RBSE Solutions for Class 5 Hindi Chapter 15 पन्ना का त्याग is part of RBSE Solutions for Class 5 Hindi .Here we have given Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 5 hindi Chapter 15 पन्ना का त्याग
Board | RBSE |
Textbook | SIERT, Rajasthan |
Class | Class 5 |
Subject | Hindi |
Chapter | Chapter 15 |
Chapter Name | पन्ना का त्याग |
Number of Questions | 44 |
Category | RBSE Solutions |
Rajasthan Board RBSE Class 5 Hindi Chapter 15 पन्ना का त्याग
पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर सोचें और बताएँ
पाठ का सार- प्रस्तुत पाठ में मेवाड़ राज्य की धाय पन्ना के अद्भुत बलिदान और त्याग के बारे में बताया गया है। चित्तौड़गढ़ के महाराणा संग्रामसिंह की मृत्यु के बाद वहाँ अराजकता फैल गई थी। वहाँ के दोनों राजकुमार अभी छोटे थे। बड़े पुत्र विक्रमसिंह जो अभी लगभग चौदह-पंद्रह वर्ष के ही थे, उनके राजतिलक के बाद दासी पुत्र बनवीर ने राज्य हड़पने का षड्यंत्र रचा। बनवीर ने धोखे से विक्रमसिंह की हत्या कर दी और छोटे पुत्र उदयसिंह को मारने के लिए महल पहुँच गया।
उदयसिंह की धाय पन्ना को इस बात की भनक पहले ही लग चुकी थी। उन्होंने उदयसिंह को कीरत बारी के टोकरे में बैठाकर महुल से बाहर पहुँचा दिया और उसके स्थान पर अपने स्वयं के पुत्र चंदन को सुला दिया। बनवीर ने चंदन को उदयसिंह समझ कर उसकी हत्या कर दी। इस प्रकार पन्ना धाय ने स्वामिभक्ति का परिचय देते हुए अपने पुत्र चंदन का बलिदान कर राजकुमार उदयसिंह के प्राणों की रक्षा की।
कठिन-शब्दार्थ- मर्दानी = मर्दो जैसा काम करने वाली। डूब जाना = खो जाना। आरम्भ = शुरुआत। स्वर = आवाज। नारी = स्त्री/महिला। निकट = पास। बल = शक्ति/ताकत । दृष्टि = नजर । संभवतः = शायद ही/मुश्किल से । स्वेच्छा = स्वयं की इच्छा। कालग्रस्त होना = मृत्यु हो जाना। पातकी = पापी। निधन = मृत्यु । षड्यंत्र = साजिश । अनभिज्ञ = अनजान । खंडहर = टूटे घर। निष्कंटक = बाधा रहित/काँटों से रहित । चौकसी = पहरेदारी। निरापद = सुरक्षित । भेदिये = भेद देने वाले। दृढ़ संकल्प = कठोर निश्चय । बारी = सफाई कर्मी। अबोध = अनजान/जिसे ज्ञान न हो। शयन कक्ष = सोने का कमरा । निद्रामग्न = नींद में सो जाना। गिड़गिड़ाना = प्रार्थना करना। अट्टहास = जोर की हँसी। क्षत्रियत्व = क्षत्रियता का भाव। | कलेजा = हृदय। भेदकर = चीर कर/आर-पार ।
प्रश्न 1.
पाठ में किन-किन शक्तिशाली महिलाओं के नाम आए हैं?
उत्तर:
पाठ में पन्ना के अलावा रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, बेगम चांद बीबी और अहिल्या बाई के नाम आए हैं।
प्रश्न 2.
चित्तौड़गढ़ में कब अव्यवस्था फैल गई थी?
उत्तर:
चित्तौड़गढ़ में महाराणा संग्राम सिंह की मृत्यु के बाद अव्यवस्था फैल गई थी।
प्रश्न 3.
उदयसिंह को महल में छिपाने से कोई लाभ नहीं था। क्यों?
उत्तर:
क्योंकि महल में सब तरफ बनवीर के भेदिये मौजूद थे। इसलिए उदयसिंह को महल में छिपाने से कोई लाभ नहीं था।
लिखें
प्रश्न 1.
निम्नलिखित पंक्तियों में दिए खाली स्थानों की पूर्ति करें
(अ) उदयसिंह को नाच-रंग में नहीं जाने दिया था, इसलिए वह रूठकर …………….. में ही सो गया था।
(ब) उदयसिंह पर पन्नाधाय …………… छाई हुई थी।
उत्तर:
(अ) रसोईघर
(ब) ढाल बनकरे।
प्रश्न 2.
सही उत्तर चुनकरे क्रमाक्षर कोष्ठक में लिखें
(अ) उदयसिंह की देखभाल कौन करती थी?
(क) पन्नाधाय
(ख) दासी (ग) रानी.
(घ) महारानी
उत्तर:
(क) पन्नाधाय।
(ब) पन्नाधाय का एक मात्र बेटा था
(क) उदयसिंह
(ख) विक्रमसिंह
(ग) चंदन
(घ) बनवीर
उत्तर:
(ग) चंदन।
प्रश्न 3.
दासी पुत्र बनवीर क्या चाहता था?
उत्तर:
बनवीर चित्तौड़ का राज्य हड़पना चाहता था।
प्रश्न 4.
महादुष्ट बनवीर ने क्या चाल सोची थी?
उत्तर:
बनवीर ने नवरात्रि में सारे चित्तौड़ में नाच-रंगों का आयोजन कराया और दोनों राजकुमारों को बुलाकर मारने की योजना बनाई थी।
प्रश्न 5.
पन्नाधाय ने बनवीर की चाल को कैसे असफल किया?
उत्तर:
पन्नाधाय को बनवीर की चाल का पता लगे गया था। उन्होंने कीरत बारी की सहायता से उदयसिंह को महल के बाहर भेज दिया और उसके स्थान पर अपने पुत्र चंदन को सुला दिया। बनवीर ने चंदन को ही उदयसिंह समझकर उसकी हत्या कर दी। इस प्रकार उदयसिंह को मारने की बनवीर की चाल असफल हो गई।
प्रश्न 6.
कीरत बारी ने क्या काम किया था?
उत्तर:
कीरत बारी ने उदयसिंह को पत्तलों के टोकरे में छिपाकर चित्तौड़गढ़ किले से बाहर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया था।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
नीचे लिखे वाक्यों में दिए गए गहरे काले शब्दों को सम्मिलित करते हुए बहुवचन के वाक्य बनाएँ। जैसेखिड़की खुली थी। – खिड़कियाँ खुली थीं।
उत्तर:
(क) मोहन ने ताली बजाई – मोहन ने तालियाँ बजाईं
(ख) खूबीलाल ने कहानी सुनी। – खूबीलाल ने कहानियाँ सुनीं।
(ग) रण में रानी लड़ रही थी। – रण में रानियाँ लड़ – रही थीं।
(घ) दासी आ रही है। – दासियाँ आ रही हैं।
प्रश्न 2.
राधा ने पूरी कविता सुनाई। वाक्य में पूरी शब्द कविता की विशेषता बता रहा है।
आप भी पाठ में आए विशेषण वाले वाक्यों की सूची बनाकर वाक्य में आये विशेषण शब्दों को छाँटकर लिखें।
उत्तर:
वाक्य विशेषण शब्द
- सभा में बड़ा मजा आया बड़ा
- मैंने खूब जोरदार स्वर में सुना दी। खूब जोरदार
- महाराणा संग्राम सिंह की मृत्यु के बाद बड़ी अव्यवस्था फैल गई। बड़ी
- बनवीर उस समय भयंकर षड्यंत्र । में लगा हुआ था। भयंकर
- नवरात्र में उसने सारे चित्तौड़ में नाच-रंग का आयोजन कराया था।
- तब उसका मार्ग निष्कंटक हो जायेगा। निष्कंटक
- आज माँ की ममता की कठोर परीक्षा थी। कठोर
- अबोध चंदन माँ के दुलार की छाया में शीघ्र ही निद्रामग्न हो गया। अबोध
प्रश्न 3.
इन चिह्नों (, । ? !) को पहचानें। पाठ में ये चिह्न कहाँ आए हैं, इन्हें देखो और समझो। इन चिह्नों को क्या कहते हैं? चर्चा करो।
उत्तर:
- , -यह कोमा (अल्प विराम) का चिहन है।
- ।- यह पूर्ण विराम का चिह्न है।
- ? – यह प्रश्नवाचक चिह्न है।
- यह विस्मयादिबोधक चिहन है।
पाठ में ये चिह्न आवश्यकतानुसार विभिन्न स्थानों पर आये हैं। इन चिह्नों को सम्मिलित रूप से विराम चिह्न कहते हैं।
यह भी करें
प्रश्न 1.
पन्नाधाय की तरह ही आपके आस-पास किसी महिला ने कर्तव्य-पालन के लिए त्याग किया हो तो पता कर कक्षा में सुनाएँ।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 2.
यदि आप पन्नाधाय के स्थान पर होते तो उदयसिंह को कैसे बचाते?
उत्तर:
यदि हम वहाँ पर होते तो पापी बनवीर के षड्यन्त्र का विरोध करते। हम उसका मुकाबला करते और अपने साथियों की मदद से बनवीर को रोक देते। साथ ही उदयसिंह की रक्षा अपने प्राणों की बाजी लगाकर भी करते ।।
प्रश्न 3.
कल्पना करो कि पन्नाधाय ने अपने पुत्र का बलिदान नहीं दिया होता तो क्या होता?
उत्तर:
उस हालत में बनवीर उदयसिंह को मार डालता। तब मेवाड़ राज्य का भविष्य संकट में पड़ जाता और बनवीर का षड्यन्त्र सफल हो जाता। हो सकता है कि तब कीरत बारी आदि अन्य स्वामिभक्त लोग राजकुमार उदयसिंह की रक्षा करने के लिए तैयार हो जाते और वे बनवीर से युद्ध करते चाहे परिणाम कुछ भी होता।
अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
महाराणा संग्राम सिंह के सबसे छोटे पुत्र का क्या नाम था ?
(अ) विक्रम सिंह’
(ब) भोजराज
(स) उदयसिंह
(द) चंदन
उत्तर:
(स) उदयसिंह
प्रश्न 2.
षड्यंत्र द्वारा चित्तौड़ की गद्दी हथियाना कौन चाहता था?
(अ) कीरत
(ब) बनवीर
(स) चंदन
(द) उदयसिंह
उत्तर:
(ब) बनवीर
प्रश्न 3.
खुबीलाल को कहानी किसने सुनाई ?
(अ) जीजी ने
(ब) माँ ने ‘
(स) अध्यापक ने
(द) बच्चों ने
उत्तर:
(अ) जीजी ने
प्रश्न 4.
चंदन की हत्या किसने की ?
(अ) पन्ना ने
(ब) उदयसिंह ने
(स) विक्रमसिंह ने
(द) बनवीर ने
उत्तर:
(द) बनवीर ने
रिक्त स्थान भरो
(पिस्तौल, चन्दन, धर्म, उदय, तलवार, चौकसी, नाच-रंग)
प्रश्न 1.
कीरत बारी बात और …………….. का धनी था।
प्रश्न 2.
उसने उदयसिंह को……………. में नहीं जाने दिया।
प्रश्न 3.
पन्नाधाय का एकमात्र बेटा ………….. तमाशा । देखकर लौटा।
प्रश्न 4.
बनवीर के आदमी सब ओर …………. पर थे।
प्रश्न 5.
उसने पलंग पर सोए बच्चे पर …………. चला दी।
उत्तर:
1. धर्म
2. नाच-रंग
3. चंदन
4. चौकसी
5. तलवार।
निम्न में से सत्य/असत्य कथन बतलाइये
प्रश्न 1.
कीरत नाम का बारी पन्नाधाय का भक्त था।
उत्तर:
सत्य
प्रश्न 2.
उदयसिंह तमाशा देखकर महल में लौटा।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 3.
बनवीर चंदन को मारने शयनकक्ष में आया।
उत्तर:
असत्य
प्रश्न 4.
पन्ना ने चंदन को उदयसिंह के शयनकक्ष में ही खाना खिलाया।
उत्तर:
सत्य
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
महाराणा संग्रामसिंह के निधन के बाद किसका राजतिलक किया गया ?
उत्तर:
महाराणा संग्राम सिंह के निधन के बाद विक्रम सिंह का राजतिलक किया गया।
प्रश्न 2.
बनवीर ने नवरात्रि में किसका आयोजन किया था ?
उत्तर:
बनवीर ने नवरात्रि में पूरे चित्तौड़ में नाच-रंग का आयोजन किया था।
प्रश्न 3.
पन्नाधाय को बनवीर के षड्यंत्र के बारे में क्या पता था ?
उत्तर:
पन्नाधाय को पता था कि नाच-रंग के बीच । बनवीर हत्याकांड करने वाला है।
प्रश्न 4.
बनवीर उदयसिंह को धोखे में क्यों नहीं फँसा सका था ?
उत्तर:
बनवीर उदयसिंह को धोखे में नहीं फैंसा सका। क्योंकि पन्नाधाय ढाल बन कर उसकी रक्षा कर रही थी।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
चित्तौड़गढ़ में अव्यवस्था क्यों फैल गई। थी? स्पष्ट करें।
उत्तर:
चित्तौड़गढ़ के महाराणा संग्राम सिंह की मृत्यु हो गई थी। उनका बड़ा भोजराम पहले ही कालग्रस्त हो चुका था। उनके दो पुत्र विक्रमसिंह तथा उदयसिंह अभी अवयस्क थे। यद्यपि विक्रमसिंह का राजतिलक किया गया। किन्तु एक दासीपुत्र बनवीर राजगद्दी हासिल करना चाहता था। इसके लिए वह एक भयंकर षड्यंत्र में लगा हुआ था। इससे चित्तौड़गढ़ में अव्यवस्था फैल गई थी।
प्रश्न 2.
पन्ना के विरोध करने पर बनवीर ने उससे क्या कहा ?
उत्तर:
बनवीर ने पन्ना से कहा-”आज भवानी मुझ पर प्रसन्न है। देख ! इस तलवार की धार पर सिसोदिया वंश के दोनों सपूतों का खून अब एक होने वाला है। आज तू उदयसिंह को मेरे हाथों से नहीं बचा सकेगी।”
प्रश्न 3.
बनवीर ने क्या षड्यन्त्र रचा था? लिखिए।
उत्तर:
बनवीर ने राजमहल के कर्मचारियों को अपनी ओर मिला लिया था। उसने चित्तौड़ में नाच-रंग का आयोजन कर संग्राम सिंह के दोनों पुत्रों को मार डालने का षड्यन्त्र रचा था। वह चित्तौड़ में अव्यवस्था फैला कर स्वयं राजा बनना चाहता था।
प्रश्न 4.
कीरत बारी कौन था और कैसा व्यक्ति था? समझाइये।
उत्तर:
कीरत बारी पन्नाधाय का भक्त था और महलों की जूठी पत्तलें इकट्ठी कर ले जाने का अर्थात् सफाई का काम करता था। वह विश्वासपात्र और स्वामिभक्त था। वह बात का पक्का और धर्म का धनी व्यक्ति था। अपना काम पूरी ईमानदारी एवं चालाकी से करता था।
प्रश्न 5.
पन्नाधाय ने बनवीर से गिड़गिड़ाते हुए क्या कहा?
उत्तर:
पन्नाधाय ने कहा-“अरे नीच! अबोध बालकों की हत्या करके तू क्या बहादुरी बखानता है? तू उदयसिंह की हत्या न कर। मैं उसे लेकर कहीं दूर चली जाऊँगी! कुछ तो दया कर।” इस तरह पन्नाधाय ने बनवीर को रोकने का काफी प्रयास किया।
प्रश्न 6.
पन्ना का त्याग’ कहानी से पन्नाधाय के चरित्र की विशेषताओं का मूल्यांकन कीजिए।
उत्तर:
इस कहानी से पन्नाधाय के चरित्र की इन विशेषताओं का पता चलता है-
- पन्ना ममता रखने वाली नारी थी।
- वह स्वामिभक्त थी।
- पन्ना चतुर एवं वीर क्षत्राणी थी।
- पन्ना में त्याग-भावना थी।
- उसने स्वामिभक्ति की खातिर अपने पुत्र का बलिदान किया था।
- वह आदर्श गुणों वाली नारी थी।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पन्नाधाय की कहानी मजबूरी की नहीं वरन् स्वेच्छा से किए गए त्याग और बलिदान की कहानी थी। कैसे ? समझाइए।
उत्तर:
पन्नाधाय चित्तौड़गढ़ की स्वामिभक्त सेविका थी। वह उदयसिंह की देखभाल करती थी। जब महाराणा संग्रामसिंह की मृत्यु के बाद बनवीर ने षड्यंत्र रचकर उदयसिंह को मारने का प्रयास किया तो पन्ना ने अपने पुत्र की बलि देकर भी उदयसिंह की रक्षा की। हालांकि पन्ना की कोई मजबूरी नहीं थी। वह चाहती तो अपने पुत्र को बचाने के लिए उदयसिंह को मारने दे सकती थी, लेकिन पन्ना ने स्वेच्छा से अपने पुत्र का बलिदान कर त्याग और बलिदान की मिसाल कायम की।
पठित गद्यांश
निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए
(1)
बनवीर की योजना थी कि नाच-रंग में लगी जनता को धोखे में रखकर वह दोनों की हत्या कर देगा और तब उसका मार्ग निष्कंटक हो जाएगा। विक्रमसिंह तो उस धोखे में आ गया; मगर उदयसिंह पर पन्ना धाय ढाल बनकर छाई हुई थी, इसलिए वह उसे धोखे में नहीं फैंसा सका। बनवीर भी जानता था कि जब तक पन्नाधाय है तब तक उदयसिंह को धोखे से मारना संभव नहीं होगा।
प्रश्न 1.
इस गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
उत्तर:
‘बनवीर का षड्यंत्र और पन्ना धाय’।
प्रश्न 2.
बनवीर की क्या योजना थी?
उत्तर:
बनवीर की योजना थी कि नाच-रंग में लगी जनता को धोखे में रखकर वह उदयसिंह तथा विक्रम सिंह की हत्या कर दे और राज्य पर कब्जा कर ले।
प्रश्न 3.
उदयसिंह पर ढाल बनकर कौन छाया हुआ था?
उत्तर:
उदयसिंह पर ढाल बनकर पन्ना धाय छाई हुई थी।
प्रश्न 4.
‘विश्वास’ शब्द का विलोम शब्द गद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए।
उत्तर:
‘धोखा’।
(2)
बनवीर का अट्टहास सुनकर पन्ना का क्षत्रियत्व जाग उठा और वह कटार लेकर बनवीर पर टूट पड़ी। भाग्य दुष्टों का भी साथ दे देता है, खूबी ! बनवीर की बाँह में ही कटार का वार कर बैठी और क्रोध में फॅफकारते हुए उसने पलंग पर सोए बच्चे पर तलवार चला दी। पलंग पर से चीख तक नहीं उठी; माँ के कलेजे को भेदकर जो चीख उठी वह आज भी चित्तौड़ के खण्डहरों में गूंज रही होगी। माँ के मीठे दुलार में सोया हुआ चंदन आज तक भी उस दुलार की छाया में सोया हुआ होगा।
प्रश्न 1.
इस गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
उत्तर:
पन्ना का त्याग’।
प्रश्न 2.
बनवीर पर किसने हमला किया?
उत्तर:
बनवीर पर पन्ना धाय ने हमला किया।
प्रश्न 3.
पलंग पर सोए बच्चे को किसने तथा कैसे मार डाला?
उत्तर:
दुष्ट बनवीर ने पलंग पर सोए बच्चे को तलवार चला कर मार डाला।
प्रश्न 4.
‘सज्जनों’ शब्द का विलोम शब्द गद्यांश में से ढूँढ़कर लिखिए।
उत्तर:
‘दुष्टों’।
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