life.
‘व्यक्ति को उसकी संगत से जाना जाता है। इस कथन का अभिप्राय है कि संगत ही किसी व्यक्ति के चरित्र और व्यक्तित्व को प्रभावित करती है। आमतौर पर यह संगत मित्रों और पुस्तकों की होती है। यदि मित्र अच्छे हैं। तो उनका प्रभाव भी अच्छा होता है। पुस्तकों के बारे में भी यही सत्य है। अच्छी पुस्तकें मनुष्य को अच्छा बनने में सहायक होती है जबकि बुरी पुस्तकें उसको बिगाड़ देती है। इसलिये हमेशा अच्छे मित्रों के साथ रहना और अच्छी पुस्तकें पढ़ना ही बुद्धिमत्तापूर्ण होता है। उनकी संख्या महत्त्वपूर्ण नहीं होती। जैसे थोड़े से अच्छे मित्र मित्रता का सुख भोगने के लिये पर्याप्त होते हैं वैसे ही थोड़ी सी अच्छी पुस्तकें व्यक्ति में अच्छे जीवन के अच्छे गुणों की सिखाने के लिये पर्याप्त होती है।
Question 3.
Prepare a report for your school magazine on the ‘Usefulness of Audio-Visual Teaching Aids in Developing English Speaking Skill’.
‘अंग्रेजी में वार्तालाप करने की कुशलता विकसित करने में शिक्षण में श्रव्य-दृश्य माध्यम की उपयोगिता’ पर अपने विद्यालय की पत्रिका के लिए एक रिपोर्ट तैयार कीजिए।
Answer:
Report on Usefulness of Audio-Visual Teaching Aids in Developing English Speaking Skill.
Ajmer, April 2, 20–
With the development of technology, the use of audio-visual aids like the radio, T.V., films, audio and video cassettes has increased in teaching with a positive effect. The usefulness of these aids in the learning of English speaking skill cannot be denied. Their use makes learning through eyes and ears easier, better and faster. They help in arousing the interest of the learner and stimulate him to participate in the learning process. In the case of English speaking skills, these aids help the student learn the pronunciation of English sounds and words correctly and communicate in English in a real-life situation.
Leave a Reply